Sunday, November 30, 2025

अच्छी कमाई के बावजूद क्यों नहीं बन पाती दौलत? जानें आम वित्तीय गलतियां

आज के समय में बहुत से लोग अच्छी तनख्वाह या बिजनेस से बढ़िया कमाई करते हैं, लेकिन इसके बावजूद वे लंबे समय में संपत्ति नहीं बना पाते। वजह सिर्फ कमाई नहीं, बल्कि वित्तीय गलतियां हैं जो धीरे-धीरे आपकी बचत और निवेश को कमजोर कर देती हैं।

खर्चों पर नियंत्रण न होना

अकसर लोग अपनी आय बढ़ने के साथ ही जीवनशैली पर ज्यादा खर्च करने लगते हैं। महंगे गैजेट्स, लग्जरी ट्रैवल और अनावश्यक शॉपिंग से बचत की जगह खर्च बढ़ जाता है। अगर खर्चों पर लगाम नहीं लगाई जाए तो चाहे जितनी भी कमाई हो, दौलत नहीं बन पाएगी।

निवेश की अनदेखी

कई लोग अपनी पूरी कमाई बैंक खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट में रख देते हैं। लेकिन महंगाई को देखते हुए यह पर्याप्त नहीं है। सही निवेश विकल्प जैसे म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट, या रियल एस्टेट में पैसा लगाना जरूरी है। निवेश न करना या देर से शुरू करना संपत्ति बनाने की सबसे बड़ी रुकावट है।

बीमा और आपातकालीन फंड की कमी

अचानक बीमारी, दुर्घटना या नौकरी छूटने जैसी स्थिति में अगर आपके पास बीमा या इमरजेंसी फंड नहीं है, तो सारी बचत खत्म हो सकती है। यह गलती लोगों को सालों पीछे धकेल देती है।

कर्ज का गलत इस्तेमाल

क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल, पर्सनल लोन लेना और समय पर भुगतान न करना भी संपत्ति बनाने की राह रोक देता है। ब्याज का बोझ बढ़ता जाता है और बचत घटती जाती है।

वित्तीय योजना का अभाव

कमाई करने वाले कई लोग बजट बनाने और फाइनेंशियल गोल तय करने की आदत नहीं रखते। बिना योजना के खर्च और निवेश करना ऐसे है जैसे बिना नक्शे के सफर करना।

संपत्ति बनाने के लिए सिर्फ अच्छी कमाई काफी नहीं है। जरूरी है कि आप खर्चों पर नियंत्रण रखें, सही निवेश करें, बीमा और इमरजेंसी फंड तैयार रखें, और कर्ज का समझदारी से इस्तेमाल करें। अगर इन गलतियों से बचा जाए तो हर आय वर्ग का व्यक्ति धीरे-धीरे मजबूत वित्तीय नींव बना सकता है।



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'हमारा प्यार जीत गया' प्रमिका ने की लाश से शादी! जाति के नाम पर घरवाले ने कर दी थी प्रेमी की हत्या

महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक 20 साल के लड़के की पिटाई की गई, उसे गोली मार दी गई और उसके सिर को पत्थर से कुचल दिया गया। उसके अंतिम संस्कार के समय उसकी प्रेमिका ने माथे पर सिंदूर लगाया और उसके घर में बहू बनकर रहने की कसम खाई। आंचल की मुलाकात सक्षम ताटे से उसके भाइयों के जरिए हुई और उसके घर अक्सर आने-जाने से उनमें नजदीकियां बढ़ गईं। उनके तीन साल पुराने रिश्ते पर हाल ही में उसके परिवार का दबाव पड़ने लगा, जिन्होंने उनकी जाति के अंतर के कारण उनका का विरोध किया। आंचल ने तमाम धमकियों के बावजूद सक्षम के साथ अपना रिश्ता जारी रखा।

जब आंचल के भाइयों और पिता को पता चला कि वह सक्षम से शादी करने जा रही है, तो उन्होंने गुरुवार को उसके साथ मारपीट की, उसके सिर में गोली मार दी और पत्थर से उसका सिर कुचल दिया। जब उसका अंतिम संस्कार चल रहा था, आंचल सक्षम के घर पहुंची। उसने उसके शरीर पर हल्दी लगाई, माथे पर सिंदूर लगाया और अपने प्रेमी की लाश से शादी कर ली।

फिर उसने जिंदगी भर उसकी पत्नी बनकर उसके घर में रहने का फैसला किया। सक्षम के हत्यारों के लिए मौत की सजा की मांग करते हुए उसने कहा, "सक्षम की मौत के बावजूद हमारा प्यार जीत गया, और मेरे पिता और भाई हार गए।" लड़की ने जोर देकर कहा कि उसने उससे शादी इसलिए की क्योंकि भले ही सक्षम मर गया हो, लेकिन उनका प्यार अभी भी जिंदा है।

पुलिस ने अलग-अलग धाराओं के तहत छह आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

Deepti Chaurasia Suicide Case: 'प्रेग्नेंसी में घसीटा, मारा-पीटा गया...', पान मसाला मालिक की बहू पर सालों से हो रहा था अत्याचार! FIR में हुआ खुलासा, मां ने की CBI जांच की मांग



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नए लेबर कोड्स से बदला ग्रेच्युटी का हिसाब, अब सिर्फ 1 साल की नौकरी पर भी मिलेगा फायदा

नौकरी करने वाले लाखों कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी एक बड़ा सहारा होती है। यह वह रकम है जो कंपनी अपने कर्मचारियों को लंबे समय तक सेवा देने के बाद धन्यवाद स्वरूप देती है। पहले नियम यह था कि ग्रेच्युटी पाने के लिए कम से कम 5 साल तक नौकरी करना जरूरी था। लेकिन अब नए लेबर कोड्स ने इस नियम को बदल दिया है और कर्मचारियों के लिए इसे और आसान बना दिया है।

क्या बदला है नियमों में?

नए लेबर कोड्स के तहत अब सिर्फ 1 साल की नौकरी करने पर भी कर्मचारी ग्रेच्युटी पाने के हकदार होंगे। यानी अगर कोई कर्मचारी किसी वजह से जल्दी नौकरी छोड़ता है, तो भी उसे ग्रेच्युटी का लाभ मिलेगा। यह बदलाव खासकर उन युवाओं और पेशेवरों के लिए राहत है जो अक्सर बेहतर अवसरों के लिए नौकरी बदलते रहते हैं।

ग्रेच्युटी कैसे कैलकुलेट होगी?

- बेसिक सैलरी: आपकी मूल तनख्वाह

- सर्विस के साल: आपने कितने साल नौकरी की

- 15/26: यह तय अनुपात है, जिससे रकम निकाली जाती है

उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹20,000 है और उसने 3 साल नौकरी की है, तो उसे हजारों रुपये की ग्रेच्युटी मिलेगी। सबसे अच्छी बात यह है कि यह रकम पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है।

कर्मचारियों के लिए फायदे:

- नौकरी बदलने वालों को भी सुरक्षा मिलेगी।

- रिटायरमेंट या इस्तीफे के समय अतिरिक्त रकम हाथ में आएगी।

- कंपनियों के प्रति कर्मचारियों का भरोसा बढ़ेगा।

नए लेबर कोड्स ने ग्रेच्युटी को लेकर कर्मचारियों की चिंताओं को काफी हद तक दूर कर दिया है। अब यह सुविधा सिर्फ लंबे समय तक नौकरी करने वालों तक सीमित नहीं रही, बल्कि हर कर्मचारी को इसका लाभ मिलेगा। यह बदलाव न केवल कर्मचारियों की वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि उन्हें अपने करियर विकल्पों में ज्यादा स्वतंत्रता भी देता है।



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SIP vs Lump sum: ₹10000 की SIP या ₹1.2 लाख का लंप सम? जानिए किस स्ट्रैटजी से बनेगा तगड़ा पैसा

SIP vs Lump sum: भारत के बेंचमार्क इंडेक्स 27 नवंबर को नई चमकदार ऊंचाइयों पर पहुंच गए। इससे निवेश का माहौल रोमांचक तो दिख रहा, लेकिन उतना ही अनिश्चित भी। इस साल लगातार मजबूत आर्थिक संकेतों के बीच BSE सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंचे।

लेकिन इस उत्साह के बीच एक पुराना सवाल फिर खड़ा होता है, क्या ऐसे ऊंचे वैल्यूएशन पर एकमुश्त (लंप सम) निवेश करना ठीक है, या हर महीने SIP से धीरे-धीरे मार्केट में एंट्री करना ज्यादा समझदारी है? आइए समझते हैं कि कौन सा विकल्प ज्यादा बेहतर है।

लंप सम के पक्ष में गणित

गणित का सीधा नियम साफ है- लंप सम निवेश आगे रहता है, क्योंकि पूरी रकम पहले दिन से कंपाउंड होती है। इसकी वजह से SIP के मुकाबले यह लंबे समय तक रिटर्न को तेज बनाता है।

उदाहरण के तौर पर, 10%, 12% और 15% वार्षिक रिटर्न मानें। दोनों ही रणनीतियों में सालाना निवेश 1.2 लाख रुपये है- लंप सम एक बार में और SIP के तौर पर 10,000 रुपये हर महीने। नीचे टेबल साफ दिखाती है कि लंबे कंपाउंडिंग समय की वजह से लंप सम की बढ़त रहती है।

3 SIP vs Lumpsum

Wise Finserv की डायरेक्टर और COO चारू पाहुजा कहती हैं, 'लंप सम को नैचुरल मैथमैटिकल एडवांटेज मिलता है क्योंकि पैसा पूरे साल इन्वेस्ट रहता है और लंबे समय तक कंपाउंड होता है।' लेकिन यह तभी होता है जब बाजार लगातार ऊपर जाएं, जो कि असल इक्विटी मार्केट में बहुत कम होता है।

वोलैटाइल मार्केट में SIP का फायदा

Scripbox के फाउंडर और CEO अतुल शिंगल बताते हैं कि इस गणित में एक बड़ा जोखिम छिपा रहता है- सीक्वेंस रिस्क। अगर लंप सम निवेश के तुरंत बाद बाजार 20-40% गिर जाए, तो पूरी लॉन्ग-टर्म कमाई कमजोर हो सकती है।

उनका कहना है, 'अगर निवेश के तुरंत बाद बड़ी गिरावट आती है, तो लंप सम का लंबी अवधि का रिटर्न तेजी से गिर जाता है।' Nifty 50 TRI के रियल डेटा में दिखता है कि बुल मार्केट में लंप सम चमकता है, लेकिन अस्थिर शुरुआत वाले सालों में SIP तेजी से अंतर भर देता है।

चारू पाहुजा जोड़ती हैं, 'SIP को वोलैटिलिटी से फायदा मिलता है, क्योंकि जब कीमतें गिरती हैं तो ज्यादा यूनिट मिलती हैं।' 2008 की मंदी और 2020 के कोविड क्रैश में, गिरावट के दौरान खरीदी गई यूनिट्स ने आने वाले वर्षों में SIP रिटर्न को काफी बढ़ा दिया।

SIP ज्यादा बेहतर विकल्प क्यों

ज्यादातर सैलरीड लोग महीने-महीने की आय से निवेश करते हैं। ऐसे में SIP उनकी इनकम पैटर्न से पूरी तरह मेल खाती है। यह निवेशक को अनुशासन में रखती है और मार्केट टाइमिंग के तनाव से बचाती है।

शिंगल बताते हैं, 'SIP लंबी अवधि में अपने-आप वेल्थ बनाती है, खासकर उस माहौल में जहां 10-20% गिरावट आम बात है।'

SIP Vs Lump Sum: म्यूचुअल फंड में कैसे करें निवेश, कौन देगा बेहतर रिटर्न? - sip vs lump sum mutual fund best option in volatile market | Moneycontrol Hindi

कब लंप सम बेहतर साबित होता है

फिर भी लंप सम कुछ खास परिस्थितियों में बहुत फायदेमंद होता है।

  • जब बाजार में हाल ही में तेज गिरावट आई हो।
  • बोनस, इनहेरिटेंस या किसी विंडफॉल के रूप में बड़ी रकम मिली हो।
  • निवेशक की जोखिम लेने की क्षमता ज्यादा हो।
  • निवेश अवधि 15 साल या उससे अधिक हो।

शिंगल कहते हैं, 'लंप सम तब सबसे अच्छा काम करता है, जब बाजार वैल्यूएशन उचित या सस्ते हों और निवेशक का रिस्क प्रोफाइल मजबूत हो।'

निवेश की सबसे बेहतर रणनीति क्या है?

निवेश करने का सबसे व्यावहारिक तरीका वह होता है जो अनुशासन और मौके- दोनों का फायदा दिलाए। यही काम करती है हाइब्रिड रणनीति, जिसमें SIP, लंप सम और SIP टॉप-अप तीनों को एक साथ इस्तेमाल किया जाता है।

इस मॉडल में SIP आपकी मुख्य ताकत होती है, जो हर महीने नियमित निवेश सुनिश्चित करती है। इससे वेल्थ धीरे-धीरे और स्थिर तरीके से बनती रहती है, चाहे बाजार ऊपर जाए या नीचे।

फिर, जब भी बाजार में गिरावट आए या आपके पास बोनस, इंसेंटिव या अतिरिक्त रकम आए, तो लंप सम निवेश करके आप तुरंत उपलब्ध मौकों का फायदा उठा सकते हैं। इससे पोर्टफोलियो को अतिरिक्त बढ़त मिल जाती है।

SIP क्यों है म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे आसान और स्मार्ट तरीका, 8 प्वाइंट में जानिए जवाब - why sip is the smartest way to invest in mutual funds explained in

हर साल SIP बढ़ाना जरूरी

चारू पाहुजा इस पर जोर देती हैं कि हर साल अपनी SIP बढ़ाना बेहद जरूरी है, क्योंकि आपकी आय जैसे-जैसे बढ़ती है, निवेश की गति भी उसी अनुपात में तेज हो जानी चाहिए। इससे लंबे समय में वेल्थ क्रिएशन काफी तेज हो जाता है।

अतुल शिंगल बताते हैं कि यह हाइब्रिड तरीका दो बड़े फायदे देता है। पहला, टाइमिंग का जोखिम कम करता है, क्योंकि आपका कुछ निवेश हमेशा SIP के जरिए चलता रहता है। दूसरा, एंट्री प्राइस को संतुलित करता है, क्योंकि लंप सम केवल तब लगाया जाता है जब बाजार अच्छी वैल्यू दे रहा हो। कुल मिलाकर, यह रणनीति आपको बाजार की उतार-चढ़ाव में फंसने नहीं देती, बल्कि हर परिस्थिति में आपका फायदा सुनिश्चित करती है।

SIP vs lumpsum: SIP या लंपसम... किस तरीके से बनेगा बड़ा फंड? जानिए एक्सपर्ट से

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Saturday, November 29, 2025

ED की बड़ी कार्रवाई, भारत और म्यामांर सीमा पर पकड़ा बड़ा ड्रग नेटवर्क, GST के मनमाने इस्तेमाल से फैलाया जाल

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने एक क्रॉस बॉर्डर नार्कोटिक्स नेटवर्क पकड़ा है। ईडी के मुताबिक इस नेटवर्क में शामिल म्यांमार के नागरिकों ने कथित रूप से भारतीय नागरिकों की जीएसटी आईडी का इस्तेमाल किया। उन्होंने भारतीय नागरिकों की इस आईडी का इस्तेमाल ड्रग बनाने में इस्तेमाल होने वाली केमिकल्स की खरीदारी के लिए किया। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ईडी का कहना है हालिया छापों में पता चला है कि कुछ भारतीयों ने म्यांमार में स्थित तस्करों की तरफ से सूडोएफेड्रिन (Pseudoephedrine) टैबलेट और कैफीन एनहाइड्रस (Caffeine Anhydrous) की खरीदारी की। ईडी के मुताबिक इस खरीदारी से बड़े पैमाने पर मेथामफेटामिन का उत्पादन और कई राज्यों में लॉन्ड्रिंग संभव हुआ। ईडी ने यह जानकारी 27 नवंबर को भारत-म्यांमार सीमा पर पहली बार की गई छापेमारी में हासिल की है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मिजोरम के आइजोल और चंपाई, असम के श्रीभूमि (करीमगंज) और गुजरात के अहमदाबाद में की गई तलाशी के दौरान ₹46.7 लाख की नकदी जब्त हुई और 21 बैंक खातों को फ्रीज किया गया। साथ ही ऐसे दस्तावेज भी बरामद किए गए जो कथित तौर पर भारतीय बिचौलियों को म्यांमार में स्थित खरीदारों से जोड़ते हैं।

अभी क्यों हुई यह छापेमारी?

