Tuesday, September 13, 2022

Twitter के लिए कमाई का बड़ा सोर्स बना चीन, प्रतिबंध के बावजूद कैसे बना दूसरा बड़ा बाजार?

Twitter : भले ही चीन ने अपने 1.4 अरब नागरिकों को ट्विटर से जुड़ने पर रोक लगा रखी है, लेकिन इसके स्थानीय अधिकारियों की साइट पर ग्लोबल एडवर्टाइजिंग को लेकर जारी सक्रियता से चीन इस प्लेटफॉर्म के लिए तेजी उभरता विदेशी ऐड बाजार बनकर सामने आया है। साथ ही चीन ट्विटर के लिए सबसे बड़ा गैर अमेरिकी रेवेन्यू का सोर्स बन गया है। ट्विटर पर खरीद रहे विज्ञापन रॉयटर्स द्वारा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सरकारी टेंडर्स, बजट डॉक्युमेंट्स और 2020 से 2022 के बीच प्रमोटेड ट्वीट्स के रिव्यू से पता चलता है कि स्थानीय अधिकारी और चायनीज कम्युनिस्ट पार्टी के देश के भीतर शहरों, प्रांतों और यहां तक कि जिलों में स्थित प्रोपागैंडा ऑफिस विज्ञापन खरीदने के लिए ट्विटर पर आ गए हैं। Amazon Wholesale को FY22 में हुआ 480 करोड़ रुपये का घाटा, FY21 मे हुआ था 43 करोड़ का मुनाफा बैन से किसे मिली है छूट स्थानीय सरकारें आम तौर पर स्टेट मीडिया को प्रमोशन का काम देती हैं। इसके जरिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थानीय आकर्षण की वस्तुओं के साथ ही सांस्कृतिक और आर्थिक उपलब्धियां परोसी जाती हैं। साथ ही, स्टेट मीडिया एडवर्टाइजिंग को  ट्विटर पर बैन से छूट के तहत मंजूरी हासिल है। ऐसे बढ़ी चीन की अहमियत इस रिव्यू से पहली बार पता चलता है कि कैसे ट्विटर के लिए चीन का महत्व बढ़ गया है। इसकी मुख्य वजह यह है कि अमेरिका में बिजनेस अटकने से ग्रोथ टारगेट हासिल करने के लिए यह जरूरी हो गया है। इन दिनों कंपनी टेस्ला के सीईओ एलॉन मस्क से कानूनी लड़ाई में उलझी हुई है, जो ट्विटर खरीदने के 44 अरब डॉलर के ऑफर से पीछे हटने की वजह से शुरू हुई है। सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि बीजिंग और वाशिंगटन में तनाव बढ़ने के बीच चीन में सेल्स के अवसर बढ़ाने में लगी टीमों और सरकार समर्थित एंटिटीज के बीच आंतरिक संघर्ष का एक सोर्स बन गया है। चीन में ट्विटर का कामकाज मंगलवार को तब सामने आ सकता है, जब अमेरिकी सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी ट्विटर के पूर्व सिक्योरिटी चीफ पीटर जैत्को द्वारा दायर एक व्हिसलब्लोअर शिकायत पर विचार करने के लिए सुनवाई करेगी। 84 पेज की शिकायत में आरोप लगाया गया है, ट्विटर के अधिकारी जानते हैं कि चीन के पैसे को स्वीकार करने से चीन में उसके यूजर्स खतरे में पड़ गए हैं। ट्विटर ने इन आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

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Top Tech News - September 13: Android Ends Support For 1GB RAM, Exclusive Netflix Games Coming Soon And More

In the latest episode we cover Android 13 bringing changes, Netflix has big plans for gamers and more.

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iQOO Z6 Lite With Snapdragon 4 Gen 1 SoC Launched In India: Price, Specifications

iQOO is refreshing its mid-range lineup in the market with the new Snapdragon 5G chipset that promises to be an interesting addition for phone makers.

