Tuesday, September 2, 2025

मेटल और रियल एस्टेट शेयरों में तेजी, 5% तक उछले भाव, ये हैं 5 बड़े कारण

Metal and Real Estate Stocks: मेटल और रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में आज 2 सितंबर को शानदार तेजी देखने को मिली। NALCO, NMDC और फीनिक्स मिल्स जैसी कंपनियों के शेयर 5% तक उछल गए। कारोबार के दौरान निफ्टी मेटल इंडेक्स 1.3% चढ़कर 9,426 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 1.33% उछलकर 891.50 के स्तर तक पहुंच गया। इस तेजी के पीछे 5 अहम कारण बताए जा रहे हैं-

1. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद

मेटल और रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में उछाल के पीछे सबसे बड़ी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में संभावित कटौती को माना जा रहा है। दरअसल फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने 22 अगस्त को संकेत दिया था कि अमेरिका में कमजोर होते रोजगार आंकड़े जल्द ही ब्याज दरों में कटौती को मजबूर कर सकते हैं।

पॉवेल के इस बयान के बाद निवेशकों की नजरें अब 16-17 सितंबर को होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक पर टिकी हैं। शेयर मार्केट इस बैठक के दौरान ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती का फैसला होने की उम्मीद कर रहा है। ब्याज दरों में कमी से विदेशी निवेशकों के लिए भारत जैसे इमर्जिंग बाजारों से निवेश आकर्षक हो जाता है। इससे खासकर रियल एस्टेट और मेटल शेयरों को सीधा फायदा मिलता है।

2. जीएसटी सुधारों की उम्मीद

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में कल 3 सितंबर से नई दिल्ली में जीएसटी काउंसिल की बैठक होने वाली है। इस बैठक में GST स्ट्रक्चर को सरल बनाने के लिए 5% और 18% के दो मुख्य टैक्स स्लैब अपनाने के प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया जाएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टैक्स स्ट्रक्चर सरल होने से रियल एस्टेट डेवलपर्स की लागत घटेगी, जिससे घर खरीदारों को भी फायदा मिलेगा।

सिग्नेचर ग्लोबल इंडिया के फाउंडर और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि हाउंसिंग सेक्टर को इन सुधारों से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि दो-स्लैब स्ट्रक्चर अपनाने से न केवल रियल एस्टेट डेवलपर्स के लिए GST अनुपालन आसान होगा, बल्कि इनपुट लागत में भी कमी आएगी। इससे घरों की लागत कम करने में भी मदद मिलेगी।

3. मजबूत GDP ग्रोथ

मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की जीडीपी 7.8% रही, जो पिछले पांच तिमाहियों में सबसे तेज है। यह RBI की 6.5% की अनुमानित दर से भी अधिक है। मजबूत आर्थिक ग्रोथ ने निवेशकों के भरोसे को और मजबूत किया है, जिससे रियल एस्टेट और मेटल शेयरों में तेजी आई।

4. कमजोर अमेरिकी डॉलर

अमेरिकी डॉलर कई महीनों के निचले स्तर के आसपास मंडरा रहा है। DBS के मुताबिक, फेडरल रिजर्व में ट्रंप की नियुक्तियों से डॉलर पर और दबाव पड़ने की संभावना है। इसके अलावा ब्याज दरों में कटौती के बाद डॉलर में फिर से नरमी आने की आशंका है। कमजोर डॉलर से मेटल्स की ग्लोबल मांग बढ़ती है, जिससे भारतीय मेटल कंपनियों को एक्सपोर्ट और प्राइस दोनों के स्तर पर फायदा मिलता है।

5. चीन का स्टील उत्पादन घटाने की योजना

पांचवां कारण चीन का स्टील उत्पादन घटाने का प्लान है। 2025-26 के बीच चीन स्टील आउटपुट में कटौती करने की तैयारी कर रहा है। इससे भारतीय बाजार में सस्ते चीनी मेटल की डंपिंग कम होगी और घरेलू कंपनियों को मजबूती मिलेगी।

शेयरों की चाल

मेटल इंडेक्स पर, नेशनल एल्युमीनियम कंपनी (NALCO) शेयरों में करीब 5 फीसदी की तेजी आई और यह टॉप गेनर्स रहा। NMDC के के शेयरों में भी करीब 4 फीसदी की तेजी आई। वहीं हिंदुस्तान कॉपर, SAIL, टाटा स्टील, JSW स्टील, APL अपोलो ट्यूब्स और हिंदुस्तान जिंक के शेयरों में करीब 3% तक की तेजी देखी गई।

रियल एस्टेट इंडेक्स पर, Phoenix Mills के शेयर 3.5 फीसदी की बढ़त के साथ 1,570 रुपये के स्तर तर पहुंच गए।अनंत राज और DLF के शेयरों में 3 फीसदी तक की तेजी देखी गई। वहीं गोदरेज प्रॉपर्टीज, ओबेरॉय रियल्टी और रेमंड के शेयर 2% मजबूत हुए।

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