Sunday, October 6, 2024

Operation Shadabad: जानिए किस तरह इजराइली जासूसों ने 2020 में गुप्त ईरानी परमाणु ठिकाने को ध्वस्त कर दिया था

इजराइल हिजबुल्लाह को खत्म करने पर आमादा है। लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करने के लिए वह हवाई और जमीनी हमले कर रहा है। 1 अक्टूबर को ईरान के मिसाइल हमलों के बाद उसने अपना रुख और आक्रामक कर दिया है। इजराल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बार-बार कहा है कि ईरान को इसके नतीजे भुगतने होंगे। उन्होंने यहां तक कहा है कि मध्यपूर्व का कोई इलाका इजराइली सेना की मारक क्षमता से बाहर नहीं है।

इजराइल की असली चिंता ईरान के परमाणु बम हैं

इजराइल की सेना भले ही हिजबुल्लाह (Hezbollah) का नामोनिशान मिटाने पर तुली हुई है, लेकिन इजराइल की असली चिंता ईरान के परमाणु ठिकाने (Iran nuclear facilities) हैं। यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने ईरान के एक गुप्त परमाणु हथियार कार्यक्रम के बारे में आगाह किया था।

समझौता टूटने पर 2018 में ईरान बेलगाम हो गया

करीब एक दशक पहले ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी गतिविधियों को सीमित करने को तैयार हो गया था। इसके एवज में उसने पश्चिमी देशों से उस पर लगे प्रतिबंध हटाने की शर्त रखी थी। अमेरिका की अगुवाई में इस समझौते पर ईरान ने हस्ताक्षर किए थे। लेकिन, 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की शर्तों पर असंतोष जताते हुए अमेरिका को इससे अलग कर लिया था। इसके जवाब में ईरान भी अपने परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी गतिविधियों को सीमित रखने की शर्त के पालन से पीछे हट गया था।

ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को दुनिया की निगाहों से बचाए रखा

तब से ईरान लगातार अपनी परमाणु क्षमता बढ़ा रहा है। उसने करीब तीन परमाणु बम बनाने की क्षमता हासिल कर ली है। उसके परमाणु कार्यक्रम और बम बनाने से जुड़ी गतिविधियां इतनी गुप्त तरीके से चलाई जाती रही हैं कि दुनिया को इनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। हालांकि, इजराइल समय-समय पर ईरान के परमाणु ठिकानों को ध्वस्त करने की कोशिश करता रहा है। लेकिन, उसके ये ऑपरेशन दुनिया की निगाहें में नहीं आए हैं। इजराइल बहुत गोपनीय तरीकों से इन्हें अंजाम देता रहा है।

इजराइल ने जुलाई 2020 में एक परमाणु ठिकाने को ध्वस्त किया था

ईरान इंटरनेशनल ने इजराइल के ऐसे ही एक गुप्त ऑपरेशन का खुलासा 24 मार्च, 2024 को किया था। यह ऑपरेशन जुलाई 2020 में अंजाम दिया गया था। इसमें ईरान के एटोमिक एनर्जी ऑर्गेनाइजेशन (AEOI) के एक इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन वर्कशॉप को ध्वस्त कर दिया गया था। ईरान इंटरनेशनल के खुलासे से पहले इस ऑपरेशन के बारे में किसी को पता नहीं था। हैकिंग में ईरान के कुछ ज्यूडिशियल और इंटेलिजेंस डॉक्युमेंट्स के लीक होने के बाद दुनिया को इस ऑपरेशन के बारे में पता चला।

शाहाबाद वर्कशॉप नष्ट करने का ऑपरेशन मोसाद ने अंजाम दिया था

ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट में बताया गया था कि इजराइली इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद (Mosad) ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इसके लिए 9 ईरानी नागरिकों को मुंहमांगी रकम ऑफर की गई थी। उन्हें शाहाबाद वर्कशॉप का ब्लूप्रिंट उपलब्ध कराया गया। उन्हें कहा गया कि इसमें आग लगाने पर उन्हें मुंहमांगी कीमत दी जाएगी। बताया जाता है कि ऑपरेशन से पहले उन्हें करीब 10,000 डॉलर दिए गए थे। बाकी पैसे ऑपरेशन पूरा होने के बाद देने का वादा किया गया था।

