Thursday, October 31, 2024

Diwali 2024: पिछले 16 मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में से सिर्फ 3 बार फिसला Nifty, इस बार किन शेयरों पर खेला जा सकता है दांव

Diwali Muhurat Trading 2024: दिवाली के मौके पर वैसे तो शेयर बाजार बंद रहते हैं लेकिन शाम को एक घंटे के लिए ये खुलते हैं। कारण, मुहूर्त ट्रेडिंग। मुहूर्त ट्रेडिंग शेयर बाजार का एक विशेष सेशन है, जो दिवाली पर ट्रेडिंग के ​शगुन के लिए आयोजित किया जाता है। दिवाली के मौके पर जब लक्ष्मी-गणेश की पूजा होती है तो उस समय मार्केट में माता लक्ष्मी की कृपा के लिए ट्रेडिंग विडो खोली जाती है। मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा कई वर्षो से चली आ रही है और निवेशक इसे अपने पोर्टफोलियो में समृद्धि और सफलता लाने के अवसर के रूप में देखते हैं। स्टॉक मार्केट के निवेशकों के लिए दिवाली अगले सम्वत् की शुरुआत है।

इस साल, BSE और NSE दोनों ही शुक्रवार, 1 नवंबर को शाम 6:00 बजे से 7:00 बजे तक मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आयोजित करेंगे। पिछले डेटा पर नजर डालें तो मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन ने अक्सर पॉजिटिव रिटर्न दिया है। पिछले 16 वर्षों में, 13 बार निफ्टी हरे निशान में बंद हुआ है।

पिछली मुहूर्त ट्रेडिंग पर कैसी थी निफ्टी की चाल

साल 2023 में दिवाली 12 नवंबर की थी और इस दिन निफ्टी 100.20 अंक या 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,525.55 के स्तर पर नजर आ रहा था। Nifty के 50 शेयरों में से 43 ने अच्छा प्रदर्शन किया था। टॉप परफॉर्मर्स में Coal India, UPL, Infosys, और Eicher Motors शामिल थे। सेक्टोरल फ्रंट पर भी मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। Nifty IT में 0.72 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि Nifty मेटल और रियल्टी इंडेक्स 0.6 प्रतिशत चढ़े। Nifty बैंक ने 0.40 प्रतिशत की तेजी देखी।

मुहूर्त ट्रेडिंग में कैसी रहती है मार्केट की चाल? 10 वर्षों में सिर्फ दो बार ही सेंसेक्स लाल

Diwali Muhurat Trading की कितनी है महत्ता

मुहूर्त ट्रेडिंग पर रिटेल इनवेस्टर हों या इंस्टीट्यूशंस, अधिकतर लोग छोटे पैमाने पर ही सही लेकिन ट्रेडिंग या इनवेस्टमेंट करते जरूर हैं। आमतौर पर कभी-कभी ही ट्रेडिंग करने वाले भी इस दिन छोटा-मोटा ट्रेड ले लेते हैं ताकि अगले सम्वत् में उनके ऊपर धन बरसे। इस दिन बाकी दिनों की तुलना में ट्रेडिंग वॉल्यूम जरूर कम रहता है लेकिन माहौल काफी पॉजिटिव रहता है।

किन शेयरों पर खेल सकते हैं दांव

पिछली दिवाली से इस दिवाली (संवत 2080) के बीच मार्केट ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ने इस दौरान करीब 25-25 प्रतिशत रिटर्न दिया है। ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने ऐसे 8 शेयर सुझाए हैं, जिन पर मुहूर्त ट्रेडिंग में दांव लगाया जा सकता है। उम्मीद है कि ये शेयर संवत 2081 में निवेशकों को मोटा रिटर्न दे सकते हैं। इन शेयरों में एक्सिस बैंक, जोमैटो, आधार हाउसिंग फाइनेंस, FIEM Industries, ग्रेविटा इंडिया, गोदरेज एग्रोवेट, JB केमिकल्स एंड फार्मा और SH केलकर एंड कंपनी शामिल हैं। इन शेयरों पर एक्सपर्ट्स की राय को लेकर डिटेल पढ़ने के लिए ​विजिट करें...  Diwali Muhurat Trading 2024: जोमैटो, एक्सिस बैंक, गोदरेज एग्रोवेट सहित ये 8 शेयर कर सकते हैं आपको मालामाल



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/Qyct7xN
via

Diwali 2024: पटाखे जलाते समय अगर जल जाए हाथ, तो फॉलो करें ये टिप्स

देशभर में आज दिवाली का त्योहार मनाया जा रहा है। रोशनी के इस पर्व पर पटाखे जलाना आम बात है। बच्चे, बड़े हर कोई तरह-तरह के पटाखे जलाते हैं। लेकिन पटाखे जलाते हुए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है, नहीं तो जान और माल दोनों का नुकसान हो सकता है। अगर कोई पटाखा चलाते वक्त जल जाए तो कुछ फर्स्ट ऐड उपायों की मदद से इंजरी को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। क्या हैं वे उपाय, आइए जानते हैं...

पैनिक न हों

सबसे पहले तो जल जाने पर पैनिक न हों, शां​त रहें और कितना जला है, इसका आकलन करें। घाव की गंभीरता को जल्दी से समझने से अगला कदम क्या होना चाहिए, यह तय करने में आसानी होगी।

जले हुए हिस्से को ठंडा करें

जले हुए हिस्से पर तुरंत 10-20 मिनट के लिए ठंडा पानी डालें, लेकिन पानी बर्फीला नहीं होना चाहिए। इससे दर्द कम करने में मदद मिलेगी और त्वचा को और नुकसान होने से रोका जा सकेगा। सीधे बर्फ का इस्तेमाल करने से बचें। ठंडे पानी से जली हुई जगह को करीब 5-10 मिनट तक धोना जरूरी होता है।

एरिया को रगड़ें नहीं

जले हुए हिस्से को रगड़ें नहीं और नही त्वचा पर चिपके कपड़ों या मैटेरियल्स/पार्टिकल्स हटाने की कोशिश करें। जले हुए हिस्से को इनफेक्शन से बचाने के लिए उस पर एक साफ पट्टी बांधें। पट्टी चिपकनी नहीं चाहिए।

एं​टीसेप्टिक क्रीम या बर्न क्रीम का इस्तेमाल

अगर घर में एं​टीसेप्टिक क्रीम, जले पर लगाने के लिए स्पेसिफिक दवा या लोशन है तो उसे इस्तेमाल करें। लेकिन याद रहे कि दवा खास जलने से होने वाले घावों के लिए ही हो। टूथपेस्ट या हल्दी जैसे घरेलू उपचार न करें।

जले हुए हिस्से को ऊपर रखें

यदि संभव हो, तो जले हुए हिस्से को ऊपर रखने की कोशिश करें। इससे उस एरिया में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिससे सूजन और असुविधा कम हो जाती है।

गंभीर घाव के लिए मेडिकल हेल्प लें

अगर घाव गहरा है, जलन ज्यादा है यानि जलने की स्थिति गंभीर है, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।

पटाखे जलाते वक्त बरतें ये सावधानियां

  • पटाखों का इस्तेमाल खुले, बाहरी स्थानों पर करें।
  • पटाखे जलाते वक्त सही दूरी बनाए रखें और जलाने के बाद भी दूर जाकर खड़े हो जाएं।
  • आतिशबाजी जलाते समय पानी की एक बाल्टी या आग बुझाने का यंत्र पास में रखें।
  • सूती कपड़े पहनें, सिंथेटिक कपड़ों से बचें।
  • लूज यानि ढीले कपड़े न पहनें।
  • एक साथ कई पटाखे जलाने से बचें।


from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/RWwg73O
via

IT share UNDER PRESSURE : निफ्टी IT इंडेक्स 3% से ज्यादा टूटा, जानिए क्या रही इसकी वजह

Nifty IT index : निफ्टी की मंथली एक्सपायरी के दिन बाजार में बिकवाली का दबाव दिखा। 31 अक्टूबर को भारतीय इक्विटी सूचकांक लगातार दूसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए आईटी,एफएमसीजी और बैंकों में बिकवाली के बीच निफ्टी 24,200 से नीचे गिर गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 553.12 अंक या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 79,389.06 पर और निफ्टी 135.50 अंक या 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 24,205.35 पर बंद हुआ। मिलेजुले ग्लोबल संकेतों के बीच बाजार आज हल्के हरे रंग में खुला लेकिन तुरंत लाल निशान में फिसल गया। दिन के बढ़ने के साथ नुकसान बढ़ता गया और बाजार दिन के निचले स्तर के करीब बंद हुआ। अक्टूबर के महीने में, बीएसई सेंसेक्स 5.8 फीसदी और निफ्टी 50 इंडेक्स 6.2 फीसदी गिरा है।

आज बाजार को सबसे ज्यादा चोट आईटी,एफएमसीजी और बैंकों में बिकवाली से लगी है। कैपजैमिनी के रेवेन्यू गाइडेंस घटाने से IT कंपनियों का मूड बिगड़ गया। निफ्टी IT इंडेक्स आज 3 फीसदी से ज्यादा फिसल गया। परसिस्टेंट, टेक महिंद्रा, एम्फैसिस में 4 से 5 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। IT इंडेक्स आज 3 फीसदी से ज्यादा टूटा गया 14 अगस्त के बाद ये सबसे निचले स्तरों पर पहुंचा गया। आखिर इस सेक्टर में इतनी घबराहट क्यों है आइए इस पर डालते हैं एक नजर।

CAPGEMINI के रेवेन्यू गाइडेंस घटाने से आईटी शेयरों में निवेशकों के सेंटिमेंट बिगड़ गए हैं। बता दें की CAPGEMINI फ्रांस की IT कंस्लटिंग कंपनी है। कंपनी ने अपने गाइडेंस में कॉन्सटेंट करेंसी रेवेन्यू में 2-2.4 फीदी की डी-ग्रोथ की आशंका जताई है। इसके पहले 0.5-1.5 फीसदी डी ग्रोथ की आशंका जताई गई थी। CAPGEMINI के मार्जिन गाइडेंस में भी कमी की गई है। इसे पहले के 13.3-13.6 फीसदी के मुकाबले 13.3-13.4 फीसदी कर दिया गया है।

Market outlook : लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट, जानिए 1 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

बाजार जानकारों का यह भी कहना है कि ये सिर्फ एक तात्कालिक रिएक्शन हैं। लंबी मिड से लॉन्ग टर्म नजरिए से मौजूदा चुनौती के माहौल में IT सेक्टर ठीक लग रहा है। सीएनबीसी-आवाज़ से आज ही आईटी शेयरों पर बात करते हुए समीर ने कहा कि मौजूदा चुनौती के माहौल में IT सेक्टर ठीक लग रहा है। IT सेक्टर में बड़े निगेटिव की आशंका नहीं है। समीर ने बताया कि उनके पोर्टफोलियों में 13-14 फीसदी हिस्सा IT का है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/RkgejvD
via

Wednesday, October 30, 2024

म्यूचुअल फंडों को NFO का पैसा 30 दिन के अंदर निवेश करना होगा, SEBI ने पेश किया प्रस्ताव

एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) से आए पैसे का निवेश 30 दिन के अंदर करना होगा। सेबी ने यह प्रस्ताव पेश किया है। इस बारे में मार्केट रेगुलेटर ने एक कंसल्टेशन पेपर पेश किया है। इस प्रस्ताव पर सेबी ने लोगों की राय मांगी है। मार्केट रेगुलेटर का मानना है कि एएमसी को एलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन के अंदर इस पैसे का निवेश कर देना चाहिए। अगर एएमसी को पैसे का निवेश करने में किसी तरह की दिक्कत आती है तो उसे इस बारे में बताना होगा। उसे इस बारे में इनवेस्टमेंट कमेटी को रिपोर्ट भेजनी होगी। कमेटी फंड के इस्तेमाल के लिए अतिरिक्त 30 दिन का समय दे सकती है।

सेबी के प्रस्ताव का मकसद क्या है?

सेबी (SEBI) का मकसद फंड के इस्तेमाल में होने वाली देर को रोकना है। सेबी ने पाया है कि कई एएमसी एनएफओ के पैसे को निवेश करने में देर करती हैं। कई बार मार्केट में उतारचढ़ाव और फंड के साइज की वजह से इसमें देर होती है। अभी इसके नियम तो हैं कि कोई NFO कितने दिन तक ओपन रह सकता है, लेकिन इस बारे में कोई नियम नहीं है कि एनएफसी से मिले पैसे को कितने दिन के अंदर इनवेस्ट करना होगा।

कुछ एएमसी फंड निवेश करने में देर करते हैं

अभी अगर किसी एएमसी को एनएफओ लॉन्च करने का एप्रूवल मिल जाता है तो उसे एप्रूवल की तारीख से 6 महीने के अंदर स्कीम लॉन्च करनी होती है। पिछले तीन फाइनेंशियल ईयर्स के डेटा की जांच के बाद यह पता चला है कि कुछ एएमसी ने एनएफओ के पैसे को निवेश करने में 90 दिन से ज्यादा समय लगाया। कुल 647 एनएफओ में से 603 एनएफओ ने 30 दिन या उससे कम समय में पैसे का निवेश कर दिया था।

यह भी पढ़ें: Kisan Vikas Patra: रिस्क-फ्री इनवेस्टमेंट के लिए KVP है शानदार ऑप्शन, जानिए इसमें निवेश के क्या हैं फायदे

20 नवंबर तक भेजी जा सकती है राय

सेबी ने जो प्रस्ताव पेश किया है, उसमें कहा गया है कि एएमसी को एलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन के अंदर पैसे का निवेश करना होगा। अगर कोई एएमसी इस डेडलाइन का पालन करने में नाकाम रहती है तो उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इनमें नई स्कीम लॉन्च करने पर प्रतिबंध भी शामिल है। मार्केट रेगुलेटर का यह प्रस्ताव इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को छोड़ दूसरे सभी फंडों पर लागू होगा। सेबी के इस प्रस्ताव पर 20 नवंबर तक राय भेजी जा सकती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/CVhWTes
via

Tuesday, October 29, 2024

Taking Stock: निफ्टी 24,450 के ऊपर बंद, मिड स्मॉल-कैप चमके, जानें 30 अक्टूबर को कैसी रहेगी बाजार की चाल

Taking Stock: भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सेस ने एक उतार-चढ़ाव भरे सत्र में 29 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन बढ़त हासिल की। रियल्टी और फाइनेंशियल शेयरों के नेतृत्व में निफ्टी 24,450 से ऊपर बंद हुआ। बाजार के अंत में, सेंसेक्स 363.99 अंक या 0.45 प्रतिशत ऊपर 80,369.03 पर बंद हुआ। निफ्टी 127.60 अंक या 0.52 प्रतिशत ऊपर 24,466.80 पर बंद हुआ। आज मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच बाजार सपाट खुला। बाजार में फर्स्ट हाफ में कारोबार निगेटिव दायरे में होता रहा। हालांकि बाजार के मध्य भाग में रिकवरी से इंडेक्सेस को दिन के उच्चतम स्तर के करीब बंद होने में मदद मिली।

आज इन स्टॉक्स में दिखा सबसे ज्यादा एक्शन

निफ्टी पर एसबीआई, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ, आईसीआईसीआई बैंक टॉप गेनर्स स्टॉक्स में शामिल रहे। जबकि टाटा मोटर्स, डॉ रेड्डीज लैब्स, मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो लूजर्स शेयर्स में शामिल रहे।

सेक्टोरल फ्रंट पर बैंक, रियल्टी, पावर, कैपिटल गुड्स इंडेक्स 1-2 प्रतिशत ऊपर नजर आये। जबकि फार्मा, आईटी और ऑटो इंडेक्स 0.5-1 प्रतिशत नीचे दिखाई दिये।

