Thursday, February 20, 2025

Coconut Benefits: नारियल से हेयर-स्किन और हार्ट रहेगा हेल्दी, कई बीमारियों की हो जाएगी छुट्टी

नारियल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। यह एक स्वादिष्ट फल ही नहीं है, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद में इसे जीवन देने वाला वृक्ष (tree of life) कहा गया है। नारियल की गरी, पानी, तेल सब कुछ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इसके इस्तेमाल से गुड कोलेस्ट्रॉल में इजाफा होता है, जो कि हार्ट के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। नारियल अगर रोजाना खाना शुरू कर दें तो आपको वजन घटाने में भी मदद मिलेगी। नारियल पानी शरीर के विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है। इसमें में पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-C जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

नारियल पानी में कैलोरी की मात्रा भी काफी कम होती है। रोजाना नारियल का पानी पीने से शरीर में डी हाइड्रेशन की कमी दूर होती है। इसके सेवन से त्वचा पर ग्लो आता है। इसके अलावा इम्यूनिटी को भी मजबूत करने में मदद मिलती है। इसके सेवन से कई बीमारियों से आप दूर रह सकते हैं।

नारियल के सेवन से मोटापा होगा दूर

अगर आप वजन कम करना चाहते है, तो रोजाना खाली पेट नारियल का सेवन करें। इसमे फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। वजन घटाने के लिए यह फायदेमंद साबित हो सकता है। खाली पेट नारियल खाने से भूख जल्दी नहीं लगती है। इसके अलावा नारियल में ट्राइग्लिसराइड्स भी होता है, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। नारियल के सेवन से इम्यूनिटी में इजाफा होता है।

नारियल से कब्ज की समस्या होगी दूर

अगर आप कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं तो खाली पेट नारियल का सेवन करें। इसमे फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इससे कब्ज से छुटकारा मिल सकता है। यह भोजन को पचाने में मदद करता है।

नारियल के सेवन से दिल रहेगा चकाचक

नारियल पानी से कोलेस्ट्रॉल और ट्राई-ग्लिसराइड का स्तर कम होता है। रोजाना नारियल पानी पीने से खून के थक्के जमने और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। वहीं नारियल की गिरी भी हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे गुड कोलेस्ट्रॉल में इजाफा होता है।

ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए नारियल पानी का सेवन काफी मदद करता है। नारियल पानी में मौजूद विटामिन C, पोटेशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। नारियल पानी पीने के बाद नारियल की कच्ची मलाईदार गरी भी पाचन को मजबूत बनाने के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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Wednesday, February 19, 2025

WhatsApp में वॉयस मेसेज को Text में बदलने का नया तरीका, जानें कैसे करें इस्तेमाल

WhatsApp यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी, अगर आप वॉयस मैसेज सुनने की बजाय उन्हें टेक्स्ट में पढ़ना पसंद करते हैं, तो WhatsApp आपके लिए एक शानदार फीचर लेकर आ रहा है। पिछले साल वॉयस मैसेज ट्रांसक्रिप्शन फीचर लॉन्च करने के बाद, अब कंपनी इसे और भी स्मार्ट बनाने की तैयारी में है। नए अपडेट के तहत यूजर्स को ये तय करने की पूरी आजादी मिलेगी कि वे अपने वॉयस मैसेज को कब और कैसे ट्रांसक्रिप्ट करना चाहते हैं। मतलब, अब हर ऑडियो मैसेज को सुनने की जरूरत नहीं होगी-आप अपनी सुविधा के अनुसार इसे टेक्स्ट में बदल सकते हैं और सीधे पढ़ सकते हैं। ये फीचर खासतौर पर उन यूजर्स के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, जो मीटिंग, ट्रैवलिंग या किसी भी ऐसी स्थिति में होते हैं, जहां वॉइस मैसेज सुनना संभव नहीं होता।

इसके अलावा, ये उन लोगों के लिए भी उपयोगी रहेगा जो जल्दी में होते हैं और टेक्स्ट पढ़कर तेजी से रिप्लाई करना चाहते हैं। WhatsApp का ये नया अपडेट आपके चैटिंग एक्सपीरियंस को पहले से ज्यादा स्मार्ट और सुविधाजनक बना देगा। आइए जानते हैं इस दमदार फीचर की खासियतें।

तीन तरीके से कर सकेंगे ट्रांसक्रिप्शन

WhatsApp के इस अपग्रेडेड फीचर को हाल ही में WhatsApp Beta for Android 2.25.4.15 वर्जन में देखा गया है। इसमें वॉयस मैसेज ट्रांसक्रिप्शन के लिए तीन नए ऑप्शन जोड़े गए हैं:

ऑटोमैटिकली: इस ऑप्शन को चुनने पर सभी इनकमिंग वॉयस मैसेज अपने आप टेक्स्ट में बदल जाएंगे।

मैन्युअली: इस विकल्प में यूजर्स को मैन्युअली किसी वॉयस मैसेज को ट्रांसक्रिप्ट करने के लिए "ट्रांसक्राइब" बटन पर टैप करना होगा।

नेवर: अगर कोई यूजर इस फीचर का उपयोग नहीं करना चाहता, तो "नेवर" ऑप्शन चुनकर ट्रांसक्रिप्शन को पूरी तरह डिसेबल कर सकता है।

सबसे खास बात ये है कि यूजर्स जरूरत के अनुसार कभी भी इन ऑप्शन को बदल सकते हैं। ये फीचर फिलहाल डेवलपमेंट स्टेज में है और बीटा टेस्टिंग के बाद इसे ग्लोबल यूजर्स के लिए जारी किया जा सकता है।

चैट लिस्ट में आया नया बदलाव

WhatsApp ने हाल ही में चैट लिस्ट में एक और बड़ा बदलाव किया है। अब चैट फिल्टर हमेशा विजिबल रहेंगे, जिससे यूजर्स को कन्वर्सेशन को मैनेज करने में आसानी होगी। इससे पहले, यूजर्स को इन फिल्टर्स को देखने के लिए चैट लिस्ट को हल्का स्क्रॉल करना पड़ता था, लेकिन अब यह फीचर डायरेक्टली विजिबल रहेगा।

WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, यह नया अपडेट WhatsApp Beta for Android 2.25.4.12 में देखा गया है और जल्द ही इसे स्टेबल वर्जन में सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा।

क्या है WhatsApp की नई रणनीति?

WhatsApp लगातार यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने पर काम कर रहा है। वॉयस  मेसेज ट्रांसक्रिप्शन फीचर से उन यूजर्स को काफी फायदा होगा जो किसी कारणवश ऑडियो नहीं सुन सकते या टेक्स्ट फॉर्मेट में वॉयस  मैसेज को पढ़ना चाहते हैं। वहीं, चैट लिस्ट में हमेशा विजिबल फिल्टर होने से यूजर्स की चैटिंग एक्सपीरियंस और भी बेहतर होगा।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए फीचर्स कब तक सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे।

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ऑयल मील का एक्सपोर्ट 9% घटा, सरसों, कैस्टर सीड के एक्सपोर्ट में कमी ने दिखाया असर

ऑयल मील का एक्सपोर्ट में गिरावट देखी गई है। पिछले साल से ऑयल मील का 9% एक्सपोर्ट घटा है। पिछले साल से 3.71 लाख टन ऑयल मील का कम एक्सपोर्ट हुआ। सरसों, कैस्टर सीड के एक्सपोर्ट में कम होने से फर्क पड़ा। 10 महीनों में सोयाबीन का 1.85 लाख टन एक्सपोर्ट बढ़ा। अप्रैल 24-जनवरी 2025 में 17.17 लाख टन ऑयल मील का एक्सपोर्ट हुआ।

बता दें कि अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 में ऑयल मील का एक्सपोर्ट 39.74 लाख टन रहा था जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 में ऑयल मील का एक्सपोर्ट 36.03 लाख टन रहा था।

ऑयल मील के इंपोर्टर देश पर नजर डालें तो साउथ कोरिया ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 76.64 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 59.95 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ। वहीं वियतनाम ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 37.89 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 20.70 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ।

थाईलैंड ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 52.57 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 35.33 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ। बांग्लादेश ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 70.84 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 62.12लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ।

अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 के दौरान सोयाबीन का 15.86 लाख टन एक्सपोर्ट हुआ। जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 में 17.71 लाख टन सोयाबीन का एक्सपोर्ट हुआ। वहीं सरसों अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 का 18.95 लाख टन एक्सपोर्ट हुआ जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 में 15.42 लाख टन सोयाबीन का एक्सपोर्ट हुआ।

सरसों के एक्सपोर्ट के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020-21 में 11.13 लाख टन का एक्सपोर्ट हुआ था जबकि साल 2021-22 में 86.64 लाख टन, साल 2022-23 में 22.96 लाख टन और 2023-24 में 22.13 लाख टन सरसों का एक्सोर्ट हुआ।

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Bonus Issue: ₹2 से भी सस्ता स्टॉक, अब एक पर एक शेयर मिलेगा फ्री में

Bonus Issue: रियल एस्टेट कंपनी केबीसी ग्लोबल के शेयर डेढ़ रुपये से भी कम भाव पर हैं और अब अपने निवेशकों को यह 1:1 के रेश्यो में बोनस शेयर का तोहफा देने जा रही है यानी कि हर शेयर पर एक शेयर फ्री में मिलेंगे। पिछले हफ्ते शनिवार 15 फरवरी को बोर्ड की बैठक में बोनस इश्यू के साथ-साथ कंपनी का नाम बदलने से भी जुड़ा बड़ा ऐलान हुआ। शेयरों की बात करें तो आज इसके शेयर बीएसई पर आज 4.24 फीसदी की बढ़त के साथ 1.23 रुपये (KBC Global Share Price) पर बंद हुए हैं। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 7 नवंबर 2024 को यह एक साल के हाई 2.56 रुपये और 14 फरवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर 1.08 रुपये पर था। एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी ने नाम बदलकर धरन इंफ्रा-ईपीसी लिमिटेड या इसी प्रकार का कोई नाम जिसे रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से मंजूरी मिल जाए, रखने का ऐलान किया है।

पहले भी KBC Global बांट चुकी है बोनस में शेयर

केबीसी ग्लोबल के शेयर इतने कम भाव पर इसलिए हैं क्योंकि इसमें दो बार स्टॉक स्प्लिट हो चुका है और एक बार बोनस इश्यू जारी हो चुका है। बता दें कि स्टॉक स्प्लिट और बोनस इश्यू के बाद पोर्टफोलियो में शेयरों की संख्या बढ़ती है लेकिन वैल्यू वही रहती है क्योंकि शेयरों का भाव एडजस्ट किया जाता है। पहले स्प्लिट की बात करें तो 8 मई 2020 को कंपनी ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों को 2 रुपये की फेस वैल्यू में यानी 1:5 के रेश्यो में तोड़ने का ऐलान किया था जिसकी रिकॉर्ड डेट 2 जुलाई 2020 थी। इसके बाद 31 मई 2021 को कंपनी ने 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों को 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों में तोड़ने का ऐलान किया जिसका रिकॉर्ड डेट 12 अगस्त 2021 थी। अब बोनस इश्यू की बात करें तो 14 जुलाई 2021 को कंपनी ने 4:1 के रेश्यो में बोनस इश्यू का ऐलान किया था जिसकी रिकॉर्ड डेट 12 अगस्त 2021 थी। कंपनी ने फिर 1:1 के रेश्यो में बोनस इश्यू का ऐलान किया है जिसकी रिकॉर्ड डेट अभी तय नहीं है।

कैसी है कंपनी की सेहत?

