Friday, February 28, 2025

डीलिंग रूम्स में आज इस दिग्गज शेयर में डीलर्स हुए बेयरिश, इस एनर्जी सेक्टर के स्टॉक में हुई जोरदार बाईंग

Dealing Room Check: - मार्केट में आज IT शेयरों का हाल सबसे ज्यादा बेहाल रहा। इंडेक्स करीब 4% फिसल गया। 200 DMA तोड़ने के 4 दिन के अंदर 3 हजार प्वाइंट गंवा दिये। विप्रो, टेक महिंद्रा और परसिस्टेंट सिस्टम्स में 5-6% तक की गिरावट देखने को मिली। मेटल और ऑटो शेयरों का भी बुरा हाल नजर आया। बाजार में वायदा के नए खिलाड़ियों की जमकर पिटाई हुई। पतंजलि फूड्स 9% टूट गया। टाटा टेक भी 6% फिसलकर अब तक के निचले स्तर पर पहुंचा। टीटागढ़ और IREDA भी 5-8% गिरे। IIFL फाइनेंस पर भी दबाव नजर आया। बाजार में भारी गिरावट से कैपिटल मार्केट से जुड़े शेयर भी टूट गये। BSE 10% फिसलकर वायदा का टॉप लूजर बना। MCX भी 7% गिरा। इसके साथ ही एंजेल वन, CDSL और CAMS में भी तेज गिरावट देखने को मिली। इधर डीलर्स ने आज जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW Energy) और हैवेल्स (Havells) के शेयर में दांव लगाने की राय अपने क्लाइंट्स को दी।

JSW ENERGY

सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने डीलिंग रूम्स के सूत्रों के हवाले से कहा कि आज डीलर्स ने ऊर्जा सेक्टर के शेयर में खरीदारी करवाई है। डीलर्स ने जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW Energy) के शेयर में खरीदारी करने की राय अपने क्लाइंट्स को दी है। डीलर्स के मुताबिक आज घरेलू फंड्स की शेयर में खरीदारी हुई है। डीलर्स ने स्टॉक में BTST यानी कि आज खरीदने और कल बेचने की सलाह दी है। डीलर्स के मुताबिक इसमें OI 5% बढ़ा है जबिक निचले स्तर से शेयर में खरीदारी देखने को मिली। डीलर्स के मुताबिक शेयर में 475-485 रुपये के लक्ष्य देखने को मिल सकते हैं।

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HAVELLS

दूसरे स्टॉक के रूप में भी डीलर्स ने आज कंज्यूमर गुड्स सेक्टर की कंपनी के शेयर में बेयरिश राय दी। यतिन मोता ने कहा कि डीलर्स ने हैवेल्स (Havells) के शेयर में पोजीशनल बिकवाली करने की राय दी है। डीलर्स के मुताबिक FIIs की तरफ से शेयर में बिकवाली नजर आई है। डीलर्स के मुताबिक इसका OI 10% गिरा है। शेयर में लॉन्ग सौदे कटे हैं।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

 

 

 

 



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Commodity Market: बिक्री बढ़ाने के लिए OMSS बेच रही ज्यादा गेहूं, क्या कीमतों में आएगी गिरावट

सरकार ने OMSS के जरिए गेहूं की बिक्री बढ़ाने के लिए ज्यादा माल बेच रही है, लेकिन हर बार की तरह पूरी की पूरी खेप बिक जा रही है। 5 लाख टन गेहूं की बिक्री के लिए आई। 4.98 लाख टेन गेहूं की बिक्री हुई। 19 फरवरी को ज्यादा गेहूं की बिक्री हुई। पहले 4 लाख टन ब्रिकी के लिए आती थी। कीमतों में तेजी के कारण ज्यादा बिक्री हुई। जिसके कारण गेहूं की कीमतों में भी गिरावट आई।

OMSS में गेहूं के दाम पर नजर डालें तो झारखंड में 19 फरवरी को OMSS में गेहूं के दाम 2790-3107 रुपये प्रति क्विंटल पर थे। जबकि उत्तराखंड में 2724-3029 रुपये प्रति क्विंटल, असम में 2703-3270 रुपये प्रति क्विंटल, पश्चिम बंगाल में 2690-3100 रुपये प्रति क्विंटल, ओडिशा में 2609-3056 रुपये प्रति क्विंटल पर थे।

बताते चलें कि हाल ही में सरकार ने  गेहूं बढ़ती कीमतों को देखते हुए स्टॉक लिमिट को घटाया। सरकार ने गेहूं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए स्टॉक लिमिट कड़ी की है जबकि अधिक तापमान ने आगामी रबी फसल के उत्पादन को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।

गौरतलब हो कि देश के कई राज्यों में तापमान बढ़ने लगा है। जिसके बाद गेहूं के किसानों को उत्पादन में गिरावट की आशंका सताने लगी है। बढ़ता पारा किसानों के लिए परेशानी बन रहा है। वहीं 70% कम बारिश भी परेशानी बढ़ा रही। नॉर्थ में उत्पादन में गिरावट की आशंका है। मार्च वाली गर्मी 20-30 दिन पहले आई है।

WPPS के चेयरमैन अजय गोयल का कहना है कि कुछ मंडियों में गेहूं की सप्लाई शुरु हो गई है। यूपी, पंजाब, हरियाणा में गेहूं के दाम अब भी ऊपर हैं। इन राज्यों में गंहूं की कटाई में एक महीने का वक्त है। उन्होंने कहा कि सप्लाई बढ़ने पर गेहूं की कीमतों में गिरावट आएगी।

अजय गोयल ने आगे कहा कि गेहूं की 100 मिलियन टन से ज्यादा फसल की उम्मीद है। बाजार कीमतों में गिरावट का इंतजार कर रहा है। कीमतों में गिरावट के बाद ही मांग में तेजी आएगी।

 



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Thursday, February 27, 2025

Market Outlook: सपाट बंद हुआ बाजार, जानिए 28 फरवरी को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market trend : 27 फरवरी को भारतीय इक्विटी इंडेक्स सपाट स्तर पर बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 10.31 अंक या 0.01 फीसदी बढ़कर 74,612.43 पर और निफ्टी 2.50 अंक या 0.01 फीसदी गिरकर 22,545.05 पर बंद हुआ। आज लगभग 892 शेयरों में तेजी रही। 2925 शेयरों में गिरावट देखने को मिली और 97 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। श्रीराम फाइनेंस, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज निफ्टी के टॉप गेनरों रहे जबकि अल्ट्राटेक सीमेंट, ट्रेंट, जियो फाइनेंशियल, बजाज ऑटो और टाटा मोटर्स निफ्टी के टॉप लूजर रहे। बैंक और मेटल को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। ऑटो, मीडिया, एनर्जी, कैपिटल गुड्स, रियल्टी और पावर में 1-2 फीसदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2 फीसदी की गिरावट आई है।

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि भारतीय शेयर बाजारों ने मंथली एक्सपायरी वाले दिन कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ की लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही बढ़त बनाए रखा मुश्किल हो गया। निफ्टी आज सीमित दायरे में रहा और अंततः 2.50 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 22,545.05 पर बंद हुआ। सेक्टोरल फ्रंट पर मेटल और बैंक निफ्टी स्टॉक सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले रहे। जबकि मीडिया और रियल्टी सेक्टर में कमजोरी रही। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ने फ्रंटलाइन इंडेक्स की तुलना में खराब प्रदर्शन किया। इनमें 1.14 फीसदी और 1.64 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी 50 के लेवल्स अपरिवर्तित रहे हैं। इसके लिए 22,400 पर सपोर्ट और 22,720 पर रेजिस्टेंस कायम है। कुल मिलाकर मंदी का रुख जारी है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मंथली एक्सपायरी के दिन बाजार में सुस्ती रही, लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बाजार सपाट बंद हुआ है। शुरुआती तेजी के बाद,निफ्टी जल्दी ही सपाट हो गया। यह 22,545.05 पर बंद होने से पहले एक सीमित दायरे में कारोबार करता रहा। पिछले दो कारोबारी सत्रों में अनिर्णय की स्थिति देखने को मिली है,ऐसा संभवतः ओवरसोल्ड स्थितियों के कारण है। हालांकि,अहम सेक्टरों में रोटेशनल बिक्री न केवल रिबाउंड को सीमित कर रही है,बल्कि धीरे-धीरे इंडेक्स को नीचे की और खींच रही है। बाजार में इस समय दोनों साइड के ट्रेड नजर आ रहे हैं। ट्रेडरों के इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रेड करना चाहिए।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Wednesday, February 26, 2025

RRB ALP Result 2025 : रेलवे लोको पायलट का रिजल्ट जारी, जानें कैसे चेक करें परिणाम

RRB ALP CBT-1 Result 2025 Released: आरआरबी असिस्टेंट लोको पायलट सीबीटी-1 रिजल्ट का इंतजार कर अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी आई है। रेलवे भर्ती बोर्ड ने आरआरबी एएलपी RRB ALP CBT-1 2024 Result जारी कर दिया है। जिन उम्मीदवारों ने कम्प्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी-1) दिया था, वे अब आधिकारिक आरआरबी वेबसाइट पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं।

जारी हुआ रिजल्ट 

अभ्यर्थी आरआरबी मुंबई की आधिकारिक वेबसाइट से एएलपी सीबीटी-1 के परिणाम चेक कर सकते हैं। असिस्टेंट लोको पायलट सीबीटी 2 परीक्षा 2025 के लिए चयनित अभ्यर्थियों की लिस्ट पीडीएफ फॉर्मेट में जारी की गई है। परिणाम के अनुसार, जिन उम्मीदवारों को "द्वितीय चरण की परीक्षा (सीबीटी-2)" के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है, वे अगले चरण में भाग लेंगे।

आरआरबी ने सीबीटी-1 रिजल्ट के साथ-साथ हर कैटेगरी के लिए कटऑफ स्कोर भी जारी किया है। जिन अभ्यर्थियों ने इस कटऑफ को पार किया है, उन्हें एएलपी सीबीटी-2 के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। अनारक्षित वर्ग (GEN) के लिए कटऑफ 57.17514 रही है। इसके बाद ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग की कटऑफ स्कोर भी निर्धारित की गई है।

इस दिन होगा सीबीटी-2 का एग्जाम

उम्मीदवार अपना व्यक्तिगत परिणाम या स्कोर कार्ड आरआरबी पोर्टल पर जाकर पंजीकरण नंबर और जन्म तिथि भरकर देख सकते हैं। यह सुविधा 27 फरवरी, 2025 से उपलब्ध होगी। एएलपी के पदों के लिए पहले चरण की परीक्षा 25 से 29 नवंबर, 2024 तक आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवार अब सीबीटी-2 में भाग लेंगे। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि सीबीटी-2 परीक्षा 19 और 20 मार्च, 2025 को आयोजित की जाएगी।

सामने आई ये जानकारी 

रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने नोटिस में बताया कि "सीईएन संख्या 01/2024 के तहत एएलपी के पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के लिए द्वितीय चरण की परीक्षा (सीबीटी-2) 19 और 20 मार्च, 2025 को आयोजित की जाएगी।" इसके अलावा, नोटिस में यह भी कहा गया कि सभी शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को परीक्षा से करीब 10 दिन पहले उनके सेंटर की जानकारी के लिए वेबसाइट, एसएमएस या ईमेल के जरिए जानकारी दी जाएगी।

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Mutual Funds: कम रिस्क, स्थिर रिटर्न की है चाह तो लो वोलैटिलिटी फंड निवेश के लिए हो सकता है बेहतर विकल्प

जिंदगी के हर कदम पर पैसों की जरूरत के लिए किस तरह प्लानिंग करें? योर मनी में हम आपको ना सिर्फ बचत करना बताते हैं, बल्कि अपनी बचत पर आप मोटा मुनाफा कैसे कमाया जाए ये गुर भी आपको सीखाता है, ताकि आप जिंदगी के हर गोल को अच्छे से पूरा कर सकें। आज लो वोलैटिलिटी फंड पर बात करेंगे। बाजार में जहां लगातार करेक्शन दिख रहा है। ऐसी स्थिति में लो वोलैटिलिटी फंड में कितना दम? इस पर बात करते हुए WISEINVEST के सीईओ हेमंत रुस्तगी (Hemant Rustagi) ने कहा कि लो वोलैटिलिटी फंड का सेलेक्शन कम रिस्क, स्थिर रिटर्न के हिसाब से किया जाता है। इसके फंड के जरिए अस्थिरता में स्थिर और संतुलित रिटर्न मिलता है। अस्थिरता से कम प्रभावित होता है।

उन्होंने कहा कि इस फंड के जरिए कम उतार-चढ़ाव वाले एसेट में निवेश किया जाता है। कम अस्थिरता वाले एसेट में निवेश से स्थिर रिटर्न मिलता है। इसमें कम रिस्क और बेहतर डायवर्सिफिकेशन मिलता है। बाजार में गिरावट के दौरान स्थिरता मिलती है। लो वौलेटिलिटी फंड दबाव के दौरान बेहतर प्रदर्शन करते हैं और बाजार में तेज उछाल के दौरान मध्यम रिटर्न देते है।

हेमंत रुस्तगी ने कहा कि लो वोलैटिलिटी फंड Nifty100 Low Volatility 30 इंडेक्स को ट्रैक करता है। रूल बेस्ड निवेश का तरीका है और इसके जरिए खास विशेषताओं वाले स्टॉक में निवेश करता है। इस फंड की बाजार की चाल के हिसाब से समीक्षा की जाती है।

लो वोलैटिलिटी फंड के फायदे के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें कम रिस्क, स्थिर रिटर्न और रूल बेस्ड निवेश का तरीका मिलता है। वहीं इस फंड के नुकसान के बारे में कहते हुए उन्होंने कहा कि कम रिटर्न और निवेश की सीमाएं तय होती है।

