Wednesday, January 31, 2024

हेमंत सोरेन ने ED अधिकारियों के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत दर्ज कराई FIR, सीएम ने लगाए गंभीर आरोप

दिल्ली स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तलाशी को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand Chief Minister Hemant Soren) ने रांची के एससी/एसटी थाने में ED अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। सोरेन ने ED के उन अधिकारियों के खिलाफ रांची के एसटी-एससी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है, जो 29 जनवरी को उनके दिल्ली आवास पर सर्च ऑपरेशन में शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि सोरेन के दिल्ली आवास पर केंद्रीय जांच एजेंसी के हालिया तलाशी अभियान के संबंध में पुलिस शिकायत दर्ज कराई गई थी। मुख्यमंत्री ने अपनी शिकायत में ED अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि बिना उनकी मौजूदगी में ED अधिकारी दिल्ली के घर में घुसे। रांची के SSP चंदन कुमार सिन्हा ने पीटीआई को बताया, "ईडी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है... हमें मुख्यमंत्री की अर्जी मिली है।" सिन्हा ने आगे कहा, "मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी शिकायत में कहा है कि ED अधिकारियों की टीम बगैर सूचना उनके घर पर गई और उनकी छवि धूमिल करने के लिए गलत खबरें फैलाई।" सीएम ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि ईडी अधिकारियों ने उनकी गैरमौजूदगी में दिल्ली के शांति निकेतन स्थित उनके आवास पर छापा मारा। इस दौरान अधिकारियों ने वहां मौजूद उनके कर्मचारियों से बदतमीजी की। 29 नवंबर को हुई थी छापेमारी ED की एक टीम ने 29 जनवरी को सोरेन के दिल्ली आवास की तलाशी ली थी। झारखंड में एक कथित भूमि सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ करने के लिए लगभग 13 घंटे तक वहां डेरा डाले रखा। एजेंसी ने तलाशी के दौरान 36 लाख रुपये कैश, एक BMW कार और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त करने का दावा किया है। रांची में सीएम ने पूछताछ जारी ED के अधिकारी फिलहाल सोरेन से उसी मामले के संबंध में उनके रांची स्थित आवास पर पूछताछ कर रहे हैं। 48 वर्षीय सोरेन सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। इससे पहले उनसे 20 जनवरी को इसी मामले में पूछताछ की गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि उस दिन पूछताछ पूरी नहीं हो पाई थी। उस दिन सोरेन से 7 घंटे से अधिक वक्त तक पूछताछ की गई थी। ED के अधिकारियों ने कहा कि झारखंड में माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व को गैर कानूनी तरीके से बदलने के एक बड़े रैकेट की जांच के तहत सोरेन से पूछताछ की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता ने कहा कि सोरेन जांच में सहयोग कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का यह कर्तव्य है कि वे इस प्रकार की जांच ठीक ढंग से करें। ये भी पढ़ें- Delhi Excise Policy Case: ED ने सीएम अरविंद केजरीवाल को भेजा 5वां समन, क्या एजेंसी के सामने पेश होंगे AAP प्रमुख? राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि सभी विधायक मुख्यमंत्री के साथ हैं। इस बीच सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के विरोध में JMM समर्थकों ने पास के मोरहाबादी मैदान और कुछ अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी के मुख्य स्थानों तथा मुख्यमंत्री आवास के 100 मीटर के दायरे में सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक धारा 144 लागू की गई है।

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Tuesday, January 30, 2024

Vodafone Idea के शेयर 2% लुढ़के, Q3 नतीजों के बाद जानिए क्या है ब्रोकरेज की राय

टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के शेयरों में आज 30 जनवरी को करीब 2 फीसदी की गिरावट आई है। यह स्टॉक 1.43 फीसदी गिरकर 14.49 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। दरअसल, कंपनी ने हाल ही में FY24 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इसके नतीजों ने निवेशकों को निराश किया है। यही वजह है कि आज कंपनी के शेयरों में बिकवाली हो रही है। आज की गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप 70,536.87 करोड़ रुपये हो गया है। कैसे रहे तिमाही नतीजे वोडाफोन आइडिया ने अक्टूबर-दिसंबर अवधि में ₹6,985.9 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो एक साल पहले की समान अवधि के ₹7,990 करोड़ से 12.56% कम है। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 0.49 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 10,673.1 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 10,621 करोड़ रुपये था। कंपनी का इबिट्डा (EBITDA) सालाना आधार पर 1.40 पर्सेंट बढ़कर 40.8 पर्सेंट हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 39.4 पर्सेंट था। दिसंबर तिमाही में वोडाफोन-आइडिया का औसत रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) बढ़कर 145 रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 135 रुपये था। इसी तरह, कुल डेटा सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर 13.74 करोड़ हो गई, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 13.53 करोड़ थी। ब्रोकरेज की राय ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस UBS के एनालिस्ट्स ने 11.5 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक को 'Sell' रेटिंग दी है। यह इसके पिछले बंद भाव ₹14.7 से करीब 22% की गिरावट दर्शाता है। ब्रोकरेज ने कहा कि दिसंबर तिमाही की कमाई उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही। यूबीएस ने अपने क्लाइंट्स को एक लेटेस्ट नोट में कहा, "तीसरी तिमाही का रेवेन्यू तिमाही आधार पर फ्लैट रहा, जो हमारे अनुमान से 2.5 फीसदी कम है, जबकि Ebitda तिमाही आधार पर 1.6 फीसदी बढ़ा है और यह भी अनुमान से 3.8% फीसदी कम है।" पिछले साल दिसंबर तक कुल ग्रॉस डेट (Debt) ₹2,14,960 करोड़ था। कंपनी का शुद्ध कर्ज 2,14,640 करोड़ रुपये है। कैसे रहा है शेयरों का प्रदर्शन पिछले एक महीने में Vodafone Idea के शेयरों में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, पिछले 6 महीने में इसने 74 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 105 फीसदी का शानदार मुनाफा हुआ है।

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Monday, January 29, 2024

Budget 2024 : क्लीन फ्यूल के इस्तेमाल पर सरकार का फोकस जारी रहेगा, ऑटो कंपनियों का अनुमान

Interim Budget 2024 : ऑटो कंपनियों का मानना है कि सरकार को 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने की पॉलिसी जारी रखनी चाहिए। इसके अलावा बुनियादी ढांचा विकसित करने की तेज रफ्तार जरूरी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश करेंगी। मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ संतोष अय्यर ने कहा कि उम्मीद है कि अंतरिम बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परियोजनाओं पर पूंजीगत खर्च जारी रहेगा। सरकार को हरित परिवहन को बढ़ावा देने की अपनी पॉलिसी पर भी फोकस बनाए रखने की जरूरत है। इससे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ाने में मदद मिलेगी। बजट 2024 लग्जरी कार पर टैक्स घटने की उम्मीद अय्यर ने कहा कि लग्जरी कार उद्योग का जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर शुल्क ढांचे और जीएसटी रेट्स में बदलाव करने की जरूरत। हालांकि उन्होंने कहा कि आगामी बजट में किसी बड़े ऐलान की उम्मीद नहीं है। अभी लग्जरी कार पर 28 फीसदी जीएसटी लगता है। सेडान पर 20 फीसदी और एसयूवी पर 22 फीसदी का अतिरिक्त उपकर लगता है। ऐसे में इन वाहनों पर कुल टैक्स करीब 50 फीसदी हो जाता है। यह भी पढ़ें : Budget 2024 : इकोनॉमिक सर्वे नहीं आएगा, वित्त मंत्रालय ने FY25 में जीडीपी ग्रोथ करीब 7% रहने का अनुमान जताया ऑटो सेक्टर में क्लीन एनर्जी पर फोकस जारी रहने की उम्मीद टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उप-प्रबंध निदेशक (कॉरपोरेट योजना, वित्त एवं प्रशासन और विनिर्माण) स्वप्नेश आर मारू ने कहा कि ऑटो कंपनियों को भरोसा है कि सरकार अर्थव्यवस्था और परिवहन क्षेत्र में क्लीन फ्यूल का इस्तेमाल बढ़ाने की अपनी कोशिश जारी रखेगी। हमें जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता घटानी होगी। जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक रघुपति सिंघानिया ने कहा कि वाहन क्षेत्र के लिए सतत नीतियों से इस क्षेत्र का विस्तार होगा। यह भी पढ़ें : Budget 2024 Expectations LIVE: बजट से पहले नई परंपरा, सरकार ने जारी  की ये रिपोर्ट फेम के जरिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर फोकस बनाए रखने की जरूरत महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी की प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सुमन मिश्रा ने कहा कि समावेशी आय सृजन, इलेक्ट्रिक तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों के जरिये लोग वित्तीय रूप से सशक्त हो रहे हैं। हम बजट में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और विनिर्माण (फेम) की योजना के जरिये इस क्षेत्र को प्राथमिकता देने की उम्मीद करते हैं। पीएचएफ लीजिंग लि. के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शल्य गुप्ता ने कहा कि सरकार 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध है। ऐसे में हल्के वाणिज्यिक इलेक्ट्रिक वाहन (ईएलसीवी) न केवल रोजगार प्रदान कर रहे हैं, बल्कि कम उत्सर्जन के समाधान की भी भूमिका निभा रहे हैं।

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Sunday, January 28, 2024

Nitish Kumar: 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ

Bihar Political Crisis News: बिहार में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच नीतीश कुमार (Nitish Kumar) नौवीं बार मुख्यमंत्री पद (Bihar Chief Ministers) की शपथ ले ली है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उन्हें सीएम पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नीतीश कुमार के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) और पार्टी के सीनियर नेता विजय सिन्हा (Vijay Sinha) ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। सीएम नीतीश कुमार के साथ कुल 9 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें 3 बीजेपी, 3 JDU, 1 हम और एक निर्दलीय शामिल हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शपथग्रहण समारोह में मौजूद थे। 8 मंत्रियों ने ली शपथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा जिन मंत्रियों ने शपथ ली उनमें बीजेपी की तरफ से सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary), विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) और प्रेम कुमार (Dr Prem Kumar) शामिल हैं। जबकि JDU के विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary), बिजेंद्र प्रसाद यादव (Bijendra Prasad Yadav) और श्रवण कुमार (Shrawon Kumar) ने शपथ ली। इसके अलावा हम के संतोष कुमार सुमन (Santosh Kumar Suman) और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। जनता दल-यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) और महागठबंधन में स्थिति ठीक नहीं लग रही थी इसलिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ नया गठबंधन और नई सरकार बनाने का निर्णय लिया। नीतीश 18 महीने पहले बीजेपी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए थे। नीतीश ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से कहा, "मैंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। अभी तक जो सरकार थी वह अब समाप्त हो गई है।" उन्होंने कहा कि वह महागठबंधन से अलग होकर नया गठबंधन बनाएंगे। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने यह फैसला क्यों किया, नीतीश ने कहा, "अपनी पार्टी के लोगों से मिल रही राय के अनुसार मैंने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया।" उन्होंने कहा, ""हमने पूर्व के गठबंधन ("NDA) को छोड़कर नया गठबंधन बनाया था लेकिन इसमें स्थितियां ठीक नहीं लगी। लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव निवर्तमान सरकार में उपमुख्यमंत्री थे और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव कैबिनेट मंत्री थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार की राजनीतिक उथल पुथल पर कहा कि इसका अंदेशा उन्हें पहले ही था। खड़गे ने नीतीश कुमार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कहा कि देश में ऐसे कई लोग हैं जो 'आया राम गया राम हैं।' नीतीश कुमार अगस्त 2022 में महागठबंधन में शामिल हुए थे। उन्होंने बीजेपी पर JDU को विभाजित करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए उससे नाता तोड़ लिया था। उन्होंने बहुदलीय गठबंधन के साथ नयी सरकार बनाई थी जिसमें RJD, कांग्रेस और तीन वामपंथी दल शामिल थे। #WATCH | Nitish Kumar takes oath as Bihar CM for the 9th time after he along with his party joined the BJP-led NDA bloc. pic.twitter.com/ePGsqvusM3 — ANI (@ANI) January 28, 2024 मौजूदा 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में JDU के 45 और BJP के 78 विधायक हैं। नीतीश कुमार को एक निर्दलीय सदस्य का भी समर्थन हासिल है। वहीं, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा पहले से ही NDA का हिस्सा है। उसके चार विधायक हैं। ये भी पढ़ें- 'I.N.D.I.A. गुट विचलित है, काम नहीं कर रहा', नीतीश कुमार ने बिहार के CM पद से इस्तीफा देने की बताई ये वजह RJD (79 विधायक), कांग्रेस(19 विधायक) और वाम दलों (16 विधायकों) के विधायकों को मिलाकर महागठबंधन के 114 विधायक हैं जो बहुमत से 8 कम हैं। र्ह ने बिहार में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के टूटने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसके नेता अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे थे, विपक्षी गठबंधन को नहीं।

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Saturday, January 27, 2024

Box office : गणतंत्र दिवस के दम पर Fighter की ऊंची उड़ान, 2 दिन में कलेक्शन 65 करोड़ के पार

Box office : डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद की नई फिल्म फाइटर (Fighter) बीते 25 जनवरी को रिलीज हो गई। इसे बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत मिली है। फिल्म ने पहले दिन 24.60 करोड़ रुपये कमाए और फिर शुक्रवार यानी दूसरे दिन भी इसने 41.20 करोड़ रुपये का बिजनेस किया। इस तरह फिल्म ने दो दिनों में कुल 65.80 करोड़ रुपये कमा लिए हैं। इस फिल्म में ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण और अनिल कपूर समेत कई दिग्गज एक्टर्स हैं। माना जा रहा है कि फिल्म को गणतंत्र दिवस के साथ ही लंबे वीकेंड का फायदा मिल रहा है। गणतंत्र दिवस और वीकेंड का फायदा Fighter गणतंत्र दिवस और वीकेंड से पहले रिलीज हुई है, जिसका फायदा इसे मिला है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के अनुसार अगर शनिवार-रविवार को कमाई की यह गति बरकरार रहती है, तो फिल्म के पास बड़ी संख्या में कमाई करने का अच्छा मौका है। फिल्म को शनिवार और रविवार को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उम्मीद है कि यह इन दो दिनों में 30 करोड़ रुपये और 40 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लेगी। इस तरह कमाई पहले वीकेंड (चार दिन) में कुल मिलाकर 140 करोड़ रुपये के आसपास पहुंच सकती है। बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्मों में से एक यह बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्मों में से एक है। आनंद ने महामारी के दौरान फाइटर की शूटिंग शुरू की थी और इसे बनाने में बहुत समय और पैसा निवेश किया गया है। ऋतिक रोशन बहुत कम ही फिल्में करते हैं। Bang Bang और War के बाद आनंद के साथ रोशन की यह तीसरी फिल्म है। रोशन की पिछली फिल्म Vikram Vedha की रिलीज को एक साल से अधिक का वक्त हो गया है। HanuMan और Main Atal Hoon का क्या है अपडेट इस समय दो अन्य फिल्में HanuMan (Hindi) और Main Atal Hoon भी सिनेमाघरों में बनी हुई हैं। HanuMan को दर्शकों ने खासा पसंद किया है। इसने वर्ल्डवाइड 250 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। तेजा सज्जा की इस फिल्म के हिंदी वर्जन ने 41.44 करोड़ रुपये कमाए हैं। अब यह 50 करोड़ की कमाई का आंकड़ा छूने के लिए तैयार है। दूसरी ओर, पंकज त्रिपाठी स्टारर 'मैं अटल हूं' की बात है तो यह बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई है। कमजोर प्रचार और मार्केटिंग कैंपेन के साथ-साथ अचानक रिलीज के बीच चर्चा नहीं होने के कारण बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का ग्राफ नीचे चला गया। इस फिल्म ने सातवें दिन भारत में बॉक्स ऑफिस पर 0.14 करोड़ रुपये की कमाई की। मैं अटल हूं का कुल घरेलू कलेक्शन अब 7.86 करोड़ रुपये हो गया है।

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Friday, January 26, 2024

PM Kisan: पीएम किसान योजना की अगली किश्त पाने के लिए पहले कर लें काम, वरना बैंक अकाउंट में नहीं आएगा पैसा

