Tuesday, December 24, 2024

Share Market Today: जोरदार शुरुआत के बावजूद घाटे में बंद हुआ शेयर बाजार, निवेशकों के ₹43,000 करोड़ डूबे

Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार आज 24 दिसंबर को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स करीब 67 अंक गिरकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 23,750 के नीचे पहुंच गया। इसके चलते निवेशकों के शेयर बाजार में आज करीब 43,000 करोड़ रुपये डूब गए। एनालिस्ट्स का कहना है कि किसी नए ट्रिगर की कमी और छुट्टियों के सीजन के चलते बाजार में वॉल्यूम कम रहा है, जिसके चलते बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार दिखा। हालांकि ब्रॉडर मार्केट हल्के हरे निशान में रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.09 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.37 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए। आज के कारोबार के दौरान डिफेंस, ऑटो और FMCG शेयरों में तेजी रही। दूसरी ओर मेटल और पावर शेयरों मे गिरावट का रुख रहा।

कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 67.30 अंक या 0.086 फीसदी की गिरावट के साथ 78,472.87 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 25.80 अंक या 0.11 फीसदी फिसलकर 23,727.65 के स्तर पर बंद हुआ।

निवेशकों के ₹43,000 करोड़ डूबे

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 24 दिसंबर को घटकर 441.58 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार 23 दिसंबर को 442.01 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 43,000 रुपये घटा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 43,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।

सेंसेक्स के इन 5 शेयरों में रही सबसे अधिक तेजी

बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयर हरे निशान में यानी बढ़त के साथ बंद हुए। इसमें टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयरों में 1.92 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके बाद आईटीसी (ITC), नेस्ले इंडिया (Nestle India), महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर 0.57 फीसदी से लेकर 0.86 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के इन 5 शेयरों में रही सबसे अधिक गिरावट

वहीं सेंसेक्स के बाकी 16 शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुए। इसमें भी पावर ग्रिड (Power Grid) का शेयर 1.79 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), टाइटन (Titan), टाटा स्टील (Tata Steel) और इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) के शेयरों में 0.93 फीसदी से 1.11% तक की गिरावट देखी गई।

सेंसेक्स के बाकी शेयरों का क्या हाल रहा, इसे आप नीचे दिए गए तस्वीर में देख सकते हैं-

sensex123f

2,022 शेयरों में रही गिरावट

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आज गिरावट के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही। एक्सचेंज पर कुल 4,092 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला। इसमें से 1,976 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। वहीं 2,022 शेयरों में गिरावट देखी गई। जबकि 94 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए। इसके अलावा 170 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ। वहीं 64 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ।

sensex123

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

यह भी पढ़ें- Defence Stocks: उड़ान भरने के लिए तैयार हैं ये 4 डिफेंस शेयर! Elara ने दी दांव लगाने की सलाह



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ZKvVfCR
via

Monday, December 23, 2024

Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर इस विधि से करें तुलसी की पूजा, जानें उपाय और इसका महत्व

सोमवती अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस बार 30 दिसंबर को साल की आखिरी सोमवती अमावस्या पड़ रही है। यह तिथि काफी शुभ मानी जाती है। इस दिन भगवान शिव, पितरों और तुलसी माता की पूजा का खास महत्व है। सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और अमावस्या तिथि पितरों से जुड़ी होती है। इसके अलावा, तुलसी को सभी देवी-देवताओं का प्रिय माना जाता है और इसे घर में लगाने से धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। सोमवती अमावस्या पर तुलसी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

इस दिन पूजा विधि के अनुसार, सुबह उठकर स्नान करें, तुलसी के पौधे को गंगाजल से साफ करें, और उसे रोली, चंदन तथा पुष्प अर्पित करें। इसके बाद दीपक जलाकर तुलसी के पौधे के चारों ओर 108 बार परिक्रमा करें और ‘ॐ श्री तुलसी माते नमः’ का जाप करें। इस दिन व्रत रखना और पितरों का तर्पण भी शुभ माना जाता है।

पूजा की विधि और सामग्री

सोमवती अमावस्या पर तुलसी पूजा करने के लिए विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है, जिसमें तुलसी का पौधा, गंगाजल, रोली, चंदन, पुष्प, धूप, दीप, कच्चा दूध, मिठाई और सुहाग का सामान शामिल हैं।

  • सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और तुलसी के पौधे को गंगाजल से धोकर साफ करें।
  • तुलसी के पौधे को रोली, चंदन और पुष्प से सजाएं।
  • दीपक जलाकर धूप दें और 108 बार परिक्रमा करें।
  • तुलसी पर कच्चा दूध अर्पित करें और मिठाई चढ़ाएं।
  • सुहाग सामग्री चढ़ाकर वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करें।

    इस दिन व्रत रखना और ‘ॐ श्री तुलसी माते नमः’ मंत्र का जाप करना भी शुभ माना जाता है। ध्यान रखें कि इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने की मनाही है।

महत्व और अद्भुत योग का संयोग

इस बार की सोमवती अमावस्या विशेष है क्योंकि इसमें वृद्धि योग, ध्रुव योग, शिववास योग और नक्षत्र योग का संयोग बन रहा है। मान्यता है कि इस दिन तुलसी पूजा से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। तुलसी पूजा पितृ दोष को दूर करने के साथ-साथ घर में सुख-शांति और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग खोलती है। सोमवती अमावस्या पर तुलसी पूजा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि मानसिक शांति और समृद्धि के लिए भी बेहद लाभकारी मानी जाती है। इस दिन की पूजा विधि को अपनाकर आप अपने जीवन में खुशियां और सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं।

Pradosh Vrat 2025 List: जनवरी में कब हैं प्रदोष व्रत? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ANjze7n
via

Sunday, December 22, 2024

Market correction : टेक्निकल इंडीकेटर्स और ऑप्शन आंकड़े अगले हफ्ते भी बाजार में गिरावट जारी रहने के दे रहे संकेत

धुपेश धमेजा, सैमको सिक्योरिटीज

Nifty Trend: बीते हफ्ते निफ्टी इंडेक्स ने 4.77 फीसदी की अपनी सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की। इसके चलते पिछले चार सप्ताहों में आई सारी तेजी हवा हो गई। निफ्टी के 200-डीईएमए से नीचे बंद होने और लोअर-हाई पैटर्न को बनाए रखने के साथ, आने वाले सप्ताह में गिरावट के जारी रहने की चिंता बनी हुई है। यह चिंता जारी भू-राजनीतिक तनावों की वजह से और बढ़ गई है।

पिछले सप्ताह में हुई इस बड़ी गिरावट ने वीकली चार्ट पर बेयरिश एंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है। डेली चार्ट पर, निफ्टी निर्णायक रूप से अपने अहम 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (200-डीईएमए) से नीचे टूट गया लोअर हाईज की एक सीरीज बनाई। यह तेज गिरावट, मंदी की गति की एक मजबूत वापसी को दर्शाती है,क्योंकि आगे तेजी की उम्मीद करने वाले खरीदार फंस गए थे।

ओवरऑल मार्केट स्ट्रक्चर बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है। खरीदारी की घटती हुई रुचि मंदी की संभावना को और बढ़ा रही है। हालिया गिरावट के साथ, निफ्टी ने 24,000 के मनोवैज्ञानिक सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया। ये मार्केट सेंटीमेंट में बड़े बदलाव का संकेत है। 24,800 का स्तर अब एक बड़े कठोर रेजिस्टेंस में बदल गया। निफ्टी वर्तमान में 23,500-23,200 की अपनी तत्काल सपोर्ट रेंज के आसपास मंडरा रहा है,जिसे 50-वीक एक्पोनेंसियल मूविंग एवरेज (50-WEMA)से बल मिल रहा है। यह एक ऐसा स्तर है जिसने ऐतिहासिक रूप से एक मजबूत सपोर्ट के रूप में कार्य किया है।

डेली चार्ट पर, इंडेक्स लगातार अपने पिछले हाई से ऊपर बंद होने में विफल रहा है। ये ऊपरी स्तरों पर लगातार बने बिक्री के दबाव को दर्शाता है। इसके अलावा, निफ्टी 23,800 से 24,000 के अहम मनोवैज्ञानिक रजिस्टेंस बैंड से नीचे कारोबार कर रहा है जिसको भारी कॉल राइटिंग का सपोर्ट हासिल है। यह सतर्कता की भावना बताती है कि ट्रेडर्स को तत्काल किसी तेजी की संभावना को लेकर संशय है। 200-डीईएमए से नीचे बंद होना, साथ ही आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) का 40 से नीचे गिरना बाजार पर मंदड़ियों की पकड़ मजबूत होने के संकेत है।

ओपन इंटरेस्ट (OI) ट्रेंड

इस हफ्ते निफ्टी फ्यूचर्स OI में मजबूत उछाल देखने को मिला। ये 12.60 मिलियन शेयरों से बढ़कर 14.62 मिलियन शेयरों पर पहुंच गया । इसमें 2.02 मिलियन शेयरों की बढ़त हुई। OI में यह तेज बढ़त, 4.77 फीसदी की गिरावट के साथ मिलकर मंदड़ियों के आक्रामक शॉर्ट पोजीशन का संकेत देती है, जो बाजार में निगेटिव सेंटीमेंट कायम रहने का संकेत है।

एफपीआई लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अपनी लॉन्ग पोजीशन में भारी कटौती की है, लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो सप्ताह की शुरुआत में 38.69 फीसदी से गिरकर 31.20 फीसदी पर आ गया है। यह गिरावट संस्थागत निवेशकों के उम्मीदों में गिरावट का संकेत है जिससे मंदी के नजरिए को और मजबूती मिलती है।

Daily Voice: बाजार में देखने को मिलेगा तेज उतार-चढ़ाव, अच्छी क्वालिटी की मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनियां करेंगी बेड़ा पार

अहम वीकली सीरीज लेवल्स

वीकली ऑप्शन आंकड़ों से पता चलता है कि 24,000 की स्ट्राइक में सबसे ज्यादा कॉल ओपन इंटरेस्ट है, जबकि 23,000 की स्ट्राइक में सबसे ज्यादा पुट ओपन इंटरेस्ट है। 23,600-24,000 कॉल रेंज और 23,500-23,000 पुट रेंज में भारी एक्शन 24,000 पर तत्काल रजिस्टेंस और 23,000 पर अहम सपोर्ट का संकेत देता है। 23,600-24,000 रेंज में भारी कॉल राइटिंग मौजूदा मंदी की भावना को मजबूत करती है। पुट-कॉल रेशियो (पीसीआर) 0.71 तक गिर गया है, जो संकेत देता है कि मंदड़िए बाजार पर मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। ओपन इंटरेस्ट में उछाल, इंडेक्स की तीव्र गिरावट के साथ मिलकर, फंसे हुए खरीदारों की और संकेत कर रहा है। साथ ही यहा 23,200 के अगले सपोर्ट स्तर की ओर संभावित गिरावट के लिए रास्ता खोलता दिख रहा है।

आगामी हफ्ते के लिए पूर्वानुमान

24,000 के स्तर से तेज गिरावट ने इस स्तर को एक बड़े रजिस्टेंस जोन के रूप में मजबूती से स्थापित कर दिया है। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट 23,300 और 23,500 के बीच है,जिसे मजबूत पुट राइटिंग और पिछले स्विंग लो का सपोर्ट है। किसी भी सार्थक रिकवरी के लिए इस रेंज को बनाए रखना जरूरी होगा। ऑप्शन सीरीज और प्राइस एक्शन से संकेत मिलता है कि ऊपर की ओर, 23,800-24,000 के जोन में अहम रजिस्टेंस है। 24,000 से ऊपर टिके रहने से शॉर्ट-कवरिंग रैली की उम्मीद बढ़ सकती है और निफ्टी 24,500 की ओर बढ़ सकता है।

एफपीआई की लॉन्ग पोजीशन में कमी और इंडेक्स में भारी गिरावट के दौरान ओपन इंटरेस्ट में बढ़ोतरी मंदी की भावना की पुष्टि करती है। अगर इंडेक्स 23,500 के नीचे फिसल जाता है तो बिकवाली बढ़ सकती क्योंकि खरीदार अपनी पोजीशन काट लेंगे जिससे इंडेक्स 23,000 के अहम सपोर्ट स्तर तक गिर सकता है। जब तक निफ्टी 23,800-24,000 जोन से नीचे रहता है, तब तक "उछाल पर बिकवाली" की रणनीति कायम रहने की उम्मीद है,जिससे मंदी जारी रहने का रास्ता साफ होगा।

 

धुपेश धमेजा सैमको सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव्स विश्लेषक हैं.

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/CcVu6KN
via

Saturday, December 21, 2024

Multibagger Stock: एक साल में पैसा हुआ डबल, 3 साल में ₹1 लाख के बन गए ₹1300000

Multibagger Share: एक स्पेशिएलिटी केमिकल कंपनी के शेयरों ने पिछले 3 वर्षों में शेयरहोल्डर्स को लगभग 1200 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। केवल एक साल में निवेशकों का पैसा लगभग दोगुना हो गया है। यह शेयर है हिमाद्री स्पेशिएलिटी केमिकल (Himadri Speciality Chemical)।

कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में स्पेशिएलिटी कार्बन ब्लैक, कोल तार पिच, रिफाइंड नेफ्थलीन, न्यू एनर्जी मैटेरियल्स, SNF, स्पेशिएलिटी ऑयल्स, पावर आदि शामिल हैं। यह लीथियम आयन बैटरी, पेंट, प्लास्टिक, टायर, एल्यूमीनियम, ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड्स, एग्रोकेमिकल्स, डिफेंस और कंस्ट्रक्शन केमिकल्स जैसी कई इंडस्ट्रीज को सर्विसेज देती है।

3 साल में 42 से 547 रुपये पर पहुंचा शेयर

बीएसई पर शेयर की कीमत 3 साल पहले 20 दिसंबर 2021 को 42.2 रुपये थी। 20 दिसंबर 2024 को शेयर 546.85 रुपये पर बंद हुआ। इस तरह रिटर्न बना 1195.85 प्रतिशत। अगर किसी ने 3 साल पहले हिमाद्री स्पेशिएलिटी केमिकल के शेयर में 25000 रुपये लगाए होंगे और अभी तक शेयरों को बेचा नहीं होगा तो निवेश 3 लाख रुपये से ज्यादा हो गया होगा। इसी तरह 50000 रुपये का निवेश 6 लाख रुपये से ज्यादा और 1 लाख रुपये का निवेश लगभग 13 लाख रुपये बन गया होगा।

Himadri Speciality Chemical का मार्केट कैप लगभग 27000 करोड़ रुपये है। बीएसई के डेटा के मुताबिक, कंपनी में सितंबर 2024 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 50.78 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। पिछले 1 महीने में शेयर 11 प्रतिशत चढ़ा है। शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 688.50 रुपये 18 सितंबर 2024 को देखा गया था। 52 सप्ताह का निचला स्तर 265.05 रुपये 21 दिसंबर 2023 को क्रिएट हुआ।

Multibagger stock: 5 साल में ₹1 लाख के बने ₹1 करोड़, 3 जनवरी को शेयर करेगा एक्स-बोनस ट्रेड

बीएसई पर मौजूद डेटा की मानें तो जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू 1,135.21 करोड़ रुपये रहा। इस बीच शुद्ध मुनाफा 134.44 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 4,184.89 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 411 करोड़ रुपये रहा।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी शेयर परफॉरमेंस के आधार पर दी गई है। यह बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/uWMpxHe
via

Friday, December 20, 2024

Sugar Commodity: चीनी के लिए कैसा रहा ये बाजार, आने वाले साल में चीनी सेक्टर के लिए क्या चुनौतियां?