बता दें कि लो-वोलैटिलिटी वाले फंडों में एलोकेशन निवेशक की रिस्क उठाने की क्षमता और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है। लो-वोलैटिलिटी वाले फंड उतार-चढ़ाव वाले बाजारों के बीच स्थिरता और स्थिर रिटर्न चाहने वाले निवेशकों के लिए एक मजबूत विकल्प बने हुए हैं। हालांकि तेज उछाल के दौरान उनकी अपसाइड क्षमता कम हो सकती है, लेकिन उनका लचीलापन और लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस उन्हें एक बेहतर विकल्प बनाता है।

 

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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IND vs PAK Match: भारत की जीत पर महाराष्ट्र के कबाड़ कारोबारी ने लगाया 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा, अब दुकान पर चला बुलडोजर

IND vs PAK Match: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में पुलिस ने एक कबाड़ व्यापारी और उसकी पत्नी को चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की हार के बाद भारत के खिलाफ नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। साथ ही कबाड़ कारोबारी की दुकान को बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को मालवण नगर परिषद के अधिकारियों ने सिंधुदुर्ग के तारकरली रोड पर 38 वर्षीय व्यक्ति की दुकान को अनधिकृत निर्माण बताते हुए बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।

चैंपियंस ट्रॉफी के मैच रविवार 23 फरवरी को दुबई में हुए एकतरफा मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को छह विकेट से हरा दिया था। अधिकारी ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने रविवार रात सिंधुदुर्ग के मालवण थाने में कबाड़ कारोबारी किताबुल्ला हमीदुल्ला खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जो अपने परिवार के साथ तारकरली रोड पर रहता है।

उन्होंने बताया कि शिकायत के अनुसार खान ने अपनी पत्नी आयशा (35) और 15 वर्षीय बेटे के साथ कथित तौर पर 'भारत विरोधी' नारे लगाए। अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा के आउट होने के बाद भी उन्होंने कथित तौर पर भारत के खिलाफ नारे लगाए थे।

उन्होंने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने कबाड़ कारोबारी की हरकत के विरोध में सोमवार को मालवण के देउलवाड़ा इलाके में बाइक रैली निकाली। अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को कबाड़ कारोबारी और उसके परिवार के दो सदस्यों के खिलाफ धर्म के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया गया।

अधिकारी ने बताया कि कबाड़ कारोबारी और उसकी पत्नी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि उनके बेटे को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सोमवार को मालवण नगर परिषद के अतिक्रमण हटाने वाले विभाग ने कबाड़ कारोबारी की दुकान को बुलडोजर से गिरा दिया, क्योंकि यह अनधिकृत थी और अवैध रूप से बनाई गई थी।

सट्टा लगाने के आरोप में दो गिरफ्तार

इस बीच, दिल्ली पुलिस ने 23 फरवरी को भारत-पाकिस्तान मैच पर सट्टा लगाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार करके एक ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने एक बयान में बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस दल ने मालवीय नगर में एक घर पर छापा मारा, जहां अयान (32) और निजाम उर्फ ​​भुट्टो (45) एक ऑनलाइन सट्टेबाजी एप्लिकेशन के माध्यम से सट्टा लगाते हुए पाए गए।

चौहान के अनुसार पुलिस ने सट्टा लगाने वाले उपकरण बरामद किए हैं। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 13 लाख रुपये का सट्टा लगवाया था। उन्होंने बताया कि इस संबंध में FIR दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।

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बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए बड़ा फंड तैयार करना चाहते हैं? अपनाएं ये टिप्स

बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए बड़ा फंड तैयार करना एक बड़ा चैलेंज है। म्यूचुअल फंडों की स्कीम के जरिए भी बच्चों के एजुकेशन के लिए बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है। म्यूचुअल फंड की स्कीम में SIP से लंबी अवधि के निवेश पर बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है। इसके लिए म्यूचुअल फंडों की खास स्कीमें भी हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए सीएनबीसी-टीवी18 ने निसरीन मामाजी से बात की। मामाजी मनीवर्क्स फाइनेंशियल सर्विसेज की फाउंडर हैं।

निवेश की अवधि के हिसाब से बनाए प्लान

मामाजी ने कहा कि बच्चों के हायर एजुकेशन (Children Higher Education) के लिए इनवेस्टमेंट एप्रोच इस बात पर निर्भर करता है कि इस पैसे की जरूरत कितने साल बाद पड़ने वाली है। उन्होंने कहा, "आज कई पेरेंट्स के लिए यह एक बड़ा चैलेंज है। वे अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं। अगर आपके पास इनवेस्टमेंट के लिए 10-15 साल का समय है तो आप ज्यादा रिटर्न के लिए थोड़ा रिस्क ले सकते हैं।" म्यूचुअल फंड की स्कीम में जितने लंबे समय तक निवेश किया जाए, रिटर्न उतना ज्यादा रहने की संभावना होती है।

सही एसेट ऐलोकेशन का करें इस्तेमाल

अगर बच्चे के 18 साल का होने में काफी साल बचे हैं तो फिर इक्विटी म्यूचुअल फंडों का डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो तैयार किया जा सकता है। इसमें सही एसेट एलोकेशन के साथ निवेश शुरू किया जा सकता है। मामाजी ने तीन फंडों में निवेश की सलाह दी। इनमें Invesco India Flexi Cap Fund, Motilal Oswal Midcap Fund और Nippon India Small Cap Fund शामिल हैं। इनवेस्को इंडिया फंड में 34 फीसदी, मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड में 33 फीसदी और निप्पॉन इंडिया स्मॉलकैप फंड में 33 फीसदी निवेश किया जा सकता है।

रिस्क और रिटर्न के बीच जरूरी है संतुलन

इस डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो को तैयार करने में रिस्क और रिटर्न के बीच संतुलन का ध्यान रखा गया है। यह पोर्टफोलियो ऐसे मातापिता के लिए सही है, जो जल्द बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए निवेश शुरू कर देना चाहते हैं। अगर मातापिता के पास बच्चों के लिए निवेश करने का ज्यादा समय नहीं बचा है तो फिर उनके लिए ऐसा पोर्टफोलियो सही होगा जिसका ज्यादा फोकस स्टैबिलिटी पर होगा। मामाजी ने कहा, "अगर आपका बच्चा 18 साल का होने जा रहा है तो फिर फोकस कैपिटल बचाने के साथ ग्रोथ हासिल करने पर होना चाहिए।"

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निवेश का समय कम है तो अपनाएं कंजरवेटिव एप्रोच

इसके लिए एलोकेशन बदल जाएगा। ICICI Prudential Bluechip Fund में 75 फीसदी और Invesco India Flexi Cap Fund में 25 फीसदी निवेश करना ठीक रहेगा। इसकी वजह यह है कि लार्ज-कैप फंड में उतारचढ़ाव अपेक्षाकृत कम होता है। हालांकि, रिटर्न भी थोड़ा कम होता है। अगर निवेश की अवधि लंबी नहीं है तो हाइब्रिड फंड बैलेंस्ड एप्रोच से निवेश करने की सुविधा देता है। इसमें इक्विटी और डेट दोनों में निवेश होता है। ये फंड इक्विटी में 65 फीसदी और डेट में 35 फीसदी निवेश करते हैं।



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Tuesday, February 25, 2025

डीलर्स ने जल्दी कमाई के लिए आज ऑटो और रियल एस्टेट सेक्टर के शेयरों में कराई बंपर बाईंग, जानें कितना उछलेंगे दोनों स्टॉक्स

Dealing Room Check: - मार्केट में आज चुनिंदा ऑटो, NBFC, FMCG और टेलीकॉम शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। ऑटो शेयरों में M&M करीब तीन परसेंट की तेजी के साथ निफ्टी का टॉप गेनर बना। अशोक लेलैंड भी ऊपर नजर आया। उधर गोल्डमैन सैक्स की खरीदारी की राय से भारती एयरटेल 2 परसेंट चढ़ा। टाटा कैपिटल के IPO को बोर्ड मंजूरी से टाटा इनवेस्टमेंट का शेयर 6 परसेंट से ज्यादा दौड़ा। अदाणी ग्रुप शेयरों में आज खरीदारी का मूड दिखाई दिया। अदाणी पावर करीब 9% उछला। वहीं अदाणी ग्रीन भी 3% चढ़कर कारोबार करता दिखा। इसके साथ ही अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट और अदाणी टोटाल में भी रौनक देखने को मिली। इधर डीलर्स ने आज अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) और डाबर (Dabur) के शेयर में दांव लगाने की राय अपने क्लाइंट्स को दी।

ASHOK LEYLAND

सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने डीलिंग रूम्स के सूत्रों के हवाले से कहा कि आज डीलर्स ने ऑटो सेक्टर के शेयर में खरीदारी करवाई है। डीलर्स ने अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) के शेयर में खरीदारी करने की राय अपने क्लाइंट्स को दी है। डीलर्स के मुताबिक आज घरेलू फंड्स की शेयर में खरीदारी हुई है। डीलर्स ने स्टॉक में BTST यानी कि आज खरीदने और कल बेचने की सलाह दी है। डीलर्स के मुताबिक शेयर में 228-232 रुपये के लक्ष्य देखने को मिल सकते हैं।

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DABUR

दूसरे स्टॉक के रूप में भी डीलर्स ने आज रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनी के शेयर में बुलिश राय दी। यतिन मोता ने कहा कि डीलर्स ने डाबर (Dabur) के शेयर में खरीदारी करने की राय दी है। डीलर्स के मुताबिक HNIs की तरफ से शेयर में खरीदारी नजर आई है। डीलर्स की इस शेयर में पोजीशनल खरीदारी की सलाह है। डीलर्स के मुताबिक शेयर में 525-530 रुपये तक लक्ष्य दिख सकते हैं।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

 

 

 



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Monday, February 24, 2025

ICICI Bank: स्टॉक में आई गिरावट क्या आगे भी रहेगी जारी,जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय

प्राइवेट सेक्टर के दिग्गज बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के शेयरों में आज गिरावट देखने को मिली। शेयर आज एनएसई पर 1.18 फीसदी की गिरकर 1218.35 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। स्टॉक का आज का डे लो 1,210.25 रुपये पर था। स्टॉक पर टेक्निकल व्यू देते हुए मार्केट Tradebulls के सच्चिदानंद उत्तेकर (Sacchitanand Uttekar ) ने कहा कि 19 फरवरी को इस स्टॉक में बिकवाली की सलाह दी थी। उम्मीद थी कि शेयर में पोजिशनली 1205 रुपये के आसपास स्विंग बनना चाहिए। लेकिन जिस तरह से स्टॉक ने अपने 200 DMA को तोड़ा है उससे इस शेयर में लंबे टारगेट खुलते नजर आ रहे है।

उन्होंने आगे कहा कि स्टॉक में 1180 रुपये के आसपास बना बेस इस मूव में रिविजीट हो सकता है। यहां से स्टॉपलॉस को ट्रेल करना चाहिए। जब तक शेयर 1230 रुपये के ऊपरी स्तर पर क्लोजिंग स्टेबिलिस नहीं करता तब तक इस शेयर में दबाव बना रह सकता है। ऐसे में 1180 रुपये के लक्ष्य के लिए इसमें 1230 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ बिकवाली की सलाह होगी।

वहीं स्टॉक पर फंडामेटल राय देते हुए मार्केट एक्सपर्ट्स हेमांग जानी का कहना है कि बैंकिंग शेयर काफी अच्छा परफॉर्म कर रहा था। आज के कारोबारी सत्रों में हमें बैंकिंग शेयरों में दबाव देखने को मिला। लेकिन आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक जैसे शेयरों में मेरा नजरिया पॉजिटीव बना हुआ है। स्टॉक में रोटेशन होते रहते है जिसके चलते नियर टर्म में बैंकिंग सेक्टर आउटपरफॉर्मर बन कर उभर सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि बैंकिंग सेक्टर में आईसीआईसीआई बैंक पर हमारा नजरिया काफी पॉजिटीव है।

स्टॉक की चाल पर नजर डाले तो पिछले 1 हफ्ते में इसमें 2.62 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, 1 महीने में ये स्टॉक 0.76 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। हालांकि 3 महीने में इसमें 4.67 फीसदी की कमजोरी आई है। जनवरी से अब तक इस साल ये शेयर 4.94 फीसदी टूटा है। वहीं, 1 साल में इसमें 14.80 फीसदी की बढ़त दिखाई है। पिछले 3 साल में स्टॉक ने 72.23 फीसदी पॉजिटिव रिटर्न दिया है।

आज ये शेयर 1,226.70 रुपये पर खुला । वहीं, कल ये 1,232.95 रुपए पर बंद हुआ था। जबकि आज यह शेयर 1218.35 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। मार्केट कैप 860,514 रुपये है। स्टॉक का ऑल टाइम हाई 1,362.35 रुपये पर है ।

अगले 4 सेशन बाजार में दिखेगी और गिरावट, 22200-22000 के स्तर से निफ्टी कर सकता है जोरदार वापसी- राहुल शर्मा

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Sunday, February 23, 2025

नदी है या कांच! शीशे की तरह चमकता है पानी, हवा में तैरते हुए दिखती है नाव

देश में नदियों की सफाई पर सरकार हर साल करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। इसके बाद भी गंगा, यमुना जैसी भारत की कई बड़ी नदियों का हाल किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में अगर नदियों की सफाई करना सीखना हो तो मेघालय से जरूर सीखना चाहिए। यहां की उमंगोट नदी (Umngot River) का पानी इतना साफ है कि कांच की तरह आर-पार देख सकते हैं। अंदर का पत्थर तक क्रिस्टल क्लियर नजर आता है। नदी में कई फीट नीचे पड़े हुए पत्थर भी एकदम साफ नजर आते हैं। इतना साफ पानी आपने कभी नहीं देखा होगा। इसे दुनिया की सबसे साफ नदी में गिना जाता है।

ये नदी मेघालय में है। नदी को साफ रखने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। यह नदी मेघालय की राजधानी शिलांग से 95 किमी दूर भारत-बांग्लादेश सीमा के पास पूर्वी जयंतिया पहाडिय़ों में बहती है। यह राज्य के तीन गांवों दावकी, दरंग और शेनांगगेंडेग से होकर गुजरती है।

डॉकी नदी के नाम से भी है मशहूर

घने जंगलों से घिरी यह नदी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी मशहूर है। अपनी खूबसूरती के कारण यह नदी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन गई है। स्थानीय लोग इस नदी को बेहद पवित्र मानते हैं। इसे साफ रखने के लिए हर संभव कोशिश करते रहते हैं। उमंगोट नदी का पानी आसपास के पहाड़ों से आता है। इन पहाड़ों की चट्टानें पानी को प्राकृतिक रूप से फिल्टर करती हैं। जिसकी वजह से पानी बिल्कुल साफ रहता है। इस क्षेत्र में औद्योगीकरण बहुत कम हुआ है। यहां के लोग नदी के पानी को प्रदूषित नहीं करते हैं। इसे डॉकी नदी भी कहा जाता है।

उमंगोट नदी के पास के नजारे भी बेहद खूबसूरत हैं। यहां पक्षियों की चहचहाहट के साथ नदी में पड़ती सूरज की किरणें बेहद सुकून देने वाली होती हैं। यहां का माहौल इतना शांत रहता है कि गिरने वाली पानी की एक एक बूंद की आवाज भी आराम से सुन सकते हैं।

आखिर इतना साफ पानी क्यों है?