बीएसई पर 130 से अधिक शेयरों ने अपने 52 वीक हाई लेवल को छुआ। इनमें एएमआई ऑर्गेनिक्स, अनूप इंजीनियरिंग, केयर रेटिंग्स, कारट्रेड टेक, सिटी यूनियन बैंक, दीपक फर्टिलियर्स, जिलेट इंडिया, इंडिगो पेंट्स, कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, एमसीएक्स इंडिया, पीरामल फार्मा, शारदा क्रॉप, एसजेएस एंटरप्राइजेज, थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज, वॉकहार्ट और अन्य शामिल रहे।

BEL का सस्ता ऑप्शन देगा तगड़ा मुनाफा, NAV Investment के 3 एफएंडओ कॉल्स करायेंगे मोटी कमाई

बुधवार 30 अक्टूबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Progressive Shares के आदित्य गग्गर की 30 अक्टूबर के लिए बाजार राय

आदित्य गग्गर ने कहा कि भारतीय बाजारों में आज के कारोबार में पूरी तरह उलटफेर देखने को मिला है। निफ्टी ने धीमी गति से शुरुआत की। मिड और स्मॉलकैप काउंटरों में कमजोरी के कारण इंडेक्स पर दबाव आया। इसके बाद ये निचले स्तर पर कारोबार करता नजर आया। लेकिन कारोबारी सत्र के सेकंड हाफ में इंडेक्स अपनी गिरावट से उबर गया। इसके साथ ही बाजार के अंत में निफ्टी 127.70 अंकों की बढ़त के साथ 24,466.85 पर बंद हुआ।

सेक्टर की बात करें तो बैंकिंग इंडेक्सेस में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की गई। उसके बाद रियल्टी का नंबर रहा। जबकि ऑटो और फार्मा में सबसे अधिक गिरावट नजर आई। मिड और स्मॉल कैप ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया।

आदित्य ने आगे कहा कि इंडेक्स ने एक बुलिश कैंडल बनाया। ये अब फॉलिंग वेज फॉर्मेशन से ब्रेकआउट देने की कगार पर नजर आ रहा है। इसमें अब एक ट्रेंड रिवर्सल का संकेत मिल रहा है। निफ्टी में 24,570 के स्तर को ब्रेकआउट प्वाइंट समझा जाना चाहिए। इंडेक्स कल के 24,140 के निचले स्तर का बचाव करने में कामयाब रहा। ये लेवल अब निफ्टी में तत्काल सपोर्ट के रूप में काम करेगा।

Mehta Equities के प्रशांत तापसे की 30 अक्टूबर के लिए बाजार राय

प्रशांत तापसे ने बाजार पर राय देते हुए कहा कि शुरुआती कारोबार में बाजार थोड़ा वोलैटाइल था। प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्सेस ने लगातार दूसरे सत्र में मजबूती के साथ अपने नुकसान की भरपाई की। इसकी वजह ये रही कि निवेशकों ने गुरुवार को मंथली एफएंडओ एक्सपायरी से पहले पिटे हुए बैंकिंग शेयरों में शॉर्ट पोजिशन को कवर किया। एसबीआई के टॉप परफॉर्मेंस के साथ बैंकिंग शेयरों ने अच्छा परफॉर्म किया। जबकि ऑटोमोबाइल, आईटी और टेलीकॉम शेयरों में कमजोरी के बावजूद रियल्टी शेयरों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया।

प्रशांत ने आगे कहा कि घरेलू बाजारों में रिकवरी को बनाए रखने के लिए FII के आउटफ्लो (विदेशी निवेशकों द्वारा बाजार से पैसे निकालना) का रुकना जरूरी होगा। विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार की जा रही बिकवाली ने निवेशकों के सेंटीमेंट्स पर असर डाला है।

(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

 

 

 



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/BCzvDVq
via

SBI Card Q2 results: सितंबर तिमाही में 33% घटा मुनाफा, लेकिन रेवेन्यू में उछाल

SBI Card Q2 results: एसबीआई कार्ड ने आज 29 अक्टूबर को FY25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 32.9 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनी ने इस दौरान ₹404.42 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा ₹602.98 करोड़ था। कंपनी के शेयरों में आज 2.91 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 686.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 65,342 करोड़ रुपये है।

SBI Card के रेवेन्यू में उछाल

प्रॉफिट में गिरावट के बावजूद SBI Card के कुल रेवेन्यू में सालाना 8.2 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो एक वर्ष पहले के 4,087 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,421 करोड़ रुपये हो गया। रेवेन्यू ग्रोथ मुख्य रूप से ब्याज आय में 20% की वृद्धि के कारण हुई, जो ₹2290 करोड़ तक पहुंच गई। हालांकि, फीस और कमीशन इनकम 2% घटकर ₹2131 करोड़ रह गई। फाइनेंस कॉस्ट में सालाना आधार पर 30 फीसदी की वृद्धि हुई और यह ₹788 करोड़ हो गया, जबकि ऑपरेटिंग कॉस्ट में 3% की कमी आई।

एसबीआई कार्ड ने एक बयान में कहा कि क्रेडिट कॉस्ट में वृद्धि ने प्रॉफिटेबिलिटी को प्रभावित किया, इम्पेयरमेंट लॉस और बैड डेट 63% बढ़कर ₹1,212 करोड़ हो गए। इन चुनौतियों के बावजूद, अर्निंग बिफोर क्रेडिट कॉस्ट सालाना आधार पर 13 फीसदी बढ़कर ₹1757 करोड़ हो गया। रिटर्न ऑन एवरेज एसेट (ROAA) 4.9% से घटकर 2.7% हो गया, और रिटर्न ऑन एवरेज इक्विटी (ROAE) 22.3 फीसदी से घटकर 12.5 फीसदी ​​हो गया।

SBI Card ने कारोबार का किया विस्तार

एसबीआई कार्ड ने अपने कारोबार का विस्तार जारी रखा। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही तक कार्ड-इन-फोर्स की संख्या सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़कर 1.96 करोड़ हो गई। हालांकि, न्यू अकाउंट ओपनिंग वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 1.14 मिलियन से धीमी होकर 904,000 हो गई। कार्डधारकों का खर्च सालाना आधार पर 3% बढ़कर ₹81,893 करोड़ हो गया, जबकि प्राप्तियों में 23% की वृद्धि हुई, जो ₹55,601 करोड़ पर पहुंच गई।

तिमाही के दौरान बाजार हिस्सेदारी में मामूली गिरावट देखी गई, एसबीआई कार्ड की कार्ड-इन-फोर्स हिस्सेदारी पिछले साल के 19.2% से गिरकर 18.5% हो गई, और खर्च हिस्सेदारी 18% से गिरकर 15.7% हो गई। कंपनी कार्ड जारी करने के मामले में मार्केट पोजिशन में दूसरे स्थान पर और कार्ड खर्च में तीसरे स्थान पर रहा।

एसेट क्वालिटी में गिरावट

तिमाही के दौरान एसेट क्वालिटी में गिरावट आई। ग्रॉस NPA 2.43 फीसदी सालाना बढ़कर 3.27% हो गया, जबकि नेट NPA 0.89% से बढ़कर 1.19% हो गया। कैपिटल एडेक्वेसी रेश्यो (CAR) भी कमजोर हुआ, जो 23.3% सालाना से घटकर 22.1% रह गया, जबकि टियर I कैपिटल 16.3% रहा, जो पिछले साल के 20.8% से कम है। एसबीआई कार्ड की बैलेंस शीट 30 सितंबर, 2024 तक बढ़कर ₹61,872 करोड़ हो गई, जबकि मार्च 2024 में यह ₹58,171 करोड़ थी।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ERwzv9T
via

Choti Diwali 2024 Wishes: छोटी दिवाली पर अपनों को दें बधाई, ये हैं बेस्ट मैसेज, जुड़ेंगे दिल के तार

हर साल दीपावली से एक दिन पहले और धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, इस साल नरक चतुर्दशी 30 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी। देश में नरक चतुर्दशी को नरक चौदस, रूप चौदस, काली चौदस, छोटी दिवाली, नरक निवारण चतुर्दशी नामों से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नाम के राक्षस का वध किया था। संसार को उसके आतंक से मुक्त कराया था। इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत और आत्मशुद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। इस मौके पर अपने प्रियजनों को छोटी दिवाली की बधाई भेज सकते हैं।

छोटी दिवाली पर लोग दीप जलाकर घर के आंगन और द्वार को रोशन करते हैं। जिससे घर से नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो। इसके साथ ही सकारात्मकता ऊर्जा का घर पर प्रवेश हो। धार्मिक दृष्टिकोण से नरक चतुर्दशी का दिन बेहद महत्वपूर्ण होता है।

छोटी दिवाली पर भेजें शुभकामनाएं

1 - हंसते-मुस्कुराते दीप तुम जलाना, जीवन में नई खुशियों को लाना।

दुख-दर्द अपने भूलकर सबको गले लगाना, और प्यार से यह दिवाली मनाना।।

छोटी दिवाली की शुभकामनाएं!

2 - रोशनी से रोशन हो हर राह तुम्हारी, खुशियां से भर जाए हर चाह तुम्हारी।

छोटी दिवाली की ढेर सारी शुभकामनाएं, हर दिन हो रोशन ये दुआ हमारी।।

3 - दिए की रोशनी, पटाखों की गूंज, साथ हो अपनों का और प्यार का जूनून। छोटी दिवाली की मुबारक हो आपको, आपकी खुशियों में चार चांद लगे यूं!

4 - पूजा से भरी थाली है, चारों ओर खुशहाली है।

आओ मिलकर मनाएं यह पर्व, आज छोटी दिवाली है।।

छोटी दिवाली की शुभकामनाएं!

5 - लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार, सोने-चांदी से भर जाए आपका घर-बार।

जीवन में आएं खुशियां अपार, शुभकामना करो हमारी स्वीकार।।

छोटी दिवाली की शुभकामनाएं!

6 - घर-घर हो खुशहाली, हर कोई मनाए दिवाली।

गले मिलकर सबको कहो, हैप्पी दिवाली!

7 - नरक चतुर्दशी का ये प्यारा त्योहार, लाए खुशियां बेशुमार और अपार।

हर दिल में हो रौशनी, हर घर में हो प्यार, छोटी दिवाली की शुभकामनाएं मेरे यार!

8 - दीप जलें और रौशन हो जहान, संग हो अपनों का और मीठी मुस्कान।

छोटी दिवाली पर दिल से दुआएं हैं, खुश रहो तुम हर सुबह और शाम।।

9 - दिए की लौ से चमकता आंगन तुम्हारा, खुशियों से भर जाए हर एक खजाना तुम्हारा।

छोटी दिवाली की ये प्यारी सी शायरी, खुश रहो तुम, बस यही है कामना हमारी।।

10 - हंसते-मुस्कुराते दीप तुम जलाना, जीवन में नई खुशियों को लाना।

दुख-दर्द अपने भूलकर सबको गले लगाना, और प्यार से यह दिवाली मनाना।।

छोटी दिवाली की शुभकामनाएं!

11 - नरकासुर का कर उद्धार, श्री कृष्ण कहलाए पालनहार।

नरक चतुर्दशी का यह त्योहार, बचाता है नरक से हर बार।।

12 - हंसते-मुस्कुराते दीप जलाओ,जीवन में नई खुशियां लाओ।

दुःख-दर्द अपना भूलकर,तुम सबको गले लगाओ।।

छोटी दिवाली 2024 की शुभकामनाएं!

13 - छोटी दिवाली का दिन है खास, मां महालक्ष्मी को रिझा लो आज।

प्रसन्न होकर आशीर्वाद देंगी, सब इच्छाएं पूरी कर देंगी।।

छोटी दिवाली 2024 की शुभकामनाएं!

14 - चौदह दिए चौदस के,छोटी दिवाली पर जगमगाना।

पटाखें और फुलझड़ियां,नरक चतुर्दशी पर जलाना।।

छोटी दिवाली 2024 की शुभकामनाएं!

15 - नरक के हो जाए बंद द्वार, यमराज दे भय मुक्ति उपहार।

बड़े आपका सौंदर्य अपार,खिलखिला उठे परिवार।।

छोटी दिवाली 2024 की शुभकामनाएं!

Happy Dhanteras 2024 Wishes: आज है धनतेरस, शुभ मुहूर्त पर करें खरीदारी, जाने महत्व, भेजें बधाई संदेश, संस्कृत मंत्र



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/Qx2ITl7
via

शेयर बाजार में निवेशकों के ₹6.29 लाख करोड़ डूबे, सेंसेक्स आखिरी घंटे में खरीदारी से 364 अंक उछला

Share Market Today: आखिरी घंटे में हुई भारी खरीदारी के चलते शेयर बाजार आज 29 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन हरे निशान में बंद हुए। सेंसेक्स करीब 364 अंक बढ़कर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर निफ्टी 24,450 के ऊपर पहुंच गया। आज के कारोबार के दौरान सबसे अधिक तेजी रियल्टी और फाइनेंशियल शेयरों में देखने को मिली। हालांकि दूसरी ऑटो और आईटी शेयरों में अच्छी बिकवाली दिखी। इसके अलावा मारुति सुजकी सहित कई हैवीवेट शेयर भी कमजोर तिमाही नतीजों के चलते दबाव में दिखे। इसके चलते निवेशकों को आज शेयर बाजार में करीब सवा 6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 363.99 अंक या 0.45 फीसदी की तेजी के साथ 80,369.03 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 127.70 अंक या 0.52 फीसदी की बढ़त के साथ 24,466.85 के स्तर पर बंद हुआ।

निवेशकों के ₹6.29 लाख करोड़ डूबे

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 29 अक्टूबर को घटकर 434.91 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार 28 अक्टूबर को 441.20 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 6.29 लाख करोड़ रुपये घटा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 6.29 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयर

बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयर आज हरे निशान में हुए। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में 5.13 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), एनटीपीसी (NTPC), बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserv) और अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) के शेयर 1.52 फीसदी से लेकर 3.13 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर

वहीं सेंसेक्स के बाकी 14 शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुए। इसमें मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) का शेयर 4.11 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं टाटा मोटर्स (Tata Motors), सन फार्मा (Sun Pharma), भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) के शेयरों में 1.53 फीसदी से 4.06% तक की गिरावट देखी गई।

सेंसेक्स के बाकी शेयरों का क्या रहा हाल, इसे आप नीचे दिए गए तस्वीर में देख सकते हैं-

sensex86

2,581 शेयरों में रही गिरावट

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आज बढ़त के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही। एक्सचेंज पर कुल 3,991 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला। इसमें से 2,243 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। वहीं 1,624 शेयरों में गिरावट देखी गई। जबकि 124 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए। इसके अलावा 132 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ। वहीं 78 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ।

sensex87

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

यह भी पढ़ें- Infosys Shares: 2% टूट गया इंफोसिस का शेयर, इस कारण बिकवाली का दबाव



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/OxGw0QY
via

Monday, October 28, 2024

धनतेरस पर गोल्ड खरीदते वक्त शुद्धता का रखें खास ध्यान, ऐसे समझ सकते हैं प्योर गोल्ड का मतलब क्या है

धनतेरस पर आप गोल्ड ज्वैलरी खरीदने जा रहे हैं? हां तो कल यानी 29 अक्टूबर को गोल्ड खरीदने में आपको काफी सावधान रहना होगा। इसकी वजह यह है कि धनतेरस के दिन ज्वैलर्स की दुकान या शोरूम में काफी भीड़ होती है। सेल्समैन पर काम का दबाव बढ़ जाता है। सेल्समैन की छोटी सी गलती आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है। सबसे ज्यादा गलती गोल्ड की क्वालिटी के मामले में होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

गोल्ड कॉइन और गोल्ड ज्वैलरी की प्योरिटी में अंतर

आम तौर पर धनतेरस के दिन लोग गोल्ड ज्वैलरी या गोल्ड कॉइन खरीदते हैं। कुछ लोग गोल्ड बिस्कुट भी खरीदते हैं। गोल्ड ज्वैलरी आम तौर पर 22 कैरेट गोल्ड की होती है। उधर, गोल्ड कॉइन या बिस्कुट 24 कैरेट गोल्ड या 999.9 फाइननेस का हो सकता है। आपके लिए कैरेट और फाइननेस के बारे में ठीक तरह से समझ लेना जरूरी है। दरअसल, सोने की शुद्धता की माप कैरेट और फाइननेस से होती है। आपने 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट गोल्ड के बारे में जरूर सुना होगा। गोल्ड ज्वैलरी जितने ज्यादा कैरेट की होगी, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होगी। इसी तरह वह जितने कम कैरेट की होगी, उसकी कीमत उतनी कम होगी।

प्योर गोल्ड का मतलब क्या है?

