Sunday, June 9, 2024

PM Modi Oath Ceremony: TDP और जनसेना को Modi 3.0 में मिल सकती हैं अहम जिम्मेदारियां

PM Narendra Modi Oath Ceremony: दक्षिणी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगियों को पुरस्कृत करने के इरादे से रविवार (9 जून) को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई सांसदों को अपने मंत्रिपरिषद में शामिल करेंगे। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि आंध्र प्रदेश से विजयी हुए तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और BJP के दो-दो सांसद मोदी के साथ मंत्रिपद की शपथ लेंगे। आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 25 लोकसभा सीटों में से 21 पर जीतें हासिल की है। राज्य में NDA के घटक के तौर पर BJP, TDP और जनसेना ने साथ चुनाव लड़ा था।

सूत्रों के मुताबिक, तीन बार के सांसद के. राम मोहन नायडू को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की संभावना है। जबकि पहली बार सांसद बने डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी को राज्य मंत्री बनाया जा सकता है। उद्योगपति और तेदेपा नेता जयदेव गल्ला ने दोनों नेताओं को उनके संभावित तौर पर मंत्रिमंडल में शामिल होने पर बधाई दी।

आंध्र प्रदेश में BJP ने तीन सीट पर जीत दर्ज की है और नवनिर्वाचित सांसद एवं पार्टी की राज्य इकाई की प्रमुख डी. पुरंदेश्वरी और नरसापुरम के सांसद भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। आंध्र प्रदेश में दो सीट पर जीत दर्ज करने वाली जनसेना को लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मिलने की संभावना है।

तेलंगाना में BJP को भारी सफलता मिली है और राज्य की 17 सीट में से आठ पर जीत दर्ज की है। राज्य से बंडी संजय और जी किशन रेड्डी के मंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक में भाजपा के कोटे से 5 सांसदों को सरकार में शामिल किए जाने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि सहयोगी जनता दल (सेक्युलर) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है। कर्नाटक में NDA को 28 में से 19 सीटें मिली है। इनमें BJP की 17 और जनता दल (सेक्युलर) की 2 सीटें शामिल हैं।

मोदी रविवार शाम को शपथ लेने वाली मंत्रिपरिषद में अपनी निवर्तमान सरकार के अधिकतर प्रमुख चेहरों को शामिल कर अपने नये कार्यकाल में निरंतरता का संदेश दे सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, निवर्तमान सरकार में गृहमंत्री रहे अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के अलावा इसके अन्य वरिष्ठ सदस्य पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र सिंह शेखावत और हरदीप सिंह पुरी के नई सरकार का हिस्सा होने की पूरी संभावना है।

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संभावित मंत्रियों के साथ सुबह चाय पर मुलाकात के बाद मोदी ने उन्हें संबोधित भी किया। आधिकारिक तौर पर जारी किए गए एक वीडियो के अनुसार, करीब 65 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। हालांकि, संभावित मंत्रियों के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।



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Saturday, June 8, 2024

Unacademy के को-फाउंडर हेमेश सिंह का इस्तीफा, अब आए इस भूमिका में

Unacademy News: यूपीएससी, आईआईटी जी और नीट यूजी जैसी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली देश के सबसे बड़े लर्निंग प्लेटफॉर्म अनएकेडमी में बड़ा बदलाव हुआ है। अनएकेडमी के को-फाउंडर और मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) हेमेश सिंह लीडरशिप टीम में बड़े बदलाव के तहत एग्जेक्यूटिव भूमिका से एडवायजरी भूमिका में आ गए हैं। उन्होंने आज 8 जून को अपने इस फैसले का ऐलान किया। हेमेश ने इससे जुड़ा ऐलान आज X (पूर्व नाम Twitter) पर किया। अनएकेडमी को करीब 9 साल पहले वर्ष 2015 में गौरव मुंजाल (Gaurav Munjal), रोमन सैनी (Roman Saini) और हेमेश सिंह (Hemesh Singh) ने मिलकर शुरू किया था।

