Sunday, March 31, 2024

निवेश के लिहाज से सोचने पर लोग नहीं कर पाएंगे घर खरीदने का फैसला: राधिका गुप्ता

इडलवाइस म्यूचुअल फंड (Edelweiss MF CEO) की CEO राधिका गुप्ता का कहना है कि घर खरीदना निवेश के बजाय भावनात्मक खर्च का मामला है। उन्होंने कहा कि अगर इसमें भावनाएं नहीं जुड़ी हों, तो ज्यादातर निवेशक घर नहीं खरीदेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर कहा, ' अगर निवेश के बारे में तर्कसंगत ढंग से सोचा जाए, तो काफी कम लोग घर खरीदेंगे, क्योंकि रेंटल यील्ड कभी इस फैसले को सही नहीं ठहराता है। हालांकि, ऐसा नहीं है और हममें से कई मसलन हमारे जैसे प्रोफेशनल एसेट मैनेजर भी घर खरीदते हैं। इमोशनल वैल्यू में तर्क नहीं चलता है और आखिरकार आप नेट एसेट वैल्यू में नहीं रह सकते।'

राधिका गुप्ता ने कहा कि बहरहाल अहम चीज यह स्वीकार करना है कि घर के लिए हमारी सोच कुछ इसी तरह की होती है और इसे सिर्फ निवेश नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा, ' कई लोगों के लिए ज्वैलरी के मामले में भी यह बात सच है। कुछ मामलों में एंजेल इनवेस्टिंग में भी। निवेश ऐसी चीज होती है, जिसे आप भावनात्मक चश्मे से नहीं देख सकते।'

इस ट्वीट पर लेखक और सोशल मीडिया कॉन्टेंट क्रिएटर अंकुर वारिकू ने कहा, 'घर खरीदना बेहद अहम भावनात्मक फैसला होता है, जिसे कोई अपने पैसे के आधार पर लेता है और उसे यह फैसला लेना भी चाहिए। हालांकि, अपनी भावनाओं के आधार पर फैसला लेने से पहले थोड़ा सा तर्कसंगत ढंग से सोचने का मौका जरूरी हासिल करना चाहिए।'

एक और यूजर का कहना था, ' रहने के लिए घर खरीदना बेहतर आइडिया है, लेकिन निवेश के लिए अतिरिक्त घर खरीदना ठीक आइडिया नहीं है। इसके बजाय इक्विटी में निवेश करना ज्यादा बेहतर होगा।' एक और यूजर गरिमा ने लिखा, ' पूरी तरह से सहमत! भावनात्मक निवेश हमारी बुनियादी जरूरतों को पूरा करता है। वास्तविक निवेश तर्कसंगत और व्यावहारिक होना चाहिए।'



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