माइक्रोकैप कंपनी केबीसी ग्लोबल के सेहत की बात करें तो 314 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली इस कंपनी का ऑर्डर बुक 260 करोड़ रुपये से अधिक का है। प्रिफरेंशियल वारंट्स के जरिए पतंजलि फूड्स एंड हर्बल पार्क और फाल्कोन पीक फंड समेत कई निवेशकों ने इसमें 99.50 करोड़ रुपये निवेश किए थे। बीएसई पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक तिमाही आधार पर सितंबर तिमाही में इसका शुद्ध घाटा 15.30 करोड़ रुपये से तेजी से गिरकर 1.19 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि इस दौरान रेवेन्यू भी 9.34 करोड़ रुपये से गिरकर 6.20 करोड़ रुपये पर आ गया।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Tuesday, February 18, 2025

Ramzan Relief: मुस्लिमों पर तेलंगाना की कांग्रेस सरकार मेहरबान, रमजान में ऑफिस से 1 घंटे पहले निकल सकेंगे कर्मचारी, BJP भड़की

Ramzan Relief in Telangana: तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने एक नया निर्देश जारी किया है। इसके तहत सरकारी कार्यालयों में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों को रमजान के महीने में नमाज अदा करने के लिए ऑफिस से जल्दी निकलने की अनुमति दी गई है। तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने सभी मुस्लिम कर्मचारियों को 2 मार्च से 31 मार्च तक पवित्र रमजान के दौरान नमाज अदा करने के लिए एक घंटे पहले ही शाम 4 बजे अपना ऑफिस छोड़ने की अनुमति दे दी है। तेलंगाना के सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी एक ऑफिशियल सर्कुलर के अनुसार, मुस्लिम कर्मचारी 2 मार्च से 31 मार्च, 2025 तक शाम 4 बजे दफ्तर से निकल सकते हैं।

ये आदेश मुस्लिम टीचर्स, कॉन्ट्रैक्ट, आउटसोर्सिंग, बोर्ड और पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों पर लागू हैं। मुख्य सचिव शांति कुमारी ने आदेश जारी कर मुस्लिम कर्मचारियों को पवित्र महीने के दौरान एक घंटा पहले ऑफिस छोड़ने की इजाजत दी है। निर्देश के अनुसार, मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों को रमजान के दौरान नमाज अदा करने के लिए शाम 4 बजे तक ऑफिस से निकलने का अधिकार है।

सर्कुलर में कहा गया है, "सरकार राज्य में कार्यरत सभी मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों/शिक्षकों/कॉन्ट्रैक्ट/आउट-सोर्सिंग/बोर्डों/निगमों और सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों को रमजान के पवित्र महीने के दौरान, 2 से 31 मार्च तक जरूरी प्रार्थना करने के लिए शाम 4 बजे अपने कार्यालयों/स्कूलों से बाहर निकलने की अनुमति देती है। सिवाय इसके कि जब उपरोक्त अवधि के दौरान सेवाओं की अनिवार्यता के कारण उनकी उपस्थिति जरूरी हो।"

हालांकि, नोटिस में कहा गया है कि मुस्लिम कर्मचारियों को इमरजेंसी स्थिति में दफ्तर या स्कूल में रुकना होगा। बता दें कि तेलंगाना सरकार के कार्यालय सभी महीनों में सभी रविवार और दूसरे शनिवार को बंद रहते हैं।

तेलंगाना सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी नोटिस में उल्लेख किया गया है कि ईद-उल-फितर, ईद-उल-अजहा, मुहर्रम और ईद-ए-मिलाद की तिथियों में चांद दिखने या अभी घोषित किसी अन्य अवकाश के अनुसार किसी भी बदलाव की स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट मीडिया के माध्यम से इसकी घोषणा की जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग रमजान महीने के लिए ऐतिहासिक मक्का मस्जिद और शाही मस्जिद में बड़े लेवल पर व्यवस्था कर रहा है। मस्जिदों में नमाजियों के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। रमजान के महीने में हर रात होने वाली विशेष नमाज तरावीह के लिए खास व्यवस्था की जा रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है है कि हैदराबाद के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की तरफ से दी गई जरूरतों के हिसाब से मक्का मस्जिद, चारमीनार, रॉयल मस्जिद, नामपल्ली और सचिवालय मस्जिद को 2,250 किलोग्राम हाई क्वालिटी वाले खजूर उपलब्ध कराए जाएंगे।

बीजेपी भड़की

कांग्रेस सरकार के इस फैसले की भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने तीखी आलोचना की है। बीजेपी ने तेलंगाना सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि कांग्रेस को केवल मुस्लिम वोटों पर भरोसा है। इससे ही सत्ता हासिल की है। इस तरह की हरकत से तुष्टिकरण की राजनीति का चरम झलकता है। उन्होंने X पर लिखा, "तुष्टीकरण की राजनीति चरम पर! तेलंगाना सरकार ने रमजान के लिए जल्दी छुट्टी की अनुमति दी, लेकिन हिंदू त्योहारों को नजरअंदाज किया। सभी के लिए समान अधिकार हो, या किसी के लिए भी नहीं।"

वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी X पर लिखा कि तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण का कीड़ा चढ़ गया है, जिसने रमजान के दौरान मुस्लिम राज्य कर्मचारियों के लिए काम के घंटों में छूट को मंजूरी दे दी है। लेकिन नवरात्रि के दौरान उपवास करने वाले हिंदुओं को ऐसी कोई छूट कभी नहीं दी जाती। यह दिखावा किसी एक समुदाय की धार्मिक मान्यताओं के प्रति संवेदनशील होने के बारे में नहीं है। बल्कि उन्हें केवल वोट बैंक तक सीमित करने के बारे में है। इसका विरोध किया जाना चाहिए।

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Monday, February 17, 2025

Experts views : मार्केट का ट्रेंड अभी भी कमजोर, हर उछाल पर देखने को मिल सकती है बिकवाली

Stock market : शुरुआती गिरावट के बाद बाजार में आज 17 फरवरी के शानदार रिकवरी देखने को मिली है। बाजार निचले स्तर से सुधरकर बंद हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ है। 8 दिनों की गिरावट के बाद सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त पर बंद हुए हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी शानदार रिकवरी देखने को मिली। मिडकैप इंडेक्स नीचे से करीब 1400 प्वाइंट सुधरकर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक नीचे से करीब 750 प्वाइंट सुधरकर बंद हुआ है। फार्मा, मेटल, PSE शेयरों में खरीदारी रही, ऑटो, IT और FMCG शेयरों में दबाव देखने को मिला। निफ्टी 30 अंक चढ़कर 22,960 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 58 प्वाइंट चढ़कर 75,997 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 159 प्वाइंट चढ़कर 49,259 पर बंद हुआ। मिडकैप 196 प्वाइंट चढ़कर 49,850 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में तेजी रही। निफ्टी के 50 में से 34 शेयरों में तेजी रही। निफ्टी बैंक के 12 में से 7 शेयरों में तेजी देखने को मिली।

आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल

असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स में तकनीकी और डेरिवेटिव्स रिसर्च के एवीपी ऋषिकेश येदवे का कहना है कि निफ्टी इंडेक्स में आज गिरावट के साथ शुरुआत हुई। लेकिन शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद निफ्टी ने 22,780 पर सपोर्ट वापस पा लिया और अच्छी रिकवरी की। अंततः ये 22,960 पर सपाट बंद हुआ। वोलैटिलटी इंडेक्स इंडिया VIX 4.71 फीसदी बढ़कर 15.72 पर पहुंच गया,जो बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने का संकेत है।

तकनीकी नजरिए से देखें तो डेली स्केल पर निफ्टी ने कई सपोर्ट जोन के पास एक बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है,जो मजबूती का संकेत देता है। जब तक इंडेक्स 22,725 पर बना रहता है, तब तक गिरावट पर खरीदारी की रणनीति बेहतर रहेगी। 23,240 पर 21-डे सिंपल मूविंग एवरेज(DSMA) एक तात्कालिक रजिस्टेंस के रूप में कार्य कर रहा है। अगर निफ्टी 23,250 से ऊपर जाने में कामयाब रहता है तो बाजार में शॉर्ट टर्म बॉटम रिवर्सल की स्थिति में और तेजी आ सकती है।

इसी तरह, बैंक निफ्टी ने आज गैप डाउन के साथ शुरुआत की। पहले हाफ में उतार-चढ़ाव के कारण बिकवाली का दबाव झेला। लेकिन दूसरे हाफ में मजबूत रिकवरी देखने को मिली। इसके चलते बैंक निफ्टी बढ़त के साथ 49,259 के स्तर पर बंद हुआ। तकनीकी रूप से देखें तो बैंक निफ्टी ने डेली स्केल पर एक बड़ी ग्रीन कैंडल बनाई है,जो मजबूती का संकेत है। हालांकि, इसे 49,315 पर 21-DSMA के आसपास रजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। इस स्तर से ऊपर बने रहने पर बैंक निफ्टी में 49,650-49,750 की ओर तेजी बढ़ सकती है। वहीं, नीचे की तरफ इसके लिए 48,500 पर मजबूत सपोर्ट है। ट्रेडिंग अवसरों की तलाश के लिए ट्रेडरों को इन स्तरों पर बारीकी से नज़र रखनी चाहिए।

Market Outlook: आठ दिनों की गिरावट के बाद सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त पर बंद, जानिए 18 फरवरी को कैसी रह सकती है इनकी चाल

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी आज दिन के निचले स्तर से काफी ऊपर बंद हुआ। ये रेंज के निचले सिरे पर आई खरीदारी का संकेत है। हालांकि, सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है क्योंकि निफ्टी अहम फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर को फिर से हासिल करने में विफल रहा है। इसके अलावा,निफ्टी अहम मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा जो मंदी के संकेत को मजबूत करता है। शॉर्ट टर्म में इंडेक्स में तेजी पर बिकवाली की संभावना बनी रहेगी। जब तक निफ्टी क्लोजिंग बेसिस पर निर्णायक रूप से 23,150 से ऊपर नहीं जाता इसमें कमजोरी कायम रहेगी। नीचे की ओर 22,800 पर सपोर्ट दिख रहा है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Nifty की वैल्यूएशन बीते 5-10 सालों में सबसे कम, अभी नहीं निवेश करेंगे तो आखिर कब करेंगे?

निफ्टी की वैल्यूएशन 5-10 सालों में सबसे कम लेवल पर आ गई है। अगर कोविड को छोड़ दिया जाए तो लंबे समय बाद निफ्टी की वैल्यूएशन इस लेवल पर आई है। इसके अलावा मार्केट में कोई नहीं रिस्क नहीं दिखाई देता है। सिर्फ मार्केट सेंटिमेंट कमजोर है। ओमनीसाइंस कैपिटल से चीफ इनवेस्टेंट स्ट्रेटेजिस्त और सीईओ विकास गुप्ता ने बातें बताईं। मनीकंट्रोल से बातचीत में उन्होंने स्टॉक मार्केट और इनवेस्टमेंट को लेकर कई अहम बातें बताईं।

FY26 की दूसरी छमाही में अर्निंग्स बढ़ेगी

गुप्ता का कहना है कि इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भी कंपनियों की अर्निंग्स (Corporate Earnings) कमजोर रह सकती है। हालांकि, उन्होंने FYH26 की दूसरी छमाही में अर्निंग्स में रिकवरी की उम्मीद जताई। उन्होंने बताया कि मार्केट में हालिया गिरावट में उन्होंने कहां निवेश किया। उन्होंने कहा, "हमने गिरावट के दौरान सबसे कम NPA, सबसे ज्यादा NIMs और RoE वाले स्टॉक्स में निवेश किया। इसके अलावा हमने पावर, हाउसिंग फाइनेंस, लॉजिस्टिक्स, कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग सेक्टर्स के स्टॉक्स में निवेश किया।"

निफ्टी कई साल बाद अट्रैक्टिव लेवल पर

क्या मार्केट का खराब वक्त बीत चुका है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अनिश्चितता पैदा करने वाली चीजों को हम पीछे छोड़ चुके हैं। बतौर निवेशक हमारा फोकस मार्केट में मौजूद मौकों पर होना चाहिए। अगर कोई हमसे यह पूछता है कि अभी खरीदने का मौका है या बेचने का तो मेरा जवाब यह होगा कि इस मार्केट में निवेश के शानदार मौके हैं। Nifty का करेंट पीई रेशियो करीब 20.5 गुना पर आ गया है। यह पिछले 5-10 सालों में निफ्टी के सबसे कम पीई रेशियो के करीब है। सिर्फ कोविड के दौरान निफ्टी का पीई 18.71 गुना पर आया था।

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इन वजहों से मार्केट में आएगी तेजी

उन्होंने कहा कि अगर पहले आई गिरावट से तुलना करें तो स्थिति काफी अलग है। बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में इंडिया की जीडीपी ग्रोथ सबसे तेज है। इनफ्लेशन RBI के 4 फीसदी टारगेट के करीब आ गया है। इंडियन इकोनॉमी की सेहत काफी मजबूत है। बैंकों का एनपीए बीते दो दशक में सबसे कम है। कंपनियों की बैलेंसशीट स्ट्रॉन्ग है। ऐसे में कई सेक्टर में मौजूदा निवेश के मौकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, यह ध्यान में रखना होगा कि बीते 5-10 सालों में मार्केट के फेवरिट रहे स्टॉक्स में करेक्शन आ सकता है।



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Zomato's First AI Tool: जोमैटो का पहला एआई टूल, अब खुल गया इनके लिए भी

Zomato's First AI Tool: जोमैटो और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने एआई से लैस कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म नगेट (Nugget) लॉन्च किया है। यह प्लेटफॉर्म दुनिया भर के बिजनेसेज के लिए है। इसका ऐलान आज कंपनी के को-फाउंडर और ग्रुप सीईओ दीपिंदर गोयल ने किया। इसका खुलासा एक्सचेंज फाइलिंग में हुआ है लेकिन इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद। इससे पहले जोमैटो के शेयर आज शुरुआती गिरावट से उबरते हुए ग्रीन जोन में पहुंचे और ग्रीन ही बंद हुए। इंट्रा-डे में यह 210.60 रुपये से रिकवर होकर 219.10 रुपये के हाई तक पहुंचा था और दिन के आखिरी में बीएसई पर यहग 1.18 फीसदी की बढ़त के साथ 218.55 रुपये के भाव (Zomato Share Price) पर बंद हुआ है।

Nugget में क्या है खास?

जोमैटो ने जो कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म नगेट पेश किया है, वह एआई से लैस है। इसमें लागत कम आएगी, किसी डेवलपमेंट टीम की जरूरत नहीं पड़ेगी। 80 फीसदी तक क्वेरीज का समाधान तो यह खुद ही कर देगी। यह रियल टाइम में सीखकर खुद को उसके हिसाब से तैयार कर लेगा। दीपिंदर गोयल के मुताबिक नगेट को इंटर्नल टूल के रूप में तीन साल में तैयार किया गया है और यह जोमैटो, ब्लिंकिट और हायपरक्योर पर हर महीने 1.5 करोड़ से अधिक सपोर्ट इंटरैक्शंस को संभालता है। कंपनी ने अब इसे दुनिया भर के बिजनेसेज के लिए खोलने का ऐलान कर दिया है और जोमैटो के सीईओ का दावा है कि जिन्होंने नगेट को देखा है, उनमें से करीब 90 फीसदी ने इसे साइन अप यानी कि अपना भी लिया है। नगेट जोमैटो लैब्स का पहला एआई टूल है।

एक साल में कैसी रही Zomato के शेयरों की स्थिति?

