No casualities have been reported in the fire, which has also spread to the wing housing the current National Assembly, where parliament sits.
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Sunday, January 2, 2022
Dalal Street Week Ahead | अगले हफ्ते बाजार के लिए ये 10 फैक्टर्स होंगे अहम
नए साल की छुट्टियों में कम वॉल्यूम के बीच मार्केट 2 फीसदी मजबूत हुआ है, क्योंकि इनवेस्टर्स और ट्रेडर्स ओमीक्रोन की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। 31 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान तेजड़िये हावी हुए। वैल्यू बाइंग और शॉर्ट कवरिंग के चलते सेंटीमेंट में सुधार से 20 दिसंबर के निचले स्तर से बेंचमार्क सूचकांक को 4 फीसदी मजबूती मिली है। सभी सेक्टरों ने इस रैली में भाग लिया, वहीं फार्मा सेक्टर सबसे बड़े गेनर के रूप में सामने आया। इसके बाद ऑटो, बैंकिंग एवं फाइनेंशियल और एफएमसीजी सूचकांक रहे। अगले ट्रेडिंग सेशन यानी 3 जनवरी को मार्केट दिसंबर के जीएसटी कलेक्शन पर पहली प्रतिक्रिया दे सकता है। जीएसटी कलेक्शन इस महीने 1.29 लाख करोड़ रुपये के साथ लगातार छठे महीने 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ग्लोबल संकेतों में कमी और कम वॉल्यूम के चलते बाजार रेंजबाउंड पॉजिटिव रह सकता है। हालांकि पीएमआई, कोविड के मामलों के साथ ही घरेलू संकेतों पर नजर रखनी चाहिए। रेलिगेयर ब्रोकिंग के वीपी-रिसर्च अजित मिश्रा ने कहा, “भले ही पिछले दो हफ्तों से बाजार में रिकवरी दिख रही है, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि हम मुश्किल हालात से उबर चुके हैं। हाल में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के चलते कुछ अन्य राज्यों ने बंदिशें लगाई हैं।” सैमको सिक्योरिटीज की येशा शाह ने कहा, “उतार-चढ़ाव के बीच इनवेस्टर्स को शॉर्ट टर्म की जगह लॉन्ग टर्म नजरिया रखना चाहिए और इस क्रम में ही पोजिशन लेनी चाहिए।” हम यहां ऐसे 10 अहम फैक्टर्स के बारे में बता रहे हैं, जो इस हफ्ते ट्रेडर्स को व्यस्त रखेंगे : ओमीक्रोन कोविड के मामलों में हालिया बढ़ोतरी के चलते बाजारों उतार-चढ़ाव है। 1 जनवरी को भारत में 22,775 मामले सामने आए, जो 2 अक्टूबर के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही केंद्र ने कोविड से संबंधित बंदिशें 31 जनवरी तक बढ़ा दी हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और हरियाणा सहित कई राज्यों ने भी वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए हैं। मार्केट की कोविड के मामलों और नई बंदिशों पर नजर रहेगी। बहुत ‘मंगलमय’ नहीं होगा नववर्ष? 2022 में 20% टूट सकता है निफ्टी ऑटो स्टॉक्स मार्केट वीकेंड में जारी मासिक सेल्स के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा। अभी तक डाटा से संकेत मिले हैं कि चिप की कमी की समस्या दूर हो रही है। एक्सकॉर्ट्स की सेल्स में 39 फीसदी कमी आई, वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा की सेल्स भी 19 फीसदी घटी है लेकिन कमर्शियल व्हीकल और पैजेंसर व्हीकल की सेल्स बढ़ी है। आयशर मोटर्स की बिक्री कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में बिक्री 25.8 फीसदी बढ़ी और उसकी रॉयल एनफील्ड की सेल 7 फीसदी बढ़ी। टाटा मोटर्स ने दिसंबर में अपनी घरेलू बिक्री में 24 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। कमजोर डॉमेस्टिक ग्रोथ के कारण देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजूकी की सेल्स में सालाना आधार पर 4.4 फीसदी की गिरावट रही, हालांकि उसने दिसंबर में 22,280 