Sugar Commodity: खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार का फिलहाल चीनी एक्सपोर्ट दोबारा शुरू करने का काई इरादा नहीं है। पहले घरेलू मांग पूरा होगी फिर फैसला लेगें। खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा का ने अपने बयान में कहा है कि सरकार अभी एक्सपोर्ट के पक्ष में नहीं है खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा घरेलू मांग को पूरा करना पहली प्राथमिकता है। मांग के बाद एथेनॉल के उत्पादन पर भी फोकस होगा। गन्नों की पेराई, उत्पादन पर सरकार की नजर है। उन्होंने कहा कि सरकार सरप्लस चीनी के इस्तेमाल पर फैसला लेगी।

बता दें कि 1 अक्टूबर 2024 को 79 लाख का ओपनिंग स्टॉक है। 2022-23 के बाद से एक्सपोर्ट पर बैन लगा है जबकि 2022-23 में 60 लाख टन का एक्सपोर्ट हुआ थे।

इंडस्ट्री की सरकार से एक्सपोर्ट खोलने की अपील की है।इंडस्ट्री ने 20 लाख टन एक्सपोर्ट को मंजूरी देने की अपील की है। इंडस्ट्री की देश में चीनी अच्छी सप्लाई की दलील है।

इसके क्या कारण हैं? क्या देश में चीनी की उत्पादन कम है? स्टॉक कम है? या फिर कुछ और? इस पर बात करते हुए नेशनल फेडरेशन ऑफ कोओपरेटिंग शुगर फैक्ट्ररी (NFCSF) के MD प्रकाश नाइकनवरे का कहना है कि बारिश ज्यादा से भी ज्यादा उत्पादन नहीं होने की उम्मीद है। महाराष्ट्र, कर्नाटक में गन्ने में फ्लावरिंग हो रही है। फ्लावरिंग से गन्ने का बढ़ना रुक जाता है। उत्तर प्रदेश में भी कम उत्पादन होने की उम्मीद है। चीनी का मिनिमम सेलिंग प्राइस बढ़ाने की मांग है। एक्स मिल और रीटेल भाव में 8 रुपये का फर्क होना चाहिए था।

उन्होंने आगे कहा कि आज इंटरनेशनल मार्केट में चीनी के दाम स्थिर हैं। देश में चीनी के दाम काफी गिरे हैं। भारत एक्सपोर्ट करता है तो कीमतों पर असर पड़ेगा। सरकार से चीनी का मिनिमम सेलिंग प्राइस बढ़ाने की मांग है। आज 1 किलो चीनी बनाने में 41.66 रुपये का खर्च आता है। 41.66 रुपये के नीचे बेचने पर इंडस्ट्री को नुकसान होता है। इंडस्ट्रीज की देश में चीनी की अच्छी सप्लाई की दलील है। सरकार से चीनी का मिनिमम सेलिंग प्राइस बढ़ाने की मांग है।

प्रकाश नाइकनवरे ने आगे कहा कि 320 लाख टन चीनी उत्पादन की उम्मीद है। 280 लाख टन चीनी के खपत की उम्मीद है। 40 लाख टन चीनी एथेनॉल के लिए डायवर्ट होगी। क्लोजिंग स्टॉक 15-20 लाख टन रहने की उम्मीद है।

Gold Price :1 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा सोने का भाव, डॉलर की मजबूती ने किया परेशान, जानिए कहां तक जा सकते है भाव



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/CRMd3Kc
via

Thursday, December 19, 2024

5G के जमाने में न बिजली न ही मोबाइल फोन, टेक्नोलॉजी से है कोसों दूर, भारतीय संस्कृति के भरोसे है मस्त लाइफ

आज की तकनीक इतनी तेज़ हो गई है कि हम 5G जैसी तकनीकों तक पहुंच चुके हैं। समय के साथ भारत ने बहुत तरक्की की है, लेकिन इस तरक्की के साथ लोगों को सुविधाओं की आदत भी लग गई है। अब ज्यादातर लोग हर छोटी से छोटी सुविधा की उम्मीद करते हैं, और इसके बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल लगता है। खासकर बिजली के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव सा लगता है। लोग अब इस आदत के इतने आदी हो चुके हैं कि बिना बिजली के घरों में रहना और काम करना कठिन लगता है। लेकिन फिर भी कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां लोग आज भी इन आधुनिक सुविधाओं से दूर हैं।

ऐसा ही एक गांव है, जहां के लोग बिजली, गैस, और अन्य आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करते। यहां के लोग पुराने तरीके से जीवन जीते हैं, और अपनी परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखते हैं।

बिना बिजली के जीवन की सादगी

आंध्र प्रदेश के कुर्मा गांव के लोग बिना बिजली के अपना जीवन जीते हैं। यहां न तो बिजली की सप्लाई है, न ही गैस या पंखे का उपयोग होता है।  यहां के लोग इस तरह की आधुनिक सुविधाओं के बिना पूरी तरह से खुशहाल जीवन जी रहे हैं। उनका मानना है कि पुरानी संस्कृति और परंपराओं में ही जीवन की असली खुशी और संतुलन है। यहां के लोग अपनी जरूरतों के लिए किसी भी तरह के आधुनिक उपकरणों का सहारा नहीं लेते हैं।

खास घरों की बनावट

कुर्मा गांव के घरों की बनावट भी बेहद खास है। यहां के लोग अपने घरों का निर्माण चूने और मिट्टी से करते हैं। घरों की सजावट के लिए भी केवल मिट्टी का ही उपयोग किया जाता है। मिट्टी से घर की दीवारों को लीपा जाता है और चूने से रंगीन किया जाता है, जिससे इन घरों में एक अलग ही सौंदर्य और ताजगी बनी रहती है।

 सादगी और अनोखी आदतें

गांव में प्रवेश करते ही सबसे पहले एक बड़ा हॉल दिखाई देता है, जिसके बगल में एक एक तालाब होता है। घर में पानी की आपूर्ति के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। हॉल के दूसरी ओर रसोईघर है, जहां लकड़ी के चूल्हों पर खाना पकाया जाता है। यहां की रसोई में गैस या इलेक्ट्रिक चूल्हे का नामो-निशान नहीं है। घर में लकड़ी की बनी छोटी अलमारियों में लोग अपना जरूरी सामान रखते हैं। बैक्टीरिया से बचने के लिए घर को गाय के गोबर से लीपा जाता है, क्योंकि यहां के लोग मानते हैं कि गोबर से घर साफ और बैक्टीरिया मुक्त रहता है।

पारंपरिक कपड़े और जीवनशैली

कुर्मा गांव के लोग खुद ही अपने कपड़े बनाते हैं और सिलाई करने में भी पारंगत हैं। यह गांव आज भी पूरी तरह से परंपराओं के साथ जीने की मिसाल पेश करता है। जहां लोग अपनी संस्कृति और रीति-रिवाजों को आज भी उतनी ही श्रद्धा से निभाते हैं। यह गांव हमें सिखाता है कि जीवन में अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएं जरूरी नहीं हैं। सादगी और परंपरा में भी बहुत कुछ है। यहां के लोग यह साबित कर रहे हैं कि यदि मन में संतोष और सरलता हो, तो बिना बिजली, गैस और आधुनिक सुविधाओं के भी एक खुशहाल  जीवन जी सकते हैं।

Pressure Cooker Safety Tips: प्रेशर कुकर में खाना बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना बम की तरह होगा विस्फोट



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/SluTAmw
via

Wednesday, December 18, 2024

'PM अगर आंबेडकर का सम्मान करते हैं, तो अमित शाह को आधी रात को ही बर्खास्त कर दें' कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की मांग

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनका बचाव करने के बजाय आज रात 12 बजे तक मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को बाबासाहेब के प्रति श्रद्धा है, तो उन्हें यह कदम उठाना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "अमित शाह ने जो बात कही वह निंदनीय है। यह देश का दुर्भाग्य है कि एक दलित नायक, जो सबके लिए पूजनीय है, उनके बारे में इस तरह की टिप्पणी की गई है।" उन्होंने दावा किया कि स्वर्ग और नरक की बात मनुस्मृति की बात है और ये लोग संविधान को नहीं मानते।

शाह को आज रात 12 बजे तक बर्खास्त करना चाहिए

खड़गे ने गृह मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह की गलती नहीं है, क्योंकि जिस स्कूल में पढ़े हैं, वहां यही पढ़ाया जाता है। कांग्रेस प्रमुख का कहना था कि प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री का बचाव करने के लिए X पर छह पोस्ट किए।

उन्होंने कहा कि बाबासाहेब के बारे में गलत बोलने पर शाह को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए था।

खड़गे ने कहा, "हम चाहते है कि शाह को गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री को आंबेडकर के प्रति श्रद्धा है, तो शाह को आज रात 12 बजे तक बर्खास्त करना चाहिए।"

बाबासाहेब का नाम लेना भी गुनाह: खड़गे

इससे पहले खड़गे ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि शाह की टिप्पणी का यह मतलब था कि बाबासाहेब का नाम लेना भी गुनाह है।

उन्होंने कहा, "अमित शाह जी ने कल सदन (राज्यसभा) में जब बाबासाहेब आंबेडकर जी का नाम लेकर बयान दिया, तब मैंने हाथ उठाकर बोलने की इजाजत मांगी थी, लेकिन मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया। उस समय हम सब सहयोग की भावना से चुपचाप बैठे रहे, क्योंकि हम संविधान पर चर्चा कर रहे थे।"

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के अनुसार, गृह मंत्री ने जिस तरह से बाबासाहेब का अपमान किया, उसे लेकर पूरे विपक्ष ने विरोध जताया है।

‘मनुस्मृति’ और RSS की विचारधारा है: खड़गे

खड़गे ने आरोप लगाया कि अमित शाह और BJP के लोगों के दिमाग में जो ‘मनुस्मृति’ और RSS की विचारधारा है, वह दर्शाती है कि वे बाबासाहेब के संविधान का आदर नहीं करते।

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने कहा, "हम शाह की टिप्पणी का पुरजोर विरोध करते हैं। बाबासाहेब का अपमान देश और देशवासी सहन नहीं करेंगे।"

उन्होंने कहा, "अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें और अपने पद से इस्तीफा दें।"

अमित शाह ने राज्यसभा में क्या कहा?

कांग्रेस और कई दूसरे विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।

मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो क्लिप जारी किया, जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं, "अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर... आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि गृह मंत्री की बातों को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है।

'मेरे इस्तीफे से आपकी दाल नहीं गलने वाली', खड़गे के वार पर अमित शाह का पलटवार



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/XewjAyW
via

Tuesday, December 17, 2024

New Year Holiday: नए साल पर घूमने का है प्लान, तो ये जगह है बेस्ट, चेक करें डेस्टिनेशन

X-mas New Year Holiday Plan: हर साल, क्रिसमस और नए साल के दिन लोग नई जगहों पर जाकर मनाना चाहते हैं, और इसकी प्लानिंग वे पहले से ही शुरू कर लेते हैं। हम यहां आपको दिल्ली के आसपास की जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां लोग नया साल मनाने के लिए सबसे ज्यादा जाते हैं। ये जगह देश की टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। यहां हम आपको कुछ बेहतरीन डेस्टिनेशन के बारे में बता रहे हैं, जहां इस बार आप अपने त्योहार और छुट्टियों को यादगार बना सकते हैं।

जम्मू और कश्मीर: बर्फीले पहाड़ों का आनंद

जम्मू और कश्मीर, जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है। हर साल सर्दियों में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे स्थानों पर बर्फबारी का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर यहां के शांत वातावरण में परिवार या दोस्तों के साथ समय बिताना एक अपना अनुभव है। स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसे एडवेंचर के शौकीनों के लिए यह जगह एक बेस्ट ऑप्शन है।

मनाली: रोमांच और नेचुरल ब्यूटी का लें आनंद

हिमाचल प्रदेश का मनाली बर्फीले मौसम और रोमांचक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। सर्दियों में यहां का तापमान शून्य के करीब पहुंच जाता है, जिससे यह बर्फ प्रेमियों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन बन जाता है। न्यू ईयर पर सोलांग वैली और रोहतांग पास में एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे पैराग्लाइडिंग, स्नोबाइकिंग और ट्रेकिंग का मजा लिया जा सकता है।

उदयपुर: झीलों का शहर

यदि आप शांति और भव्यता के साथ अपना समय बिताना चाहते हैं, तो राजस्थान का उदयपुर आपके लिए बेहतरीन ऑप्शन है। यह शहर अपनी खूबसूरत झीलों, महलों और संस्कृति के लिए फेमस है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर यहां की झीलों के किनारे सजी रोशनी और रंगीन माहौल आपके जश्न को खास बना देगा।

वाराणसी: आध्यात्मिक शांति की तलाश

जो लोग आध्यात्मिक शांति की तलाश में हैं, उनके लिए वाराणसी एक बेस्ट डेस्टिनेशन है। गंगा घाट पर आरती के समय शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव आपके साल के अंत को यादगार बना सकता है। यहां क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर भीड़भाड़ कम होती है, जिससे आप अपने परिवार के साथ सुकून भरे पल बिता सकते हैं।

अमृतसर: गोल्डन टेंपल का आशीर्वाद

पंजाब के अमृतसर में स्थित गोल्डन टेंपल एक ऐसी जगह है, जहां हर किसी को एक बार जरूर जाना चाहिए। क्रिसमस के मौके पर यहां का शांतिपूर्ण माहौल और गुरुद्वारे की रोशनी से सजा वातावरण आत्मा को सुकून देता है।

यूरोप और कजाकिस्तान: इंटरनेशनल घूमने के लिए बेस्ट है ये जगह

अगर आप इंटरनेशनल डेस्टिनेशन में घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यूरोप इसके लिए बेस्ट है। यूरोप की स्नो-फिल्ड्स और कजाकिस्तान के आधुनिक शहर आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। यूरोप में स्विट्ज़रलैंड और ऑस्ट्रिया की सुंदर घाटियां और कजाकिस्तान अपनी अनोखी संस्कृति और खूबसूरती के लिए मशहूर हैं।

ये बैंक 400 दिनों की FD पर दे रहा है 7.85% का इंटरेस्ट, चेक करें डिटेल्स



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/TJAYnhF
via

NEET UG Exam 2025: ऑनलाइन या फिर पेन और पेपर मोड में होगी नीट परीक्षा? शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी बड़ी जानकारी

NEET UG Exam 2025: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार (17 दिसंबर) को कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात पर विचार कर रहे हैं कि मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए होने वाले नीट-यूजी (National Eligibility-Entrance Test Undergraduate) परीक्षा का आयोजन पुराने पैटर्न पेन और पेपर मोड में किया जाए या फिर ऑनलाइन मोड में... इस संबंध में जल्द ही फैसला होने की उम्मीद है। शिक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ दो दौर की वार्ता की है।

वर्तमान में नीट-यूजी का आयोजन ऑफलाइन यानी पेन और पेपर मोड में किया जाता है। इसमें छात्रों को ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन) शीट पर बहुविकल्पीय सवाल हल करने होते हैं। नीट इसमें शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या के लिहाज से देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा है। 2024 में रिकॉर्ड 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा दी थी।

प्रधान ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "नीट का प्रशासनिक मंत्रालय स्वास्थ्य मंत्रालय है। इसलिए हम उनके साथ इस विषय पर बात कर रहे हैं कि नीट का आयोजन पेन और पेपर मोड में किया जाना चाहिए या फिर ऑनलाइन मोड में...। जेपी नड्डा के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ हमारी दो दौर की बातचीत हुई है। परीक्षा आयोजित करने के लिए जो भी विकल्प सबसे उपयुक्त माना जाएगा, एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) उसे स्वीकार करने के लिए तैयार है।"

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस संबंध में जल्द निर्णय होने की उम्मीद है और जो भी सुधार किए जाएंगे, उन्हें 2025 में लागू किया जाएगा। पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "नीट का आयोजन कैसे किया जाएगा, इसका प्रोटोकॉल क्या होगा... इस पर जल्द फैसला होने की उम्मीद है। हम जल्द इसे अधिसूचित करेंगे।"

ऑनलाइन पर चल रहा विचार?

