Friday, January 31, 2025

बजट से पहले खपत से जुड़े शेयरों को लगे पंख, टैक्स में राहत मिलने की उम्मीद ने दिया बूस्टर डोज

यूनियन बजट पेश होने से पहले 31 जनवरी को उपभोग या खपत वाले शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली। निवेशकों द्वारा इन शेयरों में खरीदारी करने के कारण कंज्यूमर स्टेपल इंडेक्स निफ्टी एफएमसीजी में दो फीसदी की तेजी आई जबकि टिकाऊ वस्तुओं के इंडेक्स निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में करीब 2.3 फीसदी की तेजी आई। पिछले एक साल में सुस्त मांग के कारण ज़्यादातर उपभोग से जुड़े शेयरों में गिरावट आई है। अर्निंग ग्रोथ दर सिंगल डिजिट में गिर गई है। महामारी के बाद, सरकार ने पब्लिक स्पेंडिंग और राजकोषीय अनुशासन को प्राथमिकता दी है और कर छूट और अन्य उपायों के जरिए से उपभोग को सीधे बढ़ावा देने से परहेज किया है।

कई ब्रोकरेज और बाजार जानकारों का कहना है की सरकार कल के बजट में वेतनभोगी वर्ग के लिए आयकर में कुछ बदलाव कर सकती है। जिससे लोगों के पास खर्च करने के लिए नकदी बढ़ेगी। इससे सभी सेक्टरों में खपत में बढ़त होगी। करदाताओं को बेसिक छूट की लिमिट या स्टैंडर्ड डिडक्शन के माध्यम से टैक्स में राहत मिल सकती है। अगर इनमें से कोई भी उपाय लागू किया जाता है तो इससे उपभोक्ता वस्तुओं की खपत पर पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा।

निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स में सबसे ज्यादा तेजी वाले शेयरों में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और नेस्ले इंडिया रहे। दोनों कंपनियों ने 31 दिसंबर,2024 को समाप्त तिमाही में उम्मीद से बेहतर नतीजे हासिल किए हैं।

31 दिसंबर को समाप्त तिमाही में टाटा कंज्यूमर की कामकाजी आय में 17 फीसदी की बढ़त हुई है और ये 4,444 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। नेस्ले इंडिया ने तिमाही स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 6.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की है। इस अवधि में कंपनी का मुनाफा 696 करोड़ रुपये पर रहा है।

आईटीसी,हिंदुस्तान यूनिलीवर, बलरामपुर चीनी मिल्स और कोलगेट-पामोलिव भी निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स के टॉप गेनरों में रहे। इनमें से प्रत्येक में 1-3 फीसदी की बढ़त हुई।

Market outlook: बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए बजट वाले दिन कैसी रह सकती है इसकी चाल

कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में कल्याण ज्वैलर्स ने बढ़त में लीडरशिप की। सोने के आभूषण बनाने वाली इस कंपनी ने तीसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट में 21 फीसदी की बढ़त दर्ज की है। आज इस शेयर ने 10 फीसदी की छलांग लगाई। टाइटन, सेंचुरी प्लाई, बाटा इंडिया ने भी 2 से 4 फीसदी के बीच तेजी हासिल की। कल्याण ज्वैलर्स ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन दर्ज किया है। इस अवधि में कंपनी का मुनाफा पिछले साल की समान तिमाही के 180.61 करोड़ रुपये से 21 फीसदी बढ़कर 218.82 करोड़ रुपये पर रहा है। कंपनी की कामकाजी आय 39.5 फीसदी बढ़कर 7,286.88 करोड़ रुपये पर रही है। जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी की आय 5,223.08 करोड़ रुपये रही थी।

कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में कल्याण ज्वैलर्स ने बढ़त में लीडरशिप की। सोने के आभूषण बनाने वाली इस कंपनी ने तीसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट में 21 फीसदी की बढ़त दर्ज की है। आज इस शेयर ने 10 फीसदी की छलांग लगाई

 

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Thursday, January 30, 2025

Budget 2025 : बजट भाषण को छोड़ बाकी सारी तैयारियां पूरी, सबसे ज्यादा फोकस ग्रोथ पर संभव -सूत्र

Union budget 2025 : दो दिन बाद पेश होने वाले बजट में सबसे ज्यादा फोकस ग्रोथ पर रहने वाला है। CNBC-आवाज को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक मिडिल क्लास के लिए कई बड़े ऐलान हो सकते हैं। इनमें इनकम टैक्स में बड़े बदलाव की भी संभावना है। पूरी खबर बताते हुए सीएनबीसी -आवाज़ के लक्ष्मण रॉय ने कहा कि बजट की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बजट भाषण को छोड़ बाकी सारी तैयारियां पूरी हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बार के बजट में ग्रोथ बढ़ाने पर खास फोकस होगा। कंजम्प्शन बढ़ाने के लिए ठोस ऐलान होंगे। सूत्रों के मुताबिक 1 फरवरी को आने वाले बजट में मीडिल क्लास के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं।

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स में बड़े बदलाव की तैयारी है। वहीं, कॉरपोरेट टैक्स में सीधे राहत की संभावना कम है। सरकार इस बजट में पोर्ट,रोड और रेलवे के लिए कैपेक्स बढ़ा सकती है।

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बजट में डीपटेक सेक्टर पर फोकस

सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता आलोक प्रियदर्शी ने भी बताया कि आगामी बजट में डीपटेक सेक्टर में फंडिंग और AI के संभावित रिस्क से निपटने के लिए DeepTech Policy के तहत ई ऐलान हो सकते हैं। पॉलिसी में स्टार्अप्स को टैक्सेशन में राहत देने के साथ एक रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने का भी ऐलान हो सकता है ताकि नई टेक्नोलॉजी के लिए सेफ इनवायरमेंट तैयार किया जा सके। डीपटेक में इनोवेशन और ग्रोथ को बढ़ाने पर जोर रहेगा। इसको शनल डीपटेक स्टार्टअप पॉलिसी (NDTSP) के तहत सपोर्ट मिलेगा। डीपटेक सेक्टर में ESOPS पर टैक्स में राहत संभव। इसके अलावा R&D में निवेश पर इंसेंटिव संभव है। डीपटेक इकोसिस्टम को मजूबत करने लिए फंडिंग की व्यवस्था की जा सकती है। पॉलिसी में AI और मशीन लर्निंग के रिस्क से निपटने के लिए उपाय होंगे। इसमें रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स मुद्दे भी शामिल होंगे। डीपटेक के लिए सेफ एनवायरनमेंट तैयार करने पर होगा फोकस होगा।



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Wednesday, January 29, 2025

Union Budget 2025: नई रीजीम में मिलेगा HRA पर डिडक्शन, स्टैंडर्ड डिडक्शन 100000 रुपये होगा

सरकार इनकम टैक्स की नई रीजीम के लिए दो बड़े ऐलान करने जा रही है। इससे नई रीजीम में टैक्सपेयर्स की दिलचस्पी बढ़ेगी। पिछले कुछ सालों में नई रीजीम का अट्रैक्शन बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। 2023 में सरकार ने नई रीजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा देने का ऐलान किया था। पिछले साल बजट में सरकार ने नई रीजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया था। इस बार भी सरकार नई रीजीम का इस्तेमाल करने वाले टैक्सपेयर्स को बड़ा तोहफा देने जा रही है।

पिछले साल बढ़ा था स्टैंडर्ड डिडक्शन

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को इनकम टैक्स की नई रीजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन को 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये करने का ऐलान करेंगी। इससे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा होगा। सरकार के डेटा के मुताबिक, अभी इंडिविजुअल इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाले लोगों में से 73 फीसदी लोग नई टैक्स रीजीम का इस्तेमाल कर रहे हैं। नई टैक्स रीजीम में टैक्स के रेट्स कम हैं, लेकिन ज्यादातर डिडक्शन के फायदे नहीं मिलते हैं।

एचआरए पर डिडक्शन सिर्फ ओल्ड रीजीम में मिलता है

सरकार इनकम टैक्स की नई रीजीम में हाउस रेंट अलाउन्स (HRA) का लाभ भी देने जा रही है। अभी इनकम टैक्स की सिर्फ ओल्ड रीजीम में एचआरए पर डिडक्शन मिलता है। एचआरए क्लेम करने से टैक्सपेयर्स का टैक्स काफी घट जाता है। हालांकि, यह ध्यान में रखना होगा कि एचआरए पर डिडक्शन का फायदा सिर्फ इनकम टैक्स की ओल्ड रीजीम में मिलता है। काफी समय से नई रीजीम में एचआरए पर डिडक्शन का लाभ देने की मांग चल रही है।

लोगों पर घटेगा टैक्स का बोझ

टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सरकार नई रीजीम में एचआरए डिडक्श देने और स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाने का ऐलान बजट में करती है तो इससे लोगों पर टैक्स का बोझ घटेगा। महंगाई खासकर खानेपीने की चीजों की महंगाई के वजह से लोगों के हाथ में पैसे नहीं बच रहे हैं। इससे वे सेविंग्स नहीं कर पा रहे हैं। टैक्स का बोझ कम होने पर वे ज्यादा खर्च और सेविंग्स कर सकेंगे। लोगों के ज्यााद खर्च करने से इकोनॉमी में डिमांड बढ़ेगी, जिसका पॉजिटिव असर इकोनॉमिक ग्रोथ पर पड़ेगा।

यह भी पढ़ें: India Budget 2025: सालाना 10 लाख तक की इनकम टैक्स-फ्री होगी, 25% नए टैक्स स्लैब का होगा ऐलान

2020 में हुई थी नई रीजीम की शुरुआत

सरकार ने इनकम टैक्स की नई रीजीम में शुरुआत 2020 में की थी। इसे ऐसे लोगों के लिए शुरू किया गया था, जो इनकम टैक्स रिटर्न  फाइलिंग में आसानी चाहते हैं। इसमें सेक्शन 80सी, सेक्शन 80डी सहित ज्यादातर डिडक्शन के फायदें नहीं मिलते हैें। लेकिन, इसमें टैक्स के रेट्स ओल्ड रीजीम के मुकाबले कम हैं।



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Tuesday, January 28, 2025

Budget 2025: बजट में महिलाओं को मिलेगी खुशखबरी? सरकार बढ़ाएगी महिला सम्मान सर्टिफिकेट में निवेश का समय

Budget 2025: बजट के आने की तैयारी के साथ ही महिलाओं को सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें से एक है महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना। यह योजना महिलाओं को बचत और निवेश के जरिए आर्थिक आत्मनिर्भरता देने के मकसद से लाई गई थी। इस योजना में निवेश करने की आखिरी तारीख मार्च 2025 है। हालांकि, अब सवाल है कि क्या सरकार बजट में इस योजना की समय सीमा बढ़ाएगी? अगर समय बढ़ाती है महिलाओं के पास एक और योजना उनके लिए होगी।

महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना

पोस्ट ऑफिस की महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट (Mahila Samman Saving Certificate) योजना खासतौर पर महिलाओं और लड़कियों के लिए शुरू की गई है। यह योजना महिलाओं को सेफ और आकर्षक निवेश का ऑप्शन देती है।

ब्याज दर: योजना पर सालाना 7.5% का ब्याज मिलता है।

निवेश लिमिट: इसमें महिलाएं न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 2 लाख रुपये तक निवेश कर सकती हैं।

मैच्योरिटी: यह योजना 2 साल में मैच्योर होती है, जिसमें निवेश की गए अमाउंट के साथ ब्याज का भुगतान किया जाता है।

टैक्स बेनेफिट: इस योजना पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट मिलती है।

2 साल में 2.32 लाख का फंड

महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना में 2 लाख रुपये का निवेश करने पर 2 साल में 2.32 लाख रुपये मिलते हैं। ब्याज तिमाही आधार पर बैंक खाते में जमा किया जाता है। यह योजना न सिर्फ महिलाओं को सेविंग के लिए प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और फायदेमंद निवेश का विकल्प भी देती है।

क्या बढ़ेगा निवेश का समय?

महिलाएं सरकार से इस योजना की समय सीमा बढ़ाने की उम्मीद कर रही हैं। अभी तक सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, अगर बजट 2025 में सरकार इस योजना को विस्तार देती है, तो यह महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत होगी।

योजना की खास विशेषताएं

खाता खोलने के 6 महीने बाद इसे बंद किया जा सकता है, लेकिन ब्याज दर 2% कम हो जाएगी।

खाता खोलने के 1 साल बाद 40% राशि निकाली जा सकती है।

खाता धारक की मृत्यु होने पर खाता बंद किया जा सकता है।

महिलाओं के लिए बड़ा मौका

महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना महिलाओं को सुरक्षित और लाभकारी निवेश का मौका देती है। अब यह देखना होगा कि बजट 2025 में सरकार इस योजना का समय बढ़ाकर महिलाओं को और बड़ा तोहफा देती है या नहीं।

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Monday, January 27, 2025

Pine Labs के IPO के लिए मिड फरवरी तक फाइल हो सकता है ड्राफ्ट, फिनटेक में Paytm के बाद होगा सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू

Pine Labs IPO: फिनटेक कंपनी पाइन लैब्स अपने IPO के लिए मिड फरवरी तक ड्राफ्ट डॉक्युमेंट फाइल कर सकती है। इस पर तेजी से काम जारी है। सूत्रों ने बताया कि सिंगापुर से पाइन लैब्स का बेस भारत में ट्रांसफर करने की फॉर्मेलिटीज पूरी होने के बाद, कंपनी जल्द से जल्द भारतीय कैपिटल मार्केट में एंट्री करना चाहती है। बैंकरों का कहना है​ कि कंपनी का लक्ष्य अगस्त तक शेयर बाजार में लिस्ट होने का है। पाइन लैब्स गिफ्टिंग और क्रेडिट के अलावा ई-कॉमर्स और रिटेल मर्चेंट्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन गेटवे सर्विसेज उपलब्ध कराती है।

कंपनी के IPO के लिए एक्सिस कैपिटल, सिटी, मॉर्गन स्टेनली, जेफरीज और जेपी मॉर्गन को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है। सूत्रों ने बताया कि पाइन लैब्स का IPO, साल 2021 में आए पेटीएम के 20 अरब डॉलर से ज्यादा के IPO के बाद पेमेंट स्पेस में सबसे बड़ा IPO रह सकता है।

