SBI Card Q2 results: एसबीआई कार्ड ने आज 29 अक्टूबर को FY25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 32.9 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनी ने इस दौरान ₹404.42 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा ₹602.98 करोड़ था। कंपनी के शेयरों में आज 2.91 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 686.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 65,342 करोड़ रुपये है।
SBI Card के रेवेन्यू में उछाल
प्रॉफिट में गिरावट के बावजूद SBI Card के कुल रेवेन्यू में सालाना 8.2 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो एक वर्ष पहले के 4,087 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,421 करोड़ रुपये हो गया। रेवेन्यू ग्रोथ मुख्य रूप से ब्याज आय में 20% की वृद्धि के कारण हुई, जो ₹2290 करोड़ तक पहुंच गई। हालांकि, फीस और कमीशन इनकम 2% घटकर ₹2131 करोड़ रह गई। फाइनेंस कॉस्ट में सालाना आधार पर 30 फीसदी की वृद्धि हुई और यह ₹788 करोड़ हो गया, जबकि ऑपरेटिंग कॉस्ट में 3% की कमी आई।
एसबीआई कार्ड ने एक बयान में कहा कि क्रेडिट कॉस्ट में वृद्धि ने प्रॉफिटेबिलिटी को प्रभावित किया, इम्पेयरमेंट लॉस और बैड डेट 63% बढ़कर ₹1,212 करोड़ हो गए। इन चुनौतियों के बावजूद, अर्निंग बिफोर क्रेडिट कॉस्ट सालाना आधार पर 13 फीसदी बढ़कर ₹1757 करोड़ हो गया। रिटर्न ऑन एवरेज एसेट (ROAA) 4.9% से घटकर 2.7% हो गया, और रिटर्न ऑन एवरेज इक्विटी (ROAE) 22.3 फीसदी से घटकर 12.5 फीसदी हो गया।
SBI Card ने कारोबार का किया विस्तार
एसबीआई कार्ड ने अपने कारोबार का विस्तार जारी रखा। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही तक कार्ड-इन-फोर्स की संख्या सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़कर 1.96 करोड़ हो गई। हालांकि, न्यू अकाउंट ओपनिंग वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 1.14 मिलियन से धीमी होकर 904,000 हो गई। कार्डधारकों का खर्च सालाना आधार पर 3% बढ़कर ₹81,893 करोड़ हो गया, जबकि प्राप्तियों में 23% की वृद्धि हुई, जो ₹55,601 करोड़ पर पहुंच गई।
तिमाही के दौरान बाजार हिस्सेदारी में मामूली गिरावट देखी गई, एसबीआई कार्ड की कार्ड-इन-फोर्स हिस्सेदारी पिछले साल के 19.2% से गिरकर 18.5% हो गई, और खर्च हिस्सेदारी 18% से गिरकर 15.7% हो गई। कंपनी कार्ड जारी करने के मामले में मार्केट पोजिशन में दूसरे स्थान पर और कार्ड खर्च में तीसरे स्थान पर रहा।
एसेट क्वालिटी में गिरावट
तिमाही के दौरान एसेट क्वालिटी में गिरावट आई। ग्रॉस NPA 2.43 फीसदी सालाना बढ़कर 3.27% हो गया, जबकि नेट NPA 0.89% से बढ़कर 1.19% हो गया। कैपिटल एडेक्वेसी रेश्यो (CAR) भी कमजोर हुआ, जो 23.3% सालाना से घटकर 22.1% रह गया, जबकि टियर I कैपिटल 16.3% रहा, जो पिछले साल के 20.8% से कम है। एसबीआई कार्ड की बैलेंस शीट 30 सितंबर, 2024 तक बढ़कर ₹61,872 करोड़ हो गई, जबकि मार्च 2024 में यह ₹58,171 करोड़ थी।
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