जोमैटो के शेयरों ने पिछले साल 9 महीने में 111 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया था यानी निवेशकों का पैसा डबल से अधिक कर दिया था। पिछले साल 14 मार्च 2024 को यह 144.30 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से नौ महीने में यह 111 फीसदी से अधिक उछलकर 5 दिसंबर 2024 को 304.50 रुपये पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस रिकॉर्ड हाई से यह 28 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।

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Tabu: 'उसे देखकर मेरी आंखों में आंसू...', न्यासा को पहली बार देखकर कैसा था तब्बू का रिएक्शन?

Tabu: तब्बू और अजय देवगन इंडस्ट्री के सबसे अच्छे दोस्त माने जाते हैं। दोनों कई सालों से एक-दूसरे के साथ काम करते आए है। अजय और तब्बू की ऑन-स्क्रीन कैमिस्ट्री को भी फैंस काफी पसंद करते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर तब्बू का एक पुराना वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें तब्बू ने बताया की अजय और काजोल की बेटी न्यासा को पहली बार देखने के बाद उनका रिएक्शन कैसा था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पुराने वीडियो में तब्बू न्यासा के बारे में बात करती नजर आ रही हैं। एक्ट्रेस ने कहा, "अजय की शादी हुई थी, और उनकी बेटी हुई थी। मुझे लगा कि ये बाप बन गया और मैं अभी भी इस बात से पूरी तरह से मान नहीं पाई ।"

'ये तो अजय की कार्बन कॉपी है'

बॉलीवुड एक्ट्रेस तब्बू ने आगे कहा, "फिर मैंने न्यासा को फन्ना की शूटिंग पर देखा, वो बहुत छोटी थी। उसे देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए थे कि ओ भगवान, यह मेरी दोस्त की बेटी है।" तब्बू ने आगे कहा, "मेरी मम्मी मेरे साथ थी और वो कह रही थी। ये तो विशाल की कॉपी है, ये जैसी चलती है, जैसे बात करती है, ये तो उसकी कार्बन कॉपी है।"

 

हिट है तब्बू और अजय की जोड़ी

तब्बू और अजय देवगन बॉलीवुड की कई फिल्मो में एक साथ काम कर चुके हैं। दोनों की जोड़ी को फैंस काफी पसंद करते हैं। तब्बू और अजय एक-दूसरे को बचपन से जानते हैं। तब्बू और अजय सबसे पहले 1994 में आई फिल्म "विजयपथ" में एक दूसरे के साथ काम किया। इसके बाद उन्होंने कई सफल फिल्मों में एक साथ काम किया। तब्बू और अजय ने एक साथ "दृश्यम", "गोलमाल अगेन" (2017), "दे दे प्यार दे" (2019), "दृश्यम 2" (2022), और "भोला" (2023) जैसी कई फिल्मों में काम किया।

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Sunday, February 16, 2025

शरीर के इन अंगों पर तिल होने का मतलब है अपार धन, जाने कहीं आपका तिल खर्चीलेपन का संकेत तो नहीं

तिल सिर्फ हमारी त्वचा की सुंदरता को नहीं बढ़ाते, बल्कि ज्योतिष शास्त्र में इन्हें व्यक्ति के स्वभाव, भाग्य और आर्थिक स्थिति से भी जोड़ा जाता है। मान्यता है कि शरीर के विभिन्न अंगों पर तिल का स्थान यह संकेत देता है कि कोई व्यक्ति धनवान बनेगा या उसे जीवनभर आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कुछ जगहों पर तिल होना सौभाग्यशाली माना जाता है, जो सफलता और समृद्धि दिलाने वाला होता है, जबकि कुछ स्थानों पर तिल का होना फिजूलखर्ची या आर्थिक अस्थिरता का संकेत देता है।

विशेष रूप से हथेली, माथे, गाल, भौंह, होठों के नीचे और पैरों पर मौजूद तिल व्यक्ति के जीवन में धन के प्रवाह और बचत की क्षमता को दर्शाते हैं। आइए जानते हैं कि आपके शरीर के तिल आपके भाग्य के बारे में क्या कहते हैं और इनका जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

इन जगहों पर तिल वाले लोगों को धन की कमी नहीं होती

बायां गाल: अगर किसी व्यक्ति के बाएं गाल पर तिल होता है, तो यह दर्शाता है कि उसके पास धन कमाने के कई साधन होते हैं। ऐसे लोग अपनी मेहनत और किस्मत के दम पर अच्छी कमाई कर सकते हैं, लेकिन इनके लिए बचत करना चुनौतीपूर्ण होता है। ये लोग जितना कमाते हैं, उतना ही खर्च कर देते हैं।

ललाट पर तिल: माथे के बीच में तिल होना शुद्ध प्रेम और अच्छे स्वभाव का प्रतीक माना जाता है। यदि ललाट के दाईं ओर तिल हो, तो यह धन वृद्धि का संकेत देता है, जबकि बाईं ओर तिल होने पर व्यक्ति को आर्थिक रूप से संघर्ष करना पड़ सकता है।

छाती पर दाहिनी ओर तिल: पुरुषों की छाती पर दाहिनी ओर तिल होने को शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे व्यक्ति भाग्यशाली होते हैं और इन्हें जीवन में धन, सफलता और परिवार का सुख प्राप्त होता है।

इन जगहों पर तिल वाले लोगों को धन की समस्या होती है

तर्जनी अंगुली: जिस व्यक्ति की तर्जनी अंगुली (इंडेक्स फिंगर) पर तिल होता है, उसे जीवन में आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों के पास धन टिकता नहीं है और कई बार इन्हें पैसों की किल्लत झेलनी पड़ती है।

होठों के नीचे तिल: होठों के नीचे तिल होने का अर्थ यह है कि व्यक्ति को अधिकतर समय आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ सकता है। इन लोगों को धन कमाने में मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन फिर भी वे आर्थिक रूप से मजबूत नहीं बन पाते।

बायीं हथेली पर तिल: बायां हाथ खर्चों का प्रतीक माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की बायीं हथेली पर तिल होता है, तो वह बहुत ज्यादा खर्चीला होता है। ऐसे लोग पैसा कमाते तो हैं, लेकिन बचत नहीं कर पाते, जिससे उन्हें हमेशा वित्तीय अस्थिरता का सामना करना पड़ता है।

बाएं पैर पर तिल: बाएं पैर पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति बिना सोचे-समझे खर्च करता है और उसके खर्चों का कोई ठिकाना नहीं होता। ऐसे लोग पैसे जमा नहीं कर पाते और जीवनभर आर्थिक परेशानियों से घिरे रहते हैं।

कांख (अरेंपिट) पर तिल: जिन लोगों की बायीं कांख पर तिल होता है, वे अक्सर अपने धन को बीमारियों और इलाज में खर्च कर देते हैं। ऐसे लोग मेहनत से कमाते हैं, लेकिन उनकी स्वास्थ्य समस्याएं उनके धन को बचने नहीं देतीं।

बायीं भौंह पर तिल: अगर किसी व्यक्ति की बायीं भौंह पर तिल होता है, तो वह अपने शौक और विलासिता में जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च करता है। ये लोग फिजूलखर्च होते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति पर नियंत्रण नहीं रख पाते।

हथेली पर गुरु पर्वत के स्थान पर तिल: हथेली में गुरु पर्वत (अंगूठे के नीचे वाला क्षेत्र) पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति को जीवनभर धन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। शादी के बाद भी ऐसे लोगों को आर्थिक परेशानियां घेरे रखती हैं और वे स्थिरता प्राप्त नहीं कर पाते।

कोहनी पर तिल: विद्वत्ता का प्रतीकयदि किसी व्यक्ति की कोहनी पर तिल होता है, तो यह शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे लोग बुद्धिमान, ज्ञानी और विद्वान होते हैं। वे अपने ज्ञान और मेहनत के दम पर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

क्या आपके तिल से जुड़ी है आपकी आर्थिक स्थिति?

समुद्र शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शरीर पर मौजूद तिल व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, धन संचय की क्षमता और भाग्य का संकेत देते हैं। हालांकि, ये सब मान्यताएं हैं और वास्तविक जीवन में मेहनत और सूझबूझ से ही सफलता पाई जा सकती है। लेकिन फिर भी, यह जानना दिलचस्प है कि हमारे शरीर के ये छोटे-छोटे चिह्न हमारी जिंदगी को किस तरह प्रभावित कर सकते हैं।

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Viral Video: ‘रुपयों की नहीं, सिक्कों की गाड़ी,’ सड़क पर दौड़ती इस कार का वीडियो देख लोग हुए हैरान

भारत में कार सिर्फ एक साधारण वाहन नहीं, बल्कि एक सपने और मेहनत का प्रतीक होती है। खासतौर पर मिडिल क्लास परिवारों के लिए, जहां लोग सालों तक बचत करके अपनी पसंदीदा कार खरीदते हैं। कार न सिर्फ सफर को आसान बनाती है, बल्कि यह स्टेटस और आराम का भी एक जरिया होती है। कुछ लोग अपनी कार को खास बनाने के लिए उसे मॉडिफाई कराते हैं, जिससे उसका लुक और परफॉर्मेंस दोनों बेहतर हो सके। लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर एक अनोखी कार का वीडियो वायरल हुआ है, जिसने हर किसी को चौंका दिया।

इस कार को किसी महंगे पेंट या ग्राफिक्स से नहीं, बल्कि 1 रुपये के सिक्कों से कवर किया गया है। यह अनोखा डिज़ाइन लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, और हर कोई इस गाड़ी की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहा है।

एक रुपये के सिक्कों से ढकी अनोखी कार

आपने अब तक चमचमाती पेंट की गई कारें देखी होंगी, लेकिन क्या कभी किसी गाड़ी को सिक्कों से सजा हुआ देखा है? जी हां, इस अनोखी कार को पूरी तरह से 1 रुपये के सिक्कों से कवर किया गया है, जिससे यह बेहद आकर्षक और अनोखी लग रही है। कार की नंबर प्लेट देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह राजस्थान की है।

सिक्कों से कार सजाने का कमाल का आइडिया

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कार के हर हिस्से को बेहद करीने से सिक्कों से कवर किया गया है। खास बात यह है कि गाड़ी के शीशों और नंबर प्लेट पर कोई सिक्का नहीं लगाया गया, जिससे ड्राइविंग में कोई दिक्कत न हो। सड़क पर दौड़ती इस चमचमाती सिक्कों वाली कार को देखकर हर कोई चौंक जाता है।

सोशल मीडिया पर लोगों की दिलचस्प प्रतिक्रियाएं

इस अनोखी कार को देखकर लोग तरह-तरह की मजेदार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा, "वाह! यह तो सच में पैसे वाली कार है!"

दूसरे यूजर ने लिखा, "मुझे भी अपनी कार को ऐसे सजाने का मन कर रहा है!"

किसी ने इसे 'अनोखी कार', तो किसी ने 'रुपयों की बारिश वाली गाड़ी' नाम दे दिया।

वायरल हो रहा वीडियो

यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसे अब तक  87 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और करीब 2 लाख लाइक्स मिल चुके हैं। हर कोई इस कार के डिजाइनर के क्रिएटिव आइडिया की तारीफ कर रहा है।

क्या आप भी अपनी कार को ऐसे सजाना चाहेंगे?

कार को सिक्कों से सजाने का यह अनोखा तरीका लोगों को काफी पसंद आ रहा है। कुछ इसे एक शानदार आर्ट का नमूना मान रहे हैं, तो कुछ इसे असाधारण क्रिएटिविटी बता रहे हैं। अगर आपको मौका मिले, तो क्या आप भी अपनी कार को इस तरह सजाना चाहेंगे।

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Saturday, February 15, 2025

US Market : वॉल स्ट्रीट की मिलीजुली हुई क्लोजिंग, एनवीडिया ने नैस्डैक में भरा जोश

Wall Street : शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट के शेयरों में मिलाजुला रुख देखने को मिला एनवीडिया में तेजी और माइक्रोसॉफ्ट में गिरावट दर्ज की गई। इस बीच ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आई। जबकि एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रिसीप्रोकल टैरिफ स्कीम की बात की थी। लेकिन नई टैरिफ योजनाएं लागू करने से परहेज किया था। सरकारी बांडों की यील्ड में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में अमेरिकी खुदरा बिक्री में अपेक्षा से अधिक गिरावट आई है। इसका आंकड़ा दिसंबर में संशोधित 0.7 फीसदी की ग्रोथ के बाद जनवरी महीने में 0.9% घट गया। 10-ईयर नोट पर मिलने वाला यील्ड लगभग 7 बेसिस प्वाइंट गिरकर 4.44 फीसदी पर आ गया।

नैस्डैक एक्सचेंज की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनियों से बना नैस्डैक 100 इंडेक्स 0.4 फीसदी बढ़ा और रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। एनवीडिया में 2.6 फीसदी की बढ़त हुई। जबकि एप्पल में 1.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली । माइक्रोसॉफ्ट में लगभग 0.5 फीसदी की गिरावट आई और अमेज़न में 0.7 फीसदी की गिरावट आई। ट्रंप ने गुरुवार को अपनी इकोनॉमिक टीम को अमेरिकी टैरिफ लगाने वाले प्रत्येक देश पर पारस्परिक शुल्क लगाने की योजना तैयार करने का कार्य सौंपा। हालांकि इस निर्देश में नए शुल्क लगाने से परहेज किया गया है।

