Wednesday, November 27, 2024

प्रदूषण से परेशान हैं तो भी काम आएगा Health Insurance, जानिए इसके फीचर्स और प्रीमियम

सर्दियां शुरू होते ही दिल्ली-एनसीआर और भारत के कुछ अन्य हिस्सों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। जिसके कारण गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से सांस संबंधी बीमारियां और अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), निमोनिया और सांस या ब्रोन्कियल रुकावट के गंभीर मामले भी हो सकते हैं। ऐसे खर्चों को कवर करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस महत्वपूर्ण हो जाता है। भारत में अधिकांश स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदूषण-संबंधी बीमारियों को कवर करती हैं। यह योजनाएं आम तौर पर अस्थमा या सीओपीडी जैसे सांस संबंधी बीमारियों के लिए इमरजेंसी के दौरान अस्पताल में भर्ती होने को कवर करती हैं, जिनके लिए आईसीयू या गंभीर देखभाल की आवश्यकता होती है।

एयर पॉल्यूशन के उच्च स्तर के लंबे समय तक संपर्क में रहने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। यह हेल्थ इंश्योरेंस को इस समय के दौरान एक उत्तम सुरक्षा कवच बनाता है। यह हमेशा सलाह दी जाती है कि अपने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ-साथ परामर्श, दवाओं और डायग्नोस्टिक टेस्ट को कवर करने के लिए ओपीडी कवर भी लें, बढ़ते प्रदूषण के कारण ओपीडी कवर की बार-बार आवश्यकता हो सकती है।

प्रदूषण और इसके लंबे समय तक रहने वाले असर 

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषित हवा में सांस लेना एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के समान है। कम समय के लिए होने वाले प्रभावों में आंखों में जलन, गले में खुजली और सांस लेने में तकलीफ जैसी सांस संबंधी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि, वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के लंबे समय तक संपर्क में रहने से फेफड़ों के कैंसर और पुरानी हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है। यह किसी व्यक्ति के जीवन से कई वर्ष छीन सकता है।

एक अन्य महत्वपूर्ण कारक यह है कि प्रदूषण हमारी जीवनशैली के सक्रिय हिस्से को कैसे रोकता है। वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के दौरान डॉक्टर लोगों को घर के अंदर रहने और शारीरिक गतिविधि, विशेषकर व्यायाम से बचने की सलाह देते हैं। हालांकि यह हमें अल्पकालिक स्वास्थ्य जोखिमों से बचने में मदद करता है, लेकिन यह एक गतिहीन जीवन शैली की ओर भी ले जाता है जिसका दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव हो सकता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो पहले से ही मधुमेह जैसी स्वास्थ्य जटिलताओं से गुजर रहे हैं, जिन्हें नियंत्रण में रखने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि की आवश्यकता होती है।

क्यों जरूरी है हेल्थ इंश्योरेंस

हालांकि हम अभी प्रदूषण को कम करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, लेकिन इससे होने वाली लंबी अवधि की बीमारियों के जोखिम से अपनी आर्थिक सुरक्षा हम सुनिश्चित कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि हेल्थ इंश्योरेंस इन समस्याओं के लिए व्यापक कवरेज प्रदान करता है।

सही हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के साथ खुद को सुरक्षित रखने के तरीके

PED के लिए कवरेज

डायबिटीज से पीड़ित लोग ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ उठा सकते हैं जो पहले दिन से ही पहले से मौजूद डायबिटीज का इलाज कवर करती हैं। दरअसल, जो लोग पुरानी डायबिटीज से जूझ रहे हैं, वे ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव कर सकते हैं जो उन्हें पूरी तरह से कवर करें। ये हाइ डायबिटीज वाले व्यक्ति, जिन्हें डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है। इन योजनाओं के व्यापक कवरेज में न केवल इमरजेंसी के दौरान सहायता बल्कि रेगुलर हेल्थ चेकअप भी शामिल है। यह पॉलिसीधारकों को सशक्त बनाता है और उन्हें अपने स्वास्थ्य का बेहतर प्रबंधन करने के लिए सही जानकारी प्रदान करता है।