कितनी रह सकती है वैल्यूएशन

हालांकि पाइन लैब्स ने अभी तक अपनी वैल्यूएशन तय नहीं की है। बैंकरों ने कहा कि कंपनी अपने पिछले फंडिंग राउंड की तुलना में बहुत ज्यादा प्रीमियम की मांग नहीं कर सकती है। कंपनी के आखिरी फंडिंग राउंड में वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर थी। अप्रैल 2024 में बैरन फंड्स ने पाइन लैब्स की वैल्यूएशन को 5.8 अरब डॉलर आंका था, जबकि इनवेस्को ने इसे 4.8 अरब डॉलर रखा था।

Shreeji Shipping Global लाएगी IPO, सेबी के पास दाखिल किए कागजात

एक बैंकर ने कहा, "ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल होने के बाद कंपनी अपना रोड शो शुरू करेगी और इससे वैल्यू डिस्कवरी की प्रक्रिया में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य निवेशकों के लिए पैसे छोड़ना है।" ऐसे में पाइन लैब्स की वैल्यूएशन लगभग 6-8 अरब डॉलर (50,000-70,000 करोड़ रुपये) हो सकती है, जिससे यह 1.2-1.5 अरब डॉलर का IPO बन जाएगा।

किस-किस का लगा है पैसा

पाइन लैब्स में प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स, वेंचर कैपिटल और विदेशी फंड्स ने पैसा लगा रखा है। इनमें पीक XV, पेपाल वेंचर्स, अल्फा वेव ग्लोबल, टेमासेक और मास्टरकार्ड जैसे नाम शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि मौजूदा निवेशक IPO में कंपनी का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा बेच सकते हैं। पाइन लैब्स के IPO में नए शेयर भी रह सकते हैं। ट्रैक्सन के अनुसार, पाइन लैब्स ने 2009 से अब तक 14 राउंड में लगभग 1.32 अरब डॉलर जुटाए हैं।



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'गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर नहीं होगी': अमित शाह और योगी के महाकुंभ स्नान पर ये क्या बोल गए खड़गे? BJP ने बताया हिंदू विरोधी

Mallikarjun Kharge Dig at Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (27 जनवरी) को प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। इसके थोड़ी देर बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक रैली के दौरान पूछा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी समाप्त हो जाएगी? उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं में कैमरे के समक्ष डुबकी लगाने की होड़ मची है। खड़गे के इस बयान पर बवाल मच गया है। बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को 'हिंदू विरोधी' करार दिया है।

मध्य प्रदेश के इस शहर में 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि बीजेपी नेता तब तक डुबकी लगाते रहते हैं जब तक कि यह कैमरे पर अच्छा न लगे (अच्छी तरह से फिल्माया न जा सके)। हालांकि उन्होंने जोर दिया कि वह यह कहकर किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को उनकी टिप्पणी से ठेस पहुंची हो तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।

पीटीआई के मुताबिक खड़गे ने कहा, "(नरेंद्रद्र) मोदी के झूठे वादों के जाल में मत फंसिए। क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म हो जाती है? क्या इससे आपका पेट भर जाता है? मैं किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठाना चाहता। अगर किसी को बुरा लगा हो तो मैं माफी मांगता हूं।"

कांग्रेस प्रमुख ने आगे कहा, "लेकिन मुझे बताइए, जब एक बच्चा भूख से मर रहा है, स्कूल नहीं जा रहा है, मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा है, ऐसे समय में ये लोग हजारों रुपये खर्च कर रहे हैं और (गंगा में) डुबकी लगाने की होड़ में लगे हैं।"

उन्होंने कहा कि वे तब तक डुबकी लगाते रहते हैं जब तक कि यह कैमरे पर अच्छा न दिखने लगे। खड़गे ने कहा, "ऐसे लोग देश का भला नहीं कर सकते। हमारी आस्था भगवान में है, लोग हर दिन घर में पूजा करते हैं। सभी महिलाएं पूजा करने के बाद अपने घरों से बाहर निकलती हैं। इसमें कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन हमें धर्म के नाम पर गरीबों के शोषण से समस्या है।"

अमित शाह द्वारा प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले के दौरान त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के कुछ घंटों बाद कांग्रेस प्रमुख की यह टिप्पणी आई। कुछ शीर्ष संतों के साथ शाह ने दोपहर करीब एक बजे डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अलग से डुबकी लगाई। गृह मंत्री ने जूनापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज और कुछ अन्य शीर्ष संतों के साथ बातचीत भी की।

ये भी पढ़ें- Maha Kumbh 2025: प्रयागराज पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, त्रिवेणी संगम में लगाई पवित्र डुबकी, ICC प्रमुख जय शाह भी रहे मौजूद

BJP ने किया पलटवार

BJP नेता संबित पात्रा ने अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं पर कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणी का तुरंत जवाब देते हुए इस पुरानी पार्टी को 'हिंदू विरोधी' करार दिया। पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "सनातन के खिलाफ इस तरह का बयान बेहद शर्मनाक है। कांग्रेस हिंदुओं और सनातन की भावनाओं का मजाक उड़ा रही है। पूरी कांग्रेस को खड़गे की टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।" इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी खड़गे का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "कांग्रेस हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों करती है?"



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Capital Goods Stocks: कैपिटल गुड्स शेयरों की जोरदार पिटाई, 6 महीनों में 30-40% आया करेक्शन, आखिर गिरावट की क्या वजह

Capital Goods Stocks:  कैपिटल गुड्स शेयरों की जोरदार पिटाई चल रही है। पिछले 6 महीनों में कैपिटल गुड्स शेयर 30-40% तक का करेक्शन दिखा चुका है। 27 जनवरी 2025 को कैपिटल गुड्स शेयरों में भारी दबाव देखने को मिला। इस सेक्टर से जुड़े शेयरों में 4-6 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। आखिर कैपिटल गुड्स शेयरों में दिक्कत है ? आइए डालते है एक नजर।

दरअसल कैपिटल गुड्स कंपनियों के वैल्युशन महंगे हो चले थे। कैपिटल गुड्स इंडेक्स का PE 43X पर पहुंच गए है। भारत की इकोनॉमी में मंदी (India Economy Recession) के संकेत हैं और आगे भी अर्निंग पर असर दिख सकता है। जिसके कारण भी कैपिटल गुड्स शेयरों में दबान देखने को मिल रहा है।

वहीं सरकारी, प्राइवेट कैपेक्स कम हो रहा है। बजट में मिले पैसे भी पूरी तरह से खर्च नहीं हुए है। ऐसे में अब बाजार की नजर बजट पर रहने वाली है।

BSE कैपिटल गुड्स इंडेक्स का प्रदर्शन

BSE कैपिटल गुड्स इंडेक्स का प्रदर्शन पर नजर डालें तो 1 दिन में BSE कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 1.77 फीसदी की गिरावट देखने को मिली जबकि 1 महीने में 0.1 फीसदी की मामूली बढ़त रही। वहीं 3 महीने में BSE कैपिटल गुड्स इंडेक्स 0.07 फीसदी चढ़ा। जबकि 6 महीनों में इसमें 1.75 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।

कैपिटल गुड्स शेयरों में आज गिरावट

27 जनवरी के कारोबार में केयंस का शेयर 6 फीसदी, टीटागढ़ रेल, CG पावर, सुजलॉन, आइनॉक्स विंड के शेयरों में 5 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। वहीं हनीवेल, थर्मैक्स, HAL और टिमकेन के शेयर 4 फीसदी तक  की गिरावट के लेकर बंद हुए।

कैपिटल गुड्स गिरावट से बचे

हालांकि अगर पिछले 3 महीनों की बात करें तो कुछ ऐसे भी कैपिटल गुड्स शेयर रहें जिनमें बढ़त देखने को मिली। भारत डायनॉमिक्स ने पिछले 3 महीनों में 15 फीसदी की तेजी दिखाई है। जबकि L&T में 3 फीसदी और एनबीसीसी में 1 फीसदी की बढ़त रही।

6 महीने की गिरावट

6 महीने में टीटागढ़ा वैगन में 43 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। जबकि BHEL का शेयर 37 फीसदी लुढ़का। वहीं फिनोलेक्स में 37 फीसदी, कोरोमंडलम में 34 फीसदी और ग्राइंडवैल नॉर्टन में 34 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।

South Indian Bank में आपको भी हो रहा घाटा, क्या आने वाली है स्टॉक में और भी गिरावट? जानें एक्सपर्ट की राय

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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India Budget 2025: वित्तमंत्री ने डिसइनवेस्टमेंट का टारगेट बढ़ाया तो ये PSU स्टॉक्स बन जाएंगे रॉकेट

स्टॉक मार्केट्स की नजरें यूनिन बजट में डिसइनवेस्टमेंट के टारगेट पर लगी हैं। 2020 से ही सरकार का डिसइनवेस्टमेंट यूनियन बजट में तय टारगेट से कम रहा है। 1 फरवरी को सरकार डिसइनवेस्टमेंट का व्यावहारिक टारगेट तय कर सकती है। यह यूनियन बजट 2022 और 2023 में तय डिसइनवेस्टमेंट के टारगेट से कम रह सकता है। यूबीएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस वित्त वर्ष में डिसइनवेस्टमेंट से सरकार अब तक सिर्फ 9,000 करोड़ रुपये जुटा पाई है। यह 50,000 करोड़ रुपये के टारगेट से काफी कम है।

डिसइनवेस्टमेंट का टारगेट बढ़ने की उम्मीद कम

इस वित्त वर्ष में सरकार ने GIC, Cochin Shipyard और Hindustan Zinc में अपनी हिस्सेदारी बेची है। सरकार ने इसके लिए ऑफर फॉर सेल (OFS) रूट का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा सरकार को स्पेसिफायड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया में हिस्सेदारी की बिक्री से पैसे मिले हैं। एनालिस्ट्स का मानना है कि 1 फरवरी को सरकार डिसइनवेस्टमेंट का बड़ा टारगेट तय नहीं करेगी। ज्यादातर एनालिस्ट्स का मानना है कि टारगेट 30,000-60,000 करोड़ रुपये के बीच रह सकता है।

30000 करोड़ का टारगेट तय हो सकता है

विदेशी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने कहा कि है कि सरकार डिसइनवेस्टमेंट के लिए करेंट फाइनेंशियल ईयर जितना टारगेट तय कर सकती है। UBS का कहना है कि डिसइनवेस्टमेंट का टारगेट घटाने का सरकार का ट्रेंड यूनियन बजट 2025 में भी जारी रह सकता है। सरकार 30,000 करोड़ रुपये का टारगेट तय कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह लगातार पांचवां साल होगा, जब सरकार के डिसइनवेस्टमेंट टारगेट में कमी देखने को मिलेगी।

इन कंपनियों पर होगा फोकस

यूबीएस ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष में सरकार का फोकस NMDC Steel, IDBI Bank, Shipping Corporation और BEML जैसी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने पर हो सकता है। अगल वित्त वर्ष के डिसइनवेस्टमेंट के टारगेट को हासिल करने में इन कंपनियों का बड़ा योगदान हो सकता है। इस महीने की शुरुआत में मनीकंट्रोल ने बताया था कि IDBI Bank के लिए ड्यू डिजिलेंस की प्रक्रिया जारी है। इसके बाद सरकार IDBI Bank में 60.7 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए संभावित खरीदारों से बोलियां आमंत्रित करेगी।

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इन शेयरों में बीते छह महीनों में बड़ी गिरावट

IDBI Bank के शेयर 27 जनवरी को 3.79 फीसदी चढ़कर 79.70 रुपये पर बंद हुए। बीते छह महीनों में यह स्टॉक 23 फीसदी गिरा है। NMDC Steel के शेयर 27 जनवरी को 3.89 फीसदी गिरकर 38 रुपये पर बंद हुए। बीते छह महीनों में यह स्टॉक करीब 34 फीसदी लुढ़का है। Shipping Corporation का शेयर 27 जनवरी को 4.97 फीसदी क्रैश कर गया। यह स्टॉक बीते छह महीनों में 34 फीसदी लुढ़का है। BEML का शेयर 27 जनवरी को 5.56 फीसदी गिरकर 3,435 रुपये पर बंद हुआ। बीते छह महीनों में यह स्टॉक करीब 26 फीसदी लुढ़का है।



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Sunday, January 26, 2025

Saif Ali Khan: सुलझ नहीं रही है सैफ के हमले की गुत्थी, पांच अनसुलझे सवाल जिनके अबतक नहीं मिले जवाब

Saif Ali Khan Case : पांच साल पहले बॉलीवुडे के उभरते सितारे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। साल 2020 में 14 जून के दिन सुशांत सिंह राजपूत ने भी मुंबई स्थित घर पर फांसी लगा ली थी। सुशांत सिंह राजपूत के फैन्स को आज भी लगता है कि उनका मर्डर हुआ था। फैन्स अभी भी न्याय की मांग कर रहे हैं। आज तक, उनकी मौत के इर्द-गिर्द की परिस्थितियाँ रहस्य में डूबी हुई हैं। सीबीआई सहित पांच अलग-अलग कानूनी एजेंसियों द्वारा जांच के बावजूद, उनके मौत को लेकर आज भी कई सवाल अनसुलझे हैं। सुशांत के मौत मामले और हाल ही में सैफ अली खान पर हुए हमले पर तुलनात्मक नज़र डालने से चौंकाने वाली समानताएं सामने आती हैं।

सुशांत और सैफ अली खान दोनों ही बॉलीवुड के जाने-माने सितारों शामिल हैं। दोनों के मामलों में अनगिनत षड्यंत्र की थ्योरी को जन्म दिया है और दोनों ने ही जांच एजेंसियों को जांच के दायरे में ला खड़ा किया है। सैफ अली खान पर हमले के दस दिन बाद, पुलिस की कहानी पर शक उभर कर सामने आए हैं। न केवल विपक्षी दलों से बल्कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने भी सैफ अली खान के मामले में सवाल उठाए हैं। सैफ अली खान के मामले से जुड़े वो पांच सवाल जिनके अब तक नहीं मिले जवाब

  • 1.क्या हिरासत में लिया गया बांग्लादेशी व्यक्ति असली अपराधी है?