ईडी की छापेमारी मिजोरम पुलिस की मनी लॉन्ड्रिंग की एक जांच से जुड़ी है जिसमें ₹1.41 करोड़ की 4.72 किग्रा हेरोइन जब्त हुई थी। मिजोरम पुलिस की एफआईआर और म्यांमार में बढ़ते मेथामफेटामिन उत्पादन और भारत की 1,643 किमी की खुली सीमा के जरिए बढ़ रही तस्करी को लेकर बढ़ती चिंता के बाद यह छापेमारी की गई। यह इलाका अब एक प्रमुख ट्रांजिट कॉरिडोर बनता जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि ईडी इस जांच को और आगे बढ़ा सकती है और सप्लाई नेटवर्क और वित्तीय बिचौलियों की भी जांच होगी। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे-जैसे कई राज्यों में मनी ट्रेल का नक्शा तैयार होगा, और अधिक समन और संपत्तियों की कुर्की हो सकती है।

ऐसे तैयार हुआ पूरा सप्लाई चेन नेटवर्क

ईडी के मुताबिक सबूतों से संकेत मिलता है कि म्यांमार के नागरिकों ने कच्चा माल हासिल करने और पेमेंट के लिए भारतीयों के जीएसटी क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल किया, तो भारतीय नागरिकों ने खरीदारी और ट्रांसपोर्टेशन का काम संभाला। इन दोनों के मिलने से मेथामफेटामाइन के प्रोडक्शन के लिए पूरी सप्लाई चैन बन गई। ईडी का कहना है कि इस नेटवर्क के तार भारत के कई राज्यों में वित्तीय, लॉजिस्टिकल और तस्करी से जुड़े थे, और हवाला ऑपरेटर नशीले पदार्थों के व्यापार से पैसों की आवाजाही और मुनाफे को वैध बनाने में अहम भूमिका निभाते थे।

इस एक घटना पर दुनिया भर में मची अफरा-तफरी, Airbus में आई ऐसी गड़बड़ी, फ्लाइट कैंसल का बढ़ा डर



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Friday, November 28, 2025

2025 Tata Sierra Vs Kia Seltos: इंजन, फीचर्स, लुक और कीमत में कौन सी SUV है बेस्ट? जानें

2025 Tata Sierra Vs Kia Seltos: 2025 Tata Sierra ने 11.49 लाख रुपये की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत के साथ भारत के मिड साइज SUV मार्केट में फिर से वापसी की है। यह SUV अपने दमदार लुक, मॉडर्न डिजाइन और दमदार फीचर्स की वजह से लोगों का ध्यान खींच रही है। दूसरी ओर, Kia Seltos पहले से ही इस सेगमेंट में एक मजबूत और पॉपुलर विकल्प है। इसमें कई तरह के इंजन ऑप्शन मिलते हैं और यह लंबे समय से ग्राहकों की पसंद बनी हुई है। अगर आप कन्फ्यूज हैं कि इन दोनों में से कौन सी SUV खरीदें तो हम आपको इंजन, फीचर्स और कीमत के आधार पर बताएंगे की आपके लिए कौन सी गाड़ी वैल्यू फॉर मनी हो सकती है।

2025 Tata Sierra Vs Kia Seltos: कीमत

नई Tata Sierra की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत इसके बेस वेरिएंट के लिए 11.49 लाख रुपये है। वहीं, Seltos की एक्स-शोरूम कीमत बेस HTE (O) वेरिएंट के लिए 10.79 लाख रुपये से शुरू होकर टॉप-स्पेक X-लाइन वर्जन के लिए 19.81 लाख रुपये तक जाती है।

2025 Tata Sierra Vs Kia Seltos: पावरट्रेन ऑप्शन

इंजन की बात करें तो, सिएरा में 1.5-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन लगा है, जो 105 bhp और 145 Nm का टार्क जनरेट करता है और इसे 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जोड़ा गया है। Sierra के हाई ट्रिम्स में टर्बो-पेट्रोल और डीजल विकल्पों सहित अतिरिक्त पावरट्रेन विकल्प उपलब्ध हैं। ट्रांसमिशन विकल्पों में 6-स्पीड मैनुअल, 6-स्पीड ऑटोमैटिक और 7-स्पीड DCA ऑटोमैटिक शामिल हैं।

Kia Seltos में इंजनों के ज्यादा विकल्प मिलते हैं, जिसमें 1.5 MPi पेट्रोल यूनिट (115 hp), 1.5 T-GDi टर्बो-पेट्रोल यूनिट (160 hp) और 1.5-लीटर डीजल इंजन (116 hp) शामिल हैं। इसके गियरबॉक्स विकल्प भी काफी ज्यादा हैं, जैसे मैनुअल, CVT, iMT, 7-स्पीड DCT और 6-स्पीड ऑटोमैटिक। इतनी वैरायटी खरीदारों को अपनी जरूरत और परफॉर्मेंस के हिसाब से मॉडल चुनने की आजादी देती है।

2025 Tata Sierra Vs Kia Seltos: फीचर्स

Sierra के बेस वेरिएंट में भी दमदार फीचर्स मिलता है: इसमें ड्यूल स्क्रीन डैशबोर्ड, जबकि ऊपरी वेरिएंट्स में ट्रिपल स्क्रीन लेआउट मिलता है। इसके साथ पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस चार्जिंग, कनेक्टेड कार टेक, वेंटिलेटेड सीटें और JBL का प्रीमियम साउंड सिस्टम भी दिया गया है। सेफ्टी में भी यह मजबूत है, जिसमें मल्टीपल एयरबैग्स, ABS-EBD और ऊंचे वेरिएंट्स में ADAS जैसे एडवांस फीचर्स शामिल हैं।

Seltos अपने भरोसेमंद परफॉर्मेंस, ज्यादा इंजन और गियरबॉक्स विकल्प, मॉडर्न इन्फोटेनमेंट सिस्टम, अच्छे सेफ्टी फीचर्स और लंबे समय से साबित होती आ रही विश्वसनीयता के कारण अब भी एक मजबूत विकल्प बनी हुई है।

कौन सा SUV ज्यादा सही है?

अगर आप एक नए लुक वाली SUV की तलाश में हैं जो ज्यादा स्पेस, किफायती दाम, फीचर्स से लैस केबिन और एक मजबूत स्टार्टिंग किट प्रदान करे, तो Sierra आपके लिए सही साबित हो सकती है। लेकिन अगर आप ऐसा SUV चाहते हैं, जो पहले से साबित भरोसेमंद SUV, ज्यादा इंजन और वेरिएंट विकल्प, और एक ऐसा मॉडल जिसे मार्केट में सफलता मिल चुकी है, तो Kia Seltos ज्यादा समझदारी भरा विकल्प साबित होती है।

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Thursday, November 27, 2025

₹300 से शुरू हुआ सफर, आज ₹300 करोड़ की बनी मालकिन... चिनू काला बनीं फैशन ज्वेलरी क्वीन

भारत में कई प्रेरणादायक कहानियां हैं, लेकिन चिनू काला की कहानी सबसे अलग है। यह कहानी बताती है कि साहस, मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी इंसान अपनी किस्मत बदल सकता है।

शुरुआत की कठिनाइयां

सिर्फ 15 साल की उम्र में चिनू काला ने घर छोड़ दिया। उनके पास मात्र ₹300 थे और सहारा कोई नहीं। पहली रात उन्होंने रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारी। यह अनुभव बेहद कठिन था, लेकिन इसी ने उन्हें मजबूत बनाया। जीवन चलाने के लिए उन्होंने छोटे-छोटे काम किए। कभी वेट्रेस बनीं, कभी रिसेप्शनिस्ट, कभी टेली कॉलर और कभी घर-घर जाकर सामान बेचने वाली सेल्सवुमन। शुरुआत में उन्हें दिनभर की मेहनत के बदले केवल ₹20 मिलते थे। लेकिन हर काम ने उन्हें सिखाया कि आत्मनिर्भरता और साहस ही असली पूंजी है।

व्यवसाय की ओर कदम

कई वर्षों के संघर्ष के बाद चिनू ने फैशन ज्वेलरी के क्षेत्र में कदम रखा। उन्होंने Rubans Accessories नाम से ब्रांड शुरू किया। उनकी सोच थी कि हर आभूषण एक कहानी कहे और हर ग्राहक को खास महसूस हो। इसी विजन ने उनके ब्रांड को तेजी से लोकप्रिय बना दिया।

ब्रांड की सफलता

आज Rubans Accessories की वैल्यूएशन ₹300 करोड़ से अधिक है। यह उपलब्धि केवल आर्थिक सफलता नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के उद्यमिता की ताकत का प्रतीक भी है। चिनू ने साबित किया कि सीमित संसाधनों से भी बड़ा सपना पूरा किया जा सकता है।

चिनू काला हमेशा कहती हैं कि उनका सबसे बड़ा हथियार आत्मविश्वास था। पैसे या रिश्तों की कमी के बावजूद उन्होंने खुद पर भरोसा किया। उनकी कहानी यह सिखाती है कि सपनों को सच करने के लिए परफेक्ट हालात की जरूरत नहीं होती, बल्कि साहस और निरंतर प्रयास ही काफी हैं।



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Bihar News: प्रचंड जीत के बाद एक्शन में नीतीश सरकार! 'कट्टा' वाले गानों पर लगेगी रोक, माफियाओं की संपत्तियां कुर्क करने की तैयारी

Bihar News: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद संगठित अपराध और माफिया नेटवर्क के खिलाफ व्यापक अभियान तेज हो गया है। इसके अलावा भोजपुरी गायकों को भी सख्त निर्देश देने की तैयारी है। सरकार अब गानों में 'कट्टा' जैसी भाषा के इस्तेमाल पर रोक लगाने की तैयारी कर रही है ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने गुरुवार (27 नवंबर) को कहा कि गानों में 'कट्टा' जैसी भाषा पर रोक लगनी चाहिए उन्होंने कहा कि इस तरह के कल्चर RJD वालो ने ही फैलाया है। चौधरी ने आरोप लगाया कि इस तरह के गानों से राष्ट्रीय जनता दल के लोग अपने कम्युनिटी को बूस्ट कर रहे थे। साथ ही दूसरे लोगो को डराया जा रहा था।

बिहार चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया था कि आरजेडी-कांग्रेस के प्रचार में 'छर्रा कट्टा दुनाली' जैसे गाने बज रहे हैं। अशोक चौधरी ने कहा, "बिहार को विकसित बिहार बनाना है। बिहार में अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाने पर हमारी सरकार काम कर रही है।" उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल खड़े करते है। लेकिन हमारी सरकार में संगठित अपराध नहीं होता है।

बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने गुरुवार को बताया कि अपराधियों को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए बड़े पैमाने पर अवैध संपत्तियां कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। साथ ही महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष दस्ते गठित किए जा रहे हैं।

डीजीपी ने बताया कि पिछले कुछ महीने में 400 कुख्यात अपराधियों की अवैध संपत्तियों को कुर्क करने के प्रस्ताव न्यायालय भेजे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लगभग 1,300 और आरोपियों की पहचान कर ली गई है। इनकी संपत्तियों से संबंधित सभी दस्तावेज एकत्र किए जा रहे हैं। जल्द ही इन्हें भी कानूनी कुर्की की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।

कुमार ने कहा, "शराब, बालू और जमीन माफिया के साथ-साथ भाड़े के हत्यारों और संगठित अपराध से जुड़े कई बड़े नामों को इस सूची में शामिल किया गया है। सरकार का स्पष्ट मानना है कि गिरफ्तारी से आगे बढ़कर अपराध की आर्थिक व्यवस्था प्रहार किए बिना आपराधिक नेटवर्क को खत्म नहीं किया जा सकता।"

डीजीपी ने कहा कि अपराधियों की संपत्ति कुर्क किए जाने से उनके फंडिंग नेटवर्क, प्रभाव और आपराधिक गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह कदम कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है।

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार की प्राथमिकता का उल्लेख करते हुए डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि राज्य में 'एंटी-रोमियो' की तर्ज पर एक विशेष महिला दस्ते गठित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए इस वर्ष 2,000 स्कूटी खरीदी जा रही हैं, जिन पर महिला पुलिसकर्मी स्कूल और कॉलेजों के आसपास नियमित गश्त करेंगी।

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उन्होंने कहा, "लड़कियों के साथ छेड़छाड़, पीछा करने और उत्पीड़न की किसी भी घटना पर अब तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सड़क पर महिलाओं को परेशान करने वालों के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति लागू की जाएगी।"



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Dharmendra Prayer Meet: आज होने वाली है धर्मेंद्र की प्रेयर मीट, मुमताज बोलीं- मुझे हॉस्पिटल में तो मिलने से कर दिया था