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Fox News Anchor Tucker Carlson Says Britain Civilized India. Shashi Tharoor, Martina Navratilova Respond

Tucker Carlson completely ignored that the one of the first human civilisations evolved in India and the nation has a rich history of architecture

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Monday, September 12, 2022

भारतीय अर्थव्यवस्था में नजर आ रहा है सुधार, UPI क्रेडिट कार्ड पेमेंट में हो रही बढ़ोतरी

कोविड महामारी के बाद देश भर में इकोनॉमिक एक्टिविटी में सुधार होने लगा है। एक्सपर्ट के मुताबिक क्रेडिट कार्ड और यूपीआई पेमेंट में बढ़ोतरी के डेटा इस ओर इशारा कर रहे हैं। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेनदेन इस साल अप्रैल में 9.83 लाख करोड़ से बढ़कर अगस्त में 10.73 लाख करोड़ रुपये हो गया है। आरबीआई का मासिक डेटा से यह बात सामने आई है। ये इस ओर इशारा कर रहा है कि देश कोविड के बाद रिकवरी मोड में नजर आने लगा है। डेटा में कहा गया है कि पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) टर्मिनल के माध्यम से क्रेडिट कार्ड खर्च इस साल अप्रैल में 29,988 करोड़ रुपये से बढ़कर अगस्त में 32,383 करोड़ रुपये हो गया। जबकि, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर क्रेडिट कार्ड खर्च, जिसका मूल्य अप्रैल में 51,375 करोड़ रुपये था, वह अगस्त में बढ़कर 55,264 करोड़ रुपये हो गया। SBI कार्ड के MD और सीईओ राम मोहन राव अमारा ने कहा कि आरबीआई के इंडस्ट्री डेटा के मुताबिक क्रेडिट कार्ड पर CAGR वित्त वर्ष 17 और वित्त वर्ष 22 के बीच 16 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। क्रेडिट कार्डों को लेने और इस्तेमाल में बढ़ोतरी के साथ खर्च में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले कुछ महीनों में इंडस्ट्री ने मासिक क्रेडिट कार्ड खर्च को लगातार 1 लाख-करोड़ रुपये के पार जाते देखा है। ये खर्च के अच्छे पैटर्न की तरफ इशारा करता है। इससे यह भी पता चलता है कि लोग डिजिटल पेमेंट की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। इंडस्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक कार्ड और UPI के माध्यम से पेमेंट के वॉल्यूम और वैल्यू दोनों में बढ़ोतरी हुई है। अलग-अलग डिजिटल पेमेंट मोड का इस्तेमाल बढ़ा है। Baba Ramdev की Patanjali Foods के शेयरों ने 3 साल में 39000% रिटर्न दिया, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?

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Crypto Price: BitCoin एक बार फिर 22 हजार डॉलर के पार, बिटकॉइन से भी ज्यादा उछली यह करेंसी

Crypto Price: पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन (BitCoin) समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में खरीदारी बढ़ी। इसके चलते वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो मार्केट कैप 1.3 फीसदी की उछाल के साथ 1.07 लाख करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। वहीं मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की बात करें तो लंबे समय बाद इसने 22 हजार डॉलर का भाव पार किया है। यह खबर लिखे जाने के समय बिटकॉइन 22,250 डॉलर (17.69 लाख रुपये) के भाव पर है जोकि जून के बाद से सबसे अधिक हैं. हालांकि दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी के भाव में गिरावट का रूझान दिख रहा है। वहीं मार्केट कैप के हिसाब टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसीज में सबसे अधिक सोलाना के भाव मजबूत हुए हैं। पिछले 24 घंटे में इसके भाव 8 फीसदी से भी अधिक उछले हैं। NTPC ने भेजा 2909 करोड़ का फाइनल डिविडेंड, शेयरों की तेजी के अलावा शेयरहोल्डर्स की इतनी हुई अतिरिक्त कमाई टॉप 10 में सबसे अधिक सोलाना के भाव मजबूत क्रिप्टो  मौजूदा भाव  24 घंटे में उतार-चढ़ाव बिटकॉइन (BitCoin) 22,250 डॉलर 2.79% एथेरम (Ethereum) 1753 डॉलर 1.08% टेथर (Tether) 1 डॉलर (-)0.01% यूएसडी कॉइन (USD Coin) 1 डॉलर (0.01%) बीएनबी (BNB) 298 डॉलर (0.92%) बिनांस यूएसडी (Binance USD) 1 डॉलर (-)0.01% एक्सआरपी (XRP) 0.36 डॉलर 0.09% कार्डानो (Cardano) 0.52 डॉलर (-) 0.39% सोलाना (Solana) 38 डॉलर 8.77% पोल्काडॉट (Polkadot) 7.95 डॉलर 3.10% सोर्स: कॉइनमार्केटकैप, भाव खबर लिखे जाने के समय क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन में तेजी पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो मार्केट में काफी चहल-पहल दिखी। कॉइनमार्केट कैप पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 8481 करोड़ डॉलर क्रिप्टो का कारोबार हुआ जो 23.77 फीसदी अधिक रहा। सबसे अधिक कारोबार बिटकॉइन में हुआ और इसकी हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी रही। डिस्क्लेमर: क्रिप्टो मार्केट में निवेश जोखिम भरा है और इसके लिए फिलहाल कोई नियमन संस्था नहीं है। मनीकंट्रोल इसमें निवेश के लिए कोई सलाह नहीं देता है। क्रिप्टोकरेंसीज में निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें।

