Sunday, May 12, 2024

निवेशकों ने गोल्ड ETF का प्रॉफिट भुनाया, अप्रैल में निकाले 396 करोड़ रुपये

गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) से इस साल अप्रैल महीने में 396 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखने को मिली है। निवेशकों की ओर से प्रॉफिट बुकिंग के चलते यह निकासी हुई है। इससे पहले मार्च 2023 में निवेशकों ने गोल्ड ETF से पैसे निकाले थे। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों के अनुसार, इस निकासी के बावजूद अप्रैल के अंत में गोल्ड फंड्स के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 5 प्रतिशत बढ़कर 32,789 करोड़ रुपये हो गए। यह आंकड़ा मार्च महीने में 31,224 करोड़ रुपये था।

आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में गोल्ड ETF से 396 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई, जबकि मार्च महीने में इसमें 373 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। आखिरी बार इस एसेट क्लास से शुद्ध निकासी मार्च 2023 में हुई थी। उस समय गोल्ड ETF से 266 करोड़ रुपये निकाले गए थे।

पिछले वर्ष काफी अच्छा प्रदर्शन

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मॉर्निंगस्टार इनवेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के विश्लेषक मेल्विन सैंटारिटा ने कहा, ‘‘भारतीय रुपये के संदर्भ में सोने ने पिछले वर्ष काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन अगर शेयरों से तुलना की जाए तो यह काफी कम है। इसके चलते गोल्ड ETF श्रेणी में इनफ्लो, शेयरों की तुलना में कुछ हद तक कमजोर रहा है। हो सकता है कि निवेशकों ने इस सेगमेंट में कुछ मुनाफा बुक करने का विकल्प चुना हो, जिसके नतीजतन सोने की कीमतों में वृद्धि के बावजूद गोल्ड ETF में शुद्ध आउटफ्लो देखा गया।’’

2023 में गोल्ड ETF में कितना इनफ्लो

2023 में गोल्ड ETF में 2920 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया, जबकि 2022 में 459 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा था। बढ़ती महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना और भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में निवेशकों ने सेफ हैवन कहे जाने वाले गोल्ड की ओर रुख किया। पिछले कुछ वर्षों में अपने शानदार प्रदर्शन से सोने ने निवेशकों में काफी दिलचस्पी जगाई है और फोलियो नंबर्स में लगातार बढ़ोतरी इसके आकर्षण का सबूत है। अप्रैल महीने में गोल्ड ETF में फोलियो नंबर्स 1 लाख से अधिक बढ़कर 51.84 लाख हो गए, जो मार्च 2024 में 50.61 लाख थे।

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Saturday, May 11, 2024

Dividend Stock: यह कंपनी देगी ₹6 प्रति शेयर का डिविडेंड, Q4 में मुनाफा 12% बढ़ा

Hester Biosciences Dividend: एनिमल हेल्थकेयर से जुड़ी भारतीय कंपनी हेस्टर बायोसाइंसेज के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 6 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है। इस पर कंपनी की सालाना आम बैठक में सदस्यों की मंजूरी ली जाएगी। कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि बोर्ड ने 10 रुपये फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 6 रुपये का डिविडेंड देने की सिफारिश की है। सालाना आम बैठक की तारीख और डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट अभी तक घोषित नहीं हुई है।

Hester Biosciences Limited भारत में दूसरी सबसे बड़ी पॉल्ट्री वैक्सीन मैन्युफैक्चरर है। कंपनी का मार्च 2024 तिमाही में ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़कर 79.25 करोड़ रुपये हो गया। मार्च 2023 तिमाही में यह 67.29 करोड़ रुपये था। शुद्ध मुनाफा तिमाही के दौरान 12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6.39 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 5.05 करोड़ रुपये था।

FY24 के वित्तीय नतीजे

पूरे वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 14 प्रतिशत बढ़कर 304.54 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 266.09 करोड़ रुपये था। हालांकि वित्त वर्ष के दौरान शुद्ध मुनाफा 25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21.16 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023 में 28.03 करोड़ रुपये था।