OPD कवरेज

स्वास्थ्य बीमा आम तौर पर अस्पताल में भर्ती होने के खर्चों को कवर करता है जो प्रदूषण के उच्च स्तर से उत्पन्न होने वाली बीमारियों के कारण हो सकते हैं। हालांकि, अगर कोई ऐसे शहर में रहता है जहां नियमित रूप से जहरीली हवा का प्रकोप होता है, तो उसे ओपीडी कवरेज भी लेने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वायु प्रदूषण कुछ अल्पकालिक स्वास्थ्य परेशानियों को जन्म दे सकता है जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं हो सकती है, लेकिन डॉक्टर परामर्श और चिकित्सा परीक्षणों सहित चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। ओपीडी कवरेज होने से आप आंखों की समस्याओं, सर्दी और खांसी, सांस की समस्याओं, त्वचा की एलर्जी आदि के कारण होने वाले जेब खर्च से बच जाते हैं।

क्रिटिकल इलनेस कवर

क्रिटिकल इलनेस कवर प्राप्त करना भी एक अच्छा विचार है जो पॉलिसीधारक को कैंसर या हृदय रोग जैसी किसी भी सूचीबद्ध गंभीर बीमारी से डायग्नोस होने पर एकमुश्त राशि देता है। इस मामले में अस्पताल में भर्ती होने का बिल 40-50 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। इस कवरेज का उपयोग चिकित्सा उपचार की उच्च लागत को कवर करने के लिए किया जा सकता है जो ऐसी बीमारियों में आम है, और इससे होने वाली आय की किसी भी हानि की भरपाई के लिए भी किया जा सकता है।

बीमा के लिए ज्यादा प्रीमियम 

पर्याप्त बीमा राशि के महत्व पर पर्याप्त जोर नहीं दिया जा सकता है, खासकर मेट्रो शहरों में। लगातार उच्च स्तर के प्रदूषण के संपर्क में रहने वालों के लिए कम से कम 50लाख से 1 करोड़ रुपये तक की बीमा राशि महत्वपूर्ण है। साथ ही, मेट्रो शहर में दो वयस्कों के लिए 1 करोड़ रुपये का कवर लगभग 1300 रुपये मासिक प्रीमियम की किफायती कीमत पर उपलब्ध है। इससे व्यक्ति को महत्वपूर्ण चिकित्सा देखभाल वहन करने में मदद मिलती है, जो फेफड़ों के कैंसर जैसी प्रदूषण से बढ़ी पुरानी बीमारियों के लिए महत्वपूर्ण है, जिसकी लागत काफी अधिक हो सकती है।

लेखक-सिद्धार्थ सिंघल, हेड-हेल्थ इंश्योरेंस, पॉलिसीबाजार डॉट कॉम 



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Tuesday, November 26, 2024

Multibagger stock: लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट, 3 साल में दे चुका है 840% का तगड़ा रिटर्न

Multibagger stock: गुजरात टूलरूम लिमिटेड के शेयरों में आज 26 नवंबर को लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट लगा है। इस समय यह स्टॉक BSE पर 5 फीसदी की बढ़त के साथ 13.92 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। दरअसल, कंपनी ने 31 करोड़ रुपये का ऑर्डर सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस खबर के बाद इसके शेयरों में जमकर खरीदारी हो रही है। आज की तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 222.92 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 45.97 रुपये और 52-वीक 10.75 रुपये है।

कंपनी ने पूरा किया 31 करोड़ रुपये का ऑर्डर

गुजरात टूलरूम लिमिटेड ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए 31 करोड़ रुपये का ऑर्डर सफलतापूर्वक पूरा किया है। इसके साथ ही कंपनी ने इस वर्ष कुल 60 करोड़ रुपये का ऑर्डर पूरा किया है। इसे कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