गाड़ियों का एक्सपोर्ट किया जो उसका सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट है। इकोनॉमिक डाटा दलाल स्ट्रीट की 3 जनवरी को आने दिसंबर के मार्किट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़ों पर नजर रहेगी, जबकि दिसंबर के ही मार्केट कम्पोजिट पीएमआई और सर्विसेज पीएमआई डाटा दो दिन बाद जारी होंगे। अक्टूबर में भारत के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में लगाता पांचवें महीने में बढ़त दर्ज की गई थी। वहीं नवंबर में सर्विसेज पीएमआई में कमी रही थी, हालांकि यह बाजार के अनुमान से ज्यादा था। एफआईआई, डीआईआई फ्लो एफआईआई नेट सेलर बने हुए हैं, हालांकि बिकवाली की रफ्तार सुस्त पड़ी है। ऐसा संभवतः दुनिया भर में नए साल के छुट्टियों के सीजन की वजह से हैं। 2021 के आखिरी हफ्ते में उन्होंने कुल 2,217 करोड़ रुपये की बिकवाली की। हालांकि डॉमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (डीआईआई) की तरफ से सपोर्ट जारी रहा और उन्होंने हफ्ते के दौरान 4,273 करोड़ रुपये की खरीदारी की। दिसंबर में उन्होंने कुल 31,231 करोड़ रुपये की खरीदारी की, जो 2021 में सबसे ज्यादा मासिक खरीदारी रही। 2021 में एफआईआई कुल 91,600 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं, हालांकि डीआईआई ने 94,800 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। टॉप 10 कंपनियों की मार्केट वैल्यू 1.11 लाख करोड़ रुपये बढ़ी, TCS और HDFC सबसे बड़ी गेनर एफओएमसी मिनट ग्लोबल इनवेस्टर्स की दिसंबर की बैठक के एफओएमसी मिनट्स से जुड़े संकेतों पर नजर रहेगी, जो 6 जनवरी को जारी होंगे। सैमको सिक्योरिटीज की शाह ने कहा, “भारतीय बाजारों में ग्लोबल मार्केट की तर्ज पर हलचल दिख सकती है, क्योंकि इनवेस्टर्स फेड के एक्शन प्लान के बीच संकेतों को पढ़ने की कोशिश कर सकते हैं।” टेक्निकल व्यू टेक्निकली, निफ्टी ने ताकत दिखाई है, डेली और वीकली चार्ट पर बुलिश वीकली कैंडिल बने हैं, क्योंकि 31 दिसंबर को इसमें 0.87 फीसदी की मजबूती और सप्ताह के दौरान 2 फीसदी मजबूती दर्ज की गई। इससे शॉर्ट टर्म में तेज के संकेत मिल रहे हैं। एक्सपर्ट फिलहाल इंडेक्स के लिए 17,400-17,500 पर, उसके बाद 17,640 पर अहम रेजिस्टैंस देखते हैं। इससे पार निकलने पर मंदी का सेटअप खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि 17,150 का 20 डे मूविंग एवरेज एक मजबूत सपोर्ट का काम करेगा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा, “डेली चार्ट पल एक लॉग बुल कैंडिल बना है, जिससे 17,250 के स्तरों पर डाउन स्लोपिंग ट्रेंड लाइन की बाधा के ऊपर की तरफ ब्रेकआउट के संकेत मिलते हैं। यह एक पॉजिटिव संकेत है और शॉर्ट टर्म में तेजी की उम्मीद की जा सकती है।” उन्होंने कहा, 17,640 से ऊपर तेजी से मंदी का सेटअप खत्म हो सकता और डेली व वीकली टाइमफ्रेम चार्ट पर ज्यादा अपसाइड देखने को मिल सकती है। 17,260 के लेवल पर तत्काल सपोर्ट है। एफएंडओ क्यूज जनवरी सीरीज की शुरुआत में, 18,000 स्ट्राइक पर अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखे गए थे, उसके बाद 17,500 और 17,700 के स्ट्राइक पर थे। कॉल रिराइटिंग 18,000 स्ट्राइक के थे, उसके बाद 17,700 और 17,800 स्ट्राइक के देखे गए थे। अधिकदम पुट ओपन इंटरेस्ट 17,300 स्ट्राइक पर था, जिसके बाद 17,200 और 17,000 स्ट्राइक्स के थे। पुट राइटिंग 17,300 के थे, उसके बाद 17,100 और 17,000 स्ट्राइक के थे। एक्सपर्ट्स ने कहा कि वीकली ऑप्शन डाटा से संकेत मिलते हैं कि निकट भविष्य में निफ्टी 17,000-17,700 पर ट्रेड कर सकता है, वहीं उतार-चढ़ाव खत्म होने से मार्केट