Tuesday, January 14, 2025

Agri Commodity:सरकार की एग्री सेक्टर से बढ़ी उम्मीदें, सरसों में फिर लौटी तेजी, जानिए क्या है वजह

सरकार को इस साल एग्री सेक्टर में ग्रोथ की उम्मीद है। सरकार उम्मीद कर रही है कि खरीफ और रबी दोनों में ही अच्छा उत्पादन होगा। वहीं रबी में अब तक सरसों की बुआई पिछले साल से 6% कम रही है। क्या हैं इसके कारण ?क्या सरकार की उम्मीद पर फसलों का उत्पादन खरी उतरेगी और क्या हैं बजट से उम्मीदें?

सरकार की एग्री सेक्टर से उम्मीदें बढ़ी है। अच्छे मॉनसून से उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। 2024-25 में अच्छे ग्रोथ की भी उम्मीद है। FY24 में सेक्टर में 1.4% की गिरावट दिखी लेकिन इस साल 3.5-4% की दर से ग्रोथ की उम्मीद है। 2016-17, 2022-23 में 5% की औसत ग्रोथ है।

कहां हैं चुनौतियां?

दलहन, तिलहन को लेकर चुनौतियां बरकरार है। दलहन का उत्पादन 24-25 मिलियन टन बढ़ा है। 10 साल पहले 14 मिलियन दलहन उत्पादन टन था।दलहन पर भारत अब भी आत्मनिर्भर नहीं है। जरूरत का करीब 60% दाल इंपोर्ट होता है। खाने के तेल भारत का सबसे बड़ा इंपोर्टर है।

सरसों में लौटी तेजी

इंटरनेशनल मार्केट में कीमतों में तेजी आई है। 1 महीने की ऊंचाई पर सरसों का दाम पहुंचा है। 545 यूरो/टन के पार दाम निकले है। 2025 में अब तक 6% की तेजी आई। अप्रैल 2022 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर दाम पहुंचे थे। 1094 यूरो/टन की ऊंचाई तक दाम पहुंचे थे।

भारत में सरसों का हाल

भारत में सरसों के दाम एक साल 25% तक चढ़ चुके हैं । पिछले साल से अब तक 6% कम बुआई हुआ। 14 जनवरी तक 88.50 लाख हेक्टेयर में बुआई रहा। पिछले साल 93.73 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी

MOPA के ज्वाइंट सेक्रेटरी अनिल चत्तर का कहना है कि किसानों को अगर फसल के सही दाम मिलते है तो फसल की बुआई बढ़ जाएगी। 2018 में किसानों को सही फसल के सही दाम मिले थे जिसके बाद किसान ने 25 फीसदी फसल की बुआई बढ़ाई थी।

पूर्व कृषि सेक्रेटरी सिराज हुसैन का कहना है कि तुअर की आवक बाजार में शुरु हो चुकी है। अगले हफ्ते में तुअर के आवक में बढ़त की उम्मीदें है। इस साल रबी की फसल अच्छी होने की उम्मीद है लेकिन सरकार को यह तय करना होगा कि रबी फसल के दाम MSP के नीचे ना जाए। सरसों की प्रोडक्शन अच्छी होने की उम्मीद है। ऑयल सीड में अगर भारत को आत्मनिर्भर होना है तब तक सरकार से एक हद तक प्रोक्योरमेंट कराना होगा।



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