Monday, July 28, 2025

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया चुनाव 2025: एक बार फिर BJP vs BJP

दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में चुनावों की गहमा गहमी शुरू हो गई है। वोटिंग 12 अगस्त को होगी। इसमें सचिव (प्रशासन) और 11 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव किया जाएगा। इस बार मुकाबला हाई प्रोफाइल हो गया है, क्योंकि इस बार सचिव (प्रशासन) पद के लिए बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं– राजीव प्रताप रूडी और डॉ. संजीव बालियान के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। एक तरफ रूडी हैं, जो पहले चुनावों से अब तक इस पद का चुनाव जीतते रहे हैं और क्लब के कायाकल्प के हीरो रहे हैं। वहीं संजीव बालियान पिछला लोकसभा चुनाव हार गए थे। अब बालियान रूडी से दो-दो हाथ करने के लिए मैदान मे जुटे हैं।

क्लब की चुनावी परंपरा कोई नया या असाधारण घटनाक्रम नहीं है। ये चुनाव चौथी बार हो रहा है। इससे पहले 2009, 2014 और 2019 में चुनाव हो चुके हैं। इसके पहले भी बीजपी के ही विजय गोयल और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद क्लब का चुनाव लड़ चुके हैं। यही परंपरा क्लब की लोकतांत्रिक परिपक्वता को दर्शाता है। इस बार के चुनावों की खास बात ये है कि मतदान से पहले ही DMK के तिरुचि सिवा, सचिव संस्कृति, कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला, खेल सचिव और कोषाध्यक्ष के पद पर एपी जितेंद्र रेड्डी निर्वाचित हुए हैं। इन पदों पर दो-दो नामांकन हुए थे, लेकिन नाम वापसी के बाद ये नेता निर्विरोध चुने गए। कार्यकारी सदस्य के लिए 11 पदों के लिए कुल 14 नामांकन प्राप्त हुए हैं। इनमें शिवसेना, टीएमसी, एसपी, बीजेपी, कांग्रेस समेत सभी दलों के सांसद शामिल हैं। जाहिर है ये क्लब के अंदर राजनीतिक सहभागिता को दर्शाता है।

संविधान सभा से जुड़ा है कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का इतिहास

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब की स्थापना 1947 में संविधान सभा के सदस्यों के संवाद यानी बातचीत और चर्ता करने के लिए हुई थी। बाद में इसे सांसदों के क्लब के रूप में मान्यता मिली। इसकी औपचारिक संरचना 1965 में राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा उद्घाटन के साथ स्थापित हुई। साल 1998-99 में लोकसभा अध्यक्ष स्व. जीएमसी बालयोगी ने एक विन कमेटी गठित की, जिसमें राजीव प्रताप रूडी, हन्नान मौला जैसे सदस्य शामिल थे।

इस कमेटी के माध्यम से क्लब में आवश्यक सुधारों की नींव पड़ी और रूडी को सचिव (प्रशासन) के रूप में नामित किया गया। 2002 में क्लब को सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत पंजीकृत किया गया, जिससे इसे संवैधानिक दर्जा प्राप्त हुआ। तत्कालिन लोकसभा अध्यक्ष स्व. सोमनाथ चटर्जी के निर्णयानुसार क्लब में चुनाव बेस्ड गवर्निंग व्यवस्था की शुरुआत हुई।

संविधान सभा के संवाद मंच के रूप में 1947 में क्लब की शुरुआत हुई थी। क्लब की गवर्निंग बॉडी के चुनाव अब नियमित प्रक्रिया हैं। 2 अगस्त 2008 को बायलॉज स्वीकृत हुए और 18 फरवरी 2009 को पहले चुनाव हुए। क्लब की सदस्यता केवल वर्तमान और पूर्व सांसदों को ही है। मौजूदा वोटर लिस्ट में लगभग 1200 से ज्यादा सदस्य हैं, जिनमें देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री जैसे शीर्ष नेता शामिल हैं। नियमों के मुताबिक सिर्फ क्लब की सदस्यता लेने वाले सांसद व पूर्व सांसद ही मतदान कर सकते हैं।

जर्जर अवस्था से निकल कर आधुनिक बना कॉन्स्टीट्यूशन क्लब

पिछले तीन चुनावों से जीत रहे सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के नेतृत्व में क्लब ने एक उपेक्षित और जर्जर अवस्था से आधुनिक बहुउपयोगी संसदीय क्लब का स्वरूप प्राप्त किया है। क्लब आज सभी राजनीतिक दलों की बैठकों, सामाजिक आयोजनों और सांसदों के निजी कार्यक्रमों का भी प्रमुख केंद्र बन चुका है।

आज क्लब में आधुनिक रेस्टोरेंट, जिम, स्पा, स्विमिंग पूल, बैडमिंटन कोर्ट, क्रिकेट नेट और मल्टीपर्पज हॉल जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जहां सभी दलों की राजनीतिक बैठकें, सामाजिक समारोह और यहां तक कि पारिवारिक आयोजनों का भी आयोजन नियमित रूप से होता है। अब तक दलगत राजनीति से परे हटकर सांसद और पूर्व सांसद इस संस्था को खुले दिल से अपनाने लगे हैं।

पहले जहां लोग कम संख्या में आते थे, आज यहां कॉन्फ्रेंस, निजी आयोजन और बैठकें होने लगी हैं। सांसदों के परिवारों के सदस्य खासकर बच्चे क्लब के जिम, स्विमिंग पूल जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल करने लगे हैं। रेस्टोरेंट और कैफे की व्यवस्था बेहद उत्कृष्ट हो गई है खासकर कैफे जो सुबह 5 बजे तक खुला रहता है, सदस्यों को विशेष रूप से पसंद आता है।

चुनावों के नतीजे 12 जुलाई की शाम आएंगे

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का चुनाव कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक लोकतांत्रिक उत्सव है, जहां निर्णायक मतदाता स्वयं देश के सांसद व पूर्व सांसद होते हैं। यह चुनाव संस्था की पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और समावेशी नेतृत्व के मूल्यों को पुष्ट करता है। मतदान प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी, नियमबद्ध और निगरानी योग्य है, जिसमें प्रत्यक्ष मतदान 12 अगस्त 2025 (मंगलवार) को सुबह 11:00 बजे से 16:00 बजे तक स्पीकर हॉल, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में संपन्न होगा। उसी दिन शाम 5 बजे से मतगणना प्रारंभ होगी। इस जंग मे कोई भी जीते, सब चाहते हैं कि कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया न केवल इतिहास की धरोहर है बल्कि मिनी संसद के रूप में सांसदों, पूर्व सांसदों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी मिलने जुलने का एक केंद्र बना रहे।

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