Dharmendra Prayer Meet: बिना की शोर शराबे के शांति से अंतिम संस्कार के बाद, धर्मेंद्र का परिवार गुरुवार को मुंबई के एक होटल में अभिनेता के लिए प्रार्थना सभा कर रहा है, जहां करीबी और इंडस्ट्री के लोग दिग्गज स्टार को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि देंगे। धर्मेंद्र का सोमवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

धर्मेंद्र का Life Celebration शाम 5 बजे से शुरू होकर बांद्रा स्थित ताज लैंड्स एंड के लॉन में शाम 7.30 बजे तक चलेगा। बैठने की व्यवस्था, फूलों की सजावट और सुरक्षा की व्यवस्था के पूरे इंतजाम कर दिए गए हैं। होटल के स्टाफ कार्यक्रम आयोजकों के साथ मिलकर हर काम को जोर शोर से कर रहे हैं।

बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र का करियर छह दशकों से भी ज़्यादा लंबा रहा और उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे बहुमुखी और प्रिय अभिनेताओं में से एक माना जाता था। उनका अंतिम संस्कार 24 नवंबर को हुआ और इसमें केवल परिवार और फ़िल्म जगत के ही लोग शामिल हुए, जैसे अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सलीम खान, शाहरुख खान, आमिर खान, शबाना आज़मी, संजय दत्त, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण।

इस बीच दिग्गज अदाकारा मुमताज़ अभी भी धर्मेंद्र के निधन से दुखी हैं। वह इस बात से भी दुखी हैं कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था और उस समय किसी को उनसे मिलने की इजाज़त नहीं थी।

ईटाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में, मुमताज ने बताया कि वह आखिरी बार धर्मेंद्र से 2021 में उनके घर पर मिली थीं। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के दौरान उन्होंने धर्मेंद्र से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया।

मुमताज ने कहा, "मैं अस्पताल में उनसे मिलने गई थी, लेकिन स्टाफ ने बताया कि वह वेंटिलेटर पर हैं और किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है। मैं 30 मिनट तक वहीं बैठी रही, उम्मीद करती रही कि शायद मैं उनसे मिल पाऊं... लेकिन मैं नहीं मिल सकी। मैं उनसे मिले बिना ही चली गई।"हेमा मालिनी के बारे में बात करते हुए, उन्होंने आगे कहा, "मुझे उनके परिवार और हेमा जी के लिए दुख है। वह हमेशा उनके प्रति समर्पित रहीं।



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Health Tips: घर बैठे पाएं खांसी-सर्दी से तुरंत राहत, बस अपनाएं ये देसी नुस्खा

सर्दियों का मौसम आते ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। खासकर अक्टूबर से फरवरी के बीच ठंडी हवाओं और मौसम में बदलाव के कारण गले में खराश, नाक बहना, छींकें आना और खांसी जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। कई लोग तुरंत दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन ये हमेशा सही और सुरक्षित विकल्प नहीं होता। इसी बीच, आपकी रसोई में मौजूद कुछ साधारण चीजें ही सर्दी-खांसी से राहत दिलाने में बेहद कारगर साबित हो सकती हैं। नींबू और कुछ मसालों का इस्तेमाल करके तैयार किया जाने वाला देसी नुस्खा गले की खराश कम करता है। बलगम साफ करता है और शरीर को अंदर से गर्म रखता है।

ये घरेलू उपाय न सिर्फ असरदार है बल्कि प्राकृतिक और सुरक्षित भी है। इसे बच्चों और बड़ों दोनों के लिए आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। इस नुस्खे के नियमित सेवन से सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से जल्दी राहत मिलती है और शरीर की इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।

नींबू का नुस्खा

नींबू विटामिन C का समृद्ध स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसका खट्टापन गले की खराश को कम करता है और बलगम को साफ करने में मदद करता है।

सामग्री और मसाले

  • नींबू: 1, बीज निकाल कर दो हिस्सों में काटें
  • अजवाइन (1 चम्मच): गले की सूजन और बलगम कम करे
  • काला नमक (1 चम्मच): गले की जलन शांत करे
  • काली मिर्च (1 चम्मच): खांसी और जुकाम में मददगार
  • हल्दी (एक चुटकी): प्राकृतिक एंटीसेप्टिक
  • पिसी चीनी: स्वाद संतुलित करने के लिए

सभी मसालों को अच्छी तरह मिक्स करें और नींबू की सतह पर हल्के छेद करें ताकि मसाले अंदर तक जाएं।

नींबू को भूनना

मिश्रण डालने के बाद नींबू को धीमी आंच पर हल्का भूनें। गर्म नींबू चूसने पर मसाले और रस मिलकर औषधि जैसा असर दिखाते हैं। बच्चों के लिए थोड़े शहद के साथ दें।

फायदेमंद प्रभाव

  • गले की खराश में राहत
  • बलगम साफ होने में मदद
  • नाक बंद होने पर आराम
  • शरीर को अंदर से गर्मी
  • इम्यून सिस्टम को बूस्ट

सेवन और सावधानियां

  • दिन में 1–2 बार सेवन करें
  • बच्चों के लिए शहद मिलाएं
  • एसिडिटी या एलर्जी होने पर डॉक्टर से सलाह लें
  • शुरुआती सर्दी-खांसी में ज्यादा असरदार

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Wednesday, November 26, 2025

Cinema Ka Flashback: 'खुदा से मिलकर जरूर कहूंगा मुझे इतना सुंदर क्यों नहीं बनाया', दिलीप कुमार की ये बात सुनकर जब धर्मेंद्र मंच पर हो गए थे इमोशनल

Cinema Ka Flashback: धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के चहेते कलाकारों में से एक रहे हैं, जिनकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। अपने दौर के सबसे हैंडसम हीरो के तौर पर बॉलीवुड के ही-मैन का नाम हमेशा सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। धर्मेंद्र की सुंदरता के कायल आम लोग ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े दिग्गज थे। इस कतार में दिलीप कुमार का नाम भी शामिल हैं।

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने धर्मेंद्र की तारीफ एक अवॉर्ड फंक्शन में की थी, जिसे सुनकर धर्मेंद्र खुशी और शर्म से लाल हो गए थे। उनका रिएक्शन देख हर किसी का चेहरा खिल गया था। ये मंच था आईफा का...जब दर्मेंद्र को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया था।

फिल्मफेयर के मंच पर जब धरम पाजी अवॉर्ड लेने गए तो वह खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा कि मैंने एक से बढ़कर एक फिल्में दी। मेहनत से काम किया, लेकिन मुझे अवॉर्ड नहीं दिया गया। हर साल मैं अपना सूट और टाई सिलवाकर तैयार करता रहा। अब जब मिला तो सीधा लाइफ टाइम अचावमेंट....

इस अवॉर्ड को देने के लिए मंच पर दिलीप साहब को बुलाया गया। दिलीप कुमार ने मंच पर धर्मेंद्र का नाम लिया और कहा जब भी मैं अपने खुदा से मिलूंगा तो एक शिकायत जरूर करूंग कि मुझे धर्मेंद्र कि तरह सुंदर क्यों नहीं बनाया? कई मौके पर इन दोनों दिग्गजों ने एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान जाहिर किया है। यही मौका साल 1997 में हुए फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के दौरान आया, जब दिलीप कुमार एक्टर की तारीफ में कसीदें पढ़ते नजर आए थे।

इस खास मौके पर ट्रेजेडी किंग ने धर्मेंद्र खूब तारीफ की थी। दिलीप कुमार बताया था कि 'जब मैंने पहली बार धरम को देखा था, तो मेरे मन में आया खुदा ने मुझे इतना सुंदर क्यों नहीं बनाया। इस कदर खूबसूरत हसीन, चेहरा और आंखों से रूहानी रोशनी टपकती हुई। मैं तभी जान गया था कि आगे चलकर ये सिनेमा में मुझसे आगे बाजी ले जाएगा। '

दिलीप कुमार की ऐसी बातें सुनकर धर्मेंग् शरम से लाल हो गए थे। वहीं सारे गिले शिकवे भूल गए थे। इतने बड़े मंच पर दिलीप कुमार की ये बातें दिवंगत एक्टर के लिए किसी अवॉर्ड से कहीं ज्यादा थीं। धर्मेंद्र हमेशा दिलीप कुमार को अपना बड़ा भाई मानते थे।



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Tuesday, November 25, 2025

भारत में लॉन्च हुई नई Tata Sierra, मिलेगा लग्जरी, टेक और कम्फर्ट का बेमिसाल कॉम्बिनेशन

Tata Sierra: Tata Motors ने भारत में Sierra SUV को आधिकारिक तौर पर 11.40 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत पर लॉन्च कर दिया है। इस 5-डोर SUV की बुकिंग 16 दिसंबर, 2025 से शुरू होगी और इसकी डिलीवरी 15 जनवरी, 2026 से शुरू होगी। लॉन्च के साथ ही, Tata ने Sierra को कई सेगमेंट-फर्स्ट फीचर्स से लैस किया है, जो इसे SUV मार्केट में और खास बनाते हैं। यह मॉडल मॉडर्न डिजाइन, एडवांस टेक्नोलॉजी और कंफर्ट का मिश्रण पेश करता है, जो इसे खरीदारों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है।

ट्रिपल स्क्रीन डैशबोर्ड

Tata Sierra की सबसे खास खूबियों में से एक इसका थिएटरप्रो ट्रिपल-स्क्रीन डैशबोर्ड लेआउट है। आमतौर पर मुकाबले की SUVs में डुअल डिस्प्ले होती हैं, जो इंफोटेनमेंट और इंस्ट्रूमेंट फंक्शन को मिलाकर दिखाती हैं, लेकिन Sierra इसमें एक कदम आगे बढ़ती है। इसमें तीसरी स्क्रीन सामने बैठे पैसेंजर के लिए भी दी गई है। इस सेटअप में 12.3-इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, 12.3-इंच का सेंट्रल इंफोटेनमेंट और नेविगेशन टचस्क्रीन, और को-ड्राइवर सीट के आगे 12.3-इंच का एक और डिस्प्ले शामिल है। यह ट्रिपल स्क्रीन लेआउट Sierra के इंटीरियर को बेहद हाई-टेक और शानदार बनाते हैं।

साउंड सिस्टम

Tata Sierra में 12-स्पीकर वाला JBL ब्लैक ऑडियो सिस्टम है, जो Dolby Atmos स्पेसियल साउंड से लैस है। इसकी एक खासियत SonicShaft साउंडबार है, जो क्लाइमेट कंट्रोल के ऊपर डैशबोर्ड में आसानी से इंटीग्रेटेड है। प्रीमियम होम-थिएटर सेटअप से प्रेरित, यह पारंपरिक डोर या पिलर-माउंटेड स्पीकर्स की तुलना में ज्यादा बड़ा साउंडस्टेज और ज्यादा इमर्सिव सुनने का एक्सपीरियंस प्रदान करता है।

सबसे बड़ा पैनोरमिक सनरूफ

Tata Sierra में इस सेगमेंट का सबसे बड़ा पैनोरमिक सनरूफ (1525 मिमी x 925 मिमी) है, जिसे PanoraMax कहा गया है, जो दूसरी पंक्ति से आगे तक फैला हुआ है। आगे की सीटों से लेकर C-पिलर तक फैला यह सनरूफ केबिन में प्राकृतिक रोशनी भर देता है और जगह का एहसास बढ़ाता है। मूल सिएरा के Alpine विंडो डिजाइन से प्रेरित, यह मॉडर्न ग्लास एक्सपेंशन 1991 मॉडल के फोल्ड-डाउन रियर ग्लास की तुलना में बेहतर हेडरूम, वेदर सीलिंग और टिकाऊपन प्रदान करता है।

AR HUD

Tata Sierra भारत का पहला घरेलू ICE वाहन बन गया है, जिसमें AR हेड्स-अप डिस्प्ले है। यह एडवासं सिस्ट्म ड्राइविंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी सीधे विंडशील्ड पर प्रोजेक्ट करता है, और रियल टाइम में ऑगमेंटेड दिशा तीर दिखाकर मार्गदर्शन देता है। यह सुरक्षा और सुविधा को बढ़ाने के लिए के लिए डिजाइन की गई है और ड्राइविंग को सहज और आत्मविश्वासपूर्ण बनाती है। इस सेटअप में चार अलग-अलग मोड शामिल हैं - स्टैंडर्ड, इमर्सिव, पर्सनल और स्नो, साथ ही 19 स्मार्ट विजुअल्स जो हर यात्रा के लिए अपने आप एडजस्ट हो जाते हैं।

75 फीचर्स वाला कनेक्टेड कार ऐप

Tata Sierra में iRA नाम का कनेक्टेड कार ऐप दिया गया है, जिसमें 75 स्मार्ट फीचर्स शामिल हैं और इसके पांच फीचर्स पूरी इंडस्ट्री में पहली बार पेश किए गए हैं। यह ऐप ड्राइव को आसान और स्मार्ट बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। iRA स्मार्ट अलर्ट, प्रोक्टिव केयर और उपयोगी सुविधाएं प्रदान करता है जो ड्राइवर की जरूरतों का पहले से अंदाज़ा लगा लेती हैं। सुरक्षा और सुरक्षा से लेकर रोज़मर्रा की सुविधाओं और खास मौकों तक, iRA वाहन को आपके जीवनशैली से जोड़ता है, जिससे हर ड्राइव ज्यादा सहज, पर्सनल और इमर्सिव बन जाती है।

R19 अलॉय

Tata Sierra में इस सेगमेंट में पहली बार 19-इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं, जो Seltos, Creta और Grand Vitara जैसे प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हैं। स्टेबिलिटी और उपस्थिति को बेहतर बनाने के साथ-साथ, सस्पेंशन ट्यूनिंग असमान रास्तों पर कंफर्ट ड्राइव सुनिश्चित करती है।

अपने प्रमुख फीचर्स के अलावा, टाटा सिएरा में दो नए इंजन भी शामिल हैं: एक 1.5-लीटर Hyperion Turbo GDi जो 160 PS और 255 Nm का टार्क जनरेट करता है, और एक 1.5-लीटर रेवोट्रॉन नैचुरली एस्पिरेटेड गैसोलीन यूनिट। गौरतलब है कि Sierra Tata के बिल्कुल नए A.R.G.O.S. आर्किटेक्चर - All-Terrain Ready, Omni-Energy और Geometry Scalable पर बनी पहली SUV भी है, जिसे बेहतर परफॉर्मेंस के लिए डिजाइन किया गया है।

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Monday, November 24, 2025

Apple CEO टिम कुक जल्द नहीं देंगे इस्तीफा, इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Apple CEO: Apple CEO टिम कुक के इस्तीफे को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। जिससे पता चलता है कि वह जल्दी अपना पद छोड़ने वाले नहीं हैं। दरअसल, ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमन रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी से अभी तक ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि जिससे पता चले कि टिम कुक जल्द ही इस्तीफा देंगे। बता दें काफी समय से मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि टिम कुक जुलाई 2026 तक CEO पद से इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन गुरमन ने अपने Power On न्यूजलेटर में इस रिपोर्ट को गलत बताया है।

लंबे समय से CEO के पद पर टिम कुक

टिम कुक इस महीने 65 साल के होने जा रहे हैं और Apple के प्रोडक्ट रोडमैप में काफी सक्रिय तौर पर काम कर रहे हैं, साथ ही आने वाले AI बदलावों को लेकर भी काफी एक्टिव हैं। बता दें कि स्टीव जॉब्स के जाने के बाद 2011 में टिम कुक को Apple का CEO बनाया गया था। जिसके बाद Apple की मार्केट वैल्यू में जबरदस्त उछाल आया। जब उन्होंने पदभार संभाल था, तब कंपनी की वैल्यू 350 बिलियन डॉलर थी, जो आज बढ़कर 4 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। ऐसे में उनके नेतृत्व में कंपनी ने नई उंचाइयों को छुआ है।

अगले CEO के तौर पर टर्नस का नाम सबसे आगे

गुरमन रिपोर्ट के अनुसार, कुक को कोई पद छोड़ने के लिए नहीं कह सकता है। इसके अलावा, कंपनी की मौजूदा सफलता के बाद टिम कुक को अपने फ्यूचर का फैसला लेने का पूरा अधिकार है। हालांकि, जब भी वो CEO पद छोड़ेंगे तब भी Apple में चेयरमैन के तौर पर उनका कंट्रीब्यूशन जारी रहने की उम्मीद है।

टिम कुक के बाद कौन?