घटना के दिन जारी की गई संदिग्ध हमलावर की सीसीटीवी तस्वीर और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के लुक में काफी अंतर है। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति युवा और गोरा दिखाई दे रहा है, जबकि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति उम्र में बड़ा और सांवला दिख रहा है। इसके अलावा, उनके चेहरों की अन्य विशेषताएं भी मेल नहीं खाती हैं। पुलिस का यह दावा कि आरोपी शरीफ़ुल हमले के बाद दूसरे राज्य भागने के बजाय ठाणे के मैंग्रोव में छिपा था, यह भी शक पैदा करता है। पुलिस पर इस मामले को जल्दी सुलझाने का दबाव है और यही वजह है कि हम सिर्फ उम्मीद कर सकते हैं कि पुलिस ने कोई जल्दबाजी में गलती नहीं की हो।

  • आरोपी ने बेहद सेफ घर में कैसे घुसपैठ की?

सैफ की बिल्डिंग में अंदर और बाहर दोनों जगह सीसीटीवी निगरानी रहती है और यहां कुछ विदेशी राजनयिक भी रहते हैं, जिससे यह जगह बेहद सुरक्षित मानी जाती है। इसके अलावा, सैफ के फ्लैट में प्रवेश करने के लिए बायोमेट्रिक स्कैन की जरूरत होती है। पुलिस का कहना है कि शरीफ़ुल ने बिल्डिंग के डक्ट पर चढ़कर बाथरूम की खिड़की से अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कई लोग इसे 'स्पाइडरमैन' जैसी फिल्म के सीन से जोड़ रहे हैं। आरोपी का कहना है कि उसे नहीं पता था कि यह सैफ का घर था। फिर भी, उसने 11वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट को क्यों चुना? जबकि निचली मंजिलों पर भी फ्लैट्स थे, इस पर भी संदेह है।

  • चोरी का असली मकसद क्या था?

सैफ की पत्नी करीना कपूर ने कहा कि हमलावर ने, उनके ज्वैलरी को हाथ तक नहीं लगाया गया जबकि वे साफ-साफ वहीं पर दिख रहे थे। इसके बजाय हमलावर ने उनकी नौकरानी को चाकू दिखाकर धमकाया और 1 करोड़ की मांग की। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति घबराए बिना शांति से सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए दिखाया गया। इससे कुछ लोगों को हैरानी हुई कि क्या यह चोरी का मला था या फिर कहानी में कुछ और बात छिपी है।

  • हेक्साब्लेड या चाकू?

सैफ की नौकरानी ने पहले बताया था कि हमलावर हेक्साब्लेड (एक तरह का तेज़ ब्लेड) लेकर आया था, लेकिन सैफ के जख्मों से यह लगता है कि हमलावर ने चाकू का इस्तेमाल किया था। कुछ चाकू के टुकड़े भी बरामद किए गए हैं और शरीफ़ुल ने भी यह स्वीकार किया कि उसने चाकू का इस्तेमाल किया था। इन सभी मिलते-जुलते और विरोधी बयान से हमले में इस्तेमाल हुए हथियार को लेकर भ्रम और बढ़ गया है।

  • सैफ अली खान का जल्दी ठीक होना

सैफ अली खान की अस्पताल से बाहर निकलते हुए फुटेज ने लोगों को चौंका दिया, क्योंकि सिर्फ पाँच दिन बाद ही वह पूरी तरह से स्वस्थ दिखाई दे रहे थे। उनके हाथ में एक काली पट्टी थी, लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति का कोई संकेत नहीं था जिसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था और खून से लथपथ बताया गया था। इस पर कई सवाल उठने लगे हैं। शिवसेना नेता संजय निरुपम और भाजपा मंत्री नितेश राणे ने पूछा कि क्या सैफ पर हुआ हमला असली था या इसे बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया था।

पुलिस की जांच अभी भी जारी है। पुलिस को आरोपी के कपड़े और सैफ के खून का मिलान करने के लिए फिंगरप्रिंट और खून के सैंपल का टेस्ट कराना बाकी है। जब तक पुलिस अपने बयान को साबित करने के लिए ठोस सबूत नहीं देती, तब तक मीडिया, यूट्यूबर्स और राजनेताओं द्वारा चलाए जा रहे कयासों और बिना आधार के थ्योरी से यह मामला और बढ़ेगा। अब बस समय ही बताएगा कि सैफ अली खान की कहानी की असल सच्चाई क्या है, या फिर यह एक और अनसुलझी गुत्थी बनकर रह जाएगी।



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दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल पर आरोप तय, जानें मार्शल लॉ लागू करने के लिए कितने साल की होगी जेल

South Korea News: दक्षिण कोरिया के मुख्य विपक्षी दल ने बताया कि राष्ट्रपति यून सुक-योल पर 3 दिसंबर को मार्शल लॉ लागू करने के साथ विद्रोह का नेतृत्व करने के आरोप में अभियोग लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरियाई अभियोजकों ने रविवार (26 जनवरी) को महाभियोग लगाए गए राष्ट्रपति यून पर पिछले महीने विवादास्पद और अल्पकालिक मार्शल लॉ लागू करने के मामले में अभियोग लगाया। सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट प्रॉसिक्यूटर्स के कार्यालय ने यून पर 3 दिसंबर के उनके आदेश से जुड़े कथित विद्रोह के लिए अभियोग लगाया, जिससे देश में बड़े पैमाने पर राजनीतिक उथल-पुथल मच गई।

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के लिए ये आरोप अभूतपूर्व हैं। अगर दोषी पाए जाते हैं, तो यून को अपने चौंकाने वाले मार्शल लॉ के आदेश के लिए कई साल जेल की सजा हो सकती है। इसमें राजनीतिक और संसदीय गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने और मीडिया को नियंत्रित करने की बात कही गई है। अभियोग की रिपोर्ट दक्षिण कोरियाई मीडिया ने दी है।

उनके इस कदम से एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अमेरिका के एक शीर्ष सहयोगी में राजनीतिक उथल-पुथल की लहर दौड़ गई। इसमें प्रधानमंत्री पर भी महाभियोग लगाया गया और उन्हें सत्ता से निलंबित कर दिया गया। कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों पर कथित विद्रोह में उनकी भूमिका के लिए आरोप लगाया गया।

भ्रष्टाचार विरोधी जांचकर्ताओं ने पिछले सप्ताह जेल में बंद यून पर आरोप लगाने की सिफारिश की थी। उन पर संसद ने महाभियोग लगाया था और 14 दिसंबर को उन्हें उनके कर्तव्यों से निलंबित कर दिया गया था।

पूर्व में शीर्ष अभियोजक रहे यून 15 जनवरी को गिरफ्तार होने वाले पहले राष्ट्रपति बनने के बाद से ही एकांत कारावास में हैं। उनके सुरक्षा दल और गिरफ्तार करने वाले अधिकारियों के बीच कई दिनों तक चली सशस्त्र मुठभेड़ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।

यून के वकीलों ने अभियोजकों से आग्रह किया था कि वे उन्हें अवैध हिरासत से तुरंत रिहा करें। विद्रोह उन कुछ आपराधिक आरोपों में से एक है, जिनसे दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को छूट नहीं मिलती है। इसके लिए आजीवन कारावास या मृत्युदंड का प्रावधान है। हालांकि दक्षिण कोरिया ने दशकों से किसी को भी मृत्युदंड नहीं दिया है।

3 दिसंबर, 2024 को यून ने अल्पकालिक मार्शल लॉ की घोषणा की थी। इसके बाद और 14 दिसंबर को उन पर लगे महाभियोग के बाद से दक्षिण कोरिया राजनीतिक अनिश्चितता का सामना कर रहा है।

पुलिस ने किया गिरफ्तार

यून सुक-योल को पुलिस अधिकारियों ने 15 जनवरी को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया था। यून सुक-योल देश के आधुनिक इतिहास में गिरफ्तार होने वाले पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। वह देश के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्हें अल्पकालिक मार्शल लॉ लागू करने के कारण गिरफ्तार किया गया है।

ये भी पढ़ें- Maha Kumbh 2025: प्रयागराज पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव, संगम में लगाई 11 पवित्र डुबकी, योगी सरकार से कर दी बड़ी मांग

जानकारी के अनुसार, दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति निवास की सुरक्षा करने वाली एक सैन्य इकाई ने पुलिस और भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी (सीआईओ) के अधिकारियों को राष्ट्रपति निवास में प्रवेश की मंजूरी दी थी। यह कदम इसलिए उठाया गया, ताकि महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक योल को गिरफ्तार किया जा सके।



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Republic Day: गणतंत्र दिवस के मौके पर पीएम मोदी का हर लुक रहा खास, तस्वीरों में देखें पिछले 10 सालों का अंदाज

2024: प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल के गणतंत्र दिवस पर केसरिया, गुलाबी और पीले रंग की गुजराती बांधनी पगड़ी पहनी थी। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और भूरे रंग की सदरी पहनकर उन्होंने अपनी उपस्थिति को और भी खास बनाया।(image source: social media)2024: प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल के गणतंत्र दिवस पर केसरिया, गुलाबी और पीले रंग की गुजराती बांधनी पगड़ी पहनी थी। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और भूरे रंग की सदरी पहनकर उन्होंने अपनी उपस्थिति को और भी खास बनाया।(image source: social media) 2024: प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल के गणतंत्र दिवस पर केसरिया, गुलाबी और पीले रंग की गुजराती बांधनी पगड़ी पहनी थी। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और भूरे रंग की सदरी पहनकर उन्होंने अपनी उपस्थिति को और भी खास बनाया।(image source: social media)

2023: 2023 में प्रधानमंत्री मोदी ने लाल, गुलाबी, हरे और पीले रंग का राजस्थानी फेटा पहना। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग का कोट उनके लुक को और प्रभावी बना रहे थे।(image source: social media) 2023: 2023 में प्रधानमंत्री मोदी ने लाल, गुलाबी, हरे और पीले रंग का राजस्थानी फेटा पहना। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग का कोट उनके लुक को और प्रभावी बना रहे थे।(image source: social media)

2022: इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी पहनी थी, जिस पर ब्रह्म कमल का निशान था। यह टोपी उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करती थी।(image source: social media) 2022: इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी पहनी थी, जिस पर ब्रह्म कमल का निशान था। यह टोपी उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करती थी।(image source: social media)

2021: प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात की हलारी पगड़ी पहनी, जो लाल रंग की थी और पीले रंग की बूटियों से सजी हुई थी। इसे सफेद कुर्ता-पायजामा के साथ पहना गया था।(image source: social media) 2021: प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात की हलारी पगड़ी पहनी, जो लाल रंग की थी और पीले रंग की बूटियों से सजी हुई थी। इसे सफेद कुर्ता-पायजामा के साथ पहना गया था।(image source: social media)

2020: प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष के गणतंत्र दिवस पर केसरिया बांधनी प्रिंट पगड़ी पहनी थी, जो अपने जटिल डिजाइनों और गहरे रंगों से आकर्षक लग रही थी।(image source: social media) 2020: प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष के गणतंत्र दिवस पर केसरिया बांधनी प्रिंट पगड़ी पहनी थी, जो अपने जटिल डिजाइनों और गहरे रंगों से आकर्षक लग रही थी।(image source: social media)

2019: प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल पीले और लाल रंग की पगड़ी पहनी, जिसमें सुनहरी धारियां थीं। इसका डिज़ाइन शाही और भव्य था।(image source: social media) 2019: प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल पीले और लाल रंग की पगड़ी पहनी, जिसमें सुनहरी धारियां थीं। इसका डिज़ाइन शाही और भव्य था।(image source: social media)

2018: इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने मल्टीकलर की पगड़ी पहनी, जो उनके लुक को बेहद खास बना रही थी। यह पगड़ी उनके पारंपरिक भारतीय पहनावे के साथ मेल खा रही थी।(image source: social media) 2018: इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने मल्टीकलर की पगड़ी पहनी, जो उनके लुक को बेहद खास बना रही थी। यह पगड़ी उनके पारंपरिक भारतीय पहनावे के साथ मेल खा रही थी।(image source: social media)

2017: प्रधानमंत्री मोदी ने गुलाबी रंग की पगड़ी पहनी, जिसमें सफेद बॉर्डर था। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग की जैकेट उनके लुक को परफेक्ट बना रहे थे।(image source: social media) 2017: प्रधानमंत्री मोदी ने गुलाबी रंग की पगड़ी पहनी, जिसमें सफेद बॉर्डर था। इसके साथ सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग की जैकेट उनके लुक को परफेक्ट बना रहे थे।(image source: social media)

2016: इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने पीली पगड़ी पहनी, जो उनके व्यक्तित्व को और भी आकर्षक बना रही थी। इस पगड़ी ने गणतंत्र दिवस के मौके को खास बना दिया।(image source: social media) 2016: इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने पीली पगड़ी पहनी, जो उनके व्यक्तित्व को और भी आकर्षक बना रही थी। इस पगड़ी ने गणतंत्र दिवस के मौके को खास बना दिया।(image source: social media)

2015: प्रधानमंत्री मोदी ने मल्टीकलर बांधनी पगड़ी पहनी, जो उनके सिर पर बेहद आकर्षक लग रही थी। इसका डिज़ाइन पारंपरिक भारतीय कला का बेहतरीन उदाहरण था।(image source: social media) 2015: प्रधानमंत्री मोदी ने मल्टीकलर बांधनी पगड़ी पहनी, जो उनके सिर पर बेहद आकर्षक लग रही थी। इसका डिज़ाइन पारंपरिक भारतीय कला का बेहतरीन उदाहरण था।(image source: social media)

Republic Day 2025: जब पहले गणतंत्र दिवस पर खास मेहमान बने थे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति, जाने क्या है ये किस्सा



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Mutual Funds: 2024 में Equity MF में निवेश हुआ डबल, लेकिन 2025 के लिए आउटलुक सतर्क

Mutual Funds: इक्विटी म्यूचुअल फंडों में 2024 में लगभग चार लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ। यह राशि इससे पिछले साल के मुकाबले दोगुने से भी अधिक है, जो निवेशकों के मजबूत भरोसे को दिखाता है। साथ ही निवेशक अब सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये लंबी अवधि के निवेश को अधिक अहमियत दे रहे हैं। हालांकि, 2024 में मजबूत प्रदर्शन के बावजूद 2025 के लिए आउटलुक थोड़ा सतर्क नजर आ रहा है।

जर्मिनेट इन्वेस्टर सर्विसेज के को-फाउंडर और CEO संतोष जोसेफ ने कहा कि म्यूचुअल फंड उद्योग ने दिसंबर की शुरुआत से इक्विटी फंड प्रवाह में मंदी देखनी शुरू कर दी है। बाजार में बढ़ती अस्थिरता के चलते ऐसा देखने को मिल रहा है।

