Stock market : 23 सितंबर को भारतीय इक्विटी सूचकांक लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए और निफ्टी 25,900 से ऊपर जाता दिखा। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 384.30 अंक या 0.45 फीसदी बढ़कर 84,928.61 पर और निफ्टी 148.05 अंक या 0.57 फीसदी बढ़कर 25,939 पर बंद हुआ। आज लगभग 2274 शेयरों में तेजी आई, 1661 शेयरों में गिरावट आई और 118 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी में सबसे ज्यादा बढ़त एमएंडएम, ओएनजीसी, बजाज ऑटो, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, हीरो मोटोकॉर्प में देखने को मिली। जबकि आयशर मोटर्स, डिविस लैब्स, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक में सबसे ज्यादा कमजोरी रही।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो पीएसयू बैंक इंडेक्स में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। वहीं, रियल्टी इंडेक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। जबकि ऑटो, एनर्जी, एफएमसीजी, मेटल, फार्मा, मीडिया में 0.5-1 फीसदी की तेजी आई। हालांकि, आईटी इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि मजबूत गैप-अप ओपनिंग के साथ ही इंडेक्स ने आज एक बड़े दायरे में उतार-चढ़ाव किया और अंत में 148.10 अंकों की बढ़त के साथ 25,939.05 के रिकॉर्ड हाई पर बंद हुआ। आज आईटी को छोड़कर दूसरे सभी सक्टरों में बढ़त दर्ज की गई। पीएसयू बैंक और रियल्टी शेयर टॉप प्रदर्शन करने वाले रहे।
बाजार का रुझान छोटे-मझोले शेयरों की तरफ वापस आ गया है। आज मिडकैप में 0.84 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। जबकि स्मॉलकैप में 1 फीसदी से अधिक की तेजी आई है। मीड और स्मॉल कैप ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया।
पिछले 2 कारोबारी सत्रों में आई मजबूत तेजी को देखते हुए इंडेक्स शॉर्ट के लिए काफी ओवरबॉट दिख रहा है। ऐसे में बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। अब निफ्टी के लिए 25,800-25,850 के जोन में मजबूत सपोर्ट दिख रहा है। वहीं, दूसरी तरफ 26000 का स्तर एक मनोवैज्ञानिक रजिस्टेंस के रूप में काम कर सकता है।
जियोजीत फाइनेंशियल्स के वीके विजयकुमार के मुताबिक बैंकिंग स्टॉक बाजार की चाल का नेतृत्व कर रहे हैं। इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला, एफआईआई जो इस साल की शुरुआत में नेट सेलर थे, अब खरीदार बन गए हैं। वे बैंकिंग स्टॉक पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। बैंकिंग शेयर इस महंगे बाजार में अभी भी अच्छे भाव पर मिल रहे हैं। दूसरा, वजह यह है कि बैंकों के मार्जिन पर दबाव बनाने वाला क्रेडिट-डिपॉजिट अंतर कम होना शुरू हो गया है। इसके चलते बैंकिंग स्टॉक में एक्युमुलेशन बढ़ गया है।
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चॉइस ब्रोकिंग के डेरिवेटिव एनालिस्ट मंदार भोजने का कहना है कि निफ्टी बैंक के चार्ट से जोरदार तेजी के रुझान के संकेत मिल रहे हैं। निजी क्षेत्र के बैंकों में ज्यादा तेजी के रुझान दिख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि बैंक निफ्टी के लिए तत्काल रजिस्टेंस 54,500 और 55,000 पर है, जबकि नीचे की तरफ इसके लिए 53,000 पर एक बड़ा सपोर्ट दिख रहा है।
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