24 कैरेट गोल्ड को सबसे प्योर माना जाता है। इस गोल्ड की फाइननेस 999.9 होती है। चूंकि, 100 फीसदी शुद्ध गोल्ड से ज्वैलरी नहीं बनाई जा सकती, इसलिए उसमें कुछ मिलावट जरूरी हो जाती है। 24 कैरेट गोल्ड में कोई मिलावट नहीं होती है, जिससे इसकी फाइननेस 999.9 होती है। 22 कैरेट गोल्ड में थोड़ी मिलावट होती है। इसी तरह 18 कैरेट गोल्ड में थोड़ी ज्यादा मिलावट होती है। 14 कैरेट गोल्ड में उससे ज्यादा मिलावट होती है।

यह भी पढ़ें: Gold Price Today: 2019 दिवाली से इस दिवाली के बीच सोने ने दिया 103% रिटर्न, जानिए अभी गोल्ड और सिल्वर में से किसमें निवेश में ज्यादा फायदा 

आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा

धनतेरस पर गोल्ड खरीदते वक्त आपको यह ठीक तरह से देख लेना होगा कि आप जो ज्वैलरी खरीद रहे हैं, वह कितने कैरेट गोल्ड की है। फिर, आपको उस दिन उस कैरेट गोल्ड के भाव के हिसाब से प्राइस का कैलकुलेशन करना होगा। ज्वैलर्स इसके बाद मेकिंग चार्ज और 3 फीसदी जीएसटी लगाते हैं। आप ज्वैलर्स से इस बारे में पूछ सकते हैं। ज्वैलर्स की रसीद को भी ठीक तरह से समझ लेना जरूरी है। अगर आपने 18 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी खरीदी है लेकिन गलती से प्राइस 22 कैरेट गोल्ड की लगी है तो आपका काफी नुकसान हो सकता है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/qw92Kmp
via

Sunday, October 27, 2024

Maharashtra Chunav: स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद NCP-SCP में हुए शामिल हुए, पार्टी ने अणुशक्ति नगर से मैदान में उतरे

समाजवादी पार्टी नेता और अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद शरद पवार की NCP में शामिल हो गए हैं। उन्हें महाराष्ट्र की अणुशक्ति नगर सीट से एनसीपी (अजित पवार) उम्मीदवार सना मलिक के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। NCP-SCP नेता जयंत पाटिल ने कहा, "समाजवादी पार्टी नेता और अभिनेता स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद NCP-SCP में शामिल हो गए। उन्हें अनुशक्ति नगर सीट से एनसीपी की सना मलिक (अजीत पवार) के खिलाफ मैदान में उतारा गया है।"

स्वरा भास्कर और फहद अहमद की शादी फरवरी 2023 में हुई थी। उन्होंने कहा, "फहद अहमद एक पढ़ा-लिखा युवा मुस्लिम युवक है और उसने देश भर में एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। लोग चाहते हैं कि हम ऐसे नेताओं को मौका दें। वह पहले समाजवादी पार्टी में थे, लेकिन हमारी SP से बातचीत हुई और वह हमारे साथ आ गए। पार्टी ने उन्हें अणुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र से अपनी पार्टी से टिकट दिया।"

नवाब मलिक की बेटी से मुकाबला

अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को अणुशक्ति नगर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है।

शुक्रवार को जारी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए NCP की सात उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में सना का नाम शामिल किया गया। इसके साथ ही NCP की ओर से घोषित कुल उम्मीदवारों की संख्या 45 हो गई है।

उन्होंने उम्मीदवार घोषित होने के बाद कहा, “मुझे अणुशक्ति नगर से नामांकित किया गया है। क्योंकि जनता हमारे साथ है, इसलिए मुझे अपने लिए कोई परेशानी नहीं दिखती। उन्हें किसी को भी मैदान में उतारने दीजिए।"

BJP ने किया नवाब मलिक का विरोध

हालांकि, मलिक को NCP से टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन BJP नेतृत्व उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहा है, क्योंकि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है।

भाजपा नेताओं ने उनके बारे में सार्वजनिक रूप से आपत्ति जताई है। पार्टी के मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार ने शुक्रवार को कहा, "देवेंद्र फडणवीस ने साफ किया है कि नवाब मलिक महायुति गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि वह गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।"

मलिक ने अपनी ओर से मानखुर्द-शिवाजी नगर से चुनाव लड़ने की तैयारी की है। उनके करीबी सहयोगी ने कहा, "अगर पार्टी उन्हें उम्मीदवारी नहीं देगी तो भी वह पीछे नहीं हटेंगे।"

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

महाराष्ट्र चुनाव: देवेंद्र फडणवीस ने शेयर या म्यूचुअल फंड में नहीं लगाया एक पैसा, न है कोई गाड़ी, फिर कितनी है डिप्टी CM की संपत्ति?



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/BlSrsxC
via

Stocks in Focus: 28 अक्टूबर को Yes Bank, CDSL समेत इन स्टॉक्स पर रखें नजर, खबरों के चलते दिख सकता है एक्शन

Stocks in Focus: शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव पिछले हफ्ते भी देखने को मिला। पिछले सप्ताह BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1822.46 अंक या 2.24 फीसदी के नुकसान में रहा। शेयर बाजारों की दिशा इस कम कारोबारी सत्र वाले हफ्ते के दौरान विदेशी निवेशकों की गतिविधियों, ग और कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी। विदेशी कोषों की भारी निकासी और कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे अच्छे नहीं रहने की वजह से पिछले सप्ताह बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। यहां हमने उन शेयरों के बारे में बताया है, जो हालिया खबरों के चलते इस हफ्ते फोकस में रहने वाले हैं।

YES Bank

प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक ने जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी कर दिए हैं। तिमाही के दौरान बैंक का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 147.8 प्रतिशत बढ़कर 566.59 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 228.64 करोड़ रुपये था। कुल इनकम एक साल पहले के मुकाबले 15.5 प्रतिशत बढ़कर 9225.45 करोड़ रुपये हो गई, जो सितंबर 2023 तिमाही में 7980.61 करोड़ रुपये थी।

Coal India

सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के नेट प्रॉफिट में सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 21.9% की गिरावट आई है और यह ₹6289 करोड़ पर आ गया है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कोल इंडिया ने ₹8048.6 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कंपनी ने बाजार की उम्मीद से कमजोर नतीजे जारी किए हैं। हालांकि, शेयरधारकों के लिए हर शेयर पर 15.75 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया गया है।

Bandhan Bank

बंधन बैंक लिमिटेड ने सितंबर तिमाही के नेट प्रॉफिट में 30 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्ज की, जो बढ़कर ₹937.4 करोड़ हो गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक ने ₹721.2 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कंपनी ने बाजार की उम्मीद से बेहतर नतीजे जारी किए हैं। इस दौरान बैंक की NII ₹2443.4 करोड़ के मुकाबले सितंबर तिमाही में 20.7% बढ़कर ₹2948.2 करोड़ हो गई।

Bank of Baroda

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) का नेट प्रॉफिट ₹5,238 करोड़ रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के ₹4,253 करोड़ से 23.2% अधिक है। बैंक ने ₹11,622 करोड़ की नेट इंटरेस्ट इनकम दर्ज की, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के ₹10,831 करोड़ से 7.3% अधिक है।

IDBI Bank

आईडीबीआई बैंक लिमिटेड ने 30 सितंबर 2024 को समाप्त दूसरी तिमाही के नेट प्रॉफिट में 38.3% की सालाना वृद्धि दर्ज की, जो ₹1836.5 करोड़ हो गया। बैंक ने Q2FY25 में ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 45% की वृद्धि दर्ज की, जो Q2FY24 में ₹2072 करोड़ की तुलना में ₹3006 करोड़ तक पहुंच गया।

Shriram Finance

वित्तीय सेवा फर्म का नेट प्रॉफिट 30 सितंबर 2024 को समाप्त दूसरी तिमाही में सालाना 18.3 फीसदी बढ़कर ₹2,071.3 करोड़ हो गया। CNBC-TV18 पोल ने तिमाही के दौरान ₹2077 करोड़ के प्रॉफिट की उम्मीद जताई थी।

Balkrishna Industries

टायर कंपनी बालकृष्ण इंडस्ट्रीज लिमिटेड के नेट प्रॉफिट में सितंबर तिमाही में 0.14% की सालाना गिरावट आई है और यह ₹346.9 करोड़ पर आ गया है। बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ₹4 प्रति इक्विटी शेयर (200%) का दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।

CDSL

सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में 48.8% सालाना बढ़कर ₹162 करोड़ हो गया। यह 30 सितंबर, 2024 तक 13.5 करोड़ रजिस्टर्ड डीमैट अकाउंट्स को पार करने वाली पहली डिपॉजिटरी बन गई। अकेले वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 1.18 करोड़ नए डीमैट खाते खोले गए।

IDFC First Bank

सितंबर तिमाही में प्राइवेट बैंक का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 73.3 फीसदी घटकर ₹200.7 करोड़ पर आ गया है। बाजार ने इस तिमाही में ₹644.6 करोड़ के प्रॉफिट की उम्मीद जताई थी।

Titagarh Rail

देश की सबसे बड़ी वैगन मेकर कंपनी टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (TRSL) का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में सालाना 14.3 फीसदी बढ़कर 80.7 करोड़ रुपये हो गया।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ydpZlQP
via

Flight Bomb Threat: आकाशा एयरलाइन की फ्लाइट में बम की धमकी, बेंगलुरु से अयोध्या जा रहा था विमान

बेंगलुरु से अयोध्या आ रही अकाशा एयरलाइंस के फ्लाइट नंबर 1821 में बम की जानकारी मिली, तो हर कोई हरकत में आ गया। महर्षि बाल्मीकि एयरपोर्ट पर फ्लाइट के उतरने से पहले ही इमरजेंसी मीटिंग हुई और उसके बाद 1:50 पर फ्लाइट जैसे ही एयरपोर्ट पर उतरी सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत यात्रियों को निकाला और विमान को सुरक्षित जगह पर ले गए। फ्लाइट नंबर 1821 में मौजूद 173 यात्रियों की स्कैनिंग और जांच के बाद विमान और उसमें मौजूद सामानों की जांच की गई। इस प्रकिया में करीब 50 मिनट लगे। हालांकि, सुखद यह रहा कि प्लेन में बम की सूचना महज अफवाह निकली।

पिछले 15 दिनों में यह दूसरा मौका है, जब अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर विमान में बम की जानकारी मिली है। फ्लाइट में यात्रा कर रहे यात्रियों ने कहा कि 40 मिनट पहले हमें बताया गया कि कोई सिक्योरिटी थ्रेट है, जिसके कारण जल्दी से लैंडिंग करनी पड़ेगी, क्योंकि अयोध्या पास है, तो अयोध्या में ही लैंडिंग करनी होगी।

तुरंत लैंड कराई गई फ्लाइट

उसके बाद फ्लाइट तुरंत लैंड कराई। पायलट ने फिर फ्लाइट में सभी का सामान चेक किया, ये देखा कि सभी सामान के ओनर फ्लाइट में है या नहीं।

उन्होंने आगे बताया, "लैंड होने के बाद तीन बार फिर चेकिंग हुई और सिक्योरिटी चेक्स और मल्टीप्ल राउंड चेकिंग के बाद हमें रोक रखा था। काफी देर से इंतजार कर रहे हैं। सामान आ जाए तभी निकलने देंगे। वैसे तो कोई कोई पैनिक नहीं हुआ, फ्लाइट में शांति बनी रही लेकिन सब घबरा तो गए ही थे।

महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डायरेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि महर्षि बाल्मीकि एयरपोर्ट अभी चेकिंग चल रही है। अकाशा एयर की फ्लाइट जो बेंगलुरु से अयोध्या आ रही थी। उसके अंदर बम थ्रेट कॉल थी। खबर लिखे जाने तक चेकिंग चल रही थी।

सभी यात्रियों को सुरक्षित जगह ले जाया गया

उन्होंने बताया कि पैसेंजर को हम बिल्डिंग के अंदर ले आए हैं। रैंडमली जांच करके जहाज की जांच हो रही है। बिल्कुल यह गलत सूचना होगी उसके बाद जहाज को रवाना कर दिया जाएगा। इसमें 173 यात्री हैं सभी यात्रियों को हम बिल्डिंग के अंदर ले आए हैं।

अधिकारी ने कहा इस तरह की फेक कॉल लगातार पूरे देश में चली रही है। ज्यादातर सूचनाएं गलत निकल रही हैं उम्मीद करते हैं कि अभी सूचना शायद गलत होगी, लेकिन जो प्रक्रिया होती है, उसे हमें पालन करना बहुत जरूरी है। हम लोग बिल्कुल सतर्क हैं।

जहाज यहां पर 1:50 पर लैंड कर गया। इसको हम आइसोलेशन के लिए गेट नंबर 8 तरफ लेकर गए। पैसेंजर को पहले ही उतार लिया गया था। उनके सामान की जांच चल रही है। हमारी जांच टीम पहुंच गई है। जहाज की गहन जांच होने के बाद ही क्लियर कर दिया जाएगा



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/VpwD21y
via

Jio Diwali Offer: जियो का दिवाली धमाका ऑफर, एक साल तक फ्री में मिलेगा इंटरनेट, ऐसे उठाएं फायदा

देश के टॉप बिजनेसमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने अपने यूजर्स के लिए एक बड़ा ऑफर लॉन्च किया है। इस ऑफर के तहत यूजर्स एक साल तक फ्री इंटरनेट की सुविधा का फायदा उठा सकते हैं। कंपनी के ‘दिवाली धमाका’ ऑफर लॉन्च किया था। इसमें एक साल तक फ्री जियो एयरफाइबर की सविधा मिलेगी। यह ऑफर 18 सितंबर से मिल रहा है। इसकी आखिरी तारीख 3 नवंबर है। ऐसे में इस ऑफर का फायदा उठाने के लिए आपके पास गिने-चुने दिन रह गए हैं। लिहाजा आज कल के इस डिजिटल युग में इंटरनेट का फायदा फौरन उठा सकते हैं।

जियो का यह ऑफर मौजूदा और नए दोनों यूजर्स के लिए होगा। फ्री इंटरनेट के साथ-साथ यूजर्स को OTT का भी फायदा मिलता है। ऐसे में अगर आप जियो के इस नए ऑफर का हिस्सा बनते हैं। तब ऐसी स्थिति में पूरे साल के लिए इंटरनेट के झंझट से फ्री हो जाएंगे। आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं रहेगी कि आखिर कब इंटरनेट पैक खत्म हो रहा है। इसमें हाई स्पीड में 5G डेटा का मजा ले सकते हैं।

ऐसे उठाएं फ्री इंटरनेट का फायदा

दरअसल, रिलायंस जियो नया दिवाली धमाका ऑफर रिलायंस डिजिटल (Reliance Digital) या माय जियो स्टोर (MyJio Store) से शॉपिंग करने वाले यूजर्स के लिए हैं। अगर आप जियो के इन दोनों प्लेटफॉर्म से कम से कम 20,000 रुपये की शॉपिंग करते हैं। तब ऐसी स्थिति में कंपनी की ओर से एक साल के लिए फ्री इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। इस ऑफर को लेने की आखिरी तारीख 3 नवंबर 2024 है। इसके अलावा कंपनी दिवाली ऑफर में ग्राहकों को 3 महीने का जियो एयर फाइबर प्लान भी मुहैया करा रही है। इसके लिए यूजर्स को 2,222 रुपये खर्च करना होगा। 12 महीने का फ्री रीचार्ज कूपन मिलेगा।

यह कूपन नवंबर 2024 से अक्टूबर 2025 तक वैलिड रहेगा। ग्राहकों को मिले ये कूपन एक्टिव जियो एयर फाइबर प्लान के बराबर होंगे। इन कूपन्स को यूजर्स रिलायंस डिजिटल, माय जियो ऐप, जियो पॉइंट या फिर जियो मार्ट डिजिटल एक्सक्लूसिव स्टोर पर रिडीम किया जा सकता है।

जियो के फ्री इंटरनेट ऑफर में क्या-क्या मिलेगा?