नदी के पानी को साफ रखने के लिए गांव के लोग मिलकर सफाई करते हैं। उंमगोट नदी मेघालय के तीन गांवों दावकी, दरंग और शेनांगगेंडेग से होकर बहती है। इन तीन गांवों में 300 से ज्यादा घर हैं। खासी समुदाय के लोग मिलकर इस नदी की सफाई करते हैं। ये लोग हर दिन नदी को साफ करने में अपना योगदान देते हैं।

गंदगी करने पर लगता है मोटा जुर्माना

कम्यूनिटी डे के लिए महीने में तीन से चार दिन तय हैं। इन दिनों में गांव के हर घर में कम से कम एक व्यक्ति आगे आता है और नदी को साफ करने में मदद करता है। लोग भाईचारे के साथ मिलकर इस नदी की सफाई करते हें। इतना ही नहीं नदी में गंदगी फैलाने पर 5000 रूपये तक का जुर्मान भी लगाया गया है। नवंबर से अप्रैल तक पर्यटक यहां बोटिंग और प्रकृति की सुंदरता का लुत्फ उठाने आते हैं।

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Saturday, February 22, 2025

Telangana Tunnel: तेलंगाना में बड़ा हादसा, टनल की छत ढही, सात मजदूर अंदर फंसे

Telangana  Tunnel Collapses : तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में एक बड़ा टनल हादसा हो गया है। यहां एक टनल का हिस्सा धंसने के बाद सात मजदूर उसके मलबे में फंस गए हैं। बता गें कि तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल का एक हिस्सा गिरने से कम से कम सात लोग फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि टनल की छत का करीब तीन मीटर हिस्सा गिर गया, जब मजदूर रोजाना की तरह अपना काम कर रहे थे।

तेलंगाना में बड़ा हादसा

अधिकारियों के मुताबिक, टनल के छत का करीब तीन मीटर हिस्सा ढहा है। नागरकुरनूल के SP वैभव गायकवाड़ ने बताया कि सिंचाई परियोजना का काम करने वाली कंपनी की 2 रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई हैं। पुलिस ने बताया कि निर्माण कंपनी की टीम हालात का आकलन कर रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि कंपनी के अनुसार, करीब छह से आठ मजदूर फंसे हो सकते हैं। यह हादसा तब हुआ जब कुछ मजदूर काम के लिए सुरंग में गए थे और लगभग 12-13 किलोमीटर अंदर छत गिर गई। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, हादसे में कुछ लोग घायल हुए हैं लेकिन संख्या नहीं बताई गई। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने राहत कार्य तेज करने के लिए जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने का आदेश दिया है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

वहीं मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के निर्देश पर सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी, सरकारी सलाहकार आदित्यनाथ दास और अन्य सिंचाई अधिकारी हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हुए। केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने हादसे पर चिंता जताई और अधिकारियों से इसकी जानकारी ली। उन्होंने फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने और घायलों को तुरंत इलाज देने के निर्देश दिए।



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Friday, February 21, 2025

Dollar Vs Rupee : रुपया 5 पैसे कमजोर होकर 86.71 के स्तर पर हुआ बंद, आगे 86.45-87.10 के दायरे में रहने की उम्मीद

Forex Market : डॉलर के मुकाबले रुपया आज 5 पैसे कमजोर होकर 86.71 के स्तर पर बंद हुआ है। वही, कल इसकी क्लोजिंग 86.66 रुपए प्रति डॉलर के स्तर पर हुई थी। एलकेपी सिक्योरिटीज में वीपी रिसर्च एनालिस्ट,कमोडिटी और करेंसी जतिन त्रिवेदी ने कहा कि डॉलर इंडेक्स के 106.60 के स्तर पर गिरने के बावजूद रुपया करीब 0.05 रुपये कमजोर होकर 86.70 के आसपास कारोबार करता दिखा। एफआईआई की बिकवाली जारी रहने से भारतीय मुद्रा पर दबाव बना हुआ है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात करों में संभावित कटौती की रिपोर्ट ने भी रुपये पर और दबाव डाला है,क्योंकि इससे ट्रेड बैलेंस प्रभावित हो सकता है।

जतिन त्रिवेदी ने आगे कहा कि आगे चलकर रुपये के 86.45-87.10 के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। इसकी दिशा तय करने में ग्लोबल सेंटिमेंट और कैपिटल फ्लो की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

Market outlook : निफ्टी 5 जून के बाद पहली बार 22800 के नीचे हुआ बंद, आगे भी कमजोरी कायम रहने की उम्मीद

मिराए एसेट शेयरखान में रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी का कहना है कि कमजोर घरेलू बाजारों और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में रिकवरी के कारण आज भारतीय रुपया गिरावट के साथ बंद हुआ। हालांकि,कच्चे तेल की कीमतों में नरमी में गिरावट को कम किया। हमें उम्मीद है कि कमजोर घरेलू बाजारों और एफआईआई की तरफ से की जा रही बिकवाली के दबाव के कारण रुपया नकारात्मक रुझान के साथ कारोबार करता दिखेगा। अमेरिकी डॉलर में उछाल से रुपये पर और दबाव पड़ेगा। हालांकि, आरबीआई की तरफ से होने वाला कोई नया हस्तक्षेप और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रुपये को निचले स्तरों पर सहारा दे सकती है। ट्रेडरों की नजर पीएमआई,मौजूदा घरेलू बिक्री और अमेरिका से आने वाले संशोधित उपभोक्ता सेंटीमेंट के आंकड़ों पर रहेगी। USDINR स्पॉट मूल्य के 86.50 रुपये से 87 रुपये की सीमा में कारोबार करने की उम्मीद है।

 

डिस्क्लेमर:मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Thursday, February 20, 2025

Coconut Benefits: नारियल से हेयर-स्किन और हार्ट रहेगा हेल्दी, कई बीमारियों की हो जाएगी छुट्टी

नारियल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। यह एक स्वादिष्ट फल ही नहीं है, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद में इसे जीवन देने वाला वृक्ष (tree of life) कहा गया है। नारियल की गरी, पानी, तेल सब कुछ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इसके इस्तेमाल से गुड कोलेस्ट्रॉल में इजाफा होता है, जो कि हार्ट के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। नारियल अगर रोजाना खाना शुरू कर दें तो आपको वजन घटाने में भी मदद मिलेगी। नारियल पानी शरीर के विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है। इसमें में पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-C जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

नारियल पानी में कैलोरी की मात्रा भी काफी कम होती है। रोजाना नारियल का पानी पीने से शरीर में डी हाइड्रेशन की कमी दूर होती है। इसके सेवन से त्वचा पर ग्लो आता है। इसके अलावा इम्यूनिटी को भी मजबूत करने में मदद मिलती है। इसके सेवन से कई बीमारियों से आप दूर रह सकते हैं।

नारियल के सेवन से मोटापा होगा दूर

अगर आप वजन कम करना चाहते है, तो रोजाना खाली पेट नारियल का सेवन करें। इसमे फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। वजन घटाने के लिए यह फायदेमंद साबित हो सकता है। खाली पेट नारियल खाने से भूख जल्दी नहीं लगती है। इसके अलावा नारियल में ट्राइग्लिसराइड्स भी होता है, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। नारियल के सेवन से इम्यूनिटी में इजाफा होता है।

नारियल से कब्ज की समस्या होगी दूर

अगर आप कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं तो खाली पेट नारियल का सेवन करें। इसमे फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इससे कब्ज से छुटकारा मिल सकता है। यह भोजन को पचाने में मदद करता है।

नारियल के सेवन से दिल रहेगा चकाचक

नारियल पानी से कोलेस्ट्रॉल और ट्राई-ग्लिसराइड का स्तर कम होता है। रोजाना नारियल पानी पीने से खून के थक्के जमने और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। वहीं नारियल की गिरी भी हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे गुड कोलेस्ट्रॉल में इजाफा होता है।

ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए नारियल पानी का सेवन काफी मदद करता है। नारियल पानी में मौजूद विटामिन C, पोटेशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। नारियल पानी पीने के बाद नारियल की कच्ची मलाईदार गरी भी पाचन को मजबूत बनाने के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Diabetes: घी और हल्दी डायबिटीज का कर देंगे काम तमाम, फौरन कंट्रोल होगा ब्लड शुगर



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Wednesday, February 19, 2025

WhatsApp में वॉयस मेसेज को Text में बदलने का नया तरीका, जानें कैसे करें इस्तेमाल

WhatsApp यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी, अगर आप वॉयस मैसेज सुनने की बजाय उन्हें टेक्स्ट में पढ़ना पसंद करते हैं, तो WhatsApp आपके लिए एक शानदार फीचर लेकर आ रहा है। पिछले साल वॉयस मैसेज ट्रांसक्रिप्शन फीचर लॉन्च करने के बाद, अब कंपनी इसे और भी स्मार्ट बनाने की तैयारी में है। नए अपडेट के तहत यूजर्स को ये तय करने की पूरी आजादी मिलेगी कि वे अपने वॉयस मैसेज को कब और कैसे ट्रांसक्रिप्ट करना चाहते हैं। मतलब, अब हर ऑडियो मैसेज को सुनने की जरूरत नहीं होगी-आप अपनी सुविधा के अनुसार इसे टेक्स्ट में बदल सकते हैं और सीधे पढ़ सकते हैं। ये फीचर खासतौर पर उन यूजर्स के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, जो मीटिंग, ट्रैवलिंग या किसी भी ऐसी स्थिति में होते हैं, जहां वॉइस मैसेज सुनना संभव नहीं होता।

इसके अलावा, ये उन लोगों के लिए भी उपयोगी रहेगा जो जल्दी में होते हैं और टेक्स्ट पढ़कर तेजी से रिप्लाई करना चाहते हैं। WhatsApp का ये नया अपडेट आपके चैटिंग एक्सपीरियंस को पहले से ज्यादा स्मार्ट और सुविधाजनक बना देगा। आइए जानते हैं इस दमदार फीचर की खासियतें।

तीन तरीके से कर सकेंगे ट्रांसक्रिप्शन

WhatsApp के इस अपग्रेडेड फीचर को हाल ही में WhatsApp Beta for Android 2.25.4.15 वर्जन में देखा गया है। इसमें वॉयस मैसेज ट्रांसक्रिप्शन के लिए तीन नए ऑप्शन जोड़े गए हैं:

ऑटोमैटिकली: इस ऑप्शन को चुनने पर सभी इनकमिंग वॉयस मैसेज अपने आप टेक्स्ट में बदल जाएंगे।

मैन्युअली: इस विकल्प में यूजर्स को मैन्युअली किसी वॉयस मैसेज को ट्रांसक्रिप्ट करने के लिए "ट्रांसक्राइब" बटन पर टैप करना होगा।

नेवर: अगर कोई यूजर इस फीचर का उपयोग नहीं करना चाहता, तो "नेवर" ऑप्शन चुनकर ट्रांसक्रिप्शन को पूरी तरह डिसेबल कर सकता है।

सबसे खास बात ये है कि यूजर्स जरूरत के अनुसार कभी भी इन ऑप्शन को बदल सकते हैं। ये फीचर फिलहाल डेवलपमेंट स्टेज में है और बीटा टेस्टिंग के बाद इसे ग्लोबल यूजर्स के लिए जारी किया जा सकता है।

चैट लिस्ट में आया नया बदलाव

WhatsApp ने हाल ही में चैट लिस्ट में एक और बड़ा बदलाव किया है। अब चैट फिल्टर हमेशा विजिबल रहेंगे, जिससे यूजर्स को कन्वर्सेशन को मैनेज करने में आसानी होगी। इससे पहले, यूजर्स को इन फिल्टर्स को देखने के लिए चैट लिस्ट को हल्का स्क्रॉल करना पड़ता था, लेकिन अब यह फीचर डायरेक्टली विजिबल रहेगा।

WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, यह नया अपडेट WhatsApp Beta for Android 2.25.4.12 में देखा गया है और जल्द ही इसे स्टेबल वर्जन में सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा।

क्या है WhatsApp की नई रणनीति?