टिम कुक के उत्तराधिकारी की दौड़ में Apple की हार्डवेयर इंजीनियरिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट John Ternus सबसे आगे हैं। पिछले कुछ समय से John Ternus के पास iPhone, Mac और Vision Pro के डेवलपमेंट के साथ कई और अहम जिम्मेदारियों को संभालने का जिम्मा है।

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Sunday, November 23, 2025

Flipkart Black Friday Sale 2025: Samsung, Vivo समेत टॉप 5 स्मार्टफोन्स पर भारी डिस्काउंट, अभी ग्रैब करें ये मौका

फ्लिपकार्ट की ब्लैक फ्राइडे सेल 2025 शुरू हो चुकी है, जो कि स्मार्टफोन खरीदने वालों के लिए एक शानदार मौका लेकर आई है। इस सेल में Samsung, Vivo, Motorola, Realme जैसे पॉपुलर ब्रांड्स के स्मार्टफोन्स भारी छूट के साथ उपलब्ध हैं। दी गई छूट और बैंक ऑफर्स से स्मार्टफोन की कीमतें काफी कम हो गई हैं, जिससे ग्राहक अच्छी क्वालिटी डिवाइस कम दाम में खरीद सकते हैं।

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सेल की शुरुआत में Samsung Galaxy S24 5G फोन सबसे ज्यादा चर्चा में है। इसकी मूल कीमत ₹74,999 है, लेकिन इस सेल में इसे केवल ₹40,999 में खरीदा जा सकता है। इसके अलावा, एक्सचेंज ऑफर की वजह से कीमत और भी कम हो सकती है। यह फोन अपने प्रीमियम फीचर्स और हाई परफॉर्मेंस के कारण ग्राहकों में खासा लोकप्रिय है।

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वहीं Vivo T4 Ultra 5G भी इस सेल में आकर्षक डील देने वाला स्मार्टफोन है। इसकी सामान्य कीमत ₹40,999 है, पर सेल में ₹35,999 में उपलब्ध है। कुछ क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के साथ यह डिवाइस पर ₹1000 का अतिरिक्त डिस्काउंट भी दिया जा रहा है, जिससे ग्राहक और बचत कर सकते हैं।

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Motorola G86 Power 5G भी सेल का हिस्सा है। इसे कंपनी ने ₹19,999 में लांच किया था, लेकिन अब फ्लिपकार्ट पर ₹17,999 में मिल रहा है। इसके अलावा, HDFC बैंक के क्रेडिट कार्ड से EMI ले रहे ग्राहकों को ₹1500 का अतिरिक्त डिस्काउंट भी मिल रहा है।

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7000 mAh की बड़ी बैटरी वाले Realme P4 5G को भी इस सेल में केवल ₹16,999 में खरीदा जा सकता है। साथ ही, कई बैंक कार्ड्स से ₹1000 तक का फ्लैट डिस्काउंट भी मौजूद है, जिससे इसकी कीमत और कम हो जाती है।

इस ब्लैक फ्राइडे सेल में ग्राहक इन फोन्स की खरीदारी करते समय विभिन्न बैंक के क्रेडिट/डेबिट कार्ड ऑफर्स और EMI विकल्पों का भी फायदा उठा सकते हैं। इससे खरीदारों को फाइनेंसिंग में भी राहत मिलती है। कुल मिलाकर, यह सेल स्मार्टफोन लेने के लिए एक बेस्ट च्वॉइस है, खासकर उन लोगों के लिए जो अच्छे ब्रांड और फीचर्स के साथ बजट में फोन लेना चाहते हैं।

यह सेल 23 नवंबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक चलेगी, इसलिए स्मार्टफोन खरीदारी के इच्छुक यूजर्स को जल्दी एक्ट कर लेना चाहिए ताकि वे बढ़िया ऑफर्स का पूरा लाभ उठा सकें। फ्लिपकार्ट के अलावा Amazon जैसे अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी ब्लैक फ्राइडे सेल में मुकाबला कर रहे हैं, जिससे ग्राहकों के लिए और भी अधिक विकल्प और प्रतिस्पर्धी कीमतें उपलब्ध हो रही हैं।

इस ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान ये 5 स्मार्टफोन सबसे बेस्ट दाम में मिल रहे हैं:

- Samsung Galaxy S24 5G: ₹40,999 (मूल ₹74,999)

- Vivo T4 Ultra 5G: ₹35,999 (₹1,000 अतिरिक्त डिस्काउंट कार्ड ऑफर्स के साथ)

- Motorola G86 Power 5G: ₹17,999 (₹1,500 अतिरिक्त डिस्काउंट EMI ऑप्शन)

- Realme P4 5G: ₹16,999 (₹1,000 कार्ड डिस्काउंट के साथ)

- Redmi Note 14 SE 5G (विभिन्न ऑनलाइन स्रोतों के अनुसार भी यह फोन डिस्काउंट पर है)

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इन स्मार्टफोन्स की खरीदारी पर एस्पेशल ऑफर्स और बंपर डिस्काउंट मिल रहे हैं, जो इसे ग्राहकों के लिए काफी आकर्षक डील बनाते हैं। इसलिए यदि आपका नया स्मार्टफोन लेने का मन है, तो Flipkart की यह ब्लैक फ्राइडे सेल बिल्कुल मिस न करें।

यह सेल तकनीकी प्रेमियों और स्मार्टफोन यूजर्स के लिए वर्ष का सबसे बड़ा मौका लेकर आई है, जहां वह नए मॉडल्स पा सकते हैं, साथ ही भारी छूट का फायदा भी उठा सकते हैं। धैर्य न रखें, जल्द से जल्द अपने पसंदीदा फोन को चुने और सेल का लाभ उठाएं।



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Saturday, November 22, 2025

New Labour Codes: महिलाओं के लिए बड़े बदलाव! रात की शिफ्ट, समान वेतन और सुरक्षा; जानिए कैसे होगा फायदा

New Labour Codes: भारत में कामकाजी महिलाओं के सामने कई तरह की मुश्किलें रहती रही हैं। जैसे कि रात में काम की मनाही, वेतन में असमानता, शिकायतों का ठीक से न सुना जाना और सुरक्षा की चिंता। नया लेबर कोड्स इन सारी समस्याओं को एक साथ दूर करता है।

सरकार ने महिलाओं की नौकरी, सुरक्षा और अधिकारों को लेकर कई बड़े बदलाव किए हैं। इनका सीधा असर करोड़ों कामकाजी महिलाओं पर पड़ेगा। आइए जानते हैं कि नए नियम श्रम बाजार में महिलाओं की भागीदारी को कैसे मजबूत बनाते हैं और क्यों ये सुधार लंबे समय से जरूरी थे।

रात की शिफ्ट में काम की मंजूरी

पहली बार महिलाओं को सुबह 6 बजे से पहले और शाम 7 बजे के बाद भी काम करने की साफ अनुमति दी गई है। पहले कई राज्यों में महिलाओं का नाइट शिफ्ट में काम करना या तो मना था या बेहद सीमित था। इसके चलते से वे IT, हेल्थकेयर, हॉस्पिटैलिटी, एयरलाइंस, ई-कॉमर्स और BPO जैसी इंडस्ट्री में बराबरी से हिस्सा नहीं ले पाती थीं।

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अब नया कोड कहता है कि अगर महिला की सहमति हो, तो कंपनी उसे रात की शिफ्ट में रख सकती है। इसके बदले कंपनी को सुरक्षित ट्रांसपोर्ट, निगरानी और बाकी सुरक्षा इंतजाम करना अनिवार्य होगा। इससे महिलाओं के लिए वर्कप्लेस और भी सुरक्षित और भरोसेमंद बन सकेगा।

समान वेतन और भेदभाव पर रोक

वेजेज कोड ने एक बड़ा बदलाव किया है। अब किसी भी कंपनी को भर्ती, वेतन, प्रमोशन या नौकरी की शर्तों में पुरुष, महिला या ट्रांसजेंडर- किसी के साथ भी भेदभाव करने की इजाजत नहीं है।

भारत में कई सेक्टरों में महिलाएं समान काम करके भी कम वेतन पाती थीं। नए नियम इस अंतर को खत्म करते हैं और साफ कहते हैं कि समान काम का समान वेतन देना हर कंपनी की जिम्मेदारी है। खास बात यह है कि पहली बार ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को भी स्पष्ट कानूनी सुरक्षा दी गई है।

शिकायत समितियों में ज्यादा महिला प्रतिनिधित्व

नए कोड्स में साफ कहा गया है कि शिकायत सुनने वाली कमेटीज में महिलाओं का पर्याप्त और बराबर प्रतिनिधित्व जरूरी होगा। इसका मतलब है कि महिलाओं की समस्याएं अब महिलाओं की मौजूदगी में ही सुनी जाएंगी। चाहे वे भेदभाव से जुड़ी हों, सुरक्षा से या व्यवहार से।

इससे वर्कप्लेस पर शिकायतों की सुनवाई अधिक संवेदनशील और निष्पक्ष होने की उम्मीद है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां महिलाएं संख्या में कम होती हैं, यह नियम उनके लिए बड़ी सुरक्षा है।

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हर साल मुफ्त स्वास्थ्य जांच से बड़ी राहत

नए लेबर कोड के तहत हर कर्मचारी के लिए साल में एक बार मुफ्त हेल्थ चेकअप कराया जाएगा। यह बदलाव महिलाओं के लिए खास तौर पर मददगार है क्योंकि काम, घर और परिवार की जिम्मेदारियों के बीच वे अक्सर स्वास्थ्य जांच को टाल देती हैं।

कई बीमारियां समय पर पहचान न होने की वजह से बढ़ती हैं। जैसे कि एनीमिया, थायरॉयड, विटामिन की कमी या शिफ्ट वर्क से जुड़ी थकान। इस वार्षिक जांच से बीमारी का पता जल्दी लगेगा और समय पर इलाज मिल सकेगा।

वर्कप्लेस की महिलाओं की सुरक्षा पर जोर

ऑक्युपेशनल सेफ्टी कोड कहता है कि 500 या उससे ज्यादा कर्मचारियों वाली कंपनियों में सुरक्षा समितियां बनाई जाएंगी। इनमें महिला प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि वर्कप्लेस पर सुरक्षा इंतजाम सिर्फ कागजों पर न रहकर लगातार निगरानी में रहें।

रात की शिफ्ट में काम कर रहीं महिलाओं के लिए सुरक्षा उपायों की जिम्मेदारी भी कंपनी पर है। जैसे कि सुरक्षित ट्रांसपोर्ट, महिला सुरक्षा गार्ड, CCTV और सुपरवाइजरी प्रेजेंस। इससे महिलाओं को नौकरी चुनने में पहले से अधिक भरोसा मिलेगा।

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कॉन्ट्रैक्ट वाली महिला कर्मचारियों के लिए भी ग्रैच्यूटी

कई महिलाएं परिवारिक जिम्मेदारियों के कारण लंबे समय तक एक ही नौकरी में नहीं रह पातीं और अक्सर फिक्स्ड-टर्म या कॉन्ट्रैक्ट रोजगार चुनती हैं। पहले उन्हें ग्रैच्यूटी के लिए 5 साल नौकरी करनी पड़ती थी, जो अक्सर मुमकिन नहीं होता था।

अब नया कोड साफ कहता है कि फिक्स्ड-टर्म कर्मचारी सिर्फ एक साल की सेवा के बाद ही ग्रैच्यूटी के लिए पात्र होंगे। इससे IT, BPO, शिक्षण, हॉस्पिटैलिटी और रिटेल सेक्टर की लाखों महिलाओं को सीधा लाभ मिलेगा।

क्या अब महिलाओं की नौकरी में भागीदारी बढ़ेगी?