QIP से जुटाए 50 करोड़ रुपये

इसके साथ ही कंपनी ने हाल ही में ₹50 करोड़ रुपये का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) भी पूरा किया है। QIP में ₹11.50 प्रति शेयर के भाव पर 43.48 मिलियन इक्विटी शेयर जारी किए गए, जिसमें जीटा ग्लोबल फंड्स (OEIC) PCC लिमिटेड और एमिनेंस ग्लोबल फंड PCC ट्रेड फंड 1 जैसे प्रमुख इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स शामिल हुए। इस फंड का इस्तेमाल कंपनी की विस्तार योजनाओं को गति देने के लिए किया जाएगा। कंपनी क्लीन एनर्जी, माइनिंग और इंटरनेशनल ऑपरेशन जैसे विकास क्षेत्रों पर फोकस करेगी।

3 साल में 840% रिटर्न

नवंबर 2021 में गुजरात टूलरूम के एक शेयर की कीमत 1.48 रुपये थी, जो कि आज के समय में बढ़कर 13.05 रुपये हो गई है। यानी करीब तीन साल में ही स्टॉक ने 840 फीसदी का तगड़ा मुनाफा कराया है।

अहमदाबाद स्थित गुजरात टूलरूम इंडस्ट्रियल मशीनों और इक्विपमेंट्स बनाने और असेंबल करने का काम करती है। गुजरात टूलरूम ने साल 1991 में अपने कारोबार की शुरुआत की थी। यह कंपनी माइन्स, मिनरल्स और इससे जुड़े दूसरी गतिविधियों के विकास और संचालन के कारोबार में है। फिलहाल यह माइनिंग सेवाएं मुहैया करा रही है और इसका मैनेजमेंट अन्य कारोबारी मौकों पर काम कर रहा है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Market outlook: लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 27 नवंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock Market : 26 नवंबर को वोलेटाइल कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स हल्के लाल निशान में बंद हुए हैं। निफ्टी 24,200 से नीचे आ गया है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 80,004.06 पर और निफ्टी 27.40 अंक या 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 24,194.50 पर बंद हुआ है। लगभग 2179 शेयरों में बढ़त देखने को मिली है। वहीं, 1580 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। जबकि, 105 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

निफ्टी पर ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, श्रीराम फाइनेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफोसिस सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयरों में रहे। जबकि अदाणी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा और बजाज ऑटो सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट रहा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। सेक्टोरल मोर्चे पर ऑटो, पावर, फार्मा, ऑयल एंड गैस में 1-1.5 फीसदी की गिरावट आई, जबकि एफएमसीजी, आईटी, मेटल में 0.5-1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।

27 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि भारतीय शेयर बाजारों ने दिन की शुरुआत मजबूती के साथ की,लेकिन ओवरबॉट स्थिति (पिछले 2 कारोबारी सत्रों में भारी तेजी) के कारण निफ्टी ने सुबह के कारोबार में ही अपनी सारी बढ़त गंवा दी और पूरे दिन सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता रहा। अंत में ये 27.40 अंकों की गिरावट के साथ 24194.50 पर बंद हुआ। आईटी सेक्टर में आज 1 फीदी से अधिक की बढ़त दर्ज की गई, जबकि दूसरी ओर ऑटो और फार्मा में सबसे अधिक गिरावट आई।

RSI में संभावित हिडेन बियरिश डाइवर्जेंस के साथ निफ्टी 50 ने एक बियरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है जो तेजी की गति में एक अस्थायी ठहराव का संकेत है। अभी यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन अगर इंडेक्स में करेक्शन होता है तो इसे संभावित इनवर्टेड हेड एंड शोल्डर फॉर्मेशन का राइट शोल्डर माना जाएगा। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट और रजिस्टेंस वही कल वाला ही रहेगा यानी 23,950 (बुलिश गैप)पर सपोर्ट और 24,350 पर रजिस्टेंस।

