Tuesday, March 19, 2024

कंपनियों ने अपने प्रॉफिट और नेटवर्थ से कई गुना ज्यादा रकम खर्च कर खरीदे इलेक्टोरल बॉन्ड

इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने के मामले में एक और दिलचस्प खुलासा हुआ है। वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2023 के फाइनेंशियल डेटा के मुताबिक कई कंपनियों द्वारा खरीदा गया इलेक्टोरेल बॉन्ड संबंधित अवधि के उनके नेटवर्थ और प्रॉफिट से भी कई गुना ज्यादा था।

भारती एयरटेल सर्विसेज (Bharti Airtel Services) ने जो रकम इलेक्टोरेल बॉन्ड पर खर्च की है, वह वित्त वर्ष 2019 से 2023 के दौरान कंपनी के कुल नेटवर्थ का 736% है। इसके अलावा, क्विक सप्लाई चेन (Qwik Supply Chain) का डोनेशन 330% था, जबकि मदनलाल लिमिटेड (Madanlal Ltd.) और एमकेजे इंटरप्राइजेज (MKJ Enterprises) का यह आंकड़ा क्रमशः 264-264 पर्सेंट था।

अगर वित्त वर्ष 2019 से 2023 तक के प्रॉफिट की बात की जाए, तो मदनलाल लिमिटेड ने अपने कुल प्रॉफिट का 1321% इलेक्टोरल बॉन्ड पर खर्च किया, जबकि MKJ एंटरप्राइजेज ने संबंधित अवधि के अपने प्रॉफिट का 888% इस मद में खर्च किया। इसके अलावा, फ्यूचर गेमिंग का यह आंकड़ा 518% था और क्विक सप्लाई चेन ने अपने प्रॉफिट का 376% इलेक्टोरल बॉन्ड पर खर्च किया।

हम यहां बड़े पैमाने पर इलेक्टोरेल बॉन्ड खरीदने वाली कुछ कंपनियों के बारे में जानकारी पेश कर रहे हैं:

फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज (अनलिस्टेड)

फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज गेमिंग सेगमेंट में काम करती है और इसके पास कसीनो, इलेक्ट्रॉनिक गेमिंग सेंटर और अन्य तरह की गेमिंग सुविधाएं हैं। यह मार्टिन ग्रुप की कंपनियों की सब्सिडियरी है। इस कंपनी को CBI, ED और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट समेत कई तरह की एजेंसियों की जांच का सामना करना पड़ा है। कंपनी का नेट वर्थ 1,562 करोड़ रुपये है।

मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (अनलिस्टेड)

मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) के प्रमोटर पिच्ची रेड्डी पामीरेड्डी, रामा रेड्डी पामी रेड्डी और हैदराबाद के अन्य उद्योगपति हैं। खबरों के मुताबिक, यह कंपनी कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई घोटाले में कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (CAG) के निशाने पर है। कंपनी का काम 20 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों में चल रहा है। यह सिंचाई, पेयजल, हाइवे, सुरंग, बंदरगाह, रेलवे और ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी का नेटवर्थ 22,558 करोड़ रुपये है।

क्विवक सप्लाई चेन (अनलिस्टेड)

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड (Qwik Supply Chain Private Limited) एक लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन कंपनी है, जिