Thursday, July 31, 2025

GST Evasion : सरकार को GST चोरी से बड़ी चपत, ऑनलाइन गेमिंग में क्रिप्टो का हो रहा गलत इस्तेमाल,: सूत्र

GST Evasion : टैक्स चोरी के लिए ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग कंपनियां क्रिप्टो करेंसी के जरिए लेनदेन कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक इसमें ज्यादातर ऑफशोर कंपनियां हैं जो USDT का इस्तेमाल करके करीब 250 से 300 करोड़ रुपए का GST चोरी कर रही हैं। इस पर ज्यादा डिटेल में जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के आलोक प्रियदर्शी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ऑनलाइन गेमिंग/बेटिंग के लिए क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल हो रहा है। इसके जरिए 250-300 करोड़ सालाना GST चोरी होने की आशंका है।

सूत्रों के मुताबित ऑफशोर बेटिंग कंपनियां USDT के जरिए लेनदेन कर रही हैं। ये कंपनियां दुबई, केमैन आयलैंड, साइप्रस जैसे देशों में रजिस्टर्ड हैं। नियमों के मुताबिक गेमिंग कंपनियों का भारत में रजिस्ट्रेशन जरूरी है। लेकिन इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है। छोटी कंपनियां ज्यादातर हवाला ऑपरेटर्स के जरिए लेनदेन करती हैं।

Market outlook गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए अगस्त के पहले दिन कैसी सकती है इसकी चाल

गौरतलब है कि भारत का ऑनलाइन गेमिंग इकोसिस्टम तेज़ी से फल-फूल रहा है। इसके 44.2 करोड़ से ज़्यादा यूजर हैं। देश में फ़ैंटेसी स्पोर्ट्स, पोकर, रम्मी, ई-स्पोर्ट्स और कैज़ुअल मोबाइल गेम्स जैसे क्षेत्रों में तेज़ी ग्रोथ हो रही है। हालांकि, भारत में ऑनलाइन गेमिंग पर जीएसटी में हालिया बदलाव ने एक बड़ी बहस और नियामक अनिश्चितता को जन्म दिया है। ऑनलाइन गेमिंग, कैसीनो और घुड़दौड़ पर पूरे अंकित मूल्य पर 28% जीएसटी लगता है।

ED ने पहली बार अंडमान-निकोबार में मारा छापा, 200 करोड़ के बैंक लोन घोटाले से जुड़ा है मामला

Dead Economy Row: ट्रंप के सुर में राहुल गांधी ने मिलाया सुर! भारतीय अर्थव्यवस्था को बता दिया 'डेड इकोनॉमी', यूजर्स भड़के

https://ift.tt/ILoKdRS



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/TeAGkgr
via

Wednesday, July 30, 2025

डीलर्स ने जल्दी कमाई के लिए आज एक फाइनेंस कंपनी के स्टॉक और इस बैंकिंग शेयर में कराई बंपर बाईंग, जानें कितना उछलेंगे दोनों स्टॉक्स

Dealing Room Check: - मजबूत नतीजों से L&T में तेजी दिखी। ये स्टॉक करीब 4 परसेंट चढ़कर निफ्टी का टॉप गेनर बना। पहली तिमाही के मुनाफे में 30% का उछाल तो ऑर्डरबुक में 25% का इजाफा हुआ। नए स्टोर्स पर निवेश डबल करने की तैयारी से डीमार्ट में तूफानी रफ्तार नजर आई। कंपनी ने एनालिस्ट मीट में कहा क्विक कॉमर्स से निपटने की पूरी तैयारी है। इससे शेयर 7% से ज्यादा उछलकर वायदा का टॉप गेनर बना। उधर रिजल्ट के बाद बैंक ऑफ इंडिया और पीरामल एंटरप्राइजेज में तेजी दिखी। दोनों स्टॉक्स वायदा के टॉप गेनर्स में शुमार हुए। GE VERNOVA T&D के अच्छे नतीजों से पूरे हैवी इलेक्ट्रिकल इक्यूपमेंट में जोरदार तेजी आई। GE में 5% का अपर सर्किट लगा। सीमेंस एनर्जी और हितैची एनर्जी में 6% से ज्यादा का उछाल नजर आया। इधर डीलर्स ने आज पीएनबी (PNB) और पूनावाला फिनकॉर्प (Poonawalla Fincorp) के शेयर में दांव लगाने की राय अपने क्लाइंट्स को दी।

PNB

सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने डीलिंग रूम्स के सूत्रों के हवाले से कहा कि आज डीलर्स ने बैंकिंग सेक्टर की कंपनी के शेयर में खरीदारी करवाई है। डीलर्स ने पीएनबी (PNB) के शेयर में खरीदारी करने की राय अपने क्लाइंट्स को दी है। डीलर्स का कहना है कि आज निचले स्तरों से इसमें खरीदारी हुई है। डीलर्स ने इसमें 112-114 रुपये के लक्ष्य दिखने की संभावना जताई है। डीलर्स ने स्टॉक में BTST यानी कि आज खरीदने और कल बेचने की सलाह दी है।

Axis Securities के 3 एफएंडओ कॉल्स निवेशकों को करेंगे मालामाल, ICICI Bank का सस्ता ऑप्शन देगा तगड़ा मुनाफा

POONAWALLA FINCORP

दूसरे स्टॉक के रूप में भी डीलर्स ने आज फाइनेंस सेक्टर के शेयर में खरीदारी करने की राय दी। यतिन मोता ने कहा कि डीलर्स ने पूनावाला फिनकॉर्प (Poonawalla Fincorp) के शेयर में पोजीशनल खरीदारी करने की राय दी है। डीलर्स का कहना है कि इस शेयर में HNIs की तरफ से खरीदारी देखी गई है। डीलर्स को इसमें 425-435 रुपये का लक्ष्य दिखने की उम्मीद है।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

 

 

 

 



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/WwGBQhI
via

Tuesday, July 29, 2025

NSE Unlisted Shares: अनलिस्टेड मार्केट में NSE के शेयरों की तगड़ी डिमांड, कीमतों में भी बड़ा उछाल

NSE Unlisted Shares: अनलिस्टेड मार्केट में इन दिनों जबरदस्त हलचल देखी जा रही है। खासकर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के शेयरों की तगड़ी डिमांड है। NSE के लंबे समय से अटके आईपीओ को लेकर बढ़ी है, जिसके चलते रिटेल इन्वेस्टर्स तेजी से अनलिस्टेड शेयर खरीद रहे हैं। सिर्फ तीन महीने में 1 लाख से ज्यादा निवेशक NSE के शेयर खरीद चुके हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्रे मार्केट के इतिहास में यह सबसे बड़ी खरीदारी में से एक है।

खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी में रिकॉर्ड उछाल

मार्च 2025 में NSE के खुदरा शेयरधारकों की संख्या 33,896 थी, जो जून 2025 में बढ़कर 1,46,208 हो गई। यानी यह आंकड़ा चार गुना से ज्यादा बढ़ा। अब 2 लाख रुपये तक की वैल्यू वाले शेयर रखने वाले रेजिडेंट इंडिविजुअल निवेशकों की हिस्सेदारी 9.89% से बढ़कर 11.81% हो गई है। बाजार के जानकारों का कहना है कि यह तेजी प्री-आईपीओ मार्केट में रिटेल इन्वेस्टर्स की बढ़ती मौजूदगी को दिखाती है।

National Stock Exchange (nse) | Latest & Breaking News on National Stock Exchange (nse) | Photos, Videos, Breaking Stories and Articles on National Stock Exchange (nse) - Moneycontrol.com

शेयर की कीमतों में जबरदस्त उछाल

NSE के अनलिस्टेड शेयरों की कीमत पिछले चार साल में 140% बढ़ चुकी है। 2021 में यह कीमत लगभग 740 रुपये थी, जो मई 2025 में 1,775 रुपये हो गई। सिर्फ मई के एक हफ्ते में ही शेयर की कीमत 1,800 रुपये से बढ़कर 2,300 रुपये हो गई। इसका कारण ग्रे मार्केट में शेयरों की कमी और आईपीओ को लेकर बढ़ती अटकलें हैं।

NSE का IPO कब तक आएगा?

NSE का बहुप्रतीक्षित आईपीओ पिछले आठ साल से अटका है। ET NOW को दिए एक इंटरव्यू में NSE के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा, "हम NSE IPO के लिए सेबी (SEBI) से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) का इंतजार कर रहे हैं।" उन्होंने स्पष्ट किया कि एनओसी मिलने के बाद एक्सचेंज अपने शेयरों को बीएसई लिमिटेड (BSE Ltd.) पर लिस्ट कराने की योजना बनाएगा।

वहीं, सेबी चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने जून 2025 में कहा था कि NSE रे आईपीओ की राह में अब कोई बाधा नहीं है, लेकिन उन्होंने समयसीमा बताने से इनकार मना कर दिया था।

NSE के IPO में देरी की वजह क्या है? 

पहले सेबी ने कुछ अनसुलझे मामलों के कारण NOC रोका था। इसमें तकनीकी गड़बड़ियां, कानूनी केस और NSE क्लीयरिंग में NSE की हिस्सेदारी कम करने जैसे मुद्दे शामिल थे।

इन मामलों को सुलझाने के लिए NSE ने 1,388 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है। इसमें 1,165 करोड़ रुपये को-लोकेशन केस और 223 करोड़ रुपये डार्क फाइबर मामले से जुड़े हैं। यह जानकारी इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में दी गई है।

Bears fail to impact primary market as four IPOs to open for investors with 4 listings scheduled next week

 

NSE के अनलिस्टेड शेयर कैसे खरीदें

खुदरा निवेशक NSE के अनलिस्टेड शेयरों को नीचे दिए माध्यमों से खरीद सकते हैं। शेयर खरीदने से पहले पैन और आधार के जरिए KYC प्रक्रिया पूरी करना जरूरी होता है।

  • प्री-आईपीओ सिक्योरिटीज में विशेषज्ञ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म
  • वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियां
  • प्राइवेट मार्केट ट्रांजैक्शन की सुविधा देने वाले वेल्थटेक स्टार्टअप्स

निवेश से पहले किन बातों का रखें ध्यान

अनलिस्टेड मार्केट में कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। नहीं तो आप गहरी मुश्किल में फंस सकते हैं।

  • ये शेयर पब्लिक स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड नहीं होते और इनमें लिक्विडिटी कम होती है।
  • कीमतें अक्सर निवेशक भावनाओं पर आधारित होती हैं, न कि कंपनी के मूल आधार पर।
  • इस मार्केट पर रेगुलेशन सीमित है, इसलिए निवेश से पहले निवेशक को पूरी रिसर्च करनी चाहिए।

बाजार के जानकार मानते हैं कि NSE के IPO का रास्ता साफ होने के बाद निवेशकों की दिलचस्पी और भी बढ़ सकती है, लेकिन तब तक इस जोखिम भरे बाजार में समझदारी से कदम रखना होगा।

यह भी पढ़ें : NSE और CSK के अनलिस्टेड स्टॉक्स खरीदना चाहते हैं? पूरे प्रोसेस के साथ जानिए फायदे और नुकसान

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ohN6yjw
via

Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 30 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 29 जुलाई को मजबूत रुख के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी 24,800 से ऊपर पहुंच गया है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 446.93 अंक या 0.55 फीसदी बढ़कर 81,337.95 पर और निफ्टी 140.20 अंक या 0.57 फीसदी बढ़कर 24,821.10 पर बंद हुआ है। आज लगभग 2399 शेयरों में तेजी रही है। 1451 शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। वहीं, 141 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.8 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप इमडेक्स में 1 प्रतिशत की बढ़त हुई है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी, एशियन पेंट्स और आयशर मोटर्स निफ्टी के टॉप गेनरों में रहे जबकि एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, टीसीएस, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी लाइफ और टाइटन निफ्टी के टॉप लूजरों में रहे। आज सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। जिनमें रियल्टी, फार्मा, तेल एवं गैस में 1-1 प्रतिशत की बढ़त रही है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, "बाजार के लिए अभी अनुकूल परिस्थितियों की तुलना में प्रतिकूल परिस्थितियां ज़्यादा हैं। 1 अगस्त की टाइम लिमिट से पहले भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते का न होना और लगातार हो रही विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली,घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के सपोर्ट के बावजूद बाजार के मूड को कमज़ोर कर रही है।"

बाजार में किसी बड़ी गिरावट का डर नहीं, वैल्यूएशन भी बहुत महंगे नहीं- दिनशॉ ईरानी

बोनान्ज़ा के रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी का कहना है कि आगे के लिए बाजार का रुख सर्तकता के साथ अच्छी उम्मीद बनाए रखने का है। मैक्रो इकोनॉमिक अनिश्चितताओं के बीच, निवेशकों का फोकस आगामी तिमाही के नतीजों पर रहेगा। इससे कंपनियों के प्रदर्शन के संकेत मिलेंगे। भारत-अमेरिका व्यापार समझौते का मामला अभी भी एक बड़ी बाधा बना हुआ है, लेकिन ग्लोबल बाजारों में लौटती स्थिरता और घरेलू संस्थागत निवेशकों की तरफ से हो रहे निवेश बाजार को सहारा दे सकते हैं।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/M0b1z6F
via

Monday, July 28, 2025

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया चुनाव 2025: एक बार फिर BJP vs BJP

दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में चुनावों की गहमा गहमी शुरू हो गई है। वोटिंग 12 अगस्त को होगी। इसमें सचिव (प्रशासन) और 11 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव किया जाएगा। इस बार मुकाबला हाई प्रोफाइल हो गया है, क्योंकि इस बार सचिव (प्रशासन) पद के लिए बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं– राजीव प्रताप रूडी और डॉ. संजीव बालियान के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। एक तरफ रूडी हैं, जो पहले चुनावों से अब तक इस पद का चुनाव जीतते रहे हैं और क्लब के कायाकल्प के हीरो रहे हैं। वहीं संजीव बालियान पिछला लोकसभा चुनाव हार गए थे। अब बालियान रूडी से दो-दो हाथ करने के लिए मैदान मे जुटे हैं।

क्लब की चुनावी परंपरा कोई नया या असाधारण घटनाक्रम नहीं है। ये चुनाव चौथी बार हो रहा है। इससे पहले 2009, 2014 और 2019 में चुनाव हो चुके हैं। इसके पहले भी बीजपी के ही विजय गोयल और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद क्लब का चुनाव लड़ चुके हैं। यही परंपरा क्लब की लोकतांत्रिक परिपक्वता को दर्शाता है। इस बार के चुनावों की खास बात ये है कि मतदान से पहले ही DMK के तिरुचि सिवा, सचिव संस्कृति, कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला, खेल सचिव और कोषाध्यक्ष के पद पर एपी जितेंद्र रेड्डी निर्वाचित हुए हैं। इन पदों पर दो-दो नामांकन हुए थे, लेकिन नाम वापसी के बाद ये नेता निर्विरोध चुने गए। कार्यकारी सदस्य के लिए 11 पदों के लिए कुल 14 नामांकन प्राप्त हुए हैं। इनमें शिवसेना, टीएमसी, एसपी, बीजेपी, कांग्रेस समेत सभी दलों के सांसद शामिल हैं। जाहिर है ये क्लब के अंदर राजनीतिक सहभागिता को दर्शाता है।

संविधान सभा से जुड़ा है कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का इतिहास

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब की स्थापना 1947 में संविधान सभा के सदस्यों के संवाद यानी बातचीत और चर्ता करने के लिए हुई थी। बाद में इसे सांसदों के क्लब के रूप में मान्यता मिली। इसकी औपचारिक संरचना 1965 में राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा उद्घाटन के साथ स्थापित हुई। साल 1998-99 में लोकसभा अध्यक्ष स्व. जीएमसी बालयोगी ने एक विन कमेटी गठित की, जिसमें राजीव प्रताप रूडी, हन्नान मौला जैसे सदस्य शामिल थे।

इस कमेटी के माध्यम से क्लब में आवश्यक सुधारों की नींव पड़ी और रूडी को सचिव (प्रशासन) के रूप में नामित किया गया। 2002 में क्लब को सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत पंजीकृत किया गया, जिससे इसे संवैधानिक दर्जा प्राप्त हुआ। तत्कालिन लोकसभा अध्यक्ष स्व. सोमनाथ चटर्जी के निर्णयानुसार क्लब में चुनाव बेस्ड गवर्निंग व्यवस्था की शुरुआत हुई।

संविधान सभा के संवाद मंच के रूप में 1947 में क्लब की शुरुआत हुई थी। क्लब की गवर्निंग बॉडी के चुनाव अब नियमित प्रक्रिया हैं। 2 अगस्त 2008 को बायलॉज स्वीकृत हुए और 18 फरवरी 2009 को पहले चुनाव हुए। क्लब की सदस्यता केवल वर्तमान और पूर्व सांसदों को ही है। मौजूदा वोटर लिस्ट में लगभग 1200 से ज्यादा सदस्य हैं, जिनमें देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री जैसे शीर्ष नेता शामिल हैं। नियमों के मुताबिक सिर्फ क्लब की सदस्यता लेने वाले सांसद व पूर्व सांसद ही मतदान कर सकते हैं।

जर्जर अवस्था से निकल कर आधुनिक बना कॉन्स्टीट्यूशन क्लब

पिछले तीन चुनावों से जीत रहे सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के नेतृत्व में क्लब ने एक उपेक्षित और जर्जर अवस्था से आधुनिक बहुउपयोगी संसदीय क्लब का स्वरूप प्राप्त किया है। क्लब आज सभी राजनीतिक दलों की बैठकों, सामाजिक आयोजनों और सांसदों के निजी कार्यक्रमों का भी प्रमुख केंद्र बन चुका है।

आज क्लब में आधुनिक रेस्टोरेंट, जिम, स्पा, स्विमिंग पूल, बैडमिंटन कोर्ट, क्रिकेट नेट और मल्टीपर्पज हॉल जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जहां सभी दलों की राजनीतिक बैठकें, सामाजिक समारोह और यहां तक कि पारिवारिक आयोजनों का भी आयोजन नियमित रूप से होता है। अब तक दलगत राजनीति से परे हटकर सांसद और पूर्व सांसद इस संस्था को खुले दिल से अपनाने लगे हैं।

पहले जहां लोग कम संख्या में आते थे, आज यहां कॉन्फ्रेंस, निजी आयोजन और बैठकें होने लगी हैं। सांसदों के परिवारों के सदस्य खासकर बच्चे क्लब के जिम, स्विमिंग पूल जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल करने लगे हैं। रेस्टोरेंट और कैफे की व्यवस्था बेहद उत्कृष्ट हो गई है खासकर कैफे जो सुबह 5 बजे तक खुला रहता है, सदस्यों को विशेष रूप से पसंद आता है।

चुनावों के नतीजे 12 जुलाई की शाम आएंगे

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का चुनाव कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक लोकतांत्रिक उत्सव है, जहां निर्णायक मतदाता स्वयं देश के सांसद व पूर्व सांसद होते हैं। यह चुनाव संस्था की पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और समावेशी नेतृत्व के मूल्यों को पुष्ट करता है। मतदान प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी, नियमबद्ध और निगरानी योग्य है, जिसमें प्रत्यक्ष मतदान 12 अगस्त 2025 (मंगलवार) को सुबह 11:00 बजे से 16:00 बजे तक स्पीकर हॉल, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में संपन्न होगा। उसी दिन शाम 5 बजे से मतगणना प्रारंभ होगी। इस जंग मे कोई भी जीते, सब चाहते हैं कि कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया न केवल इतिहास की धरोहर है बल्कि मिनी संसद के रूप में सांसदों, पूर्व सांसदों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी मिलने जुलने का एक केंद्र बना रहे।

बिहार में 'जय सांगा' नारे और 'सांगा यात्रा' के सहारे राजपूतों को साधने चली बीजेपी

 



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/T5iLgDt
via

Sunday, July 27, 2025

स्टॉक मार्केट ऊंचाई पर हो तो क्या बंद कर देनी चाहिए SIP? एक्सपर्ट से जानिए जवाब

SIP Investment Advice: जब शेयर बाजार नई ऊंचाइयों पर पहुंचता है, तो कई निवेशकों के मन में ये सवाल आता है कि क्या अब सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) रोक देना चाहिए? उन्हें लगता है कि ऊंचे स्तर पर निवेश करने से रिटर्न कम मिल सकता है या घाटा हो सकता है। हालांकि, इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट की राय इसके ठीक उलट है। उनका कहना है कि ऐसा सोचना निवेश की मूल रणनीति के खिलाफ है और इससे लंबे समय में नुकसान हो सकता है।

SIP और डिप-बायिंग को साथ चलाना समझदारी

4Thoughts Finance की फाउंडर और CEO स्वाति सक्सेना कहती हैं कि SIP को रोकने की बजाय उसे जारी रखना चाहिए और अगर आपके पास अतिरिक्त रकम है, तो बाजार में गिरावट के दौरान उसमें लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करना बेहतर रहता है। उनके मुताबिक, "मासिक बचत SIP के जरिए होनी चाहिए और अगर बाजार गिरता है, तो उसमें अतिरिक्त निवेश किया जा सकता है। इससे लॉन्ग टर्म में फायदा मिलता है।"

हालांकि, वो यह भी मानती हैं कि बाजार कब गिरेगा, इसका अंदाजा लगाना आसान नहीं है। स्वाति का कहना है, “डिप्स को पहचानना मुश्किल होता है, इसलिए निवेशकों के लिए बेहतर रणनीति यह हो सकती है कि वो लंप सम राशि को SIP और डिप-बायिंग दोनों के लिए अलग-अलग हिस्सों में निवेश करें।”

Investment Plan: ₹20 लाख आसानी से बन सकते हैं ₹1 करोड़, जानिए कहां और कैसे करें निवेश

2025 में अब तक 1.12 करोड़ SIP बंद

AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) के आंकड़ों के मुताबिक, 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 1.12 करोड़ SIP अकाउंट बंद हो चुके हैं। इसका मतलब है कि बहुत से निवेशकों ने बाजार की ऊंचाई देखकर अपनी SIP रोक दी है और बाजार गिरने पर दोबारा शुरू करने की सोच रहे हैं।

FinEdge के को-फाउंडर और CEO हर्ष गहलोत मानते हैं कि SIP को रोकना गलत कदम है। उनके मुताबिक, “जब बाजार ऊंचा होता है, तो SIP रोकना सही लग सकता है। लेकिन,लेकिन ये कदम आपके फाइनेंशियल गोल्स को नुकसान पहुंचा सकता है। SIP का फायदा यही है कि ये आपको समय पर और बिना भावनाओं के निवेश करने में मदद करता है।”

गहलोत कहते हैं, “भारतीय बाजार ने पिछले 10 सालों में कई बार नई ऊंचाइयां देखी हैं और हर बार वह और ऊपर गया है। अगर लोग हर बार SIP रोकते, तो वे बड़े फायदे से चूक जाते।”

उलटी सोच हो सकती है SIP रोकना

Centricity WealthTech के फाउंडिंग पार्टनर और चीफ इन्वेस्टमेंट काउंसलर ईशकरण छाबड़ा SIP को रोकने के फैसले को ‘काउंटरइंट्यूटिव’ यानी आम समझ के खिलाफ मानते हैं। उनका कहना है कि “इतिहास यही बताता है कि जो निवेशक लगातार निवेश करते हैं, वो ज्यादा फायदा कमाते हैं। बार-बार एग्जिट और एंट्री करने से फायदा नहीं होता।”

स्वाति सक्सेना भी इससे सहमत हैं। वो कहती हैं, “SIP का मकसद ये है कि आपकी हर महीने की बचत बाजार में लगती रहे। अगर इसे नियमित और अनुशासित तरीके से किया जाए तो कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है। लेकिन कई बार लोग बाजार के मूवमेंट को देखकर SIP बदलने लगते हैं, जो सही नहीं है।”

डिप-बायिंग और SIP का सही तालमेल जरूरी

स्वाति कहती हैं कि लंप सम निवेश को एक बार में लगाने की बजाय उसे कुछ हिस्सों में SIP जैसे तरीके से भी निवेश किया जा सकता है। वो कहती हैं, “अगर आप SIP और डिप-बायिंग दोनों को संतुलन के साथ अपनाते हैं, तो आपको बाजार की तेजी और गिरावट दोनों से फायदा मिल सकता है।”

स्वाति यह भी चेतावनी देती हैं कि निवेशक कई बार बिना सोच-समझ के SIP पोर्टफोलियो में बार-बार बदलाव करते हैं या ETF को बार-बार बदलते हैं, जिससे उनका रिटर्न प्रभावित होता है। उनका कहना है, “स्थिति की जानकारी जरूर रखें, लेकिन घबराकर बार-बार बदलाव न करें। बेहतर होगा कि आप किसी प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें और उनके सुझावों पर भरोसा करें।”

यह भी पढ़ें : Investment Plan: ₹20 लाख आसानी से बन सकते हैं ₹1 करोड़, जानिए कहां और कैसे करें निवेश

Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/POBIpHd
via

Chakda Xpress: लंदन घूम रहीं Anushka Sharma को नहीं है अपनी फिल्म ‘चकदा एक्सप्रेस’ की चिंता? दिव्येंदु भट्टाचार्य ने बताई सच्चाई

Chakda Xpress: अनुष्का शर्मा स्टारर चकदा एक्सप्रेस का दर्शकों को काफी समय से इंतजार है। इस फिल्म की रिलीज पर कोई अपडेट मेकर्स की तरफ से नहीं दी जा रही है। चकदा एक्सप्रेस में अनुष्का शर्मा ने भारतीय महिला क्रिकेटर झूलन गोस्वामी का किरदार निभाया है। ये फिल्म झूलन गोस्वानी की बायोपिक है। हाल में ही दिव्येंदु भट्टाचार्य ने News18 Showsha के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में फिल्म रिलीज को लेकर कई खुलासे किए हैं।

दिव्येंदु भट्टाचार्य ने बताया कि वो दर्शकों की तरह ही फिल्म की रिलीज के इंतजार में हैं। एक्टर इसे देखना चाहते हैं। लेकिन इसकी रिलीज के बारे में एक्टर को भी कोई अपडेट नहीं है। दिव्येंदु भट्टाचार्य ने कहा कि आप नहीं जानते कि मैं कितनी बेसब्री से फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रहा हूं। क्योंकि यह एक खूबसूरत फिल्म है। मैं हमेशा लोगों से कहता हूं… मैंने इसे प्रोसित [निर्देशक के घर पर देखा हैं।

एक्टर ने बताया कि एक दिन मैं उनके पास गया था। मैंने उनसे कहा कि यह रिलीज नहीं होगी क्या? लेकिन चूंकि आपके पास थी ये तो मैंने कहा कम से कम मुझे ही दिखा दो। उन्होंने कहा कि इसका पूरी तरह से काम पूरा नहीं हुआ है। सब कुछ नहीं किया गया है, लेकिन मैंने इसे फिर भी देखा। यह बहुत ही शानदार फिल्म है।

एक्टर ने फिल्म चकदा एक्सप्रेस में अनुष्का शर्मा के काम की भी काफी तारीफ की है। वहीं जब दिव्येंदु भट्टाचार्य से सवाल किया गया कि क्या फिल्म को रोकदी गई है या सिर्फ स्थगित है, तो एक्टर ने सच बोलते हुए कहा कि यह अंधेरे में हैं। मुझे कोई ज्यादा या कम जानकारी नहीं है। अगर मेरे पास फिल्म के बारे में कोई सटीक अपडेट होता, तो मैं लोगों से पहले शेयर कर देता। मुझे वास्तव में नहीं पता क्योंकि एक तरफ क्लीन स्लेट है और दूसरी तरफ नेटफ्लिक्स है। दोनों के बीच क्या माजरा चल रहा है, इशका कोई आइडिया नहीं है।

नेटफ्लिक्स की ‘चकदा एक्सप्रेस’ का अनुष्का शर्मा ने 2022 में अपनी कमबैक फिल्म के तौर पर ऐलान किया था। इस फिल्म को अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट्स फिल्म्स द्वारा प्रोड्यूस किया गया है। अब देखना है कि फिल्म रिलीज होती है, या नहीं।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/zsSwX1j
via

Saturday, July 26, 2025

IPO की तैयारी में Amagi Media Labs, ड्राफ्ट जमा; प्रेमजी इनवेस्ट, एक्सेल, नॉरवेस्ट वेंचर जैसों का लगा है पैसा

Amagi Media Labs IPO: ब्रॉडकास्ट और स्ट्रीमिंग सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली कंपनी अमागी मीडिया लैब्स अपना IPO लाने वाली है। इसके लिए कंपनी ने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। कंपनी में प्रेमजी इनवेस्ट, एक्सेल, नॉरवेस्ट वेंचर और जनरल अटलांटिक जैसे नामी इनवेस्टर्स का पैसा लगा हुआ है। इस IPO में 1,020 करोड़ रुपये के नए शेयर रहेंगे। साथ ही मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 3.4 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा।

OFS में प्रेमजी इनवेस्ट के निवेश वाली पीआई ऑपर्च्युनिटीज फंड, नॉरवेस्ट वेंचर पार्टनर्स, एक्सेल, ट्रुडी होल्डिंग्स और एवीपी जैसे निवेशक शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे। इसके अलावा इंडीविजुअल शेयरहोल्डर्स प्रेम गुप्ता, राहुल गर्ग, राजेश रमैया, रजत गर्ग और कोलेनगोडे रामनाथन लक्ष्मीनारायण भी OFS में अपने शेयर बेचेंगे।

प्री-IPO राउंड में जुटा सकती है 204 करोड़ रुपये

अमागी मीडिया लैब्स बेंगलुरु की कंपनी है। यह TV और OTT के लिए एंड टू एंड क्लाउड-मैनेज्ड लाइव और ऑन-डिमांड वीडियो इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराती है। कंपनी प्री-IPO राउंड में 204 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की सोच सकती है। अगर ऐसा होता है तो IPO में नए शेयरों के इश्यू का साइज घट जाएगा। अभी कंपनी में प्रमोटर्स के पास 31.74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी 68.26 प्रतिशत शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं।

IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल

IPO में नए शेयरों को जारी कर होने वाली कमाई में से 667.2 करोड़ रुपये का इस्तेमाल टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के लिए किया जाएगा। बाकी पैसे इनऑर्गेनिक ग्रोथ और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए रहेंगे। IPO के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज, IIFL कैपिटल सर्विसेज और एवेंडस कैपिटल को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।

IPOs This Week: 28 जुलाई से शुरू हफ्ते में NSDL IPO समेत 14 नए इश्यू, 11 कंपनियां होंगी लिस्ट

Amagi Media Labs की वित्तीय स्थिति

कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में 68.7 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया। एक साल पहले घाटा 245 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 में ऑपरेशंस से रेवेन्यू 1,162.6 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 के 879.2 करोड़ रुपये से 32.2 प्रतिशत ज्यादा है। अमागी मीडिया लैब्स ने मार्च 2025 तक 40 से अधिक देशों में 400 से ज्यादा कंटेंट प्रोवाइडर्स, 300 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स और 80 से अधिक एडवर्टाइजर्स को सर्विस दी। इसके ग्राहकों में वीवो, लॉयंसगेट स्टूडियो, DAZN, EW स्क्रिप्स, सिंक्लेयर ब्रॉडकास्ट ग्रुप, VIZIO, रोकू, द ट्रेड डेस्क, जियोएड्स और टेनिस चैनल जैसी ग्लोबल मीडिया कंपनियां शामिल हैं।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/7tf1CGk
via

Skin Care Tips: हॉलिडे ट्रिप पर गलती से भी न भूलें ये ब्यूटी आइटम्स, वरना फोटो में खुद को नहीं पहचानेंगी!

जब भी हम कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं, तो सबसे पहले कपड़े, टिकट, होटल बुकिंग और जरूरी कागजात जैसी चीजों की चेकलिस्ट तैयार करते हैं। लेकिन इस भागदौड़ में अक्सर मेकअप और स्किन केयर से जुड़ी कुछ बेहद जरूरी चीजें रह जाती हैं, जो बाद में जाकर खलने लगती हैं। खासकर महिलाओं के लिए ये एक बड़ी दुविधा होती है कि क्या पैक करें और क्या नहीं। ट्रैवल का असली मजा तभी आता है जब बैग हल्का हो और चेहरा तरोताजा। आइए जानते हैं कि ट्रैवलिंग के दौरान कौन-सी ब्यूटी चीजें जरूर अपने बैग में रखें जिससे आप दिखें फ्रेश और फील करें कंफर्टेबल।

टिंटेड लिप बाम

टिंटेड लिप बाम ट्रैवल के दौरान एक मैजिक आइटम की तरह काम करता है। ये न केवल आपके होंठों को नमी देता है बल्कि हल्का सा कलर भी देता है जिससे चेहरा नैचुरली ग्लो करता है। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे ब्लश या आइशैडो के रूप में भी इस्तेमाल कर सकती हैं। मतलब सिर्फ एक छोटा-सा ट्यूब और आपका मिनिमल मेकअप हो गया तैयार। ये उन लोगों के लिए आदर्श है जो मेकअप किट के भारी भरकम बोझ से बचना चाहते हैं।

फ्रेगरेंस

सफर में पसीना और थकान तो लाजिमी है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप दिनभर बदबू के साथ घूमें। एक हल्की और लॉन्ग-लास्टिंग फ्रेगरेंस अपने साथ रखें जो आपके मूड को रिफ्रेश कर दे। चाहें तो सॉलिड परफ्यूम या ट्रैवल साइज बॉटल ले सकती हैं, जो बैग में कम जगह घेरती हैं। थोड़ा-सा स्प्रे स्कार्फ या बालों पर कर लें, तो पूरा दिन आप भीनी-भीनी खुशबू के साथ घूम सकती हैं।

सनस्क्रीन

सनस्क्रीन को अक्सर हम पैकिंग में सबसे आखिर में सोचते हैं, जबकि ये स्किन प्रोटेक्शन के लिए सबसे जरूरी चीज है। धूप, धूल और प्रदूषण से स्किन को बचाने के लिए ट्रैवलिंग के दौरान सनस्क्रीन का उपयोग बेहद जरूरी है। बाजार में अब मिनी साइज सनस्क्रीन स्प्रे उपलब्ध हैं जो लगाने में आसान हैं और बैग में आराम से आ जाते हैं।

स्मार्ट पैकिंग

याद रखें, ट्रैवल का असली मजा तब है जब आपका बैग हल्का हो और माइंड फ्री। जितना कम सामान पैक करेंगे, उतना ही ज्यादा सफर का आनंद ले पाएंगे।

फेस वाइप्स, कॉम्पैक्ट मिरर और एक छोटा हेयर ब्रश भी आप चाहें तो शामिल कर सकती हैं, लेकिन अगर जगह की किल्लत है, तो ऊपर दी गई तीन चीजें ही काफी हैं। बस सही चयन और स्मार्ट पैकिंग से आप पूरे ट्रैवल के दौरान खूबसूरत दिखेंगी और खुद को तरोताजा महसूस करेंगी।

आप भी थोक में आलू खरीदते हैं, तो ये 7 टिप्स जरूरी हैं वरना बरसात में हो जाएगा सब बर्बाद!



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/BhNatCv
via

Friday, July 25, 2025

Market outlook : गिरावट पर बंद हुआ बाजार, जानिए 28 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock market : कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन बाजार गिरावट पर बंद हुआ है। सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में जोरदार बिकवाली देखने को मिली है। PSE, तेल-गैस और मेटल इंडेक्स गिरकर बंद हुए हैं। IT, FMCG और बैंकिंग शेयरों में दबाव देखने को मिला है। वहीं, फार्मा इंडेक्स बढ़त पर बंद हुआ है। सेंसेक्स 721 प्वाइंट गिरकर 81,463 पर बंद हुआ है। निफ्टी 225 प्वाइंट गिरकर 24,837 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 537 प्वाइंट गिरकर 56,529 पर बंद हुआ है। मिडकैप 951 प्वाइंट गिरकर 58,009 पर बंद हुआ है।

सेंसेक्स 30 में से 29 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी के 50 में से 43 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी बैंक के सभी 12 शेयरों में गिरावट देखने को मिली।

INVasset PMS के बिजनेस हेड भाविक जोशी ने कहा "भारतीय शेयर बाजारों में आज की बिकवाली घबराहट या किसी स्ट्रक्चरल कमज़ोरी के बजाय घरेलू रि-वैल्यूएशन और ग्लोबल मार्केट में देखने को मिल रही सतर्कता की भावना को जाती है। आगे बाजार की दिशा मैक्रो आंकड़ों और कंपनियों के नतीजों से तय होगी। निवेशक सिर्फ़ ग्रोथ नहीं,बल्कि दिशा की स्पष्टता चाहते हैं"।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, "आज की गिरावट की मुख्य वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा इक्विटी और वायदा (एफएंडओ) बाजारों में की जा रही लगातार बिकवाली है। मैक्रो और माइक्रो इकोनॉमिक इंडीकेटरों में सुधार के बावजूद, एफआईआई भारतीय इक्विटी बाजार के वैल्यूएशन को लेकर असहज बने हुए हैं।"

इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा नतीजों का मौसम निराशाजनक तो नहीं है, लेकिन कुछ ख़ास उत्साहजनक भी नहीं रहा है। अमेरिका और भारत के बीच व्यापार समझौते में रुकावट से अनिश्चितता और बढ़ गई है।

SBI Life Share Price : अच्छे नतीजों ने SBI लाइफ के शेयरों में भरा जोश, मैनेजमेंट से जाने आगे का प्लान

तकनीकी नजरिए से देखें तो एक्सपर्ट्स का कहना था कि 25,000 के स्तर के नीचे जाने के बाद ही नई बिकवाली संभव है। कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा,"चूंकि निफ्टी आज के कारोबार के दौरान इस स्तर से नीचे चला गया है, इसलिए बाजार 24800 की तरफ जा सकता। इसके विपरीत, अगर बाजार 25,150 से ऊपर जाता है, तो तकनीकी रूप से यह 25,255 तक वापस उछल सकता है। यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है, जिससे बाजार 25,350 तक पहुंच सकता है।"

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि हालिया गिरावट नतीजों से मिली निराशा और मैनेजमेंट की सतर्क टिप्पणियों को लेकर बढ़ती चिंताओं का संकेत है। इससे निवेशकों का आत्मविश्वास कमजोर हुआ है। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों की तरफ से हो रही लगातार बिकवाली दबाव को और बढ़ा रही है। निफ्टी के 24,900 के नीचे जाने के साथ,अब तत्काल सपोर्ट 24,700 के आसपास दिखाई दे रहा है। जबकि अगला बड़ा सपोर्ट 24,450-24,550 के जोन में है। ट्रेडरों को सलाह है कि वे अपनी पोजीशन मौजूदा रुझान को देखते हुए तय करें और घाटे वाले ट्रेडों में एवरेजिंग डाउन करने से बचें।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ISBCX7y
via

Thailand-Cambodia War: थाईलैंड के इन 7 राज्यों में न जाने की सलाह, कंबोडिया के साथ युद्ध के बाद भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Thailand-Cambodia Border Dispute 2025: थाई और कंबोडियाई सेनाओं के बीच हुई भीषण झड़पों के बाद थाईलैंड में भारतीय दूतावास ने यहां रह रहे भारत के नागरिकों के लिए शुक्रवार (25 जुलाई) को एक एडवाइजरी जारी की। इसमें भारतीयों से थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर जारी हिंसा के बीच सात प्रांतों की यात्रा करने से बचने की अपील की है। थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर गुरुवार (24 जुलाई) को शुरू हुई झड़पों में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए हैं।

भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के पास की स्थिति को देखते हुए थाईलैंड आने वाले सभी भारतीय यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे ‘टीएटी न्यूजरूम’ समेत थाईलैंड के आधिकारिक सूत्रों से लेटेस्ट जानकारी प्राप्त करें।"

उसने थाईलैंड के पर्यटन प्राधिकरण के एक पोस्ट के हवाले से कहा कि जिन स्थानों का उल्लेख किया गया है, वहां यात्रा न करने की सलाह दी जाती है। पर्यटन प्राधिकरण ने कहा कि उबोन रत्चथानी, सुरीन, सिसाकेट, बुरीराम, सा काओ, चन्थाबुरी और ट्राट प्रांतों में कई स्थलों की यात्रा न करने की सलाह दी जाती है।

थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 14 थाई नागरिकों की मौत हो गई है। जबकि कंबोडिया के साथ चल रहे संघर्ष में 46 अन्य घायल हो गए हैं। कंबोडिया ने अपने पक्ष में हताहतों के बारे में कोई जानकारी जारी नहीं की है।

CNN ने थाई अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि एक लाख से अधिक लोग लड़ाई के सिर्फ दो दिनों के भीतर अपने घरों से भाग गए हैं। थाई मंत्रालय के आंतरिक मंत्रालय ने पुष्टि की है कि 100,000 से अधिक नागरिकों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है। कंबोडियन के अधिकारियों ने कहा कि सीमा गांवों के लगभग 4,000 निवासियों को विस्थापित किया गया है

भारत हाल के वर्षों में थाईलैंड के पर्यटन क्षेत्र के लिए शीर्ष स्रोत देशों में से एक रहा है। थाईलैंड के पर्यटन प्राधिकरण ने जून 2025 के मध्य तक भारत से 10 लाख से अधिक आगमन की सूचना दी, 2024 से गति जारी रखी, जिसमें 21 मिलियन भारतीय पर्यटक थे।

ये भी पढ़ें- थाईलैंड में वीजा फ्री स्टे 60 से घटकर 30 दिन हुआ, ये नियम इन देशों के नागरिकों पर होगा लागू