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एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में रेंज बाउंड रहा। यह 21 ईएमए और 55 ईएमए के बीच घूमता रहा। बाजार में शॉर्ट टर्म ट्रेंड पॉजिटिव बना हुआ है। इस समय ट्रेडर्स को गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनाने की सलाह होगी। नीचे की तरफ 23,950-24,000 के आसपास निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट है। जबकि 24,500 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। अगर निफ्टी ये रजिस्टेंस तोड़ देता है तो फिर इसमें आगे तेज रैली आ सकती है।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Pakistan: 'इमरान खान की जान को है खतरा!' UAE के सामने गिड़गिड़ाई ISI, PTI से बातचीत में मध्यस्ता करने की अपील

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने सड़कों पर हल्ला बोल रखा है। इस बीच सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI चाहती है कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) उसकी सेना और पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के बीच हालात सुधारने के लिए हस्तक्षेप करे। यूएई ने पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख के खिलाफ जन भावनाओं के कारण हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। PTI के कार्यक्रता और समर्थक देश के अलग-अलग हिस्सों से राजधानी इस्लामाबाद पहुंच गए हैं। सुरक्षा कर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसा भी हो रही है।

CNN-News18 से बात करते हुए इमरान खान के करीबी सहयोगी डॉ. सलमान अहमद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने उनके और खान के बीच मध्यस्थता के लिए UAE से संपर्क किया है। सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे पर ISI का एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात भी गया था।

सूत्रों ने कहा कि शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि UAE पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर के साथ सहयोग करने के लिए तैयार नहीं था। पाकिस्तान और सेना के भीतर उनके खिलाफ अलोकप्रिय भावना के कारण सऊदी अरब साम्राज्य ने पहले ही असीम मुनीर से दूरी बना ली थी।

सूत्रों ने कहा कि UAE और KSA दोनों को लगता है कि PDM और सैन्य शासन ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर विफल कर दिया है।

सूत्रों ने बताया कि इमरान खान ने बनिगाला में शिफ्ट होने से इनकार कर दिया है। सूत्रों ने कहा, "इमरान खान की जान को खतरा है और पाकिस्तानी सेना उन्हें मारना चाहती है।"

इस बीच, सोमवार को इस्लामाबाद के बाहर सुरक्षा बलों के साथ इमरान खान समर्थकों की झड़प में कम से कम एक अधिकारी की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। खान ने अपनी गिरफ्तारी के विरोध में संसद पर मार्च और उसके बाद धरने की अपील की थी।

पाकिस्तानी सेना के साथ विवाद के बाद सत्ता से बाहर होने के बाद खान अगस्त 2022 से जेल में हैं।

Pakistan PTI Protest: हिंसक हुआ इमरान खान की पार्टी का प्रदर्शन, चार सुरक्षाकर्मियों की मौत



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शेयर बाजार में थमी तेजी, सेंसेक्स 105 अंक लुढ़का, निवेशकों को फिर भी ₹24,000 करोड़ का मुनाफा

Share Market Today: शेयर बाजार में पिछले 2 दिनों से जारी तेजी का सिलसिला मंगलवार 26 नवंबर को थम गया। सेंसेक्स 105 अंक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी 24,200 के नीचे बंद हुआ। एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी नए ट्रिगर की कमी के चलते बाजार में आज दायरे में कारोबार देखने को मिला। हालांकि ब्रॉडर मार्केट में मामूली तेजी रही, जिसके चलते निवेशकों को आज शेयर बाजार से करीब 24,000 करोड़ का मुनाफा हुआ। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.10 फीसदी, वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 0.62 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए। आज के कारोबार के दौरान आईटी, टेलीकॉम और मेटल शेयरों में तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर यूटिलिटी, ऑटो, पावर, ऑयल एंड गैस और फार्मा शेयरों में बिकवाली रही।

कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 80,004.06 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 27.40 अंक या 0.11 फीसदी फिसलकर 24,194.50 के स्तर पर बंद हुआ।

निवेशकों ने ₹24,000 करोड़ कमाए

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 26 नवंबर को बढ़कर 439.82 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार 25 नवंबर को 439.58 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 24,000 करोड़ रुपये बढ़ा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 24,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयर

बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयर हरे निशान में यानी बढ़त के साथ बंद हुए। इसमें एशियन पेंट्स (Asian Paints) के शेयरों में 1.79 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके बाद इंफोसिस (Infosys), जेएसडब्लू स्टील (JSW Steel), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर 0.60 फीसदी से लेकर 1.73 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के 5 सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर

वहीं सेंसेक्स के बाकी 16 शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुए। इसमें अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement) का शेयर 3.07 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports), सन फार्मा (Sun Pharma), एनटीपीसी (NTPC) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के शेयरों में 1.87 फीसदी से 3% तक की गिरावट देखी गई।

सेंसेक्स के बाकी शेयरों का क्या हाल रहा, इसे आप नीचे दिए गए तस्वीर में देख सकते हैं-

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2,279 शेयरों में रही तेजी

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आज बढ़त के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही। एक्सचेंज पर कुल 4,031 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला। इसमें से 2,279 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। वहीं 1,643 शेयरों में गिरावट देखी गई। जबकि 109 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए। इसके अलावा 215 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ। वहीं 53 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

यह भी पढ़ें- Adani Green के शेयरों में लगातार 6वें दिन गिरावट, इस महीने 50% घटा भाव, कंपनी का इस बयान पर आया स्पष्टीकरण



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Monday, November 25, 2024

LIC ने सितंबर तिमाही में किया 38,000 करोड़ निवेश, क्या आप करेंगे एलआईसी के शेयरों में इनवेस्ट?

LIC ने सितंबर तिमाही में अपने पोर्टफोलियो में शामिल 285 स्टॉक्स में से 75 में निवेश बढ़ाया है। उसने इस दौरान 7 नए स्टॉक्स में भी निवेश किया है। देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी ने दूसरी तिमाही में करीब 56,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। खास बात यह है उसने करीब 50 फीसदी निवेश लार्जकैप स्टॉक्स में किया है। सितंबर तिमाही में उसने करीब 38,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। इस तरह उसकी शुद्ध खरीदारी दूसरी तिमाही में 18,000 करोड़ रुपये रही। एलआईसी इंडिया का सबसे बड़ा इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर भी है।

84 शेयरों में घटाया निवेश

LIC ने सितंबर तिमाही में 84 शेयरों में अपना निवेश घटाया। उसने 7 कंपनियों में अपना निवेश पूरी तरह खत्म कर दिया। एलआईसी के पोर्टफोलियो में 285 कंपनियों के स्टॉक्स शामिल हैं। इनकी कुल वैल्यू 16.76 लाख करोड़ रुपये है। जून तिमाही में एलआईसी के पोर्टफोलियो की कुल वैल्यू 15.72 लाख करोड़ रुपये थी। यह जानकारी प्राइमडेटाबेस के डेटा पर आधारित है।

सितंबर में पोर्टफोलियो की वैल्यू बढ़ी

एलआईसी के इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो की वैल्यू सितंबर तिमाही में बढ़ी है। सितंबर तिमाही में घरेलू संस्थागत निवेशकों के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी इंडियन मार्केट में अच्छी खरीदारी की। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने 88,549 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1.04 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 7-7 फीसदी की तेजी दिखी। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 7 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 9.6 फीसदी तेजी आई।

