Wednesday, November 27, 2024

प्रदूषण से परेशान हैं तो भी काम आएगा Health Insurance, जानिए इसके फीचर्स और प्रीमियम

सर्दियां शुरू होते ही दिल्ली-एनसीआर और भारत के कुछ अन्य हिस्सों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। जिसके कारण गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से सांस संबंधी बीमारियां और अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), निमोनिया और सांस या ब्रोन्कियल रुकावट के गंभीर मामले भी हो सकते हैं। ऐसे खर्चों को कवर करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस महत्वपूर्ण हो जाता है। भारत में अधिकांश स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदूषण-संबंधी बीमारियों को कवर करती हैं। यह योजनाएं आम तौर पर अस्थमा या सीओपीडी जैसे सांस संबंधी बीमारियों के लिए इमरजेंसी के दौरान अस्पताल में भर्ती होने को कवर करती हैं, जिनके लिए आईसीयू या गंभीर देखभाल की आवश्यकता होती है।

एयर पॉल्यूशन के उच्च स्तर के लंबे समय तक संपर्क में रहने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। यह हेल्थ इंश्योरेंस को इस समय के दौरान एक उत्तम सुरक्षा कवच बनाता है। यह हमेशा सलाह दी जाती है कि अपने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ-साथ परामर्श, दवाओं और डायग्नोस्टिक टेस्ट को कवर करने के लिए ओपीडी कवर भी लें, बढ़ते प्रदूषण के कारण ओपीडी कवर की बार-बार आवश्यकता हो सकती है।

प्रदूषण और इसके लंबे समय तक रहने वाले असर 

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषित हवा में सांस लेना एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के समान है। कम समय के लिए होने वाले प्रभावों में आंखों में जलन, गले में खुजली और सांस लेने में तकलीफ जैसी सांस संबंधी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि, वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के लंबे समय तक संपर्क में रहने से फेफड़ों के कैंसर और पुरानी हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है। यह किसी व्यक्ति के जीवन से कई वर्ष छीन सकता है।

एक अन्य महत्वपूर्ण कारक यह है कि प्रदूषण हमारी जीवनशैली के सक्रिय हिस्से को कैसे रोकता है। वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के दौरान डॉक्टर लोगों को घर के अंदर रहने और शारीरिक गतिविधि, विशेषकर व्यायाम से बचने की सलाह देते हैं। हालांकि यह हमें अल्पकालिक स्वास्थ्य जोखिमों से बचने में मदद करता है, लेकिन यह एक गतिहीन जीवन शैली की ओर भी ले जाता है जिसका दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव हो सकता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो पहले से ही मधुमेह जैसी स्वास्थ्य जटिलताओं से गुजर रहे हैं, जिन्हें नियंत्रण में रखने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि की आवश्यकता होती है।

क्यों जरूरी है हेल्थ इंश्योरेंस

हालांकि हम अभी प्रदूषण को कम करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, लेकिन इससे होने वाली लंबी अवधि की बीमारियों के जोखिम से अपनी आर्थिक सुरक्षा हम सुनिश्चित कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि हेल्थ इंश्योरेंस इन समस्याओं के लिए व्यापक कवरेज प्रदान करता है।

सही हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के साथ खुद को सुरक्षित रखने के तरीके

PED के लिए कवरेज

डायबिटीज से पीड़ित लोग ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ उठा सकते हैं जो पहले दिन से ही पहले से मौजूद डायबिटीज का इलाज कवर करती हैं। दरअसल, जो लोग पुरानी डायबिटीज से जूझ रहे हैं, वे ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव कर सकते हैं जो उन्हें पूरी तरह से कवर करें। ये हाइ डायबिटीज वाले व्यक्ति, जिन्हें डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है। इन योजनाओं के व्यापक कवरेज में न केवल इमरजेंसी के दौरान सहायता बल्कि रेगुलर हेल्थ चेकअप भी शामिल है। यह पॉलिसीधारकों को सशक्त बनाता है और उन्हें अपने स्वास्थ्य का बेहतर प्रबंधन करने के लिए सही जानकारी प्रदान करता है।

OPD कवरेज

स्वास्थ्य बीमा आम तौर पर अस्पताल में भर्ती होने के खर्चों को कवर करता है जो प्रदूषण के उच्च स्तर से उत्पन्न होने वाली बीमारियों के कारण हो सकते हैं। हालांकि, अगर कोई ऐसे शहर में रहता है जहां नियमित रूप से जहरीली हवा का प्रकोप होता है, तो उसे ओपीडी कवरेज भी लेने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वायु प्रदूषण कुछ अल्पकालिक स्वास्थ्य परेशानियों को जन्म दे सकता है जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं हो सकती है, लेकिन डॉक्टर परामर्श और चिकित्सा परीक्षणों सहित चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। ओपीडी कवरेज होने से आप आंखों की समस्याओं, सर्दी और खांसी, सांस की समस्याओं, त्वचा की एलर्जी आदि के कारण होने वाले जेब खर्च से बच जाते हैं।

क्रिटिकल इलनेस कवर

क्रिटिकल इलनेस कवर प्राप्त करना भी एक अच्छा विचार है जो पॉलिसीधारक को कैंसर या हृदय रोग जैसी किसी भी सूचीबद्ध गंभीर बीमारी से डायग्नोस होने पर एकमुश्त राशि देता है। इस मामले में अस्पताल में भर्ती होने का बिल 40-50 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। इस कवरेज का उपयोग चिकित्सा उपचार की उच्च लागत को कवर करने के लिए किया जा सकता है जो ऐसी बीमारियों में आम है, और इससे होने वाली आय की किसी भी हानि की भरपाई के लिए भी किया जा सकता है।

बीमा के लिए ज्यादा प्रीमियम 

पर्याप्त बीमा राशि के महत्व पर पर्याप्त जोर नहीं दिया जा सकता है, खासकर मेट्रो शहरों में। लगातार उच्च स्तर के प्रदूषण के संपर्क में रहने वालों के लिए कम से कम 50लाख से 1 करोड़ रुपये तक की बीमा राशि महत्वपूर्ण है। साथ ही, मेट्रो शहर में दो वयस्कों के लिए 1 करोड़ रुपये का कवर लगभग 1300 रुपये मासिक प्रीमियम की किफायती कीमत पर उपलब्ध है। इससे व्यक्ति को महत्वपूर्ण चिकित्सा देखभाल वहन करने में मदद मिलती है, जो फेफड़ों के कैंसर जैसी प्रदूषण से बढ़ी पुरानी बीमारियों के लिए महत्वपूर्ण है, जिसकी लागत काफी अधिक हो सकती है।

लेखक-सिद्धार्थ सिंघल, हेड-हेल्थ इंश्योरेंस, पॉलिसीबाजार डॉट कॉम 



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Tuesday, November 26, 2024

Multibagger stock: लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट, 3 साल में दे चुका है 840% का तगड़ा रिटर्न

Multibagger stock: गुजरात टूलरूम लिमिटेड के शेयरों में आज 26 नवंबर को लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट लगा है। इस समय यह स्टॉक BSE पर 5 फीसदी की बढ़त के साथ 13.92 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। दरअसल, कंपनी ने 31 करोड़ रुपये का ऑर्डर सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस खबर के बाद इसके शेयरों में जमकर खरीदारी हो रही है। आज की तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 222.92 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 45.97 रुपये और 52-वीक 10.75 रुपये है।

कंपनी ने पूरा किया 31 करोड़ रुपये का ऑर्डर

गुजरात टूलरूम लिमिटेड ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए 31 करोड़ रुपये का ऑर्डर सफलतापूर्वक पूरा किया है। इसके साथ ही कंपनी ने इस वर्ष कुल 60 करोड़ रुपये का ऑर्डर पूरा किया है। इसे कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

QIP से जुटाए 50 करोड़ रुपये

इसके साथ ही कंपनी ने हाल ही में ₹50 करोड़ रुपये का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) भी पूरा किया है। QIP में ₹11.50 प्रति शेयर के भाव पर 43.48 मिलियन इक्विटी शेयर जारी किए गए, जिसमें जीटा ग्लोबल फंड्स (OEIC) PCC लिमिटेड और एमिनेंस ग्लोबल फंड PCC ट्रेड फंड 1 जैसे प्रमुख इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स शामिल हुए। इस फंड का इस्तेमाल कंपनी की विस्तार योजनाओं को गति देने के लिए किया जाएगा। कंपनी क्लीन एनर्जी, माइनिंग और इंटरनेशनल ऑपरेशन जैसे विकास क्षेत्रों पर फोकस करेगी।

3 साल में 840% रिटर्न

नवंबर 2021 में गुजरात टूलरूम के एक शेयर की कीमत 1.48 रुपये थी, जो कि आज के समय में बढ़कर 13.05 रुपये हो गई है। यानी करीब तीन साल में ही स्टॉक ने 840 फीसदी का तगड़ा मुनाफा कराया है।

अहमदाबाद स्थित गुजरात टूलरूम इंडस्ट्रियल मशीनों और इक्विपमेंट्स बनाने और असेंबल करने का काम करती है। गुजरात टूलरूम ने साल 1991 में अपने कारोबार की शुरुआत की थी। यह कंपनी माइन्स, मिनरल्स और इससे जुड़े दूसरी गतिविधियों के विकास और संचालन के कारोबार में है। फिलहाल यह माइनिंग सेवाएं मुहैया करा रही है और इसका मैनेजमेंट अन्य कारोबारी मौकों पर काम कर रहा है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Market outlook: लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 27 नवंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock Market : 26 नवंबर को वोलेटाइल कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स हल्के लाल निशान में बंद हुए हैं। निफ्टी 24,200 से नीचे आ गया है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 80,004.06 पर और निफ्टी 27.40 अंक या 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 24,194.50 पर बंद हुआ है। लगभग 2179 शेयरों में बढ़त देखने को मिली है। वहीं, 1580 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। जबकि, 105 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

निफ्टी पर ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, श्रीराम फाइनेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफोसिस सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयरों में रहे। जबकि अदाणी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा और बजाज ऑटो सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट रहा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। सेक्टोरल मोर्चे पर ऑटो, पावर, फार्मा, ऑयल एंड गैस में 1-1.5 फीसदी की गिरावट आई, जबकि एफएमसीजी, आईटी, मेटल में 0.5-1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।

27 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि भारतीय शेयर बाजारों ने दिन की शुरुआत मजबूती के साथ की,लेकिन ओवरबॉट स्थिति (पिछले 2 कारोबारी सत्रों में भारी तेजी) के कारण निफ्टी ने सुबह के कारोबार में ही अपनी सारी बढ़त गंवा दी और पूरे दिन सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता रहा। अंत में ये 27.40 अंकों की गिरावट के साथ 24194.50 पर बंद हुआ। आईटी सेक्टर में आज 1 फीदी से अधिक की बढ़त दर्ज की गई, जबकि दूसरी ओर ऑटो और फार्मा में सबसे अधिक गिरावट आई।

RSI में संभावित हिडेन बियरिश डाइवर्जेंस के साथ निफ्टी 50 ने एक बियरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है जो तेजी की गति में एक अस्थायी ठहराव का संकेत है। अभी यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन अगर इंडेक्स में करेक्शन होता है तो इसे संभावित इनवर्टेड हेड एंड शोल्डर फॉर्मेशन का राइट शोल्डर माना जाएगा। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट और रजिस्टेंस वही कल वाला ही रहेगा यानी 23,950 (बुलिश गैप)पर सपोर्ट और 24,350 पर रजिस्टेंस।

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एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में रेंज बाउंड रहा। यह 21 ईएमए और 55 ईएमए के बीच घूमता रहा। बाजार में शॉर्ट टर्म ट्रेंड पॉजिटिव बना हुआ है। इस समय ट्रेडर्स को गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनाने की सलाह होगी। नीचे की तरफ 23,950-24,000 के आसपास निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट है। जबकि 24,500 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। अगर निफ्टी ये रजिस्टेंस तोड़ देता है तो फिर इसमें आगे तेज रैली आ सकती है।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Pakistan: 'इमरान खान की जान को है खतरा!' UAE के सामने गिड़गिड़ाई ISI, PTI से बातचीत में मध्यस्ता करने की अपील

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने सड़कों पर हल्ला बोल रखा है। इस बीच सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI चाहती है कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) उसकी सेना और पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के बीच हालात सुधारने के लिए हस्तक्षेप करे। यूएई ने पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख के खिलाफ जन भावनाओं के कारण हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। PTI के कार्यक्रता और समर्थक देश के अलग-अलग हिस्सों से राजधानी इस्लामाबाद पहुंच गए हैं। सुरक्षा कर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसा भी हो रही है।

CNN-News18 से बात करते हुए इमरान खान के करीबी सहयोगी डॉ. सलमान अहमद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने उनके और खान के बीच मध्यस्थता के लिए UAE से संपर्क किया है। सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे पर ISI का एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात भी गया था।

सूत्रों ने कहा कि शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि UAE पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर के साथ सहयोग करने के लिए तैयार नहीं था। पाकिस्तान और सेना के भीतर उनके खिलाफ अलोकप्रिय भावना के कारण सऊदी अरब साम्राज्य ने पहले ही असीम मुनीर से दूरी बना ली थी।

सूत्रों ने कहा कि UAE और KSA दोनों को लगता है कि PDM और सैन्य शासन ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर विफल कर दिया है।

सूत्रों ने बताया कि इमरान खान ने बनिगाला में शिफ्ट होने से इनकार कर दिया है। सूत्रों ने कहा, "इमरान खान की जान को खतरा है और पाकिस्तानी सेना उन्हें मारना चाहती है।"

इस बीच, सोमवार को इस्लामाबाद के बाहर सुरक्षा बलों के साथ इमरान खान समर्थकों की झड़प में कम से कम एक अधिकारी की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। खान ने अपनी गिरफ्तारी के विरोध में संसद पर मार्च और उसके बाद धरने की अपील की थी।

पाकिस्तानी सेना के साथ विवाद के बाद सत्ता से बाहर होने के बाद खान अगस्त 2022 से जेल में हैं।

Pakistan PTI Protest: हिंसक हुआ इमरान खान की पार्टी का प्रदर्शन, चार सुरक्षाकर्मियों की मौत



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शेयर बाजार में थमी तेजी, सेंसेक्स 105 अंक लुढ़का, निवेशकों को फिर भी ₹24,000 करोड़ का मुनाफा

Share Market Today: शेयर बाजार में पिछले 2 दिनों से जारी तेजी का सिलसिला मंगलवार 26 नवंबर को थम गया। सेंसेक्स 105 अंक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी 24,200 के नीचे बंद हुआ। एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी नए ट्रिगर की कमी के चलते बाजार में आज दायरे में कारोबार देखने को मिला। हालांकि ब्रॉडर मार्केट में मामूली तेजी रही, जिसके चलते निवेशकों को आज शेयर बाजार से करीब 24,000 करोड़ का मुनाफा हुआ। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.10 फीसदी, वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 0.62 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए। आज के कारोबार के दौरान आईटी, टेलीकॉम और मेटल शेयरों में तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर यूटिलिटी, ऑटो, पावर, ऑयल एंड गैस और फार्मा शेयरों में बिकवाली रही।

कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 80,004.06 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 27.40 अंक या 0.11 फीसदी फिसलकर 24,194.50 के स्तर पर बंद हुआ।

निवेशकों ने ₹24,000 करोड़ कमाए

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 26 नवंबर को बढ़कर 439.82 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार 25 नवंबर को 439.58 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 24,000 करोड़ रुपये बढ़ा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 24,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयर

बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयर हरे निशान में यानी बढ़त के साथ बंद हुए। इसमें एशियन पेंट्स (Asian Paints) के शेयरों में 1.79 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके बाद इंफोसिस (Infosys), जेएसडब्लू स्टील (JSW Steel), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर 0.60 फीसदी से लेकर 1.73 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर

वहीं सेंसेक्स के बाकी 16 शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुए। इसमें अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement) का शेयर 3.07 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports), सन फार्मा (Sun Pharma), एनटीपीसी (NTPC) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के शेयरों में 1.87 फीसदी से 3% तक की गिरावट देखी गई।

सेंसेक्स के बाकी शेयरों का क्या हाल रहा, इसे आप नीचे दिए गए तस्वीर में देख सकते हैं-

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2,279 शेयरों में रही तेजी

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आज बढ़त के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही। एक्सचेंज पर कुल 4,031 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला। इसमें से 2,279 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। वहीं 1,643 शेयरों में गिरावट देखी गई। जबकि 109 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए। इसके अलावा 215 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ। वहीं 53 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

यह भी पढ़ें- Adani Green के शेयरों में लगातार 6वें दिन गिरावट, इस महीने 50% घटा भाव, कंपनी का इस बयान पर आया स्पष्टीकरण



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Monday, November 25, 2024

LIC ने सितंबर तिमाही में किया 38,000 करोड़ निवेश, क्या आप करेंगे एलआईसी के शेयरों में इनवेस्ट?