जियो के एक साल तक फ्री इंटरनेट प्लान में 800 लाइव टीवी चैनल्स और 12 ओटीटी प्लैटफॉर्म्स का फ्री सब्सक्रिप्शन भी शामिल है। जियो का एयरफाइबर कहीं भी लगाया जा सकता है। जिससे लोकेशन की कोई लिमिट नहीं है। जियो के फ्री इंटरनेट ऑफर के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

जियो एयरफाइबर

जियो एयरफाइबर रिलायंस जियो की लेटेस्ट ब्रॉडबैंड सर्विस है। यह 5G तकनीक पर आधारित है। इसमें आपके घर की छत पर एक आउटडोर यूनिट लगाई जाती है। फिर एक वायरलेस राउटर के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराई जाती है। जियो एयरफाइबर की कीमत 599 रुपये से शुरू होती है और 3,999 रुपये प्रति माह तक जाती है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 ग्रुप का हिस्सा है। नेटवर्क18 का नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।

Jio Diwali Dhamaka: अब बस ₹699 में मिलेगा रिलायंस का जियो भारत 4G फोन, 123 रुपये में चलेगा पूरे महीने चलेगा



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/k1u6feP
via

Saturday, October 26, 2024

रिलायंस, इंफोसिस, NTPC सहित 31 शेयरों में मिल सकता है तोहफा, दिवाली के हफ्ते में हो जाएंगे एक्स-ट्रेड

शेयर बाजार में अगले हफ्ते दिवाली के त्यौहार के चलते सिर्फ 4 दिन का कारोबार होगा। इस दौरान इंफोसिस, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC), टेक महिंद्रा और क्रिसिल सहित 31 कंपनियों के शेयरों पर निवेशकों की करीबी नजर रहेगी। दरअसल इन सभी कंपनियों के अपने शेयरधारकों के लिए डिविडेंड का ऐलान किया है और अगले हफ्ते ये शेयर एक्स-डिविडेंड हो जाएंगे। एक्स-डिविडेंड की तारीख के बाद शेयर खरीदने वाले निवेशकों को डिविडेंड नहीं मिलता है। यानी अगर डिविडेंड का लाभ लेना है, तो इन शेयरों को उन्हें एक्स-डिविडेंड होने से पहले खरीदना होगा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 28 अक्टूबर को होंगे एक्स-डेट

इसके अलावा मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी अगले हफ्ते बोनस शेयर के चलते फोकस में रहेंगे, जो 28 अक्टूबर को एक्स-डेट पर ट्रेड करेंगे। रिलायंस ने अपने शेयरधारकों के लिए 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का ऐलान किया है।

31 अक्टूबर की शाम में होगी मुहूर्त ट्रेडिंग

खास बात यह है कि अगले हफ्ते बाजार में केवल 4 दिन कारोबार होगा। दिवाली के कारण शुक्रवार, 31 अक्टूबर को ट्रेडिंग बंद रहेगी। हालांकि, उसी दिन शाम 6:15 से 7:15 बजे तक एक स्पेशल मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया जाएगा।

एक्स-डिविडेंड होने वाली कुछ अहम कंपनियां

इंफोसिस: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस मंगलवार 29 अक्टूबर को एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेगी। कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए प्रति शेयर 21 रुपये का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।

मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और CRISIL: मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और क्रिसिल के शेयर बुधवार 30 अक्टूबर को एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने 23.19 रुपये प्रति शेयर और क्रिसिल ने 15 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है।

NTPC और टेक महिंद्रा: एनटीपीसी और टेक महिंद्रा के शेयर गुरुवार 31 अक्टूबर को एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे। एनटीपीसी ने प्रति शेयर 2.50 रुपये और टेक महिंद्रा ने प्रति शेयर 15 रुपये का डिविडेंड घोषित किया है।

Dividend stocks

इन शेयरों का स्टॉक स्प्लिट

इसके अलावा डॉ. रेड्डीज लेबोरेट्रीज, क्वासर इंडिया, मास्टरट्रस्ट और सेलविन ट्रेडर्स के शेयर अगले सप्ताह एक्स-डेट पर ट्रेड करेंगे, जो उनके स्टॉक स्प्लिट्स के चलते होगा। वहीं जुबिलेंट इंडस्ट्रीज और शांगर डेकोर के शेयर भी एक्स-डेट पर ट्रेड करेंगे, क्योंकि इन कंपनियों ने क्रमशः मर्जर और राइट्स इश्यू का ऐलान किया हुआ है।

यह भी पढ़ें- Suzlon Energy को लेकर बड़ी खबर, दुनिया की टॉप-10 टर्बाइन कंपनियों में हुई शामिल, 3 साल में 1,000% बढ़ा शेयर

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 समूह का एक हिस्सा है। नेटवर्क18 को इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/iC4xAId
via

रामदेव की कंपनी ने किया डिविडेंड का ऐलान, हर शेयर पर मिलेंगे 8 रुपये; कमाया ₹309 करोड़ का शुद्ध मुनाफा

Patanjali Foods Dividend: बाबा रामदेव की अगुआई वाली कंपनी पंतजलि फूड्स लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देने का ऐलान किया है। कंपनी ने अपने सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान करते हुए बताया कि वह अपने शेयरधारकों को हर शेयर पर 8 रुपये का अंतरिम डिविडेंड देगी। कंपनी ने इसके लिए रिकॉर्ड डेट भी तय कर दिया है, जो कि 4 नवंबर 2024 है। रिकॉर्ड डेट का मतलब है कि 4 नवंबर तक जिन भी शेयरधारकों के पास कंपनी के शेयर होंगे, वे सभी पंतजलि फूड्स लिमिटेड से डिविडेंड पाने के योग्य होंगे।

डिविडेंड का मतलब लाभांश होता है। लाभांश यानी लाभ का अंश। कंपनियां जब अपने मुनाफे के कुछ हिस्से को अपने शेयरधारकों के बीच बांटती है, तो उसे लाभांश यानी डिविडेंड कहते हैं।

पतंजलि फूड्स की डिविडेंड हिस्ट्री

एडिबल ऑयल की इस दिग्गज कंपनी ने इससे पहले वित्त वर्ष 2024 में अपने शेयरधारकों को 2 बार डिविडेंड देने का ऐलान किया था। पहले कंपनी 21 सितंबर 2023 को 6 रुपये का डिविडेंड दिया। फिर 21 मार्च 2024 को 6 रुपये का डिविडेंड दिया। इस तरह वित्त वर्ष 2024 में इसने हर शेयर पर कुल 12 रुपये डिविडेंड दिए। पतंजलि फूड्स 14 अगस्त 2001 से अब तक कुल 19 बार डिविडेंड दे चुकी है। फिलहाल इसकी डिविडेंड यील्ड 0.36 फीसदी है।

Patanjali Foods: कैसे रहे सितंबर तिमाही के नतीजे?

पतंजलि फूड्स ने गुरुवार 24 अक्टूबर को वित्त वर्ष 2025 की सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए थे। बैंक ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 21.4 फीसदी बढ़कर 309 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 254.5 करोड़ रुपये रहा था। वहीं कंपनी का रेवेन्यू इस दौरान 4.2 फीसदी बढ़कर 8,154.2 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 7,821.9 करोड़ रुपये था।

कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट यानी EBITDA सितंबर तिमाही में 13.8 फीसदी बढ़कर 449.6 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 395.2 करोड़ रुपये था। वहीं EBITDA मार्जिन बढ़कर 5.5 फीसदी पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5.1 फीसदी था।

Patanjali Foods के शेयरों का कैसा रहा प्रदर्शन?

नतीजों के बाद पतंजलि फूड्स के शेयरों में शुक्रवार 25 अक्टूबर को तगड़ी गिरावट आई और यह 7.9 फीसदी लुढ़कर 1,639 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल अबतक कंपनी के शेयरों में सिर्फ 4.56 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि पिछले एक साल में इसका शेयर करीब 31.09 फीसदी बढ़ा है।

यह भी पढ़ें- Suzlon Energy को लेकर बड़ी खबर, दुनिया की टॉप-10 टर्बाइन कंपनियों में हुई शामिल, 3 साल में 1,000% बढ़ा शेयर



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/0Urveom
via

Suzlon Energy को लेकर बड़ी खबर, दुनिया की टॉप-10 टर्बाइन कंपनियों में हुई शामिल, 3 साल में 1,000% बढ़ा शेयर

Suzlon Energy Shares: सुजलॉन एनर्जी ने पिछले कुछ सालों में जिस तरह से वापसी की है, वैसा कॉरपोरेट जगत में बहुत कम ही देखने को मिलता है। यह बात इसके शेयर प्राइस से भी साफ पता चलती है। 26 मार्च 2020 को सुजलॉन एनर्जी के शेयर अपने ऑल टाइम लो स्तर 1.51 रुपये के भाव पर मिल रहे थे, जो अब बढ़कर करीब 67 रुपये पर पहुंच गया है। शेयर बाजार में आई हालिया उतार-चढ़ाव के बीच सुजलॉन एनर्जी के शेयरों का भाव अपने 86 रुपये के 52-वीक हाई से करीब 22 गिर चुका है। हालांकि कंपनी की कारोबारी सेहत अभी भी मजबूत है और अब ये ग्लोबल विंड एनर्जी इंडस्ट्री में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही है।

ग्लोबल विंड एनर्जी इंडस्ट्री में अभी तक चीन की कंपनियों का दबदबा रहा है, लेकिन अब सुजलॉन ने उन्हें टक्कर देना शुरू कर दिया है। वुड मैकेंजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुजलॉन दुनिया की उन टॉप-10 कंपनियों में से एक है, जिनके टर्बाइन मॉडलों की सबसे अधिक मांग है। खासतौर से इसके 'S144 मॉडल' खूब मांग में है। दिलचस्प बात यह है कि सुजलॉन इस लिस्ट में इकलौती गैर-चीनी कंपनी है। कंपनी को भारत में ही उसके 'S144 मॉडल' के लिए बहुत सारे ऑर्डर मिल चुके हैं।

चीन के दबदबे के बावजूद सुजलॉन का बढ़ता कदम

ग्लोबल विंड एनर्जी इंडस्ट्री में में चीनी कंपनियों का दबदबा है। साल 2024 की पहली छमाही में लगभग 82% ग्लोबल ऑर्डर्स चीन की कंपनियों के पास था। चीन में विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स की बड़ी संख्या इन कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में सहायक साबित हुई है। इसके बावजूद सुजलॉन ने भारतीय बाजार से मिले ठोस ऑर्डर्स के चलते अपने लिए एक खास जगह बना लिया है।

S144 मॉडल की सफलता

सुजलॉन का S144 मॉडल भारतीय बाजार में क्लाइंट्स के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। इसकी क्षमता 3.15 मेगावाट है। सुजलॉन को इसी साल सितंबर में NTPC ग्रीन एनर्जी से उसका अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर मिला था। फिर अक्टूबर में जिंदल रिन्यूएबल्स ने इसी मॉडल्स के लिए कंपनी को कई नए ऑर्डर दिए। ये सभी ऑर्डर्स मुख्य रूप से S144 टर्बाइन के लिए हैं। इन टर्बाइन को कम हवा में भी बेहतरीन प्रदर्शन देने के लिए डिजाइन किया गया है। कंपनी के पास इस समय लगभग 5.4 गीगावाट का ऑर्डर बुक है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा S144 मॉडल के लिए है।

ग्लोबल मार्केट में संभावनाएं

S144 की बढ़ती सफलता के चलते सुजलॉन के लिए ग्लोबल मार्केट में अपनी पकड़ बनाने के नए मौके खुल सकते हैं। इस मॉडल की क लागत इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक आकर्षक विकल्प बना सकती है, खासकर जब नई तकनीकों और बड़ी क्षमता वाले टर्बाइनों की मांग बढ़ रही है। हालांकि, चीन की कंपनियां अधिक क्षमता वाले 5-7 मेगावाट के टर्बाइन बेच रही हैं, ऐसे में सुजलॉन को भी ग्लोबल कॉम्पिटीशन में बने रहने के लिए अपनी तकनीकों में निवेश बनाए रखना होगा।

3 साल में 1,000 फीसदी बढ़ा शेयर

पिछले एक साल में सुजलॉन के स्टॉक में करीब 115.25 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले 3 साल में इसका शेयर करीब 1000 फीसदी बढ़ा है। कंपनी के वित्तीय सेहत में सुधार और भारत में विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स के बढ़ते रुझान के चलते निवेशकों का रुझान बढ़ा है।

यह भी पढ़ें- अगस्त 2023 के बाद दिखी बाजार में सबसे लंबी वीकली गिरावट, FIIs की बिकवाली जारी, DIIs ने की खरीदारी



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/sR2Vnr0
via

Friday, October 25, 2024

Fairfax Group के CSB Bank में और हिस्सेदारी बेचने की उम्मीद नहीं, जानिए बैंक के सीईओ प्रलय मंडल ने ऐसा क्यों कहा

प्रेम वत्स के फेयरफैक्स ग्रुप के सीएसबी बैंक में और हिस्सेदारी बेचने की उम्मीद नहीं है। सीएसबी बैंक के एमडी और सीईओ प्रलय मंडल ने यह अनुमान जताया है। मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बैंक से जुड़ी कई अहम बातें बताईं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि फेयरफैक्स अपनी हिस्सेदारी बेचेगी। उसे कुछ हिस्सेदारी सिर्फ आरबीआई के नियम की वजह से बेचनी पड़ी है।

इस साल मार्च के बाद फेयरफैक्स ने 9.72 फीसदी हिस्सा बेचा था

इस साल की शुरुआत में फेयरफैक्स (Fairfax) ने CSB Bank बैंक में 9.72 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी। 595 करोड़ रुपये का यह ट्रांजेक्शन ब्लॉक डील के जरिए हुआ था। सीएसबी बैंक ने इनवेस्टर्स को जो प्रजेंटेशन दिया है, उसके मुताबिक बैंक में फेयरफॉक्स की हिस्सेदारी मार्च 2024 में 49.72 फीसदी थी। हिस्सेदारी बेचने के बाद यह घटकर 40 फीसदी रह गई है।