हेस्टर बायोसाइंसेज का कितना है मार्केट कैप और शेयर प्राइस

हेस्टर बायोसाइंसेज का मार्केट कैप 1478 करोड़ रुपये है। इसके एक शेयर की कीमत बीएसई पर 10 मई को 1737.90 रुपये थी। मार्च 2024 के आखिर तक कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 53.73 प्रतिशत और पब्लिक शेयरहोल्डर्स की हिस्सेदारी 46.27 प्रतिशत थी। पिछले 3 महीने में हेस्टर बायोसाइंसेज के शेयर की कीमत 18 प्रतिशत और केवल एक महीने में 9 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ी है। एक साल में शेयर की कीमत करीब 3 प्रतिशत टूटी है।

Yes bank share price : जिनके पास यस बैंक के शेयर हैं वे बने रहें, नई खरीदारी के लिए इस्तेमाल करें ये रणनीति

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।



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Yes bank share price : जिनके पास यस बैंक के शेयर हैं वे बने रहें, नई खरीदारी के लिए इस्तेमाल करें ये रणनीति

Yes Bank stock price : इस समय यस बैंक की स्टोरी काफी दिलचस्प नजर आ रही है। स्टॉक लंबे अर्से तक 10 से 13 रुपए के जोन में कंसोलीडेट होता रहा। इसके बाद तस्वीर थोड़ी-थोड़ी बदली। हाल में आए नतीजों से लगता है कि यस बैंक को बेचने के लिए सजाया जा रहा है। एसबीआई को भी सरकार से यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बेचने की मंजूरी मिल गई है। इस स्टॉक में अब क्या हो रणनीति इस पर बात करने के लिए सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े AUM Capital के राजेश अग्रवाल।

जिनके पास यस बैंक है वे इसमें बने रहें

राजेश अग्रवाल की राय है कि जिसके पास यस बैंक के स्टॉक हैं वे इसमें बने रहें। जिनकी जोखिम क्षमता ज्यादा है उनको 2-3 साल के लिए स्टॉक को होल्ड करना चाहिए। राजेश को भी लगता है कि यस बैंक को चौथी तिमाही के नतीजों को खरीदारों को लुभाने को लिए सजाया गया है। कार्लाइल ग्रुप ने हाल में 2 फीसदी हिस्सा बेचा है। कार्लाइल ग्रुप ने दूसरी बार अपना हिस्सा बेचा है लेकिन अभी भी उनके पास बैंक में बड़ी होल्डिंग है।

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नई खरीदारी के लिए गिरावट का करें इंतजार

एसबीआई को हिस्सा बेचने की मंजूरी मिलने की खबरें हैं। यस बैंक में एसबीआई की 25 फीसदी हिस्सेदारी है। हालांकि एसबीआई और कोटक की तरफ अभी हिस्सेदारी बिक्री की उम्मीद नहीं। ऐसे में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करने वाले ज्यादा जोखिम उठाने के इच्छुक निवेश इस स्टॉक में थोड़ा गिरावट पर नया निवेश भी कर सकते हैं। अगर बैंक में कुछ भी सुधार आता है तो यहां से इस स्टॉक में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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Stocks to Sell: फटाफट बेच डालें ये तीन शेयर, 17% तक गिरने वाला है भाव

Stocks to Sell: कंपनियां जब अपनी तिमाही नतीजे जारी करती है तो ब्रोकरेजेज फर्म उस नतीजे के हिसाब से अपनी रेटिंग में फेर-बदल करते हैं या कोई बदलाव नहीं करते हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि टारगेट प्राइस भी बदलाव करते हैं। ऐसे ही तीन कंपनियां ऐसी हैं, जिसे अलग-अलग ब्रोकरेज फर्मों ने फटाफट बेचने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्मों के मुताबिक इंद्रप्रस्थ गैस (Indraprashta Gas), शॉपर्स स्टॉप (Shoppers Stop) और मंगलौर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स (Mangalore Refinery and Petrochemicals Limited- MRPL) के शेयर मौजूदा लेवल से 17 फीसदी टूट सकते हैं।