ऐतिहासिक रूप से, इक्विटी फंडों में निवेश बाजार के प्रदर्शन से जुड़ा रहा है, और बाजार की अनिश्चितता की अवधि में अक्सर निवेशक गतिविधियां कम हो जाती हैं। जोसेफ ने कहा कि ऐसे में 2025 में नए फंड की पेशकश और इक्विटी फंड जुटाने के मामले में सुस्ती देखी जा सकती है। हालांकि, संतोष जोसेफ ने कहा कि लंबे समय के निवेशक बाजार की स्थिरता आने पर इक्विटी मार्केट की संपत्ति बनाने की क्षमता से लाभ उठाते हुए अपनी निवेश यात्रा जारी रख सकते हैं।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के अनुसार, 2024 में इक्विटी और इक्विटी-ओरिएंटेड स्कीम्स में कुल निवेश 3.94 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 2023 के 1.61 लाख करोड़ रुपये की तुलना में काफी अधिक है।

इक्विटी निवेश में मजबूत वृद्धि ने म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी में योगदान दिया। दिसंबर 2024 तक AUM बढ़कर 30.57 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल के 21.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। इस वृद्धि का मुख्य कारण लगातार अच्छा बाजार प्रदर्शन, वित्तीय जागरूकता में सुधार और सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (SIPs) की बढ़ती लोकप्रियता है।

बजाज फिनसर्व AMC के CEO गणेश मोहन ने बताया कि खुदरा निवेशक अब इक्विटी को संपत्ति निर्माण का एक अहम उपकरण के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा, "बाजार के लगातार अच्छा प्रदर्शन और निवेश प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण ने इक्विटी म्यूचुअल फंड्स को निवेशकों के लिए और अधिक सुलभ बना दिया है, और SIPs का व्यापक उपयोग निवेश को बढ़ाने में मदद कर रहा है।"



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Saturday, January 25, 2025

Union Budget FY2025: मैरिड कपल को ज्वाइंट टैक्स रिटर्न फाइलिंग की इजाजत मिलनी चाहिए, जानिए इसके फायदें

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (ICAI) ने मैरिड कपल के लिए ज्वाइंट टैक्स फाइलिंग सुविधा शुरू करने की सलाह दी है। इससे पति-पत्नी सिंगल टैक्सेबेल यूनिट के रूप में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकेंगे। अमेरिका और इंग्लैंड में इस तरह की सुविधा पति-पत्नी को मिलती है। इससे बड़ी संख्या में टैक्सपेयर्स को फायदा होगा। अभी कई ऐसे परिवार हैं, जिनमें पति और पत्नी दोनों पैसे कमाते हैं। ऐसे लोगों को अलग-अलग इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना पड़ता है।

मैरिड कपल के लिए दोनों विकल्प होने चाहिए

चार्टर्ड अकाउंटेंट चिराग चौहान ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट डाला है। इसमें उन्होंने कहा है, "ICAI ने मैरिड कपल को ज्वाइंट इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की इजाजत देने का सुझाव दिया है।" टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि मैरिड कपल को ज्वाइंट या अलग-अलग रिटर्न फाइल करने का विकल्प दिया जा सकता है। इस सिस्टम से ऐसे परिवारों को काफी फायदा होगा, जिसमें पति और पत्नी दोनों की इनकम है। इससे परिवारों की समय की भी बचत होगी। कंप्लायंस भी बढ़ेगा।

मैरिड कपल के लिए अलग टैक्स स्लैब हो सकते हैं

ज्वाइंट इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग करने वाले मैरिड कपल के लिए टैक्स के अलग स्लैब हो सकते हैं। इसमें 6 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स से छूट मिलनी चाहिए। 6-14 लाख रुपये सालाना इनकम पर 5 फीसदी टैक्स लगना चाहिए। 14-20 लाख रुपये सालाना इनकम पर 10 फीसदी टैक्स होना चाहिए। 20-24 लाख इनकम पर 15 फीसदी टैक्स होना चाहिए। 24-30 लाख रुपये सालाना इनकम पर 20 फीसदी टैक्स होना चाहिए। 30 लाख रुपये से ज्यादा इनकम पर 30 फीसदी टैक्स लगना चाहिए।

ज्वाइंट रिटर्न फाइलिंग के ये होंगे फायदें

टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्वाइंट टैक्स रिटर्न फाइलिंग से परिवारों की कुल टैक्स लायबिलिटी में कमी आएगी। अमेरिका जैसे देशों में यह सिस्टम लागू है। इससे लोगों को इनकम टैक्स के मामले में काफी आसानी होती है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंडिया में इसे तुरंत लागू करना मुमकिन नहीं है। इसके लिए सरकार को वक्त चाहिए। इसकी वजह यह है कि इसके लिए इनकम टैक्स एक्ट में बदलाव करने होंगे। स्लैब, टैक्स रेट्स, डिडक्शन, एग्जेम्प्शन के नियमों में भी बदलाव करने होंगे।

यह भी पढ़ें: Budget 2025-26: इनकम टैक्स घटने की उम्मीद से उत्साहित हैं टैक्सपेयर्स, लेकिन इन देशों में तो टैक्स ही नहीं लगता है

टैक्स कंप्लायंस बढ़ाने में भी मिलेगी मदद

सरकार इनकम टैक्स के नियमों को आसान बनाने की कोशिश कर रही है। सरकार इनकम टैक्स एक्ट में भी व्यापक बदलाव करने वाली है। ऐसे में इनकम टैक्स के नए सिस्टम में कपल के लिए ज्वाइंट रिटर्न फाइलिंग की सुविधा शुरू की जा सकती है। इससे कंप्लायंस बढ़ेगा, जिससे सरकार की इनकम भी बढ़ेगी। सरकार टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को टैक्स नेट के तहत लाना चाहती है।



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Friday, January 24, 2025

Amul Milk Price: अमूल ने घटाई दूध की कीमत, अब इतना कम चुकाना होगा दाम

Amul Reduce Milk Price: अमूल ने दूध की कीमतों में कटौती कर दी है। दूध की कीमतों में 1 रुपया प्रति लीटर की कटौती कर दी है। ये कटौती सिर्फ गुजरात राज्य में की गई है। गुजरात की डेयरी सेक्टर की दिग्गज कंपनी अमूल ने अपने प्रमुख दूध उत्पादों की कीमतों में कटौती का ऐलान किया है। अमूल गोल्ड, अमूल फ्रेश, और अमूल टी स्पेशल के 1 लीटर पाउच की कीमतों में 1 रुपये की कमी की गई है। यह पहली बार है जब अमूल ने दूध की कीमतें बढ़ाने के बाद कम कही है। इससे पहले अमूल ने जून 2024 में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की थी।

अमूल दूध के नए रेट और पुरानी कीमतें (Amul Milk New and Old Price)

अमूल गोल्ड - अब 65 रुपये प्रति लीटर (पहले 66 रुपये)।

अमूल फ्रेश - अब 53 रुपये प्रति लीटर (पहले 54 रुपये)।

अमूल टी स्पेशल: अब 61 रुपये प्रति लीटर (पहले 62 रुपये)।

अमूल का कीमत घटाने का कारण

हालांकि कंपनी ने कीमत घटाने के पीछे कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि यह कदम ग्राहकों को राहत देने और बाजार में कंपिटिशन से निपटने के लिए उठाया गया है। डेयरी सेक्टर में बढ़ता कंपिटिशन और ग्राहकों की जरूरतों को देखते हुए अमूल ने यह फैसला किया है।

ग्राहकों को मिलेगी राहत

दूध की कीमतों में इस कटौती से आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी। खासतौर पर उन परिवारों को, जो रोजाना बड़ी मात्रा में दूध का इस्तेमाल होता है। अमूल के यह उत्पाद न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश में लाखों घरों में उपयोग किए जाते हैं। अमूल देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनियों में से एक है। दूध की कीमतों में यह कटौती ग्राहकों और बाजार दोनों के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। अमूल का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब फूड प्रोडक्ट की कीमतों में बढ़ोतरी और महंगाई के चलगे लोग परेशान है।

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Credit Card: अगर आपके पास भी है क्रेडिट कार्ड तो हो जाएं सावधान, ये छोटी गलतियां पड़ेगी भारी

आजकल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल काफी आम हो गया है। ज्यादातर लोग शॉपिंग और पैसों के लेन-देन के लिए क्रेडिट कार्ड का ही इस्तेमाल करते हैं। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके लोग डिस्काउंट, रिवार्ड्स पॉइंट्स और कई तरह के ऑफर्स का फायदा उठा सकते हैं। क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे फायदे तो होते हैं लेकिन कुछ गलतियां करने पर यह नुकसान भी कर सकता है।

क्रेडिट कार्ड के बिल को आपको हर महीने भरना पड़ता है। कई लोगों को क्रेडिट कार्ड के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है, जिससे वे अनजाने में कुछ गलतियां कर बैठते हैं। बाद में उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ता है। अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह जरूरी है कि आप इसके कुछ जरूरी बातों को समझें। इस आर्टिकल में हम आपको क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जिससे आप सही तरीके से इसका उपयोग कर सकें।

क्रेडिट कार्ड लिमिट का रखें ध्यान

हर क्रेडिट कार्ड की एक लिमिट होती है, जिसका मतलब है कि आप उसे लिमिट से ज्यादा खर्च नहीं कर सकते। आपको अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का केवल 30 प्रतिशत ही इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आप इस लिमिट से ज्यादा खर्च करते हैं, तो इससे आपका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है।

समय पर बिल जमा करें

अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं भरते, तो इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है तो भविष्य में लोन लेने में आपको समस्या हो सकती है। लोन अगर मिल भी जाता है तो इसका ब्याज दर काफी ज्यादा होता है।

इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन से बचें

आपको अपने क्रेडिट कार्ड से इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन करने से बचना। ऐसा करने पर आपको कई तरह के चार्जेज लग सकते हैं जैसे फॉरेन करंसी ट्रांजैक्शन फीस।

क्रेडिट कार्ड को बंद करवाना

अगर आप दो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं और एक को बंद करना चाहते हैं, तो उसे तुरंत बंद ना करें। बल्कि उस कार्ड को एक्टिव रखें, बस उसका इस्तेमाल न करें। क्रेडिट कार्ड बंद करने से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो बढ़ सकता है, जो आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर डाल सकता है।

क्रेडिट कार्ड का बिल

क्रेडिट कार्ड के बिल को हमेशा समय पर भरना चाहिए। क्रेडिट कार्ड के बिल में दो ऑप्शन होते हैं, टोटल ड्यू और मिनिमम ड्यू। आपको हमेशा टोटल ड्यू भरना चाहिए। अगर आप केवल मिनिमम ड्यू भरते हैं, तो उस पर उच्च ब्याज लगाया जाएगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है।

बजट के बाद हफ्ते में 5 दिन खुलेंगे बैंक? ब्रांच खुलने और बंद होने का ये होगा नया टाइम



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Thursday, January 23, 2025

बजट के बाद हफ्ते में 5 दिन खुलेंगे बैंक? ब्रांच खुलने और बंद होने का ये होगा नया टाइम

Budget 5 Days Working in Bank: क्या बजट में बैंक कर्मचारियों को राहत मिलेगी? क्या सरकार बजट में बैंकों को पांच दिन खुले रहने का ऐलान करेगी? बैंक कर्मचारी काफी लंबे समय सरकार से पांच दिन वर्किंग किये जाने की मांग कर रहे हैं। ये एक बड़ा सवाल काफी समय से करोड़ों बैंक ग्राहकों और बैंक कर्मचारियों के मन में कि क्या सरकार बैंकों को हफ्ते में 2 दिन छुट्टी देगा? अगर ऐसा होता है तो बैंको को रोजाना ब्रांच में 40 मिनट एक्स्ट्रा काम करना होगा। अभी तक बैंकों में पहले और तीसरे शनिवार काम होता है। दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं। बैंकों में 5 दिन काम करने को लेकर बैंक कर्माचारी एसोसिएशन, RBI और सरकार के अधिकारियों के बीच कई बार चर्चा हुई है। हालांकि, अब देखना होगा कि सरकार बजट में इस पर ऐलान करेगी या नहीं?

क्या बजट के बाद बैंकों में हफ्ते में 5 दिन होगा काम?

अभी तक देश में सभी रविवार, दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद होते हैं। बैंकों को एक शनिवार छोड़कर छुट्टी मिलती है। यानी, एक शनिवार काम करना होता है और अगला शनिवार वर्किंग होता है। बैंक कर्मचारी और बैंक यूनियन लंबे समय से हफ्ते में 5 दिन काम वाला हफ्ता करने की मांग कर रही है। यानी सोमवार से शुक्रवार बैंकों में काम हो और सभी शनिवार और रविवार बैंकों में छुट्टी होगी। यानी, बैंक कर्मचारी महीने में 6 छुट्टी की जगह 8 छुट्टी की मांग कर रहे हैं। इसके लिए बैंक कर्मचारी यूनियनों और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के बीच सहमति बन चुकी है। अब ये पूरा मामला सरकार और RBI के पास पेंडिंग है।

क्या बजट के बाद प्राइवेट-पब्लिक सेक्टर बैंकों की बैंक ब्रांच खुलने और बंद होने का ये होगा नया टाइम?

रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है, तो बैंकिंग घंटों में 40 मिनट बढ़ जाएंगे। ऐसा होने पर बैंक शाखाएं सुबह 9:45 बजे से खुलेंगी। जो अभी 10 बजे पब्लिक डीलिंग के लिए खुल जाती है। यानी, अपने रेगुलर टाइम से 15 मिनट पहले बैंक ब्रांच पब्लिक के लिए खुल जाएगी। शाम में बैंक ब्रांच 5:30 बजे तक बंद होगी। जो अभी 5 बजे तक खुली रहती है। अभी ज्यादातर बैंक 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक पब्लिक डीलिंग के लिए खोले जाते हैं। यूनियनों का कहना है कि 5 दिन वर्किंग लागू होने से कस्टमर सर्विस पर असर नहीं पड़ेगा। बैंक कर्मचारियों के कामकाज के घंटों को प्रतिदिन करीब 40 से 45 मिनट तक बढ़ाया जा सकता है।

सरकार की मंजूरी मिलना बाकी

मार्च 2024 में IBA और बैंक यूनियनों के बीच 9वां जॉइंट नोट साइन हुआ है। इसमें हफ्ते में 5 दिन वर्किंग का प्रस्ताव हालांकि, अभी बैंक सिर्फ 5 दिन खुलेंगे इसे लागू करने के लिए वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी आवश्यक है। बैंक कर्मचारी ऐसी उम्मीद कर रहे है कि सरकार बजट में 5 दिन वर्किंग का ऐलान करेगी।

सरकार 1 फरवरी को पेश करेगी बजट

केंद्र की मोदी सरकार 1 फरवरी 2025 को अपना बजट पेश करेगी। ये बजट मोदी सरकार के तीसरे टर्म का पहला पूर्ण बजट होगा। ये बजट संसद में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी।

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Wednesday, January 22, 2025

Wheat Farming Tips: गेहूं की दूसरी सिंचाई कैसे और कब करें? जानें सही तरीका, होगी बंपर पैदावार

Wheat Farming Tips: गेहूं की फसल के लिए सिंचाई कृषि के लिए बहुत जरूरी है। यह फसल की वृद्धि में मदद करती है और अच्छी पैदावार सुनिश्चित करती है। जनवरी महीने में किसान गेहूं की अगेती फसल की दूसरी सिंचाई कर रहे हैं। हालांकि इस समय कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है। यदि सिंचाई सही तरीके से नहीं की जाती तो फसल को नुकसान हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक दूसरी सिंचाई हल्की करनी चाहिए ताकि खेत में पानी का भराव न हो। ज्यादा पानी देने से मिट्टी नरम हो जाती है और जड़ों की पकड़ कमजोर हो सकती है जिससे फसल गिरने का खतरा बढ़ जाता है।

सिंचाई का सही समय भी बहुत अहम है। शाम के समय सिंचाई करना सबसे अच्छा होता है क्योंकि इस समय हवा की गति कम रहती है और पानी मिट्टी में अच्छे से समा जाता है। इस तरह सही तरीके से सिंचाई करने से गेहूं की फसल अच्छी और स्वस्थ रहती है।

गेहूं की दूसरी सिंचाई का सही समय

लोकल 18 से बात करते हुए कृषि विशेषज्ञ डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि नवंबर के आखिरी हफ्ते या दिसंबर में बोई गई गेहूं की फसल में दूसरी सिंचाई का समय अब सही है। यह समय फसल के लिए सबसे अच्छा होता है और सही तरीके से सिंचाई करने पर बेहतर उत्पादन हासिल किया जा सकता है।

हल्की सिंचाई का महत्व

दूसरी सिंचाई के दौरान यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि सिंचाई हल्की हो। अधिक पानी से बचें क्योंकि इससे मिट्टी में जलभराव हो सकता है जिससे जड़ों को नुकसान पहुंचेगा। ज्यादा पानी देने से मिट्टी नरम हो जाती है और जड़ों की पकड़ कमजोर हो जाती है। इसके कारण हल्की हवा भी फसल को गिरा सकती है जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है।

सिंचाई करते समय जरूरी सावधानियां

सिंचाई करते समय किसानों को यह ध्यान रखना चाहिए कि पानी सिर्फ मिट्टी को गीला कर सके, न कि पानी खेत में भर जाए। अगर जलभराव हो गया तो इससे फसल को काफी नुकसान हो सकता है और उत्पादन प्रभावित हो सकता है। इसलिए सिंचाई को नियंत्रित और सटीक तरीके से करना जरूरी है।

सही समय पर सिंचाई

सिंचाई का समय भी बहुत महत्वपूर्ण है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे शाम के समय सिंचाई करें जब हवा की गति धीमी होती है। इस समय सिंचाई करने से खेत में पानी ज्यादा देर तक रहता है और सुबह तक गेहूं की फसल हरी-भरी और ताजगी से भरपूर दिखती है। सुबह के समय सिंचाई करने से पानी जल्दी सूख सकता है और फसल को अधिक लाभ नहीं मिल पाता।

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Tuesday, January 21, 2025

Saif Ali Khan News : अस्पताल से बाहर आते ही सैफ बदलेंगे घर! जानें एक्टर कहां बनाएंगे अपना नया आशियाना

Saif Ali Khan House : बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान को हमले के 6 दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। सैफ अली खान पर बीते हफ्ते हुए हमले के बाद उनका इलाज मुंबई के लीलावती अस्पताल में चल रहा था। वहीं मंगलवार यानी 21 जनवरी को उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। इस बीच डॉक्टरों की टीम ने सुझाव दिया है कि उन्हें ठीक होने के लिए कुछ और दिन घर पर आराम करने की जरूरत है।

अपना घर बदल सकते हैं सैफ

इससे पहले सोमवार को लीलावती अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने एक्टर को एक और दिन निगरानी में रखने का फैसला किया था। तब सैफ अली खान को अस्पताल से छुट्टी नहीं दी गई थी। वहीं इस हमले के बाद सैफ अली खान और करीना कपूर खान ने अपने बच्चों तैमूर और जेह के साथ बांद्रा में अपने पुराने घर में वापस जाने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, यह फैसला सैफ के हाल ही में अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद लिया गया है। एक्टर का परिवार ज्यादा सुरक्षित जगह पर जाना चाहता है, जहां उनकी देखभाल फिलहाल अच्छे तरह से किया जा सके। यह कदम एहतियाती कदम के तौर पर उठाया जा रहा है ताकि अभिनेता को अपने हेल्थ पर ध्यान दे सके और जल्दी से रिकवरी कर सके।

जा सकते हैं पुराने घर

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सैफ अली खान का पुराना घर, उनके मौजूदा घर से ज्यादा सुरक्षित है और वहां बेहतर सुविधाएं भी मौजूद हैं। परिवार के इस कदम को मुंबई पुलिस ने भी सही बताया है। सैफ के पुराने घर से पुलिस स्टेशन मात्र 500 मीटर की दूरी पर है, जो 24 घंटे उन्हे सुरक्षा भी दे सकता है।रिपोर्ट्स आगे बताती हैं कि घर बदलने के पीछे करीना कपूर का फैसला बताया जा रहा है। उन्होंने घर बदलने के लिए अपने वर्करों को निर्देश भी दे दिए हैं। ब ताजा जानकारी के मुताबिक, अभिनेता को लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।



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Zerodha के निवेशकों के पास है ₹6 लाख करोड़ की संपत्ति, CEO नितिन कामत ने कहा- "हम शायद इकलौती ऐसी B2C कंपनी"

जेरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) ने जेरोधा यूजर्स की संख्या के 1.6 करोड़ को पार करने पर खुशी जताई है। साथ ही उन्होंने बताया कि इन यूजर्स के पास कुल करीब 6 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसके लिए वे जेरोधा पर भरोसा करते हैं। साथ ही नितिन कामत ने इस बात पर भी गर्व जताया है कि वे बिना विज्ञापन के इस मुकाम तक पहुंचने वाले शायद इकलौती ऐसी B2C कंपनी है। बता दें कि कामत भाइयों (निखिल और नितिन कामत) ने साल 2010 में जेरोधा की नींव रखी थी।

नितिन कामत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखे एक पोस्ट में कहा, "हमारे साथ आज 1.6 करोड़ से ज़्यादा भारतीय ट्रेड और निवेश करते हैं। इनमें से लगभग 30% निवेशक दूसरे जेरोधा ग्राहकों के रेफरल के जरिए हमारे पास आए। आज य् सभी जेरोधा निवेशक अपनी 6 लाख करोड़ की संपत्ति के लिए हम पर भरोसा करते हैं।"

उन्होंने कहा, "हम शायद इकलौती ऐसी B2C कंपनी हैं जो बिना मार्केटिंग के इस स्तर तक पहुंची है। अगर हम पीछे मुड़कर देखें तो, मार्केटिंग नहीं करने से हमें लोगों को ट्रेड करने के लिए मजबूर न करने, स्पैम न करने आदि के अपनी सोच पर खरा उतरने में मदद मिली है। भारत में कमाई करना बहुत कठिन है और अगर हमने विज्ञापन भी दिया होता तो हमें अपना बहुत सारा मुनाफा गूगल, फेसबुक/मेटा आदि को देना पड़ता।"

नितिन कामत की पोस्ट को आप नीचे देख सकते हैं-

हुरुन इंडिया की लिस्ट में सबसे कम उम्र के दानवीर

कामत भाई पिछले साल हुरुन इंडिया की लिस्ट में सबसे कम उम्र के दानवीर थे। जेरोधा के को-फाउंडर्स निखिल कामत और नितिन कामत ने की हुरुन की 2023 की दानवीरों की सूची में जगह बनाई थी। कामत बंधुओं ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े संगठनों को 110 करोड़ रुपये का दान दिया था। निखिल कामत ने रेनमैटर फाउंडेशन को 120 करोड़ रुपये का दान दिया और इस वजह से उन्होंने हुरुन इंडिया 2024 की लिस्ट में भी जगह बनाई। अपने भाई नितिन कामत के साथ निखिल कामत उन दानवीरों की सूची में 15वें स्थान पर हैं, जिन्होंने 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का दान दिया।

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डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।



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Union Budget 2025: सरकार से 15 साल की जगह 12 साल में कम्यूटेड पेंशन बहाल करने की मांग, जानिए क्या है मामला

केंद्र सरकार के एंप्लॉयीज ने सरकार के कम्यूटेड पेंशन 15 साल की जगह 12 साल में बहाल करने की मांग की है। नेशनल काउंसिल ज्वाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (एनसीजेएसएम) ने इस बारे में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को अपनी मांग के बारे मं बताया है। काउंसिल का कहना है कि कई राज्य सरकारों ने 12 साल के बाद ही पेंशन के कम्यूटेड हिस्से को बहाल कर दिया है। इसलिए केंद्र सरकार को भी कम्यूटेशन की तारीख से 12 साल बाद कम्यूटेड पेंशन को बहाल कर देना चाहिए।

15 की जगह 12 साल में कम्यूटेड पेंशन बहाल करने की मांग

एंप्लॉयीज यूनियंस लंबे समय से पेंशन कम्यूटेशन (Pension Commutation) से जु़ड़े नियमों में बदलाव करने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि पेंशन कम्यूटेशन के नियम 38 साल पहले बनाए गए थे। पांचवें वेतन आयोग की रिपोर्ट में भी कम्यूटेड पेंशन को 15 साल की जगह 12 साल में बहाल कर देने की सिफारिश की थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी 1986 में दिए अपने एक फैसले में इस मामले पर विचार करने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट का मानना था कि कम्यूटेशन से जुड़े नियम काफी पुराने हैं, जिससे इन पर विचार होना चाहिए।

सरकारी एंप्लॉयीज को मिलती है यह सुविधा

पेंशन के कम्यूटेशन की सुविधा केंद्रीय सरकारी एंप्लॉयीज को मिलती है। राज्य सरकारें भी अपने एंप्लॉयीज को यह सुविधा देती हैं। इसमें रिटायरमेंट पर एंप्लॉयी अपनी पेंशन का एक हिस्सा एकमुश्त लेता है। बाकी पैसे से उसे हर महीने पेंशन मिलती है। केंद्र सरकार के एंप्लॉयीज को अपनी पेंशन का 40 फीसदी हिस्सा कम्यूट करने की सुविधा मिली हुई है। कम्यूटेड पेंशन के हिस्सा का कैलकुलेशन एक टेबल के आधार पर होता है। कम्यूटेड पेंशन एंप्लॉयी की सैलरी से हर महीने काट लिया जाता है। 15 साल के बाद कम्यूटेड पेंशन पूरी तरह से बहाल कर दी जाती है। इससे पेंशनर्स के हाथ में आने वाला अमाउंट बढ़ जाता है।

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करोड़ों पेंशनर्स को हो सकता है फायदा

अगर सरकार केंद्र सरकार के एंप्लॉयीज की यह मांग मान लेती है तो इससे करोड़ों पेशनर्स को फायदा हो सकता है। काफी समय से एंप्लॉयीज यूनियंस सरकार से यह मांग कर रही हैं। कई राज्य सरकारों के 15 साल की जगह 12 साल में कम्यूटेड पेंशन बहाल करने के फैसले से केंद्र सरकार पर इस मामले में दबाव बढ़ गया है।



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ये है दुनिया का बेस्ट हनीमून डेस्टीनेशन! रोमांचक एक्टिविटी से लेकर नेचर की खूबसूरती तक सबकुछ है यहां

क्या आप भी हनीमून की प्लानिंग कर रहे हैं और वो भी विदेश में कहीं, तो फिर आपके लिए मॉरीशस एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। क्योंकि Tripadvisor के प्रतिष्ठत ट्रैवलर्स च्वाइस अवार्ड्स 2025 में इस आइलैंड नेशन को वर्ल्ड बेस्ट हनीमून डेस्टीनेशन का खिताब हासिल हुआ है। मॉरीशस ने शादीशुदा कपल के लिए बेस्ट डेस्टीनेशन के रूप में अपनी पहचान बना ली है।

मॉरीशस को उसके खूबसूरत बीच, लक्जरी होटल और रिजॉर्ट और कल्चर के शानदार मिक्सअप के लिए ये खिताब मिला है। पर्यटन मंत्री रिचर्ड डुवाल ने आईलैंड की खूबसूरती पर जोर देते हुए कहा, "हमारे आइलैंड पर सिर्फ खूबसूरत बीच ही नहीं और भी बहुत कुछ है- यह एक ऐसा डेस्टिनेशन है, जहां शानदार लक्जरी मिलती है, जो नए कपल के लिए बेहतर पल बनाती है।"

क्यों मॉरीशस है इतना खास?

