Thursday, March 7, 2024

Tata Chemicals Share : 6 दिनों में करीब 40% चढ़ा स्टॉक, क्या है वजह?

Tata Chemicals Share Price : टाटा केमिकल्स के शेयरों में आज 7 मार्च को 14 फीसदी से अधिक की दमदार रैली देखी गई। यह स्टॉक आज 11.57 फीसदी की बढ़त के साथ 1314.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। वहीं, इंट्राडे में इसने 1,349.70 रुपये के अपने 52-वीक हाई को छू लिया। यह लगातार छठा दिन है, जब कंपनी के शेयरों में उछाल आया है। इन 6 दिनों में स्टॉक में करीब 40 परसेंट की रैली आ चुकी है। दरअसल, निवेश बैंकिंग फर्म स्पार्क कैपिटल (Spark Capital) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टाटा ग्रुप की पेरेंट कंपनी टाटा संस (Tata Sons) अगले 18 महीनों के भीतर लिस्ट हो सकती है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में जमकर खरीदारी हो रही है।

RBI के इस नियम की वजह से Tata Sons का लिस्ट होना जरूरी

भारतीय रिजर्व बैंक ने टाटा संस को अपर लेयर की NBFC के रूप में क्लासिफाई किया है। RBI के आदेश के अनुसार एक अपर लेयर की NBFC को अधिसूचित होने के तीन साल के भीतर लिस्ट होना होता है। टाटा संस को सितंबर 2022 में क्लासिफाई किया गया था, जिसका मतलब है कि उसे सितंबर 2025 तक लिस्ट होना होगा। हालांकि, अब सवाल यह है कि टाटा संस की लिस्टिंग की संभावना के बीच टाटा केमिकल के शेयरों में तेजी की वजह क्या है?

Tata Sons की लिस्टिंग का टाटा केमिकल से क्या है कनेक्शन?

इस हफ्ते की शुरुआत में जारी स्पार्क कैपिटल नोट के अनुसार टाटा ग्रुप की चार कंपनियों - टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स, टाटा पावर और इंडियन होटल्स का टाटा संस में ओनरशिप है। स्पार्क कैपिटल की रिपोर्ट में कहा गया कि इस आईपीओ का सबसे ज्याादा फायदा केमिकल स्टॉक को हो सकता है। स्पार्क कैपिटल के अनुसार टाटा मोटर्स और टाटा केमिकल्स की टाटा संस में 3% हिस्सेदारी है। इसके अलावा, होल्डिंग कंपनी में टाटा पावर की 2% और इंडियन होटल्स की 1% हिस्सेदारी है।

रिसर्च फर्म स्पार्क कैपिटल ने इस हफ्ते एक रिपोर्ट में कहा कि टाटा संस का मार्केट कैप होल्डको डिस्काउंट को छोड़कर लगभग 8 लाख करोड़ रुपये हो सकता है। इस कैलकुलेशन के अनुसार टाटा संस में टाटा केमिकल्स की इक्विटी हिस्सेदारी का मूल्य 19,850 करोड़ रुपये हो सकता है। 7 मार्च को टाटा केमिकल्स का कुल मार्केट कैप 33,500 करोड़ रुपये है।

टाटा केमिकल्स के शेयर 2024 के पहले दो महीनों में 7% और 9% की गिरावट के साथ खराब प्रदर्शन कर रहे थे। स्पार्क कैपिटल का मानना है कि सोडा ऐश की कमोडिटी नेचर और गिरते रियलाइजेशन के कारण कंपनी के शेयरों में गिरावट देखी गई। हालांकि, अगर स्ट्रीट टाटा संस के लिए ₹10 लाख करोड़ से ₹11 लाख करोड़ के बीच वैल्यूशन आंकता है, तो Tata Chemicals में री-रेटिंग देखने को मिल सकती है।

हालिया उछाल के बाद टाटा केमिकल्स वित्तीय वर्ष 2025 के प्राइस-टू-अर्निंग मल्टीपल 29.39 गुना पर ट्रेड कर रहा है, जो कि इसके पांच साल के एवरेज 12.3 गुना से काफी ऊपर है। इसकी तुलना में, SRF और गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स जैसे अन्य शेयर हायर वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं।

Tata Chemicals पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय

एक्सपर्ट्स ने कहा कि स्टॉक की कीमत में तेजी से बढ़ोतरी ने स्टॉक की अपील को बढ़ाया है। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के जिगर एस पटेल ने कहा कि 1200-1205 रुपये के आसपास रेजिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतना जरूरी है। उन्होंने आगे कहा, "इस समय फ्रेश लॉन्ग पोजीशन शुरू करना उचित नहीं है। जो निवेशक पहले ही मार्केट में एंट्री कर चुके हैं, उनके लिए मुनाफावसूली पर विचार करना समझदारी है और वेट-एंड-सी का एप्रोच रखना चाहिए। आगे के निवेश पर विचार करने से पहले स्टॉक की कीमत में करेक्शन की उम्मीद है।"



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