भारत में महिलाओं की श्रम भागीदारी लंबे समय से 20–25% के बीच अटकी हुई है। अब पहली बार रात में काम की अनुमति, समान वेतन, सुरक्षा से जुड़े नियम, पारदर्शी शिकायत निवारण व्यवस्था, साल में एक बार मुफ्त स्वास्थ्य जांच और फिक्स्ड-टर्म कर्मचारियों को सिर्फ एक साल में ग्रैच्यूटी जैसे बड़े सुधार एक साथ लागू हुए हैं।

इन बदलावों से कार्यस्थलों पर माहौल पहले से ज्यादा सुरक्षित, स्पष्ट और भरोसेमंद बनने की उम्मीद है। इससे महिलाओं के लिए नौकरी में टिके रहना, करियर आगे बढ़ाना और नए अवसरों तक पहुंचना आसान होगा। खासकर, उन सेक्टरों में जहां वे अब तक कई तरह की बाधाओं का सामना करती रही हैं।

एक्सपर्ट का मानना है कि नई लेबर कोड्स ने महिलाओं के अधिकारों को कानूनी रूप से कहीं ज्यादा मजबूत किया है। इन सुधारों का असली प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि राज्य सरकारें इन्हें कैसे लागू करती हैं और कंपनियां इनका पालन कितनी ईमानदारी से करती हैं।

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Heavy Rain Alert: बंगाल की खाड़ी से उठ रहा तूफान, जानें किन राज्यों में होगा सबसे अधिक असर

देशभर के मौसम में अगले कुछ दिनों में बड़े बदलाव की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, तीन बड़े साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) एक साथ सक्रिय हो गए हैं, जिससे कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बढ़ गया है। इन एक्टिव सिस्टम्स की वजह से दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में अगले 3-4 दिनों में लगातार बारिश हो सकती है, जबकि पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। खासकर पश्चिम मध्य प्रदेश में कोल्ड वेव की स्थिति बन सकती है। इसके अलावा, उत्तर भारत में भी तापमान में गिरावट और हल्का कोहरा पड़ने की संभावना है।

मछुआरों के लिए समुद्री क्षेत्रों में चेतावनी जारी की गई है, क्योंकि अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और गल्फ ऑफ मन्नार में समुद्र बेहद उग्र रहने की संभावना है। ऐसे मौसम बदलाव के बीच यात्रियों और आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

स्ट्रेट ऑफ मलक्का का सिस्टम

स्ट्रेट ऑफ मलक्का के पास मौजूद अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन लगातार सक्रिय है। इसके कारण 22 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर में लो प्रेशर एरिया बनेगा। ये 24 नवंबर तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन में बदल सकता है और अगले 48 घंटों में और तेज होने की आशंका है।

अरब सागर और पूर्व बंग्लादेश का सिस्टम

दूसरा सर्कुलेशन अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में एक्टिव है, जो लक्षद्वीप और मालदीव के पास है। तीसरा साइक्लोनिक सर्कुलेशन पूर्व बंग्लादेश और आसपास के इलाकों में सक्रिय है। ये तीनों सिस्टम मिलकर दक्षिण भारत के मौसम को प्रभावित करेंगे।

दक्षिण भारत में बारिश और तेज हवाएं

तमिलनाडु, केरल और महे में 21 से 24 नवंबर के बीच हल्की से मध्यम बारिश होगी। कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है। अंडमान और निकोबार में 23 और 24 नवंबर को बहुत भारी बारिश की संभावना है। इन इलाकों में 40–60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

तापमान में बदलाव

पश्चिम और मध्य भारत में अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2–3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। वहीं उत्तर पश्चिम भारत में तापमान 2–4 डिग्री तक गिर सकता है। पश्चिम मध्य प्रदेश में 22 और 23 नवंबर को कोल्ड वेव की स्थिति बन सकती है। उत्तर पूर्व भारत में हल्का या मध्यम कोहरा रहने की संभावना है।

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Stock in Focus: IPO प्राइस से नीचे आया यह शेयर, अब 47% उड़ने भरने को तैयार, फटाफट लपक लें

WeWork India Share Price: फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट के शेयरों की करीब डेढ़ महीने पहले घरेलू स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग हुई थी और फिलहाल यह आईपीओ प्राइस से 4% से अधिक डाउनसाइड है। हालांकि घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इसकी खरीदारी की रेटिंग के साथ कवरेज शुरू की है और जो टारगेट प्राइस फिक्स किया है, वह मौजूदा लेवल से करीब 48% अपसाइड है। ब्रोकरेज फर्म के रुझान से यह गिरावट खरीदारी का मौका बना रहा है। एक कारोबारी दिन पहले 21 नवंबर की बात करें तो बीएसई पर 0.55% की गिरावट के साथ ₹618.85 पर बंद हुआ था। इसके ₹648 के शेयर घरेलू स्टॉक मार्केट में 10 अक्टूबर को लिस्ट हुए थे।

WeWork India का क्या है टारगेट प्राइस?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि एंबेसी ग्रुप (एंबेसी) के निवेश वाली वीवर्क इंडिया एक दिग्गज प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कप्लेस ऑपरेटर है और यह भारत में वीवर्क ब्रांड की एक्स्लूसिव लाइसेंसी है। सितंबर 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक वीवर्क के भारत में 1,14,500 ऑपरेशनल डेस्क हैं। इसके 94% डेस्क ग्रेड ए प्रॉपर्टीज में हैं। ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-28 के बीच वीवर्क इंडिया का रेवेन्यू सालाना आधार पर 22% की रफ्तार और ऑपरेटिंग प्रॉफिट 26% की रफ्तार से बढ़ सकता है जिसे 21% की रफ्तार से नए सीट जोड़ने और ऑपरेटिंग लीवरेज से सपोर्ट मिलेगा। इन सब बातों को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म ने वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट को खरीदारी की रेटिंग के साथ ₹914 का टारगेट प्राइस फिक्स किया है। अब रिस्क की बात करें तो ऑफिस लीजिंग और फ्लेक्सिबल वर्कस्पेसेज की मांग में सुस्ती से इसे झटका लग सकता है।

IPO को मिला था मिला-जुला रिस्पांस

वीवर्क इंडिया का ₹3,000.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 3-7 अक्टूबर तक खुला था। इसे निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और सिर्फ क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा ही पूरा भर पाया था। ओवरऑल बात करें तो यह इश्यू 1.15 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत सभी शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई थी।

इसके ₹648 के शेयरों की 10 अक्टूबर को घरेलू मार्केट में लगभग फ्लैट एंट्री हुई थी। लिस्टिंग के कुछ दिन बाद बीएसई पर यह 3 नवंबर 2025 को ₹662.15 के रिकॉर्ड भाव पर पहुंच गया था। इस रिकॉर्ड हाई से यह कुछ ही दिनों में यह 9.55% गिरकर 12 नवंबर 2025 में ₹598.90 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। इस निचले स्तर से यह 3% से अधिक रिकवर हो चुका है लेकिन अब भी रिकॉर्ड हाई से यह 4% से अधिक डाउनसाइड है तो आईपीओ निवेशक 6% से अधिक घाटे में हैं।

WeWork India IPO Listing: ₹648 का शेयर ₹650 पर लिस्ट

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डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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अपने पैसे को ऐसे रखें सुरक्षित, स्कैन और पे करते समय जरूर ध्यान दें इन 5 जरूरी बातों का

आज के डिजिटल युग में स्कैन और पे जैसे सुविधाजनक भुगतान विकल्प हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन आसान तरीकों से भी आपके पैसे खतरे में पड़ सकते हैं? डिजिटल भुगतान के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ सिक्योरिटी खतरे भी बढ़ रहे हैं। जानिए उन पांच प्रमुख चेतावनी संकेतों के बारे में, जो बताएंगे कि आपके पैसे धोखाधड़ी के जोखिम में हैं और आपको अपनी भुगतान आदतों में बदलाव की जरूरत है।

सबसे पहले संकेत है पहचान से समझौता। जब आपको बार-बार स्कैन करने या जल्दबाजी में भुगतान करने के लिए दबाव डाला जाए, तो यह धोखाधड़ी का इशारा हो सकता है। ऐसा होने पर किसी भी QR कोड या लिंक को बिना जांचे न स्कैन करें। संदिग्ध QR कोड्स या अनजान स्रोतों से आने वाले पेमेंट रिक्वेस्ट से सावधान रहें, क्योंकि ये आपके बैंक अकाउंट तक पहुंच सकते हैं।

दूसरा बड़ा संकेत है खाते में असामान्य लेनदेन। अगर आपके बैंक या पेमेंट ऐप में बिना आपकी अनुमति के पैसे का इन-आउट होता है, तो तुरंत जांच करें। यह फर्जी ट्रांजैक्शन हो सकते हैं जो आपके वित्तीय नुकसान का कारण बनते हैं। ऐसे में नियमित रूप से अपने अकाउंट की समीक्षा करना बेहद जरूरी है।

तीसरा, यदि कोई आपसे आपका OTP, पासवर्ड या पिन मांगता है, तो उसे फौरन नकार दें। बैंक और आधिकारिक पेमेंट ऐप्स इस तरह की जानकारी कभी नहीं मांगते। अपनी सुरक्षा के लिए कभी भी अपने पासवर्ड या OTP को किसी के साथ शेयर न करें।

चौथा संकेत है अनधिकृत और अविश्वसनीय मोबाइल ऐप्स का उपयोग। केवल आधिकारिक और विश्वसनीय ऐप्स का ही इस्तेमाल करें, क्योंकि नकली ऐप्स आपके डेटा और पैसे चुरा सकते हैं। साथ ही, जब भी डिजिटल भुगतान करें, तो पब्लिक या अनसिक्योर वाई-फाई से बचें और सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करें।

आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण, जागरूकता आपके पैसे की सुरक्षा की पहली कड़ी है। अपने डिजिटल पेमेंट की नई तकनीकों, नियमों और सुरक्षा उपायों के बारे में नियमित अपडेट लेते रहें। भारत सरकार भी डिजिटल भुगतान की सुरक्षा को लेकर सख्त नियम लागू कर रही है, जिससे धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।

डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए सजग रहना और उपयोगी सावधानियां अपनाना जरूरी है। स्कैन और पे के माध्यम से भुगतान आसान जरूर है, लेकिन सुरक्षा को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। इसलिए अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें और कभी भी अनजान स्रोतों से आए किसी भी पेमेंट अनुरोध को सोच-समझकर स्वीकार करें। सुरक्षित डिजिटल पेमेंट आपकी जिम्मेदारी और सुरक्षा दोनों है।



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Friday, November 21, 2025

BSNL ने ग्राहकों को दिया झटका! 107 रुपये वाले रिचार्ज के घटाये फायदे, अब सिर्फ इतने दिन चलेगा मोबाइल

BSNL: सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL एक बार फिर अपने प्रीपेड प्लान मे बदलाव किया है। हालांकि, इस नए बदलाव से ग्राहकों को झटका लग सकता है। कंपनी ने अपने फेमस और किफायती 107 रुपये वाले रीचार्ज प्लान की वैलिडिटी घटा दी है। पहले यह प्लान 35 दिनों के लिए मिलता था। पहले इसकी वैलिडिटी घटाकर 28 दिन कर दी थी, लेकिन अब कंपनी ने एक बार फिर इस प्लान की वैलिडिटी फिर घटा दी है। अब ये प्लान 107 रुपये में सिर्फ 22 दिन के लिए मिलेगा।

पहले भी घट चुकी है कई प्लानों की वैलिडिटी

BSNL के सस्ते रीचार्ज लगातार छोटे होते जा रहे हैं। कंपनी ने हाल ही में 197 रुपये वाले प्लान की वैलिडिटी भी कम की थी। पहले प्लान का पीरियड 54 दिन था, जिसे घटाकर 42 दिन कर दिया गया। ऐसे में टेलीकॉम इंडस्ट्री में माना जा रहा है कि BSNL अपने दूसरे प्लान के फायदों में कटौती कर सकता है।

107 रुपये वाले प्लान में क्या मिलता है?

BSNL के क्विक रीचार्ज पेज पर अब दिख रहा है कि 107 रुपये वाले प्रीपेड पैक का पीरियड 22 दिन कर दिया है। हालांकि बेनिफिट्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

BSNL का 107 रुपये का प्लान

3GB डेटा के साथ 200 मिनट लोकल + STD + रोमिंग कॉलिंग मिलेगी। तय लिमिट के बाद 40 kbps की स्पीड की सुविधा मिलती रहती है। यानी वैलिडिटी छोटी हुई है, सुविधाएं पहले जैसी ही हैं। फेयर यूसेज लिमिट के बाद बढ़ जाता है खर्च। अगर यूजर प्लान के 200 मिनट खत्म कर देते हैं।

लोकल वॉइस कॉल: 1 रुपये/मिनट

वीडियो कॉल: 1.3 रुपये/मिनट

STD कॉल: 2 रुपये/मिनट

इसी तरह, डेटा खत्म होने पर 25 पैसे प्रति MB के हिसाब से चार्ज लिया जाएगा। SMS के लिए भी अलग दरें लागू हैं। लोकल SMS 80 पैसे, नेशनल SMS 1.20 रुपये और इंटरनेशनल SMS 6 रुपये।

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RRB NTPC Vacancy 2025: रेलवे एनटीपीसी भर्ती के लिए आवेदन की लास्ट डेट बढ़ी! 5,810 पदों पर निकली है वैकेंसी, जानें नई तारीख समेत सबकुछ

RRB NTPC Vacancy 2025: भारतीय रेलवे में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए गुड न्यूज है। रेलवे में 5,810 पदों पर वैकेंसी निकली है। इसके लिए अप्लाई करने की आखिरी तारीख 20 नवंबर थी। लेकिन अब इस डेट को आगे बढ़ा दिया गया है। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) ने नॉन-टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) ग्रेजुएट लेवल रिक्रूटमेंट एग्जाम 2025 के लिए एप्लीकेशन की डेडलाइन 27 नवंबर तक बढ़ा दी है।

इस भर्ती अभियान के माध्यम से ग्रेजुएट लेवल के 5,810 खाली पदों को भरा जाएगा। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) के इस कदम से कैंडिडेट्स को अपना रजिस्ट्रेशन पूरा करने के लिए और समय मिल जाएगा। बदले हुए शेड्यूल के अनुसार, फीस भुगतान करने की आखिरी तारीख 29 नवंबर, 2025 है।

रजिस्ट्रेशन की डेडलाइन के बाद, RRB NTPC 2025 एप्लीकेशन करेक्शन विंडो 30 नवंबर से 9 दिसंबर तक खुली रहेगी। इससे कैंडिडेट्स अपनी सबमिट की गई डिटेल्स को एडिट कर सकेंगे। इसके अलावा, जो एप्लिकेंट स्क्राइब का ऑप्शन चुनते हैं, उन्हें 12 से 14 दिसंबर के बीच स्क्राइब से जुड़ी जानकारी देनी होगी। ऊपरी और निचली उम्र सीमा तय करने की तारीख 1 जनवरी तय की गई है।

RRB NTPC ग्रेजुएट लेवल रिक्रूटमेंट 2025 में चीफ कमर्शियल कम टिकट सुपरवाइजर, स्टेशन मास्टर, गुड्स ट्रेन मैनेजर, जूनियर अकाउंटेंट असिस्टेंट-कम-टाइपिस्ट, सीनियर क्लर्क-कम-टाइपिस्ट और ट्रैफिक असिस्टेंट जैसे कई तरह के पदों के लिए वैकेंसी शामिल हैं।

इंटरेस्टेड कैंडिडेट RRB की ऑफिशियल रीजनल वेबसाइट के जरिए अपनी एप्लीकेशन जमा कर सकते हैं। जनरल कैटेगरी के एप्लिकेंट के लिए एप्लीकेशन फीस 500 रुपये और महिला कैंडिडेट एवं रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट के लिए 250 रुपये है।

सिलेक्शन प्रोसेस और एग्जाम पैटर्न

NTPC ग्रेजुएट लेवल पोस्ट के लिए सिलेक्शन प्रोसेस में कई स्टेज होते हैं। यह CBT 1 और CBT 2 से शुरू होते हैं। इसके बाद टाइपिंग स्किल टेस्ट, CBT एप्टीट्यूड टेस्ट, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल एग्जामिनेशन होता है। हर CBT को पूरा करने के लिए कैंडिडेट को 90 मिनट का समय मिलेगा।