सीएसबी बैंक के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में प्रॉब्लम नहीं

मंडल ने कहा कि सीएसबी बैंक ने अपने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो का रिव्यू किया है। इससे पता चला है कि उसके पोर्टफोलियो पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। आरबीआई ने पिछले महीने बैंकों और एनबीएफसी को अपने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो का रिव्यू करने को कहा था। इसके तहत बैंको को गोल्ड लोन से जुड़ी अपनी पॉलिसी, प्रोसेस और प्रैक्टिसेज की जांच करना था। इसका मकसद इनमें किसी तरह की कमी का पता लगाना था।

आरबीआई ने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो रिव्यू करने को कहा था

आरबीआई ने यह पाया था कि कुछ बैंकों और एनबीएफसी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में तेज ग्रोथ दर्ज हुई है। इसके बाद उसने बैंकों और एनबीएफसी को अपने पोर्टफोलियो पर करीबी नजर रखने को कहा था। केंद्रीय बैंक ने बैंकों और एनबीएफसी को थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर्स और आउटसोर्स की गई एक्टिविटीज पर भी पूरा नियंत्रण बनाए रखने को कहा है। गोल्ड लोन एनबीएफसी-बैंक और ग्राहक दोनों के लिए फायदे का सौदा है। बैंक और एनबीएफसी के लिए यह पूरी तरह से सेक्योर्ड लोन है।

अभी ज्यादातर बैंकों की कॉस्ट ऑफ फंड हाई

CSB Bank के नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर दबाव के बारे में मंडल ने कहा कि किसी बैंक के कॉस्ट ऑफ फंड में कमी नहीं आ रही है। इस वक्त डिपॉजिट की कॉस्ट ज्यादा है। इसलिए कॉस्ट ऑफ फंड भी ज्यादा है। ज्यादातर बैंकों को तिमाही दर तिमाही आधार पर नेट इंटरेस्ट मार्जिन में चैलेंज का सामना करना पड़ा है। वे बढ़ती डिपॉजिट कॉस्ट का बोझ ग्राहकों पर नहीं डाल पा रहे हैं क्योंकि बैंकों के बीच प्रतियोगिता काफी ज्यादा है। आगे नेट इंटरेस्ट मार्जिन इसी लेवल पर बना रहेगा या उसमें चौथी तिमाही से थोड़ी वृद्धि दिख सकती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/KLeUXJQ
via

Thursday, October 24, 2024

Income Tax: फैमिली मेबर्स को इंटरेस्ट-फ्री लोन देकर भी आप बचा सकते हैं काफी टैक्स, जानिए कैसे

इनकम टैक्स के कई नियम टैक्सपेयर्स को टैक्स सेविंग्स की इजाजत देते हैं। हर नियम के साथ कुछ शर्तें जुड़ी होती हैं। टैक्यपेयर्स अपने करीबी रिश्तेदार को गिफ्ट देकर भी टैक्स बचा सकते हैं। लेकिन, इसमें एक पेच है। गिफ्ट पर आम तौर पर टैक्स नहीं लगता है। लेकिन, अगर गिफ्ट के पैसे को इनवेस्ट किया जाता है और उससे इनकम होती है तो इस पर क्लबिंग का नियम लागू होता है। इस बारे में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 64 में बताया गया है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

सेक्शन 64 मे क्या कहा गया है?

सेक्शन 64 में कहा गया है कि गिफ्ट के रूप में मिले पैसे को अगर इनवेस्ट किया जाता है तो उससे होने वाली इनकम गिफ्ट देने वाले की इनकम में जोड़ दी जाएगी। इसका मतलब है कि गिफ्ट देने वाले व्यक्ति की टैक्स लायबिलिटी बढ़ जाएगी। इसे एक उदाहरण की मदद से आसानी से समझा जा सकता है। मान लीजिए अविनाश अपनी पत्नी को 6,00,000 रुपये गिफ्ट के रूप में देते हैं। उनकी पत्नी यह पैसा बैंक एफडी में फिक्स कर देती है। इस पर उन्हें 5,000 रुपये का इंटरेस्ट मिलता है। यह पैसा अविनाश की इनकम में जोड़ दिया जाएगा। इसकी वजह सेक्शन 64 का नियम है, जिसमें कहा गया है कि गिफ्ट के पैसे को इनवेस्ट करने पर जो इनकम होगी उसे गिफ्ट देने वाले व्यक्ति की इनकम में जोड़ दी जाएगी। इसे क्लबिंग कहा जाता है।

गिफ्ट से इनकम पर टैक्स से बचने का क्या रास्ता है?

सवाल है कि इसका क्या सॉल्यूशन है? इसका सॉल्यूशन आसान है। अविनाश को अपनी पत्नी को गिफ्ट में पैसे देने के बजाय इंटरेस्ट-फ्री लोन देना होगा। अगर अविनाश पत्नी को इंटरेस्ट फ्री लोन देते हैं तो इस पैसे को इनवेस्ट करने पर होने वाली इनकम उनकी पत्नी की इनकम मानी जाएगी। इसे उनकी पत्नी को अपनी इनकम में दिखाना होगा। इसका फायदा यह होगा कि इस इनकम को उनकी पति की इनकम से क्लब करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे अविनाश को इस पर टैक्स भी नहीं चुकाना पड़ेगा।

यह बात भी ध्यान में रखना होगा

हालांकि, यह समझने की जरूरत है कि गिफ्ट की जगह पत्नी को टैक्स-फ्री लोन देने का फायदा तभी है जब पत्नी की इनकम टैक्सेबल नहीं हो। अगर पत्नी ज्यादा टैक्स स्लैब में आती हैं तो एफडी के इंटरेस्ट से मिले इंटरेस्ट पर उन्हें काफी टैक्स चुकाना पड़ सकता है। अगर पत्नी होममेकर हैं और उनकी कोई इनकम नहीं है तो फिर उन्हें इस पर कोई टैक्स नहीं चुकाना होगा।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/f43Fesz
via

Wednesday, October 23, 2024

Diwali 2024: घर में है पैसों की तंगी? दिवाली के लिए ऐसे और यहां जलाएं दिये, हो जाएगी पैसों की बारिश

Diwali: सनातन धर्म दीपावली का पर्व बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के अमावस्या तिथि को मनाया जाता है जहां तक बात है दीपावली में दीपक जलाने की तो दीपक के बिना दीपावली की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दीपावली का पर्व प्रभु राम के लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद जब अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था तभी से दीपावली का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है।

दीपावली पर सही तरीके से जलाएं दिया

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दीपावली में कुछ खास दीपक भी जलाए जाते हैं। कहा जाता है ऐसा करने से धन संपत्ति की भी बरसात होती है। धन संपत्ति को आकर्षित करने के लिए दीपावली पर दीपक जलाने का सही तरीका और नियम क्या है । दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कार्तिक अमावस्या की रात को दीपों का पर्व दीपावली मनाया जाता है जो इस वर्ष दो दिनों तक मनाए जाने की बात कही जा रही है माता लक्ष्मी के आगमन के लिए दीपक जलाने से घर में सुख समृद्धि का आगमन होता है।

ऐसा दिया जलाने से मां लक्ष्मी होगी पसन्न

धर्म और वास्तु शास्त्र के अनुसार दीपावली के दिन माता लक्ष्मी के सामने एक दीपक जी का जलाना चाहिए इसके अलावा चौमुखी दीपक भी जलाना चाहिए ऐसा करने से माता लक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती है। दीपावली के दिन दीपक को दक्षिण दिशा में भी जलाना चाहिए ऐसा करने से घर से नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है साथ ही धन संपत्ति में भी बढ़ोतरी होती है।

पैसे की तंगी से हैं परेशान, तो ऐसे जलाएं दिये

अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो दीपावली के दिन घी का दीपक जलाना चाहिए। यदि आप सफलता पाने में समस्या का सामना कर रहे हैं तो दीपावली के दिन मुख्य द्वार पर एक घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से रुका हुए सभी काम पूरा होने लगता है।

धनतरेस पर खरीदने वाले हैं गोल्ड! पहले चेक करें ये नंबर, पता चल जाएगा गोल्ड कितना है असली



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/K8RifI7
via

Tuesday, October 22, 2024

Market outlook : बाजार 2 महीने के निचले स्तर पर बंद, जानिए 23 अक्टूबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Share markets : 22 अक्टूबर को निफ्टी 24500 से नीचे कारोबार करता दिखा। अंत भारतीय इक्विटी इंडेक्स कमजोरी के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 930.55 अंक या 1.15 फीसदी की गिरावट के साथ 80,220.72 पर और निफ्टी 309.00 अंक या 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 24,472.10 पर बंद हुआ। लगभग 553 शेयरों में तेजी आई, 3264 शेयरों में गिरावट आई और 72 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी पर अडानी एंटरप्राइजेज, एमएंडएम, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, कोल इंडिया, टाटा स्टील सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे। जबकि आईसीआईसीआई बैंक, नेस्ले इंडिया, इंफोसिस में बढ़त देखने को मिली।

ऑटो, कैपिटल गुड्स, मेटल, पावर, रियल्टी, टेलीकॉम, मीडिया और पीएसयू बैंक के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 2.5 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.8 फीसदी की गिरावट आई।

23 अक्तूबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में आज भारी दबाव रहा। बिना किसी पुलबैक मूव के इंडेक्स पूरे दिन दबाव में रहा। अंत में निफ्टी 309 अंकों के नुकसान के साथ 24,472.10 पर बंद हुआ। सभी सेक्टर लाल निशान पर बंद हुए। जहां पीएसयू बैंक और रियल्टी सबसे ज्यादा पिटे। बाजार की कमजोर कड़ी यानी मिड और स्मॉलकैप में 2.61 फीसदी और 3.92 फीसदी की गिरावट आई। इन्होंने फ्रंटलाइन इंडेक्स से कमतर प्रदर्शन किया।

लोअर हाई और लोअर लो के क्रम में निफ्टी ने एक और बियरिश कैंडल बनाई है जो बाजार पर मंदड़ियों के पकड़ के मजबूत होने का संकेत है। मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में ओवरसोल्ड स्थितियों को देखते हुए, बाजारों में शॉर्ट टर्म उछाल की उम्मीद की जा सकती है जो निफ्टी को ऊपर ले जा सकती है। लेकिन ऊपर की ओर भी ये तेजी 24,670 तक सीमित लगती है। जबकि दूसरी तरफ निफ्टी के लिए 24,370-24,430 के जोन में सपोर्ट दिख रहा है।

Diwali Picks : बाजार के 3 महारथियों से जानें दिवाली से दिवाली तक के लिए कहां करें निवेश

एंजेल ब्रोकिंग के राजेश भोसले का कहना है कि अगर निफ्टी 24700 से ऊपर बंद होता है तो बाजार रुख बदलने का पहला संकेत मिलेगा। तब तक बाजार में वेट एंड वॉच की रणनीति रहेगी।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/XtWOP16
via

Monday, October 21, 2024

हुंडई मोटर इंडिया की लिस्टिंग से जुड़े इवेंट में शामिल होंगे कंपनी के कई टॉप अधिकारी

Hyundai Motor India listing: हुंडई मोटर इंडिया की लिस्टिंग 22 अक्टूबर को होगी और इस मौके पर कंपनी के टॉप एग्जिक्यूटिव्स भी मौजूद रहेंगे। मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि इस इवेंट में कोरिया से दो दर्जन से भी ज्यादा अधिकारी भारत पहुचेंगे, जिसमें हुंडई मोटर ग्रुप के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और सीईओ ई. चुंग (Euisun Chung) एवं हुंडई मोटर के प्रेसिडेंट और सीईओ जे चांग (Jaehoon Chang) भी शामिल होंगे।

कोरियाई ऑटो कंपनी की भारतीय इकाई की लिस्टिंग को फर्म के लिए मील के पत्थर के तौर पर देखा जा रहा है और इस वजह से पेरेंट कंपनी के कई प्रतिनिधि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 22 अगस्त को होने वाले इवेंट में हिस्सा लेंगे। इस अवसर के लिए कंपनी के जो अधिकारी भारत आ रहे हैं, उनमें कई CXO और कई वर्टिकल के हेड भी शामिल हैं।

दिलचस्प बात यह है कि कंपनी की भारतीय इकाई के प्रमुख उन्सू किम (Unsoo Kim) भी कोरिया के ही हैं। इसके अलावा, उनके हुंडई मोटर इंडिया के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) वांगडो हूर भी इसी मुल्क के हैं, जबकि चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) तरुण गर्ग हैं। हुंडई मोटर इंडिया का IPO 17 अक्टूबर को बंद हुआ, जो भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा IPO था।

कुल 27,870 करोड़ के इस IPO को 2.37 गुना से भी ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला और सिर्फ संस्थागत निवेशकों ने कंपनी के इश्यू में जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई। यह इश्यू ऑफर फॉर सेल पर आधारित था। इश्यू के QIB हिस्से को तकरीबन 7 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि HNIs और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व अन्य हिस्सा अंडरसब्सक्राइब्ड रहा। इस ऑफर के लिए प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/DTqwkco
via

Diwali Stocks: इस दिवाली कौन सा शेयर खरीदें? HDFC सिक्योरिटीज ने बताए 10 नाम, जानें टारगेट प्राइस

Diwali Stocks: दिवाली में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। इस शुभपर्व पर शेयर बाजार में एक घंटे का स्पेशल मूहुर्त ट्रेडिंग आयोजित किया जाता है। अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि इस दिवाली कौन-कौन सा शेयर खरीदें, तो ब्रोकरेज फर्म HDFC सिक्योरिटीज की यह रिपोर्ट आपके काम आ सकती है। ब्रोकरेज ने 10 शेयरों के नाम बताएं, जो अगले एक साल यानी अगली दिवाली तक निवेशकों को दमदार मुनाफा दिला सकते हैं। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, SBI और ज्योति लैब्स जैसे स्टॉक शामिल हैं।

1. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries)

HDFC सिक्योरिटीज ने इस शेयर 2,447 से 2,716 रुपये की सीमा में खरीदने की सलाह दी है और अगली दिवाली तक के लिए इसे 3,243 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 के अंत तक जियो का प्रति यूजर्स औसत रेवेन्यू (ARPU) बढ़कर 205 रुपये प्रति माह हो जाएगा। ब्रोकरेज के मुताबिक, अगले दो-तीन सालों में रिटेल, टेलीकॉम और न्यू एनर्जी कंपनी के ग्रोथ के नए इंजन बनेंगे। कंपनी का लक्ष्य अगले 5 सालों में अपने EBITDA को दोगुना करना है और इसके लिए यह 5G से जुड़े अवसरों को भुनाना चाहती है। हालांकि इसके साथ इकोनॉमी में सुस्ती, अनुमान से कम उत्पादन और प्राकृतिक गैस की कीमतों में गिरावट जैसे कुछ अहम रिस्क-फैक्टर पर भी नजर रखना चाहिए।

2. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)

ब्रोकरेज ने SBI को 733 से 813 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 960 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि लिक्विडिटी सरपल्स और एक आरामदायक LDR के कारण SBI अपनी ग्रोथ को बनाए रखने में सक्षम है। हालांकि दूसरी छमाही के दौरान ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला शुरू होने से वित्त वर्ष 2024 से 2026 के दौरान इसकी NIM ग्रोथ में थोड़ी कमी आ सकती है। ब्रोकरेज ने कहा कि एसेट्स क्वालिटी में अचानक से अधिक गिरावट, रेगुलेशन में बदलाव, लोन ग्रोथ में सुस्ती जैसे कुछ रिस्क-फैक्टर पर भी नजर रखनी चाहिए।

3. बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India)

HDFC सिक्योरिटीज का कहना है कि बैंक ऑफ इंडिया के पास मजबूत कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो, बेहतर NIM और बेहतर एसेट क्वालिटी है। ब्रोकरेज ने कहा कि फिलहाल यह शेयर वित्त वर्ष 2026 के एडजस्टेड प्राइस-टू-बुक वैल्यू के 0.6 गुना वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहा है, जो इसमें एंट्री का एक आकर्षक प्वाइंट हो सकता है। ब्रोकरेज ने इस शेयर को 96 से 106 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 132 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

4. जेके लक्ष्मी सीमेंट (JK Lakshmi Cement)

HDFC सिक्योरिटीज को उम्मीद है कि मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में सीमेंट की मांग बढ़ेगी। जेके लक्ष्मी सीमेंट की क्षमता विस्तार योजनाओं को देखते हुए उसे इस कंपनी के मजबूत कारोबारी प्रदर्शन की उम्मीद है। इसे उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2024 और 2026 में जेके लक्ष्मी का रेवेन्यू, EBITDA और शुद्ध मुनाफा क्रमशः 7.6%, 15.7% और 13.9% CAGR की दर से बढ़ेगा। उसने इस शेयर को 738 से 819 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 936 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि सीमेंट की कमजोर मांग और क्षमता विस्तार योजनाओं में देरी इसके लिए प्रमुख जोखिम हो सकते हैं।

5. Jyothy Labs (ज्योति लैब्स)

HDFC सिक्योरिटीज ने कंपनी के प्रमोटर ने इसे सिंगल-प्रोडक्ट इकाई और सिर्फ साउथ इंडिया पर फोकस करने वाली कंपनी से बदलकर देश भर में संचालित मल्टी-प्रोडक्ट कंपनी में बदलाव की सराहना की। बेहतर प्रोडक्ट मिक्स और बेहतर परिचालन क्षमता से इसके मार्जिन में सुधार आ रहा है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि ज्योति लैब्स का रेवेन्यू, EBITDA और शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 से 2026 के दौरान क्रमशः 12%, 15% और 17% की दर से बढ़ सकता है। उसने इस शेयर को 480 से 533 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 600 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

6. एलएंडटी फाइनेंस (L&T Finance)

HDFC सिक्योरिटीज के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 से 2026 के दौरान L&T फाइनेंस के एडवांसेज में 18% की दर से बढ़ोतरी हो सकती है। कंपनी के होलसेल लोन में संभावित एसेट क्वालिटी की चुनौतियों के बावजूद, स्टॉक का वैल्यूएशन "उचित" हैष हालांकि इस व्यापार पर फोकस कम होता जा रहा है। उसने इस शेयर को 153 से 170 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 219 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

7. नाल्को (NALCO)

HDFC सिक्योरिटीज के अनुसार, NALCO इस समय एल्युमिना की कीमतों में मजबूती का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है। ब्रोकरेज ने कहा, "हमें ग्लोबल सप्लाई में कमी और मांग में सुधार के कारण एल्युमिनियम की कीमतों में आगे और मजबूती की उम्मीद है।" ब्रोकरेज का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024 और 2026 के दौरान NALCO का रेवेन्यू, EBITDA और शुद्ध मुनाफा क्रमशः 9.7%, 32.8% और 29.2% की CAGR दर से बढ़ सकता है। उसने इस शेयर को 198 से 220 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 270 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

8. नवीन फ्लोरीन (Navin Fluorine)

HDFC सिक्योरिटीज ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 से 2027 के दौरान CDMO और स्पेशियलिटी केमिकल सेगमेंट से मजबूत ग्रोथ के कारण नवीन फ्लोरीन का रेवेन्यू 23.5% CAGR दर से बढ़ने की संभावना है। बेहतर प्रोडक्ट मिक्स और स्पेशियलिटी केमिकल्स बिजनेस के पैमाने के कारण अगले 3 सालों में मार्जिन में 7.5 प्रतिशत के विस्तार की भी उम्मीद है। मैनेजमेंट को भी मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक मार्जिन 25% के स्तर के करीब होने की उम्मीद है। ब्रोकरेज ने इस शेयर को 3,059 से 3,396 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 3,948 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

9. एनसीसी (NCC)

इस शेयर में रेखा राकेश झुनझुनवाला की भी हिस्सेदारी है। ब्रोकरेज ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के जरिए सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर फोकस कर रही है, जिसका इस कंपनी को लाभ मिल सकता है। इसका ऑर्डर बुक, ऑल-टाइम हाई पर है। साथ ही इसका बैलेंस-शीट भी काफी मजबूत है। ब्रोकरेज के अनुसार NCC का रेवेन्यू, EBITDA और शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 से 2026 के दौरान क्रमशः 16%, 21% और 39.6% की दर से बढ़ सकता है। उसने इस शेयर को 273 से 303 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 363 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

10. पीएनबी हाउसिंग (PNB Housing)

HDFC सिक्योरिटीज ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 से 2026 के दौरान पीएनबी हाउसिंग की लोन बुक में 18% की दर से ग्रोथ हो सकती है। वहीं इसका नेट इंटरेस्ट इनकम और नेट प्रॉफिट के इसी अवधि में क्रमशः 16% और 15% की दर से बढ़ने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2026 तक इसकी रिटर्न ऑन एसेट्स भी 2.2% तक सुधर सकती है। ब्रोकरेज ने इस शेयर को 893 से 991 रुपये के बीच खरीदने की सलाह दी है और अगले दीवाली तक के लिए इसे 1,160 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

यह भी पढ़ें- Zomato के शेयर में आ सकता है 30% उछाल; QIP, 49% FII लिमिट के फैसले से ब्रोकरेज बुलिश

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 समूह का एक हिस्सा है। नेटवर्क18 को इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/0JudzUS
via

8 दिन में 23% टूट गया Manappuram Finance, फटाफट बेच दें शेयर या अब होगी रिकवरी?

Manappuram Finance Share Price: केरल की एनबीएफसी मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में पिछले कुछ समय से बिकवाली का भारी दबाव बना हुआ है। 8 कारोबारी दिनों में यह 23 फीसदी से अधिक टूट चुका है। आज की बात करें तो BSE पर यह 4.27 फीसदी की गिरावट के साथ 146.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 5.18 फीसदी की गिरावट के साथ 145.50 रुपये के भाव तक टूट गया था। इसके शेयरों में यह तेज बिकवाली RBI के चलते है जिसने इसकी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही 21 अक्टूबर से आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस को लोन बांटने पर रोक लगा दिया है। पिछले साल 26 अक्टूबर 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 125.30 रुपये और 10 जुलाई 2024 को एक साल के हाई 230.25 रुपये पर था।

Asirvad पर कार्रवाई का Manappuram Finance को क्यों लगा झटका?

मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों को आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस पर आरबीआई की कार्रवाई से करारा झटका लगा है। आशीर्वाद पर कार्रवाई से मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों को इसलिए झटका लगा क्योंकि मणप्पुरम के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में आशीर्वाद की 27 फीसदी हिस्सेदारी है। जून तक के आंकड़ों के हिसाब से आशीर्वाद का एयूएम 12,300 करोड़ रुपये है जिसमें 1200 करोड़ रुपये का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो है। माइक्रोफाइनेंस के अलावा आशीर्वाद के 515 गोल्ड लोन ब्रांच हैं जिस पर बैन का असर पड़ा है।

ब्रोकरेज का क्या है रुझान?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने मणप्पुरम फाइनेंस की रेटिंग को डाउनग्रेड कर न्यूट्रल रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट प्राइस बदलकर 160 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज ने कहा कि आशीर्वाद के ऑडिट में आरबीआई को क्या मिला और किन चीजों पर आपत्ति जताई और अब कंपनी की योजना क्या है, इसे लेकर फिलहाल बातचीत की जा रही है लेकिन ऐसा लगता है कि यह प्रतिबंध 6 से 8 महीने तक जारी रह सकता है।

टेक्निकल चार्ट पर बात करें तो ICICI डायरेक्ट के मुताबिक इसके शेयर 20-, 50-, 100-, और 200- दिनों के EMA (एक्सपोनेंशियल मूविंज एवरेज) के नीचे आ गया जो शेयरों के लिए निगेटिव है। हालांकि RSI भी 15.72 पर है जोकि ओवरसोल्ड जोन है। इसके 30 के नीचे आने का मतलब ओवरसोल्ड और 70 के ऊपर जाने का मतलब ओवरबॉट जोन है। चूंकि यह ओवरसोल्ड जोन में है तो रिकवरी के आसार दिख रहे हैं। हालांकि अपसाइड इसे 160.1, फिर 166.9 और फिर 174.3 के लेवल पर रेजिस्टेंस झेलना पड़ सकता है। वहीं डाउनसाइड इसे 145.9, फिर 138.6 और फिर 131.8 पर सपोर्ट मिलेगा।

Tech Mahindra Shares: कमजोर मार्केट में भी शेयरों ने पकड़ी स्पीड, पहुंचा एक साल के हाई पर, ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट प्राइस

Groww Result: रेवेन्यू डबल फिर भी इस कारण घाटे में, Zerodha से इतनी पीछे है ग्रो

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/dDNo3qh
via

देश में खूब बढ़ी कमाई, इनकम टैक्स फाइल करने वाले करोड़पतियों की संख्या दस साल में हुई पांच गुनी

इनकम टैक्स फाइल करने वाले करोड़पतियों की संख्या दस साल में पांच गुना बढ़ी है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक आधे टैक्सपेयर्स की सालाना आमदनी 4.5 लाख से 9.5 लाख रुपए की होती है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि 2013-14(AY) में करोड़पति टैक्सपेर्यस की संख्या 44,078 थी जो अब बढ़कर 2023-24 में 2.3 लाख हो गई है। 1 करोड़ रु से ज्यादा सालाना आमदनी वाले नौकरीपेशा टैक्सपेयर 52 फीसदी हैं।

आकलन वर्ष 2013-14 में केवल एक व्यक्ति ने 500 करोड़ रुपये से अधिक आय की घोषणा की थी, जबकि 100-500 करोड़ रुपये आय वर्ग में दो लोग थे। हालांकि, पिछले आकलन वर्ष की तुलना में 25 करोड़ रुपये से अधिक आय वाले व्यक्तियों की संख्या 1,812 से घटकर 1,798 हो गई है। वेतनभोगी वर्ग में भी यह ट्रेंड देखने को मिला है जहां 10 करोड़ रुपये से अधिक आय वाले वेतनभोगी टैक्सपेयरों की संख्या 1,656 से घटकर 1,577 हो गई है।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ताजे आंकड़ों के मुताबिक2013-14(AY) के मुकाबले इंडीविज्यूअल टैक्स फाइलर्स की संख्या दो गुनी बढ़ी है। 2023-24 में देश इंडिविज्यूअल टैक्स फाइलर्स की संख्या 3.3 करोड़ से बढ़कर 7.5 करोड़ पर पहुंच गई है।

आय स्तर में बढ़त का एक और संकेत यह है कि 4.5 लाख रुपये से 9.5 लाख रुपये के आय वर्ग ने AY2023-24 में 52 फीसदी आयकर रिटर्न दाखिल किए, जबकि AY2013-14 में 54.6 फीसदी रिटर्न 1.5-3.5 लाख रुपये के आय वर्ग से दाखिल हुए थे। इसके अलावा, 5.5-9.5 लाख रुपये वाला आय वर्ग अब कुल राजस्व में 23 फीसदी हिस्सा रखते हैं, जो AY2013-14 में 18 फीसदी था। वहीं, 10-15 लाख रुपये आय वर्ग 12 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दूसरा सबसे बड़ा योगदान करने वाला वर्ग है। जबकि 25-50 लाख रुपये आय वर्ग 10 फीसदी हिस्सेदारी रखता है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/r4ZSewX
via

Sunday, October 20, 2024

पब्लिक इश्यू के ऑनलाइन आवेदन के लिए थ्री-इन-वन खाते का इस्तेमाल कर सकते हैं निवेशक: सेबी

शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने साफ किया है कि निवेशक पब्लिक इश्यू के ऑनलाइन आवेदन के लिए थ्री-इन-वन खातों का इस्तेमाल कर सकते हैं। मार्केट रेगुलेटर के मुताबिक, डेट सिक्योरिटीज, नॉन-कन्वर्टिबल रिडीमेबल प्रेफरेंशियल शेयरों, म्यूनिसिपिल डेट सिक्योरिटीज आदि के ऑनलाइन ऐप्लिकेशन के लिए थ्री-इन-वन खातों का इस्तेमाल किया जा सकता है। सेबी द्वारा जारी सर्कुलर में यह जानकारी दी गई है।

थ्री-इन-वन ट्रेडिंग खाते में सेविंग्स खाता, डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता, तीनों शामिल होते हैं। ऐसे मामले में क्लाइंट्स के फंड बैंक खातों में होंगे और कैश बैलेंस पर उन्हें ब्याज मिलेगा। सेबी को यह फीडबैक मिला था कि डेट सिक्योरिटीज, नॉन-कन्वर्टिबल रिडीमेबल प्रेफरेंशियल शेयरों, म्यूनिसिपल डेट सिक्योरिटीज आदि के पब्लिक इश्यू में आवेदन करने के लिए थ्री-इन-वन खातों के इस्तेमाल के बारे में स्पष्टीकरण की जरूरत है। इसके बाद सेबी ने इस सिलसिले में सर्कुलर जारी किया है।

सेबी के बोर्ड ने पिछले महीने एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, जिसके तहत ट्रेडिंग के मौजूदा तरीके के अलावा, क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स (क्यूएसबी) UPI ब्लॉक सिस्टम का उपयोग करके 1 फरवरी 2025 से सेकेंडरी मार्केट (कैश सेगमेंट) में ब्लॉक की गई राशि पर आधारित ट्रेडिंग या थ्री-इन-वन ट्रेडिंग खाते की सुविधा मुहैया कराएंगे।

UPI ब्लॉक सिस्टम के तहत, क्लाइंट्स ट्रेडिंग मेंबर को तत्काल फंड ट्रांसफर करने के बजाय अपने बैंक खाते में ब्लॉक किए गए फंड के आधार पर सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड कर सकते हैं। क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स के क्लाइंट्स के पास ट्रेडिंग मेंबर्स को फंड ट्रांसफर कर मौजूदा ट्रेडिंग फैसिलिटी को जारी रखने या नई फैसिलिटी चुनने का विकल्प होगा। ॉ



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/EDjuYn4
via

Deepak Builders IPO: 21 अक्टूबर को खुलेगा 260 करोड़ का IPO, लेटेस्ट GMP से कंपनी के कारोबार तक पूरी डिटेल

Deepak Builders & Engineers IPO: कंस्ट्रक्शन कंपनी दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स का आईपीओ 21 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 260.04 करोड़ रुपये जुटाने का है। निवेशकों के पास इसमें 23 अक्टूबर तक निवेश का मौका रहेगा। आईपीओ के लिए प्रति शेयर 192-203 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है। आईपीओ खुलने से पहले कंपनी ने एंकर निवेशकों से 78 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। सब्सक्रिप्शन के बाद सफल निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट 24 अक्टूबर को हो सकता है। शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 28 अक्टूबर को होगी।