भारत के पर्यटक 60 दिनों तक वीजा के बिना थाईलैंड में एंट्री कर सकते हैं। पीक हॉलिडे सीज़न के करीब आने के साथ थाईलैंड ने भारतीय आगमन में और वृद्धि का अनुमान लगाया था। हालांकि, पूर्वी सीमा के पास वर्तमान अशांति देश के कुछ हिस्सों में यात्रा की योजना को कम कर सकती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/L27kZGr
via

Thursday, July 24, 2025

Capital SFB Q1 Results: शुद्ध मुनाफा 7% बढ़कर ₹32 करोड़ हुआ, डिपॉजिट में 17% का उछाल

Capital Small Finance Bank (CSFB) ने 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट में 7 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की, जो ₹32 करोड़ रही। बैंक की कुल जमा राशि में 17.1 प्रतिशत की साल-दर-साल और 9.5 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि हुई, जो ₹9,110 करोड़ तक पहुंच गई।

Q1 FY26 वित्तीय नतीजे (₹ करोड़ में)
विवरण Q1 FY26 Q1 FY25 YoY बदलाव Q4 FY25
नेट प्रॉफिट 32 30 +7% 34
कुल जमा 9,110 7,778 +17.1% 8,323
सकल अग्रिम 7,437 6,391 +16.4% 7,184
वितरण 865 754 +15% N/A

वित्तीय प्रदर्शन

बैंक का सकल अग्रिम ₹7,437 करोड़ रहा, जो 16.4 प्रतिशत की साल-दर-साल और 3.5 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि दर्शाता है। वितरण बढ़कर ₹865 करोड़ हो गया, जो Q1 FY25 में ₹754 करोड़ से 15 प्रतिशत अधिक है। बैंक ने ब्याज दर में गिरावट के बावजूद, Q4 FY25 के अनुरूप 4.1 प्रतिशत का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) बनाए रखा। नॉन-इंटरेस्ट इनकम में 38 प्रतिशत की वृद्धि और Q4 FY25 में 62.6 प्रतिशत से कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो में 60.5 प्रतिशत की कमी के कारण ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई। क्रेडिट कॉस्ट बढ़कर 0.37 प्रतिशत हो गई, जिसमें से 0.19 प्रतिशत NBFC/FI-MFI एक्सपोजर से फिसलन के कारण था। 30 जून, 2025 तक सकल NPA 2.7 प्रतिशत पर स्थिर रहा, जो साल-दर-साल अपरिवर्तित और Q4 FY25 में 2.6 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। तिमाही के लिए नेट NPA 1.4 प्रतिशत रहा।

एसेट क्वालिटी और पोर्टफोलियो

लोन बुक अच्छी तरह से विविध है, जिसमें 99.8 प्रतिशत सुरक्षित है और शून्य डायरेक्ट MFI एक्सपोजर है, जो बैंक के रिटेल-सेंट्रिक उधार दृष्टिकोण के अनुरूप है। बैंक एक ग्रेन्युलर, उच्च-गुणवत्ता वाली लोन बुक बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है, जो स्थिर पुनर्भुगतान व्यवहार और दीर्घकालिक वैल्यू वाले सेगमेंट को प्राथमिकता देता है। Q1 FY26 में लोन का औसत टिकट साइज (ATS) ₹16.6 लाख था। एसेट पोर्टफोलियो में कृषि लोन (₹2,246 करोड़), मॉर्गेज लोन (₹1,997 करोड़), MSME, ट्रेडिंग और अन्य बिजनेस लोन (₹1,648 करोड़), कॉरपोरेट लोन (NBFC को ₹72 करोड़) और कंजम्पशन और अन्य लोन (₹945 करोड़) शामिल हैं। जून 2025 तक बैंक के एसेट क्वालिटी मेट्रिक्स में सकल NPA 2.7 प्रतिशत और नेट NPA 1.4 प्रतिशत है।

लायबिलिटी पोर्टफोलियो और CASA

30 जून, 2025 तक CASA अनुपात 35.9 प्रतिशत पर स्वस्थ रहा। बैंक ने कम CD अनुपात और उच्च लीवरेज अनुपात के कारण जानबूझकर जमा वृद्धि को कैलिब्रेट किया, जिसमें ग्रेन्युलर और रिटेल-सेंट्रिक जमा पर ध्यान केंद्रित किया गया और नगण्य बल्क जमा पर ध्यान केंद्रित किया गया। टर्म डिपॉजिट का लगातार रोलओवर अनुपात लगभग 90 प्रतिशत से अधिक है। रिटेल जमा हिस्सेदारी 90 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है। जमा की लागत 5.9 प्रतिशत है, और फंड की लागत 6.0 प्रतिशत है।

प्रबंधन की टिप्पणी

मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO, श्री सर्वजीत समरा ने कहा कि तिमाही मजबूत जमा वृद्धि, स्वस्थ क्रेडिट वृद्धि और स्थिर इंटरेस्ट मार्जिन द्वारा चिह्नित की गई थी। उन्होंने एक ग्रेन्युलर, उच्च-गुणवत्ता वाली लोन बुक बनाने और एक स्वस्थ CASA हिस्सेदारी बनाए रखने पर बैंक के फोकस पर प्रकाश डाला।

मुख्य अनुपात और बिजनेस पैरामीटर

मुख्य बिजनेस पैरामीटर में CD अनुपात (औसत) 79.6 प्रतिशत, CD अनुपात (आउटस्टैंडिंग) 82.2 प्रतिशत और अग्रिम पर यील्ड 11.2 प्रतिशत शामिल हैं। जमा की लागत 5.8 प्रतिशत है, और कॉस्ट-टू-इनकम अनुपात 60.6 प्रतिशत है। रिटर्न अनुपात में 4.1 प्रतिशत का नेट इंटरेस्ट मार्जिन, 1.2 प्रतिशत का रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) और 9.4 प्रतिशत का रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) शामिल है। कैपिटल एडेक्वेसी रेशियो (CRAR) 24.5 प्रतिशत पर रहा।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/Ip3eMNY
via

Coromandel International Q1 Results: नेट प्रॉफिट 54% बढ़कर ₹508 करोड़ हुआ, रेवेन्यू में 49% का इजाफा

Coromandel International लिमिटेड ने 30 जून, 2025 को समाप्त पहली तिमाही के लिए ₹508 करोड़ का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में ₹331 करोड़ था, जो साल-दर-साल 54 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पहली तिमाही के लिए कंपनी की कुल आय ₹7,083 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष के ₹4,768 करोड़ से 49 प्रतिशत अधिक है।

Q1 FY26 वित्तीय नतीजे (स्टैंडअलोन, ₹ करोड़ में)
मानक Q1 FY26 Q1 FY25 YoY बदलाव
कुल आय 7,083 4,768 +49%
EBITDA 738 507 +46%
नेट प्रॉफिट (PAT) 508 331 +54%

जून 2025 को समाप्त तिमाही के लिए Coromandel का कंसॉलिडेटेड कुल आय ₹7,126 करोड़ था, जबकि जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए यह ₹4,783 करोड़ था। तिमाही के लिए कंसॉलिडेटेड टैक्स के बाद लाभ ₹502 करोड़ था, जबकि जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए यह ₹309 करोड़ था।

Q1 FY26 वित्तीय नतीजे (कंसॉलिडेटेड, ₹ करोड़ में)
मानक Q1 FY26 Q1 FY25
कुल आय 7,126 4,783
नेट प्रॉफिट (PAT) 502 309

बिजनेस सेगमेंट परफॉर्मेंस

न्यूट्रिएंट और एलाइड बिजनेस ने जून 2025 को समाप्त तिमाही के लिए ₹6,311 करोड़ का स्टैंडअलोन रेवेन्यू दर्ज किया, जो जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ₹4,198 करोड़ की तुलना में 50 प्रतिशत की वृद्धि है। इस सेगमेंट के लिए ब्याज और टैक्स से पहले का लाभ ₹637 करोड़ था, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह ₹436 करोड़ था।

क्रॉप प्रोटेक्शन बिजनेस ने जून 2025 को समाप्त तिमाही के लिए ₹724 करोड़ का स्टैंडअलोन रेवेन्यू दर्ज किया, जो जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ₹551 करोड़ से 31 प्रतिशत अधिक है। इस सेगमेंट के लिए ब्याज और टैक्स से पहले का लाभ ₹111 करोड़ था, जबकि जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए यह ₹63 करोड़ था।

स्ट्रेटेजिक इनिशिएटिव्स

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, Coromandel Chemicals Limited (CCL) के माध्यम से बाओबाब माइनिंग एंड केमिकल्स कॉरपोरेशन एसए, सेनेगल (BMCC) की अतिरिक्त 17.69 प्रतिशत जारी शेयर कैपिटल के अधिग्रहण को 7.70 मिलियन डॉलर में मंजूरी दे दी। इससे BMCC में कुल हिस्सेदारी बढ़कर 71.51 प्रतिशत हो जाएगी।

Coromandel ने भारत को DAP शिपमेंट सुरक्षित करने के लिए मादेन, किंगडम ऑफ सऊदी अरब के साथ एक दीर्घकालिक समझौता भी किया है और फास्फो जिप्सम-आधारित ग्रीन बिल्डिंग मैटेरियल्स के निर्माण और मार्केटिंग के लिए सकरनी प्लास्टर के साथ एक जॉइंट वेंचर स्थापित किया है।

मैनेजमेंट कमेंट्री

Coromandel International लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO श्री एस शंकरसुब्रमण्यन ने कहा कि कंपनी ने सभी व्यवसायों में वृद्धि के साथ सीजन की मजबूत शुरुआत की, जो खरीद दक्षता, ऑपरेशनल एक्सीलेंस और प्रभावी मार्केटिंग इनिशिएटिव्स द्वारा संचालित थी। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन को मानसून की शुरुआत से मदद मिली, जिसके परिणामस्वरूप फसलों की बुवाई अधिक हुई और एग्री-इनपुट की खपत में सुधार हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि BMCC में अतिरिक्त हिस्सेदारी का अधिग्रहण फॉस्फेट वैल्यू चेन में बैकवर्ड इंटीग्रेशन को मजबूत करने के लिए एक स्ट्रेटेजिक कदम है।

Coromandel International लिमिटेड के बारे में

Coromandel International लिमिटेड भारत में एक अग्रणी एग्री सॉल्यूशंस प्रोवाइडर है, जिसका व्यवसाय फर्टिलाइजर्स, क्रॉप प्रोटेक्शन केमिकल्स, बायो प्रोडक्ट्स, स्पेशलिटी न्यूट्रिएंट्स, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर और रिटेल तक फैला हुआ है। कंपनी भारत में फॉस्फेटिक फर्टिलाइजर की दूसरी सबसे बड़ी निर्माता और मार्केटर है और आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में लगभग 900+ ग्रामीण रिटेल आउटलेट्स का एक नेटवर्क संचालित करती है, जो लगभग 3 मिलियन किसानों को एग्री-इनपुट और फार्मिंग सर्विसेज प्रदान करती है। Coromandel, ₹77,881 करोड़ के मुरुगप्पा ग्रुप का हिस्सा है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/wUzYSfe
via

Wednesday, July 23, 2025

Lodha ने एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन स्कीम के तहत 43,904 इक्विटी शेयर आवंटित किए

Macrotech Developers Limited (Lodha) ने 23 जुलाई, 2025 को अपने एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन स्कीम 2021 – II के तहत ₹10 के फेस वैल्यू वाले 43,904 इक्विटी शेयर आवंटित करने की घोषणा की है। यह आवंटन "Macrotech Developers Limited - एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन स्कीम 2021 - II" के अनुसार किया गया था।

कंपनी ने 23 जुलाई, 2025 को BSE Limited और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड को आधिकारिक तौर पर यह जानकारी दी।

कंपनी सेक्रेटरी और कंप्लायंस ऑफिसर संज्योत रांगनेकर ने इस आवंटन की पुष्टि की।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/LYxVtUK
via

Tuesday, July 22, 2025

Market Outlook : सपाट बंद हुआ बाजार, जानिए 23 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock market : 22 जुलाई के वोलेटाइल कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स सपाट बंद हुए हैं। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 13.53 अंक या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 82,186.81 पर और निफ्टी 29.80 अंक या 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ 25,060.90 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1724 शेयरों में तेजी देखने को मिली है। 2126 शेयरों में गिरावट रही है और 172 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

निफ्टी पर इटरनल, एचडीएफसी लाइफ, टाइटन कंपनी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स आज के टॉप गेनर रहे। जबकि श्रीराम फाइनेंस, जियो फाइनेंशियल, आयशर मोटर्स, अदानी पोर्ट्स और टाटा मोटर्स निफ्टी के टॉप गेनर रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की गिरावट आई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।

आज सभी सेक्टोरल लाल निशान में बंद हुए हैं। मीडिया इंडेक्स में 2.5 फीसदी, पीएसयू बैंक इंडेक्स में 1.6 फीसदी, रियल्टी इंडेक्स में 1 फीसदी, ऑटो इंडेक्स में 0.6 फीसदी और फार्मा इंडेक्स में 0.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि बाजार को दो चीजों से सपोर्ट मिल रहा है। इनमें से पहला है, अमेरिकी बाजार में तेजी का रुख। एसएंडपी ने इस साल दस बार नए रिकॉर्ड बनाए हैं। इससे तेजड़ियों को मनोवैज्ञानिक सपोर्ट मिल रहा है। दूसरी अच्छी चीज है बाज़ार को मिल रहा लिक्विडिटी सपोर्ट,जो लगातार जारी है। इस महीने के 15 कारोबारी दिनों में से 14 दिनों में, भरपूर कैपिटल वाले डीआईआई खरीदार रहे हैं। जिसके चलते महीने के 15 कारोबारी दिनों में से 10 दिनों में हुए एफआईआई की बिकवाली बेअसर हो गई है। संस्थागत निवेशकों का यह रुझान बहुत अच्छी बात है।

Tata Power share price : फोकस में टाटा पावर, अब नहीं मिलेगा सेक्शन 11 का फायदा!

सैमको सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव्स रिसर्च एनालिस्ट, धुपेश धमेजा का कहना है कि बाजार का शॉर्ट टर्म रुझान मंदी का है। 25,200-25,320 का जोन अब एक मजबूत सपोर्ट जोन के रूप में सामने आया है। हालांकि, जब तक निफ्टी 24,800 से ऊपर बना रहता है, तब तक खरीदारी जारी रहने की संभावना दिख रही है। इस शॉर्ट टर्म मंदी के रुख में बदलाव और नई तेजी पकड़ने के लिए निफ्टी को 25,250 से ऊपर एक निर्णायक क्लोजिंग की जरूरत है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/CjMBX2s
via

Monday, July 21, 2025

छोटी फिल्में बड़ा कमाल! इस फिल्म ने PVR INOX की बदली किस्मत, 2.5% से ज्यादा भागा शेयर

PVR INOX share price : PVR INOX के शेयर में आज अच्छी रौनक दिख रही है। आज ये शेयर 13.05 अंक यानी 1.28 फीसदी की तेजी लेकर 1032.45 रुपए के स्तर पर बंद हुआ है। आज का इसका दिन का हाई 1,045 रुपए है। इस शेयर में तेजी के पीछे मोहित सूरी की फिल्म 'सैयारा'को लेकर दर्शकों की दिवानगी है। ज्यादा से ज्यादा लोग इस फिल्म को देखने के लिए थिएटर पहुंच रहे हैं। फिल्म हाउसफुल चल रही है। इसका फायदा सीधे कंपनी को हो रहा है। आज इंट्राडे में ये शेयर एनएसई पर 2.5 फीसदी तक भागा है।

वैसे तो पिछले 6 महीने मल्टीप्लेक्स के लिए अच्छे रहे हैं। एक तरफ तो बॉलीवुड (Bollywood) फिल्में चल रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ छोटी फिल्मों भी दर्शकों को मल्टीप्लेक्स की तरफ खींच रही हैं। छोटी फिल्में PVRINOX जैसे शेयरों की किस्मत बदल रही है।

छोटी फिल्मों का बड़ा कमाल

छोटी फिल्मों के दम पर बॉक्स ऑफिस पर पहली छमाही शानदार रही है। छोटी फिल्मों ने ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है। बड़ी फिल्मों पर निर्भरता लगातार कम हो रही है।

सैयारा ने किया कमाल

सैयारा फिल्म ने कमाल कर दिया है। शुक्रवार को इसका कलेक्शन 21 करोड़ रुपए रहा है। वहीं, शनिवार को इसका कलेक्शन 25 करोड़ रुपए पहुंच गया। जबकि, रविवार को इस फिल्म का कलेक्शन 37 करोड़ रुपए रहा है। अब तक इस फिल्म की कमाई 83 करोड़ रुपए रही है। (स्रोत: sacnik.com)

पहली छमाही में बॉलीवुड कलेक्शन 14 फीसदी बढ़कर 5723 करोड़ रुपए रहा है। इसमें टॉप-10 फिल्मों के योगदान की बात करें तो पहले ये 44 फीसदी था। वहीं, अब ये 39 फीसदी है। 100 करोड़ रुपए से ज्यादा कलेक्शन वाली फिल्मों की बात करें तो 2024 में इस तरह के 10 फिल्में थीं। इनका संख्या 2025 में बढ़कर 17 पर पहुंच गई।

2025: सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्में

2025 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की बात करें तो छावा का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 809 करोड़ रुपए रहा। वहीं, हाउसफुल-5 का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 292 करोड़ रुपए रहा। L2: Empuraan का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 268 करोड़ रुपए रहा। वहीं, सितारे जमीन पर का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 258 करोड़ रुपए रहा। जबकि Sankrathiki Vasthunam का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 248 करोड़ रुपए रहा। (स्रोत: IMDB.COM)

Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 22 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

रीजनल फिल्मों को अच्छा रिस्पांस

रीजनल फिल्मों को अच्छा रिस्पांस मिला है। JAN-JUNE 2025 तक कलेक्शन में योगदान की बात करें तो हिंदी फिल्मों का योगदान 39 फीसदी रहा है। वहीं, तेलगु फिल्मों का योगदान 19 फीसदी रहा है। जबकि, तमिल फिल्मों का योगदान 17 फीसदी और हॉलीवुड फिल्मों का योगदान 10 फीसदी रही है। वहीं, अन्य भाषाओं का योगदान 15 फीसदी रहा है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/8b6BLKV
via

7th Pay Commission: जुलाई में केंद्रीय कर्मचारियों का DA बढ़कर हो सकता है 59 फीसदी! सरकार जल्द करेगी ऐलान

7th Pay Commission: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर है। भले ही सभी को 8वां वेतन आयोग लागू होने का इंतजार है, लेकिन इसके पहले 7वें वेतन आयोग के तहत एक और महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाया जाएगा। ऐसी उम्मीद है कि जुलाई 2025 में DA में 3 से 4% तक की बढ़ोतरी की जा सकती है। यानी, कर्मचारियों की डीए बढ़कर 58% या 59% हो सकता है।

साल में दो बार बढ़ता है DA

सरकार हर साल दो बार DA बढ़ाती है। पहली बार जनवरी के लिए के लिए घोषणा फरवरी-मार्च में की जाती है। सरकार चाहे कभी भी ऐलान करे लेकिन ये 1 जनवरी से लागू माना जाता है। दूसरी बार जुलाई के लिए घोषणा सितंबर-अक्टूबर में की जाती है। लेकिन ये लागू 1 जुलाई से मानी जाती है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि सरकार कब इसका ऐलान कर रही है। कर्मचारियों को उतना एरियर सैलरी के साथ मिलता है। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों को महंगाई से राहत देने के लिए की जाती है।

DA कैसे तय होता है?

DA का कैलकुलेशन औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर होती है। इस आंकड़े को लेबर मिनिस्ट्री हर महीने जारी करता है।

7वें वेतन आयोग के फॉर्मूले के अनुसार, DA (%) इस तरह तय होता है

DA (%) = [(12 महीने का औसत CPI-IW – 261.42) ÷ 261.42] × 100

यहां 261.42 वर्ष 2016 का आधार CPI-IW है।

महंगाई के आंकड़ों पर भी निर्भर करता डीए

हालांकि मई 2025 तक CPI-IW का पूरा औसत अभी नहीं आया है, लेकिन एग्रीकल्चर और ग्रामीण मजदूरों के लिए CPI-AL और CPI-RL में गिरावट दर्ज की गई है।

CPI-AL: 2.84%

CPI-RL: 2.97%

ये दोनों सीधे DA में इस्तेमाल नहीं होते, लेकिन महंगाई के रुझान को दिखाते हैं।

कितना हो सकता है DA?

अगर CPI-IW जून तक स्थिर रहता है या थोड़ा बढ़ता है, तो सरकार 3% से 4% की बढ़ोतरी कर सकती है। इससे कुल DA बढ़कर 58% या 59% हो सकता है। DA में बढ़ोतरी की अंतिम घोषणा जुलाई के अंत में CPI-IW के आंकड़े आने के बाद और सितंबर-अक्टूबर में कैबिनेट मंजूरी के बाद होगी। तब इसका लाभ 1 जुलाई 2025 से एरियर के साथ मिलेगा।

वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी?

अगर DA में 3% की बढ़ोतरी होती है, तो 18,000 रुपये बेसिक सैलरी वाले कर्मचारी की सैलरी में लगभग 540 रुपये की बढ़ोतरी होगी। 55% DA के हिसाब से अभी 18,000 का 9,990 रुपये DA मिलता है। यानी, 3 फीसदी डीए बढ़ने पर 58% होने पर ये बढ़कर 10,440 रुपये हो जाएगा। इससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों को राहत मिलेगी, खासकर ऐसे समय में जब 8वें वेतन आयोग की घोषणा का इंतजार है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने जारी किया अलर्ट! कल 22 जुलाई को बंद रहेंगी UPI सर्विस



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/nWRLjNT
via

विदेशी निवेशकों ने बीते एक साल में Page Industries सहित इन 10 स्टॉक्स में बढ़ाया निवेश

विदेशी पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स काफी समय से इंडियन स्टॉक मार्केट्स में बिकवाली कर रहे हैं। इससे मार्केट्स पर दबाव बढ़ा है। हालांकि, कुछ शेयरों में उन्होंने बीते एक साल में अपने निवेश बढ़ाए हैं। अब भी उनका इंडियन मार्केट्स में बड़ा निवेश है। जून के अंत में इंडियन मार्केट्स के कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में उनकी हिस्सेदारी करीब 16 फीसदी थी। कुछ खास सेक्टर और कंपनियों के शेयरों पर उनका भरोसा बना हुआ है।

पेज इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा दिलचस्पी

एक स्टडी के मुताबिक, बीती चार तिमाहियों में ऐसी 10 कंपनियां हैं, जिनके शेयरों में हर तिमाही फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) की हिस्सेदारी बढ़ी है। इनमें Page Industries के शेयरों में उनकी हिस्सेदारी सबसे ज्यादा बढ़ी है। जून 2024 तिमाही में इस कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 20.6 फीसदी थी। यह जून 2025 तिमाही में बढ़कर 24 फीसदी के पार हो गई। Minda Corporation और कैपिटल प्वाइंट लेबोरेट्रीज में से दोनों में से हर स्टॉक में इस दौरान उनकी हिस्सेदारी 2.8 फीसदी बढ़ी।

इन कंपनियों के स्टॉक में भी बढ़ाया निवेश

KPR Mill, GlaxoSmithKline Pharma और Authum Investment में भी उनकी हिस्सेदारी पिछले साल जून तिमाही से इस साल जून तिमाही के बीच बढ़ी है। केपीआर मिल में पिछले साल जून के अंत में FPI की हिस्सेदारी 5 फीसदी थी, जो इस साल जून के अंत में बढ़कर 6.6 फीसदी हो गई। बाकी दोनों कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी में 1-1 फीसदी का इजाफा हुआ। खास बात यह है कि इन कंपनियों में FPI की हिस्सेदारी में तब इजाफा हुआ है, जब इंडियन मार्केट्स में उन्होंने ज्यादातर बिकवाली की है।

दिसंबर 2024 तिमाही से कर रहे हैं बिकवाली

एफपीआई की बिकवाली की बड़ी वजह इंडियन मार्केट्स की ज्यादा वैल्यूएशन है। मार्च 2025 तिमाही में एफपीआई ने इंडियन मार्केट्स में 13.5 अरब डॉलर की बिकवाली की थी। इससे पहले दिसंबर 2024 तिमाही में उन्होंने इंडियन मार्केट्स में 11.8 अरब डॉलर की नेट बिकवाली की थी। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के सीईओ एंड को-हेड प्रतीक गुप्ता ने कहा, "इंडियन मार्केट्स की वैल्यूएशन फॉरवर्ड अर्निंग्स का करीब 22 गुना बनी हुई है। इसके अलावा अर्निग्स ग्रोथ सुस्त पड़ रही है।"

यह भी पढ़ें: ICICI Bank Stocks: जून तिमाही में शानदार प्रदर्शन, क्या आपको इस स्टॉक में इनवेस्ट करना चाहिए?

इस साल अर्निंग्स ग्रोथ सिंगल डिजिट में रहेगी

उन्होंने कहा कि इस साल आईटी, कंज्यूमर और बैंकिंग सेक्टर में अर्निंग्स ग्रोथ सिंगल डिजिट में रहने का अनुमान है। हालांकि, 21 जुलाई को इंडियन मार्केट्स में तेजी दिखी। बाजार के प्रमुख सूचकांक Sensex और Nifty दोनों हरे निशान में बंद हुए। दोनों में करीब आधा फीसदी की मजबूती दिखी। निफ्टी बैंक में तो एक फीसदी से ज्यादा की तेजी दिखी।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/OdCc0Zt
via

यूपी में रह रहे इन परिवारों को मिलने जा रहा जमीन का बड़ा तोहफा, सीएम योगी ने दिया आदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रह रहे करीब 10,000 बांग्लादेशी हिन्दू रिफ्यूजी परिवारों को जमीन के कानूनी मालिकाना हक जल्द से जल्द देने की प्रक्रिया शुरू करें। उन्होंने कहा कि इस काम में देरी न हो और जल्द कार्रवाई की जाए।

सीएम योगी ने दिए ये आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कदम को एक "नैतिक जिम्मेदारी" बताते हुए कहा, "यह उन हजारों परिवारों के वर्षों पुराने संघर्ष को सम्मान देने का अवसर है, जिन्होंने भारत में शरण ली और अब तक उचित पुनर्वास का इंतजार कर रहे हैं। इन परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता और सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए।" मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "यह सिर्फ एक नीतिगत फैसला नहीं है, बल्कि उन विस्थापित परिवारों को न्याय दिलाने की दिशा में एक संवेदनशील और ऐतिहासिक पहल है, जो वर्षों से अनिश्चितता में जीवन जी रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "इस प्रयास को सामाजिक न्याय, मानवता और राष्ट्रीय जिम्मेदारी के दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। यह उन लोगों को सम्मान देने का एक अवसर है, जिनका जीवन लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रहा है।"

बंटवारे के बाद बांग्लादेश से आए थे हजारों परिवार

अधिकारियों के अनुसार, बंटवारे के बाद 1960 से 1975 के बीच बांग्लादेश से आए हजारों परिवार उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बिजनौर और रामपुर जैसे जिलों में बसाए गए थे। उस समय इन्हें अस्थायी शिविरों में रखा गया और खेती करने के लिए ज़मीन दी गई थी। लेकिन कागज़ों में गड़बड़ी और प्रशासन की लापरवाही के कारण आज भी ज़्यादातर परिवारों को उस ज़मीन का कानूनी हक नहीं मिल पाया है।

अभी तक नहीं मिला जमीन का कानूनी हक

वहीं इस बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि कई गांवों में ज़मीन तो आवंटित कर दी गई है, लेकिन वह ज़मीन वन विभाग के अधीन होने, अधूरी कागजी प्रक्रिया और जमीन पर कब्जा न होने जैसी वजहों से लोग अब तक कानूनी मालिक नहीं बन पाए हैं। कुछ जगहों पर दूसरे राज्यों से आए परिवार भी बसाए गए हैं, लेकिन उन्हें भी अब तक जमीन का कानूनी हक नहीं मिला है। ताजा जानकारी से यह भी पता चला है कि कई लोग सालों से उस ज़मीन पर खेती कर रहे हैं और पक्के घर भी बना चुके हैं, फिर भी उनके नाम अब तक सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हुए हैं।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/XOrDtLj
via

Sunday, July 20, 2025

कहीं आपके पैन कार्ड पर किसी और ने तो नहीं ले रखा है लोन? ऐसे चेक कीजिए

Loan on PAN Card: आजकल लोन ऑनलाइन फ्रॉड और पहचान की चोरी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। किसी और की आईडी से सिम लेने की बातें तो आपने सुनी होगी पर क्या कभी ये सुना है कि आपके पैन कार्ड पर किसी और ने पैसे भजा लिए हो? ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि कहीं आपके PAN कार्ड का इस्तेमाल करके किसी और ने आपके नाम पर लोन तो नहीं ले लिया है। दरअसल आपका PAN सीधे आपके क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़ा होता है, और इसके जरिए लिया गया कोई भी लोन चाहे आपकी सहमति से हो या बिना सहमति के, आपकी क्रेडिट रेटिंग और भविष्य में लोन लेने की आपकी क्षमता पर सीधा असर डालेगा।

आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे पता लगा सकते हैं कि आपके PAN कार्ड का यूज किसी और तो नहीं किया है? और अगर ऐसा है तो आपको क्या करना चाहिए।

1. रेगुलर चेक करें क्रेडिट रिपोर्ट

यह जानने का सबसे आसान तरीका कि आपके PAN पर कोई लोन लिया गया है या नहीं, अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देखना है। CIBIL, Experian, Equifax और CRIF High Mark जैसे क्रेडिट ब्यूरो आपके नाम पर लिए गए सभी लोन और क्रेडिट कार्ड का रिकॉर्ड रखते है। आप उनकी वेबसाइट पर जाकर अपना PAN और मोबाइल नंबर प्रमाणित करके फ्री में क्रेडिट रिपोर्ट का अनुरोध कर सकते हैं। इस रिपोर्ट में किसी भी अनजान अकाउंट या लोन रिकॉर्ड को चेक करें।

2. रिपोर्ट में इन 'रेड फ्लैग्स' पर नजर रखें

अपनी रिपोर्ट को देखते समय, उन लोन या क्रेडिट कार्ड्स की जांच करें जिनके लिए आपने आवेदन ही नहीं किया था। गलत अकाउंट नंबर, अनजान ऋणदाता के नाम, या ऐसी नई 'हार्ड इन्क्वायरीज' (जब कोई ऋणदाता आपके क्रेडिट की जांच करता है) जिन्हें आपने मंजूरी नहीं दी थी। ये इस बात के संकेत हैं कि किसी ने आपके PAN कार्ड का दुरुपयोग किया होगा। यदि आपको ऐसे कई रिकार्ड दिखते हैं, तो अपने क्रेडिट को और बिगड़ने से रोकने के लिए तुरंत एक्शन लें।

3. यदि आपको कोई फर्जी लोन मिले तो क्या करें?

यदि आपको कोई धोखाधड़ी वाला लोन मिलता है, तो तुरंत ऋणदाता को इसकी जानकारी दें और जिस क्रेडिट ब्यूरो ने इसकी रिपोर्ट की है। अधिकांश मामले क्रेडिट ब्यूरो द्वारा ऑनलाइन दर्ज किए जा सकते हैं। आपको पहचान का प्रमाण, संबंधित लोन के तथ्य और एक हस्ताक्षरित हलफनामा देना होगा। इसके अतिरिक्त PAN के दुरुपयोग के सबूत के साथ अपनी स्थानीय पुलिस के साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करें।

4. भविष्य में PAN के दुरुपयोग को कैसे रोकें?

  • अपने PAN कार्ड नंबर को कभी भी अनजान साइटों, ऐप्स या व्हाट्सएप फॉरवर्ड पर शेयर न करें।
  • इसे पब्लिक में या बिना किसी जरूरी काम के किसी को न दें।
  • यदि आपका PAN कार्ड खो जाता है, तो रिप्रिन्ट के लिए आवेदन करें और अगले कुछ महीनों में अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करें।
  • बैंक अकाउंट्स के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
  • अपने PAN से जुड़े लोन या क्रेडिट आवेदनों के लिए SMS/ईमेल नोटिफिकेशन एक्टिवेट करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या मैं अपने PAN से संबंधित लोन जानकारी ऑनलाइन देख सकता हूं?

हां, CIBIL, Experian, या CRIF जैसे किसी भी प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो की साइट पर जाएं और अपना PAN दर्ज करके अपनी क्रेडिट रिपोर्ट का अनुरोध करें। यह आपके नाम पर लिए गए सभी लोन और क्रेडिट कार्ड को दिखाएगा।

2. अगर कोई मेरे PAN का अवैध रूप से लोन प्राप्त करने के लिए दुरुपयोग करता है तो क्या होगा?

यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है और आपको आपकी जरूरत के समय लोन प्राप्त करने में भी समस्या पैदा कर सकता है। आपको तुरंत क्रेडिट ब्यूरो से मामला दर्ज करना होगा, ऋणदाता से शिकायत करनी होगी और पुलिस में शिकायत दर्ज करनी होगी।

3. मुझे अपनी क्रेडिट रिपोर्ट कितनी बार देखनी चाहिए?

आपको हर 3-6 महीने में अपना क्रेडिट रिपोर्ट चेक करना चाहिए। धोखाधड़ी का जल्द पता लगाने और अपने क्रेडिट स्कोर को हेल्दी रखने के लिए रेगुलर बेसिस पर क्रेडिट रिपोर्ट चेक करना एक बढ़िया ऑप्शन है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/LBFv4ng
via

Saturday, July 19, 2025

नहीं खुल रही EPFO की वेबसाइट? तो ये सरकारी ऐप करेगा मदद, मोबाइल पर मिल जाएगी PF स्टेटमेंट

EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने मेंबर्स को कई ऑनलाइन सुविधाएं देता है, जो आप उसके ऑफिशियल पोर्टल से इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन कभी-कभी वेबसाइट टेक्निकल प्रॉब्लम या डाउन होने की वजह से काम नहीं करती, जिससे यूजर्स को परेशानी होती है। खासतौर पर जब कोई PF बैलेंस चेक करना चाहता है या क्लेम फाइल करना हो। अब टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। UMANG ऐप की मदद से आप मोबाइल पर ही कई जरूरी PF सेवाओं का फायदा ले सकते हैं। अभी EPF खातों में 8.25% ब्याज भी क्रेडिट हो रहा है, तो ऐसे में PF बैलेंस और ब्याज चेक करने के लिए UMANG ऐप एक बहुत बढ़िया और आसान तरीका है।

क्या है UMANG ऐप?

UMANG ऐप यानी Unified Mobile Application for New-age Governance ऐप एक सरकारी मोबाइल प्लेटफॉर्म है, जो EPFO से जुड़ी लगभग सभी सर्विस स्मार्टफोन पर ही उपलब्ध कराता है। इसके जरिए PF बैलेंस देखना, क्लेम करना, UAN एक्टिवेट करना, स्कीम सर्टिफिकेट पाना आदि सब कुछ संभव है।

UMANG ऐप से मिलने वाली सर्विस

1. क्लेम दर्ज करें और ट्रैक करें

UMANG ऐप के जरिए EPF सदस्य पूरा या आंशिक क्लेम दायर कर सकते हैं। साथ ही, EPS-95 योजना के तहत पेंशन स्कीम सर्टिफिकेट के लिए भी अप्लाई किया जा सकता है।

2. पासबुक और ट्रांजेक्शन हिस्ट्री

PF सदस्य अपने खाते का पिछले 3 महीनों का ट्रांजेक्शन ऐप पर देख सकते हैं। डिटेल जानकारी PDF के रूप में डाउनलोड किया जा सकता है।

3. पेंशन पेमेंट ऑर्डर डाउनलोड करें

EPS-95 योजना से जुड़े सदस्य रिटायरमेंट के बाद पेंशन पाने के लिए जरूरी पेमेंट ऑर्डर UMANG ऐप से डाउनलोड कर सकते हैं।

4. UAN एलॉटमेंट और एक्टिवेशन

पहली बार यूजर UMANG ऐप के माध्यम से यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जनरेट और एक्टिवेट कर सकते हैं। इसमें फेस ऑथेंटिकेशन से पहचान सुनिश्चित की जाती है, जिससे प्रोसेस को आसान और सेफ बनाती है।

उमंग के साथ कर सकते हैं ये काम

शिकायत दर्ज करना और उसकी स्टेटस ट्रैक करना।

PF कार्यालयों की जानकारी और गूगल मैप्स के जरिए लोकेशन देना।

किसी संस्था के लिए पूरे वित्तीय वर्ष में जमा की गई कुल अमाउंट की जानकारी।

eMigrate पोर्टल पर दी रिक्वेस्ट के स्टेटस को चेक करना।

UMANG ऐप पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

वेबसाइट www.umang.gov.in पर जाएं।

ऊपर दाईं ओर Login/Register पर क्लिक करें

मोबाइल नंबर डालें और OTP से वेरीफाई करें

मोबाइल ऐप से Google Play या App Store से UMANG ऐप डाउनलोड करें।

Login/Sign-up पर क्लिक करें।

लोकेशन शेयर करने की अनुमति दें।

मोबाइल नंबर डालें और T&C स्वीकार करें।

 



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/JSbnA2X
via

Friday, July 18, 2025

MP NEET UG काउंसलिंग का शेड्यूल हुआ जारी, इस दिन से होगी रजिस्ट्रेशन की शुरुआत

MP NEET UG Counseling 2025: मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का सपना देख रहे छात्रों के लिए के लिए बड़ी खबर है। मध्य प्रदेश के मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट (DME) ने नीट यूजी 2025 के लिए राज्य स्तरीय काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया है। नीट यूजी परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार तय तारीख से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। डीएमई के जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट dme.mponline.gov.in पर शुरू होगी। छात्र वहां जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

एमपी नीट यूजी 2025 काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 21 जुलाई से शुरू होगा, छात्र 21 जुलाई से 29 जुलाई के बीच अपना आवेदन कर सकते हैं। काउंसलिंग की किसी भी जानकारी के लिए छात्रों को आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह दी गई है।

एमपी नीट यूजी 2025 का शेड्युल जारी

एमपी नीट यूजी 2025 काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 21 से 29 जुलाई तक होगा। 28 जुलाई को रिक्त सीटों की लिस्ट जारी की जाएगी और 29 जुलाई तक उम्मीदवार इस पर अपना ऑब्जेक्शन दर्ज कर सकेंगे। अंतिम रिक्तियों और राज्य मेरिट लिस्ट 30 जुलाई को आएगा। इसके बाद 31 जुलाई से 4 अगस्त तक छात्र अपनी पसंद के कॉलेजों के ऑप्शन भरकर लॉक कर सकेंगे। पहले चरण की सीट अलॉटमेंट लिस्ट 6 अगस्त को आएगी। जिन छात्रों को सीट मिलेगी, वे 7 से 11 अगस्त के बीच संबंधित कॉलेज में जाकर डाक्युमेंट्स जमा कर सकते हैं। अगर कोई छात्र एडमिशन रद्द करना चाहता है या बेहतर विकल्प के लिए अपग्रेडेशन चुनना चाहता है, तो वह 7 से 16 अगस्त के बीच यह प्रक्रिया पूरी कर सकता है।

कैसे करें आवेदन

  • स्टेप 1: सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट dme.mponline.gov.in पर जाएं और "DME MBBS/BDS काउंसलिंग" ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • स्टेप 2: होमपेज पर 'प्रोफाइल बनाएं' ऑप्शन सेलेक्ट करके अपना नीट यूजी रोल नंबर और पासवर्ड दर्ज करें।
  • स्टेप 3: 'रजिस्ट्रेशन फॉर्म' में सभी जरूरी जानकारियां ध्यान पूर्वक भरें।
  • स्टेप 4: सभी डिटेल्स भरने के बाद आवेदन शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करें।
  • स्टेप 5: भविष्य की जरुरत के लिए इसका प्रिंट निकालकर सुरक्षित रखें।


from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/RVn98uY
via

HDFC Bank को चीन के केंद्रीय बैंक को बोनस शेयर जारी करने में आएगी दिक्कत, जानिए क्या है पूरा मामला

एचडीएफसी बैंक के प्रस्तावित बोनस शेयरों के मामले में एक पेच फंस रहा है। एचडीएफसी बैंक बोनस शेयर इश्यू करने पर विचार कर रहा है। इस प्रस्ताव पर एचडीएफसी बैंक का बोर्ड 19 जुलाई को फैसला ले सकता है। चीन के केंद्रीय बैंक पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीसी) का एचडीएफसी बैंक में इनवेस्टमेंट है। इस वजह से एचडीएफसी बैंक को पीबीसी को भी बोनस शेयर इश्यू करने होंगे। लेकिन, भारत सरकार का एक नियम इसमें बड़ा रोड़ा बन रहा है।

सरकार के नियम में क्या कहा गया है

इंडियन गवर्नमेंट ने 2020 में एक सर्कुलर जारी किया था। इसके मुताबिक, अगर इंडिया का कोई बैंक चीन की किसी एनटिटी को नए शेयर इश्यू करना चाहता है तो इसके लिए उसे पहले सरकार की मंजूरी लेनी होगी। हालांकि, यह साफ है कि बोनस शेयर इश्यू होने की वजह से एचडीएफसी बैंक में पीपल्स बैंक ऑफ चाइना की हिस्सेदारी नहीं बढ़ेगी। इससे एचडीएफसी बैंक को कोई नहीं पूंजी भी नहीं मिलेगी। लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है कि बोनस शेयर से PBC के पास एचडीएफसी बैंक के कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाएगी। इसलिए तकनीकी रूप से पीबीसी को बोनस शेयर इश्यू करने के लिए सरकार की मंजूरी की जरूरत पड़ेगी।