LIC ने सितंबर तिमाही में अपने पोर्टफोलियो में शामिल 285 स्टॉक्स में से 75 में निवेश बढ़ाया है। उसने इस दौरान 7 नए स्टॉक्स में भी निवेश किया है। देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी ने दूसरी तिमाही में करीब 56,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। खास बात यह है उसने करीब 50 फीसदी निवेश लार्जकैप स्टॉक्स में किया है। सितंबर तिमाही में उसने करीब 38,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। इस तरह उसकी शुद्ध खरीदारी दूसरी तिमाही में 18,000 करोड़ रुपये रही। एलआईसी इंडिया का सबसे बड़ा इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर भी है।

84 शेयरों में घटाया निवेश

LIC ने सितंबर तिमाही में 84 शेयरों में अपना निवेश घटाया। उसने 7 कंपनियों में अपना निवेश पूरी तरह खत्म कर दिया। एलआईसी के पोर्टफोलियो में 285 कंपनियों के स्टॉक्स शामिल हैं। इनकी कुल वैल्यू 16.76 लाख करोड़ रुपये है। जून तिमाही में एलआईसी के पोर्टफोलियो की कुल वैल्यू 15.72 लाख करोड़ रुपये थी। यह जानकारी प्राइमडेटाबेस के डेटा पर आधारित है।

सितंबर में पोर्टफोलियो की वैल्यू बढ़ी

एलआईसी के इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो की वैल्यू सितंबर तिमाही में बढ़ी है। सितंबर तिमाही में घरेलू संस्थागत निवेशकों के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी इंडियन मार्केट में अच्छी खरीदारी की। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने 88,549 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1.04 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 7-7 फीसदी की तेजी दिखी। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 7 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 9.6 फीसदी तेजी आई।

इन ब्लूचिप शेयरों में किया निवेश

देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी ने सितंबर तिमाही में कई ब्लूचिप कंपनियों के शेयरों में भी निवेश किया। इनमें L&T, Maruti Suzuki और Bajaj Finance शामिल थे। इसके अलावा उसने IndusInd Bank, M&M, SBI, Bajaj Finserv, Kotak Mahindra Bank और ICICI Bank के शेयरों में भी निवेश किया। एलआईसी ने जिन कंपनियों के शेयर बेचे, उनमें Lupin, NTPC, HDFC Asset Management शामिल हैं।

पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन पर फोकस

LIC ने सितंबर तिमाही में अपने पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए भी निवेश किया। उसने Cyient, Shyam Metalics, Sanofi Consumer, Shriram Finance, IDFC First Bank, Bank of Maharashtra और BEL के शेयरों में निवेश किया। इन शेयरों में उसने करीब 8,560 करोड़ रुपये निवेश किए। उसने दीपक फर्टिलाइजर्स, सदर्न पेट्रोकेमिकल, सुमिटोमो में अपनी हिस्सेदारी घटाई।



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Property Share Investment Trust का IPO 2 दिसंबर से, बोली लगाने के लिए इतना है प्राइस बैंड

प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की पहली स्कीम PropShare Platina का 353 करोड़ रुपये का IPO 2 दिसंबर को ओपन होने वाला है। इसके लिए प्राइस बैंड 10 लाख-10.5 लाख रुपये प्रति यूनिट है। प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट भारत की पहली रजिस्टर्ड स्मॉल एंड मीडियम रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) है। इसके कमर्शियल ऑफिस स्पेसेज बेंगलुरु में हैं। REIT का उद्देश्य SPV (स्पेशल पर्पस व्हीकल्स) के जरिए स्कीम्स के तहत कंप्लीट और रेवेन्यू जनरेट करने वाली रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज में इनवेस्टमेंट या रीइनवेस्टमेंट करना है।

IPO की क्लोजिंग 4 दिसंबर को होगी। प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की स्कीम्स की यूनिट्स 9 दिसंबर से बीएसई और एनएसई पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगी। IPO में PropShare Platina की केवल नई यूनिट जारी होंगी। ऑफर फॉर सेल नहीं होगा।

IPO का रिजर्व हिस्सा

Property Share Investment Trust ने IPO में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए 75 प्रतिशत हिस्सा और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए बाकी 25 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व रखा है। वे मिनिमम 1 यूनिट और उसके बाद 1 यूनिट के मल्टीप्लाई में बोली लगा सकते हैं।

IPOs Next Month: दिसंबर में Vishal Mega Mart समेत 10 बड़ी कंपनियां IPO लाने की तैयारी में, कितने हजार करोड़ जुटाने का है प्लान

प्रॉपशेयर प्लेटिना की कोई ऑपरेटिंग हिस्ट्री नहीं

प्रॉपशेयर प्लेटिना, प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की ओर से शुरू की गई पहली स्कीम है, जिसकी कोई ऑपरेटिंग हिस्ट्री नहीं है। इसके SPV नई इनकॉरपोरेट हुईं एंटिटीज हैं, जिनकी कोई एस्टेबिलिश्ड ऑपरेटिंग हिस्ट्री नहीं है और न ही ऐतिहासिक वित्तीय जानकारी है। इसके रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा प्रपोज्ड एकल किराएदार से हासिल होगा। एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेज प्रॉपशेयर प्लेटिना के लिए ट्रस्टी के रूप में कार्य कर रही है, जबकि इनवेस्टमेंट मैनेजर, प्रॉपशेयर इनवेस्टमेंट मैनेजर है।

IPO से हासिल पैसों का इस्तेमाल मुख्य रूप से Platina SPVs द्वारा प्रेस्टीज टेक प्लेटिना एसेट की खरीद के लिए करने का प्लान है। ICICI Securities इस इश्यू के लिए एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है। रजिस्ट्रार, केफिन टेक्नोलोजिज है।



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इस IPO की अब 29 नवंबर को नहीं होगी लिस्टिंग, SEBI ने कंपनी के सामने रखी 2 शर्त

C2C Advanced Systems IPO Listing Postponed: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स के इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) की लिस्टिंग को टाल दिया है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। पहले इस IPO की लिस्टिंग आगामी 29 नवंबर को होनी थी। हालांकि अब SEBI ने कंपनी के सामने 2 शर्तों रखी हैं और कहा कि इन दोनों शर्तों के पूरा होने तक इसकी लिस्टिंग को टाला जाता है। SEBI की पहली शर्त है कि कंपनी अपने बोर्ड में एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर को नियुक्त करें। वहीं दूसरी शर्त यह है कि कंपनी का ऑडिटर अपनी रिपोर्ट को एनएसई या सेबी के पास सौंपे।

नोटिस के मुताबिक SEBI ने कंपनी को ऑडिटर से अपने फाइनेंशियल अकाउंट्स की स्वतंत्र रिपोर्ट हासिल करने और उसे जमा करने का निर्देश दिया है। बता दें कि C2C एडवांस्ड सिस्टम्स की लिस्टिंग्स 29 नवंबर को होनी थी। यह IPO 22 से 26 नवंबर के बीच बोली के लिए खुला है। सोमवार 25 नवंबर को बोली खत्म होने तक इस IPO को कुल 106.90 गुना अधिक बोली मिल चुकी थी। रिटेल निवेशकों की कैटगरी में कंपनी को 157.66 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला है।

इस घटनाक्रम से सीधे वाकिफ एक व्यक्ति ने मनीकंट्रोल को बताया, "स्वतंत्र ऑडिटर की नियुक्ति का आदेश इसलिए दिया गया है क्योंकि कंपनी को एक निवेशक से शिकायत मिली थी।" खबर लिखे जाने तक हम यह नहीं जान पाए कि शिकायत किस बारे में थी। जानकारी मिलने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा।

नोटिस में यह भी कहा गया है कि कंपनी को शेयर आवंटन से पहले निवेशकों (एंकर सहित) को यह विकल्प देना होगा कि वे चाहें तो अपने आवेदन वापस ले सकते हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि कोई नया सब्सक्रिप्शन नहीं होगा। नोटिस में यह भी जिक्र है कि लिस्टिंग के बाद फंड के सही इस्तेमाल पर निगरानी रखने के लिए NSE की ओर से एक एजेंसी की नियुक्ति की जाएगी।

C2C एडवांस्ड सिस्टम्स ने अपने आईपीओ से करीब 99.07 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बताई थी। इसके तहत कंपनी ने अपने 43.83 लाख शेयरों को 226 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बिक्री के लिए रखा था।

नई दिल्ली मुख्यालय वाली इस कंपनी ने 21 नवंबर को एंकर निवेशकों से 28.23 करोड़ जुटाए थे। जिन एंकर निवेशकों ने इसमें भाग लिया उसमें अर्थ AIF, बंगाल फाइनेंस, J4S वेंचर फंड, किंग्समैन वेल्थ फंड, LC रेडियंस फंड, NAV कैपिटल, नेजेन अनडिस्कवर्ड वैल्यू फंड और शाइन स्टार बिल्ड कैप शामिल हैं। इन एंकर निवेशकों को अपर प्राइस बैंड पर कुल 12.49 लाख शेयर आवंटित किए गए।

यह कंपनी कस्टमाइज्ड सॉफ्टवेयर और सॉफ्टवेयर-इनेबल्ड सिस्टम को डिलीवर करने में माहिर है जो मिलिट्री और सिक्योरिटी अपार्ट्स के लिए अहम मिशन डिफेंस एप्लिकेशंस को नियंत्रित करते हैं। कंपनी ने कहा कि वह IPO से मिली राशि का इस्तेमाल फिक्स्ड एसेट्स को खरीदने और दुबई में एक्सपीरियंस सेंटर को खोलने में करेगी।

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दिलजीत दोसांझ का धमाका: 'नैन मटका' से 'बेबी जॉन' तक, क्रिसमस पर मचेगा धमाल!

दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने "दिल ल्यूमिनाटी इंडिया टूर 2024" में व्यस्त हैं, लेकिन इसके बावजूद वे अपने अन्य कामों के लिए समय निकाल रहे हैं। लगातार कॉन्सर्ट्स के बीच दिलजीत हिंदी और पंजाबी गानों के लिए प्लेबैक कर रहे हैं और अपनी आगामी फिल्मों की शूटिंग भी पूरी कर रहे हैं।हाल ही में उनकी नई फिल्म 'बेबी जॉन' के गाने 'नैन मटका' को रिलीज किया गया। वरुण धवन, वामिका गब्बी और कीर्ति सुरेश अभिनीत इस फिल्म का यह गाना सोमवार को जारी हुआ। गाने के रिलीज के बाद दिलजीत ने फिल्म की कास्ट के साथ एक मजेदार वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया।

वीडियो में दिलजीत वरुण की रिक्वेस्ट को बिजी शेड्यूल का हवाला देकर टालते दिखते हैं, लेकिन कीर्ति सुरेश की गुजारिश पर न केवल गाने का प्रमोशन करते हैं, बल्कि उनके साथ डांस भी करते हैं। फिल्म 'बेबी जॉन' क्रिसमस पर रिलीज होने वाली है।

दिलजीत ने वरुण की रिक्वेस्ट को ठुकराया

गाने की रिलीज के साथ, दिलजीत ने 'बेबी जॉन' की पूरी कास्ट के साथ एक मजेदार वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया। गाने के वीडियो में वरुण धवन और कीर्ति सुरेश की जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिल रही है। साथ ही दोनों अपने डांस मूव्य से फैंस का दिल जीत रहे हैं। वीडियो में दिलजीत अपनी वैनिटी वैन में बैठे नजर आते हैं, जब वरुण धवन उनसे अपने गाने प्रमोट करने की गुजारिश करते हैं। दिलजीत अपने बिजी शेड्यूल का हवाला देकर वरुण की बात को टालते हुए नजर आते हैं। लेकिन जैसे ही फिल्म की लीड एक्ट्रेस कीर्ति सुरेश उनसे रिक्वेस्ट करती हैं, दिलजीत न केवल मान जाते हैं, बल्कि उनके साथ डांस भी करते हैं।

क्या सलमान खान करेंगे फिल्म में खास भूमिका?