WhatsApp लगातार यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने पर काम कर रहा है। वॉयस  मेसेज ट्रांसक्रिप्शन फीचर से उन यूजर्स को काफी फायदा होगा जो किसी कारणवश ऑडियो नहीं सुन सकते या टेक्स्ट फॉर्मेट में वॉयस  मैसेज को पढ़ना चाहते हैं। वहीं, चैट लिस्ट में हमेशा विजिबल फिल्टर होने से यूजर्स की चैटिंग एक्सपीरियंस और भी बेहतर होगा।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए फीचर्स कब तक सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे।

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ऑयल मील का एक्सपोर्ट 9% घटा, सरसों, कैस्टर सीड के एक्सपोर्ट में कमी ने दिखाया असर

ऑयल मील का एक्सपोर्ट में गिरावट देखी गई है। पिछले साल से ऑयल मील का 9% एक्सपोर्ट घटा है। पिछले साल से 3.71 लाख टन ऑयल मील का कम एक्सपोर्ट हुआ। सरसों, कैस्टर सीड के एक्सपोर्ट में कम होने से फर्क पड़ा। 10 महीनों में सोयाबीन का 1.85 लाख टन एक्सपोर्ट बढ़ा। अप्रैल 24-जनवरी 2025 में 17.17 लाख टन ऑयल मील का एक्सपोर्ट हुआ।

बता दें कि अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 में ऑयल मील का एक्सपोर्ट 39.74 लाख टन रहा था जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 में ऑयल मील का एक्सपोर्ट 36.03 लाख टन रहा था।

ऑयल मील के इंपोर्टर देश पर नजर डालें तो साउथ कोरिया ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 76.64 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 59.95 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ। वहीं वियतनाम ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 37.89 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 20.70 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ।

थाईलैंड ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 52.57 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 35.33 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ। बांग्लादेश ने अप्रैल 23-जनवरी 24 में 70.84 लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट किया था जबकि अप्रैल 24-जनवरी 25 में 62.12लाख टन ऑयल मील इंपोर्ट हुआ।

अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 के दौरान सोयाबीन का 15.86 लाख टन एक्सपोर्ट हुआ। जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 में 17.71 लाख टन सोयाबीन का एक्सपोर्ट हुआ। वहीं सरसों अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 का 18.95 लाख टन एक्सपोर्ट हुआ जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 में 15.42 लाख टन सोयाबीन का एक्सपोर्ट हुआ।

सरसों के एक्सपोर्ट के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020-21 में 11.13 लाख टन का एक्सपोर्ट हुआ था जबकि साल 2021-22 में 86.64 लाख टन, साल 2022-23 में 22.96 लाख टन और 2023-24 में 22.13 लाख टन सरसों का एक्सोर्ट हुआ।

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Bonus Issue: ₹2 से भी सस्ता स्टॉक, अब एक पर एक शेयर मिलेगा फ्री में

Bonus Issue: रियल एस्टेट कंपनी केबीसी ग्लोबल के शेयर डेढ़ रुपये से भी कम भाव पर हैं और अब अपने निवेशकों को यह 1:1 के रेश्यो में बोनस शेयर का तोहफा देने जा रही है यानी कि हर शेयर पर एक शेयर फ्री में मिलेंगे। पिछले हफ्ते शनिवार 15 फरवरी को बोर्ड की बैठक में बोनस इश्यू के साथ-साथ कंपनी का नाम बदलने से भी जुड़ा बड़ा ऐलान हुआ। शेयरों की बात करें तो आज इसके शेयर बीएसई पर आज 4.24 फीसदी की बढ़त के साथ 1.23 रुपये (KBC Global Share Price) पर बंद हुए हैं। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 7 नवंबर 2024 को यह एक साल के हाई 2.56 रुपये और 14 फरवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर 1.08 रुपये पर था। एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी ने नाम बदलकर धरन इंफ्रा-ईपीसी लिमिटेड या इसी प्रकार का कोई नाम जिसे रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से मंजूरी मिल जाए, रखने का ऐलान किया है।

पहले भी KBC Global बांट चुकी है बोनस में शेयर

केबीसी ग्लोबल के शेयर इतने कम भाव पर इसलिए हैं क्योंकि इसमें दो बार स्टॉक स्प्लिट हो चुका है और एक बार बोनस इश्यू जारी हो चुका है। बता दें कि स्टॉक स्प्लिट और बोनस इश्यू के बाद पोर्टफोलियो में शेयरों की संख्या बढ़ती है लेकिन वैल्यू वही रहती है क्योंकि शेयरों का भाव एडजस्ट किया जाता है। पहले स्प्लिट की बात करें तो 8 मई 2020 को कंपनी ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों को 2 रुपये की फेस वैल्यू में यानी 1:5 के रेश्यो में तोड़ने का ऐलान किया था जिसकी रिकॉर्ड डेट 2 जुलाई 2020 थी। इसके बाद 31 मई 2021 को कंपनी ने 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों को 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों में तोड़ने का ऐलान किया जिसका रिकॉर्ड डेट 12 अगस्त 2021 थी। अब बोनस इश्यू की बात करें तो 14 जुलाई 2021 को कंपनी ने 4:1 के रेश्यो में बोनस इश्यू का ऐलान किया था जिसकी रिकॉर्ड डेट 12 अगस्त 2021 थी। कंपनी ने फिर 1:1 के रेश्यो में बोनस इश्यू का ऐलान किया है जिसकी रिकॉर्ड डेट अभी तय नहीं है।

कैसी है कंपनी की सेहत?

माइक्रोकैप कंपनी केबीसी ग्लोबल के सेहत की बात करें तो 314 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली इस कंपनी का ऑर्डर बुक 260 करोड़ रुपये से अधिक का है। प्रिफरेंशियल वारंट्स के जरिए पतंजलि फूड्स एंड हर्बल पार्क और फाल्कोन पीक फंड समेत कई निवेशकों ने इसमें 99.50 करोड़ रुपये निवेश किए थे। बीएसई पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक तिमाही आधार पर सितंबर तिमाही में इसका शुद्ध घाटा 15.30 करोड़ रुपये से तेजी से गिरकर 1.19 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि इस दौरान रेवेन्यू भी 9.34 करोड़ रुपये से गिरकर 6.20 करोड़ रुपये पर आ गया।

Multibagger Stocks: 5 साल में 5200% रिटर्न, Q3 नतीजे पर ब्रोकरेज ने बढ़ा दिया इस स्टॉक का टारगेट प्राइस

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Tuesday, February 18, 2025

Ramzan Relief: मुस्लिमों पर तेलंगाना की कांग्रेस सरकार मेहरबान, रमजान में ऑफिस से 1 घंटे पहले निकल सकेंगे कर्मचारी, BJP भड़की

Ramzan Relief in Telangana: तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने एक नया निर्देश जारी किया है। इसके तहत सरकारी कार्यालयों में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों को रमजान के महीने में नमाज अदा करने के लिए ऑफिस से जल्दी निकलने की अनुमति दी गई है। तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने सभी मुस्लिम कर्मचारियों को 2 मार्च से 31 मार्च तक पवित्र रमजान के दौरान नमाज अदा करने के लिए एक घंटे पहले ही शाम 4 बजे अपना ऑफिस छोड़ने की अनुमति दे दी है। तेलंगाना के सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी एक ऑफिशियल सर्कुलर के अनुसार, मुस्लिम कर्मचारी 2 मार्च से 31 मार्च, 2025 तक शाम 4 बजे दफ्तर से निकल सकते हैं।

ये आदेश मुस्लिम टीचर्स, कॉन्ट्रैक्ट, आउटसोर्सिंग, बोर्ड और पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों पर लागू हैं। मुख्य सचिव शांति कुमारी ने आदेश जारी कर मुस्लिम कर्मचारियों को पवित्र महीने के दौरान एक घंटा पहले ऑफिस छोड़ने की इजाजत दी है। निर्देश के अनुसार, मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों को रमजान के दौरान नमाज अदा करने के लिए शाम 4 बजे तक ऑफिस से निकलने का अधिकार है।

सर्कुलर में कहा गया है, "सरकार राज्य में कार्यरत सभी मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों/शिक्षकों/कॉन्ट्रैक्ट/आउट-सोर्सिंग/बोर्डों/निगमों और सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों को रमजान के पवित्र महीने के दौरान, 2 से 31 मार्च तक जरूरी प्रार्थना करने के लिए शाम 4 बजे अपने कार्यालयों/स्कूलों से बाहर निकलने की अनुमति देती है। सिवाय इसके कि जब उपरोक्त अवधि के दौरान सेवाओं की अनिवार्यता के कारण उनकी उपस्थिति जरूरी हो।"

हालांकि, नोटिस में कहा गया है कि मुस्लिम कर्मचारियों को इमरजेंसी स्थिति में दफ्तर या स्कूल में रुकना होगा। बता दें कि तेलंगाना सरकार के कार्यालय सभी महीनों में सभी रविवार और दूसरे शनिवार को बंद रहते हैं।

तेलंगाना सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी नोटिस में उल्लेख किया गया है कि ईद-उल-फितर, ईद-उल-अजहा, मुहर्रम और ईद-ए-मिलाद की तिथियों में चांद दिखने या अभी घोषित किसी अन्य अवकाश के अनुसार किसी भी बदलाव की स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट मीडिया के माध्यम से इसकी घोषणा की जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग रमजान महीने के लिए ऐतिहासिक मक्का मस्जिद और शाही मस्जिद में बड़े लेवल पर व्यवस्था कर रहा है। मस्जिदों में नमाजियों के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। रमजान के महीने में हर रात होने वाली विशेष नमाज तरावीह के लिए खास व्यवस्था की जा रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है है कि हैदराबाद के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की तरफ से दी गई जरूरतों के हिसाब से मक्का मस्जिद, चारमीनार, रॉयल मस्जिद, नामपल्ली और सचिवालय मस्जिद को 2,250 किलोग्राम हाई क्वालिटी वाले खजूर उपलब्ध कराए जाएंगे।

बीजेपी भड़की

कांग्रेस सरकार के इस फैसले की भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने तीखी आलोचना की है। बीजेपी ने तेलंगाना सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि कांग्रेस को केवल मुस्लिम वोटों पर भरोसा है। इससे ही सत्ता हासिल की है। इस तरह की हरकत से तुष्टिकरण की राजनीति का चरम झलकता है। उन्होंने X पर लिखा, "तुष्टीकरण की राजनीति चरम पर! तेलंगाना सरकार ने रमजान के लिए जल्दी छुट्टी की अनुमति दी, लेकिन हिंदू त्योहारों को नजरअंदाज किया। सभी के लिए समान अधिकार हो, या किसी के लिए भी नहीं।"

वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी X पर लिखा कि तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण का कीड़ा चढ़ गया है, जिसने रमजान के दौरान मुस्लिम राज्य कर्मचारियों के लिए काम के घंटों में छूट को मंजूरी दे दी है। लेकिन नवरात्रि के दौरान उपवास करने वाले हिंदुओं को ऐसी कोई छूट कभी नहीं दी जाती। यह दिखावा किसी एक समुदाय की धार्मिक मान्यताओं के प्रति संवेदनशील होने के बारे में नहीं है। बल्कि उन्हें केवल वोट बैंक तक सीमित करने के बारे में है। इसका विरोध किया जाना चाहिए।

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Monday, February 17, 2025

Experts views : मार्केट का ट्रेंड अभी भी कमजोर, हर उछाल पर देखने को मिल सकती है बिकवाली

Stock market : शुरुआती गिरावट के बाद बाजार में आज 17 फरवरी के शानदार रिकवरी देखने को मिली है। बाजार निचले स्तर से सुधरकर बंद हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ है। 8 दिनों की गिरावट के बाद सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त पर बंद हुए हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी शानदार रिकवरी देखने को मिली। मिडकैप इंडेक्स नीचे से करीब 1400 प्वाइंट सुधरकर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक नीचे से करीब 750 प्वाइंट सुधरकर बंद हुआ है। फार्मा, मेटल, PSE शेयरों में खरीदारी रही, ऑटो, IT और FMCG शेयरों में दबाव देखने को मिला। निफ्टी 30 अंक चढ़कर 22,960 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 58 प्वाइंट चढ़कर 75,997 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 159 प्वाइंट चढ़कर 49,259 पर बंद हुआ। मिडकैप 196 प्वाइंट चढ़कर 49,850 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में तेजी रही। निफ्टी के 50 में से 34 शेयरों में तेजी रही। निफ्टी बैंक के 12 में से 7 शेयरों में तेजी देखने को मिली।

आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल

असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स में तकनीकी और डेरिवेटिव्स रिसर्च के एवीपी ऋषिकेश येदवे का कहना है कि निफ्टी इंडेक्स में आज गिरावट के साथ शुरुआत हुई। लेकिन शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद निफ्टी ने 22,780 पर सपोर्ट वापस पा लिया और अच्छी रिकवरी की। अंततः ये 22,960 पर सपाट बंद हुआ। वोलैटिलटी इंडेक्स इंडिया VIX 4.71 फीसदी बढ़कर 15.72 पर पहुंच गया,जो बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने का संकेत है।