Unacademy के 10 साल के सफर को किया याद

हेमेश सिंह अनएकेडमी में पहले एग्जेक्यूटिव की भूमिका में थे लेकिन अब वह सलाहकार की भूमिका में हैं। उन्होंने इसे लेकर X पर ट्वीट किया है कि करीब एक दशक तक गौरव मुंजाल और रोमन सैनी के साथ अनएकेडमी को बनाने के बाद अब उन्होंने एग्जेक्यूटिव भूमिका से एडवायजरी भूमिका में आने का फैसला किया है। उन्होंने आगे लिखा कि अनएकेडमी का अब तक का सफर शानदार रहा है और वह इसका हिस्सा बनकर काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि अनएकेडमी ने टेस्ट प्रिपरेशन इंडस्ट्री में अच्छे बदलाव किए हैं। उन्होंने अनएकेडमी के सीईओ गौरव मुंजाल को धन्यवाद भी कहा है।

Unacademy CEO ने 11 साल तक के सफर को किया याद

हेमेश सिंह के ट्वीट पर अनएकेडमी के सीईओ गौरव मुंजाल ने उनके साथ 11 साल के सफर को याद किया। उन्होंने ट्वीट किया है कि हेमेश और वह 11 साल से साथ काम कर रहे हैं, जब वह फ्लैटचैट (Flatchat) बना रहे थे। इसके आगे उन्होंने लिखा कि यह काफी शानदार सफर रहा है और हेमेश के जैसा को-फाउंडर पाकर वह काफी खुश हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि अनएकेडमी उन्हें काफी मिस करेगा।

नीतीश कुमार को I.N.D.I.A ब्लॉक ने दिया था प्रधानमंत्री पद का ऑफर? कांग्रेस ने दिया जवाब

PM Modi Oath ceremony: हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रमुख नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ब्लॉक की ओर से मिले प्रधानमंत्री बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। JDU नेता केसी त्यागी ने दावा किया है कि नीतीश कुमार को I.N.D.I.A ब्लॉक से पीएम बनाने का ऑफर मिला था। लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया क्योंकि अब पीछे देखने का सवाल ही नहीं है। JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता त्यागी ने बताया कि यह प्रस्ताव कथित तौर पर उन लोगों की ओर से आया है, जिन्होंने पहले कुमार को I.N.D.I.A ब्लॉक के संयोजक के रूप में नामित किए जाने का विरोध किया था। यह भी पता चला कि कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता का हवाला देते हुए इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

आज तक/इंडिया टुडे टीवी को केसी त्यागी ने बताया, "नीतीश कुमार को I.N.D.I.A ब्लॉक की ओर से प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव मिला था। उन्हें यह प्रस्ताव उन लोगों की ओर से मिला, जिन्होंने उन्हें 'इंडिया' ब्लॉक का संयोजक बनने की अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया है और हम NDA के साथ मजबूती से खड़े हैं।" चैनलों ने बताया कि जब त्यागी से उन नेताओं की पहचान उजागर करने के लिए कहा गया जिन्होंने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव दिया था, तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

चैनलों ने त्यागी के हवाले से यह भी बताया, "कुछ नेता इस प्रस्ताव के लिए सीधे नीतीश कुमार से संपर्क करना चाहते थे। लेकिन उनके और हमारे पार्टी नेताओं के साथ जो व्यवहार किया गया, उसके बाद हमने 'इंडिया' ब्लॉक छोड़ दिया। हम एनडीए में शामिल हो गए हैं और अब पीछे मुड़कर देखने का कोई सवाल ही नहीं है।"

यह घटनाक्रम उन अटकलों के बीच सामने आया है कि I.N.D.I.A ब्लॉक केंद्र में संभावित सरकार गठन के लिए JDU और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) को लुभाने का प्रयास कर रहा था, जो NDA के नेतृत्व वाले NDA के दोनों सहयोगी हैं।

कांग्रेस ने किया खंडन

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने त्यागी द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को I.N.D.I.A गठबंधन द्वारा प्रधानमंत्री पद संभालने का प्रस्ताव दिए जाने के कथित दावे का खंडन किया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने शनिवार 8 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।"

2024 के लोकसभा चुनावों में I.N.D.I.A ब्लॉक ने 543 सीटों में से 234 सीटें हासिल करके एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों को धता बता दिया। इसके विपरीत, एनडीए ने कुल 293 सीटें हासिल कीं, जबकि बीजेपी के खाते में 240 सीटें आईं, जो बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें कम थीं।