भर्ती से जुड़ी अन्य डिटेल्स

  • CBT 1 में 100 सवाल होते हैं।
  • जबकि CBT 2 में 120 सवाल होते हैं।
  • दोनों एग्जाम में तीन सेक्शन जनरल अवेयरनेस, मैथेमेटिक्स और जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग होते हैं।
  • अपडेट किए गए शेड्यूल और डिटेल्ड गाइडलाइंस के साथ कैंडिडेट्स को बढ़ी हुई डेडलाइन से पहले अपने एप्लीकेशन पूरे करने होंगे।


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Market outlook : लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 24 नवंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market today : 21 नवंबर को निफ्टी के 26,100 से नीचे रहने के साथ भारतीय इक्विटी इंडेक्स नेगेटिव नोट पर बंद हुए। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 400.76 पॉइंट या 0.47 प्रतिशत गिरकर 85,231.92 पर और निफ्टी 124 पॉइंट या 0.47 प्रतिशत गिरकर 26,068.15 पर बंद हुआ। आज लगभग 1113 शेयर बढ़े, 2711 शेयर गिरे, और 131 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

BSE मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.3 प्रतिशत की गिरावट आई। FMCG को छोड़कर, बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए, जिसमें कैपिटल गुड्स, रियल्टी, PSU बैंक, मेटल में 1 प्रतिशत की गिरावट आई।

निफ्टी पर मारुति सुजुकी, M&M, इंटरग्लोब एविएशन, टाटा मोटर्स PV, मैक्स हेल्थकेयर बड़े लूज़र्स में से थे, जबकि गेनर्स में JSW स्टील, हिंडाल्को, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और HCL टेक्नोलॉजीज़ शामिल रहे।

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24 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

बोनान्ज़ा के रिसर्च एनालिस्ट अभिनव तिवारी का कहना है कि आज वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX 13 फीसदी बढ़ा, जो बढ़ी हुई वोलैटिलिटी के बीच ट्रेडरों की अनिश्चितता को दिखाता है। नेगेटिव क्लोज के बावजूद, मार्केट ऑल-टाइम हाई के पास बने हुए हैं, जो बड़े पैमाने पर बिकवाली के बजाय सावधानी के चलते प्रॉफिट बुकिंग का संकेत देते हैं। ऑल-टाइम हाई के पास मार्केट का यह ठहराव बाहरी अनिश्चितताओं और अलग-अलग सेक्टर के लिए खास चुनौतियों के बीच इन्वेस्टर की सावधानी बरतने की भावना को दिखाता है। बाजार की आगे की चाल में ग्लोबल डेवलपमेंट और घरेसू अर्निंग्स का अहम योगदान होगा। इन पर पैनी नजर रखें।

टेक्निकल नजरिए से देखें तो जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज़ के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स का कहना है कि एक महीने की ट्रेडिंग रेंज के ऊपर हालिया मूव ने निफ्टी के शॉर्ट टर्म में 26,550 तक पहुंचने की उम्मीदों को मजबूत किया है। हालांकि, गुरुवार को ऊपरी बोलिंगर बैंड के ऊपर थोड़ी देर के लिए आए मूव और उसके नीचे बंद होने से लिमिटेड अपसाइड का संकेत मिलता है। उन्होंने आगे कहा कि 26,237 से ऊपर होल्ड न कर पाने या 26,160 से नीचे गिरने पर मंदडिए वापसी कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में निफ्टी 26,028–25,984 तक गिर सकता है।

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Tejas fighter jet crash: दुबई एयर शो में क्रैश हुआ भारत का Tejas एयर क्राफ्ट, पायलट की मौत

दुबई एयर शो से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान भारत का तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भारतीय एचएएल तेजस विमान स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 2:10 बजे एक प्रदर्शन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि पायलट विमान से बाहर निकला या नहीं। हवाई अड्डे के ऊपर काला धुआं उठता रहा

इस हादसे में भारतीय पायलट का निधन हो गया है। वहीं इस हादसे को लेकर इंडियन एयर फोर्स ने कहा कि, 'आज दुबई एयर शो में एरियल डिस्प्ले के दौरान IAF तेजस एयरक्राफ्ट का एक्सीडेंट हो गया। एक्सीडेंट में पायलट को जानलेवा चोटें आईं। इंडियन एयर फोर्स को पायलट के निधन पर गहरा दुख है और वह इस दुख की घड़ी में दुखी परिवार के साथ खड़ी है। एक्सीडेंट का कारण पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बनाई जा रही है।

पायलट को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं 

जानकारी के मुताबिक, ये हादसा उस वक्त हुआ जब भीड़ के लिए डेमोंस्ट्रेशन फ्लाइट उड़ा रहा था। अभी तक ये साफ नहीं हो पाया कि पायलट इजेक्ट हुआ या नहीं। एयरफील्ड के पास हादसे वाली जगह से भारी धुआं और आग उठते ही इमरजेंसी टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। फिलहाल पायलट की स्थिति और हादसे की वजह के बारे में जानकारी का इंतजार है।

घटना की पुष्टि करते हुए भारतीय वायुसेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “दुबई एयर शो-25 में IAF का एक तेजस विमान क्रैश हो गया है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही और जानकारी साझा की जाएगी।”

बता दें कि, तेजस एक 4.5-जेनरेशन का मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने एयर-डिफेंस मिशन, ऑफेंसिव एयर सपोर्ट और क्लोज-कॉम्बैट ऑपरेशन करने के लिए बनाया है। यह अपनी क्लास के सबसे हल्के और सबसे छोटे फाइटर प्लेन में से एक माना जाता है।



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Thursday, November 20, 2025

Bank Nifty at new high : बैंक निफ्टी ने बनाया नया हाई, जानिए टेक्निकल और मोमेंटम इंडिकेटर आगे के लिए क्या दे रहे संकेत

Bank Nifty at record high: बैंक निफ्टी गुरुवार को पहली बार 59,400 के पार जाकर अब तक के सबसे हाई लेवल पर पहुंच गया। इसमें नवंबर में अपनी तेजी को जारी रखा। इंडेक्स इंट्राडे में 59,440.1 के नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। आज यह 0.21 प्रतिशत बढ़कर 59,340.55 पर बंद हुआ। बैंक निफ्टी ने इस साल अब तक 16.33 प्रतिशत की बढ़त हासिल की है, जो निफ्टी 50 से काफी बेहतर है। निफ्टी ने इस दौरान सिर्फ 10.42 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

यह बढ़त कमजोर मार्केट ब्रेथ के बावजूद हुई, जिसमें बैंक निफ्टी के 12 में से सिर्फ दो शेयर हरे निशान में बंद हुए। HDFC बैंक के शेयर में बढ़त रही। आज ये शेयर 1.41 प्रतिशत बढ़कर 1,008.6 रुपए पर पहुंच गया, वहीं, एक्सिस बैंक 1.24 प्रतिशत बढ़कर 1,286.2 रुपए पर पहुंच गया। पिछड़ने वालों में, बैंक ऑफ बड़ौदा 1.77 प्रतिशत गिरकर 288.1 रुपए पर आ गया, इंडसइंड बैंक 1.17 प्रतिशत फिसला, और केनरा बैंक 1.62 प्रतिशत गिरा।

बैंक निफ्टी का टेक्निकल आउटलुक

एनालिस्ट ने कहा कि इंडेक्स में मज़बूत बुलिश स्ट्रक्चर दिख रहा है, जिसे मोमेंटम इंडिकेटर्स और प्राइस एक्शन का सपोर्ट मिला है। एक्सिस सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च हेड राजेश पलवीय ने कहा कि बैंक निफ्टी ने लोअर शैडो के साथ एक बुलिश कैंडल बनाया है। ये निचले लेवल पर मज़बूत बाइंग सपोर्ट का संकेत है। इससे निफ्टी का पॉजिटिव रुझान और मजबूत नजर आ रहा है। शॉर्ट-टर्म प्राइस सिस्टम अपट्रेंड में बना हुआ है, जिसमें डेली RSI ऊपर की ओर बढ़ रहा है और अपनी रेफरेंस लाइन से ऊपर है। ये भी एक अच्छा संकेत है।

उन्होंने कहा कि निफ्टी के लिए 59,056 का लेवल ट्रेंड डिसाइडर लेवल। इस लेवल से ऊपर मूव करने पर इंडेक्स 59,424-59,632-60,000 की ओर बढ़ सकता है। दूसरी ओर, 59,056 से नीचे जाने पर 58,848-58,481-58,273 की ओर प्रॉफिट-बुकिंग शुरू हो सकती है।

ब्रोकरेज ने मजबूत मार्केट इंटरनल की ओर भी संकेत दिया है, जिसमें 83 प्रतिशत बैंक निफ्टी स्टॉक अपने 5-डे और 20-डे के SMA से ऊपर कारोबार कर रहे है और 5.0 का एडवांस-डिक्लाइन रेश्यो है। ये आज छोटी मार्केट ब्रेथ के बावजूद ट्रेंड की मजबूती का संकेत है।

असित सी मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडियरीज का भी कहना है कि इंडेक्स ने डेली चार्ट पर एक बुलिश कैंडल बनाया है,जो मजबूत मोमेंटम का संकेत है। बैंक निफ्टी के लिए 58,580 के पास तत्काल सपोर्ट है। वहीं, 59,220 पर अहम रेजिस्टेंस है। 59,220 से ऊपर जाने पर बैंक निफ्टी में 59,500-59,700 तक की तेजी देखने को मिल सकती है।

चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग भी बैंक निफ्टी पर बुलिश है। उसका कहना है कि एक मजबूत बुलिश कैंडल इंडेक्स में लगातार मोमेंटम बने रहने का संकेत है। ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक निफ्टी के लिए 58,900 पर अहम सपोर्ट। अगर यह सपोर्ट टूटता है तो 58,100 तक की गिरावट का खतरा है। ऊपर की तरफ, रेजिस्टेंस 59,300 पर है। इसके पार होने पर 59,500 तक का लेवल देखने को मिल सकता है।

 

Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 21 नवंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Wednesday, November 19, 2025

Prashant Kishor: '₹10,000 नकद देकर खरीदे गए वोट, 25 सीटें भी नहीं मिलनी चाहिए थीं JD(U) को', प्रशांत किशोर ने बताया NDA की प्रचंड जीत का फैक्टर

Prashant Kishor: हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आए। चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को करारी हार का सामना करना पड़ा। वहीं NDA ने बंपर बहुमत हासिल किया। पीके ने बुधवार को NDA की प्रचंड जीत के पीछे का 'सबसे बड़ा फैक्टर' उजागर किया है। NDTV को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मतदान से ठीक पहले राज्य की लाखों महिलाओं को ₹10,000 की नकद सहायता देने वाली सरकारी योजना ही NDA के पक्ष में निर्णायक साबित हुई।

'JD(U) को 25 सीटों से ज्यादा नहीं मिलनी चाहिए थी'

प्रशांत किशोर ने दावा किया कि 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' (जिसे 'दशहजारी योजना' भी कहा जाता है) ही सत्तारूढ़ NDA के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पर्याप्त थी। उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर आरामदेह जीत सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं के वोट 'खरीदने' का आरोप लगाया। उन्होंने अपने पुराने अनुमान को दोहराते हुए कहा, '₹10,000 वोटरों को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त थे। JD(U) को 25 सीटों से ज्यादा नहीं मिलनी चाहिए थीं। NDA ने नकद देकर वोट खरीदे।'

PK ने कहा कि भले ही उनका JD(U) के लिए 25 सीटों से कम जीतने का पूर्वानुमान 'सतही तौर पर गलत' लगता हो, लेकिन यह योजना अंततः एक बड़ा फैक्टर साबित हुई, क्योंकि इसका मतलब था कि सरकार ने अनिवार्य रूप से प्रति विधानसभा क्षेत्र ₹125 करोड़ तक वितरित किए।

'चुनाव के बीच बांटे गए पैसे'

बिहार कैबिनेट ने 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' को मंजूरी दी थी, जिसके तहत स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रत्येक पात्र परिवार की एक महिला को शुरुआती अनुदान के रूप में ₹10,000 दिए गए थे। इस राशि के हस्तांतरण की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए PK ने कहा कि सरकार ने यह पैसा 'मैनिफेस्टो जारी होने के दिन से लेकर चुनाव होने के दिन तक' बांटा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्चुअल लॉन्च इवेंट के दौरान सितंबर में राज्य की लगभग 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में पहली किश्त सीधे क्रेडिट की थी।

243 सदस्यीय विधानसभा में NDA (भाजपा और JD(U) सहित) ने 202 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की, जबकि RJD और कांग्रेस के नेतृत्व वाला महागठबंधन केवल 35 सीटों पर सिमट गया। प्रशांत किशोर की अपनी पार्टी, जन सुराज, सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई।



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Tuesday, November 18, 2025

Gold Silver price: भारत में लगातार क्यों गिर रहे सोने-चांदी के दाम, जानिए एक्सपर्ट से

Gold Silver price: भारत में मंगलवार (18 नवंबर) को सोने और चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज हुई। इसका सबसे बड़ा कारण दिसंबर में होने वाली संभावित US Fed रेट कट की उम्मीदों का कमजोर पड़ना है।

MCX पर दिसंबर गोल्ड फ्यूचर्स ₹1,807 (1.47%) टूटकर ₹1.21 लाख प्रति 10 ग्राम पर आ गए। फरवरी 2026 कॉन्ट्रैक्ट भी इसी तरह गिरकर ₹1.22 लाख पर पहुंचा। चांदी के दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट में ₹3,660 (2.36%) की गिरावट आई और यह ₹1.51 लाख प्रति किलो पर ट्रेड हुआ। मार्च 2026 कॉन्ट्रैक्ट ₹1.54 लाख प्रति किलो तक फिसला। Mehta Equities के राहुल कलंत्री के मुताबिक, रेट कट उम्मीदों में कमी और मजबूत डॉलर की वजह से कीमती धातुओं में कमजोरी बनी हुई है।

ग्लोबल मार्केट में भी गिरावट

अंतरराष्ट्रीय बाजार में Comex गोल्ड (दिसंबर) 1.60% टूटकर $4,009.5 प्रति औंस पर पहुंच गया। यह लगातार चौथा दिन गिरा है और पिछले चार सत्रों में इसमें $204 की कमी आई है। Comex सिल्वर $49.50 प्रति औंस पर आ गई, जो सोमवार के $50.71 से कम है।

Reliance Securities के जिगर त्रिवेदी का कहना है कि US रेट कट की घटती उम्मीदें और पिछले छह हफ्तों में बड़े मैक्रो डेटा की कमी ने सेंटिमेंट को कमजोर किया है। Fed अधिकारियों के ताजा बयान भी बाजार को दबाव में डाल रहे हैं। Fed के वाइस चेयरमैन फिलिप जेफरसन का कहना है कि अभी ब्याज दर में आक्रामक कटौती का अंदाजा नहीं है।

घरेलू फैक्टर्स का भी असर

भारत में अक्टूबर में सोने का आयात लगभग तीन गुना बढ़कर $14.72 बिलियन पहुंच गया। अप्रैल-अक्टूबर के बीच कुल आयात 21% बढ़कर $41.23 बिलियन हो गया, जिससे देश का मासिक ट्रेड डेफिसिट रिकॉर्ड $41.68 बिलियन तक पहुंच गया।

IBJA की वाइस प्रेसिडेंट अक्षा कंबोज के मुताबिक, त्योहारों के बाद बाजार अब सामान्य डिमांड पैटर्न की ओर लौट रहा है। उनका कहना है कि तेज उछाल के बाद सोने में हल्की गिरावट आई है, लेकिन ओवरऑल आउटलुक स्थिर है और निवेशक इस करेक्शन का इस्तेमाल धीरे-धीरे एंट्री के लिए कर सकते हैं। वहीं, चांदी की फिजिकल डिमांड अभी भी असमान बनी हुई है।

आगे क्या देख रहे हैं ट्रेडर्स?