तकनीकी नजरिए से देखें तो डेली स्केल पर निफ्टी ने कई सपोर्ट जोन के पास एक बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है,जो मजबूती का संकेत देता है। जब तक इंडेक्स 22,725 पर बना रहता है, तब तक गिरावट पर खरीदारी की रणनीति बेहतर रहेगी। 23,240 पर 21-डे सिंपल मूविंग एवरेज(DSMA) एक तात्कालिक रजिस्टेंस के रूप में कार्य कर रहा है। अगर निफ्टी 23,250 से ऊपर जाने में कामयाब रहता है तो बाजार में शॉर्ट टर्म बॉटम रिवर्सल की स्थिति में और तेजी आ सकती है।

इसी तरह, बैंक निफ्टी ने आज गैप डाउन के साथ शुरुआत की। पहले हाफ में उतार-चढ़ाव के कारण बिकवाली का दबाव झेला। लेकिन दूसरे हाफ में मजबूत रिकवरी देखने को मिली। इसके चलते बैंक निफ्टी बढ़त के साथ 49,259 के स्तर पर बंद हुआ। तकनीकी रूप से देखें तो बैंक निफ्टी ने डेली स्केल पर एक बड़ी ग्रीन कैंडल बनाई है,जो मजबूती का संकेत है। हालांकि, इसे 49,315 पर 21-DSMA के आसपास रजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। इस स्तर से ऊपर बने रहने पर बैंक निफ्टी में 49,650-49,750 की ओर तेजी बढ़ सकती है। वहीं, नीचे की तरफ इसके लिए 48,500 पर मजबूत सपोर्ट है। ट्रेडिंग अवसरों की तलाश के लिए ट्रेडरों को इन स्तरों पर बारीकी से नज़र रखनी चाहिए।

Market Outlook: आठ दिनों की गिरावट के बाद सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त पर बंद, जानिए 18 फरवरी को कैसी रह सकती है इनकी चाल

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी आज दिन के निचले स्तर से काफी ऊपर बंद हुआ। ये रेंज के निचले सिरे पर आई खरीदारी का संकेत है। हालांकि, सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है क्योंकि निफ्टी अहम फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर को फिर से हासिल करने में विफल रहा है। इसके अलावा,निफ्टी अहम मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा जो मंदी के संकेत को मजबूत करता है। शॉर्ट टर्म में इंडेक्स में तेजी पर बिकवाली की संभावना बनी रहेगी। जब तक निफ्टी क्लोजिंग बेसिस पर निर्णायक रूप से 23,150 से ऊपर नहीं जाता इसमें कमजोरी कायम रहेगी। नीचे की ओर 22,800 पर सपोर्ट दिख रहा है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Nifty की वैल्यूएशन बीते 5-10 सालों में सबसे कम, अभी नहीं निवेश करेंगे तो आखिर कब करेंगे?

निफ्टी की वैल्यूएशन 5-10 सालों में सबसे कम लेवल पर आ गई है। अगर कोविड को छोड़ दिया जाए तो लंबे समय बाद निफ्टी की वैल्यूएशन इस लेवल पर आई है। इसके अलावा मार्केट में कोई नहीं रिस्क नहीं दिखाई देता है। सिर्फ मार्केट सेंटिमेंट कमजोर है। ओमनीसाइंस कैपिटल से चीफ इनवेस्टेंट स्ट्रेटेजिस्त और सीईओ विकास गुप्ता ने बातें बताईं। मनीकंट्रोल से बातचीत में उन्होंने स्टॉक मार्केट और इनवेस्टमेंट को लेकर कई अहम बातें बताईं।

FY26 की दूसरी छमाही में अर्निंग्स बढ़ेगी

गुप्ता का कहना है कि इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भी कंपनियों की अर्निंग्स (Corporate Earnings) कमजोर रह सकती है। हालांकि, उन्होंने FYH26 की दूसरी छमाही में अर्निंग्स में रिकवरी की उम्मीद जताई। उन्होंने बताया कि मार्केट में हालिया गिरावट में उन्होंने कहां निवेश किया। उन्होंने कहा, "हमने गिरावट के दौरान सबसे कम NPA, सबसे ज्यादा NIMs और RoE वाले स्टॉक्स में निवेश किया। इसके अलावा हमने पावर, हाउसिंग फाइनेंस, लॉजिस्टिक्स, कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग सेक्टर्स के स्टॉक्स में निवेश किया।"

निफ्टी कई साल बाद अट्रैक्टिव लेवल पर

क्या मार्केट का खराब वक्त बीत चुका है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अनिश्चितता पैदा करने वाली चीजों को हम पीछे छोड़ चुके हैं। बतौर निवेशक हमारा फोकस मार्केट में मौजूद मौकों पर होना चाहिए। अगर कोई हमसे यह पूछता है कि अभी खरीदने का मौका है या बेचने का तो मेरा जवाब यह होगा कि इस मार्केट में निवेश के शानदार मौके हैं। Nifty का करेंट पीई रेशियो करीब 20.5 गुना पर आ गया है। यह पिछले 5-10 सालों में निफ्टी के सबसे कम पीई रेशियो के करीब है। सिर्फ कोविड के दौरान निफ्टी का पीई 18.71 गुना पर आया था।

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इन वजहों से मार्केट में आएगी तेजी

उन्होंने कहा कि अगर पहले आई गिरावट से तुलना करें तो स्थिति काफी अलग है। बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में इंडिया की जीडीपी ग्रोथ सबसे तेज है। इनफ्लेशन RBI के 4 फीसदी टारगेट के करीब आ गया है। इंडियन इकोनॉमी की सेहत काफी मजबूत है। बैंकों का एनपीए बीते दो दशक में सबसे कम है। कंपनियों की बैलेंसशीट स्ट्रॉन्ग है। ऐसे में कई सेक्टर में मौजूदा निवेश के मौकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, यह ध्यान में रखना होगा कि बीते 5-10 सालों में मार्केट के फेवरिट रहे स्टॉक्स में करेक्शन आ सकता है।



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Zomato's First AI Tool: जोमैटो का पहला एआई टूल, अब खुल गया इनके लिए भी

Zomato's First AI Tool: जोमैटो और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने एआई से लैस कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म नगेट (Nugget) लॉन्च किया है। यह प्लेटफॉर्म दुनिया भर के बिजनेसेज के लिए है। इसका ऐलान आज कंपनी के को-फाउंडर और ग्रुप सीईओ दीपिंदर गोयल ने किया। इसका खुलासा एक्सचेंज फाइलिंग में हुआ है लेकिन इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद। इससे पहले जोमैटो के शेयर आज शुरुआती गिरावट से उबरते हुए ग्रीन जोन में पहुंचे और ग्रीन ही बंद हुए। इंट्रा-डे में यह 210.60 रुपये से रिकवर होकर 219.10 रुपये के हाई तक पहुंचा था और दिन के आखिरी में बीएसई पर यहग 1.18 फीसदी की बढ़त के साथ 218.55 रुपये के भाव (Zomato Share Price) पर बंद हुआ है।

Nugget में क्या है खास?

जोमैटो ने जो कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म नगेट पेश किया है, वह एआई से लैस है। इसमें लागत कम आएगी, किसी डेवलपमेंट टीम की जरूरत नहीं पड़ेगी। 80 फीसदी तक क्वेरीज का समाधान तो यह खुद ही कर देगी। यह रियल टाइम में सीखकर खुद को उसके हिसाब से तैयार कर लेगा। दीपिंदर गोयल के मुताबिक नगेट को इंटर्नल टूल के रूप में तीन साल में तैयार किया गया है और यह जोमैटो, ब्लिंकिट और हायपरक्योर पर हर महीने 1.5 करोड़ से अधिक सपोर्ट इंटरैक्शंस को संभालता है। कंपनी ने अब इसे दुनिया भर के बिजनेसेज के लिए खोलने का ऐलान कर दिया है और जोमैटो के सीईओ का दावा है कि जिन्होंने नगेट को देखा है, उनमें से करीब 90 फीसदी ने इसे साइन अप यानी कि अपना भी लिया है। नगेट जोमैटो लैब्स का पहला एआई टूल है।

एक साल में कैसी रही Zomato के शेयरों की स्थिति?

जोमैटो के शेयरों ने पिछले साल 9 महीने में 111 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया था यानी निवेशकों का पैसा डबल से अधिक कर दिया था। पिछले साल 14 मार्च 2024 को यह 144.30 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से नौ महीने में यह 111 फीसदी से अधिक उछलकर 5 दिसंबर 2024 को 304.50 रुपये पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस रिकॉर्ड हाई से यह 28 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।

Zomato Q3 Results: दिसंबर तिमाही में जोमैटो को तगड़ा झटका, मुनाफा 57% घटा



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Tabu: 'उसे देखकर मेरी आंखों में आंसू...', न्यासा को पहली बार देखकर कैसा था तब्बू का रिएक्शन?

Tabu: तब्बू और अजय देवगन इंडस्ट्री के सबसे अच्छे दोस्त माने जाते हैं। दोनों कई सालों से एक-दूसरे के साथ काम करते आए है। अजय और तब्बू की ऑन-स्क्रीन कैमिस्ट्री को भी फैंस काफी पसंद करते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर तब्बू का एक पुराना वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें तब्बू ने बताया की अजय और काजोल की बेटी न्यासा को पहली बार देखने के बाद उनका रिएक्शन कैसा था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पुराने वीडियो में तब्बू न्यासा के बारे में बात करती नजर आ रही हैं। एक्ट्रेस ने कहा, "अजय की शादी हुई थी, और उनकी बेटी हुई थी। मुझे लगा कि ये बाप बन गया और मैं अभी भी इस बात से पूरी तरह से मान नहीं पाई ।"

'ये तो अजय की कार्बन कॉपी है'

बॉलीवुड एक्ट्रेस तब्बू ने आगे कहा, "फिर मैंने न्यासा को फन्ना की शूटिंग पर देखा, वो बहुत छोटी थी। उसे देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए थे कि ओ भगवान, यह मेरी दोस्त की बेटी है।" तब्बू ने आगे कहा, "मेरी मम्मी मेरे साथ थी और वो कह रही थी। ये तो विशाल की कॉपी है, ये जैसी चलती है, जैसे बात करती है, ये तो उसकी कार्बन कॉपी है।"

 

हिट है तब्बू और अजय की जोड़ी

तब्बू और अजय देवगन बॉलीवुड की कई फिल्मो में एक साथ काम कर चुके हैं। दोनों की जोड़ी को फैंस काफी पसंद करते हैं। तब्बू और अजय एक-दूसरे को बचपन से जानते हैं। तब्बू और अजय सबसे पहले 1994 में आई फिल्म "विजयपथ" में एक दूसरे के साथ काम किया। इसके बाद उन्होंने कई सफल फिल्मों में एक साथ काम किया। तब्बू और अजय ने एक साथ "दृश्यम", "गोलमाल अगेन" (2017), "दे दे प्यार दे" (2019), "दृश्यम 2" (2022), और "भोला" (2023) जैसी कई फिल्मों में काम किया।

"मैंने 24 को लॉन्च किया, इनमें से 22 आउटसाइडर्स, लेकिन कोई इनकी बात नहीं करता", नेपोटिज्म पर बोले करण जौहर



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Sunday, February 16, 2025

शरीर के इन अंगों पर तिल होने का मतलब है अपार धन, जाने कहीं आपका तिल खर्चीलेपन का संकेत तो नहीं

तिल सिर्फ हमारी त्वचा की सुंदरता को नहीं बढ़ाते, बल्कि ज्योतिष शास्त्र में इन्हें व्यक्ति के स्वभाव, भाग्य और आर्थिक स्थिति से भी जोड़ा जाता है। मान्यता है कि शरीर के विभिन्न अंगों पर तिल का स्थान यह संकेत देता है कि कोई व्यक्ति धनवान बनेगा या उसे जीवनभर आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कुछ जगहों पर तिल होना सौभाग्यशाली माना जाता है, जो सफलता और समृद्धि दिलाने वाला होता है, जबकि कुछ स्थानों पर तिल का होना फिजूलखर्ची या आर्थिक अस्थिरता का संकेत देता है।

विशेष रूप से हथेली, माथे, गाल, भौंह, होठों के नीचे और पैरों पर मौजूद तिल व्यक्ति के जीवन में धन के प्रवाह और बचत की क्षमता को दर्शाते हैं। आइए जानते हैं कि आपके शरीर के तिल आपके भाग्य के बारे में क्या कहते हैं और इनका जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

इन जगहों पर तिल वाले लोगों को धन की कमी नहीं होती

बायां गाल: अगर किसी व्यक्ति के बाएं गाल पर तिल होता है, तो यह दर्शाता है कि उसके पास धन कमाने के कई साधन होते हैं। ऐसे लोग अपनी मेहनत और किस्मत के दम पर अच्छी कमाई कर सकते हैं, लेकिन इनके लिए बचत करना चुनौतीपूर्ण होता है। ये लोग जितना कमाते हैं, उतना ही खर्च कर देते हैं।

ललाट पर तिल: माथे के बीच में तिल होना शुद्ध प्रेम और अच्छे स्वभाव का प्रतीक माना जाता है। यदि ललाट के दाईं ओर तिल हो, तो यह धन वृद्धि का संकेत देता है, जबकि बाईं ओर तिल होने पर व्यक्ति को आर्थिक रूप से संघर्ष करना पड़ सकता है।

छाती पर दाहिनी ओर तिल: पुरुषों की छाती पर दाहिनी ओर तिल होने को शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे व्यक्ति भाग्यशाली होते हैं और इन्हें जीवन में धन, सफलता और परिवार का सुख प्राप्त होता है।

इन जगहों पर तिल वाले लोगों को धन की समस्या होती है

तर्जनी अंगुली: जिस व्यक्ति की तर्जनी अंगुली (इंडेक्स फिंगर) पर तिल होता है, उसे जीवन में आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों के पास धन टिकता नहीं है और कई बार इन्हें पैसों की किल्लत झेलनी पड़ती है।