नीट के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड अपनाने का विचार नया नहीं है। इस पर पहले भी कई बार विचार-विमर्श किया जा चुका है। हालांकि, इस साल की शुरुआत में पेपर लीक विवाद के बाद परीक्षा सुधारों पर जोर बढ़ गया है। नीट और पीएचडी प्रवेश परीक्षा एनईटी में कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं के बीच केंद्र ने एनटीए द्वारा परीक्षाओं का पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष आयोजन सुनिश्चित करने के लिए जुलाई में समिति का गठन किया था।

किस कोर्स के लिए कितनी सीटें उपलब्ध?

एनटीए मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए हर साल नीट आयोजित करता है। एमबीएसएस के लिए कुल 1,08,000 सीट उपलब्ध हैं। एमबीबीएस सिलेबस के लिए उपलब्ध कुल सीटों में से लगभग 56,000 सरकारी अस्पतालों में और 52,000 निजी कॉलेज में हैं। दंत डॉक्टर, आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए भी नीट के परिणामों का उपयोग किया जाता है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख आर राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति के अनुसार, नीट-यूजी के लिए बहु-चरणीय परीक्षा एक व्यवहार्य विकल्प हो सकती है, जिस पर आगे काम करने की आवश्यकता है। नीट कथित क्वेश्चन पेपर लीक समेत कई अनियमितताओं के कारण विवादों के घेरे में है। वहीं, यूजीसी-नेट को रद्द कर दिया गया, क्योंकि मंत्रालय को सूचना मिली थी कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है। दोनों मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है।

दो अन्य परीक्षाओं, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (सीएसआईआर-यूजीसी नेट) और नीट पीजी को एहतियात के तौर पर अंतिम समय में रद्द कर दिया गया। समिति में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति बीजे राव, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एमेरिटस के राममूर्ति, पीपल स्ट्रॉन्ग के सह-संस्थापक एवं कर्मयोगी भारत बोर्ड के सदस्य पंकज बंसल, आईआईटी दिल्ली के छात्र मामलों के डीन आदित्य मित्तल तथा शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल भी शामिल हैं।

ये भी पढ़ें- NCERT Textbook prices: छात्रों को नए साल का तोहफा, 20% तक सस्ती हो जाएंगी 9 से 12वीं तक की किताबें

समिति को विभिन्न परीक्षाओं के लिए क्वेश्चन पेपर तैयार करने और अन्य प्रक्रियाओं से संबंधित मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच करने और सिस्टम को अधिक मजबूत बनाने के लिए सिफारिशें करने का भी काम सौंपा गया है। समिति ने IIT कानपुर के दो शिक्षाविदों-कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के प्रोफेसर अमेय करकरे और सहायक प्रोफेसर देबप्रिया रॉय को भी सदस्य के रूप में चुना है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/BwGbyN2
via

Monday, December 16, 2024

DAM Capital के धर्मेश मेहता ने कहा-आईपीओ निवेशकों को नई ग्रोथ स्टोरी में हिस्सेदार बनने का मौका देता है

डैम कैपिटल एडवाइजर्स ने आईपीओ के लिए शेयर का प्राइस बैंड तय कर दिया है। यह 269-283 रुपये है। यह इश्यू 19 दिसंबर को खुलेगा। इसमें 23 दिसंबर तक इनवेस्ट किया जा सकता है। यह स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने वाली पहली प्योर इनवेस्टमेंट बैंकिंग फर्म है। यह इश्यू करीब 840 रुपये का होगा। कंपनी के एमडी और सीईओ धर्मेश मेहता ने इस आईपीओ के बारे में मनीकंट्रोल को कई अहम बातें बताईं।

टैलेंट अट्रैक्ट करना सबसे बड़ा मकसद

क्या यह इस इश्यू को लॉन्च करने के लिए सही समय है? इसके जवाब में मेहता ने कहा कि मसला सही समय का नहीं है बल्कि टैलेंट अट्रैक्ट करने का है। उन्होंने कहा, "कई समय सही समय नहीं होता, इसलिए जब मार्केट में स्थितियां ठीक होती है आपको आगे आना होता है। जहां तक हमारी बात है तो हमारा मकसद टैलेंट अट्रैक्ट करना है। हमारा बिजनेस पूरी तरह टैलेंट से चलता है। और टैलेंट तब आता है जब आपके पास सही इसॉप्स पॉलिसी होती है।"

आईपी ग्रोथ स्टोरी पर दांव लगाने का मौका

उन्होंने कहा कि आईपीओ नए निवेशकों की शुरुआत में ही कंपनी की ग्रोथ स्टोरी का हिस्सा बनने का मौका देता है। मार्केट में कई आईपीओ आने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि आखिरकार इनवेस्टर्स कंपनी को देखकर निवेश करते हैं। इसलिए सवाल यह नहीं है कि मार्केट में कितने आईपीओ हैं बल्कि यह सवाल है कि कंपनी की क्वालिटी कैसी है। इनवेस्टर्स सिर्फ अच्छी कंपनियों के आईपीओ में पैसे लगाना पंसद करते हैं।

बिजनेस में M&A और ECM की बड़ी हिस्सेदारी बनी रहेगी

कंपनी के बिजनेस के बारे में उन्होंने कहा कि M&A और ECM की बिजनेस में बड़ी हिस्सेदारी बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि मार्केट में गिरावट के साथ चैलेंजेज जुड़े होते हैं लेकिन यह मौका भी होता है। जब मार्केट गिरता है तो वैल्यूएशन घट जाती है लेकिन डील्स फिर भी होती हैं। मार्केट में गिरावट की स्थिति में एमएंडए हमेशा हेज का काम करता है। हम सिर्फ आईपीओ पर निर्भर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आगे मैनेजमेंट अपने एमएंडए स्ट्रेटेजी के लिए ग्लोबल पार्टनरशिप करेगा।

यह भी पढ़ें: Anand Rathi Share and Stock Brokers ला रही है ₹745 करोड़ का IPO, SEBI के पास जमा किया ड्राफ्ट

PMS और AIF बिजनेस में उतरने का प्लान

मेहता ने कहा कि हमारे कई क्लाइंट्स विदेश में कंपनियों का अधिग्रहण कर रहे हैं। एक स्ट्रेटेजिक पार्टनर होने से हमें इन डील्स के मामले में मदद मिलेगी। कंपनी का प्लान आखिर में पीएमएस और AIF बिजनेस में भी उतरने का है। लेकिन अभी इसके लिए पूरा प्लान बनना बाकी है। उन्होंने इंडिया की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि इंडिया की ग्रोथ स्टोरी स्ट्रॉन्ग बनी हुई है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/FoBlSJf
via

Technical View: निफ्टी 24,600 के ऊपर टिकने में कामयाब रहा, जानें 17 दिसंबर को कैसा रहेगा मार्केट का मिजाज

Technical View: पिछले सत्र में लगभग एक प्रतिशत की तेजी के बाद 16 दिसंबर को बाजार में कंसोलिडेशन देखने को मिला। इस कंसोलिडेशन के बीच निफ्टी 50 में कुछ मुनाफावसूली देखी गई। इससे 19 दिसंबर को होने वाली फेड बैठक से पहले हफ्ते में बाजार की सतर्क शुरुआत हुई। इंडेक्स 24,700 के स्तर से नीचे गिर गया लेकिन ये 10-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा। इंडेक्स के लिए ये एक पॉजिटिव संकेत है। इसलिए, 24,600 पर इंडेक्स के लिए तत्काल सपोर्ट होने की संभावना है। इसके बाद 24,500 महत्वपूर्ण सपोर्ट नजर आ रहा है। एक्सपर्ट्स ने कहा कि रिबाउंड की स्थिति में, 24,800 तत्काल रेजिस्टेंस होगा और 25,000 महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस होगा।

सत्र के अधिकांश भाग के लिए इंडेक्स निगेटिव जोन में रहा। ये 100 अंकों की गिरावट के साथ 24,668 पर बंद हुआ। इससे डेली चार्ट पर एक छोटा बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बना। यह शुक्रवार की तेजी के बाद राहत का संकेत दे रहा है। लेकिन कुल मिलाकर रुझान पॉजिटिव बना हुआ है।

मंगलवार 17 दिसंबर के लिए Nifty पर राय

HDFC Securities के नागराज शेट्टी ने कहा, "निफ्टी का निकट अवधि में तेजी का रुख बरकरार है। बाजार अंततः 24,800 के स्तर पर रेजिस्टेंस को पार कर सकता है।"

उनके अनुसार, लंबी अवधि के चार्ट (जैसे वीकली चार्ट) के अनुसार, निफ्टी एक अपट्रेंड में है। यहां से आगे आने वाला कंसोलिडेशन एक बाय-ऑन-डिप के अवसर दे सकता है। नागराज ने कहा, " इंडेक्स में तत्काल सपोर्ट 24,550 पर देखा जा सकता है। जबकि ऊपरी रेजिस्टेंस 24,800 पर नजर आ रहा है।"

उपरोक्त वीकली ऑप्शन डेटा से पता चलता है कि निफ्टी के 24,000-25,000 के जोन में टिकने की संभावना है। इसमें 24,700 पर तत्काल रेजिस्टेंस और 24,500 पर सपोर्ट दिख रहा है।

मंगलवार 17 दिसंबर के लिए Bank Nifty पर राय

बैंक निफ्टी कुछ वोलैटिलिटी के बाद निगेटिव रुझान के साथ सपाट बंद हुआ। यह सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर रहा। ये 2.5 अंक गिरकर 53,581 पर आ गया। इंडेक्स ने डेली टाइमफ्रेम पर अपर और लोअर शैडो के साथ एक छोटा बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। ये पैटर्न वोलैटिलिटी का संकेत दे रहा है। इसमें 53,800 का स्तर तत्काल रेजिस्टेंस प्रतीत हो रहा है। इससे ऊपर जाने पर इंडेक्स 54,000 के लेवल तक जा सकता है।

Motilal Oswal के चंदन तापड़िया ने कहा, "इंडेक्स को 54,000 और फिर 54,250 के स्तर तक उछाल के लिए 53,300 के जोन से ऊपर टिकना होगा। इसमें 53,300 और फिर 53,000 जोन पर सपोर्ट देखने को मिल सकता है।"

इस बीच, फेडरल रिजर्व की नीति बैठक से पहले, इंडिया VIX, डर का इंडेक्स, ने अपनी छह दिन की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। ये 7.41 प्रतिशत बढ़कर 14.02 पर पहुंच गया।

(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

 

 

 



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/zdW5Kpj
via

Experts views : इंडेक्स पर पॉजिटिव रुझान बनाए रखें, बीच-बीच में आ रही गिरावट में क्वालिटी शेयरों पर लगाएं दांव

भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सों ने आज थोक मूल्य सूचकांक में गिरावट को नजरअंदाज कर दिया और पिछले सत्र की कुछ बढ़त को गंवा दिया। इसके चलते आज 16 दिसंबर को निफ्टी 24,700 से नीचे बंद हुआ। आईटी,मेटल, तेल एवं गैस तथा एफएमसीजी शेयरों में बिकवाली पही। वहीं, रियल्टी, पीएसयू बैंक, मीडिया में खरीदारी ने गिरावट बढ़ने से रोक दिया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 384.55 अंक या 0.47 फीसदी गिरकर 81,748.57 पर और निफ्टी 100.05 अंक या 0.40 फीसदी गिरकर 24,668.25 पर बंद हुआ।

ग्लोबल संकेतों में नरमी के बीच भारतीय बाजार में नकारात्मक रुझान के साथ सपाट शुरुआत हुई तथा दिन चढ़ने के साथ इसमें गिरावट बढ़ती गई। निवेशक इस सप्ताह फेड तथा दूसरे बड़े केंद्रीय बैंकों की ब्याज दरों की घोषणाओं से पहले सतर्कता बरत रहे हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि बाजार आज सीमित दायरे में कारोबार करता दिखा। रियल्टी सेक्टर ने बढ़ती मांग और 2025 में संभावित दर कटौती की उम्मीद में बेहतर प्रदर्शन किया। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस PMI में बढ़त वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही अर्निंग्स में सकारात्मक बदलाव के रही है। इससे वित्त वर्ष 2025 मेंआय में और गिरावट सीमित रह सकती है। बढ़ते अमेरिकी 10-ईयर बॉन्ड यील्ड और मजबूत होते डॉलर ने निवेशकों को आगामी यूएस फेड नीति और 2025 में दरों के लिए फेड की टिप्पणी पर सतर्क बना दिया है।

मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि घरेलू शेयर बाजारों ने एशियाई और यूरोपीय बाजारों से संकेत लिया और गिरावट के साथ बंद हुए। निवेशक इस सप्ताह के अंत में दरों पर यूएस FOMC बैठक के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालांकि दर में कटौती की संभावना है, लेकिन सुस्त चाइनीज अर्थव्यवस्था और प्रमुख देशों से अमेरिका में होने वाले से आयात पर भारी शुल्क के ट्रम्प के निर्णय से जुड़ी चिंता के कारण निवेशकों का मूड खराब है।

Market Outlook : 24700 से नीचे बंद हुआ निफ्टी, जानिए 17 दिसंबर को कैसी रहेगी इसकी चाल

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि निफ्टी को 24,800 के स्तर के आसपास रजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही वोलैटिलिटी इंडेक्स (इंडिया VIX) में बीच-बीच में उछाल से बुल्स के लिए चुनौतियां बढ़ रही हैं। इसके बावजूद, बैंकिंग और आईटी दिग्गजों में मजबूती को देखते हुए इंडेक्स पर पॉजिटिव रुझान बनाए रखने की सलाह होगी। ट्रेडर्स को बेहतर प्रदर्शन करने वाले सेक्टरों से क्वालिटी स्टॉक जोड़कर बीच-बीच में आने वाली गिरावट का लाभ उठाने की कोशिश करनी चाहिए,साथ ही पोजीशन साइज को सावधानीपूर्वक मैने करना चाहिए।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/bScADkV
via

दिल्ली मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना में कब शुरू होगा रजिस्ट्रेशन? यहां जानें पूरी डिटेल

Pension Scheme for Woman: दिल्ली की महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री आतिशी ने पिछले हफ्ते ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ की घोषणा की, जिसके तहत दिल्ली में रहने वाली महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह योजना दिल्ली सरकार ने मार्च 2024 के बजट में पेश की थी। आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वादा किया है कि अगर आम आदमी पार्टी फिर से सत्ता में आती है, तो इस योजना के तहत मिलने वाली पैसा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये मंथली कर देगी। हालांकि, योजना के तहत रजिस्ट्रेशन अगले 10 दिनों के अंदर शुरू हो जाएगा।

कब शुरू होगा रजिस्ट्रेशन?

