Wednesday, May 28, 2025

नौकरी जाने का डर सताता रहता है? तो अपनाएं यह सटीक फाइनेंशियल स्ट्रेटेजी

सिद्धांत शर्मा ने 22 अप्रैल को जब अपने ईमेल इनबॉक्स के पहले मेल को देखा तो एक पल के लिए उन्हें उस पर यकीन नहीं हुआ। यह मेल उनकी कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट का था। इसमें बताया गया था कि कुछ अपरिहार्य कारणों से उन्हें कंपनी से इस्तीफा देना पड़ेगा। 8 सालों की नौकरी में उन्होंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया था। उन्होंने कंपनी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में कभी कमी नहीं आने दी थी। अचानक कंपनी के इस फैसले ने उनकी दुनिया हिला दी थी। बच्चों की फीस, होम लोन की ईएमआई सहित उन जरूरी खर्चों का क्या होगा, जिसे किसी भी हालत में टाला नहीं जा सकता?

इस साल 30 कंपनियां 61000 एंप्लॉयीज की छंटनी कर चुकी हैं

अब किसी कंपनी का अपने एंप्लॉयीज को अचानक नौकरी से निकालना असामान्य बात नहीं रह गई है। Microsoft, Google, Amazon जैसी दिग्गज कंपनियां भी बिजनेस की रीस्ट्रक्चरिंग के नाम पर आए दिन एंप्लॉयीज की छंटनी करती रहती हैं। Lafoffs.fyi के मुताबिक, इस साल 130 कंपनियां 61,000 से ज्यादा एंप्लॉयीज को नौकरी से निकाल चुकी हैं। ऐसा करना कंपनियों के लिए मुनाफा बढ़ाने के लिहाज से जरूरी हो सकती है, लेकिन इससे छंटनी के शिकार एंप्लॉयीज की तो दुनिया उजड़ जाती है।

मुश्किल वक्त के लिए इमर्जेंसी फंड रखें तैयार

एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों को मुश्किल वक्त के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। कुछ ऐसे उपाय हैं, जिनसे मुश्किल वक्त का सामना करने में मदद मिल सकती है। इसमें पहला उपाय इमर्जेंसी फंड है। प्लान रूपी इनवेस्टमेंट सर्विसेज के फाउंडर अमोल जोशी के मुताबिक, आपके पास 6-12 महीनों के जरूरी खर्च लायक पैसा हमेशा इमर्जेंसी फंड में रहना चाहिए। कई लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन, जब वे किसी दोस्त या रिश्तेदार को मुश्किल में फंसा देखते हैं तो उन्हें इसकी अहमियत का पता चलता है। एक्सपर्ट्स का तो कहना है कि इमर्जेंसी फंड तैयार करने के लिए तो जरूरत पड़ने पर घर में बेकार पड़े गोल्ड और सिल्वर तक को बेचा जा सकता है।

गैर-जरूरी खर्चों को कुछ समय के लिए बंद कर दें

दूसरा उपाय यह है कि नौकरी जाने की खबर मिलते ही आपको अपने खर्चों पर लगाम लगाना होगा। जैसे हफ्ते या महीने में एक या दो बार बाहर डिनर करने की आदत पर आप रोक लगा सकते हैं। अगर आपने जिम या क्लब की मेंबरशिप ली है तो उसे कुछ समय के लिए कैंसिल कर देना होगा। इससे आपका खर्च कुछ हद तक कम हो जाएगा। जोशी का कहना है कि बजट को घटाने से आपका खर्च कंट्रोल में आ जाएगा। इससे आपका इमर्जेंसी फंड तब तक काम आ सकता है, जब तक आपको दूसरी नौकरी नहीं मिल जाती या आप इनकम का कोई दूसरा स्रोत तलाश नहीं कर लेते।

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पीपीएफ, ईपीएफ अकाउंट को डिस्टर्ब नहीं करें

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अचानक नौकरी जाने पर आपको घबराकर अपने पीएफ अकाउंट से पैसे नहीं निकालने चाहिए। अगर आपका पीपीएफ अकाउंट है तो उसे भी बंद करने की जरूरत नहीं है। ये लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार करने के लिए जरूरी हैं। कई लोग ईपीएफ या पीपीएफ अकाउंट से पैसे निकाल अपने जरूरी खर्च को पूरा करते हैं। इससे उनकी रिटायरमेंट प्लानिंग पर असर पड़ता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबी अवधि के इनवेस्टमेंट प्लान को डिस्टर्ब करने से आपको बाद में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।



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