- ऐसी कई प्रॉपर्टी हैं, जो पर्सनलाइज्ड हनीमून पैकेज देती हैं, जिसमें स्पा ट्रीटमेंट, रोमांटिक डिनर और घूमने फिरने के साधन शामिल हैं।

- पूरे साल 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान के साथ, मॉरीशस सभी मौसमों के लिए एक स्वर्ग है। गर्मियों में थोड़ी नमी हो सकती है, लेकिन इतनी भी नहीं होगी कि सहन न हो पाए। ठंडी समुद्री हवा बहुत ताजा होती है।

- मॉरीशस में ले मोर्ने में अंडरवॉटर इल्यूजन वॉटरफॉल है, जो एक शानदार ऑप्टिकल घटना है, जिसे देखने पर ऐसा लगता है मानों, समुद्र के भीतर झरना गिर रहा हो। यह हैरान करने वाला नजारा द्वीप पर मिलने वालीं कई नेचुरल चीजों में से एक है, जो आपके दिल और दिमाग पर अमिट छाप छोड़ देगा।

- एक और शानदार नजारा है, चामरेल सेवन कलर्ड अर्थ जियोपार्क, जो एक जबरदस्त जियोलॉजिकल खजाना है। मॉरीशस आने वाले हर किसी कपल को यहां जरूर जाना चाहिए।

- इस द्वीप पर भारत, अफ्रीका, फ्रांस और चीन के अलग-अलग कल्तर देखने को मिल जाएंगे। भारतीयों के लिए मॉरीशस कई कारणों से एक खास जगह है। अपनी संस्कृति से लेकर एक जैसे खाने और आस्था तक, मॉरीशस कई भारतीयों के लिए घर से दूर एक घर जैसा लगता है, जो घूमने फिरने और कारोबार के मकसद से यहां आते हैं।

- चाहे डॉल्फिन देखना हो, फिरोजी लैगून में स्नोर्कलिंग करना हो या हरे-भरे ब्लैक रिवर गॉर्ज की खोज करना हो, मॉरीशस में बहुत सी एक्टिविटी मिल जाएंगी। रोमांच पसंद करने वाले कपल के लिए, आइलैंड में एक्टिविटीज की कोई कमी नहीं है। जो लोग बहुत ज्यादा एक्टिविटी नहीं करना चाहते हैं, उनके लिए शांत और प्राइवेट आईलैंड भी हैं।

- मॉरीशस में अप्रवासी घाट जैसे कई बड़ी हेरिटेज साइट हैं, जहां आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ बेहद ही अच्छे पल बिता सकते हैं।

Business Idea: हिमाचल-कश्मीर में मिलता है दुनिया का सबसे महंगा मशरूम, देश-विदेश में भारी मांग, फौरन बन जाएंगे करोड़पति

 



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Monday, January 20, 2025

एनर्जी और फाइनेंस सेक्टर के दो शेयरों में आज डीलर्स ने कराई बंपर बाईंग, जानें कितना उछलेंगे दोनों स्टॉक्स

Dealing Room Check: - बड़े बैंकों के साथ-साथ छोटे सरकारी और NBFCS शेयरों में जोरदार एक्शन देखने को मिला। बजाज फाइनेंस और कैनफिन होम 3 परसेंट से ज्यादा चढ़े। IOB, केनरा, यूको जैसे बैंक भी 5 परसेंट तक ऊपर चढ़कर कारोबार करते नजर आये। हालांकि ऑटो और IT में हल्का दबाव दिखाई दिया। बाजार को विप्रो के Q3 नतीजे पसंद आए। शेयर में 6% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली। वहीं टेक महिद्रा के ठीक-ठाक नतीजे आये लिहाजा शेयर में हल्का दबाव नजर आया। UBL में 5 परसेंट की तेजी देखने को मिली। TGBCL ने कंपनी को तय समय सीमा में बकाए भुगतान का भरोसा दिया जिससे स्टॉक में उछाल देखने को मिला। इधर डीलर्स ने आज बजाज फाइनेंस (BAJAJ FINANCE) और जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW ENERGY) के शेयर में दांव लगाने की राय अपने क्लाइंट्स को दी।

BAJAJ FINANCE

सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने डीलिंग रूम्स के सूत्रों के हवाले से कहा कि आज डीलर्स ने फाइनेंस सेक्टर के शेयर में खरीदारी करवाई है। डीलर्स ने बजाज फाइनेंस (BAJAJ FINANCE) के शेयर में खरीदारी करने की राय अपने क्लाइंट्स को दी है। डीलर्स के मुताबिक घरेलू फंड्स की इस शेयर में खरीदारी हुई है। डीलर्स ने स्टॉक में BTST यानी कि आज खरीदने और कल बेचने की सलाह दी है। डीलर्स ने स्टॉक के लिए 100-125 रुपये तक के लक्ष्य दिये हैं। पर्सनल लोन पर कोटक बैंक की कमेंट्री कंपनी के लिए अच्छा संकेत है।

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JSW ENERGY

दूसरे स्टॉक के रूप में भी डीलर्स ने आज एनर्जी सेक्टर के शेयर में बुलिश राय दी। यतिन मोता ने कहा कि डीलर्स ने जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW ENERGY) के शेयर में खरीदारी करने की राय दी है। डीलर्स के मुताबिक FIIs की तरफ से इस काउंटर में खरीदारी हुई है। डीलर्स के मुताबिक शेयर में 590-592 रुपये के लक्ष्य दिख सकते हैं। डीलर्स के अनुसार जनवरी सीरीज में इसमें ताजा खरीदारी देखने को मिली।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

 

 

 

 



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South Indian Bank Share Price: दो वजहों से साउथ इंडियन बैंक में जोरदार तेजी, अब आगे ये है रुझान

South Indian Bank Share Price: साउथ इंडियन बैंक के शेयरों में आज दो वजहों से खरीदारी का तगड़ा रुझान दिखा। एक तो ये कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार एक बार फिर बनने जा रही है तो इसके चलते ओवरऑल मार्केट में खरीदारी का अच्छा रुझान है और दूसरी वजह ये है कि मंगलवार 21 जनवरी को इसके कारोबारी नतीजे आने वाले हैं। दिसंबर तिमाही के कारोबारी अपडेट से बेहतर नतीजे की उम्मीद में शेयरों की खरीदारी बढ़ी और इंट्रा-डे में यह 1.58 फीसदी उछलकर 27.08 रुपये पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 1.31 फीसदी की बढ़त के साथ 27.01 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।

South Indian Bank के Q3 कारोबारी अपडेट में क्या है खास?

साउथ इंडियन बैंक का ग्रॉस एडवांसेज दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 11.94% बढ़कर ₹86,965 करोड़ और टोटल डिपॉजिट्स 6.28% उछलकर ₹1,05,378 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान बैंक का करंट अकाउंट सेविंग्स अकाउट (CASA) डिपॉजिट्स 4.13% उछलकर ₹32,831 करोड़ पर पहुंच गया लेकिन CASA रेश्यो 31.80% से हल्का सा फिसलकर 31.16% पर आ गया।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

साउथ इंडियन बैंक के शेयर 2 फरवरी 2024 को 36.91 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से 9 महीने में यह 26 फीसदी से अधिक फिसलकर पिछले महीने 18 नवंबर 2024 को 22.27 रुपये के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। निचले स्तर पर शेयर संभले और खरीदारी के दम पर 21 फीसदी से अधिक रिकवर हुए लेकिन अब भी एक साल के हाई से यह करीब 27 फीसदी डाउनसाइड है। इंडमनी पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक इसे 6 एनालिस्ट्स कवर कर रहे हैं और इसका हाइएस्ट टारगेट प्राइस 42 रुपये है और डाउनसाइड टारगेट 27 रुपये है यानी कि इस टारगेट के हिसाब से मौजूदा लेवल से यह 55 फीसदी से अधिक रिटर्न दे सकता है।

Gainers & Losers: ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले इन 10 शेयरों में रही तेज हलचल, इंट्रा-डे में बना तगड़ा पैसा

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Budget for Renewable Energy: सरकार रिन्यूएबल एनर्जी के लिए ऐलोकेशन बढ़ाएगी, रॉकेट बन जाएंगे ये स्टॉक्स

सरकार पावर सेक्टर खासकर रिन्यूएबल एनर्जी के लिए ऐलोकेशन बढ़ाने जा रही है। सरकार ने पिछले साल बजट में मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (एमएनआरई) के लिए 19,100 करोड़ रुपये का आवंटन किया था। यह एक साल पहले के संशोधित अनुमान से 143 फीसदी ज्यादा था। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के प्रतिनिधियों का कहना है कि 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में भी रिन्यूएबल एनर्जी पर सरकार का फोकस जारी रहने की उम्मीद है।

पिछले साल MNRE के बजट में हुआ था बड़ा इजाफा

पिछले साल MNRE के ऐलोकेशन में ज्यादा इजाफा की बड़ी वजह पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना थी। एंबिट कैपिटल के सत्यजीत जैन ने कहा कि पिछले साल सरकार ने पीएम सोलर रूफटॉप प्रोग्राम और पंप स्टोरेज प्रोग्राम की शुरुआत की थी। इसके लिए सब्सिडी से अगले 2-3 सालों में 30 GW रूफटॉप सोलर कैपेसिटी हासिल करने में मदद मिल सकती है। रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल जैसे-जैसे बढ़ेगा वैसे-वैसे स्टोरेज सॉल्यूशंस की मांग बढ़ेगी।

इन कंपनियों के स्टॉक्स में आ सकती है तेजी

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बजट में रिन्यूएबल एनर्जी के लिए आवंटन बढ़ने का फायदा रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़ी कंपनियों को होगा। इनमें Tata Power, Adani Green Energy, Inox Wind, Borosil Renewables और Orient Green Power शामिल हैं। बजट के बाद इन कंपनियों के शेयरों में अच्छी तेजी दिख सकती है। अभी निवेश करने पर इन स्टॉक्स में अच्छी कमाई हो सकती है।

अदाणी ग्रीन के शेयर अट्रैक्टिव लेवल पर

Tata Power का प्रदर्शन अच्छा रहा है। बीते तीन सालों में कंपनी की EPS ग्रोथ 51 फीसदी और रेवेन्यू ग्रोथ 23 फीसदी रही है। एनालिस्ट ने टाटा पावर के शेयरों के लिए 583 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। 20 जनवरी को कंपनी का शेयर 0.19 फीसदी की मामूली तेजी के साथ 374.30 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में टाटा पावर के शेयर ने सिर्फ 8 फीसदी रिटर्न दिया है। Adani Green का शेयर 20 जनवरी को 1 फीसदी गिरकर 1,066 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में यह स्टॉक 36 फीसदी गिरा है।

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आईनॉक्स विंड का स्टॉक एक साल में 57 फीसदी चढ़ा है

Inox wind का शेयर 20 जनवरी को 1.64 फीसदी चढ़कर 169 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में इस स्टॉक ने करीब 57 फीसदी रिटर्न दिया है। बोरोसिल रिन्यूएबल्स का शेयर 20 जनवरी को 2 फीसदी गिरकर 562 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में यह स्टॉक 0.80 फीसदी गिरा है। Orient Green Power का शेयर 20 जनवरी को 2.37 फीसदी चढ़कर 16.83 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में यह शेयर 23 फीसदी गिरा है।



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डोनाल्ड ट्रंप के लिए टैरिफ लगाना हो सकता है मुश्किल, हमें उनकी नीतियों से फायदा उठाने की करनी चाहिए कोशिश - नीलकंठ मिश्रा

आज डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। समारोह की तैयारी पूरी हो चुकी है। इस समारोह में दुनियाभर की बड़ी हस्तियां शामिल होंगी। भारतीय समयानुसार से आज रात 10.30 बजे शपथ ग्रहण होगा। ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे। डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी कैपिटल हिल में होगी। उनको सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शपथ दिलाएंगे। ट्रंप को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। शपथ ग्रहण के बाद ट्रंप का भाषण होगा। ठंड के कारण यह समारोह इनडोर हो रहा है। इसके साथ ही जेडी वेंस भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।

ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में 3 पूर्व राष्ट्रपति ओबामा, बुश और बिल क्लिंटन शामिल होंगे। जो बिडेन और कमला हैरिस भी शामिल होंगे। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली भी शामिल होंगे। इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, एलॉन मस्क, जेफ बेजोस, टिम कुक, मार्क जुकरबर्, मुकेश अंबानी और नीता अंबानी भी शामिल होंगे।

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से भारत पर क्या असर पड़ेगा इस पर सीएनबीसी-आवाज़ के इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर लक्ष्मण रॉय ने इंडिया फाउंडेशन के चेयरमैन राजीव कुमार और Axis Bank के इकोनॉमिस्ट नीलकंठ मिश्रा से खास बातचीत की। इस बातचीत में राजीव कुमार ने कहा कि इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। पता नहीं कब अवसर दिक्कत में बदल जाए और कब दिक्कत अवसर में बदल जाए।

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वहीं, नीलकंठ मिश्रा ने कहा कि ट्रंप ने टैरिफ लगाने की धमकी दी है लेकिन शायद यह उनके लिए संभव न हो पाए। शायद वो ऐसा ना कर पाएं। ट्रंप के अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं। हमें इसका फायदा उठाने की कोशिश करनी चाहिए। हमें दूसरे क्षेत्रों में PLI स्कीम को लागू करना चाहिए। ट्रंप की नीतियां अभी गुड्स ट्रेड पर ज्यादा फोकस्ड हैं। सर्विसेज पर टैक्स लगाना मुश्किल होता है।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Sunday, January 19, 2025

भारत का वर्तमान आर्थिक माहौल प्राइवेट इनवेस्टमेंट के लिए अनुकूल, CII के सर्वे में सामने आए ये नतीजे

भारत का वर्तमान आर्थिक माहौल प्राइवेट इनवेस्टमेंट के लिए अनुकूल है, क्योंकि चैलेंजिंग ग्लोबल एनवायरनमेंट के बीच देश एक ‘ब्राइट स्पॉट’ के रूप में उभर रहा है। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री(CII) के एक सर्वे में यह निष्कर्ष निकाला गया है। यह अखिल भारतीय सर्वे फरवरी के पहले हफ्ते तक 500 कंपनियों के लिए पूरा हो जाएगा। अंतरिम परिणाम सभी साइज के इंडस्ट्री (लार्ज, मीडियम और स्मॉल) में फैली 300 कंपनियों के सैंपल पर आधारित हैं।

सर्वे के शुरुआती नतीजों से पता चलता है कि लगभग 97 फीसदी कंपनियों द्वारा 2024-25 और 2025-26 दोनों में रोजगार बढ़ाने की उम्मीद है। वास्तव में 79 फीसदी कंपनियों ने कहा कि उन्होंने पिछले तीन वर्षों में अधिक लोगों को जोड़ा है। पिछले 30 दिन में आयोजित CII सर्वे से पता चलता है कि 75 फीसदी कंपनियों का मानना ​​है कि वर्तमान आर्थिक माहौल निजी निवेश के लिए अनुकूल है।

CII के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, "यह देखते हुए कि सर्वेक्षण में शामिल 70 फीसदी कंपनियों ने कहा है कि वे वित्त वर्ष 2025-26 में निवेश करेंगी, अगली कुछ तिमाहियों में निजी निवेश में बढ़ोतरी हो सकती है।"