मुख्यमंत्री आतिशी ने 13 दिसंबर 2024 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि योजना के लिए रजिस्ट्रेशन अगले 7-10 दिनों में शुरू हो जाएगा। अप्लाई करने का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन होगा और इसे दिल्ली सरकार की ई-डिस्ट्रिक्ट वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह वेबसाइट पहले से ही वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन और विकलांगता पेंशन जैसी सर्विस दे रही है।

कौन कर सकता है अप्लाई?

इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए महिलाओं को ये शर्तें पूरी करनी होंगी।

महिला दिल्ली की निवासी हो और उसके पास दिल्ली पते वाला वोटर आईडी कार्ड हो।

12 दिसंबर 2024 को या उससे पहले महिला की आयु 18 साल या उससे अधिक हो। 18 से 60 साल की महिलाएं इस योजना की लाभार्थी हो सकती हैं।

चाहिए होंगे ये डॉक्यूमेंट्स

अप्लाई करने के लिए महिलाओं के पास नीचे दिये डॉक्यूमेंट होने चाहिए।

आधार कार्ड

दिल्ली पते वाला वोटर आईडी कार्ड

पैन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र या हाई स्कूल प्रमाण पत्र, जिससे उम्र साबित हो सके।

कौन नहीं कर सकता अप्लाई?

मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि सभी महिलाएं इस योजना का फायदा उठा सकती हैं। लेकिन नीचे बताई केटेगरी में आने वाली महिलाएं इसका फायदा नहीं उठा सकती।

वे महिलाएं जो पहले से दिल्ली सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं (वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांगता पेंशन) का लाभ ले रही हैं।

वे महिलाएं जिन्होंने पिछले फाइनेंशियल ईयर में इनकम टैक्स भरा हो।

केंद्र, राज्य या स्थानीय सरकारी कर्मचारी (वर्तमान और पूर्व), और पूर्व महिला जनप्रतिनिधि (जैसे सांसद, विधायक)।

कब मिलेगी पेंशन?

मुख्यमंत्री आतिशी ने बताया कि चुनाव आयोग दिल्ली चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के आधार पर ही योजना के तहत लाभार्थियों को फंड जारी करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि 31 मार्च 2025 तक लाभार्थियों को कम से कम एक या दो किश्तें मिल जाएंगी।

Advance Tax: कल 15 दिसंबर 2024 की डेडलाइन हो गई खत्म, आज भी जमा कर सकते



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/uJ5sqOc
via

Sunday, December 15, 2024

Maharashtra Cabinet Expansion: फडणवीस कैबिनेट का हुआ विस्तार, BJP-शिवसेना-NCP से ये नेता मंत्रिमंडल में शामिल

Maharashtra Cabinet Ministers List: महाराष्ट्र में रविवार (15 दिसंबर) को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट विस्तार हो गया। महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर में आयोजित समारोह में मंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा बीजेपी के राधाकृष्ण विखे पाटिल, चंद्रकांत पाटिल, एनसीपी के हसन मुश्रीफ ने नागपुर में आयोजित समारोह में महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली। बीजेपी के गिरीश महाजन, गणेश नाइक, शिवसेना के गुलाबराव पाटिल ने भी महाराष्ट्र के मंत्री के रूप में शपथ ली।

नागपुर में एक समारोह में शिवसेना के दादा भुसे, संजय राठौड़, एनसीपी के धनंजय मुंडे ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली। बीजेपी के मंगलप्रभात लोढ़ा, जयकुमार रावल, पंकजा मुंडे, शिवसेना के उदय सामंत ने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली।

महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में BJP-शिवसेना-NCP तीनों पार्टियों के विधायकों को फडणवीस मंत्रिमंडल में जगह मिली है। महाराष्ट्र में 33 साल बाद मंत्रिमंडल विस्तार और शपथ ग्रहण राज्य की उप-राजधानी नागपुर में हो रहा है। इससे पहले 21 दिसंबर 1991 को कांग्रेस के मुख्यमंत्री सुधाकरराव नाइक के मंत्रिमंडल का विस्तार नागपुर में हुआ था।

इन मंत्रियों ने ली शपथ, देखें पूरी लिस्ट

1. चंद्रशेखर बावनकुले (BJP)

2. राधाकृष्ण विखे पाटील (BJP)

3. हसन मुश्रीफ (NCP)

4. चंद्रकांत पाटिल (BJP)

5. गिरीश महाजन (BJP)

6. गुलाबराव पाटिल (शिवसेना)

7. गणेश नाईक (BJP)

8. दादा भुसे (शिवसेना)

9. संजय राठौड़ (शिवसेना)

10. धनंजय मुंडे (NCP)

11. मंगल प्रभात लोढा (BJP)

12. उदय सामंत (शिवसेना)

13. जयकुमार रावल (BJP)

14. पंकजा मुंडे (BJP)

15. अतुल सावे (BJP)

16. अशोक उईके (BJP)

17. शंभूराज देसाई (शिवसेना)

18. आशीष शेलार (BJP)

19. अदिति तटकरे (NCP)

20. दत्तात्रय भरणे (NCP)

21. शिवेंद्र राजे (BJP)

22. माणिकराव कोकाटे (NCP)

23. जयकुमार गोरे (BJP)

24. नरहरी झिरवाल (NCP)

25. संजय सवाकरे (BJP)

26. संजय शिरसाट (शिवसेना)

27. प्रताप सरनाइक (शिवसेना)

28. भारत गोगावले (शिवसेना)

29. जयकुमार गोरे (BJP)

30. मकरंद जाधव (NCP)

31. नीतेश राणे (BJP)

32. आकाश फुंडकर (BJP)

33. बाबासाहेब पाटिल (NCP)

34. प्रकाश आबेटकर (शिवसेना)

35. माधुरी मिशाल (BJP)

36. आशीष जायसवाल (शिवसेना)

37. पंकज भोयर (BJP)

38. मेघना बोर्डीकर (BJP)

39. इंद्रनील नाईक (NCP)

40. योगेश कदम (शिवसेना)

शिवसेना को मिल सकता है आवास मंत्रालय

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मंत्रिपरिषद विस्तार में शिवसेना को आवास मंत्रालय सौंप सकती है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय बीजेपी के पास ही रहेगा। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के दोनों सहयोगी दलों को वही विभाग मिल सकते हैं जो उनके पास पिछली महायुति सरकार में थे। हालांकि शिवसेना को एक अतिरिक्त मंत्रालय दिया जा सकता है। बीजेपी के अलावा 'महायुति' गठबंधन में शामिल अन्य दल उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) है।

ये भी पढ़ें- Gujarat News: पत्नी ने शादी के महज 4 दिन बाद पति की करा दी हत्या, ममेरे भाई से प्यार करती थी महिला

सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिंदे अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दो उपमुख्यमंत्रियों में से एक हैं। इसलिए बीजेपी उनकी पार्टी को एक और महत्वपूर्ण मंत्रालय दे सकती है। अजित पवार को एक बार वित्त मंत्रालय मिलने की संभावना है। सोमवार 16 दिसंबर से महाराष्ट्र विधानसभा की शीतकालीन सत्र शुरू होगा, जो हंगामेदार रहने के आसार है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/DCotwXZ
via

Trade Setup for December 16: शुक्रवार की भारी हलचल के क्या हैं मायने? अब किस करवट बैठेगा शेयर बाजार

Trade Setup for December 16: बीते शुक्रवार को शेयर बाजार में जबरदस्त हलचल देखने को मिली है। पिछले हफ्ते BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 623.07 अंक या 0.76 फीसदी चढ़ गया। वहीं, NSE का निफ्टी 90.5 अंक या 0.36 प्रतिशत के लाभ में रहा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अब अगले हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों की दिशा अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ब्याज दर पर निर्णय, थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों और FII के निवेश पर निर्भर करेगी। शुक्रवार को FII कैश मार्केट में शुद्ध खरीदार थे, जबकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशन नेट सेलर्स थे।

एक्सपर्ट्स की राय

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के SVP (रिसर्च) अजित मिश्रा का कहना है, "इस हफ्ते बाजार की निगाह अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक पर रहेगी। फेडरल रिजर्व प्रमुख नीतिगत दर में 0.25 फीसदी की कटौती करेगा, बाजार इस बात को पहले ही मानकर चल रहा है। भविष्य में नीतिगत दर को लेकर अमेरिकी केंद्रीय बैंक की टिप्पणी भी अहम होगी।"

Nifty के लिए ये लेवल होंगे अहम

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी ने कहा कि शुक्रवार का मार्केट एक्शन बुल्स की मजबूत वापसी का संकेत देती है और निकट भविष्य में और अधिक तेजी की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताह के लिए अगला अपसाइड टारगेट 25200 है, जिसका इमिडिएट सपोर्ट 24,650 पर है।

कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले ने कहा कि निफ्टी ने न केवल 50-डे सिंपल मूविंग एवरेज को फिर से हासिल किया, बल्कि डेली चार्ट पर एक रिवर्सल फॉर्मेशन भी बनाया, जो आगे की बढ़त का संकेत देता है। पोजिशनल ट्रेडर्स के लिए, 24400 एक अहम जोन होगा, जिसके ऊपर बुलिश फॉर्मेशन जारी रहेगा। उन्हें अगले हफ्ते 25000-25200 के स्तर तक संभावित बढ़त दिखाई देती है।

Nifty Bank के लिए यहां है सपोर्ट-रेजिस्टेंस

निफ्टी की तरह ही निफ्टी बैंक ने भी दिन के निचले स्तरों से तेजी से रिकवरी की और 1300 अंकों की छलांग लगाकर 53500 के स्तर से ऊपर बंद हुआ। निफ्टी बैंक के लिए शुरुआती मिनटों में गिरावट देखी गई, जब यह 53000 अंक से नीचे चला गया, लेकिन इंडेक्स ने दूसरे हाफ में जल्द ही रिकवर किया और अब यह अपसाइड पर अहम लेवल के करीब वापस आ गया है। हालांकि, तेज रिकवरी के बावजूद निफ्टी बैंक सप्ताह के लिए एक अंडरपरफॉर्मर रहा, जो 0.5% से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ और इस प्रक्रिया में तीन हफ्ते की तेजी का सिलसिला टूट गया।

सैमको सिक्योरिटीज के ओम मेहरा ने कहा कि निफ्टी बैंक में ग्रीन वीकली कैंडल देखी गई है, जो नए सिरे से बुलिश मोमेंटम और निचले स्तरों पर खरीदारी की दिलचस्पी को दिखाती है। उन्होंने कहा कि 53100 और 53000 निचले स्तरों पर प्रमुख डाउनसाइड सपोर्ट जोन हैं, जबकि अगर ऊपर की ओर 54000 का लेवल पार हो जाता है, तो यह नए रिकॉर्ड हाई की ओर बढ़ सकता है।

 F&O के लिए ये हैं संकेत

इन शेयरों में शुक्रवार को नए लॉन्ग पोजीशन जोड़े गए, जिसका मतलब है कि कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में बढ़ोतरी हुई:

Stock Price Change OI Change
Paytm 2.88% 20.18%
MGL 1.30% 13.10%
Zomato 0.66% 11.53%
Max Health 0.95% 10.72%
Manappuram 2.95% 8.70%

शुक्रवार को इन शेयरों में नए शॉर्ट पोजीशन देखने को मिले, जिसका मतलब है कि कीमत में गिरावट लेकिन ओपन इंटरेस्ट में वृद्धि:

Stock Price Change OI Change
CAMS -1.92% 15.27%
Adani Green Energy -1.87% 14.06%
Poonawalla Fincorp -2.85% 13.33%
Adani Total Gas -1.75% 12.65%
CG Power -1.74% 11.14%

शुक्रवार को इनमें शॉर्ट कवरिंग देखी गई, जिसका अर्थ है कि कीमत में वृद्धि लेकिन ओपन इंटरेस्ट में गिरावट:

Stock Price Change OI Change
Delhivery 2.64% -7.83%
IndiaMART 1.75% -5.52%
Axis Bank 0.07% -5.18%
IEX 0.28% -4.97%
Tata Elxsi 0.51% -4.71%

शुक्रवार को इन शेयरों में लॉन्ग पोजीशन की समाप्ति देखी गई, जिसका अर्थ है कि कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में गिरावट आई:

Stock Price Change OI Change
Glenmark -1.16% -16.49%
NALCO -1.86% -6.49%
Muthoot Finance -1.34% -6.29%
KEI Industries -1.74% -5.91%
HUDCO -1.34% -5.36%

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/1pYVxMw
via

PNB में बिना रिटन एग्जाम नौकरी पाने का मौका, 1 लाख होगी सैलरी, जानें भर्ती के बारे में सभी जानकारी

PNB Recruitment 2024: बैंक में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में वर्ष 2024 के लिए साइकोलॉजिस्ट पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। भर्ती में इच्छुक उम्मीदवार पंजाब नेशनल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट pnbindia.in पर जाकर आपना आवेदन कर सकते हैं। अगर आपने इस भर्ती के लिए अभी तक अपना आवेदन नहीं किया है, तो 16 दिसंबर तक इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर ले। आखिरी डेट निकलने के बाद आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।

पंजाब नेशनल बैंक ने अपने अलग-अलग शाखाओं में साइकोलॉजिस्ट पदों को भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों पर चयनित उम्मीदवारों को कॉन्ट्रैक्ट टेलीकंसल्टेंट के तौर पर काम करना होगा।

कैसे करे आवेदन

इस पद के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। उम्मीदवारों को बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आखिरी डेट से पहले आवेदन करना होगा। आवेदन पत्र में सभी महत्वपूर्ण जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद अभ्यर्थी को आवेदन शुल्क का भुगतान भी करना होगा। इस आवेदन प्रक्रिया के पात्रता मानदंड और अन्य संबंधित विवरणों की जानकारी के लिए उम्मीदवारों को बैंक की वेबसाइट पर जाकर आधिकारिक अधिसूचना को पढ़ सकते हैं।

कितनी होगी सैलरी

पंजाब नेशनल बैंक ने इस प्रक्रिया के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 69 वर्ष निर्धारित की है। पंजाब नेशनल बैंक में चयनित होने पर उम्मीदवारों को मासिक वेतन के रूप में 100,000 रुपये प्रतिमाह मिलेगा। इसमें किसी भी प्रकार के अतिरिक्त भत्ते या सुविधाएं शामिल नहीं होंगी। इस भर्ती में उम्मीदवारों का चयन उनके आवेदन की शॉर्टलिस्टिंग और व्यक्तिगत इंटरव्यू के माध्यम से किया जाएगा। उम्मीदवारों को इसमें अपनी क्षमता, अनुभव, और शैक्षणिक योग्यताओं की मदद से ही सफलता प्राप्त करनी होगी।

क्या है शैक्षणिक योग्यता

इस भर्ती में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से साइकोलॉजिस्ट में पोस्ट ग्रेजुएट, यानी M.A. की डिग्री होनी आवश्यक है। इसके साथ ही, अगर उम्मीदवार के पास पीएचडी या एम.फिल की डिग्री है, तो उनको पहले वरीयता दी जाएगी। खास बात यह है कि अगर आपके पास काउंसलिंग थेरेपी, विशेषकर कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT) में कोई सर्टिफिकेशन है, तो आपके चयन की संभावना बढ़ जाती है। इस भर्ती में शामिल होने वाले उम्मीदवारो के पास साइकोलॉजी काउंसलिंग में न्यूनतम 10 साल का अनुभव होना भी जरूरी है।