कॉमर्स सेक्रेटरी पद के लिए ट्रम्प की पसंद हॉवर्ड ल्यूटनिक ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन प्रभावित होने वाले देशों से अलग-अलग बात करेगा तथा इस मुद्दे पर होने वाली स्टडी 1 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी।

स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर शुल्क लगाए जाने,जनवरी में रिटेल कीमतों में अपेक्षा से अधिक बढ़त और फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की आक्रामक टिप्पणियों ने इस सप्ताह बाजार को वोलेटाइल बनाए रखा। कनाडा के ओंटारियो में ट्रिपल डी ट्रेडिंग के एक ट्रेडर डेनिस डिक ने कहा, "अभी सब कुछ ट्रंप से जुड़ा हुआ है। बाकी सब बातें सिर्फ़ शोर हैं।" "हर किसी का ध्यान इस बात पर है कि 'ट्रंप आगे क्या करने जा रहे हैं और उनका टैरिफ वॉर कहां जा रहा है। "

बाजार में गिरावट है "सामान्य" बात, ठीक से खोजेंगे तो मिलेंगे तमाम मल्टीबैगर: एक्सपर्ट्स

एलएसईजी डेटा के मुतबिक ट्रेडर्स साल के अंत तक कम से कम एक 25 बेसिस प्वाइंट ब्याज दर कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। शुक्रवार को एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.01 फीसदी की गिरावट के साथ सत्र के अंत में 6,114.63 अंक पर बंद हुआ। नैस्डैक 0.41 फीसदी बढ़कर 20,026.77 अंक पर पहुंच गया। जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.37 फीसदी गिरकर 44,546.08 अंक पर बंद हुआ। 11 एसएंडपी 500 सेक्टर इंडेक्स में से 7 में गिरावट आई। कंज्यूमर स्टेपल इंडेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट रही। यह इंडेक्स 1.16 फीसदी नीचे बंद हुआ। इसके बाद हेल्थकेयर में 1.11 फीसदी की गिरावट आई।



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Friday, February 14, 2025

Market outlook : लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 17 फरवरी को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Stock market : 14 फरवरी को लगातार आठवें कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 199.76 अंक या 0.26 फीसदी की गिरावट के साथ 75,939.21 पर और निफ्टी 102.15 अंक या 0.44 फीसदी की गिरावट के साथ 22,929.25 पर बंद हुआ है। आज लगभग 642 शेयरों में तेजी आई, 3200 शेयरों में गिरावट आई और 73 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी पोर्ट्स, सन फार्मा, ट्रेंट निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे, जबकि ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, नेस्ले इंडिया, इंफोसिस, टीसीएस के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।

निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में 2.4 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई। मीडिया, मेटल, ऑयल एंड गैस, फार्मा, पीएसयू बैंक, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटो एनर्जी में 1-3 प्रतिशत की गिरावट के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी पर मंदी का दौर जारी है। कुछ दिनों तक इस स्तर से ऊपर रहने के बाद यह 23,000 से नीचे बंद हुआ। हालांकि सूचकांक अपने निचले स्तर से 155 अंक सुधर बंद होने में कामयाब रहा,लेकिन फिर भी सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है। क्योंकि निफ्टी अपने अहम शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार करना जारी रखे हुए है। 22,800 से नीचे जाने पर बाजार में और अधिक घबराहट पैदा हो सकती है। ऊपरी स्तर पर, 23,100 तत्काल रेजिस्टेंस दिख रहा है। इसके ऊपर जाने पर बाजार को कुछ राहत मिल सकती है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि जोखिम से बचने की भावना निवेशकों के दिमाग पर हावी होती जा रही है। साल की शुरुआत में कॉर्पोरेट आय बाजार की उम्मीदों से काफी कम रही है। खासकर मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे है। कमजोर तिमाही नतीजे, रुपये में गिरावट के साथ-साथ टैरिफ जैसे बाहरी कारकों के चलते निकट भविष्य में भावना कमजोर रहने की उम्मीद है। इससे एफआईआई की निकासी और बढ़ सकती है। टैरिफ पर स्पष्टता और कॉर्पोरेट आय में सुधार होने तक वोलैटिलिटी बनी रहने की उम्मीद है।

निफ्टी शेयरों की एक प्रेम कथा: वैलेंटाइन डे के मौके पर जानें निवेशकों ने किन शेयरों को किया प्यार और किनको मिला इनकार

मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि बेंचमार्क्स इंडेक्स वोलेटाइल कारोबारी सत्र में 76 हजार और 23 हजार के अपने अहम मनोवैज्ञानिक स्तरों से नीचे फिसल गए। किसी भी सकारात्मक संकेत के अभाव में निवेशक फ्रंटलाइन और सेक्टोरल शेयरों में मुनाफावसूली जारी रखे हुए हैं। निवेशकों में निराशा का माहौल बना हुआ है, क्योंकि विदेशी फंडों की लगातार निकासी और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से निवेशक परेशान हैं,जिससे धारणा कमजोर हुई है।

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Bajaj Consumer Care Q3 Results: दिसंबर तिमाही में मुनाफा 30% घटा, शेयर 3% टूटा

Bajaj Consumer Care December Quarter Results: FMCG कंपनी बजाज कंज्यूमर केयर लिमिटेड का अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में कंसोलिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 30.3 प्रतिशत गिरकर 25.31 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले मुनाफा 36.34 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर लगभग 2 प्रतिशत गिरकर 234.41 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर 2023 तिमाही में यह 239.14 करोड़ रुपये था।

कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि दिसंबर 2024 तिमाही में खर्च बढ़कर 210.89 करोड़ रुपये के रहे, जो एक साल पहले 205.86 करोड़ रुपये के थे। बजाज कंज्यूमर केयर का मार्केट कैप 2,300 करोड़ रुपये से ज्यादा है। कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 44.4 प्रतिशत घटकर ₹26.1 करोड़ रह गया। दिसंबर 2023 तिमाही में यह ₹47 करोड़ था। जनवरी 2024 तिमाही में EBITDA मार्जिन 11.1 प्रतिशत रहा। एक साल पहले यह 18.8 प्रतिशत था।

Bajaj Consumer Care शेयर 6 महीनों में 37 प्रतिशत लुढ़का

14 फरवरी को बीएसई पर कंपनी का शेयर 3 प्रतिशत से ज्यादा टूटकर 172.85 रुपये पर बंद हुआ। पिछले एक साल में शेयर 19 प्रतिशत और 6 महीनों में 37 प्रतिशत नीचे आया है। दिसंबर 2024 के आखिर तक बजाज कंज्यूमर केयर में प्रमोटर्स के पास 40.95 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर ने बीएसई पर 52 सप्ताह का उच्च स्तर 288.70 रुपये 4 सितंबर 2024 को देखा था। 52 सप्ताह का निचला स्तर 171.20 रुपये 12 फरवरी 2025 को दर्ज किया गया।

Vishal Personal Care में खरीदेगी 100% हिस्सेदारी

बजाज कंज्यूमर केयर के बोर्ड ने विशाल पर्सनल केयर प्राइवेट लिमिटेड में 100% इक्विटी हासिल करने के लिए शेयर परचेज कम शेयरहोल्डर्स एग्रीमेंट को मंजूरी दे दी है। यह खरीद दो राउंड में की जाएगी। पहले राउंड में बजाज कंज्यूमर केयर 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। उसके बाद दूसरे राउंड में बाकी की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी जाएगी।

Hindalco Q3 Results: कंपनी के मुनाफे में 60% की बढ़ोतरी, रेवेन्यू के मोर्चे पर भी बेहतर प्रदर्शन

 



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Thursday, February 13, 2025

Beezaasan Explotech IPO: 21 फरवरी को खुलेगा एक्सप्लोसिव बनाने वाली कंपनी का आईपीओ, प्राइस बैंड समेत तमाम डिटेल

Beezaasan Explotech SME IPO: बीजासन एक्सप्लोटेक लिमिटेड का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21 फरवरी को खुलने वाला है। यह एक SME आईपीओ है, जिसके लिए 165-175 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। यह HP टेलीकॉम इंडिया के साथ अगले सप्ताह दलाल स्ट्रीट पर आने वाला दूसरा SME आईपीओ होगा। कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिए 59.93 करोड़ रुपये जुटाने का है। निवेशकों के पास इसमें 25 फरवरी तक निवेश का मौका रहेगा।

Beezaasan Explotech IPO के बारे में

इस आईपीओ के तहत 59.93 करोड़ रुपये के 34.24 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। वहीं, इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए कोई बिक्री नहीं होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय कंपनी को जाएगी। स्मार्ट होराइजन कैपिटल एडवाइजर्स इस इश्यू के लिए एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रहा है।

सब्सक्रिप्शन के बाद सफल निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट 27 फरवरी को होने की उम्मीद है। निवेशक 3 मार्च से BSE SME पर बीजासन एक्सप्लोटेक के शेयरों में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। पब्लिक इश्यू का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और शेष 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है।

Beezaasan Explotech कहां करेगी फंड का इस्तेमाल

गुजरात स्थित कंपनी आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग महीसागर, गुजरात में स्थित अपनी मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के विस्तार के लिए करेगी। इसमें इमल्शन एक्सप्लोसिव-3 प्लांट, इमल्शन बल्क एक्सप्लोसिव प्लांट और डेटोनेटिंग फ्यूज प्लांट का विस्तार शामिल है।

इसके अलावा, आईपीओ से मिली धनराशि का उपयोग फेलसानी (गुजरात) में इमल्शन कार्ट्रिज एक्सप्लोसिव और डेटोनेटिंग फ्यूज के लिए एक अतिरिक्त मैगजीन (स्टोरेज) फैसिलिटी के विस्तार, कमर्शियल व्हीकल खरीदने, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।

Beezaasan Explotech का बिजनेस और फाइनेंशियल

यह कंपनी एक्सप्लोसिव और एक्सप्लोसिव एक्सेसरीज बनाती है। कंपनी मुख्य रूप से कार्टिज एक्सप्लोसिव बनाती है और सीमेंट, माइनिंग और डिफेंस इंडस्ट्रीज को सप्लाई करती है। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी गुजरात में स्थित है।

फाइनेंशियल की बात करें तो कंपनी का PAT FY22 में 2.74 करोड़ रुपये था, जो कि FY23 में बढ़कर 2.94 करोड़ रुपये और FY24 में 4.87 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, कंपनी का रेवेन्यू FY22 में 141.91 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 में 229.17 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, FY23 में यह घटकर 187.9 करोड़ रुपये रह गया।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Wednesday, February 12, 2025

'शेयर बाजार में अभी मुनाफा बचाने पर दें ध्यान', दिग्गज फंड मैनेजर ने स्मॉलकैप-मिडकैप शेयरों से पूरा पैसा निकालने के बयान पर दी सफाई

ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) एस नरेन ने हाल ही में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के बेहद महंगे वैल्यूएशन को लेकर दिए गए अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि वे पिछले 5 सालों में इन शेयरों से मिले मुनाफे को बचाने पर ध्यान दें। हालांकि उन्होंने भारत की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा जताया है, लेकिन साथ में यह भी कहा कि फिलहाल मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर काफी महंगे हो चुके हैं, इसलिए निवेशकों को जोखिमों से बचने के लिए डायवर्सिफिकेशन की रणनीति अपनानी चाहिए।

नरेन की यह सफाई पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम में दिए गए उनके बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने निवेशकों को मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों से अपना निवेश पूरी तरह से निकालने की सलाह दी थी। नरेन ने अपनी स्थिति साफ करते हुए कहा, "कम से कम फरवरी 2025 तक, अधिकतर निवेशकों का फोकस अपने मुनाफे को बचाने पर होना चाहिए। जिन्होंने पिछले 5 सालों में इक्विटी या रियल एस्टेट में निवेश किया है, उन्होंने संभवतः अच्छे रिटर्न कमाए हैं।"

एस नरेन ने 2013 से 2020 तक के दौर की तुलना करते हुए कहा कि उस समय भी शेयर बाजार रिटर्न बेहद कम था। नरने ने कहा कि आज की चुनौती पैसा बनाने की नहीं, बल्कि उसे बचाए रखने की है। उन्होंने कहा, "फिलहाल मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर अत्यधिक महंगे हो गए हैं, जबकि लार्जकैप शेयर तुलनात्मक रूप से सस्ते और अधिक संतुलित नजर आ रहे हैं।"

वैल्यूएशन हुआ असमान

नरेन ने इस स्मॉलकैप-मिडकैप और लार्जकैप शेयरों के बीच वैल्यूएशन के अंतर के लिए FIIs को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने हाल के महीनों में लार्ज-कैप शेयरों में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है। इसके चलते लार्जकैप अब तुलनात्मक रूप से सस्ते लगने लगे है और मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के भाव ऊंचे हो गए।

उन्होंने कहा, "इतिहास में बहुत कम बार ऐसा हुआ है जब मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर इतने महंगे हुए हों, 2007 के अलावा शायद ही कोई और उदाहरण मिले।"

एस नरेन ने जोखिमों को देखते हुए निवेशकों को उनके निवेश को डायवर्सिफाई करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को इक्विटी, डेट, रियल एस्टेट, ग्लोबल स्टॉक्स के साथ सोने-चांदी जैसे बहुमूल्य धातुओं में निवेश का सही मिश्रण अपनाना चाहिए।

उन्होंने चेतावनी दी,"सबसे अच्छी रणनीति यह है कि सारा पैसा इक्विटी में न लगाएं, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप में। SME IPOs और अनलिस्टेड शेयर तो और भी ज्यादा जोखिम भरे हैं।"

SIPs को लेकर भी दी सफाई

एस नरेन ने सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) पर अपनी पिछली सलाह को भी साफ किया और कहा कि निवेशकों को उन एसेट क्लास में SIP जारी रखना चाहिए जहां वैल्यूएशन बेहतर हो। उन्होंने कहा, "आज, लार्जकैप, फ्लेक्सीकैप और हाइब्रिड फंड्स मिडकैप और स्मॉलकैप की तुलना में बेहतर वैल्यूएशन दे रहे हैं।"

यह भी पढ़ें- 6 दिन में ₹24 लाख करोड़ डूबे! रुला रही शेयर बाजार की यह गिरावट, एक्सपर्ट्स से जानें कब आएगी तेजी

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।



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Tips For 2025 Board Exams: परीक्षा से पहले आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता? अपनाएं ये टिप्स, आएंगे शानदार परिणाम

Tips For 2025 CBSE Board Exams: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 15 फरवरी से 2025 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है। परीक्षा में अब तीन ही दिन बचे हैं। छात्र इन महत्वपूर्ण परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। छात्रों के लिए परीक्षा नियमों और मूल्यांकन मानदंडों के बारे में चिंता होना स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में कई विषयों पर छात्रों के साथ बात की।

विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए छात्रों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों को किसी दायरे में बांधा नहीं जाना चाहिए। उन्हें अपनी अभिलाषा को तलाशने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने छात्रों से अपने समय का उपयोग योजनाबद्ध तरीके से करने को कहा ताकि इसका प्रभावी प्रबंधन हो सके।

माता-पिता से अपने बच्चों को दिखावे के लिए मॉडल के रूप में इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि उनका समर्थन करना चाहिए।

पढ़ाई से भटकता है मन?