अपनी राजनीतिक सूझबूझ के लिए मशहूर नीतीश कुमार ने ही I.N.D.I.A ब्लॉक के गठन के पीछे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिछले साल, उन्होंने पटना में I.N.D.I.A ब्लॉक की उद्घाटन बैठक की अध्यक्षता भी की। हालांकि इसके बाद अचानक एक रणनीतिक कदम उठाते हुए, उन्होंने विपक्षी गठबंधन से अलग होकर जनवरी 2024 में NDA में फिर से शामिल होने का विकल्प चुना।

ये भी पढ़ें- 'क्योंकि मैं शेरनी हूं...' स्मृति ईरानी को मात देने वाले केएल शर्मा की पत्नी से ऐसा क्यों बोलीं सोनिया गांधी? वीडियो वायरल

लोकसभा चुनावों में 12 सीटें हासिल करने के बाद नीतीश कुमार 7 मई को आयोजित NDA संसदीय बैठक में सक्रिय भागीदार रहे। यह बैठक नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुनने के लिए बुलाई गई थी। पीएम मोदी ने रविवार 9 जून को तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। ह शपथ ग्रहण समारोह रविवार 9 जून को शाम 7:15 बजे होगा।



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1.30 करोड़ एंप्लॉयीज की नौकरी जाने का खतरा, 'जॉम्बी' कंपनियों के इन फैसलों ने बढ़ाई आफत

एक एनालिसिस में खुलासा हुआ है कि कई लिस्टेड कंपनियों पर कर्ज का बोझ तेजी से बढ़ रहा है। यह बोझ इतना अधिक है कि वे अपने लोन का ब्याज भी भर पाने की स्थिति में नहीं हैं। अधिक बोझ वाली कंपनियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। यह एनालिसिस एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने किया है। इसमें पाया गया कि इस प्रकार के कंपनियों की संख्या दुनिया भर में करीब 7 हजार हो गई हैं और इसमें से करीब 2 हजार तो अमेरिका में हैं। डराने वाली बात ये है कि इसमें से अरबों डॉलर के चुकाने की ड्यू डेट नजदीक आ रही है और ये 'जॉम्बी कंपनियां' चुकाने की स्थिति में नहीं है। वैलेंस सिक्योरिटीज (Valens Securities) के एमडी Robert Spivey का कहना है कि ये खत्म होने वाली हैं।

Zombies Companies का मतलब क्या है?

जॉम्बीज का मतलब ऐसी कंपनियों से है जो पिछले तीन साल से अपने कारोबार से इतना पर्याप्त पैसा नहीं बना पा रही हैं कि वे अपने लोन का ब्याज चुका सकें। इनकी संख्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि जब कुछ वर्षों तक ब्याज दरें काफी कम थीं तो उन्होंने सस्ते में खूब कर्ज ले लिया लेकिन फिर महंगाई की मार ने उनके कर्ज की लागत को दस साल के हाई पर पहुंचा दिया। कई जॉम्बीज के पैस कैश रिजर्व नहीं है और चूंकि उनके कई लोन पर ब्याज फिक्स है नहीं तो बढ़ती हुई दरें उन्हें परेशान कर रही हैं।

अगर यह हुआ तो मच जाएगा हाहाकार

जॉम्बीज की संख्या जितनी तेजी से बढ़ रही है, उससे एक खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है कि अगर इन्होंने दिवालिया होने के लिए याचिका दायर कर दिया तो हाहाकार मच जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि एपी के एनालिसिस के मुताबिक करीब एक दर्जन देशों में मौजूद इन कंपनियों में कम से कम 1.30 करोड़ एंप्लॉयीज हैं। अभी वैसे ही अमेरिका में दिवालिया होने वाली कंपनियों की संख्या 14 साल के हाई पर पहुंच गई हैं। कॉरपोरेट बैंकरप्सी भी कनाडा, यूके, फ्रांस और स्पेन में करीब एक दशक या इससे अधिक समय के हाई पर पहुंच गया।

रीफाइनेंस का फायदा क्यों नहीं उठा पाई कंपनियां?