होठों के नीचे तिल: होठों के नीचे तिल होने का अर्थ यह है कि व्यक्ति को अधिकतर समय आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ सकता है। इन लोगों को धन कमाने में मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन फिर भी वे आर्थिक रूप से मजबूत नहीं बन पाते।

बायीं हथेली पर तिल: बायां हाथ खर्चों का प्रतीक माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की बायीं हथेली पर तिल होता है, तो वह बहुत ज्यादा खर्चीला होता है। ऐसे लोग पैसा कमाते तो हैं, लेकिन बचत नहीं कर पाते, जिससे उन्हें हमेशा वित्तीय अस्थिरता का सामना करना पड़ता है।

बाएं पैर पर तिल: बाएं पैर पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति बिना सोचे-समझे खर्च करता है और उसके खर्चों का कोई ठिकाना नहीं होता। ऐसे लोग पैसे जमा नहीं कर पाते और जीवनभर आर्थिक परेशानियों से घिरे रहते हैं।

कांख (अरेंपिट) पर तिल: जिन लोगों की बायीं कांख पर तिल होता है, वे अक्सर अपने धन को बीमारियों और इलाज में खर्च कर देते हैं। ऐसे लोग मेहनत से कमाते हैं, लेकिन उनकी स्वास्थ्य समस्याएं उनके धन को बचने नहीं देतीं।

बायीं भौंह पर तिल: अगर किसी व्यक्ति की बायीं भौंह पर तिल होता है, तो वह अपने शौक और विलासिता में जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च करता है। ये लोग फिजूलखर्च होते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति पर नियंत्रण नहीं रख पाते।

हथेली पर गुरु पर्वत के स्थान पर तिल: हथेली में गुरु पर्वत (अंगूठे के नीचे वाला क्षेत्र) पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति को जीवनभर धन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। शादी के बाद भी ऐसे लोगों को आर्थिक परेशानियां घेरे रखती हैं और वे स्थिरता प्राप्त नहीं कर पाते।

कोहनी पर तिल: विद्वत्ता का प्रतीकयदि किसी व्यक्ति की कोहनी पर तिल होता है, तो यह शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे लोग बुद्धिमान, ज्ञानी और विद्वान होते हैं। वे अपने ज्ञान और मेहनत के दम पर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

क्या आपके तिल से जुड़ी है आपकी आर्थिक स्थिति?

समुद्र शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शरीर पर मौजूद तिल व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, धन संचय की क्षमता और भाग्य का संकेत देते हैं। हालांकि, ये सब मान्यताएं हैं और वास्तविक जीवन में मेहनत और सूझबूझ से ही सफलता पाई जा सकती है। लेकिन फिर भी, यह जानना दिलचस्प है कि हमारे शरीर के ये छोटे-छोटे चिह्न हमारी जिंदगी को किस तरह प्रभावित कर सकते हैं।

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Viral Video: ‘रुपयों की नहीं, सिक्कों की गाड़ी,’ सड़क पर दौड़ती इस कार का वीडियो देख लोग हुए हैरान

भारत में कार सिर्फ एक साधारण वाहन नहीं, बल्कि एक सपने और मेहनत का प्रतीक होती है। खासतौर पर मिडिल क्लास परिवारों के लिए, जहां लोग सालों तक बचत करके अपनी पसंदीदा कार खरीदते हैं। कार न सिर्फ सफर को आसान बनाती है, बल्कि यह स्टेटस और आराम का भी एक जरिया होती है। कुछ लोग अपनी कार को खास बनाने के लिए उसे मॉडिफाई कराते हैं, जिससे उसका लुक और परफॉर्मेंस दोनों बेहतर हो सके। लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर एक अनोखी कार का वीडियो वायरल हुआ है, जिसने हर किसी को चौंका दिया।

इस कार को किसी महंगे पेंट या ग्राफिक्स से नहीं, बल्कि 1 रुपये के सिक्कों से कवर किया गया है। यह अनोखा डिज़ाइन लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, और हर कोई इस गाड़ी की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहा है।

एक रुपये के सिक्कों से ढकी अनोखी कार

आपने अब तक चमचमाती पेंट की गई कारें देखी होंगी, लेकिन क्या कभी किसी गाड़ी को सिक्कों से सजा हुआ देखा है? जी हां, इस अनोखी कार को पूरी तरह से 1 रुपये के सिक्कों से कवर किया गया है, जिससे यह बेहद आकर्षक और अनोखी लग रही है। कार की नंबर प्लेट देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह राजस्थान की है।

सिक्कों से कार सजाने का कमाल का आइडिया

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कार के हर हिस्से को बेहद करीने से सिक्कों से कवर किया गया है। खास बात यह है कि गाड़ी के शीशों और नंबर प्लेट पर कोई सिक्का नहीं लगाया गया, जिससे ड्राइविंग में कोई दिक्कत न हो। सड़क पर दौड़ती इस चमचमाती सिक्कों वाली कार को देखकर हर कोई चौंक जाता है।

सोशल मीडिया पर लोगों की दिलचस्प प्रतिक्रियाएं

इस अनोखी कार को देखकर लोग तरह-तरह की मजेदार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा, "वाह! यह तो सच में पैसे वाली कार है!"

दूसरे यूजर ने लिखा, "मुझे भी अपनी कार को ऐसे सजाने का मन कर रहा है!"

किसी ने इसे 'अनोखी कार', तो किसी ने 'रुपयों की बारिश वाली गाड़ी' नाम दे दिया।

वायरल हो रहा वीडियो

यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसे अब तक  87 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और करीब 2 लाख लाइक्स मिल चुके हैं। हर कोई इस कार के डिजाइनर के क्रिएटिव आइडिया की तारीफ कर रहा है।

क्या आप भी अपनी कार को ऐसे सजाना चाहेंगे?

कार को सिक्कों से सजाने का यह अनोखा तरीका लोगों को काफी पसंद आ रहा है। कुछ इसे एक शानदार आर्ट का नमूना मान रहे हैं, तो कुछ इसे असाधारण क्रिएटिविटी बता रहे हैं। अगर आपको मौका मिले, तो क्या आप भी अपनी कार को इस तरह सजाना चाहेंगे।

 Viral Video : जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर हुड़दंग का वीडियो वायरल, अब मामले पर DMRC ने लिया ये बड़ा एक्शन



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Saturday, February 15, 2025

US Market : वॉल स्ट्रीट की मिलीजुली हुई क्लोजिंग, एनवीडिया ने नैस्डैक में भरा जोश

Wall Street : शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट के शेयरों में मिलाजुला रुख देखने को मिला एनवीडिया में तेजी और माइक्रोसॉफ्ट में गिरावट दर्ज की गई। इस बीच ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आई। जबकि एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रिसीप्रोकल टैरिफ स्कीम की बात की थी। लेकिन नई टैरिफ योजनाएं लागू करने से परहेज किया था। सरकारी बांडों की यील्ड में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में अमेरिकी खुदरा बिक्री में अपेक्षा से अधिक गिरावट आई है। इसका आंकड़ा दिसंबर में संशोधित 0.7 फीसदी की ग्रोथ के बाद जनवरी महीने में 0.9% घट गया। 10-ईयर नोट पर मिलने वाला यील्ड लगभग 7 बेसिस प्वाइंट गिरकर 4.44 फीसदी पर आ गया।

नैस्डैक एक्सचेंज की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनियों से बना नैस्डैक 100 इंडेक्स 0.4 फीसदी बढ़ा और रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। एनवीडिया में 2.6 फीसदी की बढ़त हुई। जबकि एप्पल में 1.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली । माइक्रोसॉफ्ट में लगभग 0.5 फीसदी की गिरावट आई और अमेज़न में 0.7 फीसदी की गिरावट आई। ट्रंप ने गुरुवार को अपनी इकोनॉमिक टीम को अमेरिकी टैरिफ लगाने वाले प्रत्येक देश पर पारस्परिक शुल्क लगाने की योजना तैयार करने का कार्य सौंपा। हालांकि इस निर्देश में नए शुल्क लगाने से परहेज किया गया है।

कॉमर्स सेक्रेटरी पद के लिए ट्रम्प की पसंद हॉवर्ड ल्यूटनिक ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन प्रभावित होने वाले देशों से अलग-अलग बात करेगा तथा इस मुद्दे पर होने वाली स्टडी 1 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी।

स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर शुल्क लगाए जाने,जनवरी में रिटेल कीमतों में अपेक्षा से अधिक बढ़त और फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की आक्रामक टिप्पणियों ने इस सप्ताह बाजार को वोलेटाइल बनाए रखा। कनाडा के ओंटारियो में ट्रिपल डी ट्रेडिंग के एक ट्रेडर डेनिस डिक ने कहा, "अभी सब कुछ ट्रंप से जुड़ा हुआ है। बाकी सब बातें सिर्फ़ शोर हैं।" "हर किसी का ध्यान इस बात पर है कि 'ट्रंप आगे क्या करने जा रहे हैं और उनका टैरिफ वॉर कहां जा रहा है। "

बाजार में गिरावट है "सामान्य" बात, ठीक से खोजेंगे तो मिलेंगे तमाम मल्टीबैगर: एक्सपर्ट्स

एलएसईजी डेटा के मुतबिक ट्रेडर्स साल के अंत तक कम से कम एक 25 बेसिस प्वाइंट ब्याज दर कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। शुक्रवार को एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.01 फीसदी की गिरावट के साथ सत्र के अंत में 6,114.63 अंक पर बंद हुआ। नैस्डैक 0.41 फीसदी बढ़कर 20,026.77 अंक पर पहुंच गया। जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.37 फीसदी गिरकर 44,546.08 अंक पर बंद हुआ। 11 एसएंडपी 500 सेक्टर इंडेक्स में से 7 में गिरावट आई। कंज्यूमर स्टेपल इंडेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट रही। यह इंडेक्स 1.16 फीसदी नीचे बंद हुआ। इसके बाद हेल्थकेयर में 1.11 फीसदी की गिरावट आई।



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Friday, February 14, 2025

Market outlook : लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 17 फरवरी को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Stock market : 14 फरवरी को लगातार आठवें कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 199.76 अंक या 0.26 फीसदी की गिरावट के साथ 75,939.21 पर और निफ्टी 102.15 अंक या 0.44 फीसदी की गिरावट के साथ 22,929.25 पर बंद हुआ है। आज लगभग 642 शेयरों में तेजी आई, 3200 शेयरों में गिरावट आई और 73 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी पोर्ट्स, सन फार्मा, ट्रेंट निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे, जबकि ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, नेस्ले इंडिया, इंफोसिस, टीसीएस के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।

निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में 2.4 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई। मीडिया, मेटल, ऑयल एंड गैस, फार्मा, पीएसयू बैंक, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटो एनर्जी में 1-3 प्रतिशत की गिरावट के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी पर मंदी का दौर जारी है। कुछ दिनों तक इस स्तर से ऊपर रहने के बाद यह 23,000 से नीचे बंद हुआ। हालांकि सूचकांक अपने निचले स्तर से 155 अंक सुधर बंद होने में कामयाब रहा,लेकिन फिर भी सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है। क्योंकि निफ्टी अपने अहम शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार करना जारी रखे हुए है। 22,800 से नीचे जाने पर बाजार में और अधिक घबराहट पैदा हो सकती है। ऊपरी स्तर पर, 23,100 तत्काल रेजिस्टेंस दिख रहा है। इसके ऊपर जाने पर बाजार को कुछ राहत मिल सकती है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि जोखिम से बचने की भावना निवेशकों के दिमाग पर हावी होती जा रही है। साल की शुरुआत में कॉर्पोरेट आय बाजार की उम्मीदों से काफी कम रही है। खासकर मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे है। कमजोर तिमाही नतीजे, रुपये में गिरावट के साथ-साथ टैरिफ जैसे बाहरी कारकों के चलते निकट भविष्य में भावना कमजोर रहने की उम्मीद है। इससे एफआईआई की निकासी और बढ़ सकती है। टैरिफ पर स्पष्टता और कॉर्पोरेट आय में सुधार होने तक वोलैटिलिटी बनी रहने की उम्मीद है।

निफ्टी शेयरों की एक प्रेम कथा: वैलेंटाइन डे के मौके पर जानें निवेशकों ने किन शेयरों को किया प्यार और किनको मिला इनकार

मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि बेंचमार्क्स इंडेक्स वोलेटाइल कारोबारी सत्र में 76 हजार और 23 हजार के अपने अहम मनोवैज्ञानिक स्तरों से नीचे फिसल गए। किसी भी सकारात्मक संकेत के अभाव में निवेशक फ्रंटलाइन और सेक्टोरल शेयरों में मुनाफावसूली जारी रखे हुए हैं। निवेशकों में निराशा का माहौल बना हुआ है, क्योंकि विदेशी फंडों की लगातार निकासी और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से निवेशक परेशान हैं,जिससे धारणा कमजोर हुई है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Bajaj Consumer Care Q3 Results: दिसंबर तिमाही में मुनाफा 30% घटा, शेयर 3% टूटा

Bajaj Consumer Care December Quarter Results: FMCG कंपनी बजाज कंज्यूमर केयर लिमिटेड का अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में कंसोलिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 30.3 प्रतिशत गिरकर 25.31 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले मुनाफा 36.34 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर लगभग 2 प्रतिशत गिरकर 234.41 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर 2023 तिमाही में यह 239.14 करोड़ रुपये था।

कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि दिसंबर 2024 तिमाही में खर्च बढ़कर 210.89 करोड़ रुपये के रहे, जो एक साल पहले 205.86 करोड़ रुपये के थे। बजाज कंज्यूमर केयर का मार्केट कैप 2,300 करोड़ रुपये से ज्यादा है। कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 44.4 प्रतिशत घटकर ₹26.1 करोड़ रह गया। दिसंबर 2023 तिमाही में यह ₹47 करोड़ था। जनवरी 2024 तिमाही में EBITDA मार्जिन 11.1 प्रतिशत रहा। एक साल पहले यह 18.8 प्रतिशत था।