कई पेरेंट्स ने शिकायत की है कि CBSE एग्जाम से पहले छात्रों का पढ़ाई में मन नहीं लगना। हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि इसे काबू किया जा सकता है। 'लोकल 18' ने मनोवैज्ञानिक डॉ. मनीष मिश्रा से इस बारे में राय ली है। डॉ. मनीष मिश्रा ने कहा कि छात्रों के डिस्ट्रैक्ट होने का सबसे बड़ा कारण है कि उनके मन में धैर्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र मेहनत से अधिक शॉर्टकट के बारे में सोचते रहते हैं। इस वजह से उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता है।

उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन है। क्योंकि इस दौरान छात्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की तरफ मूड जाते हैं। छात्रों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका मूड जब अच्छा हो तो वह उस सब्जेक्ट को पढ़ें जिसमें उनकी रूचि कम यानी कमजोर हैं। वहीं, जब मूड पूरी तरह अच्छा ना हो तो उस विषय को पढ़ें जिसमें आपको आनंद आता है। इन नियमों का पालन करने से उनका मन भटकेगा नहीं। परीक्षा के टाइम छात्र सभी रिश्ते को दरकिनार कर सिर्फ और सिर्फ अपनी तैयारी पर ध्यान दें।

'तनाव होने पर माता-पिता से बात करें'

बॉलीवु अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को प्रसारित पीएम मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में स्कूली छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और उसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर वह भरोसा कर सकें। अभिनेत्री ने 'परीक्षा पे चर्चा' के एक विशेष सत्र में मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और परीक्षा के दौरान शांत रहने के तरीके पर अपने विचार साझा किए।

दीपिका ने कहा, "मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा और तुलना जीवन का एक हिस्सा है। प्रतिस्पर्धा कोई बुरी चीज नहीं है। लेकिन अपनी क्षमताओं और कमजोरियों को पहचानना, अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करना और कमजोरियों को दूर करने के लिये इस पर काम करना ही इसका सबसे अच्छा तरीका है।" अभिनेत्री ने इस दौरान ने अपने अवसाद से संघर्ष की कहानी भी साझा की और छात्रों को खुश रहने की सलाह दी।

उन्होंने कहा, "तनाव से निपटने के लिए परीक्षा की पूर्व संध्या पर अपने माता-पिता से बात करें। अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और इसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर आप विश्वास कर सकते हैं।" दीपिका ने वर्ष 2015 में अपने अवसाद के बारे में खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा को पहले प्रोत्साहित नहीं किया जाता था।

इन तीन बातों का रखें ध्यान

एक छात्र ने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सुझाव मांगे, जिस पर दीपिका ने तीन महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पहला नींद बहुत जरूरी है। यह एक मुफ्त में मिलने वाली सुपरपावर है। आपको पर्याप्त धूप और ताजी हवा में समय बिताना चाहिए और सबसे जरूरी है कि जरूरत पड़ने पर मदद लेने में संकोच न करें।" साथ ही उन्होंने धैर्य बनाए रखने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति केवल वही कर सकता है जो उसके नियंत्रण में होता है।

ये भी पढ़ें- NEET UG 2025: नीट परीक्षा में होने वाले हैं कई बड़े बदलाव, यहां जानें टाई-ब्रेकिंग और एग्जाम पैटर्न के नए नियम

एक्ट्रेस ने कहा कि छोटा सा ब्रेक लें और दिमाग को आराम दें। उसके बाद फिर से पढ़ाई पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि परीक्षा, परिणाम या तैयारी से जुड़ी किसी भी चिंता के लिए धैर्य रखना जरूरी है... अच्छी नींद लें, पानी पीते रहें, व्यायाम करें और ध्यान लगाएं।



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Wheat & Rice News: सरकार के खाद्यान स्टॉक में 18% की बढ़त, क्या कमोडिटी की कीमतों आए उतार-चढ़ाव में मिलेगी मदद

पिछले साल के मुकाबले सरकार के पर फूड ग्रेन स्टॉक में 18% की बढ़त आई है। पिछले साल के मुकाबले गेहूं का स्टॉक 22% बढ़ा है जबकि पिछले साल के मुकाबले चावल का स्टॉक 17% बढ़ा है। पर्याप्त मात्रा में स्टॉक होने से सरकार को कितना फायदा होगा? बाजार में उतार-चढ़ाव आने पर मदद करेगा?

सरकार ने OMSS के तहत 10 मिलियन टन गेहूं बेचा था। इस साल देरी से गेहूं की बिक्री शुरु हुई। FCI एथेनॉल डिस्टिलरी को `2250/क्विंटल चावल बेचेगा। सरकार को बाजार में उतार-चढ़ाव में मदद मिलेगी।

गेहूं का स्टॉक 16.17 मिलियन टन हुआ जबकि चावल का स्टॉक 67.6 मिलियन टन हुआ। बता दें कि सरकार का खाद्यान्न भंडार फरवरी 2024 में 70.92 मिलियन टन रहा जबकि फरवरी 2025 में 83.78 मिलियन टन रहा।

WPPS के चेयरमैन अजय गोयल का कहना है कि गेहूं को रिलीज करने से सरकार को फायदा होगा। खुले बाजार में अभी गेहूं की आवक नहीं है। दिल्ली की मंडी में 3250 रुपये प्रति क्विंटल का भाव है। 1 फरवरी को गेहूं 16 मिलियन टन भंडार में था। सरकार के पास अभी पर्याप्त गेहूं है। यूजर पर कैप को बढ़ाकर 400-500 टन करना चाहिए। होलसेल मार्केट में गेहूं के दाम बढ़ने की उम्मीद कम है।

IREF के वीपी देव गर्ग का कहना है कि इस साल राइस का बंपर स्टॉक है। FCI के पास 224 लाख टन का स्टॉक है। नए सीजन का 270 लाख टन का स्टॉक है। सरकार के पास सरप्लस स्टॉक 500 लाख है। नॉन बासमती, व्हाइट राइस पर सरकार ने ड्यूटी हटाई है। एथेनॉल के लिए भी सरकार ने दाम कम किए। सरकार के साथ कई बार बैठक हुई।

गेहूं के प्रोडक्शन में कमी संभव

इस साल आने वाले दिनों में गर्मी का सितम बढ़ने वाला है। जनवरी इतिहास का सबसे गर्म महीना रहा और फरवरी भी अभी से लोगों के पसीने छुड़ा रहा है। कई राज्यों में तापमान अभी से 30 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। इसका गेहूं की फसल पर पड़ेगा।

जनवरी में बारिश की मात्रा में 80 फीसदी तक की कमी आई है। तापमान सामान्य से 6 डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया गया है। जनवरी के दौरान ठंड नहीं होने की वजह से गेहूं की फसल पर असर संभव है। पारा चढ़ने का असर गेहूं की फसल पर संभव है गेहूं के प्रोडक्शन में कमी आ सकती है। बता दें कि गेहूं की फसल के लिए 15 डिग्री का तापमान होना जरूरी है।



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Infosys बढ़ाएगी कर्मचारियों की सैलरी, फरवरी के आखिर में देगी लेटर, औसत 5% से 8% का होगा इंक्रीमेंट

भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस फरवरी के आखिर तक अपने कर्मचारियों को सैलरी हाइक लेटर जारी करेगी, जिसमें एवरेज हाइक 5% से 8% के बीच होने की उम्मीद है। साल 2024-25 के लिए सैलरी हाइक अप्रैल से लागू होगा। यह हाइक मांग के माहौल में बढ़ोतरी के बीच हुई है, क्योंकि ज्यादातर IT कंपनियों को उम्मीद है कि अगले वित्तीय वर्ष में टेक्नोलॉजी बजट में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, सॉफ्टवेयर दिग्गज की ओर से आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया।

मनीकंट्रोल को इस मामले की जानकारी रखने वालों से पता चला है कि इंफोसिस ने अलग-अलग बैच में प्रमोशन लेटर भी जारी करना शुरू कर दिया है। जबकि पहला बैच दिसंबर के आखिर में जारी किया जाएगा, दूसरा बैच फरवरी के आखिर में जारी किया जाएगा।

16 जनवरी को, IT सर्विस की दिग्गज कंपनी ने कहा कि वह जनवरी 2025 से भारत में अपने कर्मचारियों के लिए 6-8 प्रतिशत सालाना सैलरी हाइक करेगी। यह इसके प्लांड सैलरी रिविजन में से पहला चरण होगा, दूसरा अप्रैल 2025 में शुरू होगा।

Infosys के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जयेश संघराजका ने 31 दिसंबर, 2024 (Q3FY25) को खत्म होने वाली तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित करने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "मोटे तौर पर, जिस कॉम्प (एनुअल सैलरी हाइक) की हम उम्मीद कर रहे हैं, वो भारत में 6-8% है, और विदेशी कंपोजिशन पहले की कॉम्प समीक्षाओं के अनुरूप होगा।"

इंफोसिस में 3.23 लाख से ज्यादा प्रोफेशनल काम करते हैं।

5 जनवरी को, मनीकंट्रोल ने बताया कि भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने एनुअल सैलरी हाइक को चालू वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही (Q4FY25) तक के लिए टाल दिया है। बेंगलुरु की कंपनी ने आखिरी बार नवंबर 2023 में सैलरी हाइक की थी।



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Tuesday, February 11, 2025

IRCTC Q3 Results: शेयरधारकों को डिविडेंड का तोहफा, दिसंबर तिमाही में 14% बढ़ा नेट प्रॉफिट

IRCTC Q3 results: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने आज 11 फरवरी को FY25 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 13.7 फीसदी बढ़ गया है। कंपनी ने इस अवधि में 341 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। सरकारी कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 300 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। IRCTC के शेयरों में आज 2.88 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 751.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए हैं।

IRCTC का रेवेन्यू 10% बढ़ा

IRCTC ने शेयर बाजार को बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका कुल रेवेन्यू 10 फीसदी बढ़कर 1224.7 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1,115.5 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में EBITDA 5.7 प्रतिशत बढ़कर 417 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 394 करोड़ रुपये था।

तिमाही के दौरान कंपनी का मार्जिन 35.3 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत दर्ज किया गया। दिसंबर 2024 तिमाही के लिए कंपनी की कुल आय बढ़कर 1,281 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 1,161 करोड़ रुपये थी।

IRCTC ने किया डिविडेंड का ऐलान

IRCTC के बोर्ड ने शेयरधारकों के लिए 3 रुपये प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 के दूसरे अंतरिम डिविडेंड के भुगतान के लिए रिकॉर्ड डेट के रूप में गुरुवार, 20 फरवरी 2025 को तय किया है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि बोर्ड ने "वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2 रुपये फेस वैल्यू के प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 3 रुपये यानी 150% की दर से दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।"



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Dividend Stock: 110 रुपये के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान, दिसंबर तिमाही में 18% बढ़ा नेट प्रॉफिट

Dividend Stock: प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर लिमिटेड (PGHH) ने डिविडेंड का ऐलान किया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 110 प्रति इक्विटी शेयर (₹10 फेस वैल्यू) का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। इस डिविडेंड का भुगतान 7 मार्च 2025 को या उससे पहले किया जाएगा। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज 1.75 फीसदी की गिरावट आई और यह स्टॉक BSE पर 13855.20 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप घटकर 44,975 करोड़ रुपये पर आ गया।

PGHH का बयान

प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, "हमें यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि आज हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में, अन्य फैसलों के साथ, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ₹110 प्रति इक्विटी शेयर (₹10 फेस वैल्यू) का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया गया है। यह डिविडेंड 7 मार्च 2025 तक भुगतान किया जाएगा।"

PGHH के तिमाही नतीजे

कंपनी ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही में ₹364 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 18% अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर का शुद्ध लाभ ₹308.5 करोड़ था। यह जानकारी कंपनी ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में दी।

इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 10.3% बढ़कर ₹1,247.6 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह ₹1,131 करोड़ था। कंपनी का EBITDA पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के ₹607.7 करोड़ से 39% घटकर इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ₹371 करोड़ हो गया। दिसंबर तिमाही में EBITDA मार्जिन 29.7% रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 53.7% था।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Monday, February 10, 2025

Chaitra Navratri 2025: इस साल कब मनाई जाएगी चैत्र नवरात्रि, ज्योतिषी से यहां जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है। यह पर्व वर्ष में चार बार मनाया जाता है—चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि। इनमें से चैत्र नवरात्रि को अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक भी है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में भक्त मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना करते हैं, उपवास रखते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। यह समय आध्यात्मिक साधना, आत्मशुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का होता है।

देवी की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु व्रत, मंत्र जाप और भजन-कीर्तन करते हैं। मान्यता है कि सच्चे मन से की गई भक्ति से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। चैत्र नवरात्रि का समापन राम नवमी के साथ होता है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ जाता है।

कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि?