सरकार के नियम का उल्लंघन होने की आशंका

Areete Law Offices के पार्टनर अमित सिंघानिया ने कहा, "बोनस इश्यू के बाद भी शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में किसी तरह का बदलाव नहीं होता है। फीसदी में शेयरहोल्डिंग भी नहीं बदलती है। हालांकि, अगर सरकार के प्रेस नोट 3 का मतलब निकाला जाए तो ऐसा लगता है कि पीबीसी को बोनस इश्यू में शेयर जारी करने से नियमों का उल्लंघन होगा। इस मामले से सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण जरूरी है।" एचडीएफसी बैंक का यह पहला बोनस इश्यू होगा।

एचडीएफसी बैंक में PBC की 0.5 फीसदी हिस्सेदारी

एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इस बैंक में चीन के केंद्रीय बैंक PBC की करीब 0.5 फीसदी हिस्सेदारी है। पीबीसी के पास एचडीएफसी बैंक के 3.4 करोड़ शेयर्स हैं। इनकी वैल्यू करीब 80 करोड़ डॉलर है। 2020 में एक समय एचडीएफसी में चीन के केंद्रीय बैंक की हिस्सेदारी 1 फीसदी से ज्यादा हो गई थी। इस पर इंडिया में गंभीर चिंता जताई गई थी। यह माना गया था कि इससे इंडिया की फाइनेंशियल कंपनियों और बैंकों में चीन का असर बढ़ सकता था। तब एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी का विलय नहीं हुआ था।

यह भी पढ़ें: RBI के निर्देश पर IndusInd Bank को सीईओ की तलाश का दायरा बढ़ाना पड़ सकता है, जानिए क्या है यह पूरा मामला

एचडीएफसी बैंक इंडिया का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक

एचडीएफसी प्राइवट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक है। 2023 में एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय हो गया था। इसके बाद एचडीएफसी बैंक का आकार और ताकत काफी बढ़ गया। एचडीएफसी होम लोन देने वाली इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी थी। 18 जुलाई को एचडीएफसी बैंक का शेयर 1.48 फीसदी गिरकर 1,957 रुपये पर बंद हुआ।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/YiDcK6A
via

UP Teacher Vacancy 2025: यूपी में सरकारी टीचर के 7,666 पदों पर निकली वैकेंसी, जानें- योग्यता और सैलरी समेत सबकुछ

UP LT Grade Teacher Vacancy 2025: उत्तर प्रदेश में टीचर भर्ती का लंबे समय से इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए गुड न्यूज है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने एलटी ग्रेड टीचर भर्ती की घोषणा कर दी है। UPPSC ने कुल 7,666 टीचर के पदों पर वैकेंसी निकाली हैं। इस भर्ती के लिए 28 जुलाई से आवेदन शुरू होंगे। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आखिरी तारीख 28 अगस्त 2025 तक यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकेंगे।

इस भर्ती अभियान के लिए आवेदन शुरू होने से पहले इसका डिटेल नोटिफिकेशन भी आयोग की तरफ से जारी किया जाएगा। टीचर फिल्ड में सफल करियर बनाने के इच्छुक B.Ed ग्रेजुएट या समकक्ष डिग्री धारकों के लिए यह एक शानदार अवसर है। एलटी ग्रेड टीचर भर्ती पहली बार प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा के माध्यम से होगी।

शॉर्ट नोटिफिकेशन के अनुसार, एलटी ग्रेड टीचर पद के लिए विस्तृत अधिसूचना और आवेदन पत्र 28 जुलाई, 2025 को जारी किया जाएगा। संबंधित विषय में ग्रेजुएट, B.Ed डिग्री और 21-40 वर्ष की आयु के उम्मीदवार इस भर्ती अभियान के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यूपी एलटी ग्रेड टीचर भार्ती 2025 के बारे में अधिक जानकारी फाइनल नोटिफिकेशन में जारी की जाएगी।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर यूपी एलटी ग्रेड टीचर भर्तियों का डिटेल्स जारी करेगा। पुरुष, महिला और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए कुल 7,466 एलटी शिक्षक भर्ती की घोषणा एक संक्षिप्त अधिसूचना के माध्यम से की गई है।

कुल 7466 एलटी ग्रेड टीचर के पदों में से 4,860 पद पुरुष उम्मीदवारों के लिए, 2525 पद महिला उम्मीदवारों के लिए और 81 पद दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। पदों की संख्या जरूरत के मुताबिक घट-बढ़ सकती है। यूपी में एलटी ग्रेड टीचर की भर्ती करीब सात साल बाद आई है।

इससे पहले यूपी साल 2018 में 10,768 पदों पर भर्ती निकाली गई थी. तब लिखित एग्जाम के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी हुई थी। इस बार चयन प्रक्रिया में बदलाव किए गए हैं। NDTV के मुताबिक अब परीक्षा फेज वाइज की जाएगी। इस बदलाव के चलते कुछ सब्जेक्ट में बीएड की अनिवार्यता से छूट दी गई है।

ये भी पढ़ें- Sarkari Naukri 2025: इंडियन नेवी में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा अवसर! सम्मान के साथ मिलेगी शानदार सैलरी, डायरेक्ट लिंक से तुरंत करें अप्लाई

यूपी एलटी ग्रेड टीचर के लिए आवेदन करते समय उम्मीदवारों की न्यूनतम उम्र 1 जुलाई, 2025 तक 21 वर्ष होनी चाहिए। यानी जिनका जन्म 2 जुलाई 1985 और 1 जुलाई 2004 के बीच हुआ है वे इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। योग्य अभ्यर्थियों को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट्स देखने की सलाह दी जाती है ताकि कोई जरूरी सूचना मिस न हो।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/5XbSrnG
via

TGV SRAAC ने 2.50 MW सोलर पावर क्षमता जोड़ी, कुल कैपासिटी बढ़कर 40.40 MW हुई

TGV SRAAC लिमिटेड ने 2.50 MW सोलर पावर क्षमता जोड़ने की घोषणा की, जिससे कंपनी की कुल सोलर पावर उत्पादन क्षमता 40.40 MW हो गई। यह विस्तार 4 फरवरी, 2025 को BSE को पहले किए गए सबमिशन के बाद हुआ है।
सोलर पावर क्षमता में वृद्धि
विवरण जानकारी
पिछली सोलर पावर क्षमता 37.90 MW
अतिरिक्त 2.50 MW
कुल सोलर पावर क्षमता 40.40 MW

परिचालन संबंधी मुख्य बातें

कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 2.50 MW सोलर पावर क्षमता का जुड़ना टिकाऊ ऊर्जा उत्पादन की दिशा में एक कदम है।

रणनीतिक निहितार्थ

बढ़ी हुई सोलर पावर क्षमता से कंपनी की ऊर्जा दक्षता बढ़ती है और कार्बन फुटप्रिंट कम होता है। यह पर्यावरण स्थिरता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है और इससे लंबे समय में लागत बचत हो सकती है।

कंपनी की जानकारी

TGV SRAAC लिमिटेड एक कंपनी है जो टिकाऊ और कुशल ऊर्जा समाधानों पर केंद्रित है। कंपनी अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का विस्तार करना जारी रखे हुए है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/IK6bsSq
via

Thursday, July 17, 2025

नहीं बंद किया PPF, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट तो फ्रीज हो जाएंगे अकाउंट, पोस्ट ऑफिस ने बदले सभी नियम

Small Saving Scheme: अगर आपने पोस्ट ऑफिस की किसी स्मॉल सेविंग स्कीम में पैसा लगाया है तो अब अलर्ट हो जाइए। अगर आपने सेविंग स्कीम के मैच्योर होने तीन साल बाद भी अकाउंट बंद नहीं किया है, या आगे नहीं बढ़ाया है, तो अब आपका स्मॉल सेविंग अकाउंट फ्रीज हो सकता है। फ्रीज होने का मलतब है कि आप उस योजना से पैसा नहीं निकाल सकते। पोस्ट ऑफिस ने अब ऐसे स्मॉल सेविंग अकाउंट को फ्रीज करना शुरू कर दिया है।

हर साल 2 बार होगा सेविंग स्कीम अकाउंट फ्रीज करने का प्रोसेस

पोस्ट ऑफिस ने यह आदेश 15 जुलाई 2025 को जारी किया है। नए आदेश में कहा गया है कि यह प्रोसेस अब हर साल दो बार 1 जुलाई और 1 जनवरी से शुरू होगा। ये पूरा प्रोसेस 15 दिनों के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसका मकसद यह तय करना है कि जमा की गई मेहनत की कमाई सेफ रहे और इसका गलत इस्तेमाल न हो।

किन खातों को किया जाएगा फ्रीज?

यह नियम उन खातों पर लागू होगा जो मैच्योरिटी के बाद तीन साल तक निष्क्रिय रहे हैं। यानी जिन्हे न ही बंद किया और न ही आगे बढ़ाया गया। अब ऐसे अकाउंट को फ्रीज कर दिया जाएगा। इनमें ये सभी तरह के अकाउंट शामिल है।

टाइम डिपॉजिट (Time Deposit)

मंथली इनकम स्कीम (MIS)

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)

सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)

किसान विकास पत्र (KVP)

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

रेकरिंग डिपॉजिट (RD)

समॉल सेविंग अकाउंट फ्रीज होने पर क्या होगा?

अगर कोई खाता फ्रीज हो जाता है, तो उसमें से कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं किया जा सकता। यानी, आप न तो पैसा निकाल सकते हैं। न ही पैसा जमा कर सकते हैं। आप कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन सर्विस, स्टैंडिंग ऑर्डर या किसी भी तरह की डिजिटल सर्विस बंद हो जाएगी।

फ्रीज अकाउंट को दोबारा कैसे कर सकते हैं शुरू?

अगर आपका अकाउंट फ्रीज हो गया है, तो आप उसे दोबारा चालू कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर कुछ डॉक्यूमेंट देने होंगे।

फ्रीज अकाउंट की पासबुक या सर्टिफिकेट

KYC डॉक्यूमेंट – जैसे आधार कार्ड/पता प्रमाण, पैन कार्ड और मोबाइल नंबर

अकाउंट क्लोजर फॉर्म (SB-7A)

बैंक खाते की डिटेल जहां मैच्योरिटी का पैसा भेजना है। साथ ही कैंसिल चेक या बैंक पासबुक की कॉपी देनी होगी।

जांच के बाद ही आपको पैसा मिलेगा। पोस्ट ऑफिस अधिकारी पहले आपके डॉक्यूमेंट्स और सिग्नेचर की जांच करेंगे। जब वे यह तय कर लेंगे कि आप ही सही अकाउंटहोल्डर हैं, तो तब जाकर आपका खाता अनफ्रीज किया जाएगा। फिर मैच्योरिटी की रकम आपके सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

यदि आपने भी पोस्ट ऑफिस की किसी स्कीम में निवेश किया है और वह मैच्योर हो चुकी है। तो जल्द से जल्द उसे बढ़वाएं या बंद करवाएं। ताकि आपको आगे किसी भी तरही की परेशानी न हो।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/MsjT9R2
via

Wednesday, July 16, 2025

L&T Technology Services Result: पहली तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट मामूली ग्रोथ के साथ 316.1 करोड़ रुपए रहा

L&T Technology Services (LTTS) ने फिस्कल ईयर 2026 की पहली तिमाही के लिए कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल 0.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ ₹316.1 करोड़ दर्ज किया। जबकि ऑपरेशन से रेवेन्यू 16.4 प्रतिशत बढ़कर ₹2,866 करोड़ हो गया। USD में कंपनी का रेवेन्यू $335.3 मिलियन था, जो साल-दर-साल 13.6 प्रतिशत की वृद्धि है।

Q1 वित्त वर्ष 26 फाइनेंशियल नतीजे (₹ करोड़ में)
पैमाना Q1 वित्त वर्ष 26 Q1 वित्त वर्ष 25 साल-दर-साल बदलाव Q4 वित्त वर्ष 25 तिमाही-दर-तिमाही बदलाव
नेट प्रॉफिट 315.7 313.6 +0.7 प्रतिशत 311.1 +1.5 प्रतिशत
रेवेन्यू 2,866.0 2,461.9 +16.4 प्रतिशत 2,982.4 -3.9 प्रतिशत
EBIT 381.3 383.6 -0.6 प्रतिशत 393.9 -3.2 प्रतिशत
EBIT मार्जिन 13.3 प्रतिशत 15.6 प्रतिशत 13.2 प्रतिशत

फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

रुपए के लिहाज से देखें तो Q1 वित्त वर्ष 26 के लिए रेवेन्यू ₹28,660 मिलियन था, जो साल-दर-साल 16.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, लेकिन तिमाही-दर-तिमाही 3.9 प्रतिशत की कमी दर्शाता है। कंपनी का EBIT ₹3,813 मिलियन था, जिसका EBIT मार्जिन 13.3 प्रतिशत था। नेट इनकम ₹3,157 मिलियन रहा, जो साल-दर-साल 0.7 प्रतिशत की वृद्धि और तिमाही-दर-तिमाही 1.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। नेट इनकम मार्जिन 11.0 प्रतिशत था।

USD के संदर्भ में, रेवेन्यू $335.3 मिलियन था, जो साल-दर-साल 13.6 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 2.9 प्रतिशत कम है। स्थिर मुद्रा में, रेवेन्यू में साल-दर-साल 12.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई और तिमाही-दर-तिमाही 4.2 प्रतिशत की कमी आई।