Bajaj Consumer Care शेयर 6 महीनों में 37 प्रतिशत लुढ़का

14 फरवरी को बीएसई पर कंपनी का शेयर 3 प्रतिशत से ज्यादा टूटकर 172.85 रुपये पर बंद हुआ। पिछले एक साल में शेयर 19 प्रतिशत और 6 महीनों में 37 प्रतिशत नीचे आया है। दिसंबर 2024 के आखिर तक बजाज कंज्यूमर केयर में प्रमोटर्स के पास 40.95 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर ने बीएसई पर 52 सप्ताह का उच्च स्तर 288.70 रुपये 4 सितंबर 2024 को देखा था। 52 सप्ताह का निचला स्तर 171.20 रुपये 12 फरवरी 2025 को दर्ज किया गया।

Vishal Personal Care में खरीदेगी 100% हिस्सेदारी

बजाज कंज्यूमर केयर के बोर्ड ने विशाल पर्सनल केयर प्राइवेट लिमिटेड में 100% इक्विटी हासिल करने के लिए शेयर परचेज कम शेयरहोल्डर्स एग्रीमेंट को मंजूरी दे दी है। यह खरीद दो राउंड में की जाएगी। पहले राउंड में बजाज कंज्यूमर केयर 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। उसके बाद दूसरे राउंड में बाकी की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी जाएगी।

Hindalco Q3 Results: कंपनी के मुनाफे में 60% की बढ़ोतरी, रेवेन्यू के मोर्चे पर भी बेहतर प्रदर्शन

 



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Thursday, February 13, 2025

Beezaasan Explotech IPO: 21 फरवरी को खुलेगा एक्सप्लोसिव बनाने वाली कंपनी का आईपीओ, प्राइस बैंड समेत तमाम डिटेल

Beezaasan Explotech SME IPO: बीजासन एक्सप्लोटेक लिमिटेड का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21 फरवरी को खुलने वाला है। यह एक SME आईपीओ है, जिसके लिए 165-175 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। यह HP टेलीकॉम इंडिया के साथ अगले सप्ताह दलाल स्ट्रीट पर आने वाला दूसरा SME आईपीओ होगा। कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिए 59.93 करोड़ रुपये जुटाने का है। निवेशकों के पास इसमें 25 फरवरी तक निवेश का मौका रहेगा।

Beezaasan Explotech IPO के बारे में

इस आईपीओ के तहत 59.93 करोड़ रुपये के 34.24 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। वहीं, इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए कोई बिक्री नहीं होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय कंपनी को जाएगी। स्मार्ट होराइजन कैपिटल एडवाइजर्स इस इश्यू के लिए एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रहा है।

सब्सक्रिप्शन के बाद सफल निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट 27 फरवरी को होने की उम्मीद है। निवेशक 3 मार्च से BSE SME पर बीजासन एक्सप्लोटेक के शेयरों में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। पब्लिक इश्यू का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और शेष 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है।

Beezaasan Explotech कहां करेगी फंड का इस्तेमाल

गुजरात स्थित कंपनी आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग महीसागर, गुजरात में स्थित अपनी मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के विस्तार के लिए करेगी। इसमें इमल्शन एक्सप्लोसिव-3 प्लांट, इमल्शन बल्क एक्सप्लोसिव प्लांट और डेटोनेटिंग फ्यूज प्लांट का विस्तार शामिल है।

इसके अलावा, आईपीओ से मिली धनराशि का उपयोग फेलसानी (गुजरात) में इमल्शन कार्ट्रिज एक्सप्लोसिव और डेटोनेटिंग फ्यूज के लिए एक अतिरिक्त मैगजीन (स्टोरेज) फैसिलिटी के विस्तार, कमर्शियल व्हीकल खरीदने, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।

Beezaasan Explotech का बिजनेस और फाइनेंशियल

यह कंपनी एक्सप्लोसिव और एक्सप्लोसिव एक्सेसरीज बनाती है। कंपनी मुख्य रूप से कार्टिज एक्सप्लोसिव बनाती है और सीमेंट, माइनिंग और डिफेंस इंडस्ट्रीज को सप्लाई करती है। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी गुजरात में स्थित है।

फाइनेंशियल की बात करें तो कंपनी का PAT FY22 में 2.74 करोड़ रुपये था, जो कि FY23 में बढ़कर 2.94 करोड़ रुपये और FY24 में 4.87 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, कंपनी का रेवेन्यू FY22 में 141.91 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 में 229.17 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, FY23 में यह घटकर 187.9 करोड़ रुपये रह गया।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Wednesday, February 12, 2025

'शेयर बाजार में अभी मुनाफा बचाने पर दें ध्यान', दिग्गज फंड मैनेजर ने स्मॉलकैप-मिडकैप शेयरों से पूरा पैसा निकालने के बयान पर दी सफाई

ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) एस नरेन ने हाल ही में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के बेहद महंगे वैल्यूएशन को लेकर दिए गए अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि वे पिछले 5 सालों में इन शेयरों से मिले मुनाफे को बचाने पर ध्यान दें। हालांकि उन्होंने भारत की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा जताया है, लेकिन साथ में यह भी कहा कि फिलहाल मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर काफी महंगे हो चुके हैं, इसलिए निवेशकों को जोखिमों से बचने के लिए डायवर्सिफिकेशन की रणनीति अपनानी चाहिए।

नरेन की यह सफाई पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम में दिए गए उनके बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने निवेशकों को मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों से अपना निवेश पूरी तरह से निकालने की सलाह दी थी। नरेन ने अपनी स्थिति साफ करते हुए कहा, "कम से कम फरवरी 2025 तक, अधिकतर निवेशकों का फोकस अपने मुनाफे को बचाने पर होना चाहिए। जिन्होंने पिछले 5 सालों में इक्विटी या रियल एस्टेट में निवेश किया है, उन्होंने संभवतः अच्छे रिटर्न कमाए हैं।"

एस नरेन ने 2013 से 2020 तक के दौर की तुलना करते हुए कहा कि उस समय भी शेयर बाजार रिटर्न बेहद कम था। नरने ने कहा कि आज की चुनौती पैसा बनाने की नहीं, बल्कि उसे बचाए रखने की है। उन्होंने कहा, "फिलहाल मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर अत्यधिक महंगे हो गए हैं, जबकि लार्जकैप शेयर तुलनात्मक रूप से सस्ते और अधिक संतुलित नजर आ रहे हैं।"

वैल्यूएशन हुआ असमान

नरेन ने इस स्मॉलकैप-मिडकैप और लार्जकैप शेयरों के बीच वैल्यूएशन के अंतर के लिए FIIs को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने हाल के महीनों में लार्ज-कैप शेयरों में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है। इसके चलते लार्जकैप अब तुलनात्मक रूप से सस्ते लगने लगे है और मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के भाव ऊंचे हो गए।

उन्होंने कहा, "इतिहास में बहुत कम बार ऐसा हुआ है जब मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर इतने महंगे हुए हों, 2007 के अलावा शायद ही कोई और उदाहरण मिले।"

एस नरेन ने जोखिमों को देखते हुए निवेशकों को उनके निवेश को डायवर्सिफाई करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को इक्विटी, डेट, रियल एस्टेट, ग्लोबल स्टॉक्स के साथ सोने-चांदी जैसे बहुमूल्य धातुओं में निवेश का सही मिश्रण अपनाना चाहिए।

उन्होंने चेतावनी दी,"सबसे अच्छी रणनीति यह है कि सारा पैसा इक्विटी में न लगाएं, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप में। SME IPOs और अनलिस्टेड शेयर तो और भी ज्यादा जोखिम भरे हैं।"

SIPs को लेकर भी दी सफाई

एस नरेन ने सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) पर अपनी पिछली सलाह को भी साफ किया और कहा कि निवेशकों को उन एसेट क्लास में SIP जारी रखना चाहिए जहां वैल्यूएशन बेहतर हो। उन्होंने कहा, "आज, लार्जकैप, फ्लेक्सीकैप और हाइब्रिड फंड्स मिडकैप और स्मॉलकैप की तुलना में बेहतर वैल्यूएशन दे रहे हैं।"

यह भी पढ़ें- 6 दिन में ₹24 लाख करोड़ डूबे! रुला रही शेयर बाजार की यह गिरावट, एक्सपर्ट्स से जानें कब आएगी तेजी

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।



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Tips For 2025 Board Exams: परीक्षा से पहले आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता? अपनाएं ये टिप्स, आएंगे शानदार परिणाम

Tips For 2025 CBSE Board Exams: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 15 फरवरी से 2025 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है। परीक्षा में अब तीन ही दिन बचे हैं। छात्र इन महत्वपूर्ण परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। छात्रों के लिए परीक्षा नियमों और मूल्यांकन मानदंडों के बारे में चिंता होना स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में कई विषयों पर छात्रों के साथ बात की।

विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए छात्रों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों को किसी दायरे में बांधा नहीं जाना चाहिए। उन्हें अपनी अभिलाषा को तलाशने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने छात्रों से अपने समय का उपयोग योजनाबद्ध तरीके से करने को कहा ताकि इसका प्रभावी प्रबंधन हो सके।

माता-पिता से अपने बच्चों को दिखावे के लिए मॉडल के रूप में इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि उनका समर्थन करना चाहिए।

पढ़ाई से भटकता है मन?

कई पेरेंट्स ने शिकायत की है कि CBSE एग्जाम से पहले छात्रों का पढ़ाई में मन नहीं लगना। हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि इसे काबू किया जा सकता है। 'लोकल 18' ने मनोवैज्ञानिक डॉ. मनीष मिश्रा से इस बारे में राय ली है। डॉ. मनीष मिश्रा ने कहा कि छात्रों के डिस्ट्रैक्ट होने का सबसे बड़ा कारण है कि उनके मन में धैर्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र मेहनत से अधिक शॉर्टकट के बारे में सोचते रहते हैं। इस वजह से उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता है।

उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन है। क्योंकि इस दौरान छात्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की तरफ मूड जाते हैं। छात्रों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका मूड जब अच्छा हो तो वह उस सब्जेक्ट को पढ़ें जिसमें उनकी रूचि कम यानी कमजोर हैं। वहीं, जब मूड पूरी तरह अच्छा ना हो तो उस विषय को पढ़ें जिसमें आपको आनंद आता है। इन नियमों का पालन करने से उनका मन भटकेगा नहीं। परीक्षा के टाइम छात्र सभी रिश्ते को दरकिनार कर सिर्फ और सिर्फ अपनी तैयारी पर ध्यान दें।

'तनाव होने पर माता-पिता से बात करें'

बॉलीवु अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को प्रसारित पीएम मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में स्कूली छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और उसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर वह भरोसा कर सकें। अभिनेत्री ने 'परीक्षा पे चर्चा' के एक विशेष सत्र में मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और परीक्षा के दौरान शांत रहने के तरीके पर अपने विचार साझा किए।

दीपिका ने कहा, "मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा और तुलना जीवन का एक हिस्सा है। प्रतिस्पर्धा कोई बुरी चीज नहीं है। लेकिन अपनी क्षमताओं और कमजोरियों को पहचानना, अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करना और कमजोरियों को दूर करने के लिये इस पर काम करना ही इसका सबसे अच्छा तरीका है।" अभिनेत्री ने इस दौरान ने अपने अवसाद से संघर्ष की कहानी भी साझा की और छात्रों को खुश रहने की सलाह दी।

उन्होंने कहा, "तनाव से निपटने के लिए परीक्षा की पूर्व संध्या पर अपने माता-पिता से बात करें। अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और इसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर आप विश्वास कर सकते हैं।" दीपिका ने वर्ष 2015 में अपने अवसाद के बारे में खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा को पहले प्रोत्साहित नहीं किया जाता था।

इन तीन बातों का रखें ध्यान

एक छात्र ने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सुझाव मांगे, जिस पर दीपिका ने तीन महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पहला नींद बहुत जरूरी है। यह एक मुफ्त में मिलने वाली सुपरपावर है। आपको पर्याप्त धूप और ताजी हवा में समय बिताना चाहिए और सबसे जरूरी है कि जरूरत पड़ने पर मदद लेने में संकोच न करें।" साथ ही उन्होंने धैर्य बनाए रखने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति केवल वही कर सकता है जो उसके नियंत्रण में होता है।

ये भी पढ़ें- NEET UG 2025: नीट परीक्षा में होने वाले हैं कई बड़े बदलाव, यहां जानें टाई-ब्रेकिंग और एग्जाम पैटर्न के नए नियम

एक्ट्रेस ने कहा कि छोटा सा ब्रेक लें और दिमाग को आराम दें। उसके बाद फिर से पढ़ाई पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि परीक्षा, परिणाम या तैयारी से जुड़ी किसी भी चिंता के लिए धैर्य रखना जरूरी है... अच्छी नींद लें, पानी पीते रहें, व्यायाम करें और ध्यान लगाएं।



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Wheat & Rice News: सरकार के खाद्यान स्टॉक में 18% की बढ़त, क्या कमोडिटी की कीमतों आए उतार-चढ़ाव में मिलेगी मदद

पिछले साल के मुकाबले सरकार के पर फूड ग्रेन स्टॉक में 18% की बढ़त आई है। पिछले साल के मुकाबले गेहूं का स्टॉक 22% बढ़ा है जबकि पिछले साल के मुकाबले चावल का स्टॉक 17% बढ़ा है। पर्याप्त मात्रा में स्टॉक होने से सरकार को कितना फायदा होगा? बाजार में उतार-चढ़ाव आने पर मदद करेगा?