लोकल 18 से बात करते हुए अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम ने बताया कि, हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 4:27 बजे शुरू होगी और 30 मार्च को दोपहर 12:49 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के आधार पर, इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 30 मार्च को होगा और समापन 7 अप्रैल को होगा। इस दिन राम नवमी भी मनाई जाएगी।

माता रानी की सवारी इस बार क्या होगी?

हर नवरात्रि में माता दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं और इसी के आधार पर साल के शुभ-अशुभ संकेतों का अनुमान लगाया जाता है। इस बार ज्योतिषीय गणना के अनुसार, देवी दुर्गा की सवारी घोड़ा होगी, जो बड़े परिवर्तनों और सामाजिक उथल-पुथल का संकेत देती है। यह संकेत देता है कि इस साल राजनीति और समाज में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

नवरात्रि में कौन-कौन से कार्य शुभ माने जाते हैं?

पंडित कल्कि राम के अनुसार, नवरात्रि के दौरान भक्तों को विशेष नियमों का पालन करना चाहिए:

स्नान और स्वच्छता – हर दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और घर व मंदिर की साफ-सफाई करें।

कलश स्थापना – शुभ मुहूर्त में विधिपूर्वक कलश स्थापित करें और माता रानी का आह्वान करें।

पूजा विधि – नौ दिनों तक देवी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करें। पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, और इसी क्रम में नवें दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना करें।

भोग और प्रसाद – देवी मां को भोग लगाने के लिए शुद्ध और सात्विक भोजन बनाएं। पहले दिन चमेली के फूल, चावल, सिंदूर, मिठाई, फल और श्रृंगार सामग्री अर्पित करें।

तामसिक भोजन से परहेज – प्याज, लहसुन और मांसाहार का सेवन वर्जित होता है। घर में केवल सात्विक और शुद्ध भोजन बनाएं।

आरती और भजन – सुबह और शाम को देवी की आरती करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

Aaj Ka Rashifal: जानें कैसा बीतेगा आपका आज का दिन, क्या कहता है आपका राशिफल



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Sunday, February 9, 2025

Delhi Chunav Result: अरविंद केजरीवाल की बढ़ने वाली है मुश्किलें? भ्रष्टाचार मामलों की जांच के लिए SIT का होगा गठन, पीएम मोदी बड़ी कार्रवाई के दे चुके हैं संकेत

Delhi Election Results 2025: दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की घोषणा की है। बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं की नीति रखती है। उन्होंने कहा कि घोटाले में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 48 सीट जीतकर बहुमत हासिल करने पर सचदेवा ने पार्टी को सफलता दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को दिया।

सचदेवा ने रविवार को पीटीआई से बातचीत में कहा, "जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा है, और हमने भी कहा है। कैबिनेट की पहली बैठक में कैग की रिपोर्ट पेश की जाएगी। हम भ्रष्टाचार के सभी मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन करेंगे।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दिल्ली के मतदाताओं ने विकास के लिए बीजेपी का समर्थन किया तथा मोदी के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया।

कांग्रेस की लगातार तीसरी बार हुई हार पर सचदेवा ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण पार्टी होने के बावजूद उसका बहुत बुरा हाल हुआ है। उसे कड़ी मेहनत करनी चाहिए। दिल्ली में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सचदेवा ने कहा कि पार्टी एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ देती है, जैसा कि अन्य राज्यों में देखा गया है।

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत को ऐतिहासिक करार दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने दिल्ली की जनता को आश्वस्त किया कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और दोषियों को दंडित कर उनसे लूटे हुए पैसे वसूले जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा, "मैं आश्वस्त करता हूं कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और जो भी भ्रष्टाचार में शामिल पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। जिसने भी लूटा है, उसको लौटाना पड़ेगा।"

उन्होंने कहा, "यह मोदी की गारंटी है।" आपको जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली शराब नीति से जुड़ी सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा में पेश न करने को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाया था। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली शराब नीति से सरकारी खजाने को 2026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा रिपोर्ट में शराब नीति के क्रियान्वयन में भी कई खामियां पाए जाने की बात कही गई है।

कौन होगा दिल्ली का सीएम?

आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराने वाले जाट समुदाय के नेता प्रवेश वर्मा जैसे प्रमुख चेहरे और सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद एवं पवन शर्मा जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं की चर्चा हो रही है। लेकिन बीजेपी का इतिहास कम चर्चित नेताओं को आगे बढ़ाने का रहा है।

बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व राजनीतिक समीकरणों के आधार पर पूर्वांचल की पृष्ठभूमि वाले किसी विधायक, सिख या महिला पर भी विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2023 में मध्य प्रदेश और राजस्थान तथा पिछले साल ओडिशा समेत पिछले अनुभव के मद्देनजर ऐसे मामलों पर अटकलों के लिए बहुत कम गुंजाइश बचती है।

ये भी पढे़ं- Delhi Election Results 2025: "एक दशक की 'AAP-दा' से मुक्त हुई दिल्ली": पीएम मोदी का केजरीवाल पर तीखा हमला, बोले- 'भ्रष्टाचार के हर तार की जांच होगी'

बीजेपी ने मध्यप्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजनलाल शर्मा और ओडिशा में मोहन चरण माझी को चुना था। इससे अधिकांश राजनीतिक विश्लेषक हैरान रह गए। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री पर फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा। उन्होंने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायक उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सक्षम हैं।



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Saturday, February 8, 2025

हम तो डूबेंगे सनम और तुमको भी...दिल्ली में आप की सबसे बड़ी दुशमन बनी कांग्रेस! जानें क्या कहते हैं आंकड़े

Delhi Election Result 2025 : हम तो डूबे हैं सनम तुम को भी ले डूबेंगे... किसी बॉलीवुड फिल्मी का ये डायलॉग आज के दिल्ली चुनाव पर सटीक बैठता है। शनिवार को जैसे-जैसे दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आते गए आप नेताओं के चेहरे पर मायूसी और भाजपा नेताओं के चेहरे पर खुशी की लहर देखने को मिली।  नतीजों में दिल्ली की सत्ता पर 27 साल बाद भाजपा की वापसी हो रही है। भाजपा 48 सीटों पर जीत की तरफ बढ़ रही है तो आम आदमी पार्टी 40 सीटों पर हार की तरफ। दिल्ली चुनाव के नतीजों में कांग्रेस के प्रदर्शन में कोई परिवर्तन नहीं आया। पिछले दो चुनाव की तरह इस चुनाव में भी देश की सबसे पुरानी पार्टी दिल्ली के इस चुनाव में भी 0 की तरफ बढ़ती दिखी। नतीजें सामने आने के बाद सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा होने लगी कि कांग्रेस, ये चुनाव खुद के जीतने के लिए नहीं बल्कि दूसरों का सियासी समीकरण बिगाड़ने के लिए लड़ रही थी।

नतीजें सामने आने के बाद सियासी गलियारों में इस बात की भी काफी चर्चा रही कि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी को हराने के लिए कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ा था। आइए आंकड़ों के हिसाब से जानते हैं क्या दिल्ली के इस चुनाव में आप की सबसे बड़ी दुशमन भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस बनी।

नई दिल्ली सीट पर क्या कहते हैं समीकरण

शुरुआत करते हैं राजधानी की नई दिल्ली सीट से। दिल्ली चुनाव का ये सबसे हाईप्रोफाइल सीट था। इस सीट से खुद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में थे। वहीं भाजपा मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे दिखाई देने वाले परवेश वर्मा और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित भी इसी सीट से ताल ठोंक रहे थे। वहीं आज आए नतीजों में भाजपा के परवेश वर्मा ने बड़ा उलटफेर कर दिया।

12 साल पहले जैसे अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराकर सत्ता से बाहर किया था ठीक उसी तरफ परवेश वर्मा ने केजरीवाल की विदाई तय कर दी। नई दिल्ली सीट से परवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को 4 हजार वोटों से हरा दिया। परवेश वर्मा को 30088 वोट मिले तो वहीं केजरीवाल को करीब 26 हजार वोट मिले। नतीजों में सबसे हैरान करने वाली बात ये रही कि यहां से कांग्रेस को उतने ही वोट मिले जितना भाजपा और आप के बीच जीत हार का अंतर रहा। कांग्रेस के संदीप दीक्षित को नई दिल्ली सीट से 4568 वोट मिले।

जंगपुरा के जंग में हारे मनीष सिसोदिया

वहीं अब बात करते हैं जंगपुरा सीट की। दिल्ली चुनाव की दूसरी हाईप्रोफाइल सीट थी जंगपुरा। जंगपुरा से खुद आम आदमी पार्टी के दूसरे सबस बड़े नेता मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ रहे थे। इस सीट पर बीजेपी से तरविंदर सिंह मरवा खड़े थे, वहीं कांग्रेस ने यहां से फरहद सूरी को मैदान में उतारा था। वहीं इस सीट के नतीजे सामने आए तो यहां से भाजपा ने फिर से सबको चौंका दिया। जंगपुरा से मनीष सिसोदिया लगभग 600 वोटों से हार गए। इस सीट पर भाजपा को 38859 वोट मिले तो आप को 38184 वोट मिले। वहीं कांग्रेस को इस सीट पर 7350 वोट मिले।

मंत्री जी की भी ना चली

अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसा ही हाल आप सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का भी रहा। सौरभ भारद्वाज को भी ग्रैटर कैलाश से हार का सामना करना पड़ा है। केजरीवाल की करीबी सौरभ भारद्वाज को बीजेरी की शिखा राय ने हराया है। भाजपा के शिखा राय को 49594 वोट मिले तो वहीं सौरभ भारद्वाज को 46406 वोट मिले। सौरभ को इस सीट से 3188 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। वहीं कांग्रेस के गर्वित सिंघवी को इस सीट से 6711 वोट मिले।

सोमनाथ भारती का भी पत्ता साफ

वहीं मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती को भी हार का सामना करना पड़ा है। एक समय दिल्ली की राजनीति में उभरता हुआ चेहरा और जानें माने वकील भारती, इस बार अपने ही गढ़ में चुनाव हार गए। सोमनाथ भारती को मालवीय नगर से 37433 वोट मिले वहीं इसी सीट से भाजपा के सतीश उपाध्याय को 39564 वोट मिले। भाजपा और आप के बीच जीत हार का अंतर 2131 वोटों का रहा। वहीं मालवीय नगर से कांग्रेस के जितेंद्र कुमार को 6770 वोट मिले।

मादीपुर में भी वही हाल

दिल्ली की मादीपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने बाजी मार ली है। अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व यह सीट हाई प्रोफाइल सीट बन गई थी, क्योंकि यहां से पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता राखी बिड़ला चुनाव लड़ रही थीं। हालांकि उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी के कैलाश गंगवाल ने उन्हें 10 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया। कैलाश गंगवाल को 52019 वोट मिले तो वहीं राखी बिड़ला को 41120 वोट मिले। भाजपा और आप के बीच हार जीत का अंतर 10899 वोटों का रहा। वहीं इस सीट पर कांग्रेस को 17 हजार से ज्यादा वोट मिले।

दिल्ली की शकूर बस्ती विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी से सत्येंद्र जैन मैदान को भी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा उम्मीदवार करनैल सिंह ने उन्हें 20 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है।



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Friday, February 7, 2025

इन 5 टिप्स का करेंगे इस्तेमाल तो होम लोन के इंटरेस्ट पर घट जाएगा आपका खर्च

होम लोन की ईएमआई घटने का इंतजार कर रहे लोगों को 7 फरवरी को बड़ी राहत मिली। आरबीआई ने रेपो रेट 6.5 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया है। इसके बाद बैंक होम लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी करेंगे। आरबीआई ने 2020 में रेपो रेट बढ़ाना शुरू किया था। इनफ्लेशन को कंट्रोल में करने के लिए उसने तब से कुल 7 बार रेपो रेट बढ़ाया था। इससे होम लोन की ईएमआई काफी बढ़ गई थी। अब होम लोन लेने वाले लोगों की ईएमआई में कमी आएगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि होम लोन के इंटरेस्ट पर होने वाले खर्च को आप 5 तरीकों से कम कर सकते हैं।