CRPF में नौकरी पाने का बेहतरीन मौका, नहीं देना होगा रिटन एग्जाम, 75 हजार होगी सैलरी



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/rMIVTdD
via

Stockology: शेयर बाजार के लिए काफी बुलिश रह सकता है आने वाला साल

पिछले हफ्ते की समीक्षा

पिछले हफ्ते पहले चार दिनों में बाजार में सीमित दायरे में कारोबार रहा, जबकि 13 दिसंबर यानी शुक्रवार को बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव दिखा। अगर भरणी और कृत्तिका नक्षत्रों का मिलन एक ही दिन हो, तो पैसा कमाना काफी मुश्किल होता है। ज्यादातर ट्रेडर्स ने 13 दिसंबर को इंट्राडे और ऑप्शंस ट्रे़डिंग में बड़ी रकम गंवाई।

टेक्निकल एनालिसिस

दिसंबर के आंकड़ों से संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले साल यानी 2025 के दौरान चार्ट नई ऊंचाई पर पहुंचेगा। अगर निफ्टी 24,870 का आंकड़ा पार करता है, तो 15 जनवरी 2025 से पहले 25,470 और 25,840 के टारगेट की पुष्टि कर देगा। चूंकि हम नक्षत्र मूल में प्रवेश कर चुके हैं, लिहाजा आने वाले सप्ताह में मजबूत ब्रेकआउट का अनुमान है। नक्षत्र के अनुमानों के मुताबिक, आने वाले दिन मोटे तौर पर बुलिश रहेंगे।

टाइममैप

पिछले 15 दिनों में बाजार ने शॉर्ट सेलर्स को मौका दिया। हालांकि, 16 दिसंबर से हम इस साल के बेहद बुलिश दौर में प्रवेश करेंगे और अगले हफ्ते के लिए तकरीबन सभी सेक्टर पॉजिटिव सिग्नल दे रहे हैं। 30 से भी ज्यादा स्टॉक स्टॉक बुलिश संकेत दे रहे हैं, लिहाजा नेगेटिव मूवमेंट की संभावना नहीं है। ज्यादातर निवेशक 2025 को लेकर काफी उत्सुक हैं और यह साल काफी बुलिश रहेगा और अगले जुलाई तक हमें शेयर बाजार में नई ऊंचाई दिखेगी। मिड और स्मॉलकैप शेयरों की परफॉर्मेंस काफी बेहतर रहेगी और टेक्नोलॉजी व फाइनेंस सेक्टर के शेयरों में पूंजी का बड़ा इनफ्लो देखने को मिलेगा। हालांकि, 15 जनवरी से 15 फरवरी के बीच बड़ी गिरावट की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

16 दिसंबर 2024 (सोमवार): आद्रा: अच्छा दिन

16 दिसंबर यानी सोमवार को सुबह 10.30 बजे बाजार के मूवमेंट और सेंटीमेंट को लेकर तस्वीर साफ होगी। नक्षत्र का बड़ा असर होगा, लेकिन रफ्तार ज्यादा नहीं रहेगी क्योंकि पहली तिथि अपेक्षाकृत सुस्त होती है। शुक्रवार के हाई को पार करने के बाद हल्की गिरावट से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

17 दिसंबर 2024 (मंगलवार): पुनर्वासु: पवित्र दिन

बाजार में गिरावट के साथ शुरुआत और इसमें और गिरावट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सका। 52 हफ्ते के लो पर पहुंच चुके कई ब्लूचिप स्टॉक बेहतर दांव हो सकते हैं। ऐसे अलग-अलग स्टॉक में निवेश करना बेहतर हो सकता है। क्वॉलिटी वाले स्टॉक में निवेश करें, क्योंकि ज्यादातर शेयर इस हफ्ते अपने निचले स्तर पर पहुंच जाएंगे। FMCG and एमएनसी कंज्यूमर स्टॉक को खरीदने की सलाह दी जाती है।

18 दिसंबर 2024 (बुधवार): पुष्य: बुलिश डे

तिथि 3 के दिन बड़े मूवमेंट की संभावना है और यह सबसे पावन नक्षत्र है। लंच के बाद बुलिश ट्रेंड की संभावना से इनकार नहीं किया जा सका। डे ट्रेडर्स सिर्फ इस ट्रेंड को समझ कर पैसा बना सकते हैं।

19 दिसंबर 2024 (गुरुवार): अश्लेष: शॉर्ट सेलिंग का दिन

हर मार्केट में खरीद और बिक्री, दोनों तरह के मौके होते हैं। यह दिन शॉर्ट सेल पोजिशन शुरू करने का सबसे खास दिन होता है। मोमेंटम ब्रेकआउट सिग्नल ट्रेडिंग के लिए सबसे बेहतर होते हैं और मेटल सेक्टर की परफॉर्मेंस अच्छी रहेगी। इस दिन बाजार में ज्यादा आक्रामक होने से बचने की सलाह दी जाती है।

20 दिसंबर 204 (शुक्रवार) : मघा: बुलिश डे

शेयर बाजार में तेजी के साथ शुरुआत की संभावना है। ऑटो, सीमेंट और इंजीनियरिंग, निवेश के लिए सबसे बेहतर सेक्टर होंगे। पिछले शुक्रवार की तरह इस बार भी बाजार में बड़े मूवमेंट की संभावना है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/vFpjWyP
via

Saturday, December 14, 2024

Raj Kapoor: 'मैं राज कपूर और उनके बेटे से मिलने से बचता था', शम्मी कपूर के बेटे आदित्य ने किया ये खुलासा

बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले एक्टर और डायरेक्टर राज कपूर की आज 14 दिसंबर को 100वीं जयंती है। राजकपूर का जन्म 14 दिंसबर 1924 को हुआ था। राज कपूर ने हिन्दी सिनेमा का नाम पूरी दुनिया में किया और एक के बाद एक कई बेहतरीन फिल्में बनाई। उन्हें सिनेमा प्रेमियों को ‘आवारा’, ‘श्री 420’, ‘मेरा नाम जोकर’ जैसी शानदार फिल्मों का तोहफा दिया। वहीं राजकपूर के बर्थडे पर उनके भतीजे आदित्य राज कपूर ने दिवंगत दिग्गज अभिनेता के बारे में काफी कुछ बताया।

भतीजे ने बताई ये बात

ईटाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में शम्मी कपूर के बेटे आदित्य राज कपूर ने कहा कि, "राज कपूर का अपने भाइयों शम्मी और शशि कपूर के साथ बहुत घनिष्ठ रिश्ता था। तीन भाइयों और एक बहन में सबसे बड़े होने के नाते, राज अंकल एक सच्चे पारिवारिक व्यक्ति थे। सभी विशेष अवसर उनके घर पर ही मनाए जाते थे। शशि अंकल और पिताजी उन्हें पिता की तरह मानते थे, और यह अनुभव अगली पीढ़ी को आपसी सम्मान सिखाने में सहायक रहा।"

सिनेमा के लिए ही बने थे राज कपूर

आदित्य ने राज कपूर काबिलियत पर बात करते हुए आगे बताया कि, "राज साहब ने हमेशा एक साधारण विचार से शुरुआत की और इसे सामाजिक परिस्थिति से जोड़कर अद्वितीय फिल्में बनाई। उनका विश्वास और दृढ़ संकल्प उन्हें सबसे अलग बनाता था। उदाहरण के लिए, 'मेरा नाम जोकर' जैसी फिल्म को कौन बनाने की हिम्मत करता? राज कपूर अपने किरदार की भावनाओं को महसूस कराने में विश्वास रखते थे।"

अपने चाचा के साथ बिताए समय को याद करते हुए, आदित्य ने बताया, "मैंने आरके स्टूडियो में कुछ साल रणधीर कपूर और राज साहब के साथ में बिताए। राज साहब की विचारों के प्रति सख्ती की कला ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। उनका कहानी कहने का जुनून, संगीत और सिनेमैटोग्राफी में झलकता था।"

क्यों राज कपूर से मिलने से बचते थे आदित्य

'सत्यम शिवम सुंदरम' में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करने वाले आदित्य राज कपूर ने बताया कि उनके शशि अंकल और पिता शम्मी कपूर राज कपूर से पिता-जैसा स्नेह प्राप्त करते थे। खासकर शूटिंग के दौरान, राज कपूर जिस नजर से शशि कपूर को देखते थे, वह भावुकता से भरा होता था। राज कपूर हमेशा कहते थे कि शशि को किसी अतिरिक्त रोशनी की जरुरत नहीं है, क्योंकि वे खुद ही रोशनी हैं। उन्होंने आगे बताया कि, "परिवार से दूर रहने का फैसला मेरा था। मैं राज अंकल या फिर उनके बेटे रणधीर से मिलने से बचता रहा। क्योंकि मुझे ऐसा लगता था कि मैं परिवार से दूर भाग गया हूं, लेकिन मेरे पास कुछ और करने के अपने कारण थे कि मैं क्या नया कर सकता था।"

मुंबई में आयोजित किया गया फिल्म फेस्टिवल

इस बीच, मुंबई में राज कपूर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। यह फेस्टिवल राज कपूर की 100वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। कपूर परिवार राज कपूर की विरासत का सम्मान करते हुए इस फिल्म फेस्टिवल में उनकी 10 सबसे बड़ी फिल्में दिखाई जाएंगी। इस फेस्टिवल में राज कपूर की लगभग चार दशकों की सबसे मशहूर फिल्में दिखाई जाएंगी, जिसमें आग (1948), बरसात (1949), आवारा (1951), श्री 420 (1955), जागते रहो (1956), जिस देश में गंगा बहती है (1960), संगम (1964), मेरा नाम जोकर (1970), बॉबी (1973) और राम तेरी गंगा मैली (1985) जैसी फिल्में शामिल है।

Maharaja: 20 करोड़ में बनी इस फिल्म ने दुनियाभर में मचाया तहलका, चीन में कमाए इतने करोड़



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/bZgtvBq
via

Friday, December 13, 2024

UIIC ने जारी किया एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर भर्ती का एडमिट कार्ड, जानें कैसे करें डाउलोड

UIIC AO Admit Card: यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (UIIC) भर्ती की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक जरूरी खबर है। यूआईआईसी ने एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर-स्केल I जनरलिस्ट और स्पेशलिस्ट पदों के लिए 2024 की भर्ती परीक्षा के प्रवेश पत्र को जारी कर दिया हैं। इस भर्ती में शामिल होने वाले उम्मीदवारों इसकी आधिकारिक वेबसाइट uiic.co.in पर जाकर अपना हॉल टिकट डाउनलोड कर लें।

इसको डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवार को पोर्टल पर अपनी आवश्यक डिटेल्स सबमिट करनी होंगी। डाउनलोड करने के बाद हॉल टिकट स्क्रीन पर दिखाई देगी, जिसका प्रिंटआउट भविष्य के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।

कैसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड की परीक्षा 21 दिसंबर, 2024 को ऑनलाइन माध्यम से होगी, जिसमें अंग्रेजी भाषा को छोड़कर अन्य परीक्षाएं द्विभाषी (हिंदी और अंग्रेजी) में आयोजित करवाई जाएंगी। इस बार कुल 200 पदों पर नियुक्ति की जानी है। वहीं इस भर्ती में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट uiic.co.in पर जाना होगा। होमपेज पर प्रशासनिक अधिकारियों (स्केल I) जनरलिस्ट और स्पेशलिस्ट 2024 की भर्ती लिंक पर क्लिक करें। उसके बाद एओ एडमिट कार्ड 2024 लिंक को चुनें, अपनी लॉगिन डिटेल्स भरें और सबमिट करें। एडमिट कार्ड को देखने के बाद डाउनलोड कर लें और प्रिंट निकाल लें।

कैसे होगा चयन

इस भर्ती में शामिल उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर किया जाएगा। इस वैकेंसी के बारे में ज्यादा जानकारी और भर्ती संबंधी अपडेट्स के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर देख सकते है। परीक्षा के दिन हॉल टिकट के साथ एक वैलिड फोटो आईडी लाना अनिवार्य है, जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आधार कार्ड आदि हो सकते हैं।

Armed Forces Flag Day: 10वीं से लेकर ग्रेजुएशन तक इंडियन आर्मी में जाने का मौका, हर रास्ते के बारे में जानें डिटेल्स



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/je9vHmK
via

Thursday, December 12, 2024

किस एसेट मैनेजमेंट कंपनी के शेयरों पर दांव लगाने से हो सकती है मोटी कमाई?

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ शानदार रही है। सिर्फ पांच साल में इस इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) दोगुना हो गया है। नवंबर में यह 68.08 लाख करोड़ रुपये हो गया। बीते पांच सालों में इक्विटी फंडों में लगातार अच्छा निवेश हुआ है। सिर्फ कोविड शुरू होने पर 8 महीनों के दौरान निवेश में कमी आई थी। तेजी से बढ़ता एयूएम एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के लिए फायदेमंद रहा है। इसका असर एसेट मैनेजमेट कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ पर दिखा है।

परिवार म्यूचुअल फंड्स में लगा रहे सेविंग्स के पैसे

एक्सपर्ट्स का कहना है कि परिवार अब बैंक में पैसे रखने की जगह म्यूचुअल फंडों (Mutual Funds) में लगा रहे हैं। पिछले पांच साल में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एयूएम की CAGR 20 फीसदी है। यह इस अवधि में बैंक डिपॉजिट में 11 फीसदी की ग्रोथ के मुकाबले काफी ज्यादा है। इंडियन म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए आगे भी अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। अभी GDP में म्यूचुअल फंड एयूएम की हिस्सेदारी करीब 17-18 फीसदी है। अमेरिका में यह 100 फीसदी से ज्यादा है, जबकि ब्राजील जैसे उभरते बाजार में यह 79 फीसदी से ज्यादा है।

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ में सिप का बड़ा योगदान

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ में SIP का बड़ा योगदान है। कुछ साल पहले जिस तरह एफएमसीजी इंडस्ट्री की ग्रोथ में सैशे (Sachet) ने बड़ी भूमिका निभाई थी, उसी तरह SIP म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभा रहा है। नवंबर में SIP के रास्ते शुद्ध निवेश 25,320 करोड़ रुपये रहा। एएमसी कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ FY25 की पहली छमाही में अच्छी रही है। लेकिन, कुछ कंपनियों की ग्रोथ अपेक्षाकृत कमजोर रही है। Aditya Birla Sunlife AMC की ग्रोथ इंडस्ट्री की ग्रोथ से कम रही है।

स्टॉक मार्केट में लिस्टेड एएमसी

वैल्यूएशन के लिहाज से UTI AMC सही दिख रही है। कंपनी के मौजूदा शेयरहोल्डर्स के अपनी हिस्सेदारी बेचने और किसी कंपनी के अधिग्रहण की खबरों की वजह से इस स्टॉक में तेजी देखने को मिली है। दूसरी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के मुकाबले UTI AMC के एयूएम में हाई-यील्ड एसेट्स की हिस्सेदारी कम है। Nippon Life के बिजनेस और फाइनेंशियल्स में अच्छी इम्प्रूवमेंट देखने को मिला है। आगे स्टॉक की रिरेटिंग हो सकती है। HDFC AMC का एसेट मिक्स सबसे अच्छा है। इसके औसत तिमाही एयूएम में हाई-यील्ड इक्विटी एसेट की हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा है। कंपनी बीते एक साल में अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने में सफल रही है। P/E के लिहाज से CAMS की वैल्यूएशन भी ज्यादा लगती है।

आपको क्या करना चाहिए?