इस साल की शुरुआत में सैंकड़ों जॉम्बीज ने अपने लोन को रीफाइनेंस किया। लेंडर्स ने भी उन्हें रीफाइनेंस की सुविधा दा क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि फेडरल रिजर्व मार्च में दरों में कटौती कर सकता है। इसके चलते एपी की एनालिसिस में शामिल 1 हजार से अधिक जॉम्बीज के शेयर छह महीने में 20 फीसदी या इससे अधिक उछल गए। हालांकि अधिकतर कंपनियों ने रीफाइनेंस नहीं कराया और अब समय तेजी से बीत रहा है। सितंबर तक फेड दरों में कटौती कर सकता है और इस साल का इकलौता होगा लेकिन दिक्कत ये है कि जॉम्बीज को 1.1 लाख करोड़ डॉलर का लोन चुकता करना है जिसमें से दो-तिहाई की ड्यू डेट इस साल के आखिरी तक है।

कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर पहले ही फेड दरों में कटौती कर देता है तो छंटनी, कंपनियों की बिक्री या उनके बंद होने की आशंका दूर हो सकती है लेकिन डिफॉल्ट और दिवालिएपन से इकॉनमी को तगड़ा झटका लगेगा। अब सवाल उठता है कि इतनी गंभीर स्थिति क्यों आई तो इसकी वजह ये है कि जॉम्बीज ने जो कर्ज लिया, उसका इस्तेमाल विस्तार, हायरिंग या तकनीकी में निवेश की बजाय उन्होंने अपने शेयरों के बायबैक और टॉप एग्जेक्यूटिव्स को अधिक पेमेंट जैसी चीजों पर किया। इससे नगदी की किल्लत हो गई।

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'क्योंकि मैं शेरनी हूं...' स्मृति ईरानी को मात देने वाले केएल शर्मा की पत्नी से ऐसा क्यों बोलीं सोनिया गांधी? वीडियो वायरल

कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुद को 'शेरनी' बता रही हैं। जो वीडियो सामने आया है उसमें सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी, बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मात देने वाले अमेठी के नवनिर्वाचित सांसद किशोरी लाल शर्मा के साथ नजर आ रही हैं। राहुल गांधी ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित अमेठी सांसद केएल शर्मा, उनकी पत्नी और गांधी परिवार के बीच एक हल्के-फुल्के मजाकिया पल की क्लिप शेयर की है।

दरअसल, वायरल क्लिप में केएल शर्मा की पत्नी को राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए और सोनिया गांधी से कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्होंने एक "शेर" को जन्म दिया है। इस पर सोनिया ने चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं शेरनी हूं। किशोरी लाल की पत्नी ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए सोनिया गांधी से कहा, "आपने शेर बच्चा पैदा किया है।" इसके जवाब में सोनिया गांधी ने कहा, "क्योंकि मैं शेरनी हूं!"

बता दें कि किशोरी लाल शर्मा ने ईरानी को हराया है, जिन्होंने 2019 में राहुल गांधी के खिलाफ जीत हासिल की थी। शर्मा ने उन्हें 1.67 लाख से अधिक मतों के बड़े अंतर से हराया है। केएल शर्मा ने X पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ अपनी बातचीत का पूरा वीडियो शेयर किया।

उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को उनके विश्वास, प्यार और समर्थन के लिए मेरा हार्दिक धन्यवाद। मुझे अमेठी से लोकसभा चुनाव जीतने का अवसर देने के लिए धन्यवाद! बैठक के दौरान केएल शर्मा ने चुनाव के दौरान गांधी परिवार के मार्गदर्शन की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "अमेठी गांधी परिवार के प्रति पूरी तरह से भावुक है।"

कांग्रेस के लिए मजबूत स्तंभ साबित हुई हैं सोनिया

कहा जाता है कि सोनिया गांधी का संयम और सादगी उनकी सबसे बड़ी सियासी ताकत है। इसकी बानगी इस लोकसभा चुनाव में देखने को मिली कि जब वह चुनावी राजनीति में सक्रिय न रहते हुए भी अपनी पार्टी की रणनीति को धार देने और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को व्यापक रूप देने में महत्वपूर्ण साबित हुईं।

पिछले कुछ अरसे से अस्वस्थ चल रहीं 77 वर्षीय सोनिया गांधी ने इस बार प्रचार नहीं किया, लेकिन कुछ मौकों पर वह पार्टी के लिए मतदाताओं से समर्थन की अपील जरूर जारी की। ऐसी ही एक मार्मिक अपील उन्होंने रायबरेली के मतदाताओं से की जिसमें उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को उनके हवाले कर रही हैं और उम्मीद करती हैं कि मतदाता उनका ख्याल रखेंगे।