फिल्म क्रिटिक और ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने बताया की, फिल्म में सलमान खान का एक खास कैमियो हो सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सलमान पहले ही अपनी शूटिंग पूरी कर चुके हैं, लेकिन इस खबर की अभी तक कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं हुई है।'बेबी जॉन' का निर्देशन ए. कलीस्वरन ने किया है। फिल्म में कीर्ति सुरेश, वामिका गब्बी, और राजपाल यादव भी लीड रोल में नजर आएंगे। यह फिल्म कीर्ति सुरेश का बॉलीवुड डेब्यू है। इस फिल्म को मुराद खेतानी, प्रिया एटली, और ज्योति देशपांडे ने प्रोड्यूस किया है। 'बेबी जॉन' क्रिसमस के मौके पर, 25 दिसंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

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Sunday, November 24, 2024

'मैं घर नहीं बैठूंगा' महाराष्ट्र चुनाव की हार पर शरद पवार ने तोड़ी चुप्पी, बताई अपनी आगे की रणनीति

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की नतीजे आने के बाद अब सभी के मन में एक सवाल बार-बार कौंद रहा था कि NCP(SP) के इतने खराब प्रदर्शन के बाद अब शरद पवार का भविष्य क्या होगा, जिन्होंने 86 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे और राज्यभर में प्रचार कर रहे थे। साथ ही बारामती विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने अजित पवार के खिलाफ अपने भतीजे युगेंद्र पवार को मैदान में उतारा था। शरद पवार ने हर उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था, फिर भी उनकी पार्टी महज 10 सीटों पर सिमट कर रह गई।

इस बीच शरद पवार ने अपनी आगे की रणनीति बताई। उन्होंने रविवार को कराड में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मीडिया से बातचीत की। इस दौरान शरद पवार ने कहा कि यह हार स्वीकार कर ली गई है और हमने जनता की राय स्वीकार कर ली है।

अजित पवार और युगेंद्र पवार की तुलना नहीं हो सकती

लोकसभा की तरह विधानसभा में भी बारामती विधानसभा सीट महाराष्ट्र की राजनीति के केंद्र में था। इस सीट पर चाचा अजित पवार और भतीजे युगेंद्र पवार के बीच मुकाबला था। अजित पवार पिछले 20 साल से विधायक हैं। इस विधानसभा चुनाव में युगेंद्र पवार ने पहली बार राजनीति में हिस्सा लिया, लेकिन उनके पीछे शरद पवार का बहुत बड़ा समर्थन था।

इसलिए, पवार परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर थी कि बारामती की जनता अजित पवार का समर्थन करेगी या शरद पवार का। इसी बीच 23 नवंबर को विधानसभा नतीजे घोषित हो गए और अजित पवार करीब एक लाख वोटों से जीत गए। इस बारे में जब शरद पवार से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अजित पवार और युगेंद्र पवार की तुलना नहीं की जा सकती।

शरद पवार ने कहा, "बारामती से किसी को मैदान में उतारना जरूरी था। अगर कोई खड़ा नहीं होता तो महाराष्ट्र में क्या संदेश जाता? हम जानते हैं कि अजित पवार की तुलना युगेंद्र से नहीं की जा सकती। अजित पवार ने कई सालों तक यहां काम किया है। सत्ता में समर्थन एक तरफ और नए युवा उम्मीदवार दूसरी तरफ, इसलिए इसकी तुलना नहीं की जा सकती।"

मैं घर पर नहीं बैठूंगा: शरद पवार

शरद पवार ने अपने अब तक के जीवन में कई राजनीतिक तूफानों का सामना किया है। उनके राजनीतिक करियर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन हर बार उन्होंने इससे पार पा लिया। शरद पवार अपने कई भाषणों में ऐसे कई अनुभवों का जिक्र भी करते आए हैं।

तो अब 84 साल की उम्र में असफलता के बाद शरद पवार आगे क्या भूमिका निभाएंगे, इस पर पूरे राज्य की नजर है। इस पर पवार ने कहा, "परिणाम कल घोषित किया गया। आज मैं कराड में हूं। इस नतीजे के बाद कोई भी घर बैठ गया होगा, लेकिन मैं घर पर नहीं बैठूंगा। हमने नहीं सोचा था कि हमारी युवा पीढ़ी को ये परिणाम मिलेगा। उनका आत्मविश्वास बढ़ना चाहिए। इसलिए उन्हें फिर से खड़ा करना, उनका आत्मविश्वास बढ़ाना, नई ऊर्जा के साथ उत्पादक पीढ़ी तैयार करना ही मेरा अगला कदम होगा।"



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Deoghar: घर वालों ने नहीं दिया मोबाइल, तो बच्चे ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या!

मोबाइल की लत कतनी बुरी हो सकती है इसका ताजा उदाहरण हाल में देवघर से देखने को मिला, जहां फोन न मिलने पर किशोर ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। देवघर के खागा थाना क्षेत्र के मांझी मटेरिया गांव में मोबाइल के लिए हुआ विवाद एक मासूम की मौत की वजह बन गया। किशन गोपी राणा नाम के एक बच्चे ने मोबाइल न मिलने की वजह से आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, बच्चे ने उस वक्त आत्महत्या की जब घर वाले खेत में काम करने गए थे।

कैमरे को बंद कर बच्चे ने ले ली अपनी जान

किशोर के चाचा सुधीर राणा ने बताया कि शनिवार को सभी लोग खेत में धान काटने के लिए गए थे और गोपी सुबह से ही जिद कर रहा था कि उसे मोबाइल चाहिए। उसकी बात को अनसुना कर सभी लोग अपने-अपने काम में लग गए। शनिवार दोपहर करीब 1:00 बजे उसने अपने घर में लगे CCTV कैमरा बंद कर साड़ी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुधीर राणा ने आगे बताया कि जब परिवार वालों को इस घटना के बारे में पता चला तो सब के होश की उड़ गए।

जानकारी के मुताबिक, इस घटना की खबर परिजनों ने पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही खागा थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेज दिया। जहां पर पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। खागा थाना की पुलिस मामले को लेकर परिजनों से पूछताछ भी कर रही है।

मोबाइल की लत बच्चों के लिए है घातक

ये पहली घटना नहीं है, जब इस तरह मोबाइल की वजह से किसी बच्चे ने अपनी जान ले ली हो। हाल ही में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से भी ऐसी खबर सामने आई थी, जहां 11 साल के एक किशोर ने आत्महत्या कर ली थी।

मोबाइल की लत बच्चों के लिए काफी खतरनाक होती है। इस वजह से बच्चे बहुत चिड़चिड़े बन जाते हैं और बच्चों का दिमाग धीरे-धीरे कमजोर भी होने लगता है। मोबाइल पर लगातार ऑनलाइन पढ़ाई करना या गेम खेलना नुकसानदायक है। मोबाइल की स्क्रीन छोटी होती है, जिससे आंखों पर दबाव पड़ता है और बच्चों की आंखों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ता है। मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों में मानसिक विकृतियां भी पैदा हो जाती है।

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झारखंड में 'मोदी मैजिक नहीं, मईया सम्मान योजना का चला जादू', नई सरकार से जनता ने की ये अपील

23 नवंबर को आए झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों को लेकर जहां हर किसी को लग रहा था कि हेमंत सोरेन की सरकार गिर जाएगी और बीजेपी की सरकार बन सकती है। हालांकि, चुनावी परिणाम बिल्कुल अलग ही आए हैं। हेमंत सोरेन की JMM इंडिया गठबंधन में अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ एक बार फिर से सरकार बनाने में सफल रही है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 81 सीटों वाले झारखंड विधानसभा में JMM ने 34, RJD ने 4 और कांग्रेस ने 16 सीटें जीतीं। जबकि बीजेपी को यहां सिर्फ 21 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है।

हेमंत सरकार की वापसी के पीछे पलामू के लोग सरकार की मईया योजना को बड़ा फैक्टर मान रहे हैं। 2019 के मुकाबले इस बार के विधानसभा चुनाव में बहुत बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। 2019 में जहां बीजेपी ने पांच सीटों में से 4 पर अपना कब्जा किया था, वहीं इस बार पार्टी सिर्फ दो सीटों पर ही सिमट गई।

पलामू में मईया योजना का असर 

पलामू के 5 विधानसभा सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का मैजिक चला था, जिस वजह से पार्टी वहां से चार सीटें जीत गई थी। वहीं इस बार मोदी और भाजपा का मैजिक थोड़ा फीका दिखा। पार्टी को सिर्फ दो सीटों से ही से संतोष करना पड़ा। Local18 ने यहां के लोगों से इस चुनावी नतीजे के पीछे की वजह जानने की कोशिश की, तो जनता का मनाना है कि यहां हेमंत सरकार की मईया योजना का असर दिखा है। जबकि इस बार भाजपा कमल नहीं खिला पाई।

Local 18 से बात करते हुए शाहपुर के रहने वाले पप्पू पांडे बताते हैं कि झारखंड में मईया सम्मान योजना का जादू चला है। जिस कारण इंडिया गठबंधन ने यहां से तीन सीटें जीत ली। वहीं भाजपा के हिस्से में सिर्फ दो सीट ही आई हैं, लेकिन उनका मानना है कि भले बीजेपी अपनी पिछली चुनावी सफलता कायम नहीं कर पाई, लेकिन यहां सीएम योगी का मैजिक चला है। यही कारण है कि यहां से BJP ने दो सीटें जीत ली हैं। वहीं जीत के अंतर की बात करें, तो यहां ज्यादा फासला देखने को नहीं मिला है।

हेमंत सरकार से पलामू की महिलाएं है बेहद खुश

जब Local 18 ने यहां की महिलाओं से बात की तो वह हेमंत सरकार से काफी खुश नजर आईं। उनका मानना था कि सरकार ने मईया योजना चला कर हमारी बहुत मदद की है। डाल्टनगंज की अनामिका शर्मा कहती हैं कि मैं बहुत खुश हूं कि झारखंड में एक बार फिर हेमंत सोरेन की सरकार बन रही है। पिछले चार महीनों से सरकार लगातार हमारे खातों में मईया योजना का पैसा समय पर भेज रही है।

उनका कहना है कि इसी योजना की वजह से प्रदेश के साथ ही पलामू में भी हेमंत सरकार का असर दिखा है। उन्होंने आगे कहा कि दिसंबर से योजना में दिए जाने वाले पैसे भी बढ़ने वाले हैं, लेकिन उनका सरकार से ये भी कहना है कि अगर सरकार को जनता का समर्थन चाहिए, तो इस योजना को बनाए रखना होगा।

मोदी फैक्टर की वजह से ही जीत पाए दो सीट

जहां पलामू की 5 विधानसभा सीटों पर बीजेपी अपनी पुरानी जीत भी बरकरार नहीं रख पाई, तो वहीं डाल्टनगंज सीट से भाजपा के विधायक आलोक चौरसिया ने तीसरी बार जीत दर्ज की है। बीजेपी उम्मीदवार आलोक चौरसिया का कहना है कि मोदी फैक्टर का असर था। इसलिए पलामू से बीजेपी को दो सीट मिली हैं। उनका कहना है कि अब देखना होगी कि हेमंत सरकार अगले पांच साल तक क्या काम करती है। लोकतंत्र का फैसला हमें मंजूर है। लोकतंत्र में जो जीतता है, वही सिकंदर होता है।

राजीव रंजन उपाध्याय और प्रभु दयाल गुप्ता का कहना है की पलामू जिले में मईया सम्मान योजना का जादू देखने को मिला है और पूरे प्रदेश में भी इसी योजना ने हेमंत सरकार की वापसी करवाई है। डाल्टनगंज विधानसभा सीट से भाजपा के आलोक चौरसिया जीत गए हैं, लेकिन उन्होंने इलाके में कोई काम नहीं किया है। मोदी और योगी के साथ ही हिंदुत्व के फैक्टर की वजह से उन्हें जीत मिल गई है।आलोक चौरसिया फिर से  विधायक बन गए हैं। उम्मीद है इसबार वह कुछ काम करेंगे।

पलामू की जनता को सरकार से इन कामों की उम्मीद

शैलेश कुमार ने कहा की अब जनता का जनादेश सबके सामने है। प्रदेश में एक बार फिर हेमंत सोरेन  सरकार की वापसी हो रही है, लेकिन सरकार को सबसे पहले बेरोजगारी पर काम करना होगा। जो बेरोजगार युवक युवतियां रोजगार की आस में बैठे हैं, उनके लिए रोजगार के विकल्प निकालने होंगे। वहीं सैलेंद्र सुमन का मानना है कि मईया सम्मान की वजह से सरकार की वापसी जरूर हुई है, लेकिन झारखंड में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। सरकार को सबसे पहले इस समस्या पर काम करना होगा।

बताते चलें कि झारखंड में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने चुनावी प्रचार के दौरान इसे एक प्रमुख मुद्दा बनाने की भी कोशिश की थी। दैनिक भास्कर के मुताबिक, राज्य में बेरोजगारी दर 13.1 फीसदी है। राज्य बेरोजगारी के मामले में देश में 8वें नंबर पर है।

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महाराष्ट्र चुनाव 2024: बगावत भी नहीं आई काम, 36 बागी निर्दलीयों में से सिर्फ 2 को मिली जीत

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं और महायुति ने राज्य में बहुमत हासिल कर लिया है। महायुति ने 288 में से 236 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, महाविकास अघाडी सिर्फ 49 सीटें ही जीत सकी। महागठबंधन में बीजेपी को 132 सीटें, शिवसेना (शिंदे) को 57 सीटें, NCP (अजित पवार) को 41 सीटें मिली हैं। इस बीच शिवसेना (ठाकरे) ने 20 सीटें, कांग्रेस ने 16 सीटें और NCP ने केवल 10 सीटें जीती हैं।

20 नवंबर को मतदान के बाद, ज्यादातर एग्जिट पोल में महायुति की जीत का अनुमान जताया था, लेकिन महाविकास अघाडी से कड़ी टिक्कर मिलने का संकेत दिया था। कई जानकारों ने इस चुनाव में निर्दलीय विधायकों और दूसरे छोटे दलों की भूमिका पर भी जोर डाला था।

निर्दलीय और छोटे दलों को बताया था किंग मेकर

चुनाव के बाद हुए अनुमान लगाया गया था कि महाराष्ट्र में निर्दलीय और छोटे दलों के 20 से 30 विधायक चुने जाएंगे, लेकिन असल नतीजों में राज्य में सिर्फ दो ही निर्दलीय विधायक चुने गए हैं।

ऐसा कहा गया था कि अगर राज्य में गतिरोध होता है या महाविकास अघाडी और महायुति दोनों बहुमत के करीब पहुंचते हैं, तो इन निर्दलीय और छोटे दलों की भूमिका काफी अहम होगी। हालांकि, राज्य की जनता ने निर्दलीय उम्मीदवारों से ज्यादा प्रमुख दलों के उम्मीदवारों पर भरोसा दिखाया।

विधानसभा चुनाव से पहले जब अलग-अलग पार्टियों में सीटों का बंटवारा और टिकट वितरण चल रहा था, तो कई पार्टियों में नाराजगी का नाटक चल रहा था। टिकट नहीं मिलने पर कई इच्छुक उम्मीदवारों ने बगावत का सुर छेड़ दिया था। कई लोगों ने उनकी पार्टी, महायुति और महाविकास अघाडी के खिलाफ निर्दलीय पर्चा भरा था।

36 में से सिर्फ दो बागियों की मिली जीत

राज्य की सभी छह प्रमुख पार्टियों के बागी उम्मीदवार अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव मैदान में उतरे थे। कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में MVA और महायुति के दो-दो उम्मीदवारों के बीच दोस्ताना मुकाबला भी हुआ। पूरे राज्य में अकेले 15 से ज्यादा बीजेपी बागियों ने चुनाव लड़ा। कई दूसरी पार्टियों के बागी भी चुनाव लड़े, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया।

चर्चा में रहे 36 बागी उम्मीदवारों में से केवल दो ही विधानसभा चुनाव जीत सके। इस चुनाव में बाकी 34 बागी उम्मीदवार हार गए।

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Saturday, November 23, 2024

अदाणी की किसी कंपनी पर कोई कानूनी मामला नहीं, केस के डिटेल्ड रिव्यू के बाद समय पर देंगे जवाब: ग्रुप CFO

अदाणी समूह (Adani group) की 11 लिस्टेड कंपनियों में किसी पर भी किसी तरह के गलत काम का आरोप नहीं लगाया गया है। यह बात समूह के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जुगेशिंदर रोबी सिंह ने फाउंडर और चेयरमैन गौतम अदाणी पर लगाए गए घूसखोरी के आरोपों को लेकर कही है। अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स ने आरोप लगाया है कि गौतम अदाणी, सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए 25 करोड़ डॉलर से अधिक की रिश्वत की पेशकश में शामिल हैं। घूस का वादा भारतीय सरकारी अधिकारियों को किया गया।

