Intellectual Design Arena का फोकस बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) पर है। 57 देशों में इसके 270 से ज्यादा क्लाइंट्स हैं। दुनियाभर में टेक्नोलॉजी पर खर्च करने के मामले में BFSI सबसे अव्वल है। दुनियाभर में टेक्नोलॉजी पर बैंकों का खर्च 9-10 फीसदी CAGR से बढ़ रहा है। इंटेलेक्ट के पास कई तरह के प्रोडक्ट्स हैं, जो मैच्योरिटी के लेवल तक पहुंच गए हैं। इससे कंपनी का मार्जिन हाई रहेगा। ग्लोबल बीएफएसआई क्लाउड, एआई और सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस (SaaS) पर शिफ्ट हो रहा है। इससे इंटेलेक्ट डिजाइन जैसी थर्ड पार्टी कंपनियों के लिए बड़े मौके बने हैं।
रेवेन्यू में आरएंडडी खर्च की घट रही हिस्सेदारी
Intellect Design ने प्रोडक्ट डेवलपमेंट में बड़ा निवेश किया है। ये प्रोडक्ट्स अब मैच्योर हो गए हैं, जिससे आरएंडी पर कंपनी का खर्च घटा है। FY15 में यह रेवेन्यू का 20 फीसदी था, जो घटकर FY23 में 7.7 फीसदी रह गया है। रेवेन्यू बढ़ने पर फीसदी में यह और कम हो जाएगा। इंटेलेक्ट के लिए रिटेल बैंकिं एड्रेसेबल मार्केट करीब 11 अरब डॉलर का है। यह 8-10 फीसदी रेट से बढ़ रहा है। कंपनी दो तरह से रेवेन्यू हासिल करती है। पहला है 5-10 साल की लाइसेंस डील, वन टाइम इंप्लिमेंटेशन और एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट। दूसरा है-क्लाउड रेवेन्यू।
कई प्रोडक्ट्स मैच्योरिटी के स्टेज तक
क्लाउड रेवेन्यू के दो कंपोनेंट हैं। पहला है फ्लैट मंथली सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू और दूसरा है प्रति ट्रांजेक्शन पर आधारित ऑफरिंग। आईटी प्रोडक्ट डेवलपमेंट के लिए शुरुआती सालों में भारी निवेश जरूरी होता है। प्रोडक्ट के मैच्योरिटी तक पहुंच जाने पर यह निवेश घट जाता है। इससे मार्जिन में तेज उछाल देखने को मिलता है। इंटेलेक्ट डिजाइन के मामले में इनवेस्टमेंट का फेज 2015 से 2018 के बीच था। तब इसकी ऑपरेटिंग कॉस्ट की रेवेन्यू में हिस्सेदारी 90 फीसदी से ज्यादा थी। उसके बाद से धीरे-धीरे मार्जिन और रेवेन्यू ग्रोथ में तेजी आई है।
अब SaaS पर बढ़ा फोकस
अब इंटेलेक्ट का फकोस प्लेटफॉर्म (SaaS) सॉल्यूशन पर है। इसके मैच्योर हो जाने पर कम कॉस्ट में बड़ी बिजनेस डील मिलेंगी। यह ज्यादा मार्जिन के लिए जरूरी है। कंपनी के जीटीबी और जीसीबी बिजनेस वर्टिकल्स में दोनों ऑफरिंग मैच्योर हो गए हैं। क्लाइंट्स के बीच इनकी अच्छी मांग है। इसकी इंश्योरेंस ऑफरिंग भी इसी तरह के स्टेज में है जबकि वेल्थ, रिस्क और दूसरे प्रोडक्ट्स मैच्योरिटी के रास्ते में हैं।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
इंटेलेक्ट की प्रतिद्वंद्वी कंपनियों में Temenos, Fiserv, FIS और Oracle Financial है। इनमें से एफआईएस को छोड़ बाकी तीनों का मार्जिन इंटेलेक्ट से ज्यादा है। करेंट मार्केट प्राइस पर इंटेलेक्ट के स्टॉक्स में उसकी प्रतिद्वंद्बी कंपनियों के मुकाबले डिस्काउंट पर ट्रेडिंग हो रही है। इसकी वजह कंपनी का ट्रांजिशन फेज है। करेंट वैल्यूएशन FY26 के अनुमानित ईपीएस का 22.4 गुना है। यह ज्यादा नहीं है। ऐसे में इंटेलेक्ट में निवेश किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: Dividend Stocks: हर शेयर पर 94 रुपये का डिविडेंड देगी कंपनी, अबतक का सबसे अधिक, चेक करें रिकॉर्ड डेट
from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/TExYby0
via
No comments:
Post a Comment