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ईरान ने शाहाबाद वर्कशॉप के बारे में IAEA को भी नहीं बताया था

शाहाबाद वर्कशॉप वह फैसिलिटी थी, जिसके बारे में सिर्फ ईरान को पता था। ईरान ने यहां तक कि इसे IAEA की नजरों से भी बचा कर रखा था। यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चुने गए ईरानी हमलावरों का नेतृत्व मसूद रहीमी और उसके भाइयों ने की थी। वे गार्ड्स को निष्क्रिय कर शाहाबाद वर्कशॉप के अंदर घुसने में कामयाब हो गए थे। फिर उन्होंने वर्कशॉप के अंदर इस्तेमाल हो रहे कई उपकरणों को आग के हवाले कर दिया था।



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Saturday, October 5, 2024

ISRO Recruitment 2024: इसरो में नौकरी करने का मौका, मिलेगी 2,08,700 रुपये सैलरी

ISRO Recruitment 2024: क्या आपको इसरो में नौकरी करनी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने योग्य कैंडीडेट के लिए एप्लिकेशन मंगवाएं हैं। इसरों ने 103 पोस्ट को भरने के लिए एप्लिकेशन मांगी है। ये जॉब मेडिकल ऑफिसर-SD, मेडिकल ऑफिसर-SC, वैज्ञानिक इंजीनियर-SC, टेक्निकल असिस्टेंट, साइंटिफिक असिस्टेंट, तकनीशियन-B, ड्राफ्ट्समैन-B और सहायक (आधिकारिक भाषा) पोस्ट के लिए है।

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 9 अक्टूबर 2024 तक ISRO की आधिकारिक वेबसाइट isro.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। ये पोस्ट ISRO के ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेंटर (HSFC), बेंगलुरु में स्थित हैं। ये पोस्ट फिलहाल अस्थायी हैं, लेकिन इन्हें लंबे समय तक जारी रखा जा सकता है।

आयु सीमा:

मेडिकल ऑफिसर (SD) और मेडिकल ऑफिसर (SC): 18 से 35 साल।

वैज्ञानिक इंजीनियर (SC): 18 से 30 साल।

अन्य पदों के लिए: 18 से 35 साल।

SC/ST उम्मीदवारों को 5 साल की और OBC उम्मीदवारों को 3 साल की छूट मिलेगी।

वेतन:

चयनित उम्मीदवारों को ₹21,700 से ₹2,08,700 तक का वेतन मिलेगा, जो पोस्ट के अनुसार अलग-अलग होगा।

चयन प्रक्रिया:

उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। 1:5 के अनुपात (हर पोस्ट के लिए कम से कम 10 उम्मीदवार) में चयनित उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। इसके बाद दस्तावेज़ सत्यापन और मेडिकल जांच होगी।

आवेदन कैसे करें:

ISRO की वेबसाइट isro.gov.in पर जाएं।

"ISRO भर्ती 2024" लिंक पर क्लिक करें।

आवेदन पत्र में मांगी गई जानकारी भरें।

जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करके फॉर्म जमा करें।

फॉर्म का प्रिंटआउट निकालकर भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।

इस भर्ती से संबंधित अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध नोटिफिकेशन पढ़ सकते हैं।

ये पेंशनर्स 1 अक्टूबर से जमा कर सकते लाइफ सर्टिफिकेट, सरकार ने दी राहत



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Haryana J&k exit polls results: 5 बार एग्जिट पोल के नतीजे गलत साबित हो चुके हैं

करीब दो घंटे बाद आपको जम्मू एवं कश्मीर और हरियाणा में बनने वाली नई सरकार का अंदाजा लग जाएगा। हरियाणा में एक चरण में होने वाली वोटिंग शाम 6 बजे खत्म हो जाएगी। जम्मू एवं कश्मीर में पहले ही तीन चरणों में वोटिंग हो चुकी है। 6 बजने के आधे घंटे बाद मीडिया में एग्जिट पोल के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। एग्जिट पोल के नतीजे वोटर्स के वोटिंग पैटर्न पर आधारित होते हैं। एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों के नतीजों में फर्क होता है। सबसे बड़ी बात यह कि ये सिर्फ चुनावों के फाइनल नतीजों के बारे में संकेत भर होते हैं। इनके सही होने की गारंटी नहीं होती। अब तक कई एग्जिट पोल के नतीजे पूरी तरह से गलत साबित हो चुके हैं।

लोकसभा चुनाव 2024

सबसे ताजा उदाहरण इस साल हुए लोकसभा के चुनाव हैं। करीब 12 एजेंसियों के एग्जिट पोल के नतीजों में NDA की बड़ी जीत का अनुमान लगाया गया था। उनका यह भी अनुमान था कि BJP को अपने दम पर सरकार बनाने के लिए न्यूनतम सीटों के मुकाबले काफी ज्यादा सीटें मिलेंगी। लेकिन, ये अनुमान गलत साबित हुए। NDA को सरकार बनाने लायक सीटें तो मिलीं। लेकिन, एग्जिट पोल में जिस संख्या का अनुमान लगाया गया था, उसके मुकाबले असल संख्या काफी कम थी।

इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया ने एनडीए को 361-401 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। न्यूज 24-चाणक्य ने एनडीए के लिए 400 सीटों का अनमान लगाया था। एबीपी न्यूज-सी वोटर ने एनडीए को 353-383 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। लेकिन, असल नतीजों में BJP और एनडीए की सीटों की संख्या अनुमान के मुकाबले काफी कम रही। लोकसभा चुनावों में '400 पार' का नारा देने वाली BJP को अपने दम पर सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिलीं। एनडीए को 293 तो BJP को सिर्फ 240 सीटें मिल सकीं। उधर, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया ब्लॉक को 235 सीटें मिल गईं, जो कई एजेंसियों के अनुमान से ज्यादा थीं।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023

पिछले साल छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनावों में ज्यादातर एजेंसियों ने कांग्रेस और BJP के बीच कांटे का लड़ाई का अनुमान एग्जिट पोल में लगाया था। कुछ एग्जिट पोल के नतीजों में तो दोबारा कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया था। लेकिन, चुनाव के नतीजें आए तो BJP ने कांग्रेस को सत्ता से बेदख कर दिया। इसका मतलब है कि एग्जिट पोल के नतीजे गलत साबित हुए। BJP कुल 90 विधानसभा सीटों में से 54 जीतने में सफल रही।

यूपी विधानसभा चुनाव 2017

उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 रुपये के नोटों पर रोक लगाने के ठीक बाद हुए थे। ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में यूपी में खंडित जनादेश का अनुमान व्यक्त किया गया था। लेकिन, विधानसभा चुनावों के नतीजों ने एग्जिट पोल को गलत साबित कर दिया था। राज्य में विधानसभा की कुल 403 सीटों में से 325 सीटें BJP को मिली थीं।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021

पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों ने भी एग्जिट पोल के नतीजों को गलत साबित किया था। ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में 294 सीटों वाली विधानसबा चुनावों में BJP को ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। इंडिया टुडेज एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी को 134-160 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। उसे टीएमसी को 130-156 सीटें मिलने की उम्मीद जताई थी। रिपब्लिक टीवी-सीएनएक्स के एग्जिट पोल में बीजेपी को 138-148 सीटें मिलने का संकेत दिया गया था। लेकिन, बीजेपी राज्य में सिर्फ 77 सीटें जीत सकी थी। TMC ने शानदार जीत के साथ तीसरी बार राज्य में सरकार बनाई।

यह भी पढ़ें: Haryana Exit Poll 2024: कब और कहां देखें हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे?

बिहार विधानसभा चुनाव 2020

2020 में हुए बिहार के विधानसभा चुनावों में ज्यादातर एजेंसियों ने राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाले गठबंधन की जीत का अनुमान लगाया था। इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया और टुडेज चाणक्या ने राजद गठबंधन की जीत का अनुमान लगाया था। लेकिन, असल नतीजों में बीजेपी-जदयू के गठबंधन को राज्य में जीत मिली थी। हालांकि, 324 सीटों वाली विधानसभा में सबसे ज्यादा 75 सीटें राजद जीतने में सफल रही थी।



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Friday, October 4, 2024

Hyundai Motor India IPO: देश के सबसे बड़े पब्लिक इश्यू के लिए हुंडई की नजर 19 अरब डॉलर वैल्यूएशन पर, इस तारीख को हो सकता है ओपन