PM Kisan: पीएम किसान भारत सरकार की 100% फंडिंग वाली योजना है। पीएम किसान योजना के तहत सभी भूमि-धारक किसान परिवारों को तीन समान किश्तों में 6000 रुपये दिये जाते हैं। सरकार साल में तीन बार तीन किश्तों में 2,000 रुपये देती है। ये पैसा लोगों के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर किया जाता है। पीएम किसान की 15वीं किश्त 15 नवंबर 2023 को जारी की गई थी। अब पीएम किसान की अगली किश्त फरवरी और मार्च 2024 के बीच जारी की जाएगी। ऐसे में किसानों को अगली किश्त पाने के लिए पहले अपना ये काम निपटाना होगा। साथ ही ऐसी खबरें हैं कि सरकार 6,000 रुपये बढ़ाकर 8,000 रुपये कर सकती है। अगर बजट में ऐसा होता है तो आप इस बढ़े हुए पैसे को पाने से भी अगली किश्त में चूक सकते हैं। किसान पहले करें ये काम पीएम किसान वेबसाइट के अनुसार पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) के किसानों के लिए eKYC अनिवार्य है। ओटीपी आधारित ईकेवाईसी पीएमकिसान पोर्टल पर उपलब्ध है या बायोमेट्रिक आधारित ईकेवाईसी के लिए निकटतम CSC केंद्रों से संपर्क किया जा सकता है। ई-केवाईसी पूरा नहीं होने पर लाभार्थी किसानों को किश्त नहीं मिल सकती है। किसानों को नहीं मिलेगा फायदा एग्रीकल्चर राजस्थान वेबसाइट के अनुसार जिले के 39580 किसानों की ई-केवाईसी, 11566 किसानों की आधार सीडिंग और 24007 किसानों की भूमि का सत्यापन होना बाकी है। इसे जल्द पूरा करना होगा क्योंकि फिर किसानों को किश्त का फायदा नहीं होगा। यानी, उन्हें किश्त नहीं मिलेगी। अगर इन किसानों ने 31 जनवरी तक ई-केवाईसी नहीं कराई तो वे अपात्र हो सकते हैं। 31 जनवरी तक ई-केवाईसी नहीं करवाने वाले किसानों की पात्रता भी खत्म की जा सकती है। मोदी सरकार बढ़ा सकती है बजट में मिलने वाला पैसा देश के किसान काफी समय से पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojna) के तहत मिलने वाले पैसे को बढ़ाने की डिमांड कर रहे हैं। सरकार इस बार बजट में यह पैसा बढ़ा सकती है। अभी इस स्कीम में लाभार्थी किसानों को एक साल में 6,000 रुपये मिलते हैं। सरकार बजट में इस पैसे को 6,000 रुपये से बढ़ाकर 8,000 रुपये कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो अगले महीने मिलने वाली किश्त भी  बढ़ जाएगी। अभी सालाना मिलते हैं 6000 रुपये अभी लाभार्थी किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत एक किश्त में 2,000 रुपये और सालाना 6,000 रुपये मिलते हैं। ये पैसे तीन किश्तों में किसानों के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किये जाते हैं। हर किश्त में 2,000 रुपये भेजे जाते हैं। ये किश्त हर 4 महीने में दी जाती है। अभी सरकार ने हाल में 15 नवंबर के दिन 15वीं किश्त किसानों के अकाउंट में ट्रांसफर किये हैं। Tata Steel ने इस 'पाखंड' पर दी सफाई, सीईओ ने बताई ये वजह

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Tata Steel ने इस 'पाखंड' पर दी सफाई, सीईओ ने बताई ये वजह

Tata Group News: टाटा ग्रुप की स्टील कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) ने अपने ऊपर लगे पाखंड के आरोपों पर सफाई दी है। टाटा स्टील ने 10 जनवरी को वेल्स के पोर्ट टालबोट स्टीलवर्क्स में दो ब्लास्ट भट्ठियों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का ऐलान किया था। इस ऐलान का असर 2800 नौकरियों पर पड़ने का अनुमान है। इस ऐलान के बाद कंपनी पर हिपाक्रिसी यानी पाखंड का आरोप लगा था। अब इसे लेकर कंपनी के सीईओ टीवी नरेंद्रन से बातचीत में कहा कि यूनाइटेड किंगडम (UK) में ब्लास्ट भट्ठियों को बंद करना और इलेक्ट्रिक भट्ठियों की तरफ टाटा स्टील की स्ट्रैटेजी देश के नेट जीरो के लक्ष्य के अनुरुप ही है। क्यों लगा पाखंड का आरोप ब्रिटिश न्यूजपेपर द गॉर्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक टाटा स्टील पर घोर पाखंड का आरोप लगाया जा रहा है। इसकी वजह ये है कि एक तरफ कंपनी भारत में ब्लास्ट भट्ठी खोलने की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वेल्स में भट्ठियों को बंद करने के लिए कार्बन उत्सर्जन में कटौती का हवाला दिया गया था, जिससे हजारों नौकरियां चली गईं। OTP का झंझट ही नहीं, Google के एंप्लॉयीज ऐसे लॉग इन करते हैं अपने सिस्टम में Tata Steel ने क्या दी सफाई टाटा स्टील के सीईओ ने कहा कि इस मामले में अलग-अलग जगहों के संदर्भ को समझना चाहिए। यूरोप में बात करें तो यहां कॉर्बन टैक्स है और इसने वर्ष 2050 तक नेट जीरो के लक्ष्य को हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है और इसमें यूके भी है। इसके लिए नीतियां भी लाई जा चुकी हैं। सरकारों ने रोडमैप भी बना दिया है कि वर्ष 2030 तक कितना कॉर्बन घटाने का लक्ष्य है। इसके अलावा कमजोर मांग के माहौल में ब्रिटेन का कारोबार टिकाऊ नहीं रह गया और कंपनी स्टील उत्पादन के लिए यूके में स्क्रैप स्टील की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता का फायदा उठाना चाहती है। Rekha Jhunjhunwala के पोर्टफोलियो में बड़ा बदलाव, एक शेयर ने तो 11 महीने में ही 4 गुना बढ़ाया है पैसा वहीं दूसरी तरफ भारत में नेट जीरो का लक्ष्य वर्ष 2070 तक के लिए तय किया गया है। भारत में कॉर्बन टैक्स भी नहीं है। ऐसे में भारत में रेगुलेटरी फ्रेमवर्क यूके से अलग है और भारत का मार्केट भी बढ़ रहा है तो यहां अधिक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है ताकि मार्केट में दबदबा बढ़ाया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि भारत और ब्रिटेन में स्थितियां अलग-अलग हैं और कंपनी ने कहीं भी यह नहीं कहा है कि ब्लास्ट फर्नेस का निर्माण बंद कर दिया जाएगा।

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Thursday, January 25, 2024

Vedanta Q3 results: कच्चे माल की कीमत बढ़ने से कंपनी के नेट प्रॉफिट में 18% की गिरावट

दिसंबर तिमाही में माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 18 पर्सेंट की गिरावट के साथ 2,013 करोड़ रुपये रहा। फाइनेंस से जुड़े खर्च और कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण नेट प्रॉफिट में गिरावट देखने को मिली। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 2,464 करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कंपनी को 1,783 करोड़ का नुकसान हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में ऑपरेशंस से कंपनी का रेवेन्यू 3.8 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 34,968 करोड़ रुपये हो गया, जबक पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 33,691 करोड़ रुपये। संबंधित अवधि में कंपनी के रेवेन्यू में तिमाही आधार पर 9 पर्सेंट की गिरावट रही। इस दौरान कमोडिटी की कीमतों में तेजी रही और इसकी मुख्य वजह सप्लाई से ज्यादा डिमांड है। ग्लोबल स्तर पर मांग में कमजोरी के कारण वेदांता की सेल्स ग्रोथ सुस्त रही, लेकिन कंपनी घरेलू बाजार में मजबूत मांग के सहारे आगे बढ़ रही है।  नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 25 जनवरी को वेदांता लिमिटेड का शेयर 0.40 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 263.60 रुपये पर बंद हुआ। प्रोडक्शन ग्रोथ कंपनी की तरफ से जारी बिजनेस अपडेट के मुताबिक, संबंधित अवधि में वेदांता के माइनिंग मेटल प्रोडक्शन में सालाना आधार पर 7 पर्सेंट की बढ़ोतरी रही और बिक्री के लायक सिल्वर आउटपुट 22 पर्सेंट तक बढ़ गया। कंपनी का दावा है कि मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में कंपनी ने मेटल और सिल्वर का रिकॉर्ड प्रोडक्शन किया। डेट रीस्ट्रक्चरिंग मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान वेदांता ने 3.2 अरब डॉलर के कर्ज की रीस्ट्रक्चरिंग की और इसे कंपनी के 97 पर्सेंट से ज्यादा बॉन्डधारकों ने मंजूरी दे दी। वेदांता ग्रुप की होल्डिंग कंपनी ने कर्ज की रीफाइनेसिंग के लिए 14 दिसंबर 2023 को प्राइवेट क्रेडिट लेंडर्स से 1.25 अरब डॉलर हासिल किया। कंपनी का कहना है कि इस फंड से उसे लंबी अवधि में पूंजी का टिकाऊ ढांचा तैयार करने में मदद मिलेगी ।

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Budget 2024 : अंतरिम बजट में नहीं होंगे लोकलुभावन ऐलान, इकोनॉमिस्ट्स की राय

Union Budget 2024 : केंद्रीय बजट पेश होने में कुछ दिन बचे हैं। इस बीच, अंतरिम बजट (Interim Budget) को लेकर कई तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं। लेकिन, इकोनॉमिस्ट्स का कहना है कि 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में लोकलुभावन ऐलान होने की उम्मीद नहीं है। सिटी (Citi) में चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट्स समीरन चक्रवर्ती ने कहा कि पिछले ट्रेंड से पता चलता है कि अंतरिम बजट में आम तौर पर नई स्कीम का ऐलान नहीं होता है। सिर्फ 2019 के अंतरिम बजट में पीएम किसान स्कीम का ऐलान हुआ था। अगर सरकार फिस्कल डेफिसिट को घटाने के साथ ही पूंजीगत खर्च पर फोकस बनाए रखना चाहती है तो फिर लोकलुभावन स्कीमों के ऐलान की गुंजाइश नहीं रह जाती। हालांकि, सरकार की तरफ से छोटे ऐलान किए जा सकते हैं। जैसे सरकार पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त बढ़ा सकती है। इसे सालाना 6,000 रुपये से बढ़ाकर 9,000 रुपये किया जा सकता है। ऐसा करने पर जीडीपी का करीब 0.1 फीसदी हिस्सा खर्च होगा। बजट 2024 में फिस्कल डेफिसिट का टारगेट 5.3 फीसदी तय हो सकता है डोएचे बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट कौशिक दास ने कहा कि सरकार की कोशिश फिस्कल डेफिसिट में कमी लाने पर होगी। सरकार फिस्कल डेफिसिट के लिए करीब 5.3 फीसदी टारगेट तय कर सकती है। इस वित्त वर्ष के लिए सरकार ने फिस्कल डेफिसिट का 5.9 फीसदी टारगेट तय किया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस वित्त वर्ष में फिस्कल डेफिसिट टारगेट के अंदर रहने की उम्मीद है। सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 तक फिस्कल डेफिसिट को घटाकर 4.5 फीसदी पर लाने का लक्ष्य तय किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार अगर इस टारगेट को हासिल करना चाहती है तो उसे हर साल फिस्कल डेफिसिट के टारगेट में कमी करनी होगी। यह भी पढ़ें : Union Budget 2024 : अंतरिम बजट में होने वाले ऐलान से क्या इंडस्ट्रियल स्टॉक्स में आएगा उछाल? कैपिटल एक्सपेंडिचर का टारगेट बढ़ने की उम्मीद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष का मानना है कि सरकार अंतरिम बजट में अगले कुछ सालों के लिए अपने प्रमुख प्लान का एक रोडमैप पेश कर सकती है। इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे प्रोग्राम पर फोकस हो सकता है। उन्होंने कैपिटल एक्सपेंडिचर के टारगेट में भी वृद्धि की उम्मीद जताई। सालाना 13-14 फीसदी वृद्धि के साथ यह अगले वित्त वर्ष में जीडीपी के 3.5 फीसदी तक पहुंच सकता है। सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 में कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 7.5 लाख करोड़ रुपये का टारगेट रखा था। वित्त वर्ष 2023-24 में इसे बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया। यह भी पढ़ें : Budget 2024 Expectations LIVE: रेलवे को मिल सकता है बड़ा तोहफा, यहां मिलेगी बड़ी छूट

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Wednesday, January 24, 2024

क्या आपको किसी बैंक या एनबीएफसी के खिलाफ कोई शिकायत है? जानिए कैसे हो सकता है समस्या का समाधान

यदि आप किसी बैंक या दूसरे आरबीआई रेग्युलेटेड संस्थाओं, जैसे गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों, भुगतान प्रणाली प्रतिभागियों (एनईएफटी, आरटीजीएस, यूपीआई आदि के माध्यम से भुगतान की सुविधा देने वाले) या क्रेडिट सूचना कंपनियों द्वारा प्रदान की गई सेवा से असंतुष्ट हैं तो आपके लिए सहायता उपलब्ध है। रेग्युलेटेड इकाइयों (RE) के लिए आरबीआई के आंतरिक लोकपाल गाइडलाइन और इसकी इंटीग्रेटेड लोकपाल योजना के तहत ग्राहकों के लिए एक से ज्यादा स्तरों पर सपोर्ट है। नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं के लिए एकरूपता और सरलता सुनिश्चित करने के लिए तीन आरबीआई लोकपाल योजनाओं को एक में मिलाते हुए एक एकीकृत लोकपाल योजना शुरू की। आरबीआई ने ठीक एक महीने पहले, 29 दिसंबर को रेग्युलेटेड इकाइयों के लिए आंतरिक लोकपाल योजनाओं को एक एकीकृत योजना में अपडेट कर दिया था। प्रत्येक रेग्युलेटेड इकाई द्वारा एक आंतरिक लोकपाल (आईओ) नियुक्त किया जाता है। ये उपभोक्ता के आरबीआई लोकपाल से संपर्क करने से पहले शिकायत के निवारण के पहले स्तर के रूप में कार्य करता है। आरबीआई के ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में आरबीआई लोकपाल को लगभग 3 लाख शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से, बैंकों के ख़िलाफ़ शिकायतें सबसे अधिक थीं। बैंकों के खिलाफ कुल का 88 फीसदी शिकायतें थी। इसके बाद एनबीएफसी के ख़िलाफ़ 11 फीसदी शिकायतें थीं। इन आंकड़ों से ये भी पता चलता है कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए शिकायतों के निपटान की कुल दर 98 फीसदी के करीब रही। कहां से करें शुरू आपको सबसे पहले संबंधित इकाई जैसे, बैंक से संपर्क करना चाहिए। यदि आपकी शिकायत बैंक द्वारा आंशिक/पूर्ण रूप से अस्वीकार कर दी जाती है, तो यह स्वचालित रूप से बैंक के आंतरिक लोकपाल को भेज दी जाती है (तालिका देखें)। कोई ग्राहक किसी आईओ से सीधे शिकायत नहीं कर सकता। इसके अलावा, कुछ प्रकार की शिकायतों को आईओ के दायरे से बाहर रखा गया है (उदाहरण के लिए तालिका देखें)। शिकायतों की मात्रा के आधार पर, एक रेग्यूलेटेड इकाई एक से अधिक आईओ और एक या अधिक डिप्टी आईओ की नियुक्ति भी कर सकती है। आरबीआई ने इनकी नियुक्ति के लिए नियम तय कर दिए हैं। आगे क्या करें? यदि आप आंतरिक लोकपाल (आईओ) के निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं, तो आप आरबीआई लोकपाल (इस उद्देश्य के लिए नियुक्त एक वरिष्ठ आरबीआई अधिकारी) से संपर्क कर सकते हैं। कुछ खास अपवादों को छोड़कर किसी रेग्यूलेटेड इकाई द्वारा सेवा में किसी भी कमी के लिए शिकायत दर्ज की जा सकती है (उदाहरण के लिए तालिका देखें)। ध्यान रखने की बात है कि आप आरबीआई लोकपाल के पास तभी पहुंच सकते हैं जब आपने पहले ही रेग्यूलेटेड इकाई (आरई) को लिखित रूप से शिकायत कर दी हो और आरई ने आपकी शिकायत दर्ज करने के 30 दिनों के भीतर जवाब नहीं दिया है या इसे खारिज कर दिया हो। अगर आप शिकायत के समाधान से पूरी तरह/आंशिक रूप से संतुष्ट नहीं हैं तो भी आरबीआई लोकपाल के पास जाया जा सकता है। आधार कार्ड में कर लें यह छोटा सा काम, फ्रॉड होते ही फौरन पता चलेगा आरबीआई लोकपाल के पास ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए https://cms.rbi.org.in पर जाएं। यहां प्रक्रिया के बारे में विस्तृत निर्देश (वीडियो) उपलब्ध कराए गए हैं। आप अपनी शिकायत निर्धारित प्रारूप में crpc@rbi.org.in पर ईमेल के माध्यम से या भौतिक मोड में भारतीय रिज़र्व बैंक, चौथी मंजिल, सेक्टर 17, चंडीगढ़ - 160017 के 'सेंट्रलाइज्ड रसीट और प्रोसेसिंग सेंटर' को भेज सकते हैं। तालिका 4 दिखाती है कि आरबीआई लोकपाल के पास दायर करने के बाद आपकी शिकायत कैसे आगे बढ़ती है। याद रखें कि आरबीआई लोकपाल के पास शिकायत दर्ज करने के लिए कोई शुल्क या चार्ज नहीं देना पड़ता है। ध्यान रखें कि केवल वे शिकायतें जिनमें नुकसान के लिए मांगा गया मुआवजा 20 लाख रुपये या उससे कम है (विवादित लेनदेन की राशि की कोई सीमा नहीं है) आरबीआई लोकपाल के पास स्वीकार्य हैं। इसके अलावा लोकपाल मानसिक पीड़ा, उत्पीड़न आदि के लिए 1 लाख रुपये तक का मुआवजा भी दे सकता है।

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Tuesday, January 23, 2024

Lok Sabha Election: महाराष्ट्र में 'महा गेम' खेलना चाहती है BJP, लेकिन गठबंधन के साथियों को भी नहीं कर सकती नजरअंदाज