Deepak Builders IPO से जुड़ी डिटेल

IPO से कंपनी 260.04 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इस इश्यू में 217.21 करोड़ रुपये के 1.07 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। साथ ही 42.83 करोड़ रुपये के 21 लाख शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा। इस पब्लिक इश्यू के लिए फेडेक्स सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड बुक रनिंग लीड मैनेजर है। Kfin Technologies Limited रजिस्ट्रार है।

Deepak Builders IPO का लेटेस्ट GMP

दीपक बिल्डर्स के आईपीओ को ग्रे मार्केट से पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है। आईपीओ खुलने से पहले कंपनी के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में आज 60 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। इस हिसाब से कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 263 रुपये के भाव पर होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो निवेशकों को 29.56 फीसदी का मुनाफा होगा।

Deepak Builders ने एंकर निवेशकों से जुटाए 78 करोड़

कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से 78 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया कि कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स को 203 रुपये प्रति शेयर के प्राइस पर 38,42,939 इक्विटी शेयरों का एलोकेशन फाइनल किया है। एंकर बुक में सबसे बड़ा इनवेस्टर Neomile Growth Fund रहा, जिसने 30 करोड़ रुपये में 14.77 लाख शेयर खरीदे। इसके बाद Citadel Capital Fund ने 20 करोड़ रुपये में 9.85 लाख शेयर खरीदे। Saint Capital Fund, Zeal Global Opportunities Fund और Elite Capital Fund ने 28 करोड़ रुपये में 13.8 लाख शेयरों की खरीद की।

Deepak Builders IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल

​दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स के प्रमोटर दीपक कुमार सिंघल और सुनीता सिंघल हैं। कंपनी एडमिनिस्ट्रेटिव, इंस्टीट्यूशनल और इंडस्ट्रियल बिल्डिंग्स, हॉस्पिटल, स्टेडियम, रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स और अन्य निर्माण गतिविधियों में विशेषज्ञता रखती है। जून 2024 तक इसकी ऑर्डर बुक 1,380.4 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 66 प्रतिशत प्रोजेक्ट रेलवे सेगमेंट से हैं।

कंपनी अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों में से 30 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा 111.96 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल जरूरतों पर और बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।

Deepak Builders का कारोबार और फाइनेंशियल

सितंबर 2017 में बनी दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स एक कंस्ट्रक्शन कंपनी है। यह एडमिनिस्ट्रेटिव, इंस्टीट्यूशनल और इंडस्ट्रियल बिल्डिंग्स, हॉस्पिटल्स, स्टेडियम्स, रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स इत्यादि बनाती है। इसका बिजनेस तीन हिस्से में बांटा जा सकता है- कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स बिजनेस, इंफ्रा प्रोजेक्ट बिजनेस और प्रोडक्ट्स की बिक्री। इसने चार राज्यों- पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और जो यूनियन टेरिटरीज- चंडीगढ़ और दिल्ली एनसीआर में कंस्ट्रक्शन और इंफ्रा प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं। जून 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसका ऑर्डर बुक वित्त वर्ष 2024 में 138.04 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 111.27 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2022 में 165.79 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021 में 71.96 करोड़ रुपये था।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 17.66 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 21.4 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 60.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 19 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 516.74 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 14.21 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 106.34 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/XbpZMfR
via

Saturday, October 19, 2024

Jharkhand Chunav 2024: झारखंड में JMM और कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव, सीट बंटवारे से तेजस्वी की पार्टी RJD नाराज

Jharkhand Vidhan Sabha Chunav 2024 News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार (19 अक्टूबर) को कहा कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ब्लॉक आगामी विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेगा। इस दौरान उन्होंने बताया कि कांग्रेस तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) राज्य की 81 विधानसभा में से 70 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। सोरेन ने कहा कि बाकी के 11 सीट के लिए गठबंधन सहयोगियों राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और वामपंथी दलों के साथ सीट-बंटवारे पर बातचीत जारी है। झारखंड में विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे। जबकि मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी।

हेमंत सोरेन ने गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, "विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) झारखंड विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेगा। सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि कांग्रेस और JMM राज्य विधानसभा की 81 में से 70 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।"

सोरेन ने कहा कि JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन को अपने विकास कार्यों के दम पर राज्य में सत्ता बरकरार रखने का भरोसा है। इससे पहले NDA ने शुक्रवार को अपने सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे के फॉर्मूले की घोषणा की। घोषणा के मुताबिक, बीजेपी 68 सीटों पर, आजसू पार्टी 10, JDU 2 और लोजपा (रामविलास) 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी। झारखंड की 43 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हो गई, जो 25 अक्टूबर तक चलेगी।

2019 में JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन ने झारखंड विधानसभा में 47 सीटें जीती थीं, जिसमें झामुमो की 30 और कांग्रेस की 16 सीटें शामिल थीं। वहीं, बीजेपी को 25 सीटें, JVM-P को 3, आजसू पार्टी को 2, भाकपा-माले को 1, NCP को 1 और निर्दलीय को 2 सीटें मिली थीं। वर्तमान में विधानसभा की ताकत 74 है, जिसमें JMM के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के 44 सदस्य हैं। झामुमो के दो विधायक नलिन सोरेन और जोबा माझी अब संसद सदस्य हैं। जबकि जामा विधायक सीता सोरेन ने BJP के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया है।

सीट बंटवारे से तेजस्वी यादव की पार्टी नाराज

झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर RJD नेता मनोज झा ने नाराजगी जताई है। झारखंड के मुख्यमंत्री की सीट बंटवारे की घोषणा के बाद मनोज कुमार झा ने पीटीआई से कहा कि '2 मिनट' के नूडल्स की तरह सभी फैसले तुरंत नहीं लिए जा सकते। झा ने कहा कि उनकी पार्टी ने झारखंड विधानसभा की 15 से 18 ऐसी सीट की पहचान की है, जहां वह अकेले बीजेपी को हरा सकती है। RJD नेता मनोज झा ने झारखंड के मुख्यमंत्री के JMM और कांग्रेस 81 विधानसभा सीट में से 70 पर चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद कहा कि हमारे लिए सभी विकल्प खुले हैं।

वही, मनोज झा ने ANI से कहा, "हमारा (RJD) पूरा नेतृत्व यहां (रांची) है। आज सुबह बैठक हुई और उस बैठक में ये पाया गया कि ताकत जनाधार की है जो राजद के पक्ष में है। पिछली बार हम 7 सीटों पर लड़े क्योंकि लालू यादव का हृदय विशाल था। हमारा लक्ष्य था भाजपा को हटाओ जो आज भी है। दुख के साथ कहना पड़ता है कि एक तरफा फैसला लिया गया। अलग-अलग जिलों में हमारी जो मौजूदगी है वो बहुत ताकतवर है। हम अपने गठबंधन के सहयोगियों को कहेंगे कि उसके अनुसार फैसला लें।"

उन्होंने आगे कहा, "कल से हमारे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव यहां (रांची) हैं, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव यहां हैं। सब लोगों के होने के बावजूद अगर गठबंधन की बनावट की प्रक्रिया में आपने हमें संलग्न नहीं किया तो इस बात का दुख तो होता है। कष्ट इसलिए भी होता है कि हमारी ताकत शायद बहुत ज्यादा है। हम लोगों ने 15 से 18 ऐसी सीटें चिह्नित की हैं जहां हम शायद अकेले भी भाजपा को परास्त करने में सक्षम हैं। तमाम विकल्प खुले हुए हैं क्योंकि कोई भी राजनीतिक दल अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की मनोभावना को दरकिनार करके आगे चले यह उचित नहीं लगता।"

ये भी पढ़ें- Jharkhand Chunav 2024 Dates: झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा! दो चरणों में होगी वोटिंग, 23 नवंबर को रिजल्ट का होगा ऐलान



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/PoQ1KEr
via

Friday, October 18, 2024

Hindustan Zinc Q2 Results: सितंबर तिमाही में 35% बढ़ा मुनाफा, चीन है वजह!

Hindustan Zinc Q2 Results: दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मेटल प्रोड्यूसर हिंदुस्तान जिंक के लिए चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2024 शानदार रही। सितंबर तिमाही में इसका नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 35 फीसदी उछलकर 2327 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चीन से मजबूत मांग और वैश्विक स्तर पर सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों के चलते जिंक के भाव बढ़े जिसके चलते हिंदुस्तान जिंक के कारोबार को सपोर्ट मिला और नतीजतन कंपनी का मुनाफा बढ़ा। इस दौरान रेवेन्यू भी 21 फीसदी बढ़कर 8004 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। शेयरों की बात करें तो आज BSE पर यह 0.09 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 507.50 रुपये के भाव पर है।

Hindustan Zinc Q2 Results: खास बातें

जिंक के बढ़ते भाव के चलते हिंदुस्तान जिंक का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 35 फीसदी उछलकर 2327 करोड़ रुपये और ऑपरेशनल रेवेन्यू 21 फीसदी बढ़कर 8,004 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसके कारोबार को जिंक की बढ़ती कीमतों से सपोर्ट मिला है। जिंक इसलिए महंगा हुआ क्योंकि इसका सबसे बड़े उत्पादक और उपभोक्ता चीन है और वहां राहत पैकेजों के ऐलान से इकॉनमी को मदद मिली जिससे मेटल्स की मांग मजबूत हुई। इसके अलावा सप्लाई की दिक्कतों ने भी भाव बढ़ाया। चीन में बड़े-बड़े स्मेलटर्स ने क्षमता बढ़ाने की योजना रोक दी और प्रोडक्शन मेंटनेंस पर ही काम किया।

हिंदुस्तान जिंक के कारोबार का दूसरा सबसे सेगमेंट सिल्वर है और इस सेगमेंट में कंपनी का रेवेन्यू 20 फीसदी बढ़ा। इन सबके अलावा वेदांता की मेटल कंपनी हिंदुस्तान जिंक के बोर्ड ने सेरेंटिका रिन्यूएबल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड या इसकी किसी कंपनी में कम से कम 26 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 327 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

हिंदुस्तान जिंक के शेयरों ने कम समय में ही निवेशकों की शानदार कमाई कराई है। 15 मार्च 2024 को यह 285.00 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से 2 ही महीने में यह 183 फीसदी से अधिक उछलकर 22 मई 2024 को 807.00 रुपये के भाव पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस हाई से यह 37 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।

NSE SME to NSE and BSE: तीन साल में 3381% रिटर्न, अब मेनबोर्ड पर होगी इस शेयर की एंट्री

Mahindra-Skoda  Volkswagen Deal: महिंद्रा और स्कोडा फॉक्सवैगन मिलकर बनाएंगी इलेक्ट्रिक एसयूवी, ये होंगे फायदे



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/F6qoB8f
via

Thursday, October 17, 2024

आईपीओ वाले शेयरों का रिटर्न क्या लंबी अवधि में मार्केट रिटर्न से कम रहता है?

आईपीओ के बाद शेयरों का प्रदर्शन कैसा रहता है? कैपिटल माइंड सर्विसेज की रिपोर्ट से इस सवाल का जवाब मिलता है। इसके मुताबिक, 30 बड़े आईपीओ में से 18 शेयरों का रिटर्न निफ्टी 500 इंडेक्स से कम रहा है। यह स्टडी इंडिया में सबसे बड़े आईपीओ के शेयरों के प्रदर्शन पर आधारित है। इस आईपीओ में कुल 40 बड़े आईपीओ के ट्रेंड का विश्लेषण किया गया। इसके नतीजों से पता चला कि ज्यादातर शेयरों का प्रदर्शन निफ्टी 500 इंडेक्स के मुकाबले कमजोर रहा है। हालांकि, शेयरों के प्रदर्शन में कंपनियों के डिविडेंड को भी ध्यान में रखा गया।

टॉप 10 आईपीओ में से 8 ने किया निराश

इस स्टडी के नतीजे इस धारणा के विपरीत है कि बड़ी कंपनियों के आईपीओ के शेयरों का लंबी अवधि में रिटर्न हमेशा बेहतर होता है। टॉप 10 आईपीओ में से 8 शेयरों का रिटर्न निफ्टी 500 इंडेक्स से कम रहा। इसमें Paytm, LIC, GIC Re, New India Assurance और SBI कार्ड्स जैसी कंपनियों के आईपीओ शामिल हैं। इन कंपनियों के शेयरों ने लिस्टिंग के बाद लंबे समय तक निवेशकों को मायूस किया।

जोमैटो सहित दो कंपनियों ने निवेशकों को किया खुश

हालांकि, आईपीओ पेश करने वाली दो कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा। इनमें से एक जोमैटो है। यह कंपनी 2021 में स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई थी। इसने निवेशकों को स्टॉक मार्केट से ज्यादा रिटर्न दिया है। कोल इंडिया का शेयर 14 साल में करीब दोगुना हो गया है। अगर डिविडेंड को कैलकुलेशन में शामिल किया जाए तो इसका रिटर्न मार्केट के रिटर्न जैसा रहा है। मजेदार बात यह है कि कुछ ऐसी कंपनियों के आईपीओ जो टॉप 10 में शामिल नहीं थे, उनके शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा है।

इन कंपनियों ने भी दिया अच्छा रिटर्न

HAL, IRFC और Sona BLW Precision Forgings जैसे आईपीओ के शेयरों ने निवेशकों अपने रिटर्न से खुश किया है। इन कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन अंधरे के बीच उम्मीद की किरण जैसा है। इस स्टडी से यह भी पता चला कि उन कंपनियों के आईपीओ के शेयरों को अच्छे रिटर्न के लिए संघर्ष करना पड़ता है, जो मार्केट में तेजी के दौर में लॉन्च होते हैं। उनकी वैल्यूएशन में भी बाद में गिरावट देखने को मिलती है।

यह भी पढ़ें: Cochin Shipyard OFS: रिकॉर्ड ऊंचाई से 50% गिर चुका है शेयर, क्या आपको कोचिन शिपयार्ड के ओएफएस में निवेश करना चाहिए?