CII ने कहा, “भले ही जियो-पॉलिटिकल स्थिति ने ग्लोबल सप्लाई चेन को बाधित किया है और ग्लोबल ग्रोथ के लिए गंभीर चुनौतियां पेश की हैं, लेकिन भारत इस चुनौतीपूर्ण वैश्विक पृष्ठभूमि के बीच एक उज्ज्वल स्थान के रूप में उभरा है। सरकार द्वारा शुरू की गई ठोस आर्थिक नीतियों ने पब्लिक कैपेक्स-आधारित ग्रोथ पर जोर देते हुए अर्थव्यवस्था को फिर खड़ा करने में मदद की है।”

यह इंडस्ट्री सर्वे प्राइवेट सेक्टर इनवेस्टमेंट में ग्रोथ, प्राइवेट सेक्टर में रोजगार और मजदूरी में वृद्धि का आकलन करने के लिए किया गया था। अगले वर्ष प्लान्ड इनवेस्टमेंट के कारण मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज सेक्टर में प्रत्यक्ष रोजगार में औसत वृद्धि 15 से 22 फीसदी तक होने की उम्मीद है।



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Saturday, January 18, 2025

Zomato में शाकाहारी भोजन पर भड़का एक शख्स, CEO दिपिंदर गोयल ने मांगी माफी, जानें क्या है पूरा मामला

आजकल जोमैटो और स्विगी जैसे फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म से लोग अपने पसंदीदा खाने का ऑर्डर करना पसंद करते हैं। कई बार तो रेस्टोरेंट जाने की जगह ये ऐप्स ही लोगों की प्राथमिकता बन गए हैं। कभी-कभी इन प्लेटफॉर्म्स पर काम करने वाले कर्मचारी गलती कर देते हैं। जिसका असर सीधे ग्राहकों पर पड़ता है। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां जोमैटो के CEO दीपिंदर गोयल को सोशल मीडिया पर माफी मांगनी पड़ी।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब रूट टू मार्केट के सहायक उपाध्यक्ष रोहित रंजन ने जोमैटो से शाकाहारी भोजन का ऑर्डर किया और उन्हें 'वेज-मोड इनेबलमेंट चार्ज' के रूप में 2 रुपये अतिरिक्त शुल्क देने पड़े। रंजन ने इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किया और इस पर आपत्ति जताई। इसके बाद गोयल ने तुरंत माफी मांगी और यह शुल्क हटाने का वादा किया।

शुल्क हटाने और सुधार का वादा

दीपिंदर गोयल ने रंजन की पोस्ट पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और इसे ‘बेवकूफी’ करार देते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि यह शुल्क आज ही हटा दिया जाएगा और टीम में सुधार की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी गलती न हो।

रंजन की प्रतिक्रिया 

रंजन ने गोयल के जवाब पर खुशी जताते हुए कहा कि वह हैरान हैं कि इस विचार को उच्च अधिकारियों से मंजूरी मिल गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी कई प्रतिक्रियाएं आईं। एक यूजर ने लिखा "लगता है जोमैटो ने किसी से खूब सुन लिया है," और दूसरे ने कहा, "अब जोमैटो हर चीज पर टैक्स लगाना सीख रहा है।"

जोमैटो की छवि पर असर

जोमैटो ने इस मामले पर जल्दी से कदम उठाया जिससे उनकी छवि थोड़ी बेहतर हुई। भारत में शाकाहारी ग्राहक बहुत ज्यादा हैं और ऐसे मामले उनकी नाराज़गी बढ़ा सकते थे। लेकिन गोयल ने इसे गंभीरता से लिया और जल्दी ठीक करने का भरोसा दिया।

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Friday, January 17, 2025

Tech Mahindra Q3 Results: दिसंबर तिमाही में मुनाफा 92% बढ़कर ₹983 करोड़, रेवेन्यू में 1.4% का मामूली इजाफा

Tech Mahindra December Quarter Result: आईटी कंपनी टेक महिंद्रा का अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में शुद्ध कंसोलिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 92 प्रतिशत बढ़कर 983.2 करोड़ रुपये हो गया। शेयर बाजारों को दी गई जानकारी के मुताबिक, एक साल पहले कंपनी का शुद्ध मुनाफा 510.4 करोड़ रुपये था। दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू एक साल पहले के मुकाबले 1.4 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 13285.6 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर 2023 तिमाही में यह 13101.3 करोड़ रुपये था।

दिसंबर 2024 तिमाही में टेक महिंद्रा के खर्च सालाना आधार पर 4 प्रतिशत कम होकर 12011.3 करोड़ रुपये पर आ गए, जो एक साल पहले 12514.8 करोड़ रुपये थे। कंपनी की कुल आय 13302.1 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो दिसंबर 2023 तिमाही में 13188.8 करोड़ रुपये थी।

Tech Mahindra के शेयर में गिरावट 

17 जनवरी को Tech Mahindra के शेयर में गिरावट रही। बीएसई पर कीमत लगभग 2 प्रतिशत टूटकर 1658.85 रुपये पर बंद हुई। कंपनी का मार्केट कैप 1.62 लाख करोड़ रुपये है। शेयर एक साल में 25 प्रतिशत चढ़ा है, वहीं एक सप्ताह में लगभग 3 प्रतिशत नीचे आया है।

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टेक महिंद्रा के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर रोहित आनंद ने कहा, 'हमने तिमाही और साल-दर-साल आधार पर EBIT मार्जिन और ऑपरेटिंग प्रॉफिट में वृद्धि दर्ज की है। यह प्रोजेक्ट फोर्टियस के तहत हमारे टारगेटेड एक्शंस के चलते है। साथ ही प्राथमिकता वाले ​वर्टिकल्स और बाजारों में नए सौदे जीतने में लगातार वृद्धि हुई है। '



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Thursday, January 16, 2025

Axis Bank Q3 Results: दिसंबर 2024 तिमाही में मुनाफा 4% बढ़ा, शुद्ध ब्याज आय में 9% का इजाफा

Axis Bank December Quarter Result: प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक ने अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी कर दिए हैं। तिमाही के दौरान बैंक का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 4 प्रतिशत बढ़कर 6,304 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले मुनाफा 6071.10 करोड़ रुपये था। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि दिसंबर तिमाही के दौरान उसकी शुद्ध ब्याज आय एक साल पहले के मुकाबले 9 प्रतिशत बढ़कर 13,606 करोड़ रुपये हो गई।

Axis Bank का शुद्ध ब्याज मार्जिन 3.93 प्रतिशत रहा। ऑपरेटिंग प्राॅफिट सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 10,534 करोड़ रुपये और कोर ऑपरेटिंग प्राॅफिट सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 10,102 करोड़ रुपये हो गया। इस बीच कुल आय 36,926.14 करोड़ रुपये हो गई, जो दिसंबर 2023 तिमाही में 33,516 करोड़ रुपये थी।

एसेट क्वालिटी कितनी सुधरी

शेयर बाजारों को दी गई सूचना के मुताबिक, दिसंबर 2024 तिमाही में एक्सिस बैंक का ग्रॉस NPA रेशियो घटकर 1.46 प्रतिशत रह गया। दिसंबर 2023 तिमाही में यह 1.58 प्रतिशत था। इसी तरह नेट NPA रेशियो भी कम होकर 0.35 प्रतिशत पर आ गया, जो एक साल पहले 0.36 प्रतिशत था।

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लोन और डिपॉजिट

एक्सिस बैंक के एडवांसेज का आंकड़ा ​दिसंबर ​2024 के आखिर तक 10,14,564.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो दिसंबर 2023 के आखिर से 9 प्रतिशत ज्यादा है। रिटेल लोन सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़े। दिसंबर महीने के आखिर में डिपॉजिट 10,95,882.77 करोड़ रुपये पर थे, जो एक साल पहले से 9 प्रतिशत ज्यादा रहे।

एक्सिस बैंक​ ने दिसंबर तिमाही के दौरान 130 नई ब्रांच खोलीं। अब इसकी 5,706 डॉमेस्टिक ब्रांच और 202 बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट बैंकिंग आउटलेट हैं। 31 दिसंबर 2024 तक बैंक के ATM की संख्या 14,476 थी।

एक्सिस बैंक का शेयर बढ़त में बंद

16 जनवरी को बीएसई पर एक्सिस बैंक का शेयर 1 प्रतिशत बढ़त के साथ 1040.20 रुपये पर बंद हुआ। बैंक का मार्केट कैप 3.21 लाख करोड़ रुपये हो गया है। बैंक में 91.77 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। शेयर 6 महीनों में 20 प्रतिशत टूट चुका है।



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Wednesday, January 15, 2025

बाजार में रिकवरी के बीच डीलर्स ने आज इन दो स्टॉक में कराई बंपर बाईंग, जानें कितना चढ़ सकते हैं दोनों शेयर

Dealing Room Check: - सरकारी कंपनियों और रियल्टी शेयरों में आज अच्छी खरीदारी देखने को मिली। दोनों सेक्टर इंडेक्स करीब एक परसेंट चढ़े। सरकारी कंपनियों में NTPC, पावरग्रिड, PFC, BHEL में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली। लेकिन फार्मा स्टॉक्स में आज मुनाफावसूली देखने को मिली। कैपिटल मार्केट से जुड़े शेयरों में आज अच्छी रौनक देखने को मिली। नुवामा की बुलिश रिपोर्ट से BSE में तेजी की बहार देखने को मिली। शेयर में 5% से ज्यादा का उछाल नजर आया। वहीं अच्छे नतीजों के बाद HDFC AMC भी करीब 5% दौड़ गया। टेलीकॉम शेयरों में आज तूफानी तेजी देखने को मिली। ये 6% से ज्यादा उछाल के साथ वायदा का टॉप गेनर बना। इंडस टावर भी 4% से ज्यादा चढ़ा। इसके साथ ही भारती एयरटेल में भी रौनक देखने को मिली। इधर डीलर्स ने आज भारती एयरटेल (BHARTI AIRTEL) और इंडियन होटल्स (INDIAN HOTELS) के शेयर में दांव लगाने की राय अपने क्लाइंट्स को दी।

BHARTI AIRTEL

सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने डीलिंग रूम्स के सूत्रों के हवाले से कहा कि आज डीलर्स ने टेलीकॉम सेक्टर के शेयर में खरीदारी करवाई है। डीलर्स ने भारती एयरटेल (BHARTI AIRTEL) के शेयर में खरीदारी करने की राय अपने क्लाइंट्स को दी है। डीलर्स के मुताबिक टेलीकॉम शेयरों में आज अच्छी खरीदारी हुई है। डीलर्स ने स्टॉक में BTST यानी कि आज खरीदने और कल बेचने की सलाह दी है। डीलर्स ने स्टॉक के लिए 1620-1630 रुपये तक के लक्ष्य दिये हैं।

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INDIAN HOTELS

दूसरे स्टॉक के रूप में भी डीलर्स ने आज होटल सेक्टर के शेयर में बुलिश राय दी। यतिन मोता ने कहा कि डीलर्स ने इंडियन होटल्स (INDIAN HOTELS) के शेयर में पोजीशनल खरीदारी करने की राय दी है। डीलर्स के मुताबिक इस शेयर में घरेलू फंड्स की खरीदारी हुई है। डीलर्स ने इस स्टॉक पर 830-850 रुपये के लक्ष्य की उम्मीद जताई है।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

 

 

 

 



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Tuesday, January 14, 2025

Agri Commodity:सरकार की एग्री सेक्टर से बढ़ी उम्मीदें, सरसों में फिर लौटी तेजी, जानिए क्या है वजह

सरकार को इस साल एग्री सेक्टर में ग्रोथ की उम्मीद है। सरकार उम्मीद कर रही है कि खरीफ और रबी दोनों में ही अच्छा उत्पादन होगा। वहीं रबी में अब तक सरसों की बुआई पिछले साल से 6% कम रही है। क्या हैं इसके कारण ?क्या सरकार की उम्मीद पर फसलों का उत्पादन खरी उतरेगी और क्या हैं बजट से उम्मीदें?

सरकार की एग्री सेक्टर से उम्मीदें बढ़ी है। अच्छे मॉनसून से उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। 2024-25 में अच्छे ग्रोथ की भी उम्मीद है। FY24 में सेक्टर में 1.4% की गिरावट दिखी लेकिन इस साल 3.5-4% की दर से ग्रोथ की उम्मीद है। 2016-17, 2022-23 में 5% की औसत ग्रोथ है।

कहां हैं चुनौतियां?