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शायद इस अपील का भी एक असर रहा कि गांधी परिवार की इस परंपरागत सीट से राहुल गांधी ने करीब चार लाख के भारी मतों के अंतर से जीत दर्ज की। लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में जब कांग्रेस की करारी शिकस्त की भविष्यवाणी की गई तो सोनिया गांधी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि असल नतीजे इन अनुमान से बिल्कुल उलट साबित होंगे।

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इटली में जन्मीं और राजीव गांधी से शादी के बाद देश के रसूखदार राजनीतिक परिवार का हिस्सा बनीं सोनिया गांधी का सियासी सफर 2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के दौरान बुलंदियों पर पहुंचा। सोनिया गांधी अब राजस्थान से राज्यसभा में पहुंच गई हैं। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष होने के नाते वह संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह पार्टी की रणनीति का नेतृत्व करती रहीं।



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Friday, June 7, 2024

Sensex Record High: इन 4 कारणों से रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा सेंसेक्स, पूरे हफ्ते में 4,600 अंक बढ़ा इंडेक्स

Sensex All-Time High: बीएसई सेंसेक्स (Bse Sensex) ने आज 7 जून को अपने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। इंडेक्स 1,720 अंक से अधिक उछलकर अपने अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी भी अपने नए उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। इससे निवेशकों की आज करीब 8 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई। इसके साथ ही सेंसेक्स ने 4 जून को लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद आई भारी गिरावट की न सिर्फ भरपाई कर ली, बल्कि यह 2024 में इसका अबतक का सबसे अच्छा हफ्ता भी साबित हुआ। सेंसेक्स इस पूरे हफ्ते में 3.8 फीसदी या करीब 4,614 अंक बढ़ा है। वहीं निफ्टी में इस दौरान 3.4 फीसदी की तेजी आई।

सेंसेक्स में आज की जबरदस्त तेजी के पीछे 4 कारण प्रमुख रहे-

1. आरबीआई पॉलिसी

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) ने शुक्रवार 7 जून को लगातार आठवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा। आरबीआई का यह फैसला बाजार के अनुमानों के मुताबिक था। इसके अलावा आरबीआई ने बैकिंग सेक्टर में नकदी बढ़ाने के लिए अतिरिक्त उपायों का भी ऐलान किया, जिससे बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में आज जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी बैंक (Nifty Bank) इंडेक्स 2 फीसदी से भी अधिक उछल गया। बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों का सेंसेक्स और निफ्टी में सबसे अधिक वेटेज हैं। इसलिए इस तेजी ने सेंसेक्स और निफ्टी को भी नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।

2. मोदी के PM बनने की पुष्टि से बाजार ने ली राहत की सांस

नरेंद्र मोदी के एनडीए के संसदीय दल में नेता चुने जाने और रविवार को उनका शपथग्रहण कार्यक्रम तय होने से भी शेयर बाजार ने राहत की सांस ली है। इससे पहले 4 जून को लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट आई थी। बीजेपी को अकेले बहुमत नहीं मिलने से बाजार में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई थी। बाजार को आशंका थी कि केंद्र में गठबंधन सरकार बनने से राजनीतिक स्थिरता बढ़ेगी और आर्थिक नीतियां भी बदल सकती है। हालांकि जेडीयू और टीडीपी जैसे सहयोगियों के समर्थन के बाद अब एनडीए सरकार का बनना तय हो गया है। इससे शेयर बाजार की आशंकाएं भी काफी हद तक कम हुई है और उसे उम्मीद है कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां पहले की तरह ही जारी रहेंगी।

3. जीडीपी अनुमान में बढ़ोतरी

RBI ने मोजूदा वित्त वर्ष के लिए देश के जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान को 7% से बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है। इसके भारत इकोनॉमी के फंडामेंटल्स और ग्रोथ स्टोरी में निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ और उन्होंने आज शेयर बाजार में चौतरफा खरीदारी की। इसके अलावा घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) की ओर से बाजार में लगातार पैसा डालने से भी इंडेक्स को नए शिखर पर पहुंचने में मदद मिली।