Lok Sabha Elections 2024: राजनीतिक गलियारों में एक बात हमेशा से कही जाती है कि केंद्र की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश (UP) से होकर गुजरता है। इसका मतलब है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Polls) में जिसने उत्तर प्रदेश जीत लिया, उसकी सरकार बनना तय है। हालांकि, इस बार एक और राज्य चर्चाओं में रहने वाला है और वो है महाराष्ट्र (Maharashtra), जहां लोकसभा की 48 सीट हैं। राज्य में इस वक्त भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिवसेना (Shivsena) और NCP की गठबंधन सरकार है, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कर रहे हैं। हिंदी बेल्ट में मजबूत पकड़ बनाने के बाद भारतीय जनता पार्टी को भरोसा है कि उनके पास लोगों का समर्थन है और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने का मौका है। पिछले चुनाव में BJP के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) ने 41 सीटें जीती थीं। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में फूट के बाद, दोनों दलों के शिंदे और अजीत पवार गुट 'महायुति' सरकार में शामिल हो गए। भले ही ये सरकार शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, लेकिन सभी जानते हैं कि आखिरी फैसला बीजेपी का ही होगा। एक तरफ से जहां महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन का दावा है कि सीट शेयरिंग को लेकर उनकी बातचीत अंतिम दौर में चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ 'महायुति' गठबंधन में BJP, शेवसेना और अजित पवार के गुट वाली NCP के बीच ऐसी कोई बैठक फिलहाल नहीं हुई है। क्या है जमीनी हालात? महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव उतना भी आसान नहीं होने वाला है। एक तरफ, BJP सीटों की संख्या में बड़ी हिस्सेदारी चाहती है, जबकि दूसरी तरफ शिंदे के नेतृत्व वाली सेना कम से कम 23-25 ​​सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। क्योंकि ये उनके लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा होगा, तकि शिंदे गुट 'मराठी' लोगों के मन में 'बालासाहेब ठाकरे की शिव सेना' के रूप में अपनी जगह बना पाए। कुछ ऐसी भावना अजित पवार के खेमे वाली NCP की भी है। NCP गुट पिछले साल ही 'महायुति' सरकार में शामिल हुआ था और उसे नौ कैबिनेट बर्थ मिले थे। अब ये गुट भी शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट के प्रति सहानुभूति कम करने के लिए राज्य में ज्यादा सीटें जीतना चाहता है। क्या है BJP का 'महा गेम प्लान'? हालांकि, BJP अपने गठबंधन साथियों की इतनी बड़ी महत्वाकांक्षाओं को पूरा नहीं होने दे सकती। पार्टी के एक सूत्र ने कहा, "BJP ने 45+ का टारगेट रखा है और वो ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "वे पिछले दो सालों से चुनावी रणनीति पर काम कर रहे हैं। उन्होंने 90,000 से ज्यादा बूथ प्रमुख बनाए हैं और पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति की गई है और उन्हें जिम्मेदारियां दी गई हैं।" पार्टी ने कई नए चेहरों को भी चुना है, जिनके बारे में उसका मानना ​​है कि उनमें 'जीतने का दम' है, क्योंकि महाराष्ट्र में 'जीतने की क्षमता' ही एक बड़ा कारण होगा। इसलिए अगर पुराने चेहरों को हटा दिया जाए, तो किसी को हैरानी नहीं होना चाहिए। इसी सूत्र ने ये भी कहा कि पार्टी के भीतर हुई चर्चा के अनुसार, पार्टी पिछले चुनाव की तुलना में अपना सीट कोटा बढ़ा सकती है, क्योंकि उनका मानना ​​​​है कि अब स्थिति BJP के पक्ष में है। कहीं बढ़ी युवा वोटर्स की संख्या, तो कहीं महिलाओं का दबदबा कायम, लोकसभा चुनाव से पहले कई राज्यों की फाइनल वोटर लिस्ट आई मतदाताओं को लुभाने के लिए पिछले दो हफ्तों में PM मोदी राज्य के अलग-अलग हिस्सों में ताबड़तोड़ दौरे भी कर चुके हैं। 10 जनवरी को, उन्होंने नासिक, मुंबई और नवी मुंबई का दौरा किया। कई छोटे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखने के साथ-साथ बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर का उद्घाटन भी किया। कुछ दिनों पहले ही वह सोलापुर आए, जहां उन्होंने केंद्र की किफायती आवास योजना के तहत बने घरों की चाबियां लाभार्थियों को सौंपी। इससे पता चलता है कि महाराष्ट्र बीजेपी के लिए कितना अहम है। ऐसे में बीजेपी अपने गठबंधन सहयोगियों को उनकी इच्छानुसार सीटें नहीं देगी। इसके बजाय, BJP ज्यादा से ज्यादा 30-35 सीटें अपने पास रखेगी और बाद में गठबंधन सहयोगियों से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) और बाकी छोटे दलों को शामिल करके बची हुई सीटें बराबर-बराबर बांटने को कहेगी। NCP के सहारे BJP खेलेगी दांव? 2019 के चुनाव पर एक नजर डाली जाए, तो NCP ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और महज चार सीटों पर 15.66% वोट प्रतिशत के साथ जीत हासिल की। इतने सब के बाद भी अजित पवार को इस गठबंधन में लाया गया। इसके पीछे कारण ये है कि BJP के केंद्रीय नेतृत्व का मानना ​​​​है कि भले ही शिंदे को शिवसेना का चिन्ह और नाम मिल गया हो, लेकिन अब भी वह ग्रामीण इलाकों में उद्धव ठाकरे के प्रति सहानुभूति को कम नहीं कर पाए हैं। ऐसे में NCP की मदद से BJP ग्रामीण इलाकों, खासकर पश्चिमी महाराष्ट्र में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतना चाहती है। इतने सीधे प्लान के बावजूद, सीट-बंटवारे की बातचीत को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है। दिसंबर में अपनी पार्टी के दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान अजीत पवार ने कहा कि उनका गुट 2019 में NCP की जीती गई सभी चार सीटों - सतारा, शिरूर, बारामती और रायगढ़ - से चुनाव लड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि वे कुछ और सीटें मांगेंगे, जहां उनके पास मजबूत उम्मीदवार हों और जीतने की संभावना हो। पार्टी के सूत्रों ने कहा कि NCP कम से कम 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का इरादा रखती है।

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Monday, January 22, 2024

Budget 2024: हो गया राम मंदिर का उद्घाटन, बस 10 दिन! सरकारी कर्माचरियों का बढ़ेगा फिटमेंट फैक्टर, इतनी बढ़ेगी सैलरी

Budget 2024: बजट से सरकारी कर्मचारियों को काफी उम्मीदें हैं। अब जब राम मंदिर का उद्घाटन हो चुका है और अब सबकी नजरें 1 फरवरी 2024 को पेश होने वाले बजट पर है। बजट में सरकार आम लोगों खासकर सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़े ऐलान कर सकती है। सरकारी कर्मचारी लंबे समय से फिटमेंट फैक्टर बढ़ाए जानें की डिमांड कर रहे हैं। इस बार बजट में उन्हें उम्मीद है कि सरकार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ा सकती है। देश में जल्द होने वाले हैं चुनाव देश में इस साल अप्रैल-मई में चुनाव होने वाले हैं। 1 फरवरी को पेश होने वाला बजट चुनावों से पहले पेश होने वाला अंतरिम बजट है। ऐसे में चुनावों से पहले सरकार केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को सैलरी में बंपर बढ़ोतरी कर सकती है। ऐसी उम्मीद है कि बजट 2024 में भी फिटमेंट फैक्टर पर भी फैसला हो सकता है। इस पर कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर इसे बजट के खर्च में शामिल कर लिया जाएगा। केंद्र सरकार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाती है तो केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन अपने आप बढ़ जाएगा। फिटमेंट फैक्टर केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों के लिए बेसिक सैलरी तय करता है। बेसिक सैलरी के आधार पर भत्ते भी तय होते हैं। इतनी बढ़ जाएगी सरकारी कर्मचारियों की सैलरी फिटमेंट फैक्टर को आखिरी बार 2016 में बढ़ाया गया था, जिसमें कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 6,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये किया गया था। फिटमेंट फैक्टर में संभावित बढ़ोतरी से न्यूनतम बेसिक वेतन 26,000 रुपये हो सकता है। अभी न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, जो बढ़कर 26,000 रुपये हो जाएगा। यानी, बेसिक सैलरी में न्यूनतम 8,000 रुपये की बढ़ोतरी हो जाएगी। बढ़ जाएगा महंगाई भत्ता अगर बेसिक पे 18,000 रुपये से बढ़कर 26,000 रुपये हो जाता है तो मंहगाई भत्ता भी बढ़ जाएगा। महंगाई भत्ता (Dearness Allowance - DA) बेसिक वेतन के 46 फीसदी के बराबर है। DA का कैलकुलेशन डीए की दर को बेसिक पे से गुणा करके निकाला जाता है। यानी बेसिक वेतन बढ़ने से महंगाई भत्ता भी अपने आप बढ़ जाएगा। Layoff News: छंटनी के माहौल में भी भारत में रहा सुकून, अब इन नौकरियों पर मंडराया सबसे अधिक खतरा

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Sunday, January 21, 2024

Larsen & Toubro ने किया है अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण, कंपनी ने दी जानकारी

Larsen & Toubro : इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया है। इसके साथ ही कंपनी ने इसका निर्माण भी किया है। L&T ने आज रविवार को यह जानकारी दी। राम मंदिर का उद्घाटन कल यानी सोमवार को होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस अनुष्ठान में शामिल होंगे। इसके एक दिन बाद मंदिर को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। आर्किटेक्चर के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि : L&T कंस्ट्रक्शन फर्म ने बयान में कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आदेशानुसार लार्सन एंड टुब्रो ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर का डिजाइन और निर्माण कार्य सफलतापूर्वक किया। मंदिर आर्किटेक्चर के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है। यह मंदिर 70 एकड़ के परिसर में फैला है। इसका डिजाइन वास्तुकला की प्राचीन नागर शैली से प्रेरित है। राम मंदिर से जुड़ी डिटेल अयोध्या का यह राम मंदिर तीन मंजिला मंदिर होगा। इसमें मुख्य शिखर के साथ पांच मंडप- नृत्य मंडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप, कीर्तन मंडप और प्रार्थना मंडप शामिल होंगे। मंदिर की ऊंचाई 161.75 फुट, लंबाई 380 फुट और चौड़ाई 249.5 फुट है। L&T के चेयरमैन का बयान L&T के चेयरमैन और MD एस एन सुब्रमण्यन ने कहा, "श्री राम जन्मभूमि मंदिर के डिजाइन और निर्माण का अवसर देने के लिए हम सरकार का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।" एलएंडटी भारत की 23 अरब डॉलर की मल्टीनेशनल कंपनी है। यह इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) प्रोजेक्ट्स, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज में लगी हुई है। इसका कारोबार दुनिया के 50 से अधिक देशों में फैला है।

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Reliance Industries का न्यू एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स इसी साल होगा शुरू, जानिए डिटेल

उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) इस साल की दूसरी छमाही में न्यू एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स शुरू करेगी। कंपनी ने तिमाही नतीजों की घोषणा के दौरान इनवेस्टर कॉल में यह जानकारी दी। रिलायंस गुजरात के जामनगर में 5,000 एकड़ क्षेत्र में गीगा कॉम्प्लेक्स बना रही है। इसमें फोटोवोल्टिक पैनल, फ्यूल सेल सिस्टम, ग्रीन हाइड्रोजन, एनर्जी स्टोरेज और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए पांच गीगा फैक्ट्री शामिल हैं। Reliance Industries का बयान Reliance Industries ने तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा करते हुए कहा, “हम इस साल कई फेज में न्यू एनर्जी फैसिलिटी शुरू करने की राह पर है।” शुक्रवार को तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद अंबानी ने कहा, “न्यू एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स 2024 की दूसरी छमाही में चालू होने के लिए तैयार है। मुझे विश्वास है कि रिलायंस का न्यू एनर्जी बिजनेस क्लीन फ्यूल के एडॉप्शन के वैश्विक क्रांति में अहम भूमिका निभाएगा।” धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स दुनिया की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड रिन्यूएबल एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में से एक होगी। रिलायंस का गुजरात सरकार के साथ समझौता रिलायंस ने पांच लाख करोड़ रुपये के कैपिटल एक्सपेंडिचर के साथ 100 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी स्थापित करने के लिए गुजरात सरकार के साथ एक समझौता किया हैं। कंपनी को ग्रीन हाइड्रोजन के लिए कच्छ में 74,750 हेक्टेयर (हेक्टेयर) जमीन के टुकड़े के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने न्यू एनर्जी वैल्यू चेन में मजबूत एक्सपर्टाइज वाले 10 ग्लोबल टेक इनोवेटर्स में रणनीतिक रूप से निवेश किया है। (डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 ग्रुप का हिस्सा है। नेटवर्क18 का नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)

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Saturday, January 20, 2024

Ram Mandir Ayodhya: अमेरिका में भी राम मंदिर को लेकर भारी उत्साह, जश्न मानने की तैयारी में जुटे सैकड़ों मंदिर

Ram Mandir Ayodhya: भगवान श्रीराम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा को अब सिर्फ दो दिन रह गए हैं। अयोध्या मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा। ऐसे में न केवल भारत, बल्कि दुनियाभर के राम भक्त बेहद उत्साहित हैं। राम मंदिर उद्घाटन समारोह को लेकर अमेरिका में भी भारी उत्साह है। अमेरिका में स्थित सैकड़ों की संख्या में मंदिर अगले सप्ताह अयोध्या के राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। हजारों की संख्या में भारतीय अमेरिकियों के इस सप्ताह से शुरू होने वाले कई कार्यक्रमों में भाग लेने की संभावना है। अमेरिका के हिंदू विश्वविद्यालय के अध्यक्ष कल्याण विश्वनाथन ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ''अयोध्या विनाश और उपेक्षा से पुन: उभर रही है, जो सनातन धर्म की शाश्वत प्रकृति का प्रतीक है। 550 वर्षों के बाद राम लला मंदिर में होने वाला प्राण प्रतिष्ठा समारोह शहर और दुनियाभर के लगभग एक अरब हिंदुओं के लिए खुशियां लेकर आ रहा है।'' टेक्सास में 'श्री सीता राम फाउंडेशन' के कपिल शर्मा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि 500 वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या धाम में भगवान राम के मंदिर का निर्माण दुनिया भर के हिंदुओं के लिए आस्था और उत्सव का एक महत्वपूर्ण दिन है। श्री सीता राम फाउंडेशन ने ह्यूस्टन में अपने मंदिर में श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया है। उन्होंने कहा कि उत्सव की शुरुआत सुंदरकांड से होगी, जिसके बाद नृत्य, गायन और संगीत के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके बाद हवन और भगवान राम का पट्टाभिषेक होगा, जिसका समापन भगवान राम की शोभा यात्रा और प्रसाद डिटेल्स के साथ होगा। शर्मा ने कहा, ''अयोध्या धाम से मंगाए गए प्रसाद और धूल को वितरित करना भी हमारे लिए सम्मान की बात है, जिसे विशेष रूप से हमारे कार्यक्रम के लिए यहां लाया जा रहा है।'' मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर शनिवार को वाशिंगटन के एक उपनगर में राम मंदिर उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं। कुछ पाकिस्तानी अमेरिकी भी ग्रेटर वाशिंगटन क्षेत्र में होने वाले उत्सव में शामिल होंगे। ये भी पढ़ें- Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा से पहले राममय हुई अयोध्या! अहमदाबाद से नंगे पैर साइकिल चलाकर रामनगरी पहुंचा ये शख्स मैसूर के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की रामलला की मूर्ति को राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रखा गया है, जिसे बुधवार रात एक ट्रक पर लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। राम मंदिर 23 जनवरी को जनता के लिए खुलने की उम्मीद है।

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Gainers and Losers: 20 जनवरी को इन 10 शेयरों में दिखा सबसे ज्यादा मूवमेंट