अदाणी ग्रीन एनर्जी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सागर आर. अदाणी और MD-CEO विनीत एस. जैन पर भी अमेरिकी कानूनों को तोड़ने का आरोप लगा है। यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का कहना है कि तकरीबन 2020 से 2024 के बीच अदाणी ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर ग्लोबल को सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत की पेशकश की गई। हालांकि इस मुद्दे पर अदाणी ग्रुप ने अपनी प्रतिक्रिया में अदाणी ग्रीन के डायरेक्टर्स के खिलाफ यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

अनरिलेटेड चीजों को उठाकर सुर्खियां बनाने की कोशिश की गई 

जुगेशिंदर रोबी सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया कि अदाणी समूह वकील की मंजूरी मिलने के बाद अमेरिकी अभियोग पर एक डिटेल्ड कमेंट करेगा। सिंह ने कहा, ''ऐसी बहुत सी खबरें हैं, जिनमें अनरिलेटेड चीजों को उठाकर सुर्खियां बनाने की कोशिश की गई है। मेरा विनम्र अनुरोध है कि हम लीगल फाइलिंग में प्रेजेंट मामले का डिटेल्ड रिव्यू करने के बाद समय पर जवाब देंगे।'' उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी अदालत ने अभियोग पर फैसला नहीं सुनाया है, और जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग के वकीलों ने कहा है कि ये केवल आरोप हैं और दोष साबित होने तक आरोपियों को निर्दोष माना जाता है। सिंह ने आगे कहा कि समूह को फाउंडर और चेयरमैन गौतम अदाणी के खिलाफ अमेरिकी अभियोग के बारे में स्पष्ट रूप से दो दिन पहले पता चला।

Byju's News: अमेरिका छोड़कर तुरंत भागो, इस कारण बायजूज के फाउंडर ने सहयोगी को दी ये सलाह

सिंह के मुताबिक, अदाणी समूह के पास 11 पब्लिकली लिस्टेड कंपनियों का पोर्टफोलियो है और उनमें से कोई भी अभियोग के अधीन नहीं है। इसका मतलब है कि ये कंपनियां हाल में न्यूयॉर्क की एक अदालत में वकील द्वारा दायर की गई किसी भी कानूनी कार्यवाही में डिफेंडेंट्स नहीं हैं। अभियोग अदाणी ग्रीन के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित है, जो अदाणी ग्रीन के कुल कारोबार का लगभग 10 प्रतिशत है। सिंह ने कहा कि इस बारे में और भी बहुत कुछ सटीक और कॉम्प्रिहैन्सिव डिटेल हैं, जिसे हम उचित फोरम में विस्तार से बताएंगे।



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Friday, November 22, 2024

Prasar Bharati OTT: भारत सरकार ने लॉन्च कर दिया अपना OTT, एक साथ फ्री में देख सकेंगे न्यूज और फिल्में

Prasar Bharati OTT: अगर आप भी Amazon Prime, sonyliv, jiocinema और Netflix के महेंगे सब्सक्रिप्शन चार्ज से परेशान हो गए हैं तो आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। क्यों कि आप के इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रख कर सरकार ने अपना OTT प्लेटफॉर्म लांच कर दिया है। जिसपर आप कई तरह के चीजों को एक साथ देख सकते हैं। सबसे खास बात ये है कि इस प्लेटफॉर्म पर आपको किसी भी तरह का सब्सक्रिप्शन लेने की जरूरत नहीं। इसका इस्तेमाल आप बिल्कुल मुफ्त में कर सकते हैं।

दरअलस भारत का पब्लिक प्रसारक, प्रसार भारती की तरफ से अपना OTT प्लेटफॉर्म Waves लॉन्च किया है। यह ऐप Android और iOS पर उपलब्ध है और इसे "Waves - फैमिली एंटरटेनमेंट की नई लहर" के रूप में प्रमोट किया गया है। इसमें आप लाइव चैनल के जरिए राम भगवान की आरती से लेकर न्यूज और मनोरंजन जुड़ी कई चीजें फोन पर फ्री में देख सकते हैं।

12 से अधिक भाषाओं में ले सकते हैं मनोरंजन का मजा

Prasar Bharati की तरफ से लांच हुआ ये OTT हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, तमिल और असमिया सहित 12 से अधिक भाषाओं में आपको कंटेंट उपलब्ध कराएगा। इसपर आप अपनी भाषा में शो का मजा ले सकते हैं। वहीं इसमें 65 लाइव टीवी चैनल, वीडियो-ऑन-डिमांड, फ्री-टू-प्ले गेम और यहां तक ​​कि ओएनडीसी के सहयोग से ऑनलाइन शॉपिंग भी किया जा सकता है।

वहीं इसको लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने कहा, "वेव्स ओटीटी सरकार के डिजिटल इंडिया विजन में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ग्रामीण दर्शकों को भारतनेट के माध्यम से कंटेंट तक पहुंच प्रदान करके डिजिटल मीडिया और मनोरंजन के बीच की खाई को पाटता है।"

शिक्षा और खरीदारी के लिए 'वन-स्टॉप हब' होगा ये प्लेटफॉर्म

प्रसार भारती के अध्यक्ष नवनीत कुमार सहगल का कहना है कि Prasar Bharati OTT को भारतीय परिवार को देखकर बनाया गया है। ये परिवार के अनुकूल मनोरंजन, शिक्षा और खरीदारी के लिए 'वन-स्टॉप हब' के रूप में डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही उनका मनाना है कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए ये आपके लिए मनोरंजन उपलब्ध कराएगा।

बता दें कि बुधवार को IFFI में इस प्लेटफॉर्म का आधिकारिक लॉन्च हुआ। इस साल की शुरुआत में प्रसार भारती ने टीवी चैनलों को इस प्लेटफॉर्म से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया था।

Waves पर मौजूद होंगे ये चैनल

Waves पर लगभग 40 लाइव चैनल्स उपलब्ध हैं, जिनमें लोकप्रिय नेटवर्क जैसे B4U, ABZY, SAB ग्रुप, और 9X मीडिया शामिल हैं। वहीं इसके साथ ही रिपब्लिक,एनडीटीवी इंडिया, इंडिया टुडे, न्यूज नेशन के साथ ही एबीपी न्यूज, न्यूज24 जैसे चैनल मुफ्त में देखे जा सकते हैं। लाइव चैनल के अलावा इसपर आरक्षण, वन डे, द इम्पॉसिबल, और एलिस डार्लिंग जैसी फिल्में भी देखी जा सकती है।

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मंजूश्री टेक्नोपैक में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदेगी PAG, कंपनी ने टाला अपना IPO प्लान

प्राइवेट इक्विटी फर्म PAG ने मंजूश्री टेक्नोपैक में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने के लिए समझौता किया है। मंजूश्री टेक्नोपैक (Manjushree Technopak) की प्रमोटर एडवेंट इंटरनेशनल है। मामले से वाकिफ सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, पूरे पैकेजिंग सॉल्यूशंस फर्म की एंटरप्राइज वैल्यू 85 करोड़-95 करोड़ डॉलर है।

सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी इनवेस्टमेंट बैंक ने मंजूश्री टेक्नोपैक के अपने IPO का प्लान टाल दिया है। सेबी ने 3,000 करोड़ रुपये के इस प्रस्तावित IPO के लिए सेबी को मंजूरी दी थी। मनीकंट्रोल ने सबसे पहले 8 नवंबर को खबर दी थी कि मंजूश्री टेक्नोपैक में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने की रेस में PAG सबसे आगे चल रही है। हालांकि, एडवेंट डुअल प्रोसेस के तहत इसके IPO रूट पर भी विचार कर रही थी।

एक सूत्र ने बताया, 'दोनों पक्षों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हो गए हैं। PAG के लिए (इडलवाइस वेल्थ मैनेजमेंट) में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने के बाद यह सबसे बड़ी डील है।' PAG ने मार्च 2021 में इडलवाइस वेल्थ मैनेजमेंट (अब नुवामा) में 32.5 करोड़ डॉलर का निवेश किया था, जिसमें प्राइमरी और सेकेंडरी कंपोनेंट शामिल हैं।

एक अन्य सूत्र का कहना था, 'वैल्यूशंस एक अहम फैक्टर हो सकता था, लेकिन सेल रूट के जरिये एडवेंट इंटरनेशनल को एक शॉट में क्लीन एग्जिट मिल जाएगा।' मंजूश्री टेक्नोपैक में एडवेंट इंटरनेशनल की हिस्सेदारी 97.54 पर्सेंट है। मामले से वाकिफ दो अन्य सूत्रों ने बताया, ' गोल्डमैन सैक्स, एवेंडस कैपिटल, डेलॉइट और लॉ फर्में- खेतान एंड कंपनी और AZB एंड पार्टनर्स इस डील को लेकर काम कर रहे हैं।' इस बारे में संपर्क किए जाने पर एडवेंट इंटरनेशनल, PAG, एवेंडस कैपिटल और डेलॉइट ने कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।



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ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग को मिलेगा पुश, करीब 1000 करोड़ रुपए की इन्सेंटिव स्कीम लाएगी सरकार

Drone manufacturing : देश में ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए सरकार इन्सेंटिव स्कीम ला रही है। सरकार इसके लिए करीब 1000 करोड़ रुपये की स्कीम ला सकती है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ड्रोन कॉम्पोनेंट्स के लिए इनसेंटिव स्कीम लाएगी। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए करीब 1000 करोड़ की स्कीम का प्रस्ताव है। यह स्कीम नागरिक विमानन मंत्रालय बना रही है। इस इनसेंटिव स्कीम में कॉम्पोनेंट्स के लिए PLI और R&D फंड संभव है। नई स्कीम में ड्रोन बनाने के बजाय ड्रोन कंपोनेंट बनाने पर फोकस होगा।

बता दें कि ड्रोन निर्माण में अभी भी लगभग 75 फीसदी कंपोनेंट आयात होते हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कंपोनेंट के साथ सॉफ्टवेयर के लिए भी इनसेंटिव का प्रस्ताव है। बता दें कि 120 करोड़ की ड्रोन PLI स्कीम पिछले साल खत्म हो चुकी है।

Market outlook : सेंसेक्स-निफ्टी शानदार बढ़त के साथ बंद, जानिए 25 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

इस खबर के चलते आज ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियों में एक्शन दिखा। Zen tech 18.55 रुपए यानी 1.04 फीसदी की गिरावट के साथ 1763.40 रुपए के स्तर पर बंद हुआ है। आज का इसका दिन का हाई 1,798.90 और दिन का लो 1,755.00 रुपए है। शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम 136,190 शेयर केआसपास रहा है। वहीं, भारत डायनेमिक्स 1.11 फीसदी बढ़कर 937.00 पर बंद हुआ है। जबकि Astra Microwave 0.25 फीसदी की तेजी लेकर 750.10 रुपए पर और Paras Defence 2.33 फीसदी की बढ़त के साथ 976.30 के स्तर पर बंद हुआ है।



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Gainers & Losers: सेंसेक्स-निफ्टी 2% से ज्यादा की बढ़त लेकर हुए बंद, 22 नवंबर को इन शेयरों में रहा सबसे ज्यादा एक्शन

Gainers & Losers: विधानसभा चुनाव नतीजों से पहले जोश में बाजार देखने को मिला और सेंसेक्स, निफ्टी 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त लेकर बंद हुए। मिडकैप, स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी रही। आज की इस बढ़त में BSE के सभी सेक्टर इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए। FMCG, एनर्जी, ऑटो शेयरों में खरीदारी रही जबकि बैंकिंग, मेटल, फार्मा इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1961.32 अंक यानी 2.54 फीसदी की बढ़त के साथ 79,117.11 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 557.35 अंक यानी 2.39 फीसदी की बढ़त के साथ 23,907.25 के स्तर पर बंद हुआ।

आज इन शेयरों में रहा सबसे ज्यादा एक्शन

Adani Group Stocks | अदाणी ग्रुप के अधिकतर शेयरों में आज 22 नवंबर को तेजी आई और कारोबार के दौरान ये 3-4 प्रतिशत तक बढ़ गए। इससे एक दिन पहले गौतम अदाणी और ग्रुप के दूसरे अधिकारियों के खिलाफ अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोप लगने के चलते इनमें भारी गिरावट देखने को मिली थी। दोपहर तक, अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) 3.1% की बढ़त के साथ 2,252 रुपये के भाव पर पहुंचा और निफ्टी के टॉप गेनर्स शेयरों में से एक रहा।

Protean eGov Technologies | CMP: Rs 1,720.2 | आईटी सर्विसेज मुहैया कराने वाली प्रोटीन ईजीओवी टेक्नोलॉजीज के शेयरों में आज बिकवाली का भारी दबाव दिखा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) इसमें अपनी हिस्सेदारी बेच रही है। इस ऐलान ने प्रोटीन के शेयरों को तोड़ दिया और यह करीब 9 फीसदी टूट गया। एनएसई के पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी एनएसई इंवेस्टमेंट्स के ऐलान के मुताबिक यह प्रोटीन ईजीओवी में 20.32 फीसदी हिस्सेदारी हल्की कर रही है। ये शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे जाएंगे और इसका फ्लोर प्राइस प्रति शेयर 1,550 रुपये फिक्स किया गया है। ऑफर फॉर सेल में 10.16 फीसदी इक्विटी बेस इश्यू है और 10.16 फीसदी फीसदी ग्री शू ऑप्शन है।

Sobha | CMP: Rs 1,614.95 | आज यह शेयर 7 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। ब्रोकरेज फर्म इनवेस्टेक ने 'बाय' रेटिंग के साथ 2150 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया है। यह शेयर के 21 नवंबर को बीएसई पर बंद भाव से 33 प्रतिशत तेजी का संकेत देता है। इनवेस्टेक, सोभा को रियल एस्टेट साइकिल में देर से रिकवरी करने वाला खिलाड़ी मानता है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2027 के बीच कंपनी की प्रीसेल्स 18% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से ग्रोथ दर्ज करेगी।

SJVN | CMP: Rs 107.5 | शेयर आज 7 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। एसजेवीएन ने राजस्थान सरकार के एनर्जी डिपार्टमेंट के साथ रिन्यूएबल एनर्जी के डेवलपमेंट के लिए एक MoU पर साइन किए हैं। यह राज्य में 5 GW के पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट्स और 2 GW फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स डेवलप करेगी।

Reliance Industries | CMP: Rs 1,264। इंटरनेशनल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली और जेपी मॉर्गन स्टॉक पर 'overweight' रेटिंग की राय दी है। इस खबर के बाद आज शेयर 3.5 फीसदी की छलांग लगाता नजर आया।

Godrej Properties | CMP: Rs 2,857 | आज यह शेयर 5 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। BofA ने स्टॉक को अपग्रेड करके इसको Buy रेटिंग दी है। और स्टॉक के लिए 3500 रुपये से बढ़ाकर 3600 रुपये का लक्ष्य दिया है।