सरकार ने OMSS के तहत 10 मिलियन टन गेहूं बेचा था। इस साल देरी से गेहूं की बिक्री शुरु हुई। FCI एथेनॉल डिस्टिलरी को `2250/क्विंटल चावल बेचेगा। सरकार को बाजार में उतार-चढ़ाव में मदद मिलेगी।

गेहूं का स्टॉक 16.17 मिलियन टन हुआ जबकि चावल का स्टॉक 67.6 मिलियन टन हुआ। बता दें कि सरकार का खाद्यान्न भंडार फरवरी 2024 में 70.92 मिलियन टन रहा जबकि फरवरी 2025 में 83.78 मिलियन टन रहा।

WPPS के चेयरमैन अजय गोयल का कहना है कि गेहूं को रिलीज करने से सरकार को फायदा होगा। खुले बाजार में अभी गेहूं की आवक नहीं है। दिल्ली की मंडी में 3250 रुपये प्रति क्विंटल का भाव है। 1 फरवरी को गेहूं 16 मिलियन टन भंडार में था। सरकार के पास अभी पर्याप्त गेहूं है। यूजर पर कैप को बढ़ाकर 400-500 टन करना चाहिए। होलसेल मार्केट में गेहूं के दाम बढ़ने की उम्मीद कम है।

IREF के वीपी देव गर्ग का कहना है कि इस साल राइस का बंपर स्टॉक है। FCI के पास 224 लाख टन का स्टॉक है। नए सीजन का 270 लाख टन का स्टॉक है। सरकार के पास सरप्लस स्टॉक 500 लाख है। नॉन बासमती, व्हाइट राइस पर सरकार ने ड्यूटी हटाई है। एथेनॉल के लिए भी सरकार ने दाम कम किए। सरकार के साथ कई बार बैठक हुई।

गेहूं के प्रोडक्शन में कमी संभव

इस साल आने वाले दिनों में गर्मी का सितम बढ़ने वाला है। जनवरी इतिहास का सबसे गर्म महीना रहा और फरवरी भी अभी से लोगों के पसीने छुड़ा रहा है। कई राज्यों में तापमान अभी से 30 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। इसका गेहूं की फसल पर पड़ेगा।

जनवरी में बारिश की मात्रा में 80 फीसदी तक की कमी आई है। तापमान सामान्य से 6 डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया गया है। जनवरी के दौरान ठंड नहीं होने की वजह से गेहूं की फसल पर असर संभव है। पारा चढ़ने का असर गेहूं की फसल पर संभव है गेहूं के प्रोडक्शन में कमी आ सकती है। बता दें कि गेहूं की फसल के लिए 15 डिग्री का तापमान होना जरूरी है।



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Infosys बढ़ाएगी कर्मचारियों की सैलरी, फरवरी के आखिर में देगी लेटर, औसत 5% से 8% का होगा इंक्रीमेंट

भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस फरवरी के आखिर तक अपने कर्मचारियों को सैलरी हाइक लेटर जारी करेगी, जिसमें एवरेज हाइक 5% से 8% के बीच होने की उम्मीद है। साल 2024-25 के लिए सैलरी हाइक अप्रैल से लागू होगा। यह हाइक मांग के माहौल में बढ़ोतरी के बीच हुई है, क्योंकि ज्यादातर IT कंपनियों को उम्मीद है कि अगले वित्तीय वर्ष में टेक्नोलॉजी बजट में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, सॉफ्टवेयर दिग्गज की ओर से आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया।

मनीकंट्रोल को इस मामले की जानकारी रखने वालों से पता चला है कि इंफोसिस ने अलग-अलग बैच में प्रमोशन लेटर भी जारी करना शुरू कर दिया है। जबकि पहला बैच दिसंबर के आखिर में जारी किया जाएगा, दूसरा बैच फरवरी के आखिर में जारी किया जाएगा।

16 जनवरी को, IT सर्विस की दिग्गज कंपनी ने कहा कि वह जनवरी 2025 से भारत में अपने कर्मचारियों के लिए 6-8 प्रतिशत सालाना सैलरी हाइक करेगी। यह इसके प्लांड सैलरी रिविजन में से पहला चरण होगा, दूसरा अप्रैल 2025 में शुरू होगा।

Infosys के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जयेश संघराजका ने 31 दिसंबर, 2024 (Q3FY25) को खत्म होने वाली तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित करने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "मोटे तौर पर, जिस कॉम्प (एनुअल सैलरी हाइक) की हम उम्मीद कर रहे हैं, वो भारत में 6-8% है, और विदेशी कंपोजिशन पहले की कॉम्प समीक्षाओं के अनुरूप होगा।"

इंफोसिस में 3.23 लाख से ज्यादा प्रोफेशनल काम करते हैं।

5 जनवरी को, मनीकंट्रोल ने बताया कि भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने एनुअल सैलरी हाइक को चालू वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही (Q4FY25) तक के लिए टाल दिया है। बेंगलुरु की कंपनी ने आखिरी बार नवंबर 2023 में सैलरी हाइक की थी।



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Tuesday, February 11, 2025

IRCTC Q3 Results: शेयरधारकों को डिविडेंड का तोहफा, दिसंबर तिमाही में 14% बढ़ा नेट प्रॉफिट

IRCTC Q3 results: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने आज 11 फरवरी को FY25 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 13.7 फीसदी बढ़ गया है। कंपनी ने इस अवधि में 341 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। सरकारी कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 300 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। IRCTC के शेयरों में आज 2.88 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 751.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए हैं।

IRCTC का रेवेन्यू 10% बढ़ा

IRCTC ने शेयर बाजार को बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका कुल रेवेन्यू 10 फीसदी बढ़कर 1224.7 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1,115.5 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में EBITDA 5.7 प्रतिशत बढ़कर 417 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 394 करोड़ रुपये था।

तिमाही के दौरान कंपनी का मार्जिन 35.3 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत दर्ज किया गया। दिसंबर 2024 तिमाही के लिए कंपनी की कुल आय बढ़कर 1,281 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 1,161 करोड़ रुपये थी।

IRCTC ने किया डिविडेंड का ऐलान

IRCTC के बोर्ड ने शेयरधारकों के लिए 3 रुपये प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 के दूसरे अंतरिम डिविडेंड के भुगतान के लिए रिकॉर्ड डेट के रूप में गुरुवार, 20 फरवरी 2025 को तय किया है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि बोर्ड ने "वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2 रुपये फेस वैल्यू के प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 3 रुपये यानी 150% की दर से दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।"



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Dividend Stock: 110 रुपये के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान, दिसंबर तिमाही में 18% बढ़ा नेट प्रॉफिट

Dividend Stock: प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर लिमिटेड (PGHH) ने डिविडेंड का ऐलान किया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 110 प्रति इक्विटी शेयर (₹10 फेस वैल्यू) का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। इस डिविडेंड का भुगतान 7 मार्च 2025 को या उससे पहले किया जाएगा। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज 1.75 फीसदी की गिरावट आई और यह स्टॉक BSE पर 13855.20 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप घटकर 44,975 करोड़ रुपये पर आ गया।

PGHH का बयान

प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, "हमें यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि आज हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में, अन्य फैसलों के साथ, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ₹110 प्रति इक्विटी शेयर (₹10 फेस वैल्यू) का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया गया है। यह डिविडेंड 7 मार्च 2025 तक भुगतान किया जाएगा।"

PGHH के तिमाही नतीजे

कंपनी ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही में ₹364 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 18% अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर का शुद्ध लाभ ₹308.5 करोड़ था। यह जानकारी कंपनी ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में दी।

इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 10.3% बढ़कर ₹1,247.6 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह ₹1,131 करोड़ था। कंपनी का EBITDA पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के ₹607.7 करोड़ से 39% घटकर इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ₹371 करोड़ हो गया। दिसंबर तिमाही में EBITDA मार्जिन 29.7% रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 53.7% था।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Monday, February 10, 2025

Chaitra Navratri 2025: इस साल कब मनाई जाएगी चैत्र नवरात्रि, ज्योतिषी से यहां जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है। यह पर्व वर्ष में चार बार मनाया जाता है—चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि। इनमें से चैत्र नवरात्रि को अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक भी है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में भक्त मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना करते हैं, उपवास रखते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। यह समय आध्यात्मिक साधना, आत्मशुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का होता है।

देवी की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु व्रत, मंत्र जाप और भजन-कीर्तन करते हैं। मान्यता है कि सच्चे मन से की गई भक्ति से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। चैत्र नवरात्रि का समापन राम नवमी के साथ होता है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ जाता है।

कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि?

लोकल 18 से बात करते हुए अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम ने बताया कि, हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 4:27 बजे शुरू होगी और 30 मार्च को दोपहर 12:49 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के आधार पर, इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 30 मार्च को होगा और समापन 7 अप्रैल को होगा। इस दिन राम नवमी भी मनाई जाएगी।

माता रानी की सवारी इस बार क्या होगी?

हर नवरात्रि में माता दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं और इसी के आधार पर साल के शुभ-अशुभ संकेतों का अनुमान लगाया जाता है। इस बार ज्योतिषीय गणना के अनुसार, देवी दुर्गा की सवारी घोड़ा होगी, जो बड़े परिवर्तनों और सामाजिक उथल-पुथल का संकेत देती है। यह संकेत देता है कि इस साल राजनीति और समाज में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

नवरात्रि में कौन-कौन से कार्य शुभ माने जाते हैं?

पंडित कल्कि राम के अनुसार, नवरात्रि के दौरान भक्तों को विशेष नियमों का पालन करना चाहिए:

स्नान और स्वच्छता – हर दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और घर व मंदिर की साफ-सफाई करें।

कलश स्थापना – शुभ मुहूर्त में विधिपूर्वक कलश स्थापित करें और माता रानी का आह्वान करें।

पूजा विधि – नौ दिनों तक देवी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करें। पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, और इसी क्रम में नवें दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना करें।

भोग और प्रसाद – देवी मां को भोग लगाने के लिए शुद्ध और सात्विक भोजन बनाएं। पहले दिन चमेली के फूल, चावल, सिंदूर, मिठाई, फल और श्रृंगार सामग्री अर्पित करें।

तामसिक भोजन से परहेज – प्याज, लहसुन और मांसाहार का सेवन वर्जित होता है। घर में केवल सात्विक और शुद्ध भोजन बनाएं।

आरती और भजन – सुबह और शाम को देवी की आरती करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

Aaj Ka Rashifal: जानें कैसा बीतेगा आपका आज का दिन, क्या कहता है आपका राशिफल



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Sunday, February 9, 2025

Delhi Chunav Result: अरविंद केजरीवाल की बढ़ने वाली है मुश्किलें? भ्रष्टाचार मामलों की जांच के लिए SIT का होगा गठन, पीएम मोदी बड़ी कार्रवाई के दे चुके हैं संकेत

Delhi Election Results 2025: दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की घोषणा की है। बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं की नीति रखती है। उन्होंने कहा कि घोटाले में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 48 सीट जीतकर बहुमत हासिल करने पर सचदेवा ने पार्टी को सफलता दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को दिया।

सचदेवा ने रविवार को पीटीआई से बातचीत में कहा, "जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा है, और हमने भी कहा है। कैबिनेट की पहली बैठक में कैग की रिपोर्ट पेश की जाएगी। हम भ्रष्टाचार के सभी मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन करेंगे।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दिल्ली के मतदाताओं ने विकास के लिए बीजेपी का समर्थन किया तथा मोदी के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया।

कांग्रेस की लगातार तीसरी बार हुई हार पर सचदेवा ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण पार्टी होने के बावजूद उसका बहुत बुरा हाल हुआ है। उसे कड़ी मेहनत करनी चाहिए। दिल्ली में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सचदेवा ने कहा कि पार्टी एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ देती है, जैसा कि अन्य राज्यों में देखा गया है।

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत को ऐतिहासिक करार दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने दिल्ली की जनता को आश्वस्त किया कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और दोषियों को दंडित कर उनसे लूटे हुए पैसे वसूले जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा, "मैं आश्वस्त करता हूं कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और जो भी भ्रष्टाचार में शामिल पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। जिसने भी लूटा है, उसको लौटाना पड़ेगा।"

उन्होंने कहा, "यह मोदी की गारंटी है।" आपको जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली शराब नीति से जुड़ी सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा में पेश न करने को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाया था। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली शराब नीति से सरकारी खजाने को 2026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा रिपोर्ट में शराब नीति के क्रियान्वयन में भी कई खामियां पाए जाने की बात कही गई है।

कौन होगा दिल्ली का सीएम?

आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराने वाले जाट समुदाय के नेता प्रवेश वर्मा जैसे प्रमुख चेहरे और सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद एवं पवन शर्मा जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं की चर्चा हो रही है। लेकिन बीजेपी का इतिहास कम चर्चित नेताओं को आगे बढ़ाने का रहा है।

बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व राजनीतिक समीकरणों के आधार पर पूर्वांचल की पृष्ठभूमि वाले किसी विधायक, सिख या महिला पर भी विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2023 में मध्य प्रदेश और राजस्थान तथा पिछले साल ओडिशा समेत पिछले अनुभव के मद्देनजर ऐसे मामलों पर अटकलों के लिए बहुत कम गुंजाइश बचती है।

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बीजेपी ने मध्यप्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजनलाल शर्मा और ओडिशा में मोहन चरण माझी को चुना था। इससे अधिकांश राजनीतिक विश्लेषक हैरान रह गए। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री पर फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा। उन्होंने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायक उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सक्षम हैं।



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