HDFC AMC और CAMS के स्टॉक्स अपने ऑल-टाइम हाई के करीब हैं। लेकिन, निवेशकों को यह ध्यान में रखना होगा कि दोनों स्टॉक्स की करेंट वैल्यूएशन पीक अर्निंग्स मल्टीपल (P/E) के मुकाबले कम है। इनवेस्टर्स अगर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री पर दांव लगाना चाहते हैं तो HDFC AMC, Nippon Life और CAMS के स्टॉक पर विचार कर सकते हैं। गिरावट आने पर इन स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/GhAYUzc
via

Wednesday, December 11, 2024

मोतीलाल ओसवाल के अंकित मंधोलिया ने NBFC स्टॉक्स से दूर रहने की सलाह दी, कहा-आईटी, हेल्थकेयर सहित इन स्टॉक्स में बनेगा पैसा

स्टॉक मार्केट में गिरावट पर कुछ हद तक ब्रेक लगा है। लेकिन, अब भी बाजार की दिशा का अंदाजा नहीं लग रहा। ऐसे में निवेशकों को यह समझ नहीं आ रहा कि अभी किस सेक्टर या स्टॉक पर दांव लगाने में फायदा हो सकता है। मनीकंट्रोल ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए मोतीलाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अंकित मंधोलिया से बातचीत की। उनसे पूछा कि अभी निवेशकों को किन स्टॉक्स या सेक्टर से दूर रहना चाहिए और किन स्टॉक्स या सेक्टर में निवेश बढ़ाना चाहिए। फाइनेंशियल मार्केट का 20 साल से ज्यादा अनुभव रखने वाले मंधोलिया ने मार्केट को लेकर कई अहम बातें बताईं।

NBFC सेक्टर के लिए मुश्किल कुछ समय तक बनी रहेगी

मंधोलिया का कहना है कि निवेशकों को एनबीएफसी स्टॉक्स (NBFC Stocks) से दूर रहना चाहिए। इसकी वजह यह है कि वैल्यूएशन हाई लेवल से नीचे आई है। लेकिन, अब भी मुश्किल खत्म नहीं हुई है। अगली कुछ तिमाहियों तक एनबीएफसी सेक्टर के लिए मुश्किल बनी रहेगी। एनबीएफसी सेक्टर की वैल्यूएशन में करीब 17 फीसदी गिरावट आई है। अभी NBFC इंडेक्स में दोगुना P/B पर ट्रेडिंग हो रही है, जो इसके 1.8 गुना के लंबी अवधि के हिस्टोरिकल रेंज के करीब है।

इन सेक्टर का प्रदर्शन अच्छा रह सकता है

उन्होंने कहा कि आईटी, हेल्थकेयर, BFSI, कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी, इंडस्ट्रियल्स और रियल एस्टेट सेक्टर का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है। जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बन जाने के बाद ग्लोबल ट्रेड में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं। यह इंडिया के लिए पॉजिटिव होगा, क्योंकि इससे चाइना प्लस 1 थीम पर फोकस बढ़ेगा। इंडिया कई सेक्टर्स के लिए ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। इनमें इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर जैसे सेक्टर्स शामिल हैं। सरकार PLI स्कीम, मेक इन इंडिया जैसी स्कीमों से मदद उपलब्ध करा रही है। उधर, कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता हासिल करने की सरकार की पॉलिसी और मजबूत घरेलू डिमांड का भी अच्छा असर पड़ता दिख रहा है।

यह भी पढ़ें: Vedanta Shares: 5% उछलकर शेयर पहुंचे रिकॉर्ड हाई पर, क्या अब भी निवेश का मौका?

विदेशी निवेशकों के रुख में आएगा बदलाव

इंडियन मार्केट में विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिकवाली के बारे में उन्होंने कहा कि अक्टूबर-नवंबर के दौरान उनकी बिकवाली 1.6 लाख करोड़ रुपये की रही है। इतने कम समय में इतनी ज्यादा बिकवाली विदेशी निवेशकों ने इंडियन मार्केट में पहले कभी नहीं की है। इसकी बड़ी वजह ज्यादा वैल्यूएशन, अर्निंग्स ग्रोथ में सुस्ती और अनिश्चित वैश्विक स्थितियां हैं। इसके अलावा चीन में सरकार की तरफ से राहत पैकेज के ऐलान का असर भी विदेशी निवेशकों पर पड़ा। लेकिन, अब विदेशी निवेशकों के रुख में बदलाव दिख रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में BJP की जीत से रिफॉर्म्स पर सरकार का फोकस बढ़ेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश बढ़ेगा।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ElBmJ85
via

Tuesday, December 10, 2024

Delhi Election: बीजेपी ने 10 AAP विधायकों के खिलाफ जारी की 'चार्जशीट' जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर का किया दावा

बीजेपी ने मंगलवार को 10 आप विधायकों के खिलाफ 'आरोप पत्र' जारी किया, जिसमें उन पर खराब प्रदर्शन का आरोप लगाया। पार्टी ने दावा किया कि उनके अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में उनके खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है। निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि AAP ने सोमवार को घोषित 20 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी लिस्ट में अपने 18 मौजूदा विधायकों को हटा दिया है। गुप्ता विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई BJP की आरोपपत्र समिति के प्रमुख हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि दो और विधायकों - पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला ने अपनी सीटें छोड़ दीं और "सुरक्षित" सीट चुनी।

कहां-कहां के विधायकों के खिलाफ चार्जशीट

गुप्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम आप सरकार और उसके विधायकों की विफलताओं और कुकर्मों पर आरोपपत्र जारी करेंगे। ये आरोपपत्र उनके विधानसभा क्षेत्रों में लोगों के बीच बांटे जाएंगे।"

उन्होंने कहा कि मादीपुर, बुराड़ी, मॉडल टाउन, मुंडका, कालकाजी, गोकुलपुर, मालवीय नगर, आर के पुरम, मोती नगर और नरेला विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों के खिलाफ "आरोपपत्र" जारी किए गए थे।

आरोप पत्र की टैगलाइन थी "दिल्ली सरकार हुई कंगाल, AAP विधायक मालामाल, शीश महल में केजरीवाल"। उन्होंने कहा, "तथ्य यह है कि AAP को अपने मौजूदा विधायकों को बदलना पड़ा है, क्योंकि वे अपनी निष्क्रियता और खराब प्रदर्शन के कारण अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों का सामना नहीं कर सकते हैं।"

पटपड़गंज सीट छोड़ने पर सिसोदिया पर साधा निशाना

गुप्ता ने कहा, ''शिक्षा में क्रांति के जनक'' होने का दावा करने वाले आप और सिसोदिया के ''झूठ'' उस तरह उजागर हो गए, जिस तरह से उन्होंने पटपड़गंज सीट छोड़ दी और जंगपुरा सीट पर शिफ्ट हो गए।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के प्रति जवाबदेही से बचने का एक हथकंडा है।

उन्होंने दावा किया कि AAP ने अपनी मौजूदा सीट से एक भी विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया, जिससे पता चलता है कि उसने लोगों का विश्वास खो दिया है और मतदाताओं के उठाए गए सवालों का जवाब देने में असमर्थ है।

अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 70 सीटों में से 31 उम्मीदवारों की घोषणा की है।

Delhi Election: AAP के लिए इस बार का 'सबसे मुश्किल चुनाव'! यूं ही नहीं बदली गई मनीष सिसोदिया की सीट, सत्ता विरोधी लहर से निपटने की तैयारी



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/4bxJSoi
via

Monday, December 9, 2024

e-Shram Card: सरकार हर महीने वर्कर्स को देती है 1000 रुपये, जानें कैसे चेक कर सकते हैं अपना अकाउंट बैलेंस

e-Shram स्कीम को देश में असंगठित सेक्टर से जुड़े वर्कर्स के लिए शुरू किया है। योजना के तहत केंद्र सरकार पात्र वर्कर्स के खाते में हर महीने 1,000 रुपये देती है। ये योजना उन वर्कर्स के लिए है, जो लेबर डिपार्टमेंट की किसी भी योजना का हिस्सा नहीं है। ये उन्हें पैसा बचाने और परिवार को सपोर्ट करने के लिए पैसा दिया जा रहा है।

e-Shram योजना को सरकार की तरफ से लेबर मिनिस्ट्री चला रही है। योजना के तहत पात्र वर्कर्स e-Shram कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। e-Shram कार्ड के तहक वर्कर्स को कई फायदे मिलते हैं। इन फायदों में इंश्योरेंस, 60 साल के बाद पेंशन और फाइनेंशियल मदद शामिल है।

e-Shram कार्ड के फायदे

डेथ इंश्योरेंस

60 साल की आयु के बाद पेंशन।

आर्थिक सहायता।

सरकार की इस योजना के तहत कौन कर सकता है अप्लाई

पात्रता और जरूरी डॉक्यूमेंट

आयु सीमा: 16 से 59 साले के बीच के वर्कर्स इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।

योग्यता: लेबर असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे हों और EPFO, ESIC या NPS के सदस्य न हों।

डॉक्यूमेंट: आधार कार्ड, बैंक अकाउंट की जानकारी, क्या काम कर रहे हैं इसकी जानकारी।

मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए।

कैसे करना होगा रजिस्ट्रेशन?

पात्र श्रमिक eshram.gov.in पर जाकर स्वयं अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

e-Shram कार्ड बैलेंस कैसे चेक करें?

e-Shram पोर्टल पर जाएं।

e-Shram Card लिंक पर क्लिक करें।

रजिस्टर मोबाइल नंबर डालकर OTP जनरेट करें।

OTP वैरिफाई करने के बाद डैशबोर्ड पर जाएं।

My Account विकल्प चुनें और बैलेंस देखने के लिए Check Balance बटन पर क्लिक करें।

SMS से बैलेंस चेक करें

हेल्पलाइन नंबर 14434 पर e-Shram कार्ड नंबर भेजें।

नाना की प्रॉपर्टी में क्या आप हिस्सेदारी के लिए दावा कर सकते हैं? जानिए क्या कहता है कानून



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/TXM5cui
via

Rhetan TMT के शेयरों में 4% की तेजी, 6 महीने में 65% रिटर्न दे चुका है स्टॉक

स्मॉलकैप कंपनी Rhetan TMT के शेयरों में आज 9 दिसंबर को 4 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 2.09 फीसदी की बढ़त के साथ 22 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। वहीं, इंट्राडे में स्टॉक ने 22.54 रुपये के अपने 52-वीक हाई को छू लिया। स्टील प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेडिंग करने वाली इस कंपनी ने अपनी 2 मेगावाट की सोलर पावर प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए बनासकांठा में एक साइट की पहचान की है। कंपनी इस प्रोजेक्ट के लिए बनासकांठा के उन गांव में भूमि के लिए लीज डीड पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है, जिसका मकसद मेहसाणा के काडी में अपनी फैक्ट्री को बिजली देना है।

कंपनी ने प्लांट लगाने के लिए पहले ही ऑर्डर दे दिया है और गुजरात एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (GEDA) से उसे प्रोविजनल अप्रूवल मिल गया है। इसके अलावा, कनेक्टिविटी अप्रूवल के लिए 6 दिसंबर को गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन (GETCO) को आवेदन दिया गया था, जिसकी मंजूरी जनवरी के मध्य तक मिलने की उम्मीद है। अप्रैल-मई 2025 तक इस परियोजना के पूरी होने की उम्मीद है।

Rhetan TMT की स्थापना साल 1984 में की गई थी। यह कंपनी स्टील मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में है। कंपनी थर्मो-मैकेनिकल ट्रीटेड (TMT) बार और माइल्ड स्टील राउंड बार बनाती है, जिनका कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग में इस्तेमाल किया जाता है। गुजरात में मुख्यालय वाली यह कंपनी एक फुली मशीनी रोलिंग मिल का संचालन करती है, जिसकी उत्पादन क्षमता 45,000 मीट्रिक टन प्रति वर्ष है।

Rhetan TMT के शेयरों में पिछले एक महीने में 13 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई है। पिछले 6 महीने में स्टॉक ने करीब 65 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 120 फीसदी भाग चुके हैं। इसका मतलब है कि साल 2024 में निवेशकों का पैसा डबल से भी अधिक हो गया है। इसके अलावा, पिछले एक साल में इसने 100 फीसदी का रिटर्न दिया है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/OmtTsqJ
via

Sunday, December 8, 2024

Chartist Talks: अगले हफ्ते इन 3 शेयरों में बनेगा मोटा पैसा! Paytm के लिए ऐसे बनाएं स्ट्रेटेजी

Chartist Talks: एसबीआई सिक्योरिटीज में टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च (इक्विटी) के हेड सुदीप शाह का मानना ​​है कि BSE, पीबी फिनटेक और पेटीएम के शेयरों में अगले कुछ कारोबारी सत्रों में तेजी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा, "BSE ने डेली स्केल पर मजबूत वॉल्यूम के साथ-साथ एसेंडिंग ट्रायंगल पैटर्न ब्रेकआउट देखा है, जबकि पीबी फिनटेक में वीकली स्केल पर स्टेज-2 कप पैटर्न ब्रेकआउट है, जिसकी पुष्टि मजबूत वॉल्यूम से होती है।" यहां शाह ने स्टॉक्स को लेकर कुछ अहम सवालों पर अपनी राय दी है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।

क्या आपको BSE और PB Fintech में आगे और तेजी की उम्मीद को है, जिनमें पिछले हफ्ते हॉरिजॉन्टल ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट और राउंडिंग-बॉटम पैटर्न ब्रेकआउट देखा गया था?

हां, मेरा मानना ​​है कि अगले कुछ सत्रों में दोनों शेयरों में तेजी जारी रहने की संभावना है। BSE के शेयरों में डेली स्केल पर एसेंडिंग ट्रायंगल पैटर्न ब्रेकआउट के साथ-साथ मजबूत वॉल्यूम भी रहा है। इस पैटर्न के अनुसार मीडियम टर्म के लिए अपसाइड टारगेट 6000 रुपये रखा गया है, जिसमें 5100 रुपये के स्तर पर सपोर्ट है।

पीबी फिनटेक ने वीकली स्केल पर स्टेज-2 कप पैटर्न ब्रेकआउट देखा है, जिसकी पुष्टि मजबूत वॉल्यूम से होती है। इसमें शॉर्ट टर्म के लिए 2,390 रुपये का अपसाइड टारगेट है, जबकि सपोर्ट 2,030 रुपये के पास है।

क्या पेटीएम में निवेश बढ़ाने का समय आ गया है?

हां, स्टॉक ने 9 मई 2024 को एक बुलिश एनगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया और उसके बाद मजबूत वॉल्यूम के साथ हायर हाई और हायर लो को छूना शुरू कर दिया। यह केवल 144 ट्रेडिंग सत्रों में 210 फीसदी बढ़ गया है। हमें लगता है कि जब तक यह हायर हाई और लो को छूता रहेगा, तब तक स्टॉक में अपवर्ड जर्नी जारी रहने की संभावना है। मोमेंटम इंडिकेटर्स और ऑसिलेटर भी स्टॉक में मजबूत तेजी का संकेत दे रहे हैं। लेवल की बात करें तो शेयर के 1060 रुपये और उसके बाद शॉर्ट टर्म में 1130 रुपये पर पहुंचने की संभावना है। गिरावट की स्थिति में 900-890 रुपये इमिडिएट सपोर्ट के रूप में काम करेंगे।

क्या चार्ट निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में नई तेजी का संकेत दे रहे हैं?

निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और पिछले हफ्ते दोनों में 4 फीसदी से अधिक की उछाल आई। स्मॉलकैप इंडेक्स अब अपने ऑल टाइम हाई से बस एक कदम दूर है।

बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स अपने हाल के निचले स्तरों से तीन हफ्ते में 6 फीसदी से अधिक बढ़ गया है। इसी अवधि के दौरान, निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 9.5 फीसदी चढ़ा है और स्मॉलकैप इंडेक्स लगभग 12 फीसदी उछला है। ब्रॉडर मार्केट्स द्वारा यह बेहतर प्रदर्शन उनकी मजबूत मोमेंटम को दिखाता है। हमारा मानना ​​है कि ब्रॉडर मार्केट्स में अभी भी आगे बढ़ने की गुंजाइश है।

हमारा मानना ​​है कि स्मॉलकैप इंडेक्स 19600 के स्तर को छू सकता है, इसके बाद शॉर्ट टर्म में 19900 के स्तर को छू सकता है, जबकि 19200-19150 इमिडिएट सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा। मिडकैप इंडेक्स शॉर्ट टर्म में 59,700 के स्तर को छू सकता है, जबकि 57,900-57,800 इमिडिएट सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/pLJ9YfO
via

Trade Setup for December 9: क्या जारी रहेगी शेयर बाजार में रिकवरी? Nifty और Bank Nifty के लिए ये लेवल होंगे अहम

Trade Setup for December 9: F&O एक्सपायरी के चलते 5 दिसंबर को उतार-चढ़ाव भरे दिन के बाद निफ्टी ने 6 दिसंबर को मामूली कमजोरी दिखाई और 30 अंक नीचे बंद हुआ। इसके साथ ही लगातार पांच दिनों तक की बढ़त का सिलसिला टूट गया। बीते कारोबारी दिन ब्रॉडर मार्केट्स ने बेहतर प्रदर्शन किया, निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 0.5% और 0.8% की बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट को लगातार 11वीं बार बरकरार रखा है, लेकिन कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में कटौती की गई है।

बाजार में लगातार तीसरे हफ्ते बढ़त दर्ज की गई, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 2 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई, जो छह महीनों में उनका सबसे बड़ा वीकली गेन था। शुक्रवार को बजाज ऑटो और टाटा मोटर्स में 2-3% की तेजी के साथ अधिकांश ऑटो स्टॉक बढ़त के साथ बंद हुए। जनवरी 2025 से कार की कीमतों में 4% तक की बढ़ोतरी की घोषणा के बाद मारुति सुजुकी के शेयरों में भी 2 फीसदी की तेजी देखी गई।

इन फैक्टर्स से तय होगी बाजार की चाल

अब आने वाले हफ्ते में घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़ों के साथ ही ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी निवेशकों के रुख से शेयर बाजारों की चाल तय होगी। एक्सपर्ट्स ने कहा कि इसके अलावा रुपया-डॉलर विनिमय दर और कच्चे तेल की कीमतों से भी बाजार की दिशा तय होगी।

इस हफ्ते प्राइमरी मार्केट में भी हलचल दिखेगी, जिसमें विशाल मेगा मार्ट और मोबिक्विक सहित तीन मुख्य आईपीओ और पांच SME ऑफरिंग पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाली हैं। FII ने दिसंबर की शुरुआत सकारात्मक तरीके से की है। पिछले तीन सत्रों में उन्होंने 14000 करोड़ रुपये से अधिक इक्विटी खरीदी है, जिससे मार्केट सेंटीमेंट को काफी बढ़ावा मिला है।

Nifty 50 चार्ट क्या संकेत देते हैं?

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी के अनुसार निफ्टी का निकट अवधि का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। छोटे और बड़े टाइमफ्रेम चार्ट के अनुसार 24400-24500 के अहम हर्डल से ऊपर जाने के बाद, आने वाले हफ्ते में और अधिक तेजी की संभावना है। अगले हफ्ते की शुरुआत में और अधिक कंसोलिडेशन या मामूली कमजोरी खरीदारी का अवसर हो सकती है। शेट्टी ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों के लिए अपसाइड टारगेट 25,000-25,200 के स्तर के आसपास देखे जा सकते हैं। इमिडिएट सपोर्ट 24,525 पर है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे ने कहा कि निफ्टी में शॉर्ट टर्म में 25,500 की ओर बढ़ने की क्षमता है। हालांकि, तेज उछाल के बाद मामूली गिरावट संभव है, जो इस ट्रेंड का लाभ उठाने के लिए गिरावट पर खरीदारी का अवसर हो सकती है।

कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का मानना ​​है कि बाजार में तेजी का रुख है, हालांकि, टेंपररी ओवरबॉट कंडीशन के कारण निकट भविष्य में एक रेंज-बाउंड एक्टिविटी देखी जा सकती है। अठावले ने कहा, "ट्रेडर्स के लिए की-सपोर्ट लेवल 24500/81200 और 24300/80700 होंगे, जबकि रेजिस्टेंस 24900/82200 और 25050/82500 के बीच रहने की उम्मीद है। हालांकि, 24300/80700 से नीचे, ट्रेडर्स लॉन्ग पोजिशन से बाहर निकलना पसंद कर सकते हैं।"

Nifty Bank चार्ट में ये लेवल होंगे अहम

निफ्टी बैंक इंडेक्स 0.18% की गिरावट के साथ 53,509.50 पर बंद हुआ। इंडेक्स डेली टाइम-फ्रेम पर गिरावट की ट्रेंडलाइन से ऊपर बना हुआ है, Hourly चार्ट में लोअर स्विंग का टूटना बुलिश मोमेंटम में स्लोडाउन का संकेत देता है।

इंडेक्स को अपवर्ड मोमेंटम के लिए 53900 के रेजिस्टेंस लेवल को पार करना होगा। डाउनसाइड पर 53200 से नीचे का ब्रेक इंडेक्स को 52800 के स्तर की ओर धकेल सकता है। जब तक 52800 क्लोजिंग बेसिस पर बना रहता है, तब तक ब्रॉडर आउटलुक पॉजिटिव बना रहेगा। सैमको सिक्योरिटीज के ओम मेहरा ने कहा कि 53,900 से ऊपर लगातार बढ़ने से नई खरीदारी शुरू हो सकती है। बैंक निफ्टी के लिए अठावले ने कहा कि जब तक यह 52500 से ऊपर कारोबार कर रहा है, तब तक तेजी जारी रहने की संभावना है। अपर साइड पर यह 54000-54300 तक जा सकता है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/0zKFYfm
via

Syria War: असद को सत्ता से बाहर करने वाले कौन हैं ये विद्रोही, क्या अब सीरिया में आ जाएगी शांति? इन सवालों के जवाब जानना जरूरी

सीरिया में विद्रोहियों का कब्जा हो चुका है। रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन का खात्मा हो गया और वह देश छोड़कर भाग गए। विद्रोहियों के समर्थक जश्न मनाने के लिए केंद्रीय चौराहों के पास इकट्ठा हुए और असद विरोधी नारे लगाए। सीरिया के प्रधान मंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने कहा कि सरकार विपक्ष के सामने "अपना हाथ बढ़ाने" और विरोधियों को सत्ता सौंपने के लिए तैयार है। जलीली ने एक वीडियो बयान में कहा, "मैं अपने घर में हूं और मैंने देश नहीं छोड़ा है, क्योंकि ये मेरा देश है।"

उन्होंने कहा कि वह सुबह काम करने के लिए अपने ऑफिस जाएंगे। साथ ही उन्होंने सीरियाई नागरिकों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने का आह्वान किया। सीरिया के विपक्षी वॉर मॉनिटर रामी अब्दुर्रहमान ने कहा कि असद रविवार तड़के दमिश्क की फ्लाइट से देश छोड़कर चले गए। जलीली ने असद के देश छोड़ने के बारे में कुछ नहीं बताया।

तेजी से बढ़ रहे संकट के दौरान विपक्षी लड़ाकों ने सीरिया की राजधानी में एंट्री की, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। सीरिया की सेना ने जल्द ही घुटने टेक दिए और कई बड़े शहरों को विद्रोहियों के हवाले छोड़ दिया है। आइए जानते हैं कि ये विपक्षी लड़ाके कौन हैं? जैसा की उन्होंने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है, तो अब आगे क्या होगा?

असद सरकार को उखाड़ फेंकने का मकसद

2018 के बाद यह पहली बार है कि विपक्षी ताकतें सीरियाई राजधानी के बाहरी इलाके में पहुंची हैं, जब देश के सैनिकों ने सालों की घेराबंदी के बाद इलाके पर दोबारा कब्जा कर लिया था। इन लड़ाकों का नेतृत्व सीरिया में सबसे शक्तिशाली विद्रोही समूह, हयात तहरीर अल-शाम या HTS के साथ-साथ तुर्की के समर्थन वाले सीरियाई मिलिशिया का एक गुट कर रहा है, जिसे सीरियन नेशनल आर्मी कहा जाता है।

दोनों उत्तर पश्चिम में जमे हुए हैं। उन्होंने 27 नवंबर को चौंकाने वाला हमला शुरू किया और बंदूकधारियों ने सीरिया के सबसे बड़े शहर अलेप्पो और चौथे सबसे बड़े शहर हामा की सेंट्रल सिटी पर कब्जा कर लिया।

एचटीएस की उत्पत्ति अल-कायदा से हुई है और इसे अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र एक आतंकवादी संगठन मानते हैं। लेकिन समूह ने कहा कि हाल के सालों में उसने अल-कायदा के साथ संबंध तोड़ दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि HTS ने हाल के सालों में अपने इलाकों में नागरिक सरकार के साथ-साथ सैन्य कार्रवाई को बढ़ावा देने पर फोकस करके खुद को फिर से तैयार की कोशिश की है।

HTS नेता अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने गुरुवार को सीरिया से दिए एक इंटरव्यू में CNN को बताया कि हमले का उद्देश्य असद की सरकार को उखाड़ फेंकना है।

विद्रोहियों के भीतर भी है दरार

HTS और सीरियन नेशनल आर्मी कई बार सहयोगी और कई बार प्रतिद्वंद्वी रहे हैं और उनके मकसद अलग-अलग हो सकते हैं। तुर्की समर्थित मिलिशिया अंकारा के साथ मतभेद वाले कुर्द आतंकवादियों को दूर रखने के लिए तुर्की बॉर्डर के पास एक बफर जोन भी बनाना चाहती है।

तुर्की असद को उखाड़ फेंकने की कोशिश करने वाले लड़ाकों का मुख्य समर्थक रहा है, लेकिन हाल ही में उसने सुलह करने सलाह भी दी है। तुर्की के अधिकारियों ने इस नए संघर्ष में अपनी भूमिका को भी खारिज कर दिया।

अगर HTS और सीरियन नेशनल आर्मी असद को उखाड़ फेंकने में सफल हो गए हैं, तो क्या वे एक साथ काम करेंगे या फिर से एक-दूसरे के खिलाफ हो जाएंगे? अब यह एक बड़ा सवाल है।

आपसी लड़ाई का दूसरे उठाएंगे फायदा

भले ही सीरिया की सरकार के खिलाफ अचानक हमला उत्तर में शुरू हुआ, लेकिन सशस्त्र विपक्षी समूह दूसरी जगहों पर भी लामबंद हो गए हैं।

स्वीडा और दारा के दक्षिणी इलाकों को स्थानीय रूप से लिया गया है। स्वीडा सीरिया के ड्रुज़ धार्मिक अल्पसंख्यकों का गढ़ है और असद के इलाके पर अपना नियंत्रण मजबूत करने के बाद भी यहां लगातार सरकार विरोधी प्रदर्शन होते रहे हैं।

दारा एक सुन्नी मुस्लिम इलाका है। 2011 में असद शासन के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत इसी जगह से हुई थी। दारा को 2018 में सीरियाई सरकारी सैनिकों ने दोबारा अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन विद्रोही कुछ इलाकों में बने रहे। हाल के सालों में, दारा रूसी मध्यस्थता वाले युद्धविराम समझौते के तहत असहज शांति की स्थिति में था।

सीरिया के पूर्वी हिस्से का ज्यादातर हिस्सा सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस के कंट्रोल में है, जो अमेरिका के समर्थन वाले एक कुर्द नेतृत्व वाला समूह है, जिसका अतीत में देश के ज्यादातर दूसरे सशस्त्र समूहों के साथ टकराव हुआ है।

सीरिया की सरकार के पास अब 14 प्रांतीय राजधानियों में से केवल तीन पर कंट्रोल रह गया था: दमिश्क, लताकिया और टार्टस।

सीरिया में आगे क्या होगा?

अल-कायदा जैसे चरमपंथी समूहों के साथ विद्रोहियों-HTS- के संबंधों को देखते हुए, असद के शासन के अंत का मतलब सीरियाई लोगों के लिए शांति नहीं है। विद्रोहियों के अधीन कठोर और सत्तावादी शासन के एक और कार्यकाल की आशंका के साथ, देश और विदेश में लाखों विस्थापित सीरियाई लोगों को अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ रहा है।

हिंसक अतीत वाले HTS ने खुद को राष्ट्रवादी ताकत के रूप में पेश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हालांकि, कई लोग आश्वस्त नहीं हैं और शासन को उखाड़ फेंकने के बाद अपनी अगली योजना के बारे में भी उतने ही चिंतित हैं।

Syria Civil War: खून खराबे और विभाजन के बाद असद का हुआ पतन, साल दर साल ऐसे बदले सीरिया के हालात



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/CUQ54KW
via

Saturday, December 7, 2024

बजट में PM-किसान की राशि होगी दोगुनी? किसानों को क्या मिलेंगे तोहफे? FM निर्मला सीतारमण के साथ हुई बैठक

बजट 2025 (Budget 2025) के लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस कड़ी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में शनिवार को किसानों के प्रतिनिधियों और एग्रीकल्चर सेक्टर के स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक की। बजट से पहले हुए इस बैठक में इन प्रतिनिधियों ने वित्त मंत्री को कृषि क्षेत्र की समस्याओं को हल करने के लिए कई अहम सुझाव दिए। इसमें लंबी अवधि के लिए सस्ते दरों पर कर्ज मुहैया कराना, कृषि से जुड़े उत्पादों पर टैक्स में कमी और PM-किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि को दोगुना करने की मांगे शामिल थीं।

दो घंटे तक चली इस बैठक में एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने के उद्देश्य से कई प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा हुई। इन प्रस्तावों में वित्तीय राहत, बाजार सुधार और रणनीतिक निवेश पर फोकस करने वाली प्रमुख मांगें शामिल थीं।

किसान संगठनों की प्रमुख मांगे

कृषि कर्ज पर ब्याज दर घटाने की मांग: किसान संगठनों ने कृषि कर्ज पर ब्याज दर को घटाकर 1% तक करने की सिफारिश की।

PM-KISAN सहायता दोगुनी करने की मांग: सालाना 6,000 रुपये की सहायता को बढ़ाकर 12,000 रुपये करने की मांग उठाई गई।