One97 Communications | CMP: Rs 893.75 | आज यह शेयर 6 फीसदी से ज्यादा की बढ़त लेकर बंद हुआ। बर्नस्टीन ने पेटीएम के शेयर के लिए टारगेट प्राइस को 750 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। बर्नस्टीन को लगता है कि पेटीएम आंशिक रूप से अपनी बैलेंस शीट से उधार देगी, और पेमेंट मार्जिन में सुधार होगा। इस मामले में, ब्रोकरेज को अपने बेस केस ईपीएस अनुमानों में 100 प्रतिशत की तेजी दिखाई देती है। हालांकि, बियर केस सिनेरियो में बर्नस्टीन को लगता है कि पेटीएम के पेमेंट मार्जिन पर दबाव आएगा, जबकि लोन डिस्बर्सल ग्रोथ धीमी रहेगी।

State Bank of India | CMP: Rs 814.55 | आज स्टॉक 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त लेकर बंद हुआ। जेफरीज ने इसे फिर से खरीदारी की रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 1030 रुपये फिक्स किया है। बैंकिंग सेक्टर में यह इसके टॉप पिक में बना हुआ है।जेफरीज ने बैंक के एक और मजबूत प्वाइंट की तरफ ध्यान आकर्षित किया है और वह ये है कि इसके अधिकतर लोन मार्जिनन कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) से जुड़े हैं। इसके चलते यह नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NIM) पर अधिक असर पड़े बिना नीति दरों में कटौती का सामना करने के लिए तैयार है।

Raymond | CMP: Rs 1.659.3 | आज यह शेयर 7 फीसदी से ज्यादा की बढ़त लेकर बंद हुआ। कंपनी अपने रियल्टी कारोबार Raymond Realty के शेयरों को अलग से लिस्ट करने वाली है जिसे बीएसई और एनएसई से 'नो ऑब्जेक्शन' लेटर मिल गया है। कंपनी ने यह माइलस्टोन लाइफ स्टाइल बिजनेस के डीमर्जर के पूरा होने के बाद करीब दो महीने बाद हासिल किया है।



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Thursday, November 21, 2024

Jhansi Hospital Fire: तीन दिन से पाल रहे थे दूसरे का बच्चा...फिर पता चली सच्चाई

Jhansi Medical College Fire Accident: उत्तर प्रदेश के झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। झांसी मेडिकल कॉलेज में अग्निकांड हादसे को 5 दिन गुजर चुके हैं लेकिन मामला अभी भी चर्चा में बना हुआ है। 5 दिन बाद भी इस हादसे में मरने वाले बच्चों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक मरने वाले बच्चों की संख्या 15 तक पहुंच गई है। बीती शाम लक्ष्मी और महेंद्र को यह जानकारी दी गई कि उनका बच्चा भी अब जीवित नहीं रहा वह इस झांसी के मेडिकल कॉलेज में लगी आग का शिकार हो गया । अग्निकांड के दिन लक्ष्मी और महेंद्र को एक बच्चा मिल था। जिसको वह अपना बच्चा समझ कर तीन दिन तक पालते रहे। बाद में पता चला कि वह बच्चा कृपाराम और शांति देवी का था।

सही इलाज मिलने पर बच्चा बच सकता था

लोकल 18 से बातचीत में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े महेंद्र ने बताया, 15 नवंबर को जिस दिन ये हादसा हुआ उस दिन रात 9 बजे वह अपने बच्चे को NICU वार्ड में भर्ती करवाए थे। जिसके बाद अचानक 10.30 बजे आग लग गई। उस समय उनको जो बच्चा मिला उसको लेकर वहां से लेकर निकले। लेकिन तीन दिनों बाद उनको पता चला की वह बच्चा किसी और का है। जब उनको अपना बच्चा मिला तो वह बहुत खुश थे क्योंकि बच्चा पूरी तरह से ठीक था। लेकिन कुछ ही समय बाद उसकी हालत बिगड़ती गई। महेंद्र ने आगे बताया कि अगर बच्चे को सही इलाज मिलता तो आज हमरा बच्चा सही सलामत रहता।

बच्चे को अच्छे पढ़ाना चाहते थे

महेंद्र ने अपनी दुःख और निराशा व्यक्त करते हुए आगे कहा, "उनके बच्चे के नाक और मुंह से काला खून निकल रहा था, और उन्हें सही उपचार नहीं मिला। महेंद्र का कहना है कि अगर समय रहते उनके बच्चे को उचित इलाज मिलता, तो शायद उसका जीवन बच सकता था। बच्चे को लेकर उनके कई अरमान थे वह उसको अच्छे से पढ़ा कर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे। लेकिन इस त्रासदी ने उनका सबकुछ खत्म कर दिया।"

अब तक हो चुकी 15 बच्चों की मौत

हादसे के दिन मेडिकल कॉलेज में 10 बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। फिर रविवार, सोमवार, और मंगलवार को भी एक -एक नवजातों की मौत हो गई। बुधवार को दो और नवजातों की मौत की पुष्टि हुई, लेकिन इन सभी मौतों के कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक जारी नहीं की गई है। इस त्रासदी ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है।

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Share Market: अदाणी विवाद से गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 422 अंक टूटा, निवेशकों के ₹5.35 लाख करोड़ डूबे

Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार गुरुवार 21 नवंबर को गिरावट के साथ बंद हुए। गौतम अदाणी के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप और कमजोर ग्लोबल संकेतों ने मार्केट सेंटीमेंट को और भी कमजोर कर दिया। सेंसेक्स 422 अंक गिरकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी टूटकर 23,350 पर आ गया। इसके चलते निवेशकों को आज करीब 5.35 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बाजार में बिकवाली चौतरफा रही। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.37 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.67 फीसदी फिसलकर बंद हुए। आज के कारोबार के दौरान सर्विसेज, यूटिलिटी, ऑयल एंड गैस और पावर शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर रियल्टी और आईटी शेयरों में तेजी रही।

कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 422.59 अंक या 0.54 फीसदी की गिरावट के साथ 77,155.79 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 168.60 अंक या 0.72 फीसदी लुढ़ककर 23,349.90 के स्तर पर बंद हुआ।

निवेशकों के ₹5.35 लाख करोड़ डूबे

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 21 नवंबर को घटकर 425.31 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार 19 नवंबर को 430.66 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 5.35 लाख करोड़ रुपये घटा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 5.35 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयर

बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 10 शेयर आज हरे निशान में हुए। इसमें पावर ग्रिड (Power Grid) के शेयरों में 3.41 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके बाद अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement), एचसीएल टेक (HCL Tech), टाटा स्टील (Tata Steel) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के शेयर 0.52 फीसदी से लेकर 1.41 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर

वहीं सेंसेक्स के बाकी 20 शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुए। इसमें अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) का शेयर 13.53 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं एनटीपीसी (NTPC), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), आईटीसी (ITC) और एशियन पेंट्स (Asian Paints) के शेयरों में 2.17 फीसदी से 2.73% तक की गिरावट देखी गई।

सेंसेक्स के बाकी शेयरों का क्या रहा हाल, इसे आप नीचे दिए गए तस्वीर में देख सकते हैं-

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2,737 शेयरों में रही गिरावट

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आज गिरावट के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही। एक्सचेंज पर कुल 4,065 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला। इसमें से 1,235 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। वहीं 2,737 शेयरों में गिरावट देखी गई। जबकि 93 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए। इसके अलावा 165 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ। वहीं 184 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

यह भी पढ़ें- Adani Bribery Case: अदाणी ग्रुप ने रिश्वत के आरोपों को बताया बेबुनियाद, कहा- हम कानून का पालन करने वाली ऑर्गेनाइजेशन



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Market outlook : US कोर्ट में अदाणी पर लगे आरोपों से निराशा, जानिए 22 नवंबर को कैसा रह सकता है बाजार

21 नवंबर को भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई और निफ्टी 23,400 से नीचे बंद हुआ। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 422.59 अंक या 0.54 फीसदी की गिरावट के साथ 77,155.79 पर और निफ्टी 168.60 अंक या 0.72 फीसदी की गिरावट के साथ 23,349.90 पर बंद हुआ। आज लगभग 1180 शेयरों में तेजी आई, 2614 शेयरों में गिरावट आई और 89 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.3 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की गिरावट आई।

सबसे ज्यादा गिरावट वाले निफ्टी शेयरों में अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एनटीपीसी और एसबीआई शामिल रहे। जबकि बढ़त वाले निफ्टी शेयरों में पावर ग्रिड कॉर्प, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक और ग्रासिम इंडस्ट्रीज शामिल रहे।

सेक्टोरल फ्रंट पर देखें तो एनर्जी, एफएमसीजी, तेल एवं गैस, पीएसयू बैंक, मीडिया, ऑटो, मेटल इंडेक्सों में 1-2 फीसदी की गिरावट आई, जबकि रियल्टी इंडेक्स में 1 फीसदी और आईटी इंडेक्स में 0.5 फीसदी की बढ़त हुई।

22 नवंबर को कैसा रह सकता है बाजार

एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि एक कमजोर शुरुआत के बाद,निफ्टी पूरे दिन एक सीमित दायरे में कारोबार करता रहा। यह 200-डीएमए से नीचे बना रहा जो बाजार में लगातार बनी कमजोरी की भावना का संकेत है। आरएसआई इंडीकेटर ने मंदी के क्रॉसओवर में फिर से प्रवेश किया है,जो निगेटिव सेंटीमेंट को और मजबूत कर रहा है।

बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड कमजोर बना हुआ है। निफ्टी के लिए 23,200 पर सपोर्ट है। इस स्तर से नीचे गिरने पर बाजार में और करेक्शन हो सकता है। ऊपर की ओर 23,550 पर रजिस्टेंस है। इस लेवल से ऊपर जाने पर बाजार में तेजी आ सकती है।

Indian hotels share price : नई ऊंचाई पर इंडियन होटल्स का शेयर,2030 के मेगा प्लान को लेकर मार्केट बुलिश

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है अदाणी सागा रिटर्न ने आज के कारोबार में भारतीय बाजारों को बड़ा झटका दिया। शुरुआती कारोबार में एक तेज गिरावट देखने को मिली। इसके बाद बाकी कारोबारी सत्र में बाजार रेंज बाउंड रहा और कारोबार के अंत में निफ्टी 168.60 अंकों की गिरावट के साथ 23,349.90 पर बंद हुआ। आईटी और रियल्टी इंडेक्स हरे रंग में बंद होने में कामयाब रहे, जबकि पीएसयू बैंक और मीडिया 2 फीसदी से ज्यादा गिर गए। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से व्यापक बाजारों ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया क्योंकि मिड और स्मॉलकैप अपने नुकसान को कम रखने में कामयाब रहे।

लोअर टॉप और लोअर बॉटम का सिलसिला जारी रहा और आज के कारोबार में इंडेक्स ने एक और बियरिश कैंडल जोड़ी है जो मंदड़ियों की मजबूत पकड़ को दर्शाता है। हर उछाल पर बिकवाली देखने को मिल रही है लेकिन ट्रेंड रिवर्सल के लिए इंडेक्स को 23,800 की बाधा को पार करना होगा। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक ट्रेंड कमजोर रहेगा और आज के निचले स्तर से नीचे टूटने पर 23,000 के अगले अहम सपोर्ट के लिए दरवाजे खुलने की संभावना बनी रहेगी।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Instagram Update: इंस्टाग्राम ने लॉन्च किया नया फीचर, कब क्या देखना है, खुद तय करें, जानिए कैसे

आजकल कल डिजिटल का जमाना है। लोगों की जिदगी मोबाइल तक ही सिमटती जा रही है। डिजिटल के इस जमाने में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का बोलबाला है। इसमें ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम लोगों की जिंदगी का हिस्सा बनते जा रहे हैं। ये सभी ऐप अपने यूजर्स को समय-समय पर नए अपडेट्स जारी करते रहते हैं। इस बीच मेटा के मालिकाना हक वाली कंपनी इंस्टाग्राम ने अपने यूजर्स के लिए एक अहम अपडेट जारी किया है। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Instagram ने एक नया फीचर लॉन्च किया है। जिसकी मदद से यूजर्स अपनी फीड या दूसरे शब्दों में कहें तो कॉन्टेंट रिकमेंडेशन को रीसेट कर सकेंगे। इससे इंस्टाग्राम का एल्गोरिदम रीसेट हो जाएगा और यूजर्स को नए कंटेंट देख सकेंगे।

नया फीचर यूजर्स को इंस्टाग्राम के एल्गोरिदम के साथ नए सिरे से शुरुआत करने की सुविधा मुहैया कराता है। जब कंटेंट यूजर्स की जरूरत के मुताबिक, मेल नहीं खाते हैं तो रीसेट करने से फायदा मिलेगा। इससे आप जिस तरह का कंटेटं पसंद करते हैं। वैसे ही कंटेंट आने लगेगा। यह नया फीचर्स यूजर्स की वरीयता के आधार पर कंटेंट मुहैया कराएगा।

क्या देखना है क्या नहीं, यूजर्स तय करेंगे

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम की हेड एडम मोसेरी (Adam Mosseri) का कहना है कि इस नए फीचर्स से यूजर्स को काफी फायदा होगा। खासतौर से यह टीनएजर्स के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बहुत से लोगों को अपनी रूचि के मुताबिक कंटेंट खोजने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे में एल्गोरिदम सेट करके तमाम झंझटों से मुक्ति पा सकते हैं। जो कंटेटं आपको देखना पसंद नहीं है, वो नहीं दिखाया जाएगा। कुल मिलाकर यह फीचर यूजर्स की पसंद और नापसंद वाले कंटेंट को मार्क करता है। वहीं रिकमेंडेशन एल्गोरिदम को रीसेट करने से यूजर्स को समीक्षा करने का भी अवसर मिलेगा। यूजर्स जिन अकाउंट्स को फॉलो कर रहे हैं। उन्हें चाहें तो अनफॉलो भी कर सकते हैं।

फीचर की टेस्टिंग चल रही है

फिलहाल इस बदलाव की टेस्टिंग चल रही है। जल्द ही इसे सभी यूजर्स के लिए जारी कर दिया जाएगा। इससे लोगों को अपनी फीड पर कंट्रोल मिलेगा। इसका फायदा उन्हें काफी होगा। एक बार रीसेट करने के बाद बैक का कोई ऑप्शन नहीं है। प्लेटफॉर्म पर रीसेट को सावधानी पूर्वक चयन करें।

Zomato ने लॉन्च किया नया District ऐप, मूवी और इवेंट टिकट आसानी से करें बुक, मिलेंगे ढेरों फायदे



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Wednesday, November 20, 2024

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आत्मघाती हमला, 12 सुरक्षाकर्मियों की मौत

पाकिस्तान (Pakistan) के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सुरक्षा चौकी से टकरा दिया, जिससे 12 सुरक्षाकर्मी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। सेना ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके बाद हुई मुठभेड़ में छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।

फौज की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन (ISPR) ने कहा कि आतंकवादियों ने मंगलवार देर रात बन्नू जिले के मालीखेल क्षेत्र में एक संयुक्त जांच चौकी पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों ने चौकी में घुसने के उनके प्रयास को विफल कर दिया।