1. ज्यादा डाउन पेमेंट करें

बैंक (Bank) और एनबीएफसी (NBFC) ग्राहकों को घर की कीमत का बड़ा हिस्सा लोन के रूप में देते हैं। यह 85-90 फीसदी तक हो सकता है। बाकी पैसे का पेमेंट ग्राहको को अपनी जेब से करना पड़ता है। इसे डाउन पेमेंट कहते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादा डाउन पेमेंट करना समझदारी है। इससे आपको इंटरेस्ट के रूप में कम पैसे चुकाने पड़ेंगे। चूंकि होम लोन का पीरियड ज्यादा होता है, जिससे ग्राहक को इंटरेस्ट का पेमेंट कई साल तक करना पड़ता है। ज्यादा डाउन पेमेंट होने पर ग्राहक का लोन अमाउंट कम होगा। इससे इंटरेस्ट पर होने वाला खर्च भी कम रहेगा।

2. लोन अमाउंट का प्री-पेमेंट करें

लोन अमाउंट का कुछ हिस्सा प्री-पेमेंट करने से आपका प्रिंसिपल कम हो जाता है। हर साल कुछ हिस्से का प्री-पेमेंट करने पर बड़ा फर्क पड़ता है। आपका होम लोन जल्द खत्म हो जाता है। इससे इंटरेस्ट पर होने वाला खर्च भी कम हो जाता है। अगर आप नौकरी करते हैं तो आपको हर साल इंक्रीमेंट मिलता होगा। आपको बोनस भी मिलता होगा। आप बोनस के एक हिस्से का इस्तेमाल लोन के प्री-पेमेंट के लिए कर सकते हैं। अच्छा इंक्रीमेंट होने पर आप EMI का अमाउंट भी बढ़ा सकते हैं।

3. अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाएं

बैंक उन लोगों को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन देते हैं, जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है। इसकी वजह यह है कि बैंकों को ऐसे लोन के डूबने का डर नहीं होता है। शानदार क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहक बैंक से इंटरेस्ट रेट में रियायत की मांग कर सकते हैं। हर बैंक की दिलचस्पी ज्यादा क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को लोन देने में होती है। इसलिए अगर आपका क्रेडिट स्कोर बहुत अच्छा है तो आपको आसानी से लोन मिल जाएगा। साथ ही बैंक इंटरेस्ट रेट में भी रियायत देगा।

4. लोन ट्रांसफर कराएं

अगर आपका बैंक आपके होम लोन पर ज्यादा इंटरेस्ट रेट वसूल रहा है तो आप अपने होम लोन को दूसरे बैंक में ट्रांसफर करा सकते हैं। इसके लिए आपको दूसरे बैंकों के होम लोन के इंटरेस्ट रेट की स्टडी करनी पड़ेगी। अगर आपके लोन पेमेंट का रिकॉर्ड अच्छा है तो दूसरा बैंक आपको लोन ट्रांसफर कराने की इजाजत दे सकता है। लेकिन, यह ध्यान में रखना होगा कि इंटरेस्ट रेट में अच्छी रियायत मिलने पर ही लोन ट्रांसफर कराना फायदेमंद होगा।

यह भी पढ़ें: इंटरेस्ट रेट घटने से आपके होम लोन की EMI कितनी कम हो जाएगी? यहां समझें पूरा कैलकुलेशन

5. फ्लोटिंग रेट लोन का चुनाव करें

फिक्स्ड रेट के मुकाबले फ्लोटिंग रेट वाला लोन फायदेमंद होता है। इसकी वजह यह है कि इस लोन में बेंचमार्क रेट में बदलाव होने पर लोन का इंटरेस्ट रेट भी बदल जाता है। अगर किसी होम लोन का बेंचमार्क रेट रेपो है तो रेपो घटने पर होम लोन की ईएमआई घट जाएगी। हालांकि, रेपो रेट बढ़ने पर EMI बढ़ जाएगी। लेकिन, आम तौर पर सरकार की कोशिश रेपो रेट कम रखने की होती है। इससे इंडस्ट्री को कम रेट पर लोन मिल जाता है, जिससे इकोनॉमी की ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है।



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Thursday, February 6, 2025

भारत समेत दक्षिण एशिया में अगले 20 साल में कुल 2,800 जेट विमानों की होगी डिलीवरी

विमान बनाने वाली दुनिया की अग्रणी कंपनी बोइंग (Boeing ) का कहना है कि भारत और बाकी दक्षिण एशियाई देश अगले 20 साल में अपने बेड़े में 2,835 कमर्शियल विमान जोड़ सकते हैं, जो मौजूदा लेवल का चार गुना है। बोइंग का कहना है कि मिडिल क्लास की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी और शानदार इकोनॉमिक ग्रोथ की वजह से ऐसा हुआ है।

इससे पहले विमान बनाने वाली इस अमेरिकी कंपनी ने अगले 20 साल के लिए 2,705 जेट का अनुमान जताया था। यह अनुमान पिछले साल पेश किया गया था। बोइंग में कमर्शियल मार्केटिंग (भारत और साउथ एशिया) के मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विन नायडू ने बताया, ‘लोगों के पास एयर ट्रैवल की ज्यादा पहुंच होगी और इस रीजन की एयरलाइंस को अगले दो दशक में ज्यादा आधुनिक बेड़े की जरूरत होगी।’

प्लेन बनाने वाली कंपनी ने अपने अनुमान में कहा है कि इन दोनों क्षेत्रों में कुल 2,445 सिंगल-आइल विमानों की डिलीवरी होगी, जबकि वाइडबॉडी फ्लीट साइज (370 विमानों की बढ़ोतरी) भी चौगुना हो जाएगा।

अनुमानों के मुताबिक, 2043 तक इस रीजन के एयर ट्रैफिक में सालाना 7 पर्सेंट की बढ़ोतरी होगी। अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबस बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है। देश की दो प्रमुख एयरलाइंस में इंडिगो (IndiGo) और एयर इंडिया (Air India) शामिल हैं।

आंकड़ों के मुताबिक, विमान बनाने वाली ग्लोबल कंपनियों के पास भारतीय एयरलाइंस से 1,800 विमानों के ऑर्डर हैं और इस साल 130 जेट की डिलीवरी होनी है। हालांकि, दुनिया भर में एयरलाइंस को समय पर जेट की डिलीवरी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। दरअसल, सप्लाई चेन संबंधी दबाव की वजह से बोइंग और एयरबस के प्रोडक्शन पर दबाव है।

पिछले साल यानी 2024 में हड़ताल की वजह से बोइंग की डिलीवरी कोविड के बाद से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी। हालांकि, अब विमान कंपनी का का कहना है कि उसने विमानों के प्रोडक्शन की दिशा में अच्छी प्रगति की है।



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CA Results 2025: जानें कब जारी होगा सीए फाउंडेशन का रिजल्ट,सामने आई बड़ी अपडेट

सीए फाउंडेशन परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए अहम सूचना आई है। परिणाम जल्द ही घोषित हो सकते हैं और उम्मीदवार इसे आधिकारिक वेबसाइट icaiexam.icai.org पर चेक कर सकेंगे। परीक्षा में शामिल हुए लगभग 1,20,609 कैंडिडेट्स के लिए यह पल बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे अब अपने परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आईसीएआई द्वारा आयोजित इस परीक्षा की तारीखें 12, 16, 18 और 20 जनवरी 2025 थीं। परिणाम घोषित होने के बाद परीक्षार्थी अपनी स्कोरशीट का प्रिंटआउट लेकर इसे सुरक्षित रख सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीए फाउंडेशन परीक्षा के परिणाम मार्च के पहले सप्ताह में जारी हो सकते हैं।

इसकी सही तारीख जानने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके साथ ही, अगले सत्र की परीक्षा तारीखें भी निर्धारित हो चुकी हैं, जो उम्मीदवारों के लिए एक और बड़ा अवसर है।

परीक्षा और परिणाम की तारीख

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा सीए फाउंडेशन परीक्षा 12, 16, 18 और 20 जनवरी 2025 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में लगभग 1,20,609 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। अब, सभी को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है, और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नतीजे मार्च के पहले सप्ताह तक जारी हो सकते हैं। हालांकि, परिणाम की सटीक तारीख जानने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर चेक करना होगा। पिछले साल, आईसीएआई ने दिसंबर 2023/जनवरी 2024 की सीए फाउंडेशन परीक्षा का परिणाम 7 फरवरी 2024 को घोषित किया था।

आगामी परीक्षा सत्र

सीए फाउंडेशन मई 2025 सत्र की परीक्षाएं 15 से 21 मई तक आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, सीए इंटरमीडिएट परीक्षाएं 3 मई से 14 मई तक और सीए फाइनल परीक्षाएं 2 मई से 13 मई तक आयोजित की जाएंगी। इस सत्र के लिए परीक्षा फॉर्म 1 मार्च 2025 से भरे जाएंगे।

सीए फाउंडेशन रिजल्ट चेक करने के आसान स्टेप्स

1-सबसे पहले, उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट icaiexam.icai.org पर जाना होगा।

2-होमपेज पर रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।

3-आवश्यक विवरण भरें और सबमिट करें।

3-रिजल्ट आपके सामने प्रदर्शित हो जाएगा।

4-उम्मीदवार रिजल्ट की कॉपी डाउनलोड करके भविष्य के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आईसीएआई की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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Wednesday, February 5, 2025

BSE पर 312 करोड़ बकाया होने से लिक्विडिटी की शर्त को पूरा करने में नाकाम रही NSE की इकाई

देश के सबसे स्टॉक एक्सचेंज NSE की क्लियरिंग इकाई एनएसई क्लियरिंग लिमिटेड (NSE Clearing Ltd) लिक्विटडी की शर्तों को पूरा करने में नाकाम रही है। ऑडिटर्स का कहना है कि लिक्विडिटी में गिरावट की मुख्य वजह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के पास NSE Clearing की बकाया राशि का होना है। BSE के पास NSE Clearing Ltd के 312.37 करोड़ रुपये बकाया है।

NSE के प्रवक्ता ने बताया, ' NSE Clearing के ऑडिटर्स ने तीसरी तिमाही के फाइनेंशियल्स की जांच-पड़ताल के दौरान पाया कि कंपनी को बीएसई लिमिटेड से अब तक 300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की बकाया रकम वापस नहीं मिली है। NSE Clearing इस सिलसिले में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से बात करने की तैयारी में है।'

मिनिमम लेवल बनाए रखना क्यों है जरूरी?

लिक्विड एसेट्स का मिनिमम लेवल बनाए रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि सभी लेन-देन को क्लियर और सेटल करने का काम क्लियरिंग कॉरपोरेशन का होता है। इसके अलावा एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर जो भी ट्रेड एग्जेक्यूट हो रहे हैं, उन सभी के लिए काउंटर-पार्टी गारंटी मुहैया कराती है। यह मिनिमम लिमिट बाजार नियामक सेबी ने सेट की है। एनएसई ने तिमाही नतीजे के साथ खुलासा किया कि एनएसई क्लियरिंग ने सेबी को 9 जनवरी 2025 को ही बता दिया था कि मिनिमम लिक्लिड एसेट्स से इसके पास ₹176.65 करोड़ कम हैं और इसकी वजह ये है कि बीएसई ने ₹312.37 करोड़ का बकाया नहीं चुकाया है। अब इसकी भरपाई मार्च 2025 तक आंतरिक जुटान या रिसीवेबल्स की रिकवरी के जरिए की जाएगी। इसके अलावा एनएसई क्लियरिंग ने इस डेफिसिट का कैलकुलेशन करते समय 31 दिसंबर 2024 तक ₹424.35 करोड़ के अर्जित ब्याज को शामिल नहीं किया था।

कितना बड़ा है NSE?

एनएसई देश का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसकी कैश मार्केट में 94 फीसदी हिस्सेदारी है। इक्विटी फ्चूयर्स में तो इसकी 99.9 फीसदी हिस्सेदारी है और दिसंबर तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक इक्विटी ऑप्शंस में 87.5 फीसदी हिस्सेदारी। दिसंबर तिमाही में कैश और इक्विटी फ्यूचर्स 30 फीसदी से अधिक बढ़े। करेंसी फ्यूचर्स में इसका 93 मार्केट पर कब्जा है। वैश्विक मार्केट में बात करें तो कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या के हिसाब से एनएसई दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज है और ट्रेड्स की संख्या के हिसाब से दूसरा। पिछले साल 2024 में एनएसई पर एशिया में सबसे अधिक आईपीओ आए और दुनिया भर में सबसे अधिक इक्विटी कैपिटल जुटाया। नतीजे की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में एनएसई ने एसटीटी के रूप में सरकार को ₹37,271 करोड़ दिए। इसके अलावा इसने सरकार को ₹3,639 करोड़ का इनकम टैक्स और जीएसटी और ₹2,976 करोड़ की स्टांप ड्यूटी दी।

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Tuesday, February 4, 2025

Technical View: निफ्टी 1 महीने के उच्च स्तर पर पहुंचा, जानें 5 फरवरी को कैसा रहेगा मार्केट का मिजाज

Technical View: निफ्टी 50 इंडेक्स ने पिछले सत्र के नुकसान को मिटा दिया। आज 4 फरवरी को एफएमसीजी को छोड़कर सभी सेक्टरों में खरीदारी के कारण निफ्टी 23,700 से ऊपर चढ़कर उच्च स्तर पर बंद हुआ। ट्रम्प प्रशासन द्वारा कनाडा और मैक्सिको पर अपने नियोजित टैरिफ को रोकने के बाद पॉजिटिव एशियाई बाजारों को ट्रैक करते हुए इंडेक्स 23500 से ऊपर खुला। इंडेक्स में दिन बढ़ने के साथ बढ़त में और इजाफा देखने को मिला। इंडेक्स इंट्राडे में 23750 को पार कर गया। इंडेक्स 1.62 प्रतिशत ऊपर दिन के उच्च स्तर 23,739.25 के करीब बंद हुआ।