में गिरावट सीमित हो सकती है। उतार-चढ़ाव के मोर्चे पर, इंडिया विक्स लगभग 16 के स्तर पर बना हुई है, जो साप्ताहिक आधार पर 16.14 की तुलना में 16.22 पर बंद हो रहा है। बैंक निफ्टी सप्ताह के दौरान बैंक निफ्टी मजबूत रहा, जो 1.79 फीसदी बढ़कर 35,481.70 पर बंद हुआ। इंडेक्स ने डेली के साथ ही वीकली चार्ट पर बुलिस कैंडिल बनाया है, जिससे निकट भविष्य में मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। एक्सपर्ट्स ने कहा कि अगर मजबूती जारी रही तो निफ्टी फिर से 17,500 के ऊपर जा सकता है। मोतीलाल ओसवाल के चंदन तपारिया ने कहा, “इसने डेली स्केल पर एक बुलिश कैंडिल बनाया है और पिछले दो सप्ताह के निचले स्तर से उबर गया है। अब इसे 36,600 की तरफ बढ़ने के लिए 35,500 का स्तर होल्ड करना है, वहीं 35,250 से 35,000 के स्तरों पर सपोर्ट देखा जा सकता है।” कॉरपोरेट एक्शन 4 जनवरी को क्वांटम डिजिटल विजन (इंडिया) लि. की ईजीएम होगी 5 जनवरी को जॉनसन फार्मकेयर का स्टॉक स्प्लिट और मंगलम टिम्बर प्रोडक्ट्स लि. का अमलगमेशन होगा। इसके अलावा 6 जनवरी को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स का एंटरिम डिविडेंड जारी होगा, 7 जनवरी को इंडियन मेटल्स एंड फेरो अलॉयज के बोनस इश्यू की डेट है। डिसक्लेमर : मनीकंट्रोल पर इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट्स के विचार और निवेश के टिप्स उनके अपने हैं, वेबसाइट या उसके मैनेजमेंट के नहीं। मनीकंट्रोल अपने यूजर्स को निवेश से जुड़े फैसले लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट्स से संपर्क करने की सलाह देते हैं।
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हरियाणा में मिनी लॉकडाउन! 12 जनवरी तक के लिए कोरोना का नया गाइडलाइंस जारी, देखिए क्या खुलेगा क्या रहेगा बंद
हरियाणा सरकार ने रविवार को राज्य में कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नया प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। ये नए दिशानिर्देश 12 जनवरी तक लागू रहेंगे। हरियाणा में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बीच अधिकारियों ने गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत 5 जिलों में सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स और खेल परिसरों को दो जनवरी से 12 जनवरी तक बंद करने का आदेश दिया है। एक आधिकारिक ने बताया कि गुरुग्राम और फरीदाबाद के अलावा अंबाला, पंचकूला और सोनीपत में पाबंदियां लागू होंगी। यह आदेश ऐसे दिन आया है जब राज्य में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। तेलंगाना सरकार ने 10 जनवरी तक राजनीतिक रैलियों और जनसभाओं पर लगाया प्रतिबंध, ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया फैसला आदेश के अनुसार, केवल आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति की सलाह दी गई है। मॉल और बाजार शाम पांच बजे तक खुल सकते हैं जबकि बार और रेस्त्रां 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ खुल सकेंगे। क्या खुलेगा क्या रहेगा बंद? - नए आदेश के मुताबिक पूरे राज्य में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, आंगनबाड़ी बंद रहेंगे - हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार ने नई पाबंदियां लगाई हैं। ज़िलों को दो हिस्सों में बांटा गया है, जहां ज़्यादा संक्रमण है उनको A कैटेगरी में रखा है उसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, अंबाला, पंचकुला है। यहां बाजार 5 बजे बंद हो जाएंगे और सभी दफ़्तर 50% क्षमता के साथ चलेंगे। - उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज, पॉलिटेक्निक, कोचिंग सेंटर, क्रेच, आंगनबाड़ियों को प्रदेश में बंद किया गया है। बिना वैक्सीन के लोगों को दफ्तर, रेस्टोरेंट, बैंकट हॉल जहां भी लोग इकट्ठा होते हैं वहां पर जाने की इजाज़त बंद कर दी गई है। अगर संक्रमण बढ़ेगा तो सख्तियां बढ़ाई जाएंगी। COVID-19 मामलों में तेजी के बीच ओडिशा सरकार ने पहली से 5वीं तक की कक्षाओं को फिर से खोलने का फैसला वापस लिया - गुरुग्राम और फरीदाबाद सहित पांचों जिलों में सिनेमा हॉल, खेल परिसर, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क और मनोरंजन के अन्य स्थान बंद रहेंगे। - डिप्टी मजिस्ट्रेटों को सतर्कता बरतने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि लोग COVID-19 गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं। विज ने कहा कि कानून को लागू करने के लिए टीमें बनाई गई हैं। कार्यालयों में रैंडम चेकिंग होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि कोई भी कोरोना दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाया जाएगा तो उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें भविष्य में जरूरत पड़ने पर 'नो मास्क नो वर्क' नियम को भी लागू करना होगा।
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भारतीयों को सस्ते और आसान वीजा की पेशकश कर सकता ब्रिटेन, आव्रजन नियमों में ढील देने की बना रहा योजना
भारत के साथ व्यापार करार के लिए ब्रिटेन (UK) भारतीय पर्यटकों, छात्रों और पेशेवरों के लिए आव्रजन नियमों में ढील देने की योजना बना रहा है। इसके तहत ब्रिटेन भारतीयों को सस्ते और सुगम या आसान वीजा की पेशकश कर सकता है। ब्रिटेन के नए फैसले के बाद हजारों भारतीय नागरिकों के लिए वहां रहना और काम करना आसान हो जाएगा। ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री ऐनी-मेरी ट्रेवेलियन (Anne-Marie Trevelyan) के इस महीने भारत की यात्रा पर जाने की उम्मीद है। उसी समय दोनों देशों के बीच प्रस्तावित भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर औपचारिक बातचीत शुरू होने की संभावना है। काफी समय से मांग कर रहा है भारत ‘द टाइम्स’ अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेवेलियन की इस यात्रा के दौरान भारतीयों के लिए आव्रजन नियमों में ढील देने की संभावना को खोलने की उम्मीद है। बता दें कि यह काफी समय से भारत की एक प्रमुख मांग रही है। ट्रेवेलियन को इस मामले में विदेश मंत्री लिज़ ट्रस का समर्थन हासिल है। ट्रस ने चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों को सरकार के एजेंडा में शीर्ष पर रखा है। Major Dhyan Chand Sports University: पीएम मोदी ने मेरठ में किया यूपी के पहले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का शिलान्यास, जानिए इसकी खासियत हालांकि, खबरों में कहा गया है कि गृह मंत्री प्रीति पटेल इस कदम का विरोध कर रही हैं। पिछले साल मई में पटेल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एक बेस्पोक और पारस्परिक प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी (एमएमपी) पर सिग्नेचर किए थे। इसके तहत दोनों देशों के लगभग 3,000 छात्रों और पेशेवरों को एक-दूसरे के यहां एक साल के कार्य अनुभव का लाभ मिल सकेगा। क्या होगा फायदा एमएमपी के तहत दोनों पक्ष नई सिस्टम को लागू करने के लिए अप्रैल, 2022 की समयसीमा की दिशा में काम करने पर सहमत हुए हैं। लंदन में उच्चायोग और नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय में इसपर काम चल रहा है। हालांकि, आगे की आव्रजन योजनाओं के तहत एक ऐसे विकल्प पर विचार किया जा रहा है, जो ऑस्ट्रेलिया के साथ ब्रिटेन के एफटीए का हिस्सा है। इसके तहत युवा भारतीयों को ब्रिटेन में तीन साल के लिए काम करने का मौका मिल सकता है। इसके अलावा एक अन्य विकल्प विद्यार्थियों के लिए वीजा शुल्क में कटौती का भी है। साथ ही कार्य और पर्यटन वीजा शुल्क में कटौती की जा सकती है। अभी किसी भारतीय के लिए कार्य वीजा की लागत 1,400 पाउंड और छात्रों तथा पर्यटकों के लिए 348 पाउंड बैठती है।