ISPR ने कहा कि आत्मघाती विस्फोट के कारण दीवार का एक हिस्सा ढह गया और आसपास के इन्फ्रॉस्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा, जिसके कारण सुरक्षा बलों के 10 सैनिकों और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के दो जवान सहित 12 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। फौज ने कहा कि इसके बाद हुई गोलीबारी में छह आतंकवादी भी मारे गए।

घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह ऐसे वक्त हुआ है जब एक दिन पहले ही देश के नागरिक और सैन्य नेतृत्व ने मंगलवार को बलूचिस्तान में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ “व्यापक सैन्य अभियान” को मंजूरी दी है।

सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कहा कि वे आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए तैयार हैं। पूरे देश में, खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में, पिछले वर्ष आतंकवाद से संबंधित घटनाओं में काफी बढ़ोतरी देखी गई है।



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Dividend Stock: हर शेयर पर 20 रुपये का डिविडेंड, चेक करें रिकॉर्ड डेट

लुब्रिकेंट कंपनी वीडोल कॉर्पोरेशन (Veedol Corporation) अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देने जा रही है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए हर शेयर पर 20 रुपये का अपना पहला अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है, जिसका रिकॉर्ड डेट आने वाला है। कंपनी के शेयरों में बीते शुक्रवार को 0.19 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 1754.65 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 3,057.30 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 2,800 रुपये और 52-वीक लो 1,242.60 रुपये है।

कब है Veedol Corporation का रिकॉर्ड डेट

वीडोल कॉर्पोरेशन ने अपने पहले अंतरिम डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन के लिए शुक्रवार, 22 नवंबर 2024 को रिकॉर्ड डेट के रूप में तय किया है। डिविडेंड का भुगतान घोषणा की तारीख से 30 दिनों के भीतर (यानी मंगलवार, 10 दिसंबर 2024 के भीतर) किया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी का इस साल के लिए कुल डिविडेंड भुगतान 52 रुपये प्रति शेयर हो गया है। बता दें कि डिविडेंड एक कैश रिवॉर्ड है जो कंपनी अपने शेयरधारकों को प्रॉफिट में से देती है।

Veedol Corporation के Q2FY25 नतीजे

वीडोल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका रेवेन्यू 364.48 करोड़ रुपये रहा, जबकि Q1FY25 में यह 378.24 करोड़ रुपये था। इस अवधि के दौरान नेट प्रॉफिट Q2FY25 में 19.50 करोड़ रुपये रहा, जबकि Q1FY25 में यह 26.78 करोड़ रुपये था।

कैसा रहा है शेयरों का प्रदर्शन

वीडोल कॉर्पोरेशन के शेयरों में पिछले 6 महीने में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, इस साल अब तक यह स्टॉक 24 फीसदी चढ़ा है। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 36 फीसदी का रिटर्न मिला है। वहीं, पिछले 5 सालों में इसने 83 फीसदी का मुनाफा कराया है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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LIC की बेस्ट पॉलिसी! सिर्फ 80 रुपये रोजाना बचाकर बना सकते हैं 10 लाख रुपये का फंड

Life Policy: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) अपनी ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई फायदेमंद पॉलिसी ऑफर करता है। ऐसी ही एक खास पॉलिसी है एलआईसी जीवन आनंद पॉलिसी (LIC Jeevan Anand) जिसमें आप रोजाना 100 रुपये से भी कम बचाकर 10 लाख रुपये तक का फंड बना सकते हैं। यह पॉलिसी सेफ इन्वेस्टमेंट का बेस्ट ऑप्शन है।

कैसे करें निवेश?

इस पॉलिसी में निवेश शुरू करने के लिए आपकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। रोजाना केवल 80 रुपये बचाने पर आप इस योजना का हिस्सा बन सकते हैं।

निवेश और रिटर्न का कैलुकेशन

सालाना प्रीमियम: 27,000 रुपये

यानी, मंथली प्रीमियम: 2,300 रुपये बनेगा। रोजाना के हिसाब से कैलकुलेट करें तो रोजाना का 80 रुपये बनेगा।

कुल निवेश: 21 साल में करीब 5.60 लाख रुपये

मैच्योरिटी पर रिटर्न: 10 लाख रुपये

डबल बोनस का फायदा

इस पॉलिसी में निवेशक को रिटर्न के साथ-साथ बोनस का फायदा मिलता है। इसमें 5 लाख रुपये का बीमा कवर और 8.60 लाख रुपये का रिवीजनल बोनस शामिल है। अगर आप इस योजना में 15 साल तक निवेश करते हैं, तो आपको डबल बोनस का फायदा मिलता है।

पॉलिसी के अन्य फायदे

आकस्मिक मृत्यु पर बीमा कवर

विकलांगता और गंभीर बीमारी का कवर

टर्म एश्योरेंस का फायदा

पॉलिसीधारक की मृत्यु पर नॉमिनी व्यक्ति को सम एश्योर्ड का 125% दिया जाएगा।

क्यों चुनें यह पॉलिसी?

एलआईसी जीवन आनंद पॉलिसी न केवल मैच्योरिटी पर बड़ा फंड मिलता है, बल्कि यह आपको और आपके परिवार को फाइनेंशियल सेफ्टी मिलती है। यह योजना उन लोगों के लिए सबसे बेस्ट है जो कम निवेश में बड़ा फंड बनाना चाहते हैं।

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ट्रंप की नीतियां और दूसरी तिमाही के नतीजे भारतीय बाजारों में FIIs की वापसी करेंगे तय

भारत में शेयर बाज़ारों में पिछले दो महीनों से मंदी देखने को मिल रही है। दूसरी तिमाही के नतीजों में कमजोरी, डॉलर इंडेक्स में उछाल और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली के कारण बाजार में कमजोरी आई है। 27 सितंबर को शिखर पर पहुंचने के बाद से कई सेक्टरों में तेज गिरावट देखने को मिली है। तब से अब तक बाजार 10 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है।

इस बीच, 18 नवंबर को एफआईआई और घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) के आंकड़ों से एफआईआई द्वारा बिकवाली में कमी तथा डीआईआई द्वारा लगातार खरीदारी का संकेत मिला है। इससे निवेशकों के सेंटीमेंट में कुछ सुधार हुआ है। सोमवार को एफआईआई ने 1,403 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। ये बिकवाली अक्टूबर की शुरुआत से अब तक की औसत दैनिक बिक्री 3,800 करोड़ रुपये से काफी कम है। हालांकि, यह राहत कुछ ही समय के लिए ही रही क्योंकि मंगलवार को एफआईआई की बिकवाली फिर से बढ़ गई और यह 3,411.73 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।

रेलिगेयर ब्रोकिंग अजीत मिश्रा का कहना है कि ज्यादा भरोसेमंद रुझान के लिए, इस गति को एक या दो हफ्ते तक बनाए रखने की जरूरत है। इस बीच, डीआईआई लगातार खरीदारी करते हुए बजार को मजबूत सपोर्ट दे रहे हैं। हालांकि, एफआईआई की भागीदारी भी उतनी ही अहम है,खासकर बाजार के सेंटीमेंट के बूस्ट करने के लिए।"

भारतीय इक्विटी से एफआईआई की निकासी संयोग से बिटकॉइन में अभूतपूर्व तेजी के साथ हुई है। इस साल बिटकॉइन का भाव दोगुना से भी अधिक हो गया है। क्रिप्टोकरेंसी पिछली अखिरी ट्रेंडिंग 92,104 डॉलर पर हुई थी, जबकि एक दिन पहले यह 94,078 डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

बाजार जानकार एफआईआई की निकासी के लिए दो महत्वपूर्ण कारकों को जिम्मेदार मानते हैं। ये हैं अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां और दूसरी तिमाही की कमजोर नतीजे। इसके अलावा भू-राजनीतिक दिक्कतों और ग्लोबल ब्याज दर के रुझानों ने भी एफआईआई निवेश के उतार-चढ़ाव में योगदान दिया है। विश्लेषकों का सुझाव है कि इन मोर्चों पर स्पष्टता आने से बाजारों को राहत मिल सकती है। रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ने की आशंकाओं के कारण मंगलवार को दोपहर बाद बाजार में तेज करेक्शन हुआ। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव असर यूरोप तक भी पहुंच सकता है।

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ट्राकॉम स्टॉक ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पार्थिव शाह ने कहा कि ट्रंप द्वारा टैरिफ या संरक्षणवाद पर कोई भी आक्रामक कदम ग्लोबल फंडों को उभरते बाजारों की इक्विटी जैसी जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों से दूर छिटका सकता है। जनवरी 2025 तक हमारे पास इस बारे में एक स्पष्ट नजरिया होगा कि क्या राष्ट्रपति ट्रम्प की नीतियां महंगाई बढ़ाने वाली होंगी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस पर कैसे प्रतिक्रिया देगा। ये फैक्टर भारत जैसे उभरते बाजारों में एफआईआई निवेश पर बड़ा असर डालेंगे।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Tuesday, November 19, 2024

International Men’s Day: क्यों मनाया जाता है ये दिन और क्या है इसके पीछे की कहानी? इन स्पेशल मैसेज से दें बधाई!

International Men's Day 2024: आज 19 नवंबर को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस (International Men's Day) न सिर्फ समाज में पुरुषों के योगदान को सराहता है बल्कि उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर भी लोगों को जागरूक करने का काम करता है। ये दिन पुरुषों के अधिकार और बलिदान को समर्पित दिन के रूप जाना जाता है। इस दिवस पर लैंगिक समानता, पुरुषों के स्वास्थ्य और उनकी जिंदगी से जुड़े जरूरी मुद्दों पर दुनिया भर में विचार किया जाता है। आइए जानते है क्यों है ये दिन इतना खास; क्या है इसके पीछे का इतिहास?

पुरुषों के योगदान को याद करने का दिन

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस दुनिया भर के पुरुष समुदाय द्वारा इस दुनिया को बनाने और इस मुकाम तक लाने में अहम योगदान के लिए सम्मान देने का दिन है। इस दिन ना सिर्फ पुरुषों के योगदान बल्कि उनके अधिकारों के साथ ही उनकी मानसिक और सामाजिक समस्याओं पर भी विचार करने का दिन होता है। यह पुरुषों और लड़कों के जीवन, उपलब्धियों और भूमिकाओं को पहचानने और उनका जश्न मनाने का अवसर है, खासकर परिवार, विवाह, समुदाय, राष्ट्र निर्माण और बच्चों की देखभाल जैसे क्षेत्रों में पुरुषों के अहम योगदान को याद करने का भी दिन है।

क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस?

अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाने के पीछे का इतिहास काफी रोचक है। दरअसल 1999 में, वेस्टइंडीज के एक प्रोफेसर, डॉ. जेरोम टीलकसिंह ने अपने पिता का जन्मदिन मनाने के लिए एक नया दिन शुरू किया था। जिसको उन्होंने अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस (International Men’s Day) का नाम दिया था। बाद में इसी दिन को अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। जो मुख्य उद्देश्य पुरुषों के स्वास्थ्य, कल्याण और उनके समाज में सकारात्मक योगदान को उजागर करने को लेकर दुनिया भर में सेलिब्रेट किया जाता है। वहीं भारत में इस दिन को 2007 से मनाया जा रहा है।

इन कोट्स और शायरी के जरिए पुरुषों को कहें 'हैप्पी मेन्स डे'

1. उन सभी पुरुषों को बहुत-बहुत धन्यवाद जो अच्छा जीवनसाथी,

बेहतरीन भाई और सबसे महत्वपूर्ण सच्चे दोस्त हैं।

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की शुभकामनाएं।

2. आप अपने परिवार को अपने से ऊपर रखते हैं,

आप कड़ी मेहनत करते हैं ताकि हम अच्छे से रह सकें,

आप जो करते हैं उसके लिए शुक्रिया।

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस 2024 की शुभकामनाएं।

3.पुरुष दिवस की पावन बेला में

है यही शुभ संदेश

हर दिन आए

आपके जीवन में

लेकर खुशियां विशेष...

4. गुल ने गुलशन से गुलफाम भेजा है

सितारों ने आसमान से सलाम भेजा है

मुबारक हो आपको 'मेन्स डे'

हमने आपको यह पैगाम भेजा है...

5. पुरुष सिर्फ शारीरिक ताकत से ही नहीं

बल्कि मानसिक ताकत से भी महान बनते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।।

6. पुरुष होना इतना भी आसान नहीं है,

हर दिन अग्नि परीक्षा से गुजरना होता है।

रो कर भी दूर नहीं कर सकते अपने गम,

यू!ही घुट-घुट कर रहना पड़ता है।।

7. तुममें कुछ तो खास है,

कोई ऐसे ही पत्थर तो नहीं बन जाता।

बहुत ठोकरें खाई है तुमने,

शायद इसलिए इतने कठोर हो गए हो।।

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

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TMKOC: क्या जेठा लाल भी छोड़ देंगे तारक मेहता शो? अब तक ये फेमस कलाकार शो को कह चुके हैं अलविदा

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: पिछले 16 सालों से ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ दर्शकों का पसंदीदा शो बना हुआ है। 2008 में शुरू हुआ ये शो अभी तक लोगों का मनोरंजन कर रहा है। बड़े से लेकर बूढ़े हर कोई इस शो का दिवाना है। सोशल मीडिया पर भी इसकी काफी अच्छी खासी फैन-फॉलोइंग है। लेकिन पिछले कुछ समय से यह शो काफी ज्यादा चर्चा में रहने लगा, इसकी वजह शो कहानी नहीं बल्कि इसके स्टार कास्ट और मेकर्स के बीच होने वाली लड़ाइयां है। आए दिन इस पॉपुलर शो से किसी ना किसी कलाकार के छोड़ कर जाने की खबर आती रहती है।

हाल ही में शो के सबसे चहते किरदार दिलीप जोशी (जेठा लाल) और प्रोड्यूसर असित मोदी के बीच लड़ाई होने की बात सामने आई थी। जिसमें ऐसा भी कहा जा रहा कि दिलीप जोशी ने असित मोदी की शर्ट का कॉलर भी पकड़ लिया था। बाद में दिलीप जोशी ने इन सभी बातों को अफवाह करार दिया और कहा की, मैरे और असित के बीच लड़ाई की जो भी बातें चल रही है वह सब झूठी है। यह पहली बार नहीं है कि असित मोदी से शो के किसी स्टार की लड़ाई की बात सामने आई हो इससे पहले भी कई बार प्रोड्यूसर और शो के एक्टर के बीच लड़ाई की खबरें आती रही है। कुछ एक्टर ने सालों साल काम करने के बाद इस शो को छोड़ दिया। कुछ ने तो प्रोड्यूसर को कोर्ट तक भी लेकर गए। आइए जानते हैं कौन-कौन से एक्टर ने लंबे समय तक साथ रहने के बाद इस शो को छोड़ दिया।

किन-किन सितारों ने छोड़ा शो

कुश शाह

तारक मेहता का उल्टा चश्मा के प्रशंसक तब हैरान रह गए जब कुश शाह ने इस शो छोड़ने की बात कही थी। शो के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कुश के सफर को दिखाया गया है। कुश इस शो की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। शो में कुश ने गोली का किरदार निभाया था, जिसको दर्शकों ने काफी पसंद किया।