सेक्टोरल मोर्चे पर, एफएमसीजी को छोड़कर, अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्सेस जैसे निफ्टी पीएसयू बैंक, इंफ्रा, एनर्जी और ऑयल एंड गैस में 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए।

निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में 1.6 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

निफ्टी पर श्रीराम फाइनेंस, एलएंडटी, अदाणी पोर्ट्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडसइंड बैंक सबसे बड़े गेनर्स स्टॉक्स रहे। जबकि ट्रेंट, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, हीरो मोटोकॉर्प, नेस्ले इंडिया और आयशर मोटर्स प्रमुख लूजर्स स्टॉक्स रहे।

बुधवार 5 फरवरी को कैसी रह सकती है निफ्टी की चाल

LKP Securities के रूपक डे ने कहा कि आज फॉलिंग वेज पैटर्न रीटेस्ट के बाद निफ्टी ऊपर चला गया है। ये शॉर्ट टर्म में एक अच्छी रैली की संभावना का संकेत दे रहा है। इसके अतिरिक्त, इंडेक्स डेली टाइमफ्रेम पर महत्वपूर्ण 21EMA से ऊपर बना हुआ है। RSI एक तेजी के दौर में है और डेली टाइमफ्रेम पर बेस बनाने के बाद बढ़ रहा है। इससे ये मजबूत मोमेंटम का संकेत दे रहा है।

उन्होंने कहा कि शॉर्ट टर्म में, इंडेक्स 24,050 और इससे ऊपर की ओर बढ़ सकता है। जबकि इसमें 23,500 और 23,250 पर सपोर्ट नजर आ रहा है।

Kotak Securities की निफ्टी में गिरावट में खरीदारी और उछाल में बिकवाली की राय

Kotak Securities के श्रीकांत चौहान ने कहा कि आज, बेंचमार्क इंडेक्सेस में तेज उछाल देखने को मिला। निफ्टी 378 अंक ऊपर और सेंसेक्स 1397 अंक ऊपर बंद हुआ। सेक्टोरल इंडेक्सेस लगभग सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स पॉजिटिव जोन में कारोबार कर रहे थे। ऑयल एंड गैस और पीएसयू बैंक इंडेक्सेस ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल की। तकनीकी रूप से, एक गैप-अप ओपनिंग के बाद, बाजार ने सफलतापूर्वक निफ्टी/सेंसेक्स में 23,500/77800 रेजिस्टेंस जोन को पार कर लिया। इसमें ब्रेकआउट के बाद, पॉजिटिव मोमेंटम तेज हो गया। इसके अतिरिक्त, डेली चार्ट पर एक बुलिश कैंडल और इंट्राडे चार्ट पर एक अपट्रेंड कंटीन्यूएशन फॉर्मेशन मौजूदा स्तरों से इसके और आगे बढ़ने का संकेत दे रहा है।

चौहान ने आगे कहा कि हमारा मानना ​​है कि मौजूदा बाजार का स्वरूप तेजी का है। कल के लिए ट्रेडर्स के लिए "इंट्राडे गिरावट पर खरीदें और रैलियों पर बेचें" ये आदर्श रणनीति होगी। ट्रेडर्स के लिए अब निफ्टी/सेंसेक्स में बुल्स के लिए 23,600/78100 और 23,500/77800 प्रमुख सपोर्ट जोन होंगे। जबकि 23,800/78700 और 23,850/78900 प्रमुख रेजिस्टेंस जोन के रूप में नजर आ सकते हैं।

(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

 

 



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Monday, February 3, 2025

Gold Rate Today: शुरुआत में नरमी के बाद अच्छी खरीदारी से चढ़ा गोल्ड, 3000 डॉलर पार कर सकता है भाव

गोल्ड में 3 फरवरी को उतारचढ़ाव देखने को मिला। पहले कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स में नरमी दिखी। लेकिन, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी के बाद गोल्ड में अच्छी खरीदारी हुई। इससे एमसीएक्स में गोल्ड की कीमतें 82,815 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। पहले बार एमसीएक्स में गोल्ड इस लेवल पर पहुंचा है।

डॉलर फिसलने से चढ़ा सोना

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी के हेड अनुज गुप्ता ने कहा कि शुरुआत में डॉलर में मजबूती से गोल्ड (Gold) में नरमी देखने को मिली। लेकिन, डॉलर दो साल के सबसे ऊंचे लेवल पर टिक नहीं सका। डॉलर में कमजोरी आने पर सोने में खरीदारी बढ़ी। डॉलर में कमजोरी से विदेशी मुद्रा में सोना खरीदना सस्ता हो जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉलर में उतारचढ़ाव का असर सोने पर देखने को मिलेगा।

अमेरिका के टैरिफ लगाने से डॉलर में आई थी तेजी

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने से 3 जनवरी को डॉलर में तेजी आई थी। इससे गोल्ड की कीमतें करीब 1 फीसदी तक गिर गई थीं। स्पॉट गोल्ड 0.9 फीसदी गिरकर 2,776.05 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स में भी नरमी देखने को मिली थी। यह 0.9 फीसदी की कमजोरी के साथ 2,820.80 डॉलर प्रति औंस तक आ गया था।

3000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है गोल्ड

डोनाल्ड ट्रंप ने 1 फरवरी को कनाडा और मैक्सिको पर 25-25 फीसदी और चीन पर 10 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसका असर डॉलर और क्रूड के साथ ही दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दिखा। 3 जनवरी को इंडिया सहित एशिया शेयर बाजार कमजोरी के साथ खुले। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ट्रेड वॉर बढ़ता है तो गोल्ड में तेजी देखने को मिल सकती है। सिटी ने गोल्ड की कीमतें 3,000 डॉलर प्रति औंस के बार पहुंच जाने की उम्मीद जताई है।

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गोल्ड में तेजी जारी रहने के आसार

एनालिस्ट्स का कहना है कि कनाडा और मैक्सिको ने जवाबी कार्रवाई में अमेरिकी इंपोर्ट पर टैरिफ लगा दिया है। चीन के भी ऐसा करने के आसार हैं। अगर टैरिफ वॉर बढ़ता है तो इसका असर गोल्ड सहित कई कमोडिटी की कीमतों पर देखने को मिल सकता है। इंडिया दुनिया में गोल्ड का दूसरे सबसे कंज्यूमर है। गोल्ड को निवेश के लिए सबसे सुरक्षित एसेट माना जाता है। दुनिया में उथलपुथल बढ़ने पर सोने में तेजी आती है।



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Sunday, February 2, 2025

Market Cap: टॉप 10 में से 7 कंपनियों का मार्केट कैप 1.83 लाख करोड़ रुपये बढ़ा, HUL को सबसे ज्यादा मुनाफा

Market Cap of top 10 firms: सेंसेक्स की टॉप 10 में से सात कंपनियों के मार्केट कैप में बीते हफ्ते 1,83,322.54 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। इसमें हिंदुस्तान यूनिलीवर सबसे ज्यादा लाभ में रही। पिछले हफ्ते BSE सेंसेक्स 1,315.5 अंक या 1.72 फीसदी चढ़ा और निफ्टी 389.95 अंक या 1.68 फीसदी के लाभ में रहा। आम बजट पेश होने के कारण शनिवार को शेयर बाजार खुले थे।

बीते हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज, HDFC बैंक, ICICI बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ITC और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का मार्केट कैप बढ़ा। दूसरी ओर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), भारती एयरटेल और इंफोसिस के वैल्यूएशन में गिरावट आई।

इन कंपनियों का मार्केट कैप बढ़ा

हिंदुस्तान यूनिलीवर का मार्केट कैप 32,471.36 करोड़ रुपये बढ़कर 5,89,066.03 करोड़ रुपये हो गया। ICICI बैंक का वैल्यूएशन 32,302.56 करोड़ रुपये बढ़कर 8,86,247.75 करोड़ रुपये हो गया। HDFC बैंक की बाजार हैसियत 30,822.71 करोड़ रुपये बढ़कर 12,92,450.60 करोड़ रुपये और ITC की 26,212.04 करोड़ रुपये बढ़कर 5,78,604.05 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।

रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 25,373.2 करोड़ रुपये बढ़कर 17,11,371.54 करोड़ रुपये पर और SBI का वैल्यूएशन 19,411.05 करोड़ रुपये बढ़कर 6,83,715.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। LIC का मार्केट कैप 16,729.62 करोड़ रुपये बढ़कर 5,36,201.68 करोड़ रुपये रहा।

इन कंपनियों को नुकसान

टीसीएस की बाजार हैसियत 28,058.27 करोड़ रुपये घटकर 14,73,918.40 करोड़ रुपये रह गई। भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण 11,211.96 करोड़ रुपये घटकर 9,25,201.90 करोड़ रुपये रह गया। इंफोसिस का मार्केट कैप 9,653 करोड़ रुपये घटकर 7,68,959.76 करोड़ रुपये पर आ गया।

टॉप 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है। इसके बाद TCS, HDFC बैंक, भारती एयरटेल, ICICI बैंक, इंफोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ITC और LIC का स्थान रहा।



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Saturday, February 1, 2025

Auto Sales: जनवरी 2025 में मारुति की बिक्री बढ़ी, लेकिन टाटा मोटर्स ने बेची कम गाड़ियां

Auto Sales in January 2025: ऑटो सेक्टर की कंपनियों ने जनवरी 2025 में गाड़ियों की बिक्री से जुड़े आंकड़े जारी कर दिए हैं। पिछले महीने देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) की बिक्री बढ़ी है। हालांकि, दूसरी ओर टाटा मोटर्स  (Tata Motors)और हुंडई मोटर्स इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है। यहां दिग्गज कंपनियों की बिक्री के आंकड़े दिए गए हैं।

जनवरी में Maruti Suzuki की बिक्री 6% बढ़ी

मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री जनवरी में सालाना आधार पर छह फीसदी बढ़कर 2,12,251 यूनिट हो गई। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी ने जनवरी, 2024 में कुल 1,99,364 गाड़ियां बेची थीं। मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने एक बयान में कहा कि पिछले महीने उसकी कुल घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री 1,73,599 यूनिट रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,66,802 यूनिट थी। यह 4.07 फीसदी की वृद्धि है।

ऑल्टो और एस-प्रेसो की बिक्री पिछले महीने घटकर 14,247 यूनिट रह गई जो पिछले वर्ष इसी महीने में यह 15,849 यूनिट थी। बलेनो और स्विफ्ट जैसे मॉडल सहित कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री पिछले महीने बढ़कर 82,241 यूनिट हो गई, जो जनवरी, 2024 में 76,533 यूनिट थी।

Tata Motors की बिक्री 7 फीसदी घटी

टाटा मोटर्स की कुल वाहन बिक्री जनवरी में सालाना आधार पर सात फीसदी की गिरावट के साथ 80,304 यूनिट रह गई। कंपनी ने जनवरी, 2024 में 86,125 यूनिट बेचीं थीं। टाटा मोटर ने बयान में कहा कि उसकी कुल घरेलू बिक्री पिछले महीने यानी जनवरी में सालाना आधार पर सात प्रतिशत घटकर 78,159 यूनिट रह गई जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 84,276 यूनिट थी।

जनवरी, 2025 में कुल वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 31,988 यूनिट रही जबकि पिछले साल इसी महिने में यह 32,092 यूनिट थी। जनवरी में कुल यात्री वाहनों की बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 48,316 यूनिट रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 54,033 यूनिट थीं।

Hyundai Motor India की कुल बिक्री तीन फीसदी घटी

वाहन विनिर्माता कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की जनवरी में कुल बिक्री सालाना आधार पर तीन प्रतिशत घटकर 65,603 इकाई रह गई। कंपनी ने जनवरी, 2024 में 67,615 वाहन बेचे थे। कंपनी ने बयान में कहा कि उसने पिछले महीने घरेलू बाजार में 54,003 इकाइयां बेचीं जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 57,115 इकाइयां बेची थीं। कंपनी ने पिछले महीने यानी जनवरी में 11,600 वाहनों का निर्यात किया, जबकि पिछले साल इसी माह में कंपनी ने 10,500 वाहनों का निर्यात किया था।

जनवरी में Toyota की बिक्री 19 प्रतिशत बढ़ी

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की बिक्री जनवरी में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 29,371 यूनिट हो गयी है। पिछले वर्ष इसी माह में कंपनी ने 24,609 यूनिट बेची थीं। कंपनी ने पिछले महीने घरेलू बाजार में 26,178 यूनिट बेचीं और 3,193 यूनिट का निर्यात किया।

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने बयान में कहा कि उसके निरंतर विकास और सफलता के पीछे की मुख्य वजह यह है कि वह ग्राहकों की जरूरतों पर फोकस कर रही है। टीकेएम के उपाध्यक्ष (बिक्री-सेवा-पुरानी कार कारोबार) वरिंदर वाधवा ने कहा, ‘वर्ष 2025 में हमारा प्रयास भारत में कंपनी की स्थिति को और मजबूत करना है।’

Kia India की बिक्री 5% बढ़ी

Kia India ने जनवरी 2025 में 25,025 यूनिट की बिक्री दर्ज की है। यह जनवरी 2024 में बेची गई 23,769 यूनिट की तुलना में सालाना 5% से अधिक की वृद्धि है। किआ Syros के लॉन्च के साथ बिक्री की मात्रा में वृद्धि की उम्मीद कर रही है।



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