जीरो प्रीमियम फसल बीमा योजना: छोटे किसानों के लिए PM फसल बीमा योजना के तहत प्रीमियम को शून्य करने की अपील की गई।

टैक्स में सुधार की मांग: एग्रीकल्चर उपकरण, खाद, बीज और दवाओं पर GST में छूट की सिफारिश की गई। PHD चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने पेस्टीसाइड्स पर GST को 18% से घटाकर 5% करने की अपील की।

₹1,000 करोड़ का रणनीतिक निवेश

भारत कृषक समाज के अध्यक्ष अजय वीर जाखड़ ने चना, सोयाबीन और सरसों जैसी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए अगले 8 साल तक हर साल 1,000 करोड़ रुपये के निवेश का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि इस रणनीति निवेश से फसलों उत्पादन में सुधार होगा, जिससे आयात पर निर्भरता घटेगी और राष्ट्रीय पोषण सुरक्षा को मजबूत मिलेगी।

MSP और मंडी सुधार

वहीं भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करने के तरीकों में बदलाव की। उन्होंने MSP में जमीन का किराया, मजदूरी और फसल कटाई के बाद का खर्च जोड़ने की सिफारिश की। इसके अलावा, फसल मंडी के इंफ्रास्ट्रक्चर कोसुधारने, MSP के दायरे को 23 फसलों से आगे बढ़ाने और न्यूनतम एक्सपोर्ट प्राइस को सिर्फ आपातकालीन स्थिति में लागू करने की बात कही।

अन्य प्रमुख मांगें

- कृषि उपकरणों की कीमतें कंपनियों की वेबसाइट पर सार्वजनिक करने की सिफारिश।

- नकली और तस्करी वाले पेस्टीसाइड्स की बिक्री पर रोक।

- नई कृषि विकास योजनाओं के लिए डाटा प्रोटेक्शन की मांग।

- कृषि को समवर्ती सूची (Concurrent List) में जोड़ने और एक अखिल भारतीय कृषि सेवा (Indian Agricultural Service) बनाने की सिफारिश।

इस बैठक में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और वित्त एवं कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा, किसान उत्पादक कंपनियों, कृषि संगठनों और कॉरपोरेट सेक्टर के प्रतिनिधियों ने भी अपनी राय रखी।

यह भी पढ़ें- बजट 2025 में इनकम टैक्स सहित कई बड़े रिफॉर्म्स के होंगे ऐलान, जानिए क्या है सरकार की तैयारी



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/ZJWs1OR
via

M&M vs Indigo: '6E' की लड़ाई कोर्ट में, नई ई-एसयूवी का नाम बदलना पड़ा महिंद्रा को

M&M vs Indigo: महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने अपने नए इलेक्ट्रिक एसयूवी का नाम बदल दिया है। इसकी नए ई-एसयूवी का नाम 'BE 6E' से बदलकर 'BE 6' कर दी गई है यानी कि 'E' को हटा दिया है। कंपनी ने आज शनिवार 7 दिसंबर को इसकी जानकारी दी। कंपनी ने यह फैसला '6E' ट्रेडमार्क के उल्लंघन को लेकर महिंद्रा एंड महिंद्रा और इंडिगो एयरलाइंस की मालकिन इंटरग्लोब एविएशन के बीच चल रही कानूनी लड़ाई के कारण लिया है। इंटरग्लोब एविएशन ने '6e' ट्रेडमार्क के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दायर किया है। महिंद्रा ने जोर दिया कि उसने 'BE 6e' ट्रेडमार्क के लिए पंजीकरण के लिए आवेदन किया था, जो इसके इलेक्ट्रिक SUV पोर्टफोलियो का हिस्सा है।

हालांकि एमएंडएम का यह भी कहना है कि नाम भले ही बदल दिया गया है लेकिन ट्रेडमार्क 'BE 6e' के लिए यह इंटरग्लोब एविएशन के खिलाफ अदालत में मजबूती से मुकदमा जारी रखेगी। कंपनी ने पिछले महीने 26 नवम्बर को दो नए मॉडल्स - BE 6e और XEV 9e को लॉन्च किया था। कंपनी का कहना है कि BE 6e की रेंज 682 किमी है।

BE 6e को लेकर M&M का क्या है दावा?

महिंद्रा का कहना है कि उनकी इलेक्ट्रिक एसयूवी का 6ई इंडिगो को 6ई से मौलिक रूप से अलग है क्योंकि इंडिगो की 6ई एक एयरलाइन से जुड़ी है तो किसी भी प्रकार के भ्रम की संभावना ही खत्म हो जाती है। महिंद्रा एंड महिंद्रा का कहना है कि उन्होंने जो रजिस्ट्रेशन कराया है, वह पूरी तरह से अलग इंडस्ट्री और प्रोडक्ट से जुड़ा है तो ऐसे में इंडिगो से किसी प्रकार से भिड़ंत की उम्मीद ही नहीं है। महिंद्रा ने यह भी कहा कि कंपनी का ट्रेडमार्क 'BE 6e' है, न कि अकेला '6E'। हालांकि महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता बेहतर सर्विसेज देने की है तो फिलहाल इलेक्ट्रिक एसयूवी के नाम को बदलने का फैसला लिया गया है।

Tata Motors और IndiGo के विवाद का भी किया जिक्र

महिंद्रा ने कहा कि इससे पहले टाटा मोटर्स ने इंटरग्लोब के इंडिगो नाम के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी, क्योंकि टाटा के पास टाटा इंडिगो कार ब्रांड है। इंटरग्लोब अब भी एक अलग इंडस्ट्री और कारोबार में इंडिगो नाम का इस्तेमाल कर रही है। कंपनी ने कहा कि दो बड़ी भारतीय एमएनसी का इस प्रकार से आपस में उलझना अच्छा नहीं है लेकिन अगर इंडिगो के दावे को चुनौती नहीं दी गई तो यह गलत उदाहण स्थापित करेगा। ऐसे में कंपनी ने इस मुद्दे को अदालत में चुनौती देने की बात कही है ताकि 'BE 6e' नाम के ब्रांड पर अपना हक सुरक्षित किया जा सके।

Kingfisher Towers में नारायण मूर्ति ने खरीदा एक और अपार्टमेंट, ₹50 करोड़ में हुआ सौदा

दस साल का सबसे बड़ा एजुकेशन प्लान, 85 नए केवी और 28 नवोदय स्कूल खोलने की मंजूरी



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/N0hz5kp
via

एक साथ फिल्म करने को तैयार बॉलीवुड के तीनों खान, बस इस चीज का है इंतजार, आमिर खान ने किया बड़ा खुलासा

Aamir Khan On Working With SRK- Salman: आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख खान तीनों भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार्स हैं। 90 के दशक में इन तीनों ने बॉलीवुड में अपने कदम रखे और देखते ही देखते सफलता की ऊंचाईयों को छू लिया। हालांकि, फैंस की लंबे समय से इच्छा रही है कि वे इन तीनों को एक साथ किसी फिल्म में देखें, लेकिन यह इंतजार अभी तक जारी है। हाल ही में आमिर खान ने इस बात को कंफर्म किया की तीनों खान एक साथ फिल्म करने के लिए तैयार है।

रेड सी फिल्म फेस्टिवल के दौरान आमिर खान ने खुलासा किया कि, वे, शाहरुख खान और सलमान खान साथ में एक फिल्म करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि करीब 6 महीने पहले तीनों के बीच इस विषय पर चर्चा हुई थी और तीनों अब बस एक सही स्क्रिप्ट का इंतजार कर रहे हैं।

अच्छी कहानी का है इंतजार-आमिर खान

आमिर खान ने कहा कि, अगर तीनों खान एक साथ फिल्म नहीं करते हैं, तो यह काफी दुखद होगा। आमिर ने सलमान और शाहरुख के साथ चर्चा की कि इतने सालों से इंडस्ट्री में काम करते हुए भी वे साथ नहीं आए हैं, तो यह दर्शकों के साथ अन्याय होगा। इस विचार पर सभी सहमत हैं और एक बेहतरीन कहानी की इंतजार कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब आमिर ने इस विषय पर बात की है। साल की शुरुआत में 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' में भी उन्होंने इस बात का जिक्र किया था। तीनों खानों का साथ आना निश्चित रूप से बॉलीवुड में एक ऐतिहासिक क्षण होगा।

इन फिल्मों में सलमान-शाहरुख ने किया है काम

गौरतलब है कि आमिर खान ने सलमान खान के साथ फिल्म 'अंदाज अपना अपना' में काम किया था, जबकि शाहरुख और सलमान कई फिल्मों में साथ नजर आए हैं, जिसमें ‘हम तुम्हारे हैं सनम’, ‘ट्यूबलाइट’, ‘कुछ कुछ होता है’ और ‘पठान’ जैसी कई फिल्में शामिल है। उम्मीद की जा रही है कि तीनों खानों का जादू जल्द ही बड़े पर्दे पर दिखाई देगा।

Pushpa 2 Collection Day 2: बॉक्स ऑफिस पर 'पुष्पा 2' ने मचाया तहलका, अल्लू अर्जुन की फिल्म ने दूसरे दिन कमाए इतने करोड़



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/lhZm80A
via

Friday, December 6, 2024

Gainers & Losers: इन शेयरों ने दिखाया दम, सुस्त मार्केट में भी बरसाया ताबड़तोड़ पैसा

Gainers & Losers: इस महीने के पहले कारोबारी हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन आरबीआई ने मौद्रिक नीतियों का ऐलान किया। आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया तो मार्केट में कुछ खास हलचल नहीं दिखी। इसके ऐलान के एक दिन पहेल घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 में एक फीसदी की तेजी आई थी और आज दोनों रेड जोन में लगभग फ्लैट बंद हुए हैं। सेंसेक्स 56.74 प्वाइंट्स यानी 0.07%फीसदी की गिरावट के साथ 81709.12 और निफ्टी 0.12% यानी 30.60 प्वाइंट्स की फिसलन के साथ 4677.80 पर बंद हुआ है। इंडिविजुअल स्टॉक्स की बात करें तो सुस्त मार्केट में भी आज कई में तेज उतार-चढ़ाव रहा, उनमें से कुछ की डिटेल्स नीचे दी जा रही है, वजह के साथ।

इन शेयरों में रहा तेज उतार-चढ़ाव

Garden Reach Shipbuilders & Engineers | मौजूदा भाव: ₹1,779

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने जर्मनी में 4 अतिरिक्त 7,500 DWT मल्टी-पर्पस जहाजों की सीरीज से दूसरे जहाज को बनाने और डिलीवरी के लिए एग्रीमेंट किया तो इसके शेयर 1 फीसदी उछल गए।

Ceigall India | मौजूदा भाव: ₹371

ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMADA) के मामले में ₹54.21 करोड़ का ऑर्बिट्रेशन अवार्ड मिलने के ऐलान पर सीगल इंडिया के शेयर 4 फीसदी उछल गए। यह अवार्ड इसे मध्यस्थता और सुलह अधिनियम, 1996 के तहत मिला है। मामला मुल्लनपुर/UT बाउंड्री से लेकर 'T' जंक्शन, कुराली-सीसवान सड़क तक 200 फुट चौड़ी सड़क के साथ सर्विस रोड बनाने के प्रोजेक्ट से संबंधित था।

Mishtann Foods | मौजूदा भाव: ₹12.42

कंपनी के ₹100 करोड़ के फंड पर सेबी से कारण बताओ नोटिस मिला तो शेयर 20 फीसदी टूट गए। सेबी ने ग्रुप कंपनियों के जरिए हेराफेरी का आरोप लगाया है। हालांकि कंपनी ने इन सबसे इनकार किया है।

BSE Ltd | मौजूदा भाव: ₹5,400

F&O सेगमेंट में एंट्री और बढ़ती वॉल्यूम एक्टिविटी के चलते बीएसई के शेयर हर दिन ऊपर चढ़ रहे हैं। आज यह 4 फीसदी उछला है और रिकॉर्ड हाई बनाया। तीन कारोबारी दिनों में इसने 19 फीसदी का रिटर्न दिया।

Multi-Commodity Exchange | मौजूदा भाव: ₹6,932

भारी वॉल्यूम एक्टिविटी के चलते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के शेयर आज करीब 7 फीसदी उछल गए।

Zaggle Prepaid Ocean Services | मौजूदा भाव: ₹524.55

सिर्फ दो दिनों में तीन ऑर्डर मिलने पर जैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज के शेयर 5 फीसदी उछल गए। इन ऑर्डर्स की बात करें तो कंपनी को एक ऑर्डर AGP सिटी गैस से जैगल के फ्लीट प्रोग्राम के लिए पांच साल का कॉन्ट्रैक्ट है। दूसरा ऑर्डर Hitachi India से एक साल का है जिसके तहत यह हिताची इंडिया को अपनी ज़ैगल प्रोपेल रिवॉर्ड सॉल्यूशन प्रदान करेगी। तीसरा ये कि कंपनी ने Blink Commerce के साथ दो साल का मास्टर एग्रीमेंट किया जिसमें इसे अपनी Zoyer सॉल्यूशन प्रदान करनी है।

Newgen Software | मौजूदा भाव: ₹1,353

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने न्यूजेन के ग्रोथ की मजबूत संभावनाओं पर खरीदारी की रेटिंग बरकरार रखा और 1500 रुपये का टारगेट प्राइस फिक्स किया तो इसके शेयर आज 3 फीसदी उछल गए।

RITES | मौजूदा भाव: ₹295.40

आईआईएम रायपुर से राइट्स को एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला तो राइट्स के शेयर 3 फीसदी उछल गए। ₹148.25 करोड़ (GST छोड़कर) के इस ऑर्डर के तहत कंपनी को आईआईएम रायपुर के दूसरे चरण के विकास के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट (PMS) के रूप में काम करना है। यह प्रोजेक्ट 23 महीने का है।

HEG | मौजूदा भाव: ₹560.74

हालिया ताबड़तोड़ तेजी के बाद आज मुनाफावसूली के चलते एचईजी के शेयर 4 फीसदी टूट गए। इसके शेयरों में एक हफ्ते में 40 फीसदी की तेजी आई थी। यह तेजी इसलिए आई थी क्योंकि चीन ने अमेरिका को ग्रेफाइट के निर्यात पर सख्ती बढ़ी दी। इसके अलावा चीन ने जर्मेनियम और गैलियम जैसे दोहरे इस्तेमाल वाली कमोडिटीज के निर्यात पर रोक लगा दी। इससे वैश्विक स्तर पर सप्लाई की चिंताएं बढ़ी दी जिससे एचईजी के शेयरों को सपोर्ट मिला। पिछले कारोबारी सत्र में यह छह साल के हाई पर चला गया था।

Vibhor Steel Tubes | मौजूदा भाव: ₹241.18

विभोर स्टील ट्यूब्स ने ओडिशा के सुंदरगढ़ में स्थित अपनी यूनिट III प्लांट के पूरी तरह ऑपरेशन लायक होने का ऐलान किया तो शेयर 6 फीसदी उछल गए। कंपनी को उम्मीद है कि यह यूनिट जनवरी 2025 के अंत में चालू हो जाएगी।

Share Market: शेयर बाजार में 5 दिन बाद गिरावट, आईटी शेयरों ने बिगाड़ा मूड, निवेशकों ने फिर भी एक लाख करोड़ कमाए

बस 4 दिन, और FIIs ने तोड़ डाला नवंबर का रिकॉर्ड, इन शेयरों में किया ₹23,500 करोड़ का निवेश



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/nzIhYW8
via