Gainers and Losers:कारोबारी हफ्ते के आखिरी सत्र में बाजार में सीमित दायरे में कारोबार करता नजर आया और अंत में निफ्टी- सेंसेक्स गिरावट पर बंद हुए। मिडकैप, स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी रही। वहीं निफ्टी बैंक, PSU बैंक, PSE शेयरों में खरीदारी जबकि FMCG, IT, फार्मा शेयरों में दबाव देखने को मिला। रियल्टी, ऑटो इंडेक्स गिरावट पर बंद हुए। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 259.58 अंक यानी 0.36 फीसदी की गिरावट के साथ 71,423.65 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 37.65 अंक यानी 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 21571.80 के स्तर पर बंद हुआ। आज इन 10 शेयरों में रहा सबसे ज्यादा एक्शन IREDA | CMP Rs 148.85 |आज यह शेयर 10 फीसदी की बढ़त के साथ अपरसर्किट पर बंद हुआ। कंपनी का मुनाफा 201 करोड़ रुपये से बढ़कर `336 करोड़ रुपये पर रहा है जबकि आय 869 करोड़ रुपये से बढ़कर `1253 करोड़ रुपये पर रही है। ग्रॉस NPA 4.24% से घटकर 2.90% पर रहा। नेट NPA 2.03% से घटकर 1.52% पर रहा। Tejas Networks | CMP Rs 812.8 | आज यह शेयर 5.69 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। ब्रॉडबैंड, ऑप्टिकल और वायरलेस नेटवर्किंग कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में 44.9 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड शुद्ध घाटा दर्ज किया है। यह एक साल पहले की अवधि में 15.2 करोड़ रुपये था। दिसंबर 2023 तिमाही में ऑपरेशंस से रेवेन्यू 104 प्रतिशत बढ़कर 560 करोड़ रुपये हो गया। PVR Inox | CMP Rs 1,522.35 | मजबूत वॉल्यूम के साथ आज स्टॉक 1.32 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। दरअसल, Elara Securities ने स्टॉक पर खरीद की राय दी है और स्टॉक के लिए 1900 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि स्टॉक का रिस्क रिवॉर्ड बेहतर लग रहा है। NHPC | CMP Rs 80.5 | आज यह शेयर 9.45 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। कंपनी द्वारा ऑफर फॉर सेल को सफलतापूर्वक बंद करने के एक बाद शेयर में तेजी देखने को मिली। बता दें कि OFS के जरिए सरकार की 3.5% हिस्सेदारी बेचने की योजना है। 66 रुपये/शेयर के भाव पर 3.5% हिस्सेदारी बेचने की योजना है। RITES | CMP Rs 629 | आज यह शेयर 13.65 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। दरअसल, कंपनी ने आईआईटी-भुवनेश्वर से 414 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट हासिल किया है। Kotak Mahindra Bank | CMP Rs 1,806.8 |आज यह शेयर 2.41 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। कोटक महिंद्रा बैंक का मुनाफा 3,005 करोड़ रुपये पर रहा जबकि NII `5,652.9 करोड़ रुपये से बढ़कर `6,554 करोड़ रुपये पर रही है। बैंक की एसेट क्वालिटी में तिमाही के दौरान सुधार देखने को मिला है और एनपीए घटे हैं। Ircon International | CMP Rs 267.1 |1 फरवरी को अंतरिम बजट से पहले आज स्टॉक 17.25 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। बाजार जानकारों को बजट में रेल क्षेत्र के लिए उच्च आवंटन की उम्मीद है। Paytm | CMP Rs 782.5 | आज यह शेयर 1.15 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ।वित्त वर्ष 2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (Q3FY24) में कंपनी ने पिछले साल की तुलना में 38 प्रतिशत ज्यादा रेवेन्यू हासिल किया है। तेज ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू ग्रोथ, डिवाइसेज के एडिशन में उच्च वृद्धि और फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस की ग्रोथ के कारण कंपनी का रेवेन्यू बढ़ा। RBL Bank | CMP Rs 268.7 | आज यह शेयर 1.3 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। दरअसल, Q3 में कंपनी ने अनुमान से कमजोर नतीजे पेश किये। Q3 में मुनाफा 209 करोड़ रुपये से बढ़कर 233 करोड़ रुपये रहा। Q3 में NII 1,148.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,546 करोड़ रुपये रही HFCL | CMP Rs 99.7| आज यह शेयर 12.59 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। कंपनी ने कहा कि उसे 5G उपकरण की आपूर्ति के लिए 623 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है।

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Friday, January 19, 2024

Ram Mandir: कर लीजिए रामलला के दर्शन, बच्चे की मुस्कुराहट और मासूमियत से भरी है भगवान राम की ये मूर्ति

Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या मंदिर में रखी गई भगवान राम की मूर्ति (Ram Idol) का सोमवार को अभिषेक समारोह से कुछ दिन पहले आज अनावरण किया गया। मूर्ति में भगवान राम को पांच साल के बच्चे के रूप में सुनहरे धनुष और तीर के साथ खड़ी मुद्रा में दिखाया गया है। मैसूर के कलाकार अरुण योगीराज (Arun Yogiraj) की बनाई गई 51 इंच की राम लल्ला की मूर्ति काले पत्थर से बनी है। प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी में, मंदिर के अधिकारियों ने दो दिनों में पूरी मूर्ति का अनावरण किया। गुरुवार को गर्भगृह के अंदर मूर्ति रखे जाने की तस्वीरें जारी की गईं, लेकिन वह कपड़े से ढकी हुई थी। आज सुबह एक और तस्वीर सामने आई, जिसमें सिर्फ मूर्ति की आंखें ढकी हुई थीं। हालांकि, दोपहर में संपूर्ण स्वरूप का अनावरण किया गया, जिसमें देवता के चेहरे के साथ-साथ स्वर्ण धनुष और तीर भी दिखाया गया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य आचार्य अरुण दीक्षित ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि भगवान राम की प्रतिमा को अपराह्न में वैदिक मंत्रोचार के बीच गर्भगृह में रखा गया। उन्होंने कहा कि ‘प्रधान संकल्प’ ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा की तरफ से किया गया। प्राण प्रतिष्ठा की भावना दीक्षित ने बताया कि "प्रधान संकल्प' की भावना यह है कि भगवान राम की 'प्रतिष्ठा' सभी के कल्याण के लिए, राष्ट्र के कल्याण के लिए, मानवता के कल्याण के लिए और उन लोगों के लिए भी की जा रही है, जिन्होंने इस कार्य में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दूसरे अनुष्ठान भी किए गए और ब्राह्मणों को वस्त्र भी दिए गए। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर अपनी एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी। पोस्ट में कहा गया, "अयोध्या में जन्मभूमि स्थित राम- मंदिर में आज दिन में 12:30 बजे के बाद राममूर्ति का प्रवेश हुआ। दोपहर 1:20 बजे यजमान द्वारा प्रधानसंकल्प होने पर वेदमन्त्रों की ध्वनि से वातावरण मंगलमय हुआ। मूर्ति के जलाधिवास तक के कार्य बृहस्पतिवार को संपन्न हुए।" ट्रस्ट ने पोस्ट में लिखा, "दिनांक 19 जनवरी शुक्रवार को प्रातः नौ बजे अरणिमन्थन से अग्नि प्रकट होगी। उसके पूर्व गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुण्डपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा।" प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी 22 जनवरी को मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल होंगे, जिसके अगले दिन मंदिर जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान पहले ही शुरू हो चुके हैं। Ram Mandir Ayodhya: कारसेवा, बाबरी विध्वंस और अदालत... अपनी तरह का सबसे लंबा चलने वाला था राम मंदिर संघर्ष ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा और 22 जनवरी को दोपहर 1 बजे तक पूरा होने की उम्मीद है। मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह से पहले अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को कहा कि रामलला भव्य मंदिर में पधार चुके हैं और 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरा देश प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। पाठक ने कहा, ''रामलला मंदिर में पधार चुके हैं। पूरा देश मंदिर समारोह के लिए प्रधानमंत्री का इंतजार कर रहा है। अयोध्या में चिकित्सा सुविधाओं, दवाओं सहित पूरी व्यवस्था की गई है।'' उन्होंने कहा कि इस मौके को लेकर लोगों में बहुत खुशी का माहौल है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। अरबपति मुकेश अंबानी, बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार का नाम 8,000 लोगों की गेस्ट लिस्ट में शामिल हैं।

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Thursday, January 18, 2024

Nazara Tech ने जुटाये 750 करोड़ रुपये, जानें इन पैसों को लेकर क्या है कंपनी का प्लान

Nazara Technologies Share Price : नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technologies) ने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए कुल 750 करोड़ रुपये जुटाये हैं। कंपनी ने 250 करोड़ रुपये कंपनी ने 872.15 रुपये/शेयर के भाव पर जुटाए हैं। इससे पहले कंपनी ने 500 करोड़ प्रेफरेंशियल इश्यू से जुटाए थे। इसमें कामत ब्रदर्स, Plutus Wealth औरSBI MF ने हिस्सा खरीदा है। प्रेफरेंशियल इश्यू से जुटाई रकम का कहां होगा इस्तेमाल इस बारे में आज हमारे सहयोगी चैनल के कॉरपोरेट स्कैन में बात करते हुए नजारा टेक के MD & CEO नितीश मित्रसेन ने कहा कि एक कंपनी के रूप में हम मेक इन इंडिया के तहत भारतीय डेवलपर्स पर फोकस कर रहे हैं। अप्रैल-जून तिमाही में 1-2 डील का करेंगे ऐलान कंपनी के ग्रोथ प्लान के बारे में बताते हुए नितीश मित्रसेन ने कहा कि हमने पिछले साल जो गेम स्टूडियो खरीदे थे उसमें निवेश करने वाले हैं। इसके साथ ही आगे कंपनी e-स्पोर्ट्स पर फोकस करेगी। इसके लिए कंपनी गेम डिस्कवरी प्लेटफॉर्म लॉन्च करेगी। उन्होंने कहा कि ऐड टेक में हमारा निवेश करने का प्लान है। आगे बिजनेस ग्रोथ के लिहाज से कंपनी अप्रैल-जून तिमाही में 1-2 डील का ऐलान करेगी। डीलर्स ने बाजार में गिरावट के बीच इन दो स्टॉक्स में कराई बंपर बाईंग, शॉर्ट टर्म में होगा जोरदार मुनाफा खबरों में नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technologies) नजारा टेक्नोलॉजीज का शेयर इस समय फोकस में है। इसकी वजह ये है कि प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए कंपनी ने कुल 750 करोड़ रुपये जुटाये हैं। कल 250 करोड़ रुपये कंपनी ने 872.15 रुपये/शेयर के भाव पर जुटाए हैं। इसमें कामत ब्रदर्स, Plutus Wealth ने हिस्सा खरीदा है। इससे पहले कंपनी ने 500 करोड़ प्रेफरेंशियल इश्यू से जुटाए थे। उस समय SBI MF और कामत ब्रदर्स ने हिस्सा खरीदा था। इस डील के बाद कामत ब्रदर्स की हिस्सेदारी कंपनी में 3.93% हो जायेगी। कंपनी में Plutus Wealth मैनेजमेंट का हिस्सा 6.65% होगा। अक्टूबर में प्रोमोटर की होल्डिंग घटकर 17.16% रही। प्रोमोटर होल्डिंग 19.01% से घटकर 17.16% पर आ गई है। Kolfuenc में 10.7% हिस्सा खरीदा इसके अलावा कंपनी ने Kolfuenc में 10.7% हिस्सा खरीदा है। शेयर स्वैप के जरिए Kolfuenc में 32.4 करोड़ रुपये का निवेश किया है। Kofluence सोशल मीडिया इंफ्यूएंसर प्लेटफॉर्म है। कंपनी के 6 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड क्रिएटर्स हैं। FY23 में Kofluence की आय 24.3 करोड़ रुपये रही। अगले क्वार्टर तक कंपनी E-SPORTS की डील फाइनल करेंगे। डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)      

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Ayodhya Ram Mandir: राम नगरी अयोध्या का हो रहा आर्थिक विकास, कोचिंग सेंटर के केंद्र से लेकर संपन्न शहर तक का सफर

Ayodhya Ram Mandir: अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के लिए जाना जाने वाला शहर, अयोध्या (Ayodhya) में हाल ही में एक शानदार आर्थिक बदलाव आया है। अयोध्या ने कोचिंग सेंटरों के केंद्र के रूप में अपनी प्रमुख पहचान अब पीछे छोड़ दी है। इस कायापलट का एक बड़ा कारण भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण है, जिसने न केवल आध्यात्मिक अहमियत को फिर से जिंदा कर दिया है, बल्कि आर्थिक विकास की लहर भी शुरू की है, जिससे अयोध्या एक संपन्न शहर में बदल गया है। पिछले चार सालों में, अयोध्या में रियल एस्टेट अर्थव्यवस्था ने जमीन की कीमतों में दस गुना उछाल ला दिया है, जो एक जबरदस्त पुनरुद्धार का संकेत है। उनका बदलाव केवल आर्थिक ही नहीं बल्कि प्रतीकात्मक भी है, क्योंकि अयोध्या अभिशप्त मानी जाने वाली धारणा से हटकर आस्था और आर्थिक समृद्धि के संगम का प्रतीक बन गई है। साकेत डिग्री कॉलेज, अयोध्या के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. परेश पांडे, शहर के हालिया अतीत को दर्शाते हुए कहते हैं, "तीन से चार साल पहले, अयोध्या, जिसे तब फैजाबाद के नाम से जाना जाता था, मुख्य रूप से कोचिंग संस्थानों के केंद्र के रूप में पहचाना जाता था। इस क्षेत्र में 86.52 प्रतिशत की उच्च साक्षरता दर है, जो छात्रों को JEE या NEET की तैयारी के लिए यहां आने के लिए प्रेरित करती है।" हालांकि, कोचिंग संस्थान ज्यादातर बाहरी लोग चलाते, जिससे स्थानीय समुदाय को कम ही लाभ होता था। डॉ. पांडे एक महत्वपूर्ण बदलाव का जिक्र करते हुए कहते हैं, "राम मंदिर के निर्माण ने नए अवसर खोले हैं, जिससे उन युवाओं की वापसी हुई है, जो बेहतर संभावनाओं के लिए पलायन कर गए थे। कई लोग अब आंत्रप्रेन्योर के उपक्रमों में लगे हुए हैं, जैसे कि होमस्टे बनाने या पेइंग गेस्ट के आधार पर कमरे उपलब्ध कराना।" अयोध्या के लिए सरकार की महत्वाकांक्षी पुनर्विकास योजना में चार सालों में लगभग 31,000 करोड़ रुपए का निवेश शामिल है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में, शहर में लगभग 6000 लैंड डील हुई, और 2022-2023 में ये संख्या बढ़कर 27,000 होने की उम्मीद है। केवल एक साल के भीतर पर्यटकों की आमद 2.25 लाख से बढ़कर आश्चर्यजनक रूप से 2.25 करोड़ हो गई है। लखनऊ यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ. यशबीर त्यागी, बढ़ती संख्या और क्षेत्रीय समृद्धि के बीच संबंध पर जोर देते हैं। उनका अनुमान है, "इस क्षेत्र में जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी निश्चित है, कई किसान अपनी जमीन बेचने के लिए प्रलोभित होंगे, जो काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बाद वाराणसी में देखे गए बदलावों की याद दिलाता है।" प्रॉपर्टी डीलर बृजेंद्र दुबे उभरते रियल एस्टेट पर इनसाइट देते हैं। जमीन की कीमतें, चार साल पहले 1,000 रुपए प्रति वर्ग फुट, अब 4,000 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या भेजी गई साइबर एक्सपर्ट की टीम, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ऑनलाइन कंटेंट पर रखी जाएगी पैनी नजर जमीन की मांग बढ़ गई है, एक हजार से ज्यादा व्यक्ति सक्रिय रूप से खरीद और बिक्री में लगे हुए हैं, जबकि पहले इस व्यापार में केवल 10-20 व्यक्ति शामिल थे। शहर के भीतर रामपथ भूमि की कीमतें केवल दो सालों में 1,000 रुपए से बढ़कर 6,000 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। हालांकि, इस तेज विकास के सामने भी चुनौतियां कई हैं। सरकार का सर्कल रेट बाजार रेट से काफी कम है, जिससे डेली रजिस्ट्रियां बड़ी संख्या में होती हैं। सर्कल रेट बढ़ाने के प्रयासों को विरोध का सामना करना पड़ा है, खासतौर से ज्यादा मुआवजा भुगतान के बारे में सरकार की चिंताओं के कारण। वित्तीय वर्ष 2023-24 में इन जटिलताओं के कारण रेवेन्यू टारगेट से 74.71 प्रतिशत कम हो गया। राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से हाल ही में किए गए अधिग्रहण, जैसे बैकुंठ धाम के पास 14,730 वर्ग मीटर भूमि से सरकार को 55 करोड़ 47 लाख 800 रुपए का पर्याप्त राजस्व मिला। इसके अतिरिक्त, आवास विकास प्राधिकरण ने एक टाउनशिप के विकास के लिए 1,194 एकड़ जमीन खरीदी। वाराणसी के डीएवी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अनूप कुमार मिश्रा ने एक अध्ययन किया है, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि अयोध्या में अगले तीन सालों में एक लाख विजिटर्स की दैनिक उपस्थिति के साथ 6 लाख करोड़ रुपए की कमाई होने की संभावना है। प्रोफेसर मिश्रा भारत सरकार की "वोकल फॉर लोकल" पहल के साथ तालमेल बिठाते हुए कहते हैं, "प्रत्याशित निवेश से स्थानीय रोजगार के अवसरों में अच्छी खासी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।" अयोध्या के एक व्यापारी दिलीप केसरवानी इस परिवर्तनकारी बदलाव की पुष्टि करते हुए कहते हैं, "राम मंदिर के निर्माण से पहले, अयोध्या में व्यापारियों का नजरिया पारंपरिक था, लेकिन परिदृश्य में बदलाव के साथ, व्यापारी नए मौके की तलाश में हैं। भोजनालय राम पथ और धर्म पथ में आ रहे हैं। यहां तक ​​कि लता मंगेशकर चौक भी यादगार वस्तुएं बेचने वाली विचित्र दिखने वाली दुकानों से भरा हुआ है।" केसरवानी व्यवसायों के विविधीकरण और नए रास्तों के उद्भव पर जोर देते हैं, जो अयोध्या के आर्थिक परिदृश्य में गतिशील परिवर्तन को दर्शाता है। प्रोफेसर मिश्रा ने केसरवानी की बातों को दोहराते हुए इस बात पर जोर दिया कि निवेश के मध्यम फ्लो के साथ भी, अयोध्या और इसके आसपास के इलाकों में अगले तीन सालों में प्रभावशाली पांच से दस लाख व्यक्तियों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा हो सकता है। इसके अलावा, विदेशी पर्यटकों की प्रत्याशित आमद से अतिरिक्त विदेशी मुद्रा पैदा होने की उम्मीद है, जो भारत को एक विशिष्ट सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था मॉडल में अग्रणी के रूप में स्थापित करेगी, जो परंपरा और आर्थिक समृद्धि का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है। जैसे-जैसे अयोध्या आर्थिक वृद्धि और विकास के इस पथ पर आगे बढ़ रही है, यह सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्थलों की परिवर्तनकारी शक्ति के प्रमाण के रूप में खड़ा है, जो एक ऐतिहासिक शहर को एक जीवंत आर्थिक केंद्र में बदल देता है। अयोध्या में परंपरा और प्रगति का संगम पूरे देश में सतत आर्थिक विकास के समान मॉडल के लिए प्रेरणा और आगे के रास्ते खोलने के लिए तैयार है।

