सीएनबीसी-आवाज़ के खास शो फायदेमंद फंड्स में एक नई थीम पर बात हो रही है। वह थीम है टूरिज्म की। जो घूमने फिरने, ट्रैवल और टूर का बिजनेस है उसपर आप कैसे अपनी पोर्टफोलियो बना सकते हैं और कमाई कर सकते हैं, यहां इस पर बात हो रही है। इस बातचीत में आवाज़ के साथ हैं टाटा एसेट मैनेजमेंट के CBO आनंद वरदराजन जिन्होंने टाटा निफ्टी इंडिया टूरिज्म इंडेक्स फंड (Tata Nifty IndiaTourism Index Fund) के बारे में जानकारी दी।
भारत का पहला टूरिज्म इंडेक्स फंड
टाटा निफ्टी इंडिया टूरिज्म इंडेक्स फंड भारत का पहला टूरिज्म इंडेक्स फंड है। इसके जरिए टूरिज्म सेक्टर से वेल्थ क्रिएशन संभव है। इसमें कम रिस्क में छप्परफाड़ रिटर्न मिल सकता है। यह फंड 24 जुलाई 2024 को लॉन्च हुआ। इसका बेंचमार्क Nifty India Tourism TRI है। इसका रिस्कोमीटर हाई है। यह एक ओपन एंडेड फंड हैं। फंड के मैनेजर कपिल मेनन है। 1 अगर 2024 को इसका NAV 10.09 रुपए था। इसमें 5000 रुपए का मिनिमम निवेश किया जा सकता है। वहीं, इसकी मिनिमम SIP 100 रुपए है। जबकि मिनिमम विड्रॉल 500 रुपए है। एंट्री लोड 0.25 फीसदी है। इसमें 15 दिन से पहले रिडेम्पशन संभव है।
टाटा निफ्टी इंडिया टूरिज्म इंडेक्स फंड (Tata Nifty India Tourism Index) भारत का पहला टूरिज्म इंडेक्स फंड है। टूरिज्म सेक्टर के अंदर बहुत सारी कंपनियां हैं। ट्रेवल करते वक्त ऑनलाइन बुकिंग की जरूरत होती है। कई ऑनलाइन बुकिंग कंपनियां लिस्टेड स्टेज में हैं। इस सेक्टर में लगेज मैन्युफैक्चरर कंपनियां शामिल हैं। इसमें एयरलाइन्स से लेकर रेलवे कंपनियां तक शामिल। होटल इंडस्ट्री कंपनियां भी शामिल हैं। क्विक सर्विस रेस्टोरेंट कंपनियां शामिल हैं। यानी टूरिज्म सेक्टर के दायरे में कई सारी कंपनियां आती हैं। पिछले 10 साल में इस सेक्टर में लगातार तेजी रही है। कोविड के बाद इस सेक्टर में काफी तेजी आई है। सेक्टर को लोगों की बढ़ी हुई डिस्पोजेबल आय का फायदा मिला है। इस फंड में निवेश से पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड करने में मदद मिलेगी।
ट्रैवल टूरिज्म में तेज ग्रोथ
भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत है। देश में निवेश और कंजम्प्शन में स्थिति बेहतर है। आरामदेह ट्रैवल की डिमांड में इजाफा हो रहा है। हवाई यात्रा के रूट्स की क्षमता बढ़ी है। टेक्नोलॉजी में लगातार तरक्की हो रही है। देश में ऑनलाइन रेस्तरां एग्रीगेटर्स की संख्या बढ़ी है। डिलीवरी की व्यवस्था में भी काफी सुधार हुआ है। ट्रैवल और रेस्टोरेंट के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है है।
फंड की ग्रोथ स्ट्रैटेजी
पर्यटन को लेकर सरकार का फोकस बढ़ा है। सरकार ने उड़ान स्कीम की शुरुआत की थी। शुरुआत में 74 एयरपोर्ट से उड़ान सेवा संचालित हुई। अब 148 एयरपोर्ट से उड़ान सेवा संचालित होती है। टियर 2, टियर 3 शहरों में एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य है। सरकार का एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर है। सरकार का प्रसाद योजना के तहत तीर्थस्थलों पर फोकस है। टूरिज्म को बढ़ाने पर सरकार का फोकस बना हुआ है। ट्रैवल टूरिज्म में तेज ग्रोथ का अनुमान है। इस सेक्टर में लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह है।
टूरिज्म को एक अलग सेगमेंट के तौर पर समझना जरूरी
होटल्स का तेजी से विस्तार हो रहा है। पिछले 10 साल में इस सेक्टर में लगातार तेजी रही है। इस सेक्टर बेहतर हाईवे कनेक्टिविटी का फायदा मिल रहा है। रेल यात्रा की बढ़ती रफ्तार, बेहतर सुविधाओं से फायदा हो रहा है।बुनियादी सुविधाओं के विकास से यात्रा आसान हुई है। देश में तीर्थयात्रा से लेकर वेकेशन तक, यात्राओं में इजाफा हुआ है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में बहुत काम हो रहा है। ऐसे में टूरिज्म को एक अलग सेगमेंट के तौर पर समझना जरूरी है।
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इंडेक्स का यूनिवर्स
टूरिज्म इंडेक्स फंड में 17 स्टॉक शामिल है। इस इंडेक्स फंड में 17 कंपनियां शामिल हैं। एक स्टॉक के लिए अधिकतम सीमा 20 फीसदी है। फंड का डायवर्सिफिकेशन और रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस है। फंड में फ्री फ्लोट मार्केट कैप के आधार पर वेजेट दिया गया है। एयरपोर्ट्स और एयरपोर्ट सर्विसेज में फंड का 10 फीसदी एक्सपोजर है। होटल में 30-32 फीसदी और एयरलाइंस में 19 फीसदी तक एक्सपोजर है। एविएशन सेक्टर में 20-22 फीसदी तक का एक्सपोजर है। रेस्टोरेंट में 19 फीसदी और लगेज में 3 फीसदी तक एक्सपोजर है। टूर एंड ट्रैवल से जुड़ी सेवाओं में 16 फीसदी एक्सपोजर है।
किन निवेशकों के लिए सही
यह फंड किन निवेशकों के लिए सही है इस पर बात करें तो ट्रैवल टूरिज्म में तेज ग्रोथ का अनुमान है। इसमें लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है। ऐसे में ये फंड लंबी अवधि के निवेश के लिहाज से अच्छा है। इसमें 4-5 साल के नजरिए से निवेश करने की सलाह है। इस तरह के एग्रेसिव फंड्स में शॉर्ट टर्म के लिए निवेश ना करें।
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