4. इस साल ब्याज दरों में कटौती की संभावना

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वह ब्याज दरों में कटौती के लिए अमेरिकी सेंट्रल बैंक के फैसले की ओर नहीं देखेंगे। बल्कि वह देश के घरेलू आर्थिक परिस्थितियों के आधार पर यह फैसला करेंगे। शक्तिकांत दास के इस बयान से शेयर बाजार को यह संकेत मिला है कि अगर महंगाई ऐसे ही काबू में रही, तो इस साल के अंत तक ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। आमतौर पर ब्याज दरों में कटौती होने से शेयर बाजार में पैसों का फ्लो बढ़ जाता है। इस संकेत निवेशकों को सेंटीमेंट बेहतर हुआ और बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ खरीदारी की।

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Thursday, June 6, 2024

Nari Saag: शरीर को तगड़ा बना देगा नारी साग, खून की कमी होगी दूर, हर रोग की जड़ से हो जाएगी छुट्टी

अभी तक आपने सरसों, मेथी, बथुआ, पालक जैसे साग जरूर खाए होंगे। लेकिन क्या कभी आपने कभी नारी (Nari) का साग ट्राई किया है? नारी के साग को करमुआ का साग और वॉटर स्पिनेच (Water Spinach) के नाम से भी जाना जाता है। नारी का साग का बहुत फायदेमंद माना गया है। इसका साग- सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसे पश्चिम बंगाल में कलमी शाक के नाम से जाना जाता है। यह पॉपुलर हरी पत्तेदार सब्जी जायकेदार होने के साथ सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। इसे साग के रूप में पकाकर, बेसन के साथ पकौड़ियां बनाकर या सलाद के तौर पर खाया जाता है।

नारी साग की पत्तियां पालक की तरह मिलती जुलती है। हालांकि इनमें मामूली अंतर है। कुछ लोग इसका जूस भी पीना पसंद करते हैं। इस बारहमासी पौधे की पत्तियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन-A, C, आयरन और पानी भारी मात्रा में पाया जाता है। इसका साग शरीर, स्किन और ब्रेन के लिए एक पावरहाउस की तरह काम करता हैं।

डायबिटीज के लिए फायदेमंद है नारी का साग

नारी का साग डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, नारी के साग से निकलने वाला अर्क शुगर कम करने में मदद करता है। जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ये ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम करने में मदद करता है। प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज कंटोल करने में भी मददगार है। इसके अलावा नारी के साग में विटामिन A और C होता है जो कि शरीर में सोडियम की मात्रा को भी कंट्रोल करता है। ब्लड प्रेशर बैलेंस करने में मदद करता है। इस तरह से डायबिटीज में दिल की बीमारियों के खतरे को भी कम करता है।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है नारी का साग

नारी का साग खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है, जिससे आप हार्ट सम्बन्धी बीमारियों से बचे रहते हैं। इसमें मौजूद मैग्नीशियम ब्लड वेसेल्स को स्वस्थ रखता है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है। इसके साथ ही दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है।

नारी के साग से खून की कमी होगी पूरी

नारी का साग शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है. बता दें कि नारी के साग में काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है। यह खून की कमी को दूर करने में मददगार साबित होता है।

नारी साग से पेट की समस्याएं होंगी दूर

नारी साग में फाइबर भरपीर मात्रा में पाया जाता है। इससे पाचन शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा बदहजमी, कब्ज, अपच और पेट की समस्याओं में इसके सेवन से काफी फायदा मिलता है। वाटर स्पिनेच का साग बनाकर खाने से पेट के कीड़ों की समस्या से न‍िजात मिलती है। इसके अलावा इसकी पत्तियों को उबालकर उसका जूस बनाकर पीने से कब्ज में राहत मिलती है।

नारी साग से बढ़ेगी आंखों की रोशनी

नारी के साग में काफी मात्रा में विटामिन A और कैरोटीनॉयड मौजूद होता है। ये आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है। इतना ही नहीं नारी के साग को डाइट में शामिल करने से रतौंधी रोग भी दूर होते हैं।

डिस्क्लेमर - यहां बताए गए उपाय सिर्फ सामान्य ज्ञान पर आधारित हैं। इसके लिए आप किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लेने के बाद ही अपनाएं।

Green Chilli for Diabetes: हरी मिर्च से ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल, स्किन में आएगी चमक, दिल मांगे मोर



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