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Wednesday, January 17, 2024

LTIMINDTREE Q3 Result: कंसोलिडेटेड मुनाफा 1,168.9 करोड़, आय बढ़कर हुई 9,016.6 करोड़ रुपये

LTIMINDTREE Q3 Result: इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर (IT SECTOR) की दिग्गज कंपनियों में शुमार होने वाली एलटीआईमाइंडट्री (LTIMINDTREE) आज यानी कि 17 जनवरी वित्त वर्ष 2023-24 की दिसंबर तिमारी के अपने नतीजों का ऐलान कर दिया। कंपनी को तीसरी तिमाही में 1,168.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। जबकि इसी अवधि के दौरान कंपनी की आय 9,016.6 करोड़ रुपये रही। हालांकि इस बार कंपनी का मुनाफा और आय दोनों अनुमान से कम रहा। वहीं आज बाजार में सेंसेक्स, निफ्टी और बैंक निफ्टी में जोरदार गिरावट देखने को मिली। IT सेक्टर को छोड़कर BSE के सभी सेक्टर इंडेक्स में बिकवाली हावी रही। LTIMINDTREE का तीसरी तिमाही में कंसोलिडेटेड मुनाफा 1,168.9 करोड़ रुपये रहा जबकि इसके 1170 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। हालांकि पिछली तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 1,162 करोड़ रुपये रहा था जिसमें इस तिमाही में वृद्धि देखने को मिली है। Dealing Room Check: इन दो शेयरों में आज डीलर्स ने कराई सबसे ज्यादा बिकवाली तीसरी तिमाही में LTIMINDTREE की कंसोलिडेटेड आय 9,016.6 करोड़ रुपये रही जबकि इसके 9,020 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। हालांकि पिछली तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड आय 8,905.4 करोड़ रुपये रही थी जिसमें इस तिमाही में वृद्धि देखने को मिली है। EBIT और मार्जिन में रही कमजोरी LTIMINDREE का तीसरी तिमाही में EBIT 1,385.9 करोड़ रुपये रहा जबकि इसके 1,418 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। हालांकि पिछली तिमाही में कंपनी का EBIT 1,423.1 करोड़ रुपये रहा था जिसमें इस तिमाही में गिरावट देखने को मिली है। तीसरी तिमाही में LTIMINDREE की EBIT मार्जिन 15.4% रही जबकि इसके 15.7% रहने का अनुमान था। हालांकि पिछली तिमाही में कंपनी की EBIT मार्जिन 16% रही थी जिसमें इस तिमाही में गिरावट देखने को मिली है। डॉलर आय में हुआ इजाफा LTIMINDREE की तीसरी तिमाही में डॉलर आय 108.3 करोड़ डॉलर रही जबकि इसके 108.4 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान था। हालांकि पिछली तिमाही में कंपनी की डॉलर आय 107.5 करोड़ डॉलर रही थी जिसमें इस तिमाही में वृद्धि देखने को मिली है। डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)      

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Tuesday, January 16, 2024

Gainers and Losers: 16 जनवरी को इन 10 शेयरों में दिखा सबसे ज्यादा मूवमेंट

Gainers and Losers: फिन निफ्टी एक्सपायरी के दिन बाजार में उठा-पटक देखने को मिली और अंत में सेंसेक्स, निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए। रियल्टी, IT, फार्मा शेयरों में गिरावट के साथ बंद हुआ। एनर्जी, इंफ्रा, ऑटो शेयरों पर दबाव देखने को मिला। मेटल, सरकारी बैंक से जुड़े शेयरों में खरीदारी रही। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 199.17 अंक यानी 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 73,128.77 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 65.95 अंक यानी 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 22031.50 के स्तर पर बंद हुआ। ITI | CMP Rs 371 | आज यह शेयर 17.67 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। बीएसई और एनएसई पर संयुक्त रूप से कुल दो करोड़ शेयरों में खरीद-फरोख्त हुई। ये वॉल्यूम क्रमशः एक सप्ताह और एक महीने के रोजाना कारोबार के औसत 30 लाख और 39 लाख शेयर से कहीं ज्यादा है। Polycab | CMP Rs 4345 |आज यह शेयर 3.5 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। गोल्डमैन सैक्स ने स्टॉक पर "buy" ऱेटिंग की राय दी है और स्टॉक पर 5750 रुपये का टारगेट दिया है, जो स्टॉक में मौजूदा स्तर से 33 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि वह आरोपों पर कोई विचार नहीं करता है और हालिया सुधार के बाद स्टॉक आकर्षक मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है। PNB Housing | CMP Rs 847 |आज यह शेयर 6.25 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। मोतीलाल ओसवाल ने कंपनी को एनबीएफसी और हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर में अपनी टॉप पिक्स के तौर पर चुना है। मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर खरीद की राय दी है और स्टॉक के लिए 1025 रुपये का लक्ष्य दिया है। Syngene International | CMP Rs 715 | आज यह शेयर 2.6 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। UBS ने स्टॉक पर खरीद की राय को घटाकर बिकवाली की राय दी है और स्टॉक के लिए 700 रुपये का लक्ष्य दिया है। ब्रोकरेज ने कहा कि "कठिन मैक्रोइकॉनॉमी, बड़ी, वैश्विक फार्मा कंपनियों के लिए तंग बजट और बायोटेक के लिए VC फंडिंग में कमी" के कारण कंपनी का आउटलुक कमजोर है। Capri Global | CMP Rs 958 | आज यह शेयर 17.81 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। कंपनी ने घोषणा की कि उसे लाइफ, जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस प्रोडेक्ट के लिए लाइसेस मिला है। Usha Martin | CMP Rs 316.15 | आज यह शेयर 2.71 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। कंपनी ने घोषणा की कि उसकी थाईलैंड स्थित सहायक कंपनी उषा सियाम स्टील इंडस्ट्रीज पब्लिक कंपनी लिमिटेड (यूएसएसआईपीसीएल) ने टेसैक उषा वायररोप कंपनी लिमिटेड (टीयूडब्ल्यूसीएल) में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौता किया है। Angel One | CMP Rs 3,348.8 | तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 14 फीसदी बढ़कर 260.3 करोड़ रुपये रहा। हालांकि मार्जिन में 37.6 फीसदी की गिरावट के चलते आज स्टॉक 13.59 गिरकर बंद हुआ। Patanjali Foods | CMP Rs 1601 | कंपनी Q3 बिजनेस अपडेट जारी किया है, जिसके मुताबिक Q3 में एडिबल ऑयल की कीमतें स्थिर रही है। FY24 की पहले छमाही में कीमतें कम हुई। जिसके चलते आज यह शेयर 2.14 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। Eicher Motors | CMP Rs 3,795 | आज यह शेयर 0.97 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। मॉर्गन स्टैनली ने स्टॉक की रेटिंग underweight से घटाकर equal-weight कर दी है और स्टॉक का टारगेट प्राइस भी घटा दिया है।

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Monday, January 15, 2024

Expired Medicine: एक्सपायर्ड दवाइयों को ऐसे करें इस्तेमाल, घर की हो जाएगी सफाई, बच जाएंगे हजारों रुपये

Expired Medicine: आमतौर पर घरों में बहुत से लोग दवाइयों का पूरा बॉक्स रखते हैं। कभी हल्की फुल्की चोट या सिर दर्द, बदन दर्द के लिए दवाइयां रखते हैं। बुखार की दवा आपको सभी के घरों में आसानी से मिल जाएगी। इमरजेंसी में ये दवाएं बहुत काम आती हैं, लेकिन कई बार लंबे समय तक रखी दवाएं एक्सपायर हो जाती हैं। ऐसे में घरों में दवाइयां इकट्ठी हो जाती हैं। ज्यादातर लोग इन दवाइयों के एक्सपायर्ड होने के बाद कचरे में फेंक देते हैं। लेकिन ये दवाएं एक्सपायर होने के बाद कई जरूरी कामों में इस्तेमाल की जा सकती हैं। एक्सपायर दवाओं को फेंकने की बजाय आप इन्हें किचन क्लीनिंग में इस्तेमाल कर सकते हैं। गार्डनिंग से लेकर क्लिनींग में ये दवाएं बड़े काम आ सकती हैं। जानिए एक्सपायर्ड दवाओं का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं? एक्सपायर्ड दवाइयों से किचन सिंक का ब्लॉकेज करें ठीक किचन सिंक में अक्सर कचरा, चाय पत्ती या सब्जियों के छिलके जाने से सिंक ब्लॉक हो जाते हैं। ऐसे में इसे साफ करने के लिए प्लंबर को बुलाना पड़ता है। लेकिन अगर आपके पास एक्सपायर्ड दवाइयां पड़ी हैं, तो इसे गर्म पानी में घोल लें। रात में सोने से पहले इसे सिंक में डाल दें। ऐसा करने से सिंक के रास्ते में आने वाले कीड़े मकोड़े मर जाएंगे और कचरा भी अपने आप नीचे चला जाएगा। इससे किचन का सिंक पूरी तरह से साफ हो जाएगा। बाथरूम की नाली से नहीं आएंगे कीड़े बाथरूम की नालियों से भी कीड़े आने लगते हैं। इन कीड़ों को भगाने के लिए एक्सपायर्ड दवाएं बड़ा काम आ सकती हैं। बाथरूम की नाली में सोने से पहले दवाओं वाला पानी डाल दें। इसके लिए एक मग पानी में कुछ एक्सपायर्ड दवाएं डाल दें। फिर इस पानी को नाली में डालकर बाथरूम बंद कर दें। इससे बाथरूम की नाली में पड़े कीड़े मर जाएंगे और नाली भी साफ हो जाएगी। डेढ़ लाख की ये टॉयलेट सीट है हाइटेक,  मोशन सेंसर से लेकर इसमें मौजूद हैं खास फीचर्स एक्सपायर्ड दवाइयों से चमकाएं गार्डन एक्सपायरी मेडिसिन का इस्तेमाल गार्डनिंग में भी किया जा सकता है। पेड़ पौधों में जो फंगस और कीड़े मकोड़े लग जाते हैं। उन्हें रोकने के लिए आप एक्सपायर्ड दवाओं को पानी में घोलकर गमले और पेड़ों में डाल दें। ऐसा करने से पेड़ पौधों पर लगी हुई फंगस और कीड़े धीरे-धीरे कम होने लगते हैं। इससे पेड़-पौधे अच्छे से ग्रोथ करते हैं।

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Sunday, January 14, 2024

राशन की दुकानों पर मिलेगा गैस सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल, इस जिले में जल्द शुरू होगी सुविधा

Ration shops: राशन का दुकानों पर कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराने की तैयारी चल रही है। सरकार जल्द ही इन दुकानों को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर रही है। फिलहाल अब आपको पेट्रोल-डीजल के लिए पेट्रोल पंप के चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। राशन की दुकानों में ही पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर जैसे पेट्रो भी मिलने लगेंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। जहां अभी तक गेहूं, चावल बाजरा मिलता था। वहां अब अपनी गाड़ी में पेट्रोल-डीजल भी आसानी से भरा सकेंगे। राशन की दुकानों को पेट्रो प्रोडक्ट्स रखने के लिए कंपनियों से मंजूरी मिलने के बाद सुरक्षा के उपाय भी करना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजियाबाद में करीब 550 राशन की दुकानें हैं। जिनमें से 360 शहरी इलाकों में हैं। वहीं 200 राशन की दुकानें ग्रामीण इलाकों में हैं। इन सभी दुकानों में समय पर गेहूं, चावल जैसे तमाम चीजें मिलती हैं। राशन की दुकानों से खरीदें पेट्रोल-डीजल दरअसल, पिछले कुछ दिनों राशन की दुकान मालिकों की ओर से शिकायतें आ रही हैं। दुकान मालिकों का कहना है कि बीच कमीशन काफी कम हो गया है। दुकान मालिक प्रशासन से सहायता की मांग कर रहे थे। ऐसे में कई राशन की दुकानों को अन्नपूर्णा केंद्र के तौर पर बनाया जा रहा है। आने वाले दिनों में लोग गैस सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल भी खरीद सकेंगे। अपने नजदीकी राशन की दुकान से पेट्रो प्रोडक्ट्स भी ले सकेंगे। जिन राशन की दुकानों में यह सामान मुहैया कराया जाएगा। उन्हें बड़ी दुकान की जरूरत पडेगी। Online Fraud के हो गए हैं शिकार तो इन नंबरों पर करें फोन, पाई-पाई मिलेगा वापस पेट्रो प्रोडक्ट्स के लिए करना होगा ये काम जिन राशन के दुकान मालिकों को पेट्रोल-डीजल और पेट्रो जैसे प्रोडक्ट्स की बिक्री करनी होगी। उन्हें आपूर्ति विभाग में अप्लाई करना होगा। इसके बाद पेट्रो कंपनी की ओर से जांच की जाएगी। कंपनी की ओर से मंजूरी मिलने के बाद वो पेट्रो प्रोडक्ट्स की बिक्री कर सकेंगे।

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Saturday, January 13, 2024

शिक्षामित्रों को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत, सरकार को मानदेय बढ़ाने पर विचार करने का निर्देश

उत्तर प्रदेश के 1.64 लाख शिक्षामित्रों के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत भरी खबर आई है। दरअसल, हाईकोर्ट ने योगी सरकार को शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने पर विचार कर निर्णय लेने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट के निर्देश के तहत सरकार को चार हफ्ते में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित करना होगा। हाईकोर्ट ने शिक्षामित्रों को दिए जा रहे मानदेय को देश के वित्तीय इंडेक्स के अनुसार जीवन यापन के लिए जरूरी धनराशि से काफी कम माना है। कोर्ट ने क्या कहा? इसके साथ ही कोर्ट ने उम्मीद जताई है कि कमेटी अगले तीन महीने में इस मामले पर विचार कर शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ाने पर उचित निर्णय लेगी। यह आदेश न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने जितेंद्र कुमार भारती सहित 10 याचिकाओं पर दिया है। इसके अलावा, कोर्ट ने समान कार्य समान वेतन की मांग मानने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि इतना मानदेय दिया जाना चाहिए, जिससे मंहगाई को देखते हुए गरिमामय जीवन यापन हो सके। मिलते हैं सिर्फ 10 हजार रुपये शिक्षामित्र कई स्कूलों में पिछले 18 सालों से पढ़ा रहे हैं। उन्हें सिर्फ दस हजार रुपये महीने मानदेय दिया जा रहा है। याचिका पर अधिवक्ता ने कहा कि समान कार्य समान वेतन के स्थापित विधि सिद्धांत के तहत नियमित सहायक अध्यापक को मिल रहा न्यूनतम वेतनमान दिया जाए, अथवा मानदेय का पुनरीक्षण कर बढ़ाया जाए। बता दें कि अगर सरकार मानदेय बढ़ाने का फैसला लेती है तो इसका फायदा राज्य के 1.64 लाख शिक्षामित्रों को होगा।

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Friday, January 12, 2024

इस ज्योतिष कंपनी का शेयर एक साल में चढ़ा पांच गुना, अब हेल्थकेयर में 185 गुना अधिक भाव पर डाले पैसे