Hyundai Motor India IPO: दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर कंपनी अपनी भारतीय सब्सिडियरी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के IPO के लिए 19 अरब डॉलर की वैल्यूएशन चाह रही है। यह बात ब्लूमबर्ग को मामले की जानकारी रखने वालों से मिली है। हुंडई का 25,000 करोड़ रुपये का IPO देश में अब तक का सबसे बड़ा IPO हो सकता है। एक दिन पहले मनीकंट्रोल ने रिपोर्ट दी थी कि यह IPO 14 अक्टूबर को लॉन्च हो सकता है और क्लोजिंग 16 अक्टूबर को हो सकती है।

हुंडई हुंडई मोटर इंडिया IPO में 17.5% हिस्सेदारी बेचने का प्लान कर रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों ने बताया कि एसेट मैनेजर्स, बीमा कंपनियों, पेंशन फंड और सॉवरेन वेल्थ फंड सहित कई विदेशी और स्थानीय संस्थागत निवेशकों ने हुंडई IPO में शेयर खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। हुंडई, 7 अक्टूबर को कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी को अपडेट ड्राफ्ट फाइल कर सकती है। लोगों ने बताया कि विचार-विमर्श जारी है और पेशकश के साइज, वैल्यू और टाइमिंग जैसी डिटेल्स बदल सकती हैं।

अभी देश में LIC के नाम है सबसे बड़े IPO का खिताब

भारत में अभी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का साल 2022 में आया 21,000 करोड़ रुपये का IPO, देश का सबसे बड़ा IPO है। हुंडई IPO के लिए जमा किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, कंपनी का पूरा IPO 14,21,94,700 शेयरों का OFS होगा। इसमें नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। हुंडई की भारतीय यूनिट ने 15 जून को सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) जमा किया था। IPO के लिए सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से मंजूरी मिल गई है।

Swiggy IPO का साइज बढ़ाने के प्रस्ताव को शेयरधारकों की मंजूरी, जारी होंगे 5000 करोड़ रुपये के नए शेयर



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पाकिस्तान जाएंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर, SCO समिट में होंगे शामिल, नौ साल में पहली बार कोई भारतीय मंत्री जाएगा इस्लामाबाद

विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। शिखर सम्मेलन 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, "विदेश मंत्री जयशंकर 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले SCO शिखर सम्मेलन के लिए पाकिस्तान में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।"

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में सीमा पार आतंकवाद पर उन्होंने पड़ोसी देश को लताड़ लगाई थी, अब करीब एक महीने बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) पाकिस्तान (Pakistan) का दौरा करेंगे।

पाकिस्तान ने PM मोदी को किया था आमंत्रित

जयशंकर ने 28 सितंबर को कहा, “कई देश अपने नियंत्रण से परे परिस्थितियों के कारण पीछे रह जाते हैं, लेकिन कुछ विनाशकारी परिणामों के साथ सचेत विकल्प चुनते हैं। इसका प्रमुख उदाहरण हमारा पड़ोसी पाकिस्तान है।"

इससे पहले इस्लामाबाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को SCO शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था। SCO हेड ऑफ स्टेट के लेवल की बैठक होती है, जिसमें आमतौर पर राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री ही शामिल होते हैं।

2015 में आखिरी बार पाकिस्तान गया था कोई भारतीय मंत्री

पाकिस्तान के पास SCO काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (CHG) की रोटेटिंग चेयरमैनशिप और इस साल ये समिट इस्लामाबाद में होने जा रहा है। यह दो दिन तक चलने वाले व्यक्तिगत SCO हेड ऑफ गवर्नमेंट मीटिंग की मेजबानी करेगा।

दिसंबर 2015 के बाद से किसी भी भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफगानिस्तान पर एक सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए 2015 में इस्लामाबाद का दौरा किया था।

SCO समिट से पहले एक मंत्रिस्तरीय बैठक होगी और सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर केंद्रित वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी।

पाकिस्तान में 1,50,000 से ज्यादा सरकारी नौकरियों में कटौती, 6 मंत्रालयों को भी खत्म करने का फैसला



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Thursday, October 3, 2024

DLF, Lodha समेत अन्य रियल्टी स्टॉक 6% तक लुढ़के, लेकिन ब्रोकरेज बुलिश, इन वजहों से आ सकती है रैली