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Saturday, January 1, 2022
UK Ex-PM Tony Blair Becomes Sir Tony with Queen's Knighthood
The ceremonial order, founded in 1348, is a recognition of significant public service, and is made without prime ministerial advice as with other New Year Honours.
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जामिया मिलिया इस्लामिया, ऑक्सफैम इंडिया और IMA समेत लगभग 6,000 संस्थाओं का विदेसी फंड लेने का लाइसेंस हुआ खत्म
दिल्ली के कई शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक और सांस्कृतिक केंद्रों के अलावा देश के शीर्ष मेडिकल एसोसिएशन सहित 5,789 संगठनों का विदेशी चंदा (विनियमन) अधिनियम (FCRA) रजिस्ट्रेशन शनिवार को खत्म हो गया। अधिकारियों ने बताया कि इन संस्थानों ने अपने FCRA लाइसेंस के रिन्यू के लिए आवेदन नहीं किया था। इसे अलावा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनके रेन्यू एप्लीकेशन को भी खारिज कर दिया। विदेशी चंदा (विनियमन) अधिनियम (FCRA) से जुड़ी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, जिन संगठनों और संस्थानों का FCRA के तहत रजिस्ट्रेशन खत्म हो गया है या वैधता खत्म हो गई है, उनमें इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी-दिल्ली (IIT-दिल्ली), जामिया मिल्लिया इस्लामिया, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय, इंडिया हैबीटेट सेंटर, लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमन और दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल फाउंडेशन, लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमन, दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और ऑक्सफैम इंडिया भी केंद्रीय गृह मंत्रालय की लंबी लिस्ट में शामिल है। FCRA के तहत रजिस्ट्रेशन गैर सरकारी संगठनों (NGO) और इसके सहयोगियों की गतिविधियों का रेगुलेट करने वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन शनिवार (1 जनवरी) को खत्म माना गया है। दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन में मामूली गिरावट, नवंबर के 1.31 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.29 लाख करोड़ रुपये पर रहा विदेशी चंदा हासिल करने के लिए किसी भी संगठन और NGO के लिए FCRA रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। शुक्रवार तक 22,762 FCRA-रजिस्टर्ड NGO थे। शनिवार को, यह घटकर 16,829 हो गए, क्योंकि 5,933 NGO ने कामकाज बंद कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि 18,778 संगठनों के FCRA लाइसेंस 29 सितंबर 2020 से 31 दिसंबर 2021 के बीच खत्म हो रहे थे। उनमें से करीब 12,989 संगठनों ने FCRA लाइसेंस रिन्यू के लिए 30 सितंबर 2020 से 31 दिसंबर 2021 के बीच आवेदन दिया था। एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि 5,789 संगठनों ने FCRA लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं दिया, उनका रजिस्ट्रेशन खत्म समझा जाएगा। उनके अलावा, 179 संगठनों के रिन्यू का आवेदन गृह