एक साल में निवेशकों का पैसा पांच गुना से अधिक बढ़ाने वाली कंपनी रोज मेर्क (Rose Merc) ने इस दौरान कई कंपनियों को आकर्षक वैल्यूएशन पर खरीदा है। इसकी सबसे लेटेस्ट शॉपिंग की बात करें तो हाल ही में इसने ऑर्गेनिक हेल्थकेयर कंपनी एबाका केयर (Abaca Care) को कैश में खरीदा है। इस खरीदारी के लिए वैल्यू वित्त वर्ष 2023 के नेटवर्थ से 185 गुना अधिक लगी थी। रोज मेर्क एबाका केयर के शेयर कैपिटल की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 51 लाख रुपये चुकाने को तैयार हो गई। कंपनी ने इसकी जानकारी 9 जनवरी को एक्सचेंज फाइलिंग में दी थी। शेयरों की बात करें तो आज यह BSE पर 2 फीसदी के उछाल के साथ 153.15 रुपये (Rose Merc Share Price) के अपर सर्किट पर बंद हुआ है। कौन-कौन सी कंपनियां खरीदी हाई वैल्यूएशन पर और क्यों एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक 9 जनवरी को अबाका की नेटवर्थ 53,999 करोड़ रुपये थी 1 करोड़ रुपये के हिसाब से इससका वैल्यूएशन नेटवर्थ के हिसाब से 185.18 गुना है। यह कंपनी 17 मई 2023 को शुरू हुई थी और इसने अभी तक कोई रेवेन्यू हासिल नहीं किया है जबकि इसे 46001 रुपये का घाटा हो चुका है। इसी की 51 फीसदी हिस्सेदारी को खरीदने के लिए रोज मेर्क 51 लाख रुपये कैश में देने को तैयार हो गई है। कंपनी का कहना है कि इस निवेश से कंपनी को तेजी से आगे बढ़ रहे ऑर्गेनिक हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स में हिस्सेदारी करने का मौका मिलेगा। पहले यह खरीदारी रोज मेर्क के 51 हजार शेयरों के बदले में 51 हजार शेयर अबाका यानी शेयर स्वैप के रूप में होना था लेकिन कुछ टेक्निकल कॉमर्शियल दिक्कतों के चलते ऐसा नहीं हो सका। फिर अबाका और इसके प्रमोटर्स के अनुरोध पर रोज मेर्क 51% हिस्सेदारी के लिए 51 लाख रुपये के निवेश पर तैयार हो गई। Coca-Cola का बड़ा फैसला, तीन इलाकों में लोकल्स को सौंपा बॉटलिंग का काम यह रोज मेर्क की छह महीने में दूसरी हाई वैल्यू खरीदारी थी। इससे पहले सितंबर 2023 में इसने 7 करोड़ रुपये के शेयर-स्वैप सौदे में इवेंट और आर्टिस्ट मैनेजमेंट फर्म आउटक्राई मीडिया सॉल्यूशंस में 46.67 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की। आउटक्राई (पूर्व नाम फ्योप्रो सर्विसेज) की वैल्यू 15.02 करोड़ रुपये लगी थी। वित्त वर्ष 2023 में 31.88 लाख रुपये की देनदारियों के साथ इसका नेटवर्थ निगेटिव थी। इसका रेवेन्यू 2.92 करोड़ रुपये और 23.19 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। इस खरीदारी के लिए आउटक्राई की वैल्यू रेवेन्यू के 5 गुने से अधिक और नेट प्रॉफिट के 64 गुने से अधिक पर लगाई गई थी। 4 सितंबर, 2023 को एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि इस खरीदारी का उद्देश्य टैलेंट प्रमोशन, प्रोडक्ट् लॉन्चिंग, क्रिएटिव ब्रांडिंग और एक्सपेरिमेंटल मार्केटिंग कैंपेन्स के लिए इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के साथ साझेदारी का है। इस फार्मा शेयर ने 8 महीने में डबल कर दिया निवेश, लिस्टिंग के दिन से ही मचा रहा धमाल Rose Merc के बारे में डिटेल्स रोज मेर्क पहले ज्योतिष और तंत्र-मंत्र से जुड़ी चीजें बेचती थी। अब इसका लक्ष्य अलग-अलग प्रकार के कारोबार में हिस्सा लेने की है। इसकी हिस्सेदारी भक्ति वर्ल्ड रेडियो ब्रॉडकास्टिंग, फाइनेंशियल कंसल्टेंसी और मर्चेंट बैंकर कैपिटल स्क्वॉयर और स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी जाधव रोज मेर्क स्पोर्ट्स में है। शेयरों की बात करें तो इसके शेयर पिछले साल 12 जनवरी को 28 रुपये से उछलकर अब 153 रुपये पर पहुंच चुका है यानी कि एक साल में यह 446 फीसदी से अधिक ऊपर चढ़ा है।

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Thursday, January 11, 2024

Q3 के नतीजे रह सकते हैं थोड़े सुस्त, लंबी अवधि में ऑटो, रियल्टी शेयरों में बनेगा पैसा: हर्षा उपाध्याय

बाजार के आगे के आउटलुक और अर्निंग सीजन पर बात करते हुए कोटक महिंद्रा AMC के CIO इक्विटी हर्षा उपाध्याय का कहना है कि तीसरी तिमाही के नतीजे थोड़े सुस्त रह सकते है। जिसके चलते फर्स्ट हाफ मे निफ्टी का अर्निंग ग्रोथ 10-12 फीसदी के रेंज में हो सकता है। बाजार के आगे की चाल पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि लॉर्जकैप कैप का वैल्यूएशन अभी भी यह ज्यादा महंगा नहीं लग रहा है। हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप का वैल्यूएशन काफी महंगा हुआ है। जिसके चलते लॉर्जकैप शेयरों पर हमारा फोकस ज्यादा है। आईटी सेक्टर में चिंताएं खत्म नहीं हुई आईटी सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर पर हमारा अंडरवेट नजरिया बना हुआ है। आईटी सेक्टर में चिंताएं खत्म नहीं हुई है। सेक्टर में अभी भी ग्रोथ मोमेंटम वापस नहीं आया है। हालांकि फेड की कमेंट्री के बाद बाजार उम्मीद कर रहा है कि 2024 में ब्याज दरों में कटौती होगी जिसके चलते सेक्टर में पिछले कुछ हफ्तों से री-रेटिंग देखने को मिल रही है। हालांकि ग्रोथ को लेकर कोई ज्यादा सुधार नजर नहीं आ रहा है और तीसरी तिमाही के नतीजों से भी सेक्टर में कुछ खास सुधार की गुंजाइश नजर नहीं आ रही है। हर्षा उपाध्याय ने आगे कहा कि पोर्टफोलियो मे लॉर्जकैप आईटी एक डिफेसिंव दांव साबित हो सकता है। शॉर्ट टर्म में ऑटो सेक्टर में दिख सकता है करेक्शन ऑटो सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मीडियम टर्म आउटलुक पर नजर डालें तो ट्रैक्टर सेगमेंट को छोड़कर सभी सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ रहने की उम्मीद है। इस सेगमेंट में कोविड से लेकर 2023 तक डिमांड को लेकर खासा मजबूती नहीं देखी गई थी और मार्जिन में भी दबाव देखने को मिला था। लेकिन मौजूदा समय में कमोडिटी प्राइस में नरमी के चलते सेक्टर के मार्जिन और डिमांड में बढ़त देखने को मिल सकती है। जिसके चलते टू-व्हीलर, पैसेंजर या कमर्शियल जैसे सभी सेगमेंट में अच्छी डिमांड देखने को मिल रही है। जो आगे भी जारी रहेगी। लिहाजा लंबी अवधि के नजरिए से ऑटो सेक्टर में निवेश किया जा सकता है। हालांकि शॉर्ट टर्म में इसमें थोड़ा बहुत करेक्शन दिख सकता है। पॉलिकैब में हमारी कोई पोजिशन नहीं हर्षा उपाध्याय ने सीएनबीसी-आवाज के साथ अपनी बातचीत में आगे कहा कि पॉलिकैब में हमारी कोई पोजिशन नहीं है। वहीं रियल्टी सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि रियल्टी सेक्टर पर पॉजिटीव नजरिया है। हालांकि छोटी अवधि में रियल एस्टेट सेक्टर में सतर्क रहने की जरुरत है। लेकिन लंबी अवधि में यह सेक्टर अच्छा करते नजर आएगे और इसमें लंबी अवधि के लिए बने रह सकते है। Top Picks:इंट्राडे में ये शेयर 6 देगे तगड़ा मुनाफा, एक्सपर्ट्स भी आ रहे हैं बुलिश नजर डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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Wednesday, January 10, 2024

इस निवेशक ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद खरीदे थे Adani Group के शेयर, मिला ₹19,900 करोड़ का मुनाफा

दिग्गज निवेशक राजीव जैन (Rajiv Jain) को अदाणी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों पर लगाए दांव से जबरदस्त मुनाफा हुआ है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजीव जैन करीब 19,900 करोड़ रुपये के प्रॉफिट में है। पिछले साल अदाणी ग्रुप के शेयरों में जब हिंडनबर्ग रिपोर्ट के चलते भारी गिरावट आई थी, उसी वक्त राजीव जैन की इनवेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने ग्रुप की 4 कंपनियों में निवेश किया था। वह पहले बड़े निवेशक थे, जिन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद वापसी की कोशिशों में जुटे अदाणी ग्रुप पर भरोसा जताया था रिपोर्ट के मुताबिक, राजीव जैन ने करीब 10 महीने पहले मार्च 2023 अदाणी ग्रुप में 1.9 अरब डॉलर का निवेश किया था, जो आज करीब 130% बढ़कर 4.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस तरह राजीव जैन के निवेश की वैल्यू बस पिछले 10 महीने में 2.4 अरब डॉलर बढ़ गई है, जिसकी भारतीय रुपये में वैल्यू 19,900 करोड़ रुपये होती है। अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) में पिछले साल फरवरी के निचले स्तर से करीब 160 फीसदी की तेजी आ चुकी है। कंपनी के शेयर लगातार धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं और बुधवार को यह 2 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए थे। राजीव जैन ने पिछले साल मार्च में इस कंपनी में निवेश किया था। यह भी पढ़ें- राम मंदिर के निर्माण से इस कंपनी को मिला आर्शीवाद, ऑर्डर मिलने के बाद 215% भागा शेयर वहीं अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy) का शेयर मार्च में राजीव जैन के निवेश के कुछ ही समय बाद डलब हो गया था। वहीं ग्रुप की सबसे मुख्य कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का शेयर राजीव जैन के निवेश के बाद पिछले दिसंबर में डबल हुआ। इसके अलावा अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions) का इस स्तर स्तर तक पहुंचने से बस 10% दूर है। राजीव जैन को इमर्जिंग मार्केट्स में निवेश के लिए जाना जाता है। उन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में आई भारी गिरावट के समय इसमें निवेश किया था। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप का कुल मार्केटकैप एक समय 150 अरब डॉलर से अधिक गिर गया था। हालांकि अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए आरोपों से हमेशा इनकार किया है। पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में एसआईटी के जरिए जांच की मांग को ठुकरा दिया, जिसके बाद इसके शेयरों में जबरदस्त तेजी आई। इस तेजी का फायदा राजीव जैन के निवेश को भी मिला।

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Tuesday, January 9, 2024

12,478 करोड़ रुपये का कारोबार मजबूरी में बेचा सिर्फ 74 रुपये में, ये है अरबपति BR Shetty की दिवालिया होने की कहानी

हम सभी गरीबों से अमीर बनने की कहानियों के बारे में जानते हैं लेकिन कई कहानियां ऐसी भी हैं जब एक कारोबार एक ऊंचाई के बाद तेजी से नीचे आ गए हैं। कॉरपोरेट जगत में बावगुथु रघुराम शेट्टी उर्फ बीआर शेट्टी की कहानी ऐसी है। बीआर शेट्टी ने गरीबों से अमीर बनने की कहानी को साकार किया। मात्र 665 रुपये से कारोबार की शुरुआत की। उन्होंने भारत से खाड़ी तक की यात्रा की और 18,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बनाई। उनका कारोबार, NMC हेल्थ, फला-फूला और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में सबसे बड़ा प्राइवेट हेल्थ ऑपरेटर बन गए। बीआर शेट्टी ने अपनी बनाई संपत्ति को दिखाने में भी कोई झिझक नहीं दिखाई और उन्होंने बेहद शानदार जिंदगी जी। उन्होंने एक असाधारण जीवनशैली के साथ अपनी संपत्ति का प्रदर्शन किया जिसमें एक प्राइवेट प्लेन, रोल्स रॉयस और मेबैक जैसी हाई-एंड कारों का कलेक्शन रहा है। उनका बुर्ज खलीफा में दो पूरी मंजिलों का कब्जा शामिल था, जिसकी कीमत 207 करोड़ रुपये थी। उनकी शानदार रियल एस्टेट होल्डिंग्स के अलावा दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पाम जुमेराह की संपत्तियां शामिल थीं, उनके पास एक प्राइवेट प्लेन के 50% अधिकार भी थे, जिसे उन्होंने 2014 में 34 करोड़ रुपये में खरीदा था। अमीरी से लेकर अमीरी तक की इस कहानी में गलत मोड़ 2019 में आया जब यूके की इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म मड्डी वाटर्स के प्रमुख कार्सन ब्लॉक ने बीआर शेट्टी के खिलाफ आरोप लगाए। एक ट्वीट में मड्डी वाटर्स के दावे ने कारोबारी समुह को हिलाकर रख दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआर शेट्टी ने अपनी कंपनी को कम कर्जदार दिखाने के लिए कैश फ्लो को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है। इस आरोप के कारण एनएमसी हेल्थ के शेयर प्राइस में भारी गिरावट आई, जिससे बीआर शेट्टी का वित्तीय साम्राज्य खतरे में पड़ गया। बीआर शेट्टी के व्यवसाय के खिलाफ गंभीर आरोप दायर करने के बाद एक जांच की गई और सरकार ने उनसे सभी अनपेड टैक्स वापस ले लिए गए। शेयरों में भारी गिरावट के परिणामस्वरूप मार्केट कैप में भी कमी आई और अंततः उन्हें अपना पूरा 12,478 करोड़ रुपये का कारोबार सिर्फ 74 रुपये में बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस ऐतिहासिक झटके के साथ बीआर शेट्टी का शासन समाप्त हो गया, जो एक बड़ा झटका साबित हुआ। बड़ी चेतावनी कारोबार की अनियमित दुनिया में चीजें काफी हद तक बदल सकती हैं। Adani Group और Airtel के बीच साझेदारी, मिलकर पूरा करेंगे यह बड़ा काम

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Monday, January 8, 2024

IPO ड्राफ्ट से पहले FirstCry के CEO ने धड़ाधड़ बेचे शेयर, अब इतनी रह गई हिस्सेदारी

FirstCry IPO: आईपीओ के लिए ड्राफ्ट दाखिल करने के करीब 10 दिन पहले फर्स्टक्राई के फाउंडर और एमडी-सीईओ सुपम माहेश्वरी (Supam Maheshwari) ने इसमें अपनी हिस्सेदारी हल्की की थी। उन्होंने इसके 62 लाख शेयर बेचे हैं। इसका खुलासा बाजार नियामक के पास दाखिल आईपीओ के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) से हुआ है। सुपम ने ये शेयर 487.44 रुपये के अधिकतम भाव पर बेचे थे और इस अधिकतम भाव के हिसाब से उन्होंने 300 करोड़ के शेयर बेचे हैं। अब आईपीओ के तहत भी वह कंपनी के शेयर बेचेंगे। उनके पास आईपीओ ड्राफ्ट फाइल करने के 10 दिन पहले तक 35,097,831 शेयर थे जो कंपनी में 7.46 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर थी। अब शेयरों की बिक्री के बाद उनके पास 28,893,347 शेयर रह गए जो 5.95 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। FirstCry के IPO में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेंगे Ratan Tata, जानिए डिटेल IPO के प्राइस से कितना है भाव में फर्क ड्राफ्ट में मुहैया कराई गई डिटेल्स के मुताबिक दिसंबर में फर्स्टक्राई के जो शेयर बिके हैं, वह करीब 23700 करोड़ के वैल्यूएशन पर यानी प्रति शेयर 487.44 रुपये के भाव पर हुई है। अब अनुमान के मुताबिक फर्स्टक्राई का आईपीओ 350 करोड़-375 करोड़ डॉलर (29100 करोड़-31179 करोड़ रुपये) के वैल्यूएशन पर आ सकता है। इसके अपर रेंज के हिसाब से यह दिसंबर में शेयरों की बिक्री के भाव से करीब 31 फीसदी प्रीमियम पर होगा। L&T Share Price: कमजोर मार्केट में शेयर एक साल के हाई पर, अब मुनाफे के लिए ऐसे बनाएं स्ट्रैटेजी 6 महीने में बेचे 93 लाख शेयर आईपीओ ड्राफ्ट के मुताबिक सुपम माहेश्वरी ने फाइलिंग से दस दिन पहले 62 लाख शेयर बेचे तो करीब छह महीने में इसके 93.4 लाख शेयर बेचे थे। 487.44 रुपये के भाव पर शेयरों का यह लेन-देन 455 करोड़ रुपये से अधिक का पड़ा। इस ड्राफ्ट से यह भी खुलासा हुआ कि 27 दिसंबर के जिस दिन कंपनी ने फर्स्टक्राई के आईपीओ के लिए आवेदन किया था, उस दिन एक बोर्ड रिजॉल्यूशन ने कंपनी के ESOP ट्रस्ट को 243 रुपये के भाव पर 1.49 करोड़ शेयर ट्रांसफर किए थे। मनीकंट्रोल से बातचीत में एक यूनिकॉर्न के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर ने कहा कि ESOP ट्रस्ट को इस प्रकार से शेयरों का ट्रांसफर आईपीओ की अगुवाई में प्रमोटर की शेयरहोल्डिंग कम करने या विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) से जुड़े नियमों के पालन के लिए विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी कम करने का तरीका है। EaseMyTrip Share Price: अयोध्या-लक्षद्वीप ने बढ़ा दी शेयरों की खरीदारी, कमजोर मार्केट में भी 6% चढ़ गए शेयर फर्स्टक्राई में कंपनी के सीईओ की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2021 के आखिरी में 5 फीसदी यानी 37 लाख शेयरों की थी। इसके बाद वित्त वर्ष 2022 के आखिरी में यह बढ़कर 7 फीसदी और 1.52 करोड़ शेयरों तक पहुंच गई और फिर वित्त वर्ष 2023 में यह बढ़कर 9 फीसदी यानी 3.82 करोड़ शेयरों तक पहुंच गई। शेयरों की संख्या में यह उछाल शेयरों के हिस्सो में टूटने और कुछ एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शंस (ESOPs) के तहत शेयर मिलने के चलते आई। वित्त वर्ष 2022 में उन्हें ESOP के तहत 1.48 करोड़ शेयर मिले थे। आईपीओ ड्राफ्ट के मुताबिक फर्स्टक्राई के फाउंडर को वित्त वर्ष 2023 में 200 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2022 में 29 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021 में 14 करोड़ का रेम्यूनेरेशन मिला था। इसमें शॉर्ट टर्म एंप्लॉमेंट बेनेफिट्स और शेयर-बेस्ड पेमेंट्स एक्रूअल शामिल है। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में सुपम माहेश्वरी का रेमेन्यूरेशन 26 करोड़ रुपये था। FirstCry IPO: इश्यू से पहले सचिन तेंदुलकर और TVS Group ने खरीदे कंपनी के शेयर FirstCry IPO की डिटेल्स आईपीओ के जरिए फर्स्टक्राई का लक्ष्य 1816 करोड़ रुपये जुटाने का है। इसके तहत महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम), सॉफ्टबैक, प्रेमजी इनवेस्ट, टीपीजी, न्यूक्वेस्ट समेत कंपनी के कुछ निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के जरिए 5.4 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसका घाटा और बढ़ा है और बढ़कर यह 79 करोड़ रुपये से 486 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