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IT कंपनियों के शेयरों में आज हुई जोरदार खरीदारी, मैनेजमेंट की मजबूत कमेंटरी ने भरा जोश

देश की दिग्गज आईटी कंपनियों के शेयरों में आज यानी 12 सितंबर को अच्छी खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी का आईटी इंडेक्स आज 1.42 फीसदी की बढ़त के साथ 29,131.20 के स्तर पर बंद हुआ है। बता दें कि आईटी कंपनियों ने विश्लेषकों के साथ हुई हालिया बैठकों में आगे अपने कारोबार के ग्रोथ को लेकर मजबूत विश्वास जताया है। आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट के इस नजरिए का आईटी स्टॉक्स पर पॉजिटिव असर देखने को मिला है। गौरतलब है कि इस साल अब तक आईटी कंपनियां लगातार दबाव में रही हैं। अमेरिका और यूरोप की इकोनॉमी में मंदी की आशंका के चलते आईटी शेयरों पर दबाव रहा है। हालांकि 2020 और 21 में आईटी शेयरों में जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली थी। BofA Securities और सिटीग्रुप के एनालिस्ट के साथ हुई बातचीत में इंफोसिस के मैनजमेंट ने इस बात का विश्वास जताया है कि 2022-23 में कंपनी अपनी रेवेन्यू गाइडेंस को हासिल कर लेगी। बता दें कि इंफोसिस ने अपना गाइडेंस देते हुए कहा था कि वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी के रेवेन्यू में कॉन्स्टेंट करेंसी टर्म में 14 से 16 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिलेगी। एनालिस्ट के साथ हुई इस बातचीत में इस बात पर भी जोर दिया गया था कि सप्लाई से जुड़ी दिक्कतें अब समाप्ति की ओर हैं। कंपनी में एट्रिशन का सिलसिला भी अब लगभग खत्म होने के कगार पर है। बतातें चलें कि जून तिमाही में इंफोसिस की एट्रिशन रेट आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा रही थी। इस अवधि में कंपनी की एट्रिशन रेट 4.5 फीसदी थी। Motilal Oswal ने जताया भरोसा, CAMS के शेयरों में दिखी जोरदार तेजी इस बीच ब्रोकरेज फर्म सिटी ग्रुप ने भी कहा है कि 2022-23 में इंफोसिस का मार्जिन इसके 21-23 फीसदी के गाइडेंस के निचले छोर पर रह सकता है। सिटी ग्रुप के साथ हुई बातचीत में विप्रो के मैनजमेंट ने भी कहा है कि वो अपने ग्रोथ गाइडेंस को 2022-23 में आसानी से हासिल कर लेगा। कंपनी के ग्राहकों की तरफ से अपने प्रोजेक्ट में विलंब करने या आईटी खर्चे में कटौती करने के कोई संकेत नहीं हैं। इसके अलावा हाल के दिनों में अमेरिका में मंदी का डर भी थोड़ा कम हुआ है। देश में लेबर मार्केट में जोरदार तेजी आई है। आज के कारोबार में निवेशकों ने इस उम्मीद में आईटी कंपनियों में खरीदारी की कि इंफोसिस की तरह की दूसरी आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट की तरफ से भी कारोबार में आगे मजबूती कायम रहने की बात कही जा सकती है। इसके अलावा अक्टूबर महीने में आने वाले सितंबर तिमाही के नतीजे मजबूत रहने की भी संभावना है। डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें। (डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)

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