Thursday, June 16, 2022

LinkedIn और United Nation ने मिलाया हाथ, भारत की महिलाएं डिजिटल की दुनिया में करेंगी नौकरी

Employment for Women: दुनिया के सबसे बड़े प्रोफेशनल नेटवर्क लिंक्डइन (LinkedIn) ने ऐलान किया है कि वो यूनाइटे नेशन वूमेन (UN Women) के साथ एक पार्टनरशिप की है। इससे महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत किया जाएगा। इस पार्टनरशिप के तहत लिक्डइन करीब 3.88 करोड़ रुपये निवेश करेगा। लिंक्डइन इसमें लैंगिक समानता के लिए काम करेगा। यह तीन साल की पार्टनरशिप होगी। इस प्रोजेक्ट को सबसे पहले परीक्षण के तौर पर महाराष्ट्र में शुरू किया जाएगा। इसमें करीब 2000 महिलाओं में डिजिटल, सॉफ्ट और रोजगार के लिए जरूरी स्किल्स के लिए काम किया जाएगा। इसके बाद फिर उन्हें रोजगार मेले, मेंटरिंग सेशन और पियर-टू-पियर नेटवर्क के जरिए रोजगार के कई अवसर मुहैया कराए जाएंगे। इस प्रोग्राम को जुलाई 2022 में शुरु कर दिया जाएगा और अक्टूबर 2023 में खत्म हो जाएगा। महिलाओं की इंटरनेट तक पहुंच बेहद कम महिलाओं को नौकरियों तक ज्यादा पहुंच बनाने के लिए और उन्हें फॉर्मल इकोनॉमी में पूरी तरह से हिस्सा लेने के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए उन्हें डिजिटली रूप से स्किल बनाया जाएगा। एशिया प्रशांत क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की इंटरनेट तक पहुंच काफी कम है। ऐसे में एशिया प्रशांत क्षेत्र में लैंगिक समानता पर आधारित टेक्नोलॉजी पॉलिसी बनाना काफी कठिन हो जाता है। इस क्षेत्र में पुरुषों की इंटरनेट तक पहुंच 54.6 फीसदी है। जबकि महिलाओं की इंटरनेट तक पहुंच 41.3 फीसदी है। यानी पुरुषों और महिलाओं के बीच जेंडर गैप (लैंगिक समानता) 32 फीसदी है। इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (International Telecommunications Union - ITU) के मुताबिक 2013-17 के बीच एशिया में यह गैप 15 फीसदी से बढ़कर 24 फीसदी बढ़ गया है। आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान ने चीन को दी ‘खुली लूट’ की छूट, गिलगिट-बाल्टिस्तान में क्यों बिगड़े हालात? तीन साल का है प्रोजेक्ट दोनों के बीच पार्टनरशिप का यह प्रोजेक्ट तीन साल का है। 15 महीने के पायलट के बाद यूएन वूमेन और लिंक्डइन अपने प्रोग्राम को जरूरत पड़ने पर सुधार करेंगे। फिर इसे एशिया-प्रशांत के अन्य देशों में लेकर जाएंगे। लिंक्डइन के मैनेजर (भारत) आशुतोष गुप्ता (Ashutosh Gupta) के मुताबिक यूएन वूमेन के साथ मिलकर महिलाओं की डिजिटल के सेक्टर में तैयार किया जाएगा। फिर उनकी भागीदारी फॉर्मल इकॉनमी में बढ़ाई जाएगी। महिलाओं को उचित स्किल और रिसोर्सेज मुहैया कराए जाएंगे। इस कोर्स की शुरुआत महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे और नवी मुंबई में शुरू किया जाएगा। जिन महिलाओं ने अपनी हाएर एजुकेशन पूरी कर ली है वो अप्लाई कर सकती हैं।

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