अब बाजार की नजर इस हफ्ते आने वाले अहम अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर है। बुधवार को फेड मीटिंग मिनट्स और गुरुवार को US नॉन-फार्म पे-रोल डेटा जारी होगा, जिनसे ब्याज दरों के रुख पर नई संकेत मिलेंगे। दिसंबर में रेट कट की संभावना अब घटकर करीब 43% रह गई है, जो महीने की शुरुआत में 60% थी। यही वजह है कि सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।

गोल्ड-सिल्वर का आउटलुक

शॉर्ट टर्म में सोना-चांदी पर दबाव जरूर है, लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि मीडियम टर्म में कीमतों को मजबूत सपोर्ट मिलता रहेगा। इसकी तीन बड़ी वजहें हैं- केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीद, दुनिया भर में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका के तेजी से बढ़ते कर्ज को लेकर बढ़ती चिंता।

एक्सपर्ट के मुताबिक, ये सभी फैक्टर मिलकर सोना-चांदी की कीमतों के लिए एक मजबूत बैकअप बनाए रखते हैं। इससे मीडियम टर्म में इनके फिर से संभलने और ऊपर जाने की संभावना बनी हुई है।

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Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Monday, November 17, 2025

Delhi Pollution: दिल्ली की हवा और हुई जहरीली... GRAP-3 लागू, जानें किन गाड़ियों पर लगा बैन?

Delhi GRAP Stage 3: राजधानी दिल्ली की हवा काफी खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है। दिल्ली-एनसीआर की जहरीली हवा लोगों की सेहत पर लगातार असर डाल रही है। कई कोशिशों के बावजूद दिल्ली,नोएडा और गुरुग्राम में प्रदूषण का लेवल कम नहीं हो रहा। वहीं दिल्ली की हवा लगातार पिछले कुछ समय से 'सीरियस' कैटगरी में बनी हुई है। जिसकी वजह से हाल ही में अधिकारियों ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज 3 लागू कर दिया गया है। इस नियम के तहत दिल्ली-एनसीआर में कुछ गाड़ियों की आवाजाही पर सख्ती बढ़ा दी गई है। इस नियम में पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों को सड़क पर चलने से रोका गया है, जबकि जरूरी सेवाओं से जुड़ी गाड़ियों को छूट दी गई है। आइए जानते हैं GRAP फेज-3 में कौन-सी गाड़ियां चल सकती हैं और किन पर रहेंगी पाबंदी

दिल्ली का AQI इस समय 400 से ऊपर पहुंच गया, जिसके बाद से यहां GRAP का तीसरा स्टेज लागू किया गया। इस चरण में प्रदूषण को कम करने के लिए सख्त नियम लगाए जाते हैं। गाड़ियों पर रोक के साथ-साथ निर्माण काम, गंदा ईंधन इस्तेमाल करने वाले कारखाने और पत्थर तोड़ने जैसे काम भी अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं, ताकि हवा में उड़ रही धूल और धुआं कम हो सके।

किन गाड़ियों पर लगेगी पाबंदी

मौजूदा नियमों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल कारों को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं है। ये पाबंदी प्राइवेट और कमर्शियल दोनों तरह के वाहनों पर लागू होती है, सिर्फ जरूरी सेवाओं वाली गाड़ियों को छोड़कर। इसका मकसद वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करना है। ये रोक तब तक जारी रहेगी जब तक हवा की गुणवत्ता बेहतर नहीं हो जाती और GRAP फिर से चरण 2 में नहीं लौट आता। नियमों का पालन सुनिश्चित करने और उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं।

किन गाड़ियों को होगी इजाजत

GRAP के तीसरे स्टेज में BS-IV पेट्रोल, BS-VI पेट्रोल और BS-VI डीजल वाली गाड़ियों को पहले की तरह सड़क पर चलने की अनुमति है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहन, CNG कारें, हाइब्रिड मॉडल और मेडिकल या अन्य जरूरी सेवाओं में इस्तेमाल होने वाले वाहन भी किसी तरह की पाबंदी में नहीं आते। दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें और CNG पर चलने वाली क्लस्टर बसें भी नॉर्मल रूप से चलती रहेंगी, ताकि लोगों की रोज़मर्रा की यात्रा में कोई दिक्कत न हो। दिल्ली पुलिस और परिवहन विभाग ने सड़कों पर जांच बढ़ा दी है और डिजिटल सिस्टम से गाड़ियों की निगरानी की जा रही है।

कितना लगेगा जुर्माना

अगर कोई अभी BS-III पेट्रोल या BS-IV डीजल गाड़ी चलाते पकड़ा गया, तो उसे सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इस पर 20,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है और वाहन जब्त भी किया जा सकता है।वहीं, बिना वैध PUC सर्टिफिकेट वाली कारों पर 10,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है, इसलिए इसे समय पर अपडेट रखना जरूरी है।

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Toyota Hyryder Vs Maruti Grand Vitara: फीचर्स, इंजन और कीमत में कौन है बेस्ट?

Toyota Hyryder Vs Maruti Grand Vitara: अगर आप एक नई मिड साइज SUV खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, और क्न्फ्यूज हैं कि Toyota Hyryder और Maruti Grand Vitara में से कौन सी SUV आपके लिए बेस्ट हो सकती है। तो आज हम आपको फीचर्स, इंजन और कीमत के आधार पर बताएंगे कि इन दोनों में से किस SUV को आप अपना बना सकते हैं। तो चलिए फिर इस आर्टिकल में जानते हैं कि आपके लिए कौन सा ऑप्शन ज्यादा बेहतर है?

Toyota Hyryder Vs Maruti Grand Vitara: इंजन

Toyota Urban Cruiser Hyrider में 1.5 लीटर का इंजन दिया गया है। जो 92.45 Ps की पावर और 122 से 136 Nm का टार्क जनरेट करता है। ये SUV दो वेरिएंट मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में आता है। कंपनी के अनुसार, इसे 19.39 किलोमीटर से लेकर करीब 28 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है।

वहीं, Maruti Grand Vitara को तीन इंजन ऑप्शन पेट्रोल, सीएनजी और हाइब्रिड तकनीक के विकल्‍प के साथ पेश किया जाता है। इसमें 1.5 लीटर की क्षमता का नेचुरल एस्पिरेटिड इंजन दिया जाता है। जिससे इसे 92.45 Ps से लेकर 103.06 Ps की पावर और 122 से 136.08 न्‍यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। ये भी मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है। और इसे एक लीटर में 19.38 किलोमीटर से 27.97 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है।

Toyota Hyryder Vs Maruti Grand Vitara: फीचर्स

Toyota Hyryder के एक्सटीरियर में प्रोजेक्‍टर LED लाइट्स, LED DRL, ऑटो हेडलाइट, LED टेल लैंप, हाई माउंट स्‍टॉप लैंप, रूफ रेल, रियर विंडो वाइपर और वॉशर, शॉर्क फिन एंटीना जैसे फीचर्स मिलते हैं। जबकि अंदर की तरफ ड्यूल टोन इंटीरियर, एंबिएंट लाइट्स, नौ इंच इंफोटेनमेंट सिस्‍टम, Apple CarPlay, Android Auto, आर्किमिस ऑडियो सिस्‍टम, सात इंच इंस्‍ट्रूमेंट क्‍लस्‍टर, हेड-अप डिस्‍प्‍ले, क्रूज कंट्रोल, पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस चार्जर, ऑटो एसी, रियर एसी वेंट्स, फ्रंट वेंटिलेटिड सीट्स, पीएम 2.5 फिल्‍टर, की-लैस एंट्री जैसे फीचर्स दिए गए हैं।

वहीं मारुति की ओर से ग्रैंड विटारा में भी कई बेहतरीन फीचर्स दिए गए हैं। अगर एक्सटीरियर की बात करें तो इसमें LED लाइट्स, फॉलो मी हैडलैंप, शॉर्क फिन एंटीना, एंबिएंट लाइट, पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर्स मिलते हैं। जबिक इंटीरियर में वेंटिलेटिड सीट, हेड-अप डिस्‍प्‍ले, वायरलेस चार्जर, पैडल शिफ्टर, क्रूज कंट्रोल, पुश बटन स्‍टार्ट/स्‍टॉप, रियर एसी वेंट,आर्किमिस साउंड सिस्‍टम, सुजुकी कनेक्ट जैसे फीचर्स मिलते हैं।

Toyota Hyryder Vs Maruti Grand Vitara: कीमत

कीमत की बात करें तो Toyota Urban Cruiser Hyryder की शुरुआती एक्‍स शोरूम कीमत 10.95 लाख रुपये है। जबकि इसका टॉप वेरिएंट 19.76 लाख रुपये में उपलब्ध है।

वहीं, Maruti Grand Vitara की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 10.77 लाख रुपये है और इसका टॉप वेरिएंट 19.72 लाख रुपये में मिलता है।

यह भी पढ़ें: Tata Sierra Vs Hyundai Creta: पावर, स्टाइल और फीचर्स में कौन है दमदार?



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Stocks of the day : फुल रफ्तार में हीरो मोटो, टाटा मोटर्स PV ने हिट किया स्पीड ब्रेकर, जानिए क्यों

Stocks of the day : बाजार का फोकस आज हीरो मोटो और टाटा मोटर्स पर रहा। एक में 4 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली तो दूसरे में 5 फीसदी की गिरावट आई। हीरो मोटो आज का हीरे रहा है तो वहीं, टाटा मोटर्स आज का जीरो रहा है। इसकी वजह पर नजर डालें तो हीरो मोटो के Q2 नतीजे शानदार रहे हैं। कंपनी का मुनाफा 24 फीसदी बढ़ा है। कंपनी के मुताबिक आगे टू-व्हीलर मार्केट 8-10 फीसदी की ग्रोथ संभव है। कंपनी को नए लॉन्च और मार्केट बढ़ने का भी फायदा मिलेगा कंपनी आगे घरेलू और एक्सपोर्ट मार्केट में आउटपरफॉर्म कर सकती है।

हीरो मोटो पर ब्रोकरेज बुलिश

हीरो मोटो पर ब्रोकरेज भी बुलिश हैं। मॉर्गन स्टैनली ने स्टॉक को OVERWEIGHT रेटिंग देते हुए 6471 रुपए का टारगेट दिया है। वहीं, JM फाइनेंशियल ने इसके BUY रेटिंग देते हुए 6471 रुपए का लक्ष्य दिया है। मोतीलाल ओसवाल ने भी इस स्टॉक को BUY रेटिंग देते हुए 6,500 रुपए का टारगेट सेट किया है।

हीरो मोटो पर मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि कंपनी का मार्केटकैप और नहीं घटेगा। स्कूटर, EVs, प्रीमियम बाइक में मार्केटशेयर बढ़ना पॉजिटिव है। FY28 तक मार्जिन बढ़कर 15.8% हो सकते हैं। वहीं, JM फाइनेंशियल का कहना है कि FY26E और FY27E वॉल्यूम अनुमान 0.3% बढ़ाया है। वहीं, EPS अनुमान में 1.6% और 4.8% की बढ़त संभव है। उधर मोतीलाल ओसवाल की राय है कि FY26–28 के बीच वॉल्यूम CAGR में करीब 6 फीसदी का उछाल मुमकिन है। नए लॉन्च और एक्सपोर्ट में उछाल से कंपनी की ग्रोथ को सहारा मिलेगा।

ABS डेडलाइन पर नजर

11 नवंबर को SIAM, हीरो, TVS, बजाज के अधिकारी नितिन गडकरी से मिले। इंडस्ट्री ने टू-व्हीलर में ABS की अच्छी और बुरी बातें बताईं। इंडस्ट्री ने चरणों में ABS को लागू करने की गुजारिश की है। इंडस्ट्री के मुताबिक ABS की वजह से मॉडल के हिसाब से दाम 4000-6000 रुपए बढ़ेंगे।

क्यों टूटा टाटा मोटर्स PV?