Realty Stocks: मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच आज 3 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई। इस गिरावट का असर रियल एस्टेट सेक्टर के स्टॉक्स में भी देखने को मिला और DLF, Sobha, गोदरेज प्रॉपर्टीज और Lodha समेत अन्य रियल्टी शेयर 6% तक टूट गए। इसकी एक और वजह सितंबर में मुंबई में हाउसिंग यूनिट रजिस्ट्रेशन में गिरावट भी है। DLF के शेयरों में 5.38 फीसदी, Sobha के शेयरों में 1.81 फीसदी, गोदरेज प्रॉपर्टीज में 5.82 फीसदी और Lodha के शेयरों में 3.76 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।

हाउसिंग यूनिट्स के रजिस्ट्रेशन में गिरावट की क्या है वजह?

आंकड़ों से पता चला है कि सितंबर 2024 में मुंबई में रिजस्टर्ड हाउसिंग यूनिट्स की संख्या सालाना 15 फीसदी घटकर 9111 यूनिट रह गई। इसकी एक वजह यह है कि खरीदारों ने पितृपक्ष में श्राद्ध को अशुभ मानते हुए खरीदारी में देरी की। इसके अलावा, राज्य चुनावों से पहले स्टांप ड्यूटी में कमी की उम्मीदों के कारण भी खरीदारों ने इंतजार करना बेहतर समझा।

रिजस्टर्ड यूनिट्स का कुल मूल्य भी सालाना 22 फीसदी घटकर लगभग 14600 करोड़ रुपये रह गया। इस साल अब तक मुंबई में 1.05 लाख यूनिट्स रजिस्टर्ड हुए हैं, जो सालाना 12 फीसदी की वृद्धि है, जबकि बिक्री मूल्य सालाना 6 फीसदी की वृद्धि के साथ 1.5 लाख करोड़ रुपये हो गई है।

Realty Stocks पर ब्रोकरेज की राय

ब्रोकरेज फर्म नुवामा की रिपोर्ट के अनुसार सितंबर 2024 में महाराष्ट्र में हाउसिंग रजिस्ट्रेशन सालाना आधार पर 14 फीसदी गिरकर लगभग 1.08 लाख यूनिट रह गई। इस मंदी के बावजूद नुवामा के एनालिस्ट्स का मानना ​​है कि एक मजबूत लॉन्च ट्रांजेक्टरी और संभावित रेट कट से मुंबई में आगे चलकर बिक्री में सुधार होने की संभावना है। ब्रोकरेज ने कहा कि इससे मुंबई बेस्ड कंपनियों जैसे लोढ़ा, ओबेरॉय, गोदरेज प्रॉपर्टीज, रुस्तमजी और सनटेक को लाभ होगा।

नुवामा के अनुसार रियल्टी सेक्टर में बिक्री में उछाल जारी रहने की उम्मीद है, जिसकी कई वजहें हैं। ब्रोकरेज ने कहा कि बिक्री को बड़े बिजनेस डेवलपमेंट गोल्स, बेहतर कैश फ्लो द्वारा समर्थित प्रोजेक्ट लॉन्च में वृद्धि, इंटरेस्ट रेट स्टेबलाइजेशन, डायवर्सिफिकेशन और बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी से बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, बढ़ती मजदूरी, अधिक रोजगार के अवसर और रिटर्न-टू-ऑफिस ट्रेंड से घर खरीदारी में तेजी की संभावना है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Wednesday, October 2, 2024

Karwa Chauth 2024: करवा चौथ की पूजा की थाली में जरूर रखें ये चीजें, लंबी होगी पति की उम्र

Karwa Chauth 2024: करवा चौथ का व्रत सनातन धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। इस साल 2024 में करवा चौथ 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं और पूरे विधि-विधान से पूजा करती हैं। करवा चौथ को पति की दीर्घायु और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

पूजन सामग्री (Pujan Samagri List)

करवा चौथ की पूजा के लिए कुछ विशेष सामान अपनी पूजा की थाली में जरूर रखें।

चंदन, शहद, धूप, पुष्प (लाल और पीले)

कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मिठाई

गंगाजल, शुद्ध जल, कुंकू, अक्षत (चावल), सिंदूर

मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ

मिट्टी का करवा व ढक्कन, दीपक, कपूर, गेहूं, हल्दी

गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी की चौकी, चलनी

अठावरी (आठ पूरियां), हलवा, दक्षिणा (दान के लिए पैसे)