दलहन, तिलहन को लेकर चुनौतियां बरकरार है। दलहन का उत्पादन 24-25 मिलियन टन बढ़ा है। 10 साल पहले 14 मिलियन दलहन उत्पादन टन था।दलहन पर भारत अब भी आत्मनिर्भर नहीं है। जरूरत का करीब 60% दाल इंपोर्ट होता है। खाने के तेल भारत का सबसे बड़ा इंपोर्टर है।

सरसों में लौटी तेजी

इंटरनेशनल मार्केट में कीमतों में तेजी आई है। 1 महीने की ऊंचाई पर सरसों का दाम पहुंचा है। 545 यूरो/टन के पार दाम निकले है। 2025 में अब तक 6% की तेजी आई। अप्रैल 2022 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर दाम पहुंचे थे। 1094 यूरो/टन की ऊंचाई तक दाम पहुंचे थे।

भारत में सरसों का हाल

भारत में सरसों के दाम एक साल 25% तक चढ़ चुके हैं । पिछले साल से अब तक 6% कम बुआई हुआ। 14 जनवरी तक 88.50 लाख हेक्टेयर में बुआई रहा। पिछले साल 93.73 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी

MOPA के ज्वाइंट सेक्रेटरी अनिल चत्तर का कहना है कि किसानों को अगर फसल के सही दाम मिलते है तो फसल की बुआई बढ़ जाएगी। 2018 में किसानों को सही फसल के सही दाम मिले थे जिसके बाद किसान ने 25 फीसदी फसल की बुआई बढ़ाई थी।

पूर्व कृषि सेक्रेटरी सिराज हुसैन का कहना है कि तुअर की आवक बाजार में शुरु हो चुकी है। अगले हफ्ते में तुअर के आवक में बढ़त की उम्मीदें है। इस साल रबी की फसल अच्छी होने की उम्मीद है लेकिन सरकार को यह तय करना होगा कि रबी फसल के दाम MSP के नीचे ना जाए। सरसों की प्रोडक्शन अच्छी होने की उम्मीद है। ऑयल सीड में अगर भारत को आत्मनिर्भर होना है तब तक सरकार से एक हद तक प्रोक्योरमेंट कराना होगा।



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Monday, January 13, 2025

Budget 2025: गोल्डमैन सैक्स को ग्रामीण इलाकों पर ज्यादा फोकस की उम्मीद, वेल्फेयर स्कीम का आवंटन बढ़ सकता है

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ग्रामीण इलाकों से जुड़ी स्कीमों का आवंटन बढ़ा सकती हैं। वित्तमंत्री 1 फरवरी को यूनियन बजट 2025 पेश करेंगी। इसके साथ ही वह लगातार 8 बार यूनियन बजट पेश करने वाली वित्तमंत्री बन जाएंगी। गोल्डमैन सैक्स ने 13 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट में ग्रामीण इलाकों की वेल्फेयर स्कीम पर आवंटन बढ़ने का अनुमान जताया है।

कंजम्प्शन बढ़ाने के उपाय करने की सलाह

इस बार यूनियन बजट (Union Budget 2025) से इनकम टैक्सपेयर्स को भी काफी उम्मीदें हैं। इकोनॉमिस्ट्स और उद्योग चैंबर्स के प्रतिनिधियों ने सरकार को कंजम्प्शन बढ़ाने की सलाह दी है। उनकी दलील है कि आर्थिक गतिविधियां घटने का असर जीडीपी ग्रोथ पर पड़ा है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4 फीसदी पर आ गई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सरकार की तरफ से कंजम्प्शन बढ़ाने के उपाय नहीं किए गए तो इकोनॉमी में सुस्ती बढ़ सकती है।

खर्च बढ़ाने के साथ डेफिसिट को कंट्रोल में रखने का चैलेंज

इस बार निर्मला सीतारमण के सामने इकोनॉमी को सुस्ती में जाने से बचाने और फिस्कल डेफिसिट को काबू में बनाए रखने का चैलेंज है। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को खर्च बढ़ाने के साथ ही फिस्कल कंसॉलिडेशन को काबू में रखने की कोशिश करनी होगी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, डेट और जीडीपी रेशियो पहले से ज्यादा है। ऐसे में उम्मीद है कि सरकार FY26 में फिस्कल डेफिसिट को 4.4-4.6 फीसदी रखने का टारगेट तय कर सकती है। FY25 में फिस्कल डेफिसिट का टारगेट 5.9 फीसदी था।

सब्सिडी पर खर्च नहीं बढ़ाएगी सरकार

गोल्डमैन सैक्स ने यह भी कहा है कि वेल्फेयर स्कीम पर खर्च बढ़ाने का युग अब खत्म हो चुका है। आगे ऐसी स्कीम पर सरकार के खर्च की ग्रोथ जीडीपी ग्रोथ से कम रह सकती है। 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में सरकार अपने कर्ज को काबू में रखने का रोडमैप भी पेश करेगी। इसके अलावा रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल बढ़ाने पर भी सरकार का फोकस हो सकता है। गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि रूरल,ट्रांसफर और वेल्फेयर सब्सिडीज पर खर्च का ट्रेंड कोविड के पहले जैसा हो सकता है।

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बजट पर दिख सकता है गठबंधन सरकार का असर

गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद देश में फिर से गठबंधन की सरकार बनी है। इसका असर यूनियन बजट 2025 पर दिख सकता है। सरकार रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर और वेल्फेयर स्कीम पर अपना खर्च बढ़ा सकती है। 23 जुलाई को पेश यूनियन बजट में सरकार ने एनडीए गठबंधन में शामिल दो दलों का खास ध्यान रखा था। बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए काफी ज्यादा आवंटन किया गया था। बिहार में जदयू नेता नीतीश कुमार की सरकार है। आंध्र प्रदेश में तेलगु देशम पार्टी की नेता चंद्र बाबू नायडू की सरकार है।



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बाजार में हाहाकार, फिर भी दिग्गजों ने LIC, JSPL, मेट्रोपोलिस हेल्थ, मैस्टेक पर लगाया दांव, जानें टारगेट प्राइस

बाजार में आज तेज गिरावट देखने को मिली। निफ्टी और बैंक निफ्टी, सेंसेक्स भारी गिरावट के साथ बंद हुए। एफएंडओ सेट अप की बात करें तो आदित्य बिड़ला कैपिटल, बायोकॉन, एक्सिस बैंक, टीसीएस और इंडसइंड बैंक के शेयर में लॉन्ग बिल्ड अप देखने को मिला। जबकि मैक्रोटेक डेवलपर्स, पीबी फिनटेक, कल्याण ज्वेलर्स, अदाणी टोटल गैस और पेटीएम में शॉर्ट बिल्ड अप देखने को मिला। लेकिन एचएफसीएल, इंफो एज, कोफोर्ज, सीईएससी और आईआरबी इंफ्रा में लॉन्ग अनवाइंडिंग नजर आई। वहीं बाजार बंद होने से पहले शॉर्ट टर्म में कमाई के लिए दिग्गज एक्सपर्ट्स ने एलआईसी इंडिया, जेएसपीएल, मेट्रोपोलिस हेल्थ और मास्टेक के शेयर में दांव लगाने की राय दी। जानते हैं किसने कितना दिया टारगेट प्राइस-

Prabhudas Lilladher की शिल्पा राउत का सस्ता ऑप्शनः LIC

Prabhudas Lilladher की शिल्पा राउत ने कहा कि LIC के स्टॉक में जनवरी की एक्सपायरी वाली पुट खरीदने पर कमाई होगी। उन्होंने कहा कि इसकी 800 के स्ट्राइक वाली कॉल 15.30 रुपये के आस-पास खरीदें। इसमें कुछ दिनों में 20/25 रुपये तक के लक्ष्य देखने को मिलेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इसमें 8 रुपये के स्तर पर स्टॉपलॉस लगाना चाहिए।

Axis Securities के राजेश पालवीय का एफएंडओ सुपरस्टार शेयरः JSPL Future

Axis Securities के राजेश पालवीय ने बाजार बंद होने से पहले एफएंडओ सेगमेंट से JSPL के स्टॉक में बिकवाली करने की राय दी। उन्होंने कहा कि इस स्टॉक में 860/855 रुपये के टारगेट देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें 895 रुपये के लेवल पर स्टॉपलॉस के साथ 882 रुपये के लेवल पर बिकवाली करनी चाहिए।

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Trader & Market Expert अमित सेठ का चार्ट का चमत्कार शेयरः Metropolis Health

Trader & Market Expert अमित सेठ ने आज के लिए चार्ट का चमत्कार दिखाने वाले शेयर के रूप में Metropolis Health पर दांव लगाया। उन्होंने कहा कि इसमें 1883 रुपये के स्तर पर बिकवाली कर सकते हैं। इसमें 1920 रुपये के स्तर पर स्टॉपलॉस लगाएं। ये स्टॉक 1800 रुपये के लेवल तक जा सकता है।

SMIFS के शरद अवस्थी का मिडकैप फंडा स्टॉकः Mastek

SMIFS के शरद अवस्थी ने मिडकैप फंडा स्टॉक बताते हुए कहा कि आज Mastek के स्टॉक में 2808 रुपये के लेवल पर खरीदारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें मध्यम से लंबी अवधि में इसमें 3500 से 3600 रुपये का अपसाइड लक्ष्य देखने को मिल सकता है।

(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

 

 



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Water Chestnut: पानी में रहने वाला यह फल कमजोर हड्डियों में फूंक देगा जान, दिल रहेगा चकाचक

सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बाजार सिंघाड़े से भर जाता है। ये खाने में बेहद टेस्टी होता है। यह सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। इसमें कैल्शियम, विटामिन-A, C, मैंगनीज, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से डायबिटीज अस्थमा, एसिडिटी, गैस, अपच आदि की परेशानी भी दूर हो सकता है। आप सिंघाड़े को ऐसे ही छीलकर या फिर इसे उबाल कर खा सकते हैं। आप फ्राई करके, अचार बनाकर या फिर सब्जी बनाकर भी सिंघाड़े का सेवन कर सकते हैं। यह थायराइड, गठिया, हार्ट, जैसी बीमारियों के लिए दवा से कम नहीं है। डायबिटीज के लिए भी यह फायदेमंद माना गया है।

दरअसल, सिंघाड़ा को 'पानी फल' भी कहा जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद माना गया है। लोग इस फल को व्रत के दौरान ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। बिहार के भागलपुर के कई जगहों पर बड़े पैमाने में इसकी खेती की जा रही है। साल भर में इस सिर्फ एक महीने यह फल मिलता है।

थायराइड के लिए फायदेमंद है सिंघाड़ा

सिघाड़े में आयोडीन और मैंगनीज पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। ये थायराइड की समस्या में लाभदायक हैं। इसमें मौजूद आयोडीन गले संबंधी रोगों से बचाता है। अगर आप थायराइड के मरीज हैं, तो आपके लिए सिंघाड़े का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। भागलपुर की कृषि वैज्ञानिक अनिता कुमारी ने कहा कि सिंघाड़ा फल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह पानी का काफी अच्छा स्रोत है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं रहती है। वहीं पुरुषों की शारीरिक कमजोरी दूर करने में भी सिंघाड़ा काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए कच्चे सिंघाड़े का भर्ता बनाकर देसी घी में मिला लें। उसके बाद इसे धीमी आंच पर पकाएं। ऐसा करने से पुरुषों की शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

सिंघाड़े से दिल रहेगा चकाचक

सिंघाड़े से हार्ट डिजीज में फायदा मिलता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। कोलेस्ट्रॉल लेवल भी च्छा रहता है। जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। इसमें मौजूद पोटेशियम हमारे दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छा माना गया है।

हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद

सिंघाड़ा में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। अगर आप इसका सेवन नियमित रूप से करते हैं, तो यह हड्डियां और दांतों को मजबूत करने में मदद करेगा।

बालों के लिए फायदेमंद

सिंघाड़े का सेवन बालों की समस्या के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद लॉरिक एसिड बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में विदेशी श्रद्धालुओं ने भी लगाई आस्था की डुबकी, जानें किस तीर्थयात्री ने क्या कहा

Maha Kumbh Mela 2025: पौष पूर्णिमा स्नान के साथ धर्म और आस्था की नगरी प्रयागराज में महाकुंभ मेला सोमवार (13 जनवरी) से शुरू हो गया। महाकुंभ ने प्रयागराज के संगम को आस्था, संस्कृति और मानवता के जीवंत केंद्र में बदल दिया है। पवित्र जल में डुबकी लगाने वाले लाखों तीर्थयात्रियों में विदेश से आए श्रद्धालु भी शामिल थे, जिन्होंने इस दिव्य आयोजन के चमत्कार का अनुभव किया। विदेशी पर्यटकों ने खुद को भाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि हमें यहां आकर अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें कभी जीवन में इस तरह का अनुभव मिलेगा।

अमेरिकी सेना का हिस्सा रह चुके माइकल अब 'बाबा मोक्षपुरी' के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने जूना अखाड़े से जुड़ने की अपनी यात्रा साझा की। उन्होंने पीटीआई से कहा, "मैं एक साधारण व्यक्ति था, जिसका अपना परिवार और करियर था। लेकिन मुझे एहसास हुआ कि जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है और मैं मोक्ष की तलाश में निकल पड़ा। मैंने अपना जीवन सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित कर दिया।"

माइकल ने कहा, "प्रयागराज में यह मेरा पहला महाकुंभ है। यहां का आध्यात्मिक अहसास असाधारण और बेजोड़ है।" महाकुंभ ने विदेशियों के एक विविध समूह को भी आकर्षित किया है। इसमें इस धार्मिक आयोजन को फिल्माने वाले दक्षिण कोरियाई यूट्यूबर से लेकर परंपराओं की गहरी समझ हासिल करने की ललक रखने वाले जापानी पर्यटक तक शामिल हैं।

स्पेन की क्रिस्टीना ने इस आयोजन की भव्यता पर विस्मय व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "यह एक अद्भुत पल है। मैं पहली बार इतने भव्य और अलौकिक आयोजन की गवाह बन रही हूं।" एक अन्य विदेशी श्रद्धालु ने संगम में डुबकी लगाकर एक अजब-सा आध्यात्मिक सुकून मिलने की बात कही।

उन्होंने पीटीआई से कहा, "मैं पवित्र जल में डुबकी लगाने का अवसर पाकर कृतज्ञ महसूस कर रही हूं। मुझमें पूर्णता का जो भाव जगा है, उसे मैं शब्दों में नहीं बयां कर सकती।" इटली से आने वाली वेलेरिया ने महाकुंभ के आध्यात्मिक वातावरण को 'अद्भुत और रोमांचक' करार दिया। हालांकि, उन्होंने और उनके पति मिखाइल ने ठंडे मौसम के कारण पवित्र जल में डुबकी नहीं लगाई।

मिखाइल ने मजाकिया लहजे में कहा, "मेरी पत्नी ने मुझे धमकी दी कि अगर मैंने संगम में डुबकी लगाई, तो वह मुझे छोड़ देगी, क्योंकि पानी बहुत ठंडा है!"कपल ने कहा कि ठंड कम होने पर वे एक बार फिर महाकुंभ में आने की कोशिश करेंगे।

मोक्ष की तलाश में विदेशी भक्त

पहली बार महाकुंभ में पहुंचे ब्राजील के योग साधक शिकू ने 'मोक्ष' की खोज को अपनी यात्रा का मकसद बताया। उन्होंने कहा, "भारत दुनिया का आध्यात्मिक हृदय है। इस बार 144 वर्षों बाद बना ग्रहों का दुर्लभ संयोग महाकुंभ को और भी खास बनाता है। मैं यहां आकर बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। जय श्रीराम।" फ्रांसीसी पत्रकार मेलानी में इस आयोजन ने एक अप्रत्याशित रोमांच पैदा किया।

मेलोनी ने पीटीआई से कहा, "जब मैंने भारत की यात्रा की योजना बनाई थी, तब मुझे महाकुंभ के बारे में नहीं पता था। लेकिन एक बार जब मुझे इसके बारे में पता चला, तो मुझे लगा कि मुझे यहां आना ही होगा। साधुओं से मिलना और इस जीवंत मेले को देखना जीवन में एक बार मिलने वाला अनुभव है।" उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ में विदेशी आगंतुकों सहित कुल 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

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