Indraprastha Gas

इंद्रप्रस्थ गैस के लिए मार्च तिमाही उम्मीद से काफी कमजोर रही। कंपनी का शुद्ध मुनाफा तिमाही आधार पर 2 फीसदी गिरकर 380 करोड़ रुपये और EBITDA भी इस दौरान 6.4 फीसदी गिरकर 520 करोड़ रुपये पर आ गया। सीएनजी की अनुमान से कम बिक्री के चलते ही इसकी कमाई में गिरावट आई। कंपनी ने हर शेयर पर 5 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया है। अब आगे की बात करें तो ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर की कैलुकलेशन है कि वित्त वर्ष 2024-26 के बीच इसकी वॉल्यूम ग्रोथ 6 फीसदी सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) रह सकती है जो काफी सुस्त है। अभी यह शेयर वित्त वर्ष 2026 के EV/EBITDA के मुकाबले 12 गुने और वित्त वर्ष ईपीएस के मुकाबले 19.3 गुने भाव पर है। ब्रोकरेज ने 8 मई की अपनी रिपोर्ट में इसे वित्त वर्ष 2026 के स्टैंडएलोन ईपीएस के मुकाबले 14 गुने भाव के हिसाब से 368 रुपये के टारगेट प्राइस पर सेल रेटिंग मेंटेन रखा है। अभी यह BSE पर 445.80 रुपये पर है यानी कि टारगेट के हिसाब से मौजूदा लेवल से यह 17 फीसदी से अधिक टूट सकता है।

Shoppers Stop

शॉपर्स स्टॉप के शेयर अभी 728.05 रुपये पर हैं और 6 मई की रिपोर्ट में ब्रोकरेज ईस्ट इंडिया सिक्योरिटीज के दिए टारगेट 616 रुपये के हिसाब से मौजूदा लेवल से यह 15 फीसदी टूट सकता है। ब्रोकरेज का मानना है कि कॉम्पटीशन के चलते इसके ब्यूटी बिजनेस कारोबार की सुस्त रफ्तार आगे भी जारी रह सकती है। इसके ब्यूटी सेगमेंट की टोटल सेल्स में करीब 18 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा ब्रोकरेज का मानना है कि इसके प्राइवेट ब्रांड्स की भी सुस्त रफ्तार आगे भी जारी रही सकती है। इसकी सेल्स में 12 फीसदी हिस्सेदारी है। शेयरों की बात करें तो फिलहाल वित्त वर्ष 2026 के हिसाब से ईपीएस के हिसाब से 35.8 गुने भाव पर है और ब्रोकरेज ने इसकी वैल्यू 30x FY26E लगाई है। ऐसे में ब्रोकरेज ने इसे सेल रेटिंग दी है।

Mangalore Refinery and Petrochemicals Limited (MRPL)

एमआरपीएल के शेयर मौजूदा लेवल से करीब 17% टूट सकते हैं क्योंकि ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल ने 6 मई की अपनी रिपोर्ट में इसे 175 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ सेल रेटिंग दी है और अभी यह 210.50 रुपये पर है। ब्रोकरेज का मानना है कि मार्च तिमाही के नतीजे उसके अनुमान से बेहतर आए लेकिन अब जून तिमाही से इसकी कमाई गिर सकती है। कंपनी ने अगले पांच साल में 8000 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान लगाया है। ब्रोकरेज का मानना है कि इसके कर्ज में गिरावट हो सकती है। हालांकि इन सबके बावजूद मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि इसका वैल्यूएशन काफी महंगा है। इसके चलते ब्रोकरेज ने इसकी सेल रेटिंग को बरकरार रखा है।

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Union Bank of India Q4 Results: मुनाफा 18% बढ़कर ₹3,328 करोड़ रहा, हर शेयर पर ₹3.60 के डिविडेंड का ऐलान

Union Bank of India Q4 Results: सरकारी स्वामित्व वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शनिवार को बताया कि मार्च तिमाही में उसका कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 18.36 प्रतिशत बढ़कर 3,328 करोड़ रुपये हो गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2,782.3 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने बताया कि मार्च तिमाही में कम प्रोविजनिंग के चलते उसे मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली। पूरे वित्त वर्ष 2024 में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 13,797 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 8,512 करोड़ रुपये था।

बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) मार्च तिमाही में 14.4 फीसदी बढ़कर 9,436.6 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 8,250.5 करोड़ रुपये था। बैंक का ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPAs) मार्च तिमाही में 4.76 फीसदी रहा, जो इसके पहले दिसंबर तिमाही में 4.83 फीसदी था। वहीं इसका शुद्ध NPA 1.03 फीसदी रहा, जो इसकी पिछली तिमाही में 1.08 फीसदी था।

मॉनिटरी टर्म में, दिसंबर तिमाही में ग्रॉस एनपीए 43,261.9 करोड़ रुपये के मुकाबले 43,097.7 करोड़ रुपये रहा, जबकि शुद्ध एनपीए 9,351.2 करोड़ रुपये के मुकाबले 8,989.9 करोड़ रुपये रहा।

बैंक का घरेलू डिपॉजिट सालाना आधार पर 8.42 फीसदी बढ़ा और 31 मार्च के अंत में इसका कुल डिपॉजिट 12,21,528 करोड़ रुपये रहा। बैंक का टोटल बिजनेस सालाना आधार पर 10.31 फीसदी बढ़ा है, जिसमें ग्रॉस एडवांसेज 11.73 फीसदी और टोटल डिपॉजिट 9.29 फीसदी की दर से बढ़ा है। 31 मार्च के अंत में, बैंक का टोटल बिजनेस 21,26,412 करोड़ रुपये रहा।

बैड लोन के लिए बैंक का कुल प्रोविजन सालाना आधार पर 4,041 करोड़ रुपये से घटकर 3,222 करोड़ रुपये हो गया। बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, ए मणिमेखलाई ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 के दौरान लोन ग्रोथ के 11 से 13 प्रतिशत और डिपॉजिट ग्रोथ के 9 से 11 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।

नतीजों के साथ ही यूनियन बैंक ने हर शेयर पर 3.60 रुपये का डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है। हालांकि अभी इस फैसले पर शेयरधारकों की मंजूरी लिया जाना बाकी है।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयर शुक्रवार 10 मई को 0.07 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 142 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल की शुरुआत से अबतक बैंक के शेयरों में करीब 17.6 फीसदी की तेजी आ चुकी हैं। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को करीब 98.74 फीसदी का दमदार रिटर्न दिया है।

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Friday, May 10, 2024

Tata Motors Q4 Results: कंपनी के मुनाफे में तीन गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी, रेवेन्यू 13% बढ़ा

कमोडिटी की कीमतों में नरमी और मजबूत वॉल्यूम की वजह से मार्च 2024 तिमाही में टाटा मोटर्स का नेट प्रॉफिट 222 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 17,407.18 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 13 पर्सेंट बढ़कर 1,19,986.31 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 1,05,932.35 करोड़ रुपये था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 10 मई को कंपनी का शेयर 1.59 पर्सेंट बढ़कर 1,046.65 रुपये पर बंद हुआ।

टाटा मोटर्स (Tata Motors) के ग्रुप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर पी. बी. बालाजी ने बताया, ' वित्त वर्ष 2024 के नतीजे काफी बेहतर रहे हैं। इस दौरान टाटा ग्रुप ने रिकॉर्ड रेवेन्यू, प्रॉफिट और फ्री कैश फ्लो हासिल किया है। कंपनी का भारतीय बिजनेस अब कर्जमुक्त है और हम अब वित्त वर्ष 2025 में नेट ऑटोमोटिव डेट फ्री बनने की राह पर है। हमारा बिजनेस अच्छा चल रहा है और आने वाले वर्षों में भी हमारी यह मजबूत परफॉर्मेंस जारी रहने की उम्मीद है।'