मंत्रालय की तरफ से विभिन्न कारणों को लेकर रद्द कर दिया गया। जिन संगठनों का FCRA रजिस्ट्रेन खत्म हो गया है, उनमें मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI), इमैनुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन, जो पूरे भारत में एक दर्जन से ज्यादा अस्पताल चलाता है, ट्यूबरकोलोसिस एसोसिएशन ऑफ इंडिया, विश्व धर्मायतन, महर्षि आयुर्वेद प्रतिष्ठान, नेशनल फेडरेशन ऑफ फिशरमेन कोऑपरेटिव्स लिमिटेड शामिल हैं। हमदर्द एजुकेशन सोसाइटी, दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क सोसाइटी, भारतीय संस्कृति परिषद, डीएवी कॉलेज ट्रस्ट एंड मैनेजमेंट सोसाइटी, इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर, गोदरेज मेमोरियल ट्रस्ट, दिल्ली पब्लिक स्कूल सोसाइटी, जेएनयू में न्यूक्लियर साइंस सेंटर, इंडिया हैबिटेट सेंटर, लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमन, दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच भी इन संस्थानों या संगठनों में शामिल हैं।
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ATM से तय सीमा से ज्यादा बार कैश निकालने पर देनी होगी अब 21 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन की फीस
बैंक ग्राहकों को अब मुफ्त लेनदेन की तय सीमा से ज्यादा किए गए हर एक ATM ट्रांजैक्शन पर एक रुपए ज्यादा का भुगतान करना होगा। 1 जनवरी, 2022 से अगर कोई ग्राहक पहले की दर 20 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन के बजाए तय सीमा से ज्यादा का लेनदेन करता है, तो बैंक उससे प्रति ट्रांजैक्शन 21 रुपए लेगा। 10 जून, 2021 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नोटिफिकेशन के बाद ATM लेनदेन पर फीस बढ़ा दी गई है। RBI ने अपनी नोटिफिकेशन में कहा, "हाई इंटरचेंज फीस के लिए बैंकों को क्षतिपूर्ति करने के लिए और लागत में सामान्य बढ़ोतरी को देखते हुए, उन्हें ग्राहक फीस को प्रति लेनदेन 21 रुपए तक बढ़ाने की अनुमति है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी।" ग्राहक अपने खुद के बैंक ATM से हर महीने पांच फ्री ट्रांजैक्शन (वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेन सहित) कर सकते हैं। वे दूसरे बैंक के ATM से भी मुफ्त लेनदेन (वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेन सहित) कर सकते हैं। तीन लेन-देन मेट्रो सेंटर में और पांच लेन-देन नॉन-मेट्रो सेंटर्स में। दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन में मामूली गिरावट, नवंबर के 1.31 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.29 लाख करोड़ रुपये पर रहा ATM ट्रांजैक्शन के लिए इंटरचेंज फीस स्ट्रक्चर में आखिरी बदलाव अगस्त 2012 में किया गया था, जबकि ग्राहकों की तरफ से पेएबल चार्ज को पिछली बार अगस्त 2014 में बदला गया था। RBI ने ATM लगाने की बढ़ती लागत और बैंकों या व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटरों की तरफ किए गए ATM रखरखाव के खर्च का हवाला देते हुए 1 जनवरी, 2022 से इन बदलावों को नोटिफाई किया है। वॉयस ऑफ बैंकिंग के फाउंडर अश्विनी राणा ने कहा, "प्रति एटीएम ट्रांजैक्शन सर्विश फीस में बढ़ोतरी संबंधित बैंकों की तरफ से तय सीमा से ज्यादा ग्राहकों से वसूल की जाएगी। यह वृद्धि केवल 1 रुपए प्लस गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) है, जो कि बैंकों की तरफ से भुगतान किए गए मेनटिनेंस फीस के मुकाबले ग्राहकों के लिए बहुत मामूली है, क्योंकि पहले वे 20 रुपए चार्ज कर रहे थे।"
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