महिलाएं इन सामग्रियों का उपयोग करके पूजा की थाली तैयार करती हैं। व्रत के दौरान और पूजन के समय इन सभी वस्तुओं का होना अच्छा माना जाता है।

करवा चौथ के दिन चांद निकलने का समय (Moon Rise Time)

2024 में करवा चौथ पर चांद का उदय शाम 7:54 बजे होगा। पूजा का शुभ समय शाम 5:46 बजे से लेकर 7:02 बजे तक रहेगा। इस दौरान महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करेंगी।

इस साल खास होगा करवाचौथ

इस साल का करवा चौथ विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में रहेगा। धार्मिक दृष्टि से, रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा का उदय बहुत शुभ माना जाता है, जिससे इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है। इस नक्षत्र में पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन में शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। करवा चौथ का व्रत न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है बल्कि इसे आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी बहुत पावन माना गया है।

फेस्टिवल में चाहिये ट्रेन की कंफर्म टिकट? इंडियन रेलवे की इस ट्रिक का करें इस्तेमाल, मिल जाएगी ट्रेन



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Tuesday, October 1, 2024

SBI ने अपने करोड़ों ग्राहकों को दिया तोहफा! बढ़ाया FD में निवेश का समय

SBI Bank: देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India - SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को तोहफा दिया है। सरकारी बैंक ने अपनी 2 योजनाओं में निवेश की समयसीमा बढ़ा दी है। अभी हाल में एसबीआई ने अमृत वृष्टि योजना शुरू की है, जिसमें निवेश की समयसीमा बढ़ाकर 31 मार्च 2025 कर दी है। इसके अलावा SBI की एसबीआई अमृत कलश योजना में निवेश का पीरियड भी 31 मार्च 2025 तक के लिए बढ़ा दिया है। पहले इस योजना में निवेश की समयसीमा 30 सितंबर थी। यहां जानिए दोनों स्कीमों के फायदे और नुकसान।

SBI अमृत कलश पर मिलता है 7.60% का इंटरेस्ट

देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक SBI की अमृत कलश योजना स्पेशल FD स्कीम है। इसमें निवेश करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2024 थी, जिसे आगे बढ़ाकर 31 मार्च 2025 कर दिया है। बैंक इस पर 7.10% ब्याज दे रहा है। सीनियर सिटीजन को इस योजना पर 7.60 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। ये एसबीआई की खास योजना है जिसमें 400 दिनों में सामान्य एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज दिया जा रहा है। बैंक की वेबसाइट के मुताबिक अमृत कलश स्पेशल स्कीम में कोई भी 400 दिनों के पीरियड के साथ निवेश कर सकते हैं और गारंटी रिटर्न पा सकते हैं। एसबीआई बैंक के अनुसार अमृत कलश एफडी के निवेशकों को मासिक, तिमाही और छमाही ब्याज का पेमेंट ले सकते हैं। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार 400 दिनों की एफडी से पहले अमृत कलश एफडी में समय से पहले पैसा निकालने पर बैंक लागू दर से 0.50% से 1% कम ब्याज दर जुर्माने के रूप में काट सकता है।

SBI ‘अमृत वृष्टि’ FD स्कीम

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने स्पेशल एफडी की शुरुआत की है। एसबीआई की इस नई योजना का नाम ‘अमृत वृष्टि’ है। नई योजना 15 जुलाई 2024 से लागू हो चुकी है। अमृत वृष्टि योजना 444 दिनों की जमा राशि पर 7.25% का सालाना ब्याज दर ऑफर कर रही है। इसके अलावा SBI सीनियर सिटीजन को अतिरिक्त 0.50% का ब्याज भी देगा। सीनियर सिटीजन को अधिकतम ब्याज मिल रहा है। ये स्पेशल एफडी बैंक ब्रांच, इंटरनेट बैंकिंग और योनो चैनल के माध्यम से बुक की जा सकती है। इस एफडी में अधिकतम 3 करोड़ रुपये तक निवेश कर सकते हैं। इस योजना में भी 25 मार्च 2025 तक निवेश किया जा सकता है।

SEBI ने म्यूचुअल फंड और डीमैट अकाउंट में नॉमिशन के नियम बदले, जानिए इसका क्या असर पड़ेगा



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