इन ब्लूचिप शेयरों में किया निवेश

देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी ने सितंबर तिमाही में कई ब्लूचिप कंपनियों के शेयरों में भी निवेश किया। इनमें L&T, Maruti Suzuki और Bajaj Finance शामिल थे। इसके अलावा उसने IndusInd Bank, M&M, SBI, Bajaj Finserv, Kotak Mahindra Bank और ICICI Bank के शेयरों में भी निवेश किया। एलआईसी ने जिन कंपनियों के शेयर बेचे, उनमें Lupin, NTPC, HDFC Asset Management शामिल हैं।

पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन पर फोकस

LIC ने सितंबर तिमाही में अपने पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए भी निवेश किया। उसने Cyient, Shyam Metalics, Sanofi Consumer, Shriram Finance, IDFC First Bank, Bank of Maharashtra और BEL के शेयरों में निवेश किया। इन शेयरों में उसने करीब 8,560 करोड़ रुपये निवेश किए। उसने दीपक फर्टिलाइजर्स, सदर्न पेट्रोकेमिकल, सुमिटोमो में अपनी हिस्सेदारी घटाई।



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Property Share Investment Trust का IPO 2 दिसंबर से, बोली लगाने के लिए इतना है प्राइस बैंड

प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की पहली स्कीम PropShare Platina का 353 करोड़ रुपये का IPO 2 दिसंबर को ओपन होने वाला है। इसके लिए प्राइस बैंड 10 लाख-10.5 लाख रुपये प्रति यूनिट है। प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट भारत की पहली रजिस्टर्ड स्मॉल एंड मीडियम रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) है। इसके कमर्शियल ऑफिस स्पेसेज बेंगलुरु में हैं। REIT का उद्देश्य SPV (स्पेशल पर्पस व्हीकल्स) के जरिए स्कीम्स के तहत कंप्लीट और रेवेन्यू जनरेट करने वाली रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज में इनवेस्टमेंट या रीइनवेस्टमेंट करना है।

IPO की क्लोजिंग 4 दिसंबर को होगी। प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की स्कीम्स की यूनिट्स 9 दिसंबर से बीएसई और एनएसई पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगी। IPO में PropShare Platina की केवल नई यूनिट जारी होंगी। ऑफर फॉर सेल नहीं होगा।

IPO का रिजर्व हिस्सा

Property Share Investment Trust ने IPO में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए 75 प्रतिशत हिस्सा और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए बाकी 25 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व रखा है। वे मिनिमम 1 यूनिट और उसके बाद 1 यूनिट के मल्टीप्लाई में बोली लगा सकते हैं।

IPOs Next Month: दिसंबर में Vishal Mega Mart समेत 10 बड़ी कंपनियां IPO लाने की तैयारी में, कितने हजार करोड़ जुटाने का है प्लान

प्रॉपशेयर प्लेटिना की कोई ऑपरेटिंग हिस्ट्री नहीं

प्रॉपशेयर प्लेटिना, प्रॉपर्टी शेयर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की ओर से शुरू की गई पहली स्कीम है, जिसकी कोई ऑपरेटिंग हिस्ट्री नहीं है। इसके SPV नई इनकॉरपोरेट हुईं एंटिटीज हैं, जिनकी कोई एस्टेबिलिश्ड ऑपरेटिंग हिस्ट्री नहीं है और न ही ऐतिहासिक वित्तीय जानकारी है। इसके रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा प्रपोज्ड एकल किराएदार से हासिल होगा। एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेज प्रॉपशेयर प्लेटिना के लिए ट्रस्टी के रूप में कार्य कर रही है, जबकि इनवेस्टमेंट मैनेजर, प्रॉपशेयर इनवेस्टमेंट मैनेजर है।

IPO से हासिल पैसों का इस्तेमाल मुख्य रूप से Platina SPVs द्वारा प्रेस्टीज टेक प्लेटिना एसेट की खरीद के लिए करने का प्लान है। ICICI Securities इस इश्यू के लिए एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है। रजिस्ट्रार, केफिन टेक्नोलोजिज है।



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