स्टॉक मार्केट्स की नजरें यूनिन बजट में डिसइनवेस्टमेंट के टारगेट पर लगी हैं। 2020 से ही सरकार का डिसइनवेस्टमेंट यूनियन बजट में तय टारगेट से कम रहा है। 1 फरवरी को सरकार डिसइनवेस्टमेंट का व्यावहारिक टारगेट तय कर सकती है। यह यूनियन बजट 2022 और 2023 में तय डिसइनवेस्टमेंट के टारगेट से कम रह सकता है। यूबीएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस वित्त वर्ष में डिसइनवेस्टमेंट से सरकार अब तक सिर्फ 9,000 करोड़ रुपये जुटा पाई है। यह 50,000 करोड़ रुपये के टारगेट से काफी कम है।
डिसइनवेस्टमेंट का टारगेट बढ़ने की उम्मीद कम
इस वित्त वर्ष में सरकार ने GIC, Cochin Shipyard और Hindustan Zinc में अपनी हिस्सेदारी बेची है। सरकार ने इसके लिए ऑफर फॉर सेल (OFS) रूट का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा सरकार को स्पेसिफायड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया में हिस्सेदारी की बिक्री से पैसे मिले हैं। एनालिस्ट्स का मानना है कि 1 फरवरी को सरकार डिसइनवेस्टमेंट का बड़ा टारगेट तय नहीं करेगी। ज्यादातर एनालिस्ट्स का मानना है कि टारगेट 30,000-60,000 करोड़ रुपये के बीच रह सकता है।
30000 करोड़ का टारगेट तय हो सकता है
विदेशी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने कहा कि है कि सरकार डिसइनवेस्टमेंट के लिए करेंट फाइनेंशियल ईयर जितना टारगेट तय कर सकती है। UBS का कहना है कि डिसइनवेस्टमेंट का टारगेट घटाने का सरकार का ट्रेंड यूनियन बजट 2025 में भी जारी रह सकता है। सरकार 30,000 करोड़ रुपये का टारगेट तय कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह लगातार पांचवां साल होगा, जब सरकार के डिसइनवेस्टमेंट टारगेट में कमी देखने को मिलेगी।
इन कंपनियों पर होगा फोकस
यूबीएस ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष में सरकार का फोकस NMDC Steel, IDBI Bank, Shipping Corporation और BEML जैसी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने पर हो सकता है। अगल वित्त वर्ष के डिसइनवेस्टमेंट के टारगेट को हासिल करने में इन कंपनियों का बड़ा योगदान हो सकता है। इस महीने की शुरुआत में मनीकंट्रोल ने बताया था कि IDBI Bank के लिए ड्यू डिजिलेंस की प्रक्रिया जारी है। इसके बाद सरकार IDBI Bank में 60.7 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए संभावित खरीदारों से बोलियां आमंत्रित करेगी।
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इन शेयरों में बीते छह महीनों में बड़ी गिरावट
IDBI Bank के शेयर 27 जनवरी को 3.79 फीसदी चढ़कर 79.70 रुपये पर बंद हुए। बीते छह महीनों में यह स्टॉक 23 फीसदी गिरा है। NMDC Steel के शेयर 27 जनवरी को 3.89 फीसदी गिरकर 38 रुपये पर बंद हुए। बीते छह महीनों में यह स्टॉक करीब 34 फीसदी लुढ़का है। Shipping Corporation का शेयर 27 जनवरी को 4.97 फीसदी क्रैश कर गया। यह स्टॉक बीते छह महीनों में 34 फीसदी लुढ़का है। BEML का शेयर 27 जनवरी को 5.56 फीसदी गिरकर 3,435 रुपये पर बंद हुआ। बीते छह महीनों में यह स्टॉक करीब 26 फीसदी लुढ़का है।
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