कांग्रेस (Congress) से नाराज होकर पार्टी छोड़ने वाले हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के नए राजनीतिक ठिकाने को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। News18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि हार्दिक पटेल की BJP में एंट्री के लिए मंजूरी दे दी गई है। ये मंजूरी उस दिन दी गई है, जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने अपने गुजरात दौरे की शुरुआत की। पाटीदार नेता ने 19 मई को कांग्रेस छोड़ी थी। वहीं अब कयास लगाए जा रहे हैं कि हार्दिक पटेल 30 मई को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। News18 को दिए एक इंटरव्यू में, पटेल ने आधिकारिक तौर पर तो इसकी पुष्टि नहीं की, इसके बजाय एक घुमावदार जवाब दिया। उन्होंने कहा, "राजनीतिक जवाब यह है कि यह अभी तक तय नहीं हुआ है। मगर इस तरह का राजनीतिक बयान देना ठीक नहीं है। हमें खुली किताब की तरह बनना है। अगले पांच दिनों में गुजरात के लोगों और देश के लोगों के लिए अच्छी खबर आनी चाहिए।" कांग्रेस से अपने मोहभंग के बारे में बोलते हुए, पटेल ने कहा, “एक 28 साल का शख्स भी कांग्रेस छोड़ रहा है। 50 साल के सुनील जाखड़ भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं। 75 साल के कपिल सिब्बल ने भी पार्टी छोड़ दी है। यह चिंता का कारण है। चिंतन अब खत्म हो गया है। आपको सोचना चाहिए कि पार्टी को क्या हो गया है। अगर कोई चला जाता है, तो वो व्यक्ति में पार्टी को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।" त्याग पत्र में साफ की नाराजगी- हार्दिक पटेल पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता ने कहा कि उन्होंने अपने त्याग पत्र में कांग्रेस के खिलाफ अपनी नाराजगी बिल्कुल साफ कर दी थी। उन्होंने कहा, "मैंने अपने त्याग पत्र में बहुत खुले तौर पर लिखा था कि हम एक राजनीतिक परिवार नहीं हैं। मैं जो कुछ भी हूं, लोगों के आशीर्वाद से बना हूं। इसलिए लोगों की उम्मीदें ज्यादा हैं। अगर आप मुझे काम नहीं करने देंगे, आप मुझे अच्छे पद नहीं देंगे, तो कैसे काम चलेगा?" उन्होंने कहा, "अब तक, मैंने गुजरात के 6,000-7,000 गांवों का दौरा किया है। जब मैं लोगों के पास जाता हूं, तो वे कहते हैं कि कांग्रेस लोगों के खिलाफ स्टैंड ले रही है। मुझे राज्य नेतृत्व से समस्या थी, इसलिए मैंने राहुल गांधी से संपर्क किया। राहुल गांधी को मेरी मदद करनी चाहिए थी।" Rajasthan: 'इस जलालत भरे मंत्री पद से मुझे मुक्त करें', अशोक गहलोत के अपने ही मंत्री ने क्यों कही ऐसी बात? पटेल, 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने ने कहा कि अपने पिता को खोने के बाद पार्टी की संवेदनहीनता से उन्हें सबसे ज्यादा दुख पहुंचा। उन्होंने पूछा, "जब मैंने अपने पिता को खोया तो पार्टी का कोई भी नेता मेरा दुख बांटने यहां नहीं आया। अगर आप अपनी ही पार्टी के नेता के दुख का हिस्सा नहीं बन सकते, तो राज्य के दुख का हिस्सा कैसे बनेंगे?" बीजेपी के बारे में बोलते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि यह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पार्टी थी, जिसने आरक्षण के लिए उनकी लड़ाई का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "पिछले 30 सालों से गुजरात के लोग बीजेपी को सत्ता में वोट कर रहे हैं। इसका मतलब है कि पार्टी लोगों के लिए कुछ कर रही होगी।"
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