Black Moon 2025: ब्लैक मून या काला चंद्रमा। क्या सच में चांद काला भी हो सकता है। नहीं, चांद का रंग तो काला नहीं होता है और ब्लैक मून लोककथाओं से उपजी ऐसी धारणा है, जिसका कोई खगोलीय आधार नहीं है। असल में, जिस तरह एक मौसम में चार पूर्णिमा होने पर चौथी पूर्णिमा को ब्लूमून नाम दिया गया है। उसी तरह जब एक महीने में दो अमावस्या होती है, तो दूसरी अमावस्या को ब्लैक मून नाम दिया गया है। अमावस्या के दिन चांद का उजला हिस्सा, यानी वो भाग जिस पर सूरज की रोशनी नहीं पड़ती है, धरती की तरफ होता है। इसलिए चांद नहीं दिखता है। ब्लैक मून में भी चांद नजर नहीं आएगा।
कब होगा 2025 का ब्लैक मून
साल 2025 का ब्लैक मून अलग-अलग टाइम जोन के हिसाब से ये 22 या 23 अगस्त को होगा। ब्लैक मून किसी साधारण अमावस्या की तरह होगा, इसे आसमान में सामान्य आंखें से देखा नहीं जा सकेगा। ब्लैक मून पूर्वी समयानुसार सुबह 2:06 बजे होगा। यह भारत में 06:06 जीएमटी और भारतीय समयानुसार सुबह 11:36 बजे होगा। उस समय, चंद्रमा सिंह राशि में स्थित होगा, जो सूर्य से केवल एक डिग्री उत्तर में स्थित है। हालांकि, तारों पर नजर रखने वालों को इसके तुरंत बाद एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। 24 और 25 अगस्त को सूरज डूबने के 30 से 40 मिनट बाद पश्चिम की ओर एक पतला अर्धचंद्राकार चाँद दिखाई देगा। यह चांदी की एक चाप जैसा दिखाई देगा।
इसके बाद ब्लैक मून कब
आखिरी मौसमी ब्लैक मून 19 मई 2023 को हुआ था। मासिक ब्लैक मून लगभग हर 29 महीने में एक बार होता है। वहीं, मौसमी ब्लैक मून लगभग हर 33 महीने में एक बार होता है। एक मौसम में आने वाले चार अमावस्याओं में से तीसरी अमावस्या को मौसमी ब्लैक मून कहा जाता है। 22-23 अगस्त को मौसमी ब्लैक मून होगा। अगला 20 अगस्त, 2028 को होगा। अगला मासिक ब्लैक मून 31 अगस्त, 2027 को होगा। 2033 में लगातार तीन ब्लैक मून होंगे। 2033 में, 30 जनवरी और 30 मार्च की अमावस्या एक महीने में दूसरी होगी। और फरवरी में कोई अमावस्या नहीं होगी।
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