दिशा वकानी

तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो में दिशा वकानी ने जेठा लाल की पत्नी दया गड़ा का किरदार में नजर आई थी। इनकी बात करने के अलग तरीके को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। दिशा वकानी ने 2017 में निजी कारणों की वजह से TMKOC से ब्रेक लिया था, इसके बाद से वह अब तक शो में वापस नहीं आईं। शो के मेकर्स उनको वापस लाने के लिए कई प्रयास किए पर वह अभी तक शो में वापसी नहीं की है। इस शो में अब तक दिशा वकानी को कोई रिप्लेस भी नहीं कर पाया है।

गुरुचरण सिंह

TMKOC शो में रोशन सिंह सोढ़ी का किरदार निभाने वाले गुरुचरण सिंह ने निजी कारणों से 2018 में शो छोड़ दिया था। वह अपने बीमार पिता के साथ समय बिताने के लिए शो से ब्रेक लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जाता है कि, गुरुचरण सिंह और प्रोडक्शन हाउस के बीच विवाद की अफवाहें थीं, लेकिन उन्होंने कभी भी इन मुद्दों की सार्वजनिक रूप से कोई भी बात नहीं की। पिछले कुछ समय पहले गुरुचरण सिंह के लापता होने की खबर आई थी, परेशान पिता ने FIR भी दर्ज करवाया। इनकी काफी तलाश भी हुई, लेकिन लापता होने के 25 दिन बाद वह खुद ही लौट आए। लौटने के बाद उन्होंने बताया कि वह धार्मिक यात्रा पर गए थे।

शैलेश लोढ़ा

शैलेश लोढ़ा में TMKOC शो में तारक मेहता का किरदार निभाया था। वह शो की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े थे। लेकिन किसी वजह से तारक मेहता का किरदार निभाने वाले अभिनेता ने 2022 में शो छोड़ दिया। एक्टर ने शो के मेकर्स पर कई आरोप भी लगाए थे। यह मामला कोर्ट में भी गया था। शैलेश ने अपना बकाया फीस ना देने पर प्रोड्यूसर पर केस किया था, इस केस में शैलेश को जीत मिली और असित मोदी को इनका बकाया पेमेंट देना पड़ा।

राज अनादकट

टप्पू के रूप में अपनी भूमिका के लिए जाने जाने वाले राज अनादकट ने 2023 में शो को छोड़ने की घोषणा की थी। राज ने नौ साल तक टप्पू का किरदार निभाया था।

नेहा मेहता

नेहा मेहता ने TMKOC शो में अंजलि मेहता का किरदार निभाया था, लेकिन 2020 में उन्होंने शो छोड़ दिया। तारक मेहता का किरदार निभाने वाले शैलेश लोढ़ा के साथ उनका रोल कहानी के मुख्य कलाकारों में से एक थी। नेहा ने प्रोडक्शन हाउस के साथ मतभेदों के कारण साल 2020 में शो को छोड़ दिया।

मोनिका भदौरिया

बावरी (बागा की प्रेमिका) की रूप में फेमस होने वाली मोनिका भदौरिया ने 2019 में नए अवसरों की तलाश के लिए इस शो को अलविदा कह दिया। वह लगभग छह साल तक शो का हिस्सा रहीं।

निधि भानुशाली

अपनी पढ़ाई पर ध्यान के कारण सोनू भिड़े का किरदार निभाने वाली निधि ने शो को अलविदा कह दिया। वह मुंबई के एक कॉलेज में बीए की डिग्री हासिल कर रही थी और उसने अपनी पढ़ाई के लिए ज्यादा समय देने का फैसला किया। निधि बाद पलक सिंधवानी ने सोनू की भूमिका निभाई।

भव्य गांधी

TMKOC में भव्य गांधी ने टप्पु का किरदार निभाया था। उन्होंने आठ साल से ज्यादा समय बाद इस शो छोड़ दिया। भव्य गांधी के शो छोड़ने के बाद 19 वर्षीय राज अनादकट ने टप्पु की भूमिका निभाई थी। राज जल्द ही टप्पु के रोल में घर-घर में फेमस हो गए।

जेनिफर मिस्त्री

जेनिफर मिस्त्री, मिसेज रोशन सोढ़ी के रूप में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती हैं। वह शो के कलाकारों का एक अहम हिस्सा रही हैं। रोशन की पत्नी के रूप में जेनिफर ने अपने किरदार से कई प्रशंसक बनाए।

पलक सिंधवानी

निधि भानुशाली के शो से जाने के बाद एक्ट्रेस पलक सिंधवानी ने सोनू भिड़े का किसदार निभाया था। लेकिन पलक ने भी रातों रात इस शो को अलविदा कह दिया। इसके साथ ही उन्होंने शो के मेकर पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया था।

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पावर, ऑयल और कोल से जुड़ी ग्रीन पोर्टफोलियो वाली और कंपनियों के IPO भी आ सकते हैं : DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे

सरकार ने कल PSU कंपनियों के डिविडेंड, बोनस, शेयर बायबैक और स्टॉक स्प्लिट के गाइडलाइन में बदलाव किया है। DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने CNBC आवाज़ से खास बातचीत में कहा की इससे कंपनियां ज्यादा कैपेक्स कर सकेंगी साथ ही शेयरहोल्डर्स के हितों का भी ध्यान रखा गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की जल्द ही और कई कंपनियों के आईपीओ आ सकते हैं। ग्रीन एनर्जी से जुड़ी सरकारी कंपनियों का IPO आ सकते हैं। DIPAM सेक्रेटरी से खास बातचीत की सीएनबीसी-आवाज़ के इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर लक्ष्मण रॉय ने। यहां हम आपके लिए इस बातचीत का संपादित अंश दे रहे हैं।

शेयरधारकों के हितों को ध्यान में रखकर लिए जा रहे फैसले

तुहिन कांत पांडे ने कहा कि शेयरधारकों के हितों को ध्यान में रखकर फैसले लिए जा रहे हैं। सरकारी कंपनियों के लिए नेटवर्थ शर्त आसान होने से कैपेक्स के लिए ज्यादा पैसा बचेगा। जिसके कंपनियां अपनी विकास योजनाओं पर ज्यादा खर्च कर पाएंगी। डिविडेंड कितना देना है इस पर अंतिम फैसला कंपनी का होगा। सरकारी NBFCs के लिए 4 फीसदी नेटवर्थ की शर्त हटाई गई है। NBFCs के लिए कैपिटल उर्जा की तरह है। इस फैसले से NBFCs की कैपिटल जरूरतें पूरी होगी और सरकारी NBFCs ज्यादा लेंडिंग कर सकेंगे।

PSUs शेयरों में जोरदार तेजी, कैपिटल रीस्ट्रक्चरिंग पर नई गाइडलाइंस ने सरकारी कंपनियों में भरा जोश

सरकारी बैंकों और इंश्योरेंस के लिए आएंगे अलग गाइडलाइन

इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि नियमों में बदलाव सभी कंपनियों पर लागू नहीं होंगे। सरकारी बैंक और इंश्योरेंस कंपनियों पर ये नियम लागू नहीं होंगे। सरकारी बैंकों और इंश्योरेंस के लिए अलग गाइडलाइन आएंगे। बायबैक नियमों से शेयरहोल्डर्स को फायदा पहुंचाने का लक्ष्य है। कैश के इस्तेमाल के लिए बायबैक नियमों में बदलाव किया गया है। बायबैक में हिस्सा लेकर शेयरहोल्डर फायदा उठा सकेंगे। तुहिन कांत पांडे ने आगे बताया कि पावर, ऑयल और कोल से जुड़ी ग्रीन पोर्टफोलियो वाली कंपनियों के IPO भी आ सकते हैं।



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₹50,000 महीना है सैलरी? 8-3-4 नियम से सिर्फ 15 साल में बन सकते हैं करोड़पति

काफी संख्या में लोग बचत यानी सेविंग्स के जरिए करोड़पति बनने की ख्वाहिश रखते हैं। हालांकि शायद ही कोई यह जानता हो कि 50,000 रुपये प्रति महीने की सैलरी पर भी ऐसा करना संभव है। यह सुनने में भले ही थोड़ा हैरानी भरा लगा, लेकिन अगर आपने चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत को समझ लिया, तो आप आसानी से 15 सालों में इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको 8-4-3 के नियम को अपनाना होगा। साथ ही इस पूरी अवधि के दौरान निवेश में अनुशासन बनाए रखना होगा। आइए समझते हैं कि कैसे 8-4-3 का फार्मूला, चक्रवृद्धि ब्याज के साथ मिलकर किसी को करोड़पति बनने में मदद कर सकता है।

चक्रवृद्धि ब्याज यानी कंपाउंडिंग की ताकत क्या है?

कंपाउंडिंग निवेश का वह तरीका है, जिससे साल दर साल तेजी से पैसा बढ़ता है। इस तरीके में निवेश पर मिलने वाले ब्याज को निकाला नहीं जाता है, बल्कि उसे वापस निवेश कर दिया जाता है। इससे हर साल निवेश की राशि बढ़ती जाती है और उस पर मिलने वाला ब्याज भी उसी के मुताबिक बढ़ता जाता है। इस तरीके के काफी कम समय में पैसा कई गुना बढ़ जाता है।

8-4-3 का फॉर्मूला क्या है

8-4-3 का फॉर्मूला कंपाउंडिंग से जुड़ा हुआ है। इस फॉर्मूले को अपना कर निवेशक अपने पैसे पर तेजी से रिटर्न पा सकता है। आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं:

मान लीजिए किसी की सैलरी 50,000 रुपये है। इसमें से वह करीब 40% यानी 20,000 रुपये किसी ऐसे जगह पर निवेश करता है, जहां उसे औसतन सालाना 12 फीसदी ब्याज मिलता है। इस तरह से वह आठ साल में 32 लाख रुपये कमा सकता है। यानी पहले 32 लाख रुपये आठ साल में मिलते हैं, लेकिन अगले 32 लाख रुपये उसी ब्याज दर पर चार साल में मिलेंगे। इस तरीके से 12 साल बाद उसे 64 लाख रुपये का रिटर्न मिल सकता है।

अब, अगर कोई व्यक्ति तीन और साल के लिए अपने निवेश को उसी तरह छोड़ देता है और 20,000 रुपये का निवेश जारी रखता है, तो इन 3 सालों में उसके निवेश की कुल वैल्यू 64 लाख रुपये से बढ़कर 1 करोड़ रुपये हो जाएगी।

हालांकि, किसी भी एसेट्स (शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, बैंक एफडी, गोल्ड और दूसरी इनवेस्टमेंट स्कीमों) में पैसा लगाने से पहले, लोगों को किसी सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है।

यह भी पढ़ें- निवेश शुरू करने से पहले क्या लोन पूरी तरह से चुका देना समझदारी है?



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Monday, November 18, 2024

Gainers & Losers:लाल निशान में बंद हुआ बाजार, 18 नवंबर को इन शेयरों में रहा सबसे ज्यादा एक्शन

कारोबारी हफ्ते के पहले दिन बाजार में बिकवाली देखने को मिली और सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद हुए। IT इंडेक्स 2 % से ज्यादा फिसला। ऑयल एंड गैस इंडेक्स में भी गिरावट रही जबकि मेटल इंडेक्स में 2% से ज्यादा की तेजी रही। ऑटो और रियल्टी इंडेक्स भी बढ़त पर बंद हुए। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक यानी 0.31 फीसदी की गिरावट के साथ 77,339.01 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 78.90 अंक यानी 0.34 फीसदी की गिरावट के साथ 23,453.80 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 184 प्वाइंट चढ़कर 50,363 पर बंद हुआ।

आज इन शेयरों पर दिखा सबसे ज्यादा हलचल

Muthoot Finance (Rs 1,890.45, 6.5%) | आज यह शेयर 8 फीसदी से ज्यादा की बढ़त लेकर बंद हुआ। दरअसल, कंपनी ने FY25 की दूसरी तिमाही में मजबूत नतीजे जारी किए हैं। इसके साथ ही मुथूट फाइनेंस का AUM बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है, जो कि कंपनी के लिए बड़ी उपलब्धि है। अन-सिक्योर्ड लेडिंग पर RBI के प्रतिबंधों के बीच गोल्ड लोन की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है।

Crompton Greaves Consumer Electrical (Rs 384, 3.5%) | आज शेयर में 4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। दरअसल, कंपनी ने FY25 की सितंबर तिमाही में शानदार नतीजे जारी किए हैं। तिमाही के दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू बढ़ा है। इस खबर के बाद आज इसके शेयरों में जमकर खरीदारी हो रही है। क्रॉम्पटन ग्रीव्स ने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 27.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जो 124.9 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इस अवधि के दौरान कंपनी का रेवेन्यू 6.4 फीसदी बढ़कर 1896 करोड़ रुपये हो गया।

Hero MotoCorp (Rs 4,728, 2.7%) | आज यह शेयर 3 फीसदी से ज्यादा की बढ़त लेकर बंद हुआ। ब्रोकरेज फर्म जेफरीज, नोमुरा और नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज जैसे ब्रोकरेज फर्मों ने ग्रामीण मांग में सुधार, आगामी लॉन्च और मार्जिन में सुधार को देखते हुए स्टॉक को Buy रेटिंग दी है।

NALCO (Rs 238.81, 8.6%) | चीन ने पिछले सप्ताह चुनिंदा कमोडिटीज और दूसरे प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट के लिए टैक्स रिबेट में कटौती करने या उसे कैंसिल करने का फैसला किया है। यह फैसला 1 दिसंबर से लागू हो जाएगा। जिसके चलते आज । सबसे ज्यादा 9 प्रतिशत तेजी नेशनल एल्यूमीनियम कंपनी यानि नाल्को के शेयरों में देखने को मिली।

IGL (Rs 325.3, -19.8%) | इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड जैसी सिटी गैस कंपनियों के शेयर में सोमवार 18 नवंबर को भारी गिरावट आई। यह गिरावट भारत सरकार के एक फैसले के बाद आई है। सरकार ने सिटी गैस कंपनियों के एपीएम गैस आवंटन में 20% की कटौती कर दी है। आईजीएल ने 16 अक्टूबर को घोषित 20 प्रतिशत की कटौती के मुकाबले क्रमशः 10 प्रतिशत अतिरिक्त कटौती की सूचना दी है।

MGL (Rs 1,128.35, -14.04%) | महानगर गैस लिमिटेड (MGL) जैसी सिटी गैस कंपनियों के शेयर में सोमवार 18 नवंबर को भारी गिरावट आई। यह गिरावट भारत सरकार के एक फैसले के बाद आई है। सरकार ने सिटी गैस कंपनियों के एपीएम गैस आवंटन में 20% की कटौती कर दी है। यह लगातर दूसरा महीना है, जब सरकार ने इनके गैस आवंटन में कटौती की है। इन कंपनियों के लिए एडमिनिस्ट्रेडेट प्राइस मेकेनिज्म (APM) के तहत अब कुल गैस उपलब्धता 40% से 45% के बीच है, जो एक महीने पहले 65% से 70% थी। वित्त वर्ष 2021 में आवंटन का यह आंकड़ा 154% था।

Honasa Consumer (Rs 297.25, -20%) | Honasa Consumer के शेयर आज 20 फीसदी का लोअर सर्किट लगा। इसके साथ ही मामाअर्थ के शेयरों का भाव अब इसके 324 रुपये के IPO प्राइस के भी नीचे चला गया है। यह गिरावट कंपनी के सितंबर तिमाही के निराशाजनक नतीजों के ऐलान के बाद आया है। होनसा कंज्यूमर सितंबर तिमाही के दौरान घाटे में रही। यह पिछली 5 तिमाहियों में पहली बार है, जब कंपनी ने घाटा दर्ज किया है।

TCS (Rs 4,017.15, -3.1%) | निफ्टी आईटी सूचकांक में शामिल अन्य कंपनियों के साथ टीसीएस में भी लगभग 4% की गिरावट आई, जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि चालू आर्थिक विकास, मजबूत रोजगार बाजार तथा मुद्रास्फीति के 2 प्रतिशत लक्ष्य से ऊपर बने रहने के कारण ब्याज दरों में कटौती करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

Bharat Dynamics (Rs 940.35, -4.97%) | आज यह शेयर 3.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। दूसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 17 फीसदी गिरकर 123 करोड़ रुपये पर रहा।



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Post Office: पोस्ट ऑफिस की सुपरहिट स्कीम, 5 साल तक हर महीने मिलेंगे 9,250 रुपये

Post Office Income: क्या आप अपने निवेश पर नियमित मंथली इनकम चाहते हैं? सरकार की गारंटी के साथ सुरक्षित विकल्प तलाश रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। यह योजना रिटायरमेंट के बाद पैसे की दिक्कत से बचाने और सेविंग को सुरक्षित रखने का अच्छा तरीका है।

क्या है पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)?