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Sunday, January 7, 2024

DDA Flats: 7 पेंटहाउस और 138 HIG हुए बुक, जानिए कब तक चलेगी ई-ऑक्शन

दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की नई आवास योजना में शामिल सात पेंटहाउस और 138 सुपर हाई-इनकम ग्रुप (HIG) फ्लैटों सहित कुल 274 अपार्टमेंट शुक्रवार को ई-नीलामी मोड के माध्यम से बुक किए गए थे। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन फ्लैटों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 30 नवंबर को शुरू हुई, ई-नीलामी आधिकारिक तौर पर शुक्रवार से शुरू हो रही है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "आज की ई-नीलामी में कुल 274 फ्लैट बुक किए गए, जिनमें 129 MIG फ्लैट, 138 सुपर HIG फ्लैट और सात पेंटहाउस शामिल हैं।" बोली 4 करोड़ से ऊपर पहुंची शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि 14 पेंटहाउस में से सात बिक चुके हैं। मामले से जुड़े सूत्रों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि इनमें से एक फ्लैट के लिए सबसे ऊंची बोली ₹5.77 करोड़ तक लगी। डीडीए ने पहले कहा था कि द्वारका के सेक्टर 19 बी में 14 पेंटहाउस, 170 सुपर एचआईजी और 946 HIG हैं, जबकि सेक्टर 14 और लोक नायक पुरम में क्रमशः 316 और 647 एमआईजी हैं। विशेष रूप से डीडीए ने कहा कि सुपर हाई-इनकम ग्रुप (SHIG) फ्लैट के लिए उच्चतम बोली आधार आरक्षित मूल्य ₹2.5 करोड़ थी, जो ₹4.52 करोड़ तक पहुंच गई। ना कोई पासवर्ड ना ही कोई पिन, कैसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए आसान की जा सकती है बैंकिंग फ्लैटों की हो रही बिक्री उन्होंने कहा, पूरी प्रक्रिया के दौरान बोली दाताओं के बीच "कड़ी प्रतिस्पर्धा" थी, जो "डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) फ्लैटों की उच्च मांग" को दर्शाती है। डीडीए के एक अधिकारी के अनुसार, कुछ मामलों में, प्राप्त प्रीमियम 80 प्रतिशत तक पहुंच गया। 'दिवाली विशेष आवास योजना - 2023' में एक व्यापक ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से नव निर्मित या जल्द ही पूरा होने वाले फ्लैटों की बिक्री शामिल है।

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Saturday, January 6, 2024

Unicommerce ने IPO के लिए पेपर्स किए जमा, बिक्री के लिए रखेगी 3 करोड़ शेयर

स्नैपडील (Snapdeal) के मालिकाना हक वाली SaaS कंपनी यूनिकॉमर्स (Unicommerce), IPO लाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर सेबी को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर दिया है। कंपनी की योजना IPO के तहत 2.98 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए करने की है। पब्लिक इश्यू में ताजा शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। इसका मतलब हुआ कि IPO से मिला पैसा, OFS के तहत शेयरों को बिक्री के लिए रखने वाले शेयरधारकों के पास जाएगा। DRHP के मुताबिक, OFS में 1 रुपये फेस वैल्यू वाले कुल 29,840,486 इक्विटी शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा। इसमें AceVector Limited (जिसे पहले स्नैपडील लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) के 11,459,840 इक्विटी शेयर शामिल हैं। इसके अलावा B2 Capital Partners की ओर से 2,210,406 इक्विटी शेयर तक और एसबी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स (यूके) लिमिटेड की ओर से 1,61,70,240 इक्विटी शेयर तक बिक्री के लिए रहेंगे। एंकरेज कैपिटल फंड, माधुरी मधुसूदन केला, रिजवान कोइता एंड जगदीश मूरजानी, दिलीप वेलोडी समेत कुछ अन्य निवेशकों के एक समूह ने हाल ही में यूनिकॉमर्स में शेयर हासिल किए हैं। क्या करती है कंपनी 2012 में स्थापित और 2015 में स्नैपडील द्वारा खरीदी गई यूनिकॉमर्स, SaaS-बेस्ड टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के अपने व्यापक सूट के माध्यम से D2C ब्रांड्स, खुदरा कंपनियों और अन्य ऑनलाइन विक्रेताओं के लिए ई-कॉमर्स संचालन के एंड-टू-एंड मैनेजमेंट को सक्षम बनाती है। SaaS का अर्थ है, सॉफ्टवेयर/ऐप्स को बिना डाउनलोड किए इंटरनेट के जरिए एक्सेस करना। जैसे कि ईमेल, कैलेंडर, माइक्रोसॉफ्ट Microsoft Office 365 जैसे टूल्स। MSCI Smallcap index में जगह बना सकते हैं IREDA, Cello, Mamaearth; ये 15 स्टॉक भी हैं लाइन में वित्तीय तौर पर कितनी मजबूत है कंपनी यूनिकॉमर्स IPO के लिए IIFL Securities Limited और CLSA India Private Limited बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। वित्त वर्ष 2023 में यूनिकॉमर्स का रेवेन्यू लगभग 53 प्रतिशत बढ़कर 90 करोड़ रुपये हो गया, जबकि लाभ 8 प्रतिशत बढ़कर 6 करोड़ रुपये हो गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 120-150 करोड़ रुपये रह सकता है। यूनिकॉमर्स ने दिसंबर 2023 में अपने बोर्ड में 5 नए लोगों को शामिल किया था। सॉफ्टबैंक इंडिया के पूर्व प्रमुख मनोज कोहली, ज्योति लैब्स के उल्लास कामत और शीरोज के फाउंडर व सीईओ सायरी चहल को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया। साथ ही स्नैपडील के कुणाल बहल और रोहित बंसल को बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया। घट गया BLS E Services IPO का साइज, इस भाव पर अभी ही बिक गए 11 लाख शेयर

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Friday, January 5, 2024

Multibagger Stocks: मल्टीबैगर साबित हुआ R Power, इस कारण शेयर पहुंचे पांच साल के हाई पर

Multibagger Stocks: अनिल अंबानी (Anil Ambani) की रिलायंस पावर (Reliance Power) के शेयरों ने तीन साल में ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है। करीब तीन साल पहले वर्ष 2021 में यह 3 रुपये के आस-पास था और अब यह करीब पांच साल के हाई करीब 33 रुपये पर पहुंच गया। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर एकाएक रिलायंस पावर (R Power) के शेयर एकाएक इतनी तेज क्यों ऊपर चढ़ रहे हैं और आगे क्या रुझान है। रिलायंस पावर के शेयर लगातार छह कारोबारी दिनों में 40 फीसदी से अधिक उछलकर आज BSE पर 31.41 रुपये के भाव (R Power Share Price) पर बंद हुए हैं। इंट्रा-डे में तो यह करीब पांच साल के हाई 32.99 रुपये पर पहुंचा था। पिछले साल 28 मार्च 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 9.05 रुपये पर था। Mobikwik IPO: आधे से अधिक घट गया आईपीओ का साइज, SEBI के पास फिर से ड्राफ्ट जमा क्यों Reliance Power में आई बंपर तेजी पावर शेयरों में इस समय खरीदारी का शानदार रुझान दिख रहा है। इनमें मुख्य रूप से टैरिफ हाइक की संभावनाओं के चलते तेजी आई है। इसके चलते अधिकतर पावर स्टॉक्स की खरीदारी बढ़ी है। टैरिफ हाइक होने पर पावर कंपनियों की वित्तीय सेहत पर पॉजिटिव असर पड़ेगा। आर पावर की बात करें तो ICICI डायरेक्ट के मुताबिक टेक्निकल चार्ट पर यह 20-, 50-, 100- और 200- दिनों के EMA (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर है जो शेयरों के लिए पॉजिटिव है। हालांकि अभी इसके लिए 32.3, फिर 34.2 और फिर 37.4 का लेवल रेजिस्टेंस के तौर पर है। वहीं डाउनसाइड इसे 27.2, फिर 24.0 और फिर 22.1 पर सपोर्ट मिल रहा है। Wipro के एंप्लॉयीज नहीं जा सकते इन 10 कंपनियों में, ये है पूरी लिस्ट कैसी है वित्तीय सेहत सब्सिडियरीज के साथ मिलकर रिलायंस पावर बिजली बनाती है। यह कोयला, गैस, हाइड्रो, हवा और सोलर एनर्जी से बिजली तैयार करती है। इसकी क्षमता 416 गीगावॉट की है। यह भारत और इंडोनेशिया में कोल माइन के डेवलपमेंट के काम में भी शामिल है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो सितंबर तिमाही में हाई रेवेन्यू के चलते इसका कंसालिडेटेड नेट लॉस घटकर ₹237.76 करोड़ पर आ गया। इसकी टोटल इनकम भी इस दौरान ₹1,945.14 करोड़ से बढ़कर ₹2,130.83 करोड़ पर पहुंच गई।

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Thursday, January 4, 2024

UP Traffic Rules: बच्चों को दी गाड़ी तो माता-पिता जाएंगे जेल, योगी सरकार ने जारी किया फरमान

UP Traffic Rules: उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए गए हैं। इसके तहत 18 साल से कम उम्र के छात्र-छात्राओं के वाहन चलाने पर पाबंदी लगा दी गई है। ये पाबंदी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लगाया गया है। यूपी परिवहन आयुक्त ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। ये निर्देश उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की तरफ से दिए गए आदेश के बाद जारी किया गया है। परिवहन विभाग के सहयोग से माध्यमिक विद्यालयों में सख्ती की जाएगी। इसके लिए अभियान चलाकर युवाओं को जागरूक भी किया जाएगा। साथ ही छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति कई माध्यमों से जानकारी भी दी जाएगी। नाबालिग के वाहन चलाने पर माता-पिता को 3 साल की जेल हो जाएगी। इसके साथ ही 25,000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं वाहन का रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल कर दिया जाएगा। इसके बाद किशोर का ड्राइविंग लाइसेंस अगले 25 साल के बाद ही बन सकेगा। नाबालिग बच्चों के वाहन चलाने पर रोक परिवहन विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले ज्यादातर बच्चे 18 साल से कम उम्र के होते हैं। जिसे देखते हुए किसी भी नाबालिग के सार्वजनिक स्थान पर वाहन चलाने पर रोक लगाई गई है.। नाबालिग से वाहन चलवाने पर वाहन मालिक को दंडित किया जाएगा। इसके तहत वाहन मालिक को 3 साल तक जेल और 25,000 रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। परिवहन विभाग के मुताबिक हाई स्कूल और इंटर में बड़ी संख्या में बच्चे स्कूटी या अन्य वाहनों से आते हैं। ऐसे में वे लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं। इससे उन्हें और दूसरों को चोट लगने का डर हमेशा डर बना रहता है। Traffic Challan: ट्रैफिक पुलिस ने SDM की गाड़ी का कर दिया चालान, 1000 रुपये लगा जुर्माना परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 4 में प्रावधान किया गया है कि 18 साल से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति को किसी सार्वजनिक स्थान में मोटरसाइकिल नहीं चलाना चाहिए। साल 2019 में कानून में संशोधन करते हुए किसी 18 साल के कम आयु वाले किशोर की ओर से वाहन चलाते समय पाए जाने पर वाहन मालिक को दोषी माना जाएगा। इसके साथ ही वाहन मालिक को दंडित किया जाएगा।

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Wednesday, January 3, 2024

Adani Ports जुटाएगी 5000 करोड़ रुपये, कंपनी के बोर्ड ने दी मंजूरी

अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) 5000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने जा रही है। अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) के बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कंपनी यह फंड 1000 रुपये फेस वैल्यू के नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर (NCD) के जरिए जुटाएगी। अदाणी पोर्ट्स ने आज 3 जनवरी को स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी है। आज अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में 1.58 फीसदी की तेजी आई है और यह स्टॉक 1095.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ। कंपनी का बयान अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 3 जनवरी 2024 को अपनी बैठक में यह फैसला लिया है। इस फैसले के तहत लागू कानूनों के अनुसार एक या अधिक किश्तों के माध्यम से 1000 रुपये फेस वैल्यू के सिक्योर्ड, रेटेड, लिस्टेड, रीडिमेबल, नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर के पब्लिक इश्यू के जरिए 5000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाया जाएगा। कंपनी के टॉप लीडरशिप में बदलाव इस बीच, आज आयोजित एक बोर्ड बैठक में अदाणी ग्रुप की कंपनी ने अपने टॉप लीडरशिप में बदलाव की घोषणा की। कंपनी के चेयरमैन और MD गौतम अदाणी को इसके एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में फिर से नामित किया गया है। कंपनी के मौजूदा चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर करण अदाणी को एमडी के रूप में फिर से नामित किया गया है, जबकि अश्विनी गुप्ता को नया CEO बनाया है।

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Gainers and Losers: 3 जनवरी को इन शेयरों में देखने को मिला सबसे ज्यादा मूवमेंट

Gainers and Losers: आज भी खराब ग्लोबल संकेतों की वजह से लगातार तीसरे दिन बाजार में दबाव रहा और इसी के साथ बाजार गिरावट पर बंद हुआ। सेंसेक्स 536 अंक गिरकर 71357 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 148 अंक गिरकर 21517 पर बंद हुआ। आज सबसे ज्यादा तेजी एनर्जी, इंफ्रा इंडेक्स में रही वहीं IT, मेटल शेयरों में बिकवाली देखी गई। आज इन शेयरों पर दिखा सबसे ज्यादा एक्शन IRCON | CMP Rs 186.3 | कंपनी द्वारा मैनजमेंट में बदलाव की घोषणा के बाद स्टॉक में 6.88 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। Ircon International ने स्टॉकत एक्सचेंजों को बताया कि पटना के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रमोद कुमार सिंह और चीफ जनरल मैनेजर (सिविल) रवि सहाय कंपनी से रिटायर हो रहे हैं। Tata Steel | CMP Rs 135 | आज टाटा स्टील का स्टॉक 3.3 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। दरअसल, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ ने टाटा स्टील पर ‘reduce’ रेटिंग दी है। जिसके बाद स्टॉक में गिरावट देखने को मिली। Coal India | CMP Rs 385.6 | आज स्टॉक 1.8 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। कोल इंडिया लिमिटेड का मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में गैर-विनियमित क्षेत्र को कोयला सप्लाई 31 प्रतिशत बढ़कर 9.8 करोड़ टन रहा। Adani Enterprises | CMP Rs 3005 | सुप्रीम कोर्ट ने अदाणी-हिंडनबर्ग मामले (Adani Hindenburg Case) में दाखिल सभी याचिकाओं का निपटारा कर दिया और इस मामले की सीबीआई या एसआईटी से जांच कराने की मांग को ठुकरा दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद स्टॉक 2.48 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। Bank of Maharashtra | CMP Rs 47.2 |बैंक का कुल बिजनेस अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 18.92 फीसदी बढ़कर 4.34 लाख करोड़ रुपये रहा जिसके चलते इस शेयर 3 फीसदी की तेजी लेकर बंद हुआ। Bajaj Auto | CMP Rs 6,968 | आज इस स्टॉक में 5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। दरअसल कंपनी 8 जनवरी को शेयर बायबैक पर विचार करेगी। Hero Motocorp | CMP Rs 3,995.05 | आज हीरो मोटोकॉर्प का स्टॉक 2.28 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। दिसंबर 2023 में उसकी कुल बिक्री मामूली गिरावट के साथ 3,93,952 यूनिट्स रही, जो एक साल पहले इसी महीने में 3,94,179 यूनिट्स थी। RVNL | CMP Rs 185.6 |आज इस स्टॉक में 2.65 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। दरअसल, कंपनी के ज्वाइंट वेंचर फर्म 'KRDCL-RVNL' को 123.36 करोड़ का ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर वर्कला शिवगिरी रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट/ अपग्रेडेशन के लिए मिला है। प्रोजेक्ट में कंपनी की हिस्सेदारी करीब 60.45 करोड़ की है। D Mart | CMP Rs 3,940 | कंपनी का दिसंबर तिमाही में स्टैंडअलोन रेवेन्यू सालाना आधार पर 17.2 फीसदी बढ़कर 13,247.33 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर 2023 के अंत में कंपनी के कुल स्टोर्स की संख्या 341 थी। जिसके चलते आज यह शेयर 3.98 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ।

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Tuesday, January 2, 2024

साल 2024 में 70000 रुपये पहुंच जाएगा सोना! क्या अभी है गोल्ड में निवेश का बेस्ट टाइम, जानें एक्सपर्ट की राय