बुल रन में आने वाले आईपीओ वाले शेयरों को करना पड़ता है संघर्ष

कैपिटलमाइंड में रिसर्च हेड अनूप विजयकुमार ने कहा कि बुल मार्केट में ज्यादा आईपीओ आते हैं। इससे इनकी वैल्यूएशन ज्यादा रहती है। लेकिन, जब उनकी अर्निंग्स वैल्यूएशन के मुताबिक नहीं रहती है तो उनके शेयरों में गिरावट आती है। ऐसे आईपीओ के शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहता है। आईपीओ के जरिए पैसे जुटाने में 2024 में फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियां आगे रहीं।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/2xYtdWj
via

LTIMindtree Q2 Results: सितंबर तिमाही में 1252 करोड़ रुपये का मुनाफा, 20 रुपये के डिविडेंड का ऐलान

LTIMindtree ने आज 17 अक्टूबर को FY25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट तिमाही आधार पर 10.3 फीसदी बढ़कर 1251.6 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा, कंपनी का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 3.2 फीसदी बढ़कर 9432.9 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के शेयरों में आज 0.70 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 6403.20 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए हैं।

कैसे रहे LTIMindtree के तिमाही नतीजे

LTIMindtree ने 17 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि आईटी कंपनी के प्रदर्शन को सभी वर्टिकल और क्षेत्रों में ग्रोथ के साथ-साथ मजबूत डील मोमेंटम से सपोर्ट मिला। कंपनी ने अपने शेयरधारकों के लिए 20 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान भी किया है। कंपनी ने कई मल्टी-ईयर डील पूरे किए, जिनमें से एक 200 मिलियन डॉलर से अधिक का था।

इस तिमाही में कंपनी का EBIT मार्जिन पिछली तिमाही के 15 फीसदी से बढ़कर 15.5 फीसदी हो गया। जुलाई-सितंबर के दौरान कंपनी का फ्री कैश फ्लो 681.9 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछली तिमाही में यह 1,005.3 करोड़ रुपये था।

LTIMindtree के Q2 FY25 रेवेन्यू में इसके प्रमुख वर्टिकल में अच्छी ग्रोथ देखी गई। बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) सेगमेंट, जो कुल रेवेन्यू में 35.6 फीसदी का योगदान देता है, तिमाही आधार पर 4.0 फीसदी बढ़ा। टेक्नोलॉजी, मीडिया और कम्युनिकेशन (TMC) सेगमेंट, जो रेवेन्यू का 25.4 फीसदी हिस्सा है, ने 1.9 फीसदी तिमाही वृद्धि दर्ज की।

मैन्युफैक्चरिंग और रिसोर्सेज ने रेवेन्यू में 18.1 फीसदी का योगदान दिया, जो तिमाही आधार पर 0.7 फीसदी बढ़ा। कंज्युमर बिजनेस सेगमेंट रेवेन्यू के 14.5 फीसदी पर फ्लैट रहा, जिसमें 2.6 फीसदी तिमाही वृद्धि हुई। इस बीच, हेल्थकेयर, लाइफ साइंसेज और पब्लिक सर्विसेज सेगमेंट ने 5.9 फीसदी तिमाही वृद्धि दर्ज की, जो कुल रेवेन्यू में 6.4 फीसदी का योगदान देता है।

LTIMindtree के CEO का बयान

CEO देबाशीष चटर्जी ने कहा कि जनरेटिव AI कस्टमर इंटरैक्शन में अहम बन रहा है। उन्होंने कहा, "दूसरी तिमाही अच्छी रही, जिसमें हमारे सभी वर्टिकल और भौगोलिक क्षेत्रों में व्यापक आधार वाली तिमाही आधार पर वृद्धि दर्ज की गई, जिससे हमें 2.8 फीसदी की डॉलर ग्रोथ दर्ज करने में मदद मिली।"

चटर्जी ने कहा, "हमारा मजबूत डेटा प्रैक्टिस, हमारे इनोवेटिव LTIMindtree AI प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर हमें एक अहम डिसरप्टर के रूप में स्थापित करता है।" LTIMindtree ने तिमाही के अंत में 742 एक्टिव क्लाइंट्स और 84,438 कर्मचारियों के साथ काम किया। इस अवधि के दौरान 2,504 कर्मचारियों को कंपनी में जोड़ा गया।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/4PCBHuV
via

Paytm News: तीन विदेशी निवेशकों ने सितंबर तिमाही में धड़ाधड़ बेचे शेयर, लेकिन इन म्यूचुअल फंडों ने लगाया पैसा

Paytm News: पेटीएम में विदेशी पोर्टपोलियो निवेशकों (FPIs) सोसायटी जनरल, यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया और टाइगर पैसिफिक मास्टर की हिस्सेदारी 1-1 फीसदी से नीचे आ गई है। इसका खुलासा पेटीएम के लिए सितंबर तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न से हुई है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इन तीनों निवेशकों की पेटीएम में भी कुछ हिस्सेदारी बची है या उन्होंने पूरी हिस्सेदारी बेच दी है क्योंकि एक्सचेंजों पर 1 फीसदी से कम होल्डिंग वाले शेयरहोल्डर्स का डेटा नहीं दिखता है। इस बिकवाली के बाद FPIs और FPIs को मिलाकर विदेशी इंस्टीट्यूशंस की पेटीएम में हिस्सेदारी जून तिमाही में 58.24 फीसदी से गिरकर 55.24 फीसदी पर आ गई।

जून तिमाही में सोसाइटी जनरल की हिस्सेदारी 1.98 फीसदी (1.25 करोड़ शेयर), यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया की 1.06 फीसदी (67.6 लाख शेयर) और टाइगर पैसिफिक मास्टर फंड की 1.03 फीसदी (65.8 लाख शेयर) हिस्सेदारी थी। हालांकि अब सितंबर तिमाही के आखिरी में इनकी हिस्सेदारी 1-1 फीसदी के नीचे आ गई है। FPIs की हिस्सेदारी तिमाही आधार पर 20.04 फीसदी से घटकर 16.77 फीसदी पर आ गई। एसएआईएफ पार्टनर्स, एंटफिन और रीसाइलेंट एसेट जैसे विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी में कोई बदलाव नहीं हुआ।

खुदरा निवेशकों ने घटाई हिस्सेदारी तो म्यूचुअल फंडों ने बढ़ाया दांव

सितंबर तिमाही में भारतीय म्यूचुअल फंडों की हिस्सेदारी जून तिमाही में 6.8 फीसदी पर थी जो सितंबर तिमाही में बढ़कर 7.86 फीसदी पर पहुंच गई। जिन म्यूचुअल फंडों ने हिस्सेदारी बढ़ाई है, उनमें निप्पन म्यूचुअल फंड और मिरे म्यूचुअल फंड शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी इस दौरान 13.19 फीसदी से घटकर 14.28 फीसदी पर आ गई। छोटे शेयरहोल्डर्स यानी 2 लाख रुपये से कम के निवेश वाले शेयरहोल्डर्स की संख्या 11.4 लाख से घटकर 10.3 लाख पर आ गई।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

पेटीएम के शेयर पिछले साल 20 अक्टूबर 2023 को एक साल के ऊंचे स्तर 998.30 रुपये पर था। इसके बाद उतार-चढ़ाव के साथ 9 मई 2024 को यह एक साल के निचले स्तर 310 रुपये के भाव पर आ गया। हालांकि फिर शेयरों ने स्पीड पकड़ी और सितंबर 2024 में करीब 9 महीने बाद 700 रुपये के पार पहुंचा। फिलहाल यह 696.35 रुपये के भाव पर है यानी कि मई के निचले स्तर से यह करीब 125 फीसदी रिकवर हो चुका है लेकिन अब भी एक साल के हाई से 30 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है। वहीं आईपीओ निवेशक तो अब भी घाटे में हैं। इसके शेयर 18 नवंबर 2021 को लिस्ट हुए थे और आईपीओ निवेशकों को शेयर 2150 रुपये के भाव पर जारी हुए थे।

Multibagger Stocks: सिर्फ ₹80000 के निवेश पर बने करोड़पति, इस शेयर ने मचा दिया धमाल

Havells Q2 Result: सितंबर तिमाही में 9% बढ़ा मुनाफा, फिर भी 7% टूट गए शेयर



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/qsWOJXg
via

भारतीय स्टार्टअप फाउंडर ने अपने 400 कर्मचारियों को बनाया करोड़पति, जाने कैसे किया ये कमाल

भारतीय मूल के कारोबारी ज्योति बंसल ने एक अनोखी रणनीति अपनाते हुए अपने कर्मचारियों के लिए बड़ी फाइनेंशियल सफलता हासिल की। बंसल के बनाए स्टार्टअप ऐपडायनामिक्स (AppDynamics) के लगभग 400 कर्मचारी आज करोड़पति बन गए हैं। यह सब 2017 में हुआ जब बंसल को एक दिलचस्प ऑफर मिला। Cisco ने उनकी कंपनी को $3.7 बिलियन में खरीदने का प्रस्ताव दिया। यह प्रस्ताव उस समय आया है जब केवल चार दिन बाद ऐपडायनामिक्स का आईपीओ लॉन्च होने वाला था।

कर्मचारियों को मिला पैसा

बंसल ने इस अवसर का फायदा उठाते हुए अपनी कंपनी को बेचने का निर्णय लिया और तय किया कि इससे कर्मचारियों को बड़ा आर्थिक लाभ मिले। उनके इस कदम के बाद लगभग 400 कर्मचारियों को उनके शेयरों से कम से कम $1 मिलियन का पैसा मिलगा।

कंपनी बेचने के पीछे की वजहें

46 वर्षीय बंसल ने अपनी कंपनी को बेचने के कई कारणों पर विचार किया था। सबसे प्रमुख कारण यह था कि ऐपडायनामिक्स के प्रोडक्ट Cisco के पोर्टफोलियो के साथ काफी अनुकूल थे। इसके अलावा उन्होंने कंपनी के 1,200 कर्मचारियों पर इस डील के फाइनेंशियल और कल्चरल प्रभाव को भी देखा। बंसल ने इस बात का भी मूल्यांकन किया कि अगर ऐपडायनामिक्स को सार्वजनिक किया जाता, तो उसे $3.7 बिलियन के मार्केट कैपिटलाइजेशन को सुरक्षित करने के लिए तीन से चार साल के बेहतरीन प्रदर्शन की जरूरत होती। इससे जुड़े जोखिमों को देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया कि Cisco को कंपनी बेचकर वे अपने कर्मचारियों की वित्तीय स्थिरता तय कर सकते हैं।

कर्मचारियों के लिए जीवन बदलने वाला कदम

Cisco को कंपनी बेचने के बाद कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। ज़स्केलर के संस्थापक और सीईओ जय चौधरी जो पहले ऐपडायनामिक्स में काम करते थे, उन्होंने कहा कि कंपनी के लोग बेहद उत्साहित थे। उन्होंने कभी इतनी बड़ी रकम की कल्पना नहीं की थी। कई लोगों ने नए घर और नई कारें खरीदीं। मुझे एक व्यक्ति याद है जिसने छह महीने की छुट्टी ली, एक आरवी किराए पर लिया और पूरे देश का दौरा किया। बंसल अब ऐपडायनामिक्स से आगे बढ़ चुके हैं और दो नई सॉफ्टवेयर कंपनियां हार्नेस और ट्रेसएबल के को-फाउंडर बन चुके हैं 2022 में ट्रेसएबल की वैल्यू $3.7 बिलियन आंकी गई थी, जो उनकी लगातार सफलता के बारे में बताती है।

Gold Rates Today: गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई के बेहद करीब, आखिर सोने में तेजी जारी रहने



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/FJHpesv
via

Wednesday, October 16, 2024

Karwa Chauth Moon Time: 20 अक्टूबर को आपके शहर में कब निकलेगा करवाचौथ का चांद? जानें सिटीवाइज मून टाइम

Karwa Chauth Moon Time: करवा चौथ का त्योहार सुहागिनों के लिए अहम रहता है। साल 2024 में करवा चौथ का पर्व 20 अक्टूबर रविवार को मनाया जाएगा। यह पावन व्रत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। व्रत की शुरुआत सुबह सरगी खाकर की जाती है और रात में चंद्रमा की पूजा के बाद समाप्त होती है, जब महिलाएं अपने पति के हाथों से पानी पीती हैं। बिना चांद को देखकर सुहागिन महिलाएं व्रत नहीं खोल सकती। यहां जानें आपके शहर में कर निकलेगा चांद।

करवा चौथ का महत्व

करवा चौथ पति-पत्नी के प्रेम, समर्पण और विश्वास का प्रतीक है। मान्यता है कि यह व्रत पति की लंबी आयु और दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि लाने वाला होता है। इस पर्व से जुड़ी पौराणिक कथाएं जैसे सावित्री और सत्यवान की कथा, इस व्रत के महत्व को और बढ़ाती हैं।

करवा चौथ 2024 की तिथि और पूजा मुहूर्त

करवा चौथ 2024 की तिथि: 20 अक्टूबर 2024, रविवार

पूजा का मुहूर्त: शाम 5:46 से रात 7:09 बजे तक (1 घंटा 16 मिनट)

करवाचौथ पर चांद निकलने का समय

चांद निकलने का समय : रात 7:54 बजे

व्रत का पीरियड: सुबह 6:25 से रात 7:54 बजे तक (13 घंटे 29 मिनट)

करवाचौथ पर शहरों में चांद निकलने का समय (Karwa Chauth Citywise Moonrise Time 2024)

शहर समय
दिल्ली            Karwa Chauth Moon Time Delhi रात 07:53
नोएडा            Karwa Chauth Moon Time Noida रात 07:52
मुंबई              Karwa Chauth Moon Time Mumbai रात 08:36
कोलकाता       Karwa Chauth Moon Time Kolkata रात 07:22
चंडीगढ़           Karwa Chauth Moon Time Chandigarh रात 07:48
पंजाब              Karwa Chauth Moon Time  Punjab रात 07:48
जम्मू                Karwa Chauth Moon Time Jammu रात 07:52
लुधियाना          Karwa Chauth Moon Time Ludhiana रात 07:52
देहरादून           Karwa Chauth Moon Time Dehradun रात 07:24
शिमला             Karwa Chauth Moon Time Simla रात 07:47
पटना                Karwa Chauth Moon Time Patna रात 07:29
लखनऊ            Karwa Chauth Moon Time Lucknow रात 07:42
कानपुर             Karwa Chauth Moon Time Kanpur रात 07:47
प्रयागराज          Karwa Chauth Moon Time Prayagraj रात 07:42
इंदौर                Karwa Chauth Moon Time Indore रात 08:15
भोपाल              Karwa Chauth Moon Time Bhopal रात 08:07
अहमदाबाद       Karwa Chauth Moon Time Ahmedabad रात 08:27
चेन्नई                 Karwa Chauth Moon Time Chennai रात 08:18
बंगलूरू              Karwa Chauth Moon Time Bengaluru रात 08:30
जयपुर              Karwa Chauth Moon Time Jaipur रात 08:05
रायपुर              Karwa Chauth Moon Time Raipur रात 07:43

करवा चौथ पर 20 अक्टूबर 2024 को किस शहर में कितने बजे निकलेगा चांद?

सूरत में 7 बजकर 40 मिनट पर चांद निकलेगा।

जयपुर में 7 बजकर 54 मिनट पर चांद निकलेगा।

आगरा में 8 बजकर 16 मिनट पर चांद निकलेगा।

लखनऊ में 8 बजकर 05 मिनट पर चांद निकलेगा।

बरेली में 7 बजकर 46 मिनट पर चांद निकलेगा।

वाराणसी में 7 बजकर 32 मिनट पर चांद निकलेगा।

कानपुर में 7 बजकर 32 मिनट पर चांद निकलेगा।

चेन्नई में 8 बजकर 43 मिनट पर चांद निकलेगा।

पुणे में 8 बजकर 56 मिनट पर चांद निकलेगा।

मुंबई में 8 बजकर 59 मिनट पर चांद निकलेगा।

कुरुक्षेत्र में 8 बजे निकलेगा चांद।

गाजियाबाद में 8 बजकर 11 मिनट पर चांद निकलेगा।

नोएडा में 8 बजकर 14 मिनट पर चांद निकलेगा।

नई दिल्ली में 8 बजकर 15 मिनट पर चांद निकलेगा।

देहरादून में 7 बजकर 09 मिनट पर चांद निकलेगा।

कोलकाता में 7 बजकर 46 मिनट पर चांद निकलेगा।

बैंगलोर में 7 बजकर 55 मिनट पर चांद निकलेगा।

गुरुग्राम में 8 बजकर 16 मिनट पर चांद निकलेगा।

चंडीगढ़ में 7 बजकर 54 मिनट पर चांद निकलेगा।

फरीदाबाद में 8 बजकर 04 मिनट पर चांद निकलेगा।

अमृतसर में 7 बजकर 54 मिनट पर चांद निकलेगा।

अंबाला में 7 बजकर 55 मिनट पर चांद निकलेगा।

भोपाल में 8 बजकर 29 मिनट पर चांद निकलेगा।

इंदौर में 8 बजकर 25 मिनट पर चांद निकलेगा।

अहमदाबाद में 7 बजकर 38 मिनट पर चांद निकलेगा।

जानना चाहते हैं नौकरी छोड़ने या रिटायरमेंट पर कितनी ग्रेच्युटी मिलेगी? इस फॉर्मूला से आसानी से क



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/4OLeIHi
via