POMIS एक छोटी सेविंग योजना है, जिसे सरकार ने स्थिर मंथली इनकम देने क लिए डिजाइन किया है। ये हैं इसके फायदे।

न्यूनतम जमा: ₹1,000 (₹1,000 के मल्टीपल में)

अधिकतम जमा: ₹9 लाख (सिंगल अकाउंट) या ₹15 लाख (जॉइंट अकाउंट)

पीरियड: 5 साल (तय)

ब्याज दर (2024)

ब्याज दर: 7.4% प्रति साल

पात्रता

सिंगल वयस्क

अधिकतम तीन वयस्कों तक के जॉइंट अकाउंट

अभिभावक नाबालिगों या मानसिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए

10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग अपने नाम पर

मंथली इनकम कैसे कैलकुलेट करें?

POMIS के तहत मंथली इनकम की कैलकुलेशन का फॉर्मूला:

मंथली इनकम = जमा राशि × ब्याज दर ÷ 12

उदाहरण:

₹5 लाख → ₹3,083 मंथली

₹9 लाख → ₹5,550 मंथली

₹15 लाख → ₹9,250 मंथली

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम

न्यूनतम ₹1,000 से खाता खोला जा सकता है।

एक व्यक्ति के सभी खातों में जमा ₹9 लाख से अधिक नहीं हो सकता।

जॉइंट अकाउंट में ₹15 लाख तक का निवेश संभव है।

ब्याज का पेमेंट

ब्याज हर महीने क्रेडिट किया जाता है।

पेमेंट ECS या लिंक्ड सेविंग अकाउंट में ऑटो-क्रेडिट के माध्यम से लिया जा जा सकता है।

अनक्लेम्ड ब्याज पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलता।

ब्याज इनकम टैक्सेबल है।

प्रीमैच्योर पैसा निकालना

1 साल के बाद निकासी की अनुमति, लेकिन जुर्माने के साथ:

1–3 साल: 2% कटौती।

3–5 साल: 1% कटौती।

मैच्योरिटी के फायदे

खाता 5 साल बाद मैच्योर होता है।

मैच्योरिटी पर जमा की गया बेसिक अमाकउंट वापस कर दिया जाता है।

खाता धारक की मृत्यु होने पर नामित व्यक्ति या कानूनी उत्तराधिकारी खाता बंद कर सकते हैं।

POMIS क्यों चुनें?

सुरक्षित रिटर्न: सरकार इसे चला रही है और इसमें पैसा पूरे तरीके से सेफ है।

नियमित इनकम: रिटायर व्यक्तियों और कंजर्वेटिव निवेशकों को होगा फायदा।

 



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Sunday, November 17, 2024

Enviro Infra Engineers IPO: 22 नवंबर को खुलेगा आईपीओ, कंपनी के कारोबार से फाइनेंशियल तक तमाम डिटेल

Enviro Infra Engineers IPO: एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का आईपीओ 22 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। पब्लिक इश्यू के लिए प्राइस बैंड की घोषणा 18 नवंबर को की जाएगी। निवेशकों के पास इस आईपीओ में 26 नवंबर तक निवेश का मौका रहेगा। इसके अलावा, एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 21 नवंबर को एक दिन के लिए खुलेगा। इस आईपीओ के तहत 3.87 करोड़ फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, सेलिंग शेयरहोल्डर्स (प्रमोटर्स) द्वारा 52.68 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी।

दिल्ली में जैन फैमिली द्वारा प्रमोटेड इस कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 1 लाख इक्विटी शेयर अलग रखे हैं। इसके अलावा, नेट इश्यू साइज आकार का आधा हिस्सा (कर्मचारी हिस्से को छोड़कर) क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और शेष 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।

Enviro Infra Engineers कहां करेगी फंड का इस्तेमाल

आईपीओ से होने वाली आय में से 181 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। कंपनी अपनी सब्सिडियरी EIEL मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मथुरा में 60 MLD STP के निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके अलावा, 120 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा। शेष राशि का इस्तेमाल अज्ञात अधिग्रहणों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के माध्यम से इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए किया जाएगा।

Enviro Infra Engineers का कोराबार

एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स गवर्नमेंट अथॉरिटी/बॉडी के लिए वाटर और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स और वाटर सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट के डिजाइन, निर्माण, संचालन और रखरखाव में लगी हुई है। पिछले सात वर्षों में कंपनी ने पूरे भारत में 28 ऐसे प्रोजेक्ट्स डेवलप किए हैं। जून 2024 तक इसके पास 1906.3 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक है, जिसमें 21 चालू वाटर और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।

एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का मुकाबला Va Tech Wabag, विष्णु प्रकाश आर पुंगलिया, EMS और ION एक्सचेंज जैसी लिस्टेड कंपनियों से है। कंपनी द्वारा अधिकांश STP में स्थापित ट्रीटमेंट प्रोसेस जीरो लिक्विड डिस्चार्ज-कंप्लायंट है और ट्रीटेड वाटर का उपयोग बागवानी, धुलाई, रेफ्रिजरेशन और अन्य प्रोसेस इंडस्ट्रीज के लिए किया जा सकता है। हेम सिक्योरिटीज इस इश्यू का एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि बिगशेयर सर्विसेज इस ऑफर का रजिस्ट्रार है।

Enviro Infra Engineers का फाइनेंशियल

फाइनेंशियल की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 में एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का नेट प्रॉफिट बढ़कर 110.5 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 55 करोड़ रुपये से 101 फीसदी अधिक है। इस अवधि के दौरान कंपनी का रेवेन्यू राजस्व 338.1 करोड़ रुपये से 115.6 फीसदी बढ़कर 728.9 करोड़ रुपये हो गया। जून 2024 को समाप्त तीन महीने की अवधि में मुनाफा 205.6 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 30.8 करोड़ रुपये रहा।



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Saturday, November 16, 2024

Maharashtra Chunav 2024: शरद पवार की 'स्टाइल ऑफ पॉलिटिक्स' नहीं समझ पाए कन्हैया, व्यक्तिगत हमलों के फेर में फंसे

महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में शरद पवार से ज्यादा अनुभवी और दिग्गज नेता शायद ही कोई हो। MVA की घटक तीनों राजनीतिक पार्टियां कोई भी साझा निर्णय सामान्य तौर पर पवार के दिशानिर्देशों पर ही लेती रही हैं। 2019 विधानसभा चुनाव के बाद जीत का सेहरा बांध चुकी बीजेपी के हाथों से मौका छीनकर पवार ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनवा दी थी। पवार MVA के संरक्षक भी हैं। लंबे समय से राजनीति में मौजूद पवार की 'स्टाइल ऑफ पॉलिटिक्स' व्यक्तिगत हमले न करने की रही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार महाराष्ट्र में एक भाषण देते वक्त अपने गठबंधन के शीर्ष नेता की 'स्टाइल ऑफ पॉलिटिक्स' भूल गए।

नागपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने राज्य के पूर्व सीएम और वर्तमान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी पर भी निशाना साध दिया। दरअसल हाल ही में देवेंद्र फडणवीस ने कहा था-राज्य में अब 'वोट जिहाद' शुरू हो गया है। अगर वे वोट जिहाद कर रहे हैं, तो हमें 'धर्म-युद्ध' के लिए तैयार रहना चाहिए।

फडणवीस के बयान को लेकर अमृता पर साधा निशाना

कन्हैया कुमार ने फडणवीस के बयान पर हमला करते हुए निशाना अमृता फडणवीस पर साध दिया। कन्हैया कुमार ने कहा-'धर्म बचाना है तो सब मिलकर बचाएंगे। ऐसा तो नहीं होगा न कि हम धर्म बचाएंगे और डिप्टी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील्स बनाएंगीं।' कन्हैया कुमार इस राजनीतिक हमले में उस लाइन को क्रॉस कर गए थे जो सामान्य तौर पर बड़े नेता अपने बयानों में तोड़ने से बचते हैं। फडणवीस ने भी कन्हैया के बयान उसी भाषा में जवाब दिया। फडणवीस का कहना है कि उनके खिलाफ व्यक्तिगत हमलों का सिलसिला कई वर्षों से चल रहा है और वह जानते हैं कि यह सब किसके इशारे पर हो रहा है।

फडणवीस ने दिया जवाब

फडणवीस ने कहा है-'विपक्ष को पता चल गया है कि इस चुनाव में वे बीजेपी को हरा नहीं पाएगा। कन्हैया कुमार मेरे खिलाफ की गई किसी जांच में कुछ नहीं कर सके, इस वजह से उन्होंने व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए हैं। उनकी ट्रोल आर्मी ने मेरी पत्नी पर इंस्टाग्राम पर रील्स बनाने का आरोप लगाया। जिस तरीके से मेरी पत्नी और उनके बारे में अपमानजनक बातें लिखीं गई हैं, उसे देखकर ट्रोलर्स को शर्म आनी चाहिए। इन लोगों को चूल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए।'

बिना व्यक्तिगत हमले किए शरद पवार ने दिखाई ताकत

कन्हैया कुमार यह बयान देते वक्त इस बात को भूल गए कि जिस MVA के तहत उनकी पार्टी चुनाव लड़ रही है उसके संरक्षक शरद पवार व्यक्तिगत हमले न के बराबर करते हैं। बीते पांच साल में पवार ही वह नेता रहे हैं जिन्होंने अजेय दिखने वाली टॉप बीजेपी लीडरशिप को राजनीतिक गच्चा देकर महाराष्ट्र में एमवीए की सरकार बनवा दी थी। हालांकि 2023 में अजित पवार के नेतृत्व में उनकी पार्टी में भी फूट पड़ गई। लेकिन 83 साल शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में नई पार्टी के साथ विपक्ष में सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट से सीटें जीतीं.

व्यक्तिगत हमलों का जवाब नहीं देते पवार

पवार भी कई व्यक्तिगत हमले हुए हैं लेकिन उन्होंने इसका जवाब अलग तरीके से दिया। वह राजनीति की बारीकियां समझते हैं और कभी महाराष्ट्र में कांग्रेस से कम सीटों पर चुनाव लड़ने वाले पवार इस बार लगभग बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। यह सबकुछ करते हुए उन्होंने अपने साथियों को भी संदेश दिया है कि राजनीति की लड़ाई व्यक्तिगत हमलों से नहीं जीती जाती।

साबरमती में 'पारिवारिक दंगल'

लोकसभा चुनाव के वक्त महाराष्ट्र की साबरमती सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ अजित पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को उतार दिया था। इस मुकाबले में भी शरद पवार की तरफ से कोई व्यक्तिगत हमला नहीं हुआ। कहते हैं कि अपनी राजनीतिक विरासत बचाने के लिए शरद पवार ने इस चुनाव में दरवाजे-दरवाजे जाकर प्रचार किया। जीत भी सुप्रिया सुले की हुई।

हालांकि ऐसा नहीं कि शरद पवार ने अजित पवार को राजनीतिक वॉकओवर दे दिया। अब जबकि विधानसभा चुनाव में अजित पवार बारामती में विधानसभा उम्मीदवार हैं तो शरद पवार ने अजित के भतीजे को चुनावी मैदान में उतार दिया है। पवार ने सारे राजनीतिक कदम उठाए लेकिन व्यक्तिगत हमलों से परहेज किया।

महाराष्ट्र की राजनीति को समझने में गच्चा खा रहे कन्हैया!

महाराष्ट्र की राजनीति का तरीका समझना हो तो कन्हैया एक उदाहरण से समझ सकते हैं। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का राजनीतिक पदार्पण राज्यसभा चुनाव के जरिए हुआ था। उस वक्त जब शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने शरद पवार को फोन कर कहा था कि 'अगर सुप्रिया चुनाव में खड़ी हो रही है तो मैं शिवसेना का कैंडिडेट वापस ले लेता हूं.' जबकि बाल ठाकरे हमेशा शरद पवार की राजनीति का विरोध करते रहे। महाराष्ट्र की राजनीतिक परिपाटी ऐसी भी है जहां परिवारों की दूसरी तीसरी पीढ़ी पॉलिटिक्स में है और राजनीतिक विरोधों से इतर एक दूसरे के नजदीक भी हैं. ये परिवार आपस में एक-दूसरे पर व्यक्तिगत हमलों से बचते रहे हैं। बड़े नेताओं द्वारा यह नियम फॉलो करने की वजह से व्यक्तिगत हमलों की राजनीति कम होती है।

कन्हैया को एक और सेंटिमेंट समझना चाहिए

लेकिन कन्हैया कुमार इस बात को नहीं समझ पाए हैं। वह एक और बात को शायद नहीं समझ पाए जिसका असर उनके बयान की वजह से हो सकता है। महाराष्ट्र में एंटी-बिहारी राजनीति को सपोर्ट करने वालों का भी एक धड़ा रहा है। यह धड़ा राजनीतिक पार्टियों से जुड़ा रहा है और कभी ये मजबूत होता है और कभी कमजोर। लेकिन सेंटिमेंट बना रहता है। देवेंद्र फडणवीस की पत्नी एक मराठी महिला और कन्हैया कुमार बिहार से ताल्लुक रखते हैं। अगर उनके बयान को इस चश्मे से देखा गया तो भी कांग्रेस को इसका नुकसान ही होगा।

खैर, अब राज्य में वोटिंग का दिन नजदीक आने के साथ राजनीतिक माहौल गर्म हो चुका है। आने वाले दिनों में तीखे जुबानी हमले और तेज हो सकते हैं। देखना होगा कि क्या कन्हैया कुमार के बाद व्यक्तिगत हमलों की भी रफ्तार बढ़ेगी, या फिर विरोध सिर्फ राजनीति तक सीमित रहेगा।

UP उपचुनाव: कौन हैं पूजा पाल, '10 दिन की शादी', 20 साल की पॉलिटिक्स, BSP-SP से लेकर BJP तक 360 डिग्री टर्न



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