रणनीतिक पहल

LTTS क्लाइंट एंगेजमेंट और डील जीतने के लिए AI और ऑटोमेशन का लाभ उठा रहा है। कंपनी ने क्लाइंट के लिए कई AI प्रोग्राम तैनात किए हैं और इस डोमेन में 206 पेटेंट फाइल किए हैं। इसके अतिरिक्त, LTTS वैश्विक ग्राहकों के लिए प्रोडक्ट डेवलपमेंट लाइफसाइकल को तेज करने के लिए अपना मालिकाना AI फ्रेमवर्क PLxAI लॉन्च कर रहा है। PLxAI स्मार्ट प्रॉम्प्टिंग, प्रासंगिक इंटेलिजेंस और एजेंटिक वर्कफ़्लो को मिलाकर प्रोडक्ट लाइफसाइकल को काफी कम कर देता है और इसे मोबिलिटी सेगमेंट से अन्य सेगमेंट में बढ़ाया गया है।

सेगमेंट परफॉर्मेंस

    • मोबिलिटी: रेवेन्यू का 29.6 प्रतिशत, साल-दर-साल 4.4 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 1.5 प्रतिशत की कमी।
    • सस्टेनेबिलिटी: रेवेन्यू का 30.8 प्रतिशत, साल-दर-साल 16.4 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 4.1 प्रतिशत की वृद्धि।
    • टेक: रेवेन्यू का 39.6 प्रतिशत, साल-दर-साल 29.4 प्रतिशत की वृद्धि लेकिन तिमाही-दर-तिमाही 8.5 प्रतिशत की कमी।

मैनेजमेंट कमेंट्री

L&T Technology Services Limited के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर अमित चड्ढा ने कहा कि कंपनी ने बड़े सौदों में मजबूत गति के साथ वित्तीय वर्ष की शुरुआत की।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/HZoOM23
via

Tuesday, July 15, 2025

Ananya Birla: 'आप बिड़ला की बेटी हैं.. सीमेंट वाले...?'; यूजर्स के सवाल पर अनन्या बिड़ला का मजेदार जवाब वायरल

Ananya Birla Viral News: मशहूर उद्योगपति एवं आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला की बड़ी बेटी अनन्या बिरला एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा में बनी हुई हैं। अनन्या बिड़ला ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक सवाल-जवाब सेशन के जरिए फैंस से बातचीत की। बता दें कि अनन्या बिड़ला ना सिर्फ एक सक्सेफुल बिजनेसवुमन हैं, बल्कि एक शानदार सिंगर भी हैं। अरबपति कुमार मंगलम बिड़ला की सबसे बड़ी बेटी ने अपने 'आस्क मी एनीथिंग' सेशन के दौरान X पर कई सवालों के जवाब दिए। इस दौरान कुछ यूजर्स ने ऐसे मजेदार सवाल किए जिसका जवाब अब वायरल हो गया है।

अरबपति बिड़ला परिवार की छठी पीढ़ी की वंशज 30 वर्षीय अनन्या बिड़ला ने हर सवाल का जवाब बड़ी ही चतुराई और ईमानदारी से दिया। हालांकि, उनके एक जवाब को दूसरों की तुलना में ज्यादा शेयर किया जा रहा है। इसमें एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में उनसे पूछा, "आप वही बिड़ला की बेटी हो? सीमेंट वाले...?" इस सवाल को लेकर अनन्या ने जो जवाब दिया उसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है।

उन्होंने जवाब दिया, "हां जी। पिछली बार जब मैंने चेक किया था, तो नाम अल्ट्रा टेक था।" उनके इस जवाब को खबर लिखे जाने तक 13 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है और दर्जनों मजेदार कमेंट आए हैं। इस पोस्ट को 15,000 यूजर्स ने लाइक किया है। एक व्यक्ति ने कमेंट सेक्शन में लिखा, "यह अब तक का सबसे अजीब सवाल है, हाहा...।" एक अन्य ने इसे "हास्य और उदारता का शानदार संतुलन" करार दिया।

मुंबई स्थित आदित्य बिड़ला ग्रुप की प्रमुख कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड, ग्रे सीमेंट, रेडी-मिक्स कंक्रीट (RMC) और व्हाइट सीमेंट का भारत का सबसे बड़ा निर्माता है। यह दुनिया भर में पांचवां सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक है।

अनन्या बिड़ला, आदित्य बिड़ला ग्रुप के प्रमुख कुमार मंगलम बिड़ला और उनकी पत्नी नीरजा बिड़ला की सबसे बड़ी बेटी हैं। उन्होंने अपने म्यूजिक करियर के जरिए सार्वजनिक जीवन में लोकप्रियता हासिल की। मुंबई की रहने वाली अनन्या ने 17 साल की उम्र में स्वतंत्र माइक्रोफिन प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की।

ये भी पढे़ं- एक बार टूटा दिल तो प्यार पर दोबारा भरोसा नहीं कर पाईं बॉलीवुड की ये एक्ट्रेस, लिस्ट में कई चौंकाने वाले नाम

बाद में वह लक्जरी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म यूनिट Asai की संस्थापक भी बनीं। 30 साल की अनन्या आदित्य बिड़ला ग्रुप के मुख्य व्यवसाय में भी पूरी तरह से उतर चुकी हैं। अब वह ग्रुप की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों जैसे Grasim, Hindalco और ABFRL के बोर्ड में शामिल हैं। अनन्या ने 17 साल की उम्र में ही Svatantra Microfin की स्थापना की। बाद में उन्होंने लग्जरी E-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Ikai Asai की स्थापना की।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/TmDN8zQ
via

RBI अगस्त की मॉनेटरी पॉलिसी में इंटरेस्ट रेट घटा सकता है, सस्ता होंगे होम और ऑटो लोन

पिछले महीने की शुरुआत में आरबीआई ने इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कमी की थी। यह रेपो रेट में उम्मीद से ज्यादा कमी थी। हालांकि, आरबीआई ने इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेपो रेट में यह कमी की थी। इस साल आरबीआई रेपो रेट में लगातार दो बार कमी कर चुका है। हाल तक एक्सपर्ट्स का यह मानना था कि आरबीआई अगस्त में रेपो रेट में कमी नहीं करेगा। लेकिन, 14 जुलाई को रिटेल इनफ्लेशन का डेटा आने के बाद एक्सपर्ट्स की राय बदलती दिख रही है।

जून में रिटेल इनफ्लेशन में तेज गिरावट

जून में रिटेल इनफ्लेशन में तेज गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में अगस्त में RBI रेपो रेट में कमी कर सकता है। आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने एक इंटरव्यू में कहा था, "हमारा रुख न्यूट्रल है। इसका मतलब है कि न सिर्फ करेंट डेटा बल्कि आउटलुक के हिसाब से हम किसी भी दिशा में फैसला ले सकते है।" दरअसल, आरबीआई काफी समय से इनफ्लेशन को कंट्रोल में करने पर फोकस करता आया है। जब इनफ्लेशन पूरी तरह से नियंत्रण में आ गया है तो रेपो रेट में कमी के रास्ते में अब किसी तरह की बाधा नहीं रह गई है। RBI की मॉनेटरी पॉलिसी की अलगी बैठक 4 अगस्त को शुरू होने वाली है।

इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़ाने पर RBI का फोकस

RBI का फोकस अब ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने पर होगा। अगर केंद्रीय बैंक रेपो रेट में कमी करता है तो इससे कर्ज सस्ता होगा। इससे इकोनॉमी में डिमांड बढ़ेगी, जिससे कंजम्प्शन को बढ़ावा मिलेगा। इस साल रेपो रेट में कमी के बाद बैंकों ने होम लोन और दूसरे लोन के इंटरेस्ट में कमी की है। लेकिन, अभी डिमांड पर इसका ज्यादा असर नहीं दिखा है। जून के ऑटो सेल्स के आंकड़ों पर इसका असर देखने को नहीं मिला। शहरी इलाकों में डिमांड कमजोर बनी हुई है।

इंटरेस्ट रेट घटने से इकोनॉमी में डिमांड बढ़ेगी

केंद्रीय बैंक इकोनॉमी में मांग बढ़ाने के लिए कर्ज को सस्ता करने के लिए कदम उठा सकता है। कर्ज सस्ता होने से रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर को खास फायदा होगा। अगर होम लोन सस्ता होने से लोगों की दिलचस्पी घर खरीदने में बढ़ती है तो इससे स्टील, सीमेंट, लाइटिंग सहित की दूसरे सेक्टर में भी तेजी देखने को मिलेगी। ऑटो सेक्टर में सेल्स बढ़ने का फायदा ऑटो एंसिलियरी और टायर बनाने वाली कंपनियों को मिलेगा।

यह भी पढ़ें: Aadhaar कार्ड में बदलना है मोबाइल नंबर? जानिए स्टेप बाय स्टेप आसान तरीका

इंडिया दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था

RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा था कि 6.5 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ अनुमान के मुताबिक है। उन्होंने कहा था कि इकोनॉमी के बारे में मिलेजुले संकेत मिल रहे हैं। अच्छी बात यह है कि इस साल मानसून की बारिश बेहतर रहने की उम्मीद है। कंज्यूमर सर्वे के नतीजें भी उत्साहजनक हैं। टैरिफ को लेकर बातचीत चल रही है। इससे ग्रोथ की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, इंडिया अब भी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/cehvb07
via

Shubhanshu Shukla: धरती पर लौटने के बाद भी घर नहीं जा पाएंगे शुभांशु शुक्ला, 30 दिनों तक इस प्रोसेस से गुजरेंगे एस्ट्रोनॉट

Shubhanshu Shukla : इंडियन एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला आज अपना मिशन पूरा कर चार एस्ट्रोनॉट के साथ धरती पर वपास लौट आए हैं। शुंभाशु ने अपने इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष में करीब 18 दिन का समय बिताया है। करीब 23 घंटे के सफर के बाद उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट कैलिफोर्निया के तट पर स्प्लैशडाउन किया है। धरती पर वापस आने के बाद शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष यात्रा का अंत नहीं है, बल्कि भारत के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नए दौर की शुरुआत भी है।

 भारत में नए युग की शुरुआत

एक्सिओम-4 मिशन में मिला उनका अनुभव आने वाले वर्षों में देश की अंतरिक्ष नीति, वैज्ञानिक खोजों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में मदद करेगा। यह अनुभव गगनयान-4 की 2027 में होने वाली उड़ान, 2035 तक भारत में बनाए जाने वाले अंतरिक्ष स्टेशन और 2040 तक के चंद्र मिशन जैसे बड़े लक्ष्यों की दिशा में उपयोगी साबित होगा।

अभी क्वारंटीन में रहेंगे शुभांशु 

शुभांशु शुक्ला के पृथ्वी पर लौटने के बाद अब उनके आगे के सफर पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें और उनके साथियों को अब अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया जाएगा, जहाँ वे लगभग 10 दिनों तक क्वारंटीन में रहेंगे। इस दौरान डॉक्टर उनकी हेल्थ, मानसिक स्थिति, हड्डियों की ताकत, बैलेंस, हार्ट बीट और रोग प्रतिरोधक क्षमता की जांच करेंगे, ताकि उनका शरीर दोबारा पृथ्वी के माहौल के अनुसार ढल सके।

फिर होगी डीब्रीफिंग प्रोसेस 

स्वस्थ होने के बाद शुक्ला एक डीब्रीफिंग प्रोसेस में हिस्सा लेंगे, जहां वे अपने मिशन के अनुभव और gathered जानकारियां साझा करेंगे। इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष स्टेशन पर 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए गए, जिनमें कई इसरो और भारतीय वैज्ञानिक संस्थानों द्वारा तैयार किए गए थे। इन प्रयोगों में हड्डियों और मांसपेशियों पर माइक्रोग्रैविटी का असर, मानसिक क्षमता से जुड़ी चुनौतियाँ, अंतरिक्ष में जीवन समर्थन के लिए शैवाल की भूमिका और शरीर की निगरानी के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल शामिल था। इन अध्ययनों के नतीजे भारत की भविष्य की मानव अंतरिक्ष उड़ानों की योजना को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।

इस दिन भारत लौट सकते हैं शुभांशु

रिपोर्टों के मुताबिक, शुक्ला के 17 अगस्त के आस-पास भारत लौटने की संभावना है। लखनऊ में उनका परिवार उन्हें देखने के लिए बेहद उत्सुक है। सिर्फ उनका परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा शहर और देश भी गर्व और खुशी के साथ उनकी वापसी का इंतज़ार कर रहा है। शुक्ला के पास 2,000 घंटे से ज़्यादा का लड़ाकू विमानों पर उड़ान का अनुभव है, और उन्हें 2019 में भारत के गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए भी चुना गया था। उनका हालिया मिशन भारत के गगनयान कार्यक्रम की तैयारी का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है। इसरो अब 2027 की शुरुआत में गगनयान-4 के जरिए पहली मानवयुक्त उड़ान भेजने की योजना बना रहा है। इस मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों की ट्रेनिंग से लेकर ज़रूरी व्यवस्थाओं तक का अनुमानित खर्च करीब 600 करोड़ रुपये रखा गया है।

भारत के फ्यूचर प्लान में मदद

एक अनुभवी पायलट और इस मिशन के हिस्से के रूप में, शुक्ला अपने अनुभवों के ज़रिए ट्रेनिंग, अंतरिक्ष में रीयल-टाइम डेटा संचालन, मानसिक तैयारी और वैज्ञानिक प्रयोगों से जुड़ी अहम जानकारियां साझा करेंगे। उनका यह फीडबैक भारत की भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं को बेहतर और सुरक्षित बनाने में मदद करेगा। खुद शुभांशु शुक्ला ने भी यह कहा है कि उनका मिशन केवल विज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि इसका असर भविष्य की बड़ी योजनाओं पर भी पड़ेगा। इसरो प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने शुक्ला की वापसी के बाद किए गए सभी प्रयोगों और गतिविधियों को ठीक से दर्ज करने की अहमियत बताई है, ताकि गगनयान मिशन को और बेहतर बनाया जा सके। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर मिशन का अनुभव हासिल करने के बाद, शुक्ला अब भविष्य की गगनयान उड़ानों और भारत के अपने अंतरिक्ष स्टेशन की तैयारी में अहम भूमिका निभाएंगे।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/2mT4f0b
via