Gold Price in Year 2024: साल 2024 में सोने की चाल क्या रहेगी? ज्यादातर निवेशकों के मन में यही सवाल है कि 64,000 रुपये के भाव पर गोल्ड में निवेश करना चाहिए या बेचकर प्रॉफिट कमाना चाहिए। अगर एक्पर्ट की माने तो साल 2024 में गोल्ड का भाव 70,000 रुपये तक पहुंच सकता है। ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल (GJC) ने कहा कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और ग्लोबल राजनीतिक तनाव से इस साल सोने की कीमतें 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंचने की उम्मीद है। यह इस बात को बताता है कि सोने को एक सुरक्षित निवेश और मुद्रास्फीति के खिलाफ एक प्रभावी बचाव के ऑप्शन के तौर पर लोग निवेश करते हैं। GJC के अध्यक्ष सैय्यम मेहरा ने कहा कि निवेश के लिए एक बेस्ट इस साल निवेश के लिए सुरक्षित ऑप्शन और महंगाई से बचाने के काम आता है। यही ट्रेंड साल 2024 में भी नजर आने वाला है। ग्राहकों को दुनिया भर में कमोडिटी की ऊंची कीमतों और बढ़ी हुई ब्याज दरों का सामना करना पड़ता है, जिससे वित्तीय बाजार में हलचल हो रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक अनिश्चितताएं और ग्लोबल-राजनीतिक तनाव सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत देते हैं, जो मंदी के दौरान सोने को एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो के रूप में जगह देता है। साल 2024 में सोने की कीमत 2,300 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस या 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी देखने की संभावना है। उन्होंने कहा कि यदि आर्थिक स्थिति खराब होती है, तो गोल्ड जैसे एसेट क्लास में निवेश बढ़ेगा। मेहरा ने कहा कि 2023 में वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच अमेरिका की ब्याज दर में ठहराव, भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और महंगाई दर के कारण गोल्ड ने साल 2023 में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि 13 फीसदी रिटर्न के साथ सोना 2023 में सबसे आकर्षक निवेश विकल्प बना रहेगा। क्रिसमस के मौसम के दौरान इक्विटी बाजारों में हालिया तेजी के बाद भी गोल्ड की खरीदारी में तेजी देखने को मिली। साल 2023 में 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड 64,460 रुपये के पीक पर नजर आया। ये अब तक का गोल्ड का पीक रहा है। Market outlook : गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 3 जनवरी को कैसी रह सकती है इसकी चाल

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Monday, January 1, 2024

एंप्लॉयीज का ट्रांसफर कर फंसी TCS, महाराष्ट्र सरकार ने भेज दिया नोटिस

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को एंप्लॉयीज को ट्रांसफर करने पर महाराष्ट्र सरकार से नोटिस मिला है। टाटा ग्रुप (Tata Group) की आईटी कंपनी टीसीएस की ट्रांसफर प्रैक्टिसेज को लेकर महाराष्ट्र सरकार के लेबर डिपार्टमेंट ने यह नोटिस भेजा है। टीसीएस को यह नोटिस पुणे में स्थित आईटी कंपनियों के एंप्लॉयीज की यूनियन नैसेंट इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉदी एंप्लॉयीज सीनेट (NITES) की शिकायत पर भेजा है। NITES ने टीसीएस की ट्रांसफर प्रैक्टिसेज को अनएथिकल बताते हुए इसके खिलाफ महाराष्ट्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट के पास शिकायत की थी। लेबर डिपार्टमेंट ने मराठी भाषा में कंपनी को जो नोटिस भेजा है, उसमें लिखा है कि टीसीएस और डिपार्टमेंट के मैनेजमेंट के बीच इसे लेकर 18 जनवरी की दोपहर 12 बजे बैठक होगी। 300 से अधिक शिकायतें मिली हैं NITES को नाइट्स (NITES) का कहना है कि इसे 300 से अधिक शिकायतें मिली है कि टीसीएस 2 हजार से अधिक एंप्लॉयीज जबरन दूसरे शहरों में ट्रांसफर कर रही है और इसके लिए जरूरी नोटिस या कंसल्टेशन भी नहीं किया गया। नाइट्स के मुताबिक इससे एंप्लॉयीज और उनके परिवारों के लिए दिक्कतें बढ़ी हैं। नाइट्स के प्रेसिडेंट हरप्रीत सिंह सलूजा का कहना है कि टीसीएस ने एंप्लॉयीज को धमकी दी है कि अगर ट्रांसफर के निर्देशों का पालन नहीं होता है तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। शिकायत के मुताबिक जिन एंप्लॉयीज ने कंपनी के जबरन ट्रांसफर फैसलों का विरोध किया, उनकी सैलरी भी रोक दी गई। हरप्रीत ने कंपनी के जबरन ट्रांसफर के फैसले को स्वीकार करने या इस्तीफे देने के लिए बाध्य करने के कदम को गैरकानूनी बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की। नए साल के जश्न में Zomato पर प्रति सेकंड 140 ऑर्डर, सीईओ दीपिंदर गोयल ने किया खुलासा TCS ने एंप्लॉयीज को दी थी 14 दिन की मोहलत टीसीएस की बात करें तो इसके एचआर डिपार्टमेंट ने टीसीएस मुंबई के एंप्लॉयीज को 14 दिनों के भीतर अपने ब्रांच में जाकर ट्रांसफर प्रोसेस पूरा करने को कहा था। हालांकि मनीकंट्रोल को यह नहीं पता चल पाया कि यह मेल किस तारीख में भेजा गया है। कंपनी ने इस मेल में लिखा है कि एंप्लॉयीज अभी तक नई जगह नहीं गए हैं और 14 दिनों का टाइमलाइन बीत गया तो ऐसे में उनकी सैलरी तत्काल रोकी जा रही है। इसके अलावा कंपनी ने अपने आदेशों के उल्लंघन और एंप्लॉयमेंट से जुड़ी शर्तों के उल्लंघन के नाम पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी।

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PM Kisan Yojana: पीएम मानधन योजना का उठाएं फायदा, बिना पैसे खर्च किए मिलेगी पेंशन

PM Kisan Yojana: देश के करोडों किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की ओर से कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। ऐसे ही केंद्र सरकार की एक योजना पीएम किसान सम्मान निधि योजना है। अगर इस योजना में किसानों को नाम है तो पीएम किसान मानधन योजना का भी फायदा उठा सकते है। इसके लिए किसानों को 25 पैसे भी नहीं खर्च करना है। 60 साल की उम्र के बाद घर बैठे हर महीने 3000 रुपये पेंशन मिलेगी। पीएम किसान सम्मान निधि योजना में रजिस्ट्रेशन होने पर पीएम किसान मानधन योजना में भी हो जाएगा। इसके बाद 6000 रुपये सालाना मिलने के अलावा हर महीने 3,000 रुपये महीने पेंशन मिलने लगेगी। दरअसल, पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। ये पैसे किसानों को किश्तों में दिए जाते हैं। साल भर में तीन किश्त जारी की जाती हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये दिए जाते हैं। हर 4 महीने में एक किश्त जारी की जाती है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना से मिलेगा फायदा देश के किसानों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए सरकार समय-समय पर अलग-अलग योजनाएं लेकर आती है। ऐसी ही एक सरकारी योजना पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yoajana) है। इस योजना की खास बात ये है कि इसके जरिए पीएम किसान मानधन योजना का भी फायदा उठा सकते हैं। इसका लाभ लेने के लिए आपको पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना में रजिस्ट्रेशन होने पर पीएम किसान मानधन योजना में भी हो जाएगा। इसके बाद 6000 रुपये सालाना मिलने के अलावा हर महीने 3,000 रुपये महीने पेंशन मिलने लगेगी। बिना पैसे खर्च किए बन जाएंगे पेंशन के हकदार अगर पीएम किसान सम्मान निधि में अकाउंट है तो बिना किसी कागजी कार्यवाही के किसानों का रजिस्ट्रेशन पीएम किसान मानधन योजना में भी हो जाएगा। पेंशन योजना के लिए जरूरी पैसे सम्मान निधि के तहत मिलने वाले पैसों से कट जाएगा। हालांकि ऐसा करने के लिए एक फॉर्म भरना होगा। इसके बाद से पीएम किसान के तहत मिलने वाली राशि से ही हर महीने जरूरी पैसे कटते रहेंगे। वहीं 60 की उम्र के बाद आपको हर महीने 3000 रुपये पेंशन के हकदार हो जाएंगे। इसके साथ ही आपको पीएम किसान के तहत पैसे भी मिलते रहेंगे। दरअसल 60 साल की उम्र के बाद पैसे कटना बंद हो जाएंगे। Pension Schemes: झारखंड में 60 नहीं 50 साल की उम्र में मिलेगी पेंशन, राज्य सरकार ने किया ऐलान जानिए क्या है पीएम किसान मानधन योजना पीएम किसान मानधन योजना छोटे और सीमांत किसानों को मंथली पेंशन देने की योजना है। इसमें 60 साल की उम्र पार करने के बाद हर महीने 3,000 रुपये बतौर पेंशन मिलेगी। यानी साल भर में 36,000 रुपये मिलेंगे। आमतौर पर इसमें रजिस्ट्रेशन 18 साल से 40 साल तक की उम्र का कोई भी किसान करा सकते हैं। वहीं उन्हें अपनी उम्र के हिसाब से इस योजना में हर महीने पैसे जमा करना होता है। 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक जमा किए जा सकते हैं। इसमें 60 की उम्र पूरा होने के बाद 3000 रुपये हर महीने पेंशन मिलती है। जानिए पूरा गणित पीएम किसान सम्मान निधि में 3 किश्तों में किसानों को 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। दूसरी ओर पेंशन योजना में कम से कम 55 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 200 रुपये हर महीने जमा करना होता है। ऐसे में अधिकतम सालाना 2400 रुपये और मिनिमम सालाना योगदान 660 रुपये हुआ। सालाना 6,000 रुपये मिलने पर अधिकतम योगदान 2400 रुपये कटने के बाद सम्मान निधि के 3600 रुपये अकाउंट में बचेंगे। वहीं, 60 की उम्र के बाद कुल फायदा 42000 रुपये सालाना हो जाएगा।

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Gainers and Losers: 1 जनवरी को इन 10 शेयरों में देखने को मिला सबसे ज्यादा मूवमेंट

नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी, 2024 को सेंसेक्स 169.21 अंक यानी 0.23 पर्सेंट की बढ़त के साथ 72,071.05 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी (Nifty) 10.50 अंक ऊपर यानी 0.05 पर्सेंट की बढ़त के साथ 21,741.90 पर पहुंच गया। 1 जनवरी को 2,394 शेयरों में बढ़त रही, जबकि 1,015 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। 107 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। हम आपको इस दिन सबसे ज्यादा घट-बढ़ वाले 10 प्रमुख शेयरों के बारे में बता रहे हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा | CMP 1,702 रुपये | दिसंबर 2023 में महिंद्रा की सेल्स में 6 पर्सेंट की बढ़त रही और इसके बाद कंपनी के शेयरों में 1.51 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली। यस बैंक | CMP 22.45 रुपये | बैंक को एनपीए पोर्टफोलियो की बिक्री से 150 करोड़ रुपये मिलने की खबर के बाद उसके शेयरों में 4.66 पर्सेंट की बढ़त रही। वोडाफोन आइ़डिया | CMP 16.95 रुपये | कंपनी के शेयरों में 1 जनवरी को तकरीबन 6 पर्सेंट की तेजी आई। GMR पावर एंड इंफ्रा | CMP 54.3 रुपये | GMR पावर एंड इंफ्रा के शेयर 1 जनवरी को कारोबार के दौरान 3 पर्सेंट तक चढ़ गए। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट होने लगी और आखिर में कंपनी का शेयर 3.29 पर्सेंट की गिरावट के साथ बंद हुआ। बजाज ऑटो | CMP 6,698 रुपये | दिसंबर 2023 में बजाज ऑटो की सेल्स में 16 पर्सेंट की बढ़ोतरी रही, जो अनुमान से कम है। इस खबर से कंपनी के शेयरों में 1.46 पर्सेंट की गिरावट रही। BHEL | CMP 197.6 रुपये | कंपनी को NLC से 19,422 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में 2.09 पर्सेंट का उछाल देखने को मिला। SJVN | CMP 92.7 रुपये | कंपनी ने उत्तर प्रदेश में 75 मेगावॉट का गुरहा सोलर पावर प्लांट लॉन्च किया है, जिस वजह से कंपनी के शेयरों में 1.92 पर्सेंट की तेजी देखने को मिली। बोंडाडा इंजीनियरिंग | CMP 417.1 रुपये | कंपनी ने ऐटपोल टेक्नोलॉजीज में 2.19 करोड़ रुपये में 60 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। इस खबर के बाद कंपनी का शेयर 5 पर्सेंट तक चढ़ गया। रैमके इंफ्रास्ट्रक्चर | CMP 812.95 रुपये | रैमके ने 755 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान किया है और इस खबर से कंपनी का शेयर 2.78 इंपर्सेंट की बढ़त के साथ बंद हुआ। RPP इंफ्रा प्रोजेक्ट्स | CMP 121.95 रुपये | RPP इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को 183.59 करोड़ के तीन कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स मिले हैं। इस खबर से कंपनी का शेयर शानदार बढ़ोतरी के साथ अपर सर्किट के लेवल तक पहुंच गया। बाद में कंपनी का शेयर 4.99 पर्सेंट की बढ़त के साथ बंद हुआ।

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chemical stocks: केमिकल शेयरों में जोरदार तेजी जारी, जानिए 2024 के लिए कैसा है आउटलुक और किन शेयरों में बनेगा पैसा

chemical stocks: केमिकल सेक्टर में पिछले कुछ हफ्तों से अच्छी रिकवरी दिख रही है। आने वाली तिमाहियों के दौरान इंडस्ट्री में डिमांड और मार्जिन में सुधार की उम्मीद की जा रही है । हालांकि चीन का चैलेंज भी कायम है। इस बीच आज यानी 01 जनवरी के कारोबार में केमिकल सेक्टर में जोरदार तेजी देखने को मिली। GNFC में 7% से ज्यादा का उछाल आया जबकि चंबल फर्टिलाइजर भी 2% ऊपर की तेजी देखने को मिली। साथ ही आरती इंडस्ट्रीज, UPL और टाटा केमिकल में भी अच्छी खरीदारी रही। ऐसे में बाजार जानकारों का कहना है कि आनेवाले समय में Deepak nitrite , Vinati Organics और Jubilant Ingrevia जैसे केमिकल कंपनियों पर नजर रखनी चाहिए। बाजार जानकार का यह भी कहना है कि एग्री केमिकल, फर्टिलाइजर में जोरदार तेजी की संभावना बनी हुई है। भारत में बैटरी केमिकल के लिए पॉजिटिव इको सिस्टम बना हुआ है। बैटरी केमिकम स्पेस में कई कंपनियां निवेश कर रही हैं, जो केमिकल इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर है। यही वजह है कि इनमें तेजी का रुख बरकरार है। हालांकि दूसरी तरफ बाजार जानकार एग्रोकेमिकल डिमांड को लेकर चितिंत नजर आ रहे हैं। बाजार जानकार का यह भी कहना है कि Q4’24 और Q1’25 में एग्रोकेमिकल डिमांड में कमजोरी संभव है। इस दौरान रबी की कमजोर सीजन का एग्रोकेमिकल डिमांड पर असर देखने को मिल सकता है। वहीं US में बड़ी इन्वेंटरी का भी डिमांड पर असर दिखेगा। बता दें कि LATAM और US में भारत का 55-60% एक्सपोर्ट होता है। चीन की नई क्षमता से भी भारतीय कंपनियों पर असर देखने को मिलेगा। ऐसे में बाजार जानकार का कहना है कि 2024 में ग्लोबल डिमांड आउटलुक कमजोर रह सकता है। कैसा है 2024 में केमिकल इंडस्ट्रीज का आउटलुक केमिकल इंडस्ट्री एक्सपर्ट अजय जोशी का कहना है कि आनेवाले तिमाहियों में केमिकल सेक्टर के एक्सपोर्ट रेवेन्यू और मुनाफे में सुधार की उम्मीद है। इसकी एक वजह यह भी है कि भारत की घरेलू डिमांड में तेजी देखने को मिल रहा है। इसके अलावा चाइना डंपिंग में गिरावट से भी केमिकल शेयरों को सपोर्ट मिल रहा है। हालांकि अजय जोशी का कहना है कि केमिकल कंपनियों के करेंट क्वांटर बेहतरीन होगा लेकिन इसमें उतनी तेजी की उम्मीद नहीं है। हालांकि 2024 के दूसरी तिमाही में केमिकल सेक्टर में अच्छी खासी रिकवरी की उम्मीद की जा सकती है। अजय जोशी ने इस बातचीत में यह भी कहा कि निवेशकों को सलाह होगी कि वह एग्रोकेमिकल शेयरों से ज्यादा उम्मीद ना लगाए। इन कंपनियों में करें निवेश अजय जोशी का कहना है कि  Anupam Rasayan, Aether industries और Aarti industries में केमिकल सेक्टर में उनकी पसंदीदा पिक्स है। इन तीनों ही स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता हैं। इन कंपनियों में आगे अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। अजय जोशी ने कहा कि एथर इंडस्ट्रीज इलेक्ट्रोलाइट सेगमेंट में एंट्री कर रहे हैं। ईवी सेगमेंट में कंपनी ने बड़े ऑटोमोटिव कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। जिसका फायदा कंपनी को मिलेगा। 2024 में बाजार से 10-12% रिटर्न मिलने की उम्मीद, फाइनेंशियल, कंजम्प्शन, IT करेंगे अच्छा: प्रशांत खेमका डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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