कंपनी के नतीजे अनुमानों से बेहतर रहे हैं। मनीकंट्रोल ने 6 ब्रोकरेज फर्मों की मदद से मार्च 2024 तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 33 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 7,084 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। इसके अलावा, कंपनी का रेवेन्यू 15 पर्सेंट बढ़कर 1.22 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। कंपनी के बोर्ड ने 31 मार्च 2024 को खत्म हुए वित्त वर्ष के लिए डिविडेंड का भी सिफारिश की है। इसके तहत सामान्य शेयरों के लिए 6 रुपये प्रति शेयर और ‘A’सामान्य शेयर के लिए 6.20 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड की सिफारिश की गई है।

टाटा मोटर्स ने पिछले हफ्ते बताया था कि अप्रैल में उसका होलसेल बिजनेस 11.5 पर्सेंट बढ़कर 77,521 यूनिट रहा, जबकि अप्रैल 2023 में यह आंकड़ा 69,599 यूनिट था। कंपनी की जगुआर लैंड रोवर (JLR) यूनिट की मजबूत परफॉर्मेंस पिछले वित्त वर्ष में भी जारी रही और मार्च 2024 तिमाही में कंपनी की परफॉर्मेंस बेहतर रही। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 11 पर्सेंट की बढ़त के साथ 7.9 अरब डॉलर पौंड रहा।



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Thursday, May 9, 2024

पेट्रोल-डीजल खरीदने की लिमिट सरकार ने कर दी तय, टंकी फुल कराना भूल जाइये, बाइक और कार में सिर्फ इतना मिलेगा तेल

Tripura Fuel Crisis: अगर आप बाइक या कार से चल रहे हैं तो सावधान हो जाए। यह कोई जरूरी नहीं है कि आपकी बाइक या कार की टंकी फुल हो जाएगी। दरअसल त्रिपुरा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य में बाइक और कार चलाने वालों के लिए पेट्रोल –डीजल की लिमिट तय कर दी गई है। यानी अब आपको त्रिपुरा में तय लिमिट के हिसाब से ही पेट्रोल-डीजल मिलेगा। राज्य सरकार ने यह लिमिट 1 मई 2024 से लागू कर दी है। कब तब तक यह लिमिट लागू रहेगी, इस बारे में अभी तक कोई आदेश सामने नहीं आया है।

राज्य सरकार के मुताबिक दो पहिया वाहनों को रोजाना सिर्फ 200 रुपये का तेल मिलेगा। वहीं चार पहिया वाहन में रोजाना 500 रुपये का तेल भरा सकते हैं। राज्य में मालगाड़ियों की आवाजाही में कमी आई है। जिससे पेट्रोल-डीजल के स्टोर में कमी आई है। ऐसे में सरकार ने पेट्रोल-डीजल की खरीद बिक्री में लिमिट तय कर दी है।

राज्य में पेट्रोल-डीजल की कमी क्यों हुई?

दरअसल असम के जतिंगा में बड़े पैमाने पर लैंडस्लाइड (भूस्खलन) की घटनाएं सामने आईं थी। जिससे मालगाड़ियां त्रिपुरा नहीं पहुंच पा रही हैं। हालांकि मरम्मत कार्य के बाद 26 अप्रैल को यात्री ट्रेन की सेवा बहाल कर दी गई थी, लेकिन जतिंगा के रास्ते ट्रेन सेवा रात के समय अभी भी रोक लगाई गई है। जिससे ट्रेनों की आवाजाही बहुत कम हो गई है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई बेहद कमजोर हो गई है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त सचिव निर्मल अधिकारी ने कहा, कि सप्लाई कम होने की वजह से पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर एक मई से अगले आदेश तक कुछ पांबदी लगाने का फैसला किया गया है।

राज्य सरकार की ओर से पेट्रोल पंपों को आदेश दिया गया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पेट्रोल पंप एक दिन में एक बस को सिर्फ 60 लीटर डीजल ही बेच सकते हैं। वहीं मिनी बस को 40 लीटर, ऑटो रिक्शा को और तिपहिया वाहनों को 15 लीटर रोजाना तेल मिलेगा।

तमिलनाडु में 8 क्विंटल सोने के गहने से भरा ट्रक पलटा, जुट गई भीड़, देखिए आगे क्या हुआ



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