टाटा मोटर्स PV के Q2 नतीजे कमजोर रहे है। इसके नतीजे सभी पैमाने पर खराब रहे हैं। स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड दोनों में एडजेस्टेड घाटा हुआ है। JLR पर साइबर अटैक की वजह से 2,008 करोड़ रुपए का असर पड़ा है।

टाटा मोटर्स PV Q2 (स्टैंडअलोन) में 15 करोड़ रुपए के मुनाफे के मुकाबले 237 करोड़ रुपए का एडजेस्टेड घाटा हुआ है। मार्जिन 6 फीसदी से घटकर 2.4 फीसदी पर आ गया है।

Q2 में JLR का हाल

इस अवधि में इसका रेवेन्यू 24.3% घटकर £4.9 Bn पर रही है। वहीं, EBITDA 1,330 bps घटकर -1.6% पर और EBIT मार्जिन 1,370 bps घटकर -8.6% रहा है।

JLR पर मैनेजमेंट कमेंट्री

कंपनी मैनेजमेंट का कहना है कि Q3 भी कमजोर रह सकती है। Q4 से हालात सामान्य हो सकते हैं। कंपनी ने EBIT मार्जिन गाइडेंस 5-7% से घटाकर 0-2% कर दिया है। कैश आउटफ्लो तकरीबन जीरो के मुकाबले बढ़कर £2.5 bn रहने की उम्मीद जताई गई है।

भारतीय कारोबार पर मैनेजमेंट कमेंट्री

टाटा मोटर्स PV का ग्रोथ अनुमान इंडस्ट्री के मुताबिक ही है। दूसरी छमाही में पैसेंजर व्हीकल ग्रोथ डबल डिजिट में रहनी संभव है। PV ICE कारोबार में डबल डिजिट मार्जिन संभव है। नवंबर में Sierra मॉडल लॉन्च हो रहा है। हैरियर और सफारी का नया पेट्रोल वैरियंट आएगा।

 

Market outlook : बढ़त लेकर बंद हुआ बाजार, जानिए 18 नवंबर को कैसी रहेगी इसकी चाल

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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IT Stocks: इस आईटी शेयर के लिए नई स्ट्रैटेजी का टाइम? ब्लैकस्टोन बेचने वाली है बड़ी हिस्सेदारी

IT Stocks: दिग्गज आईटी कंपनी एंफेसिस के शेयरों में आज बिकवाली की भारी आंधी आई और यह 3% से अधिक टूट गया। इसके शेयरों में बिकवाली का यह दबाव उन रिपोर्ट्स पर आया जिसमें दावा किया है कि इसका एक निवेशक अपनी हिस्सेदारी हल्की कर सकती है। सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक दिग्गज निवेशक ब्लैकस्टोन (Blackstone) ब्लॉक डील के जरिए एंफेसिस में अपनी हिस्सेदारी कम कर सकती है। इस खुलासे पर निवेशकों में भगदड़ मच गई और वे धड़ाधड़ शेयर बेचने लगे। निचले स्तर पर खरीदारी के दम पर शेयरों ने संभलने की नाकाम कोशिश की। दिन के आखिरी में आज बीएसई पर यह 3.24% की गिरावट के साथ ₹2680.60 (Mphasis Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 3.27% टूटकर ₹2877.70 तक आ गया था।

Mphasis के शेयरों को क्यों लगा झटका?

सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लैकस्टोन की योजना जल्द ही एंफेसिस में अपनी हिस्सेदारी हल्की करने की है। यह ब्लॉक डील काफी बड़ी हो सकती है लेकिन इस पर अभी आखिरी फैसला नहीं हो पाया है। सितंबर 2025 तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से ब्लैकस्टोन के पास एंफेसिस की 40.10% हिस्सेदारी है और ब्लैकस्टोन की यह होल्डिंग बीसीपी टॉपको आईएक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है।

कैसी है एंफेसिस की कारोबारी सेहत?

एंफेसिस ने पिछले महीने सितंबर तिमाही के कारोबारी नतीजे का ऐलान किया था। चालू वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 में आईसी सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली दिग्गज कंपनी एंफेसिस का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 11% बढ़कर ₹469 करोड़ पर पहुंच गया जिसमें कंपनी के इक्विटी ओनर्स के लिए ₹423.3 करोड़ है। इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 10.34% बढ़कर ₹3,901.91 करोड़ पर पहुंच गया। तिमाही आधार पर बात करें तो कंपनी का शुद्ध मुनाफा 6.18% और रेवेन्यू 4.53% बढ़ गया। कंपनी के सीईओ और एमडी नितिन राकेश का कहना है कि एआई पर फोकस बेहतर रिजल्ट दे रही है और सितंबर तिमाही में इसका टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू विन $52.8 करोड़ का रहा। इसमें से 87% तो न्यू-जेन सर्विसेज में थी।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

एंफेसिस के शेयर पिछले साल 12 दिसंबर 2024 को ₹3239.55 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह चार महीने में 37.49% फिसलकर 7 अप्रैल 2025 को ₹2025.05 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। अब आगे की बात करें तो इंडमनी पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक इसे कवर करने वाले 35 एनालिस्ट्स में से 23 ने इसे खरीदारी, 7 ने होल्ड और 5 ने सेल रेटिंग दी है। इसका हाइएस्ट टारगेट प्राइस ₹3550 और लोएस्ट टारगेट प्राइस ₹2140 है।

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Sunday, November 16, 2025

Aditi Rao Hydari: अदिति राव हैदरी की व्हाट्सएप प्रोफाइल का हो रहा यूज, एक्ट्रेस ने लोगों को किया वॉर्न

Aditi Rao Hydari: अभिनेत्री अदिति राव हैदरी, जिन्हें आखिरी बार स्ट्रीमिंग सीरीज़ ‘हीरामंडी द डायमंड बाज़ार’ में देखा गया था, ने एक बयान जारी कर कहा है कि कोई व्यक्ति मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप पर उनकी फेक आईडी यूज कर रहा है। शनिवार को अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक नोट के साथ-साथ उस नकली व्यक्ति की व्हाट्सएप जानकारी भी साझा की है।

उन्होंने लिखा, "मैं एक बात बताना चाहती थी, जो आज कुछ लोगों ने मेरे ध्यान में लाई है। कोई व्यक्ति व्हाट्सएप पर नाम और मेरी तस्वीरों का इस्तेमाल कर रहा है और फोटोग्राफर्स को 'फोटोशूट' के बारे में मैसेज कर रहा है। यह मैं नहीं हूं। मैं इस तरह संपर्क नहीं करती और मैं काम के लिए किसी निजी नंबर का इस्तेमाल नहीं करती हूं। सब कुछ हमेशा मेरी टीम के ज़रिए होता है। उन्होंने आगे लिखा, "कृपया सावधान रहें और उस नंबर से बात न करें। अगर आपको कुछ भी अजीब लगे, तो मेरी टीम को बताएं। उन सभी का शुक्रिया, जिन्होंने मुझे इस बारे में बताया।

हालांकि शनिवार का दिन अभिनेत्री के लिए थोड़ा मुश्किल भरा रहा, लेकिन पिछले महीने की शुरुआत में उन्होंने अपना वीकेंड अपने प्यारे दोस्तों के साथ बिताया था। अभिनेत्री ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर डॉग्स के साथ खेलते हुए कुछ तस्वीरें अपलोड कीं।

इन जानवरों को बचाने और उनकी देखभाल करने वालों की प्रशंसा करते हुए, अदिति ने फोटो-शेयरिंग ऐप पर लिखा, "रविवार गले लगाने और प्यार करने के लिए हैं। इन प्यारे बच्चों को बचाने और उनकी देखभाल करने वाले इन अविश्वसनीय इंसानों को प्यार।

वहीं उन बुरे इंसानों को करारा तमाचा है, जो उन्हें छोड़ देते हैं, उन्हें प्रताड़ित करते हैं और राक्षसों की तरह व्यवहार करते हैं...thepetcafehyd, devenshopesociety मुझे वहां ले जाने के लिए धन्यवाद! mallikareddyg"।



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Ranveer Singh-Deepika padukon: एआर रहमान के गाने 'एन्ना सोना' पर थिरके रणवीर सिंह-दीपिका पादुकोण, आमिर खान ने भी रंगीन शाम का उठाया लुफ्त

Ranveer Singh-Deepika padukon: बॉलीवुड कपल रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण, आमिर खान के साथ हाल ही में गुजरात में एक कार्यक्रम में म्यूजिकल नाइट का आनंद लेते हुए देखे गए, जिसमें अंबानी परिवार भी शामिल हुआ। इस कार्यक्रम में एआर रहमान, श्रेया घोषाल, नीति मोहन, प्रतिभा सिंह और अन्य फेमस सिंगर्स परफॉमेंस किया।

शनिवार को, गायिका रक्षिता सुरेश ने गुजरात में सितारों से सजी इस रात की तस्वीरें साझा कीं, जहां वह दीपिका को गले लगाती और रणवीर और दीपिका के साथ एक तस्वीर खिंचवाती नज़र आईं। उनकी पोस्ट में एक और तस्वीर आमिर खान के साथ एक सेल्फी की थी। गायिका प्रतिभा सिंह ने भी एक वीडियो साझा किया जिसमें दीपिका और रणवीर एआर रहमान के गाने "ओके जानू" के गाने "एन्ना सोना" पर थिरकते हुए दिखाई दे रहे हैं।

श्रेया घोषाल ने इससे पहले इंस्टाग्राम स्टोरीज़ पर अपनी, एआर रहमान, नीति मोहन, मोहित चौहान, उदित नारायण और बांसुरी वादक अश्विन समेत कई कलाकारों की एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें वे अपनी परफॉर्मेंस की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने लिखा, "एक बेहद फेमस समूह के लिए एक निजी कॉन्सर्ट में रहमान सर के साथ मंच साझा करना एक यादगार शाम।"

इस कार्यक्रम में दीपिका ने गुलाबी रंग की साड़ी के साथ गुलाबी रंग का ओवरसाइज़्ड कोट पहना था। उन्होंने अपने लुक को गजरे से सजे बन से पूरा किया। वहीं, रणवीर सफेद बंद गला सूट में बेहद स्टाइलिश लग रहे थे। इस कपल ने हाल ही में 14 नवंबर को अपनी सातवीं शादी की सालगिरह मनाई। दीपिका के बॉडीगार्ड जलालुद्दीन शेख ने सोशल मीडिया पर उन्हें एक प्यारी सी शुभकामना भी दी थी।

रणवीर इन दिनों अपनी आगामी फिल्म धुरंधर की रिलीज़ का इंतज़ार कर रहे हैं। आदित्य धर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अक्षय खन्ना, आर माधवन, संजय दत्त, अर्जुन रामपाल और अन्य कलाकार भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है।

दीपिका की दो फ़िल्में कतार में हैं। वह आगामी फिल्म "किंग" में शाहरुख खान के साथ नज़र आएंगी। सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सुहाना खान, अभिषेक बच्चन और जयदीप अहलावत भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म अभी निर्माणाधीन है और 2026 में रिलीज़ होने की उम्मीद है। उनके पास एटली की "AA22×A6" भी है, जिसमें अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म में दीपिका एक एक्शन से भरपूर भूमिका में होंगी।

आमिर खान आखिरी बार "सितारे ज़मीन पर" में नज़र आए थे। अब वह अपनी अगली फिल्म "मेरे रहो" की रिलीज़ का इंतज़ार कर रहे हैं। सुनील पांडे द्वारा निर्देशित और आमिर और मंसूर खान द्वारा निर्मित इस रोमांटिक ड्रामा में जुनैद खान और साई पल्लवी मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह 12 दिसंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है।



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Trump Tariff: ट्रंप प्रशासन ने 200 से ज्यादा प्रोडक्ट्स पर घटाया टैरिफ, 1 बिलियन डॉलर के एक्सपोर्ट को मिलेगा फायदा

Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग 200 खाद्य, कृषि और फार्म उत्पादों पर आयात शुल्क में बड़ी कटौती की घोषणा की है। इससे भारतीय मसाला व्यापारियों और चाय उत्पादकों को बड़ा फायदा होने वाला है। यह निर्णय अमेरिका में बढ़ती घरेलू चिंताओं के बीच लिया गया है, जहां वाशिंगटन की व्यापार बाधाओं से जुड़ी कीमतों में वृद्धि हो रही थी। यह टैरिफ में छूट भारत के $1 बिलियन से अधिक के कृषि निर्यात को प्रभावित करेगी।

किन भारतीय उत्पादों को मिलेगी बड़ी राहत?

संशोधित सूची में कई प्रमुख भारतीय निर्यात उत्पाद शामिल हैं, जिससे निर्यातकों को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलने की उम्मीद है:

मसाले: काली मिर्च, लौंग, जीरा, इलायची, हल्दी, और अदरक। भारत ने 2024 में अमेरिका को $500 मिलियन से अधिक के मसालों का निर्यात किया था।

पेय: विभिन्न प्रकार की चाय और कॉफी। चाय और कॉफी का निर्यात लगभग $83 मिलियन था।

मेवे: काजू सहित अन्य मेवे। अमेरिका ने विश्व स्तर पर $843 मिलियन मूल्य के काजू खरीदे थे, जिसमें भारत लगभग पाँचवाँ हिस्सा आपूर्ति करता है।

अन्य खाद्य वस्तुएं: आम के व्युत्पन्न (डेरिवेटिव्स), प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, कॉफी और चाय के अर्क, कोको-आधारित वस्तुएं, फलों के रस।

 

किन क्षेत्रों को मिलेगा अधिकतम लाभ?

नई दिल्ली के अधिकारियों के अनुसार, इस टैरिफ कटौती से निम्नलिखित क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ होने की उम्मीद है:

प्रोसेस्ड फूड श्रेणियां: लगभग 50 प्रसंस्कृत खाद्य श्रेणियों (जिसका निर्यात मूल्य पिछले वर्ष $491 मिलियन अनुमानित था) को सबसे अधिक लाभ होगा।

मसाले: $359 मिलियन मूल्य के मसालों के अगले प्रमुख लाभार्थी होने की उम्मीद है।

फल और मेवे: नारियल, अमरूद, आम, काजू, केला, सुपारी, और अनानास सहित 48 प्रकार के फल और मेवे भी लाभान्वित होंगे, हालाँकि इनका निर्यात केवल $55 मिलियन था।

कुल मिलाकर, यह संशोधित सूची भारत के $5.7 बिलियन के कृषि शिपमेंट के लगभग पांचवें हिस्से और पिछले साल के भारत के कुल $86 बिलियन के माल निर्यात के लगभग 40% हिस्से को प्रभावित करती है।

ये उत्पाद अभी भी छूट से बाहर

हालांकि, यह शुल्क कटौती भारत के सबसे बड़े कृषि-संबंधी राजस्व प्रोडक्ट्स पर नहीं हुई है। झींगा, अन्य समुद्री खाद्य किस्में और बासमती चावल जैसे उच्च मूल्य वाले शिपमेंट अभी भी छूट से बाहर हैं। वैसे ही भारतीय रत्न, आभूषण और परिधान पर अभी भी 50% का भारी अमेरिकी टैरिफ बरकरार है। ट्रंप ने इस टैरिफ को एक व्यापक व्यापार समझौते से जोड़ा है, जिसकी शर्त यह है कि भारत रूसी तेल के आयात को कम करे और अमेरिकी ऊर्जा की खरीद बढ़ाए।

अमेरिका में बढ़ती महंगाई और राजनीतिक दबाव के बीच ट्रंप ने लिया फैसला

ट्रंप का यह फैसला, जिसे एक कार्यकारी आदेश के माध्यम से औपचारिक रूप दिया गया है, जीवन-यापन की लागत पर मतदाताओं की बढ़ती निराशा के बीच आया है। महंगाई के मुद्दे पर डेमोक्रेट्स के भारी अभियान के कारण हालिया उपचुनावों में रिपब्लिकन पार्टी को झटका लगा था। राष्ट्रपति ने टैरिफ राजस्व का उपयोग करके $2,000 की छूट वाले चेक जारी करने की भी बात कही है और बढ़ती कीमतों पर जनता के गुस्से का जवाब देते हुए मांस पैकिंग क्षेत्र की जांच शुरू की है। आलोचकों ने ट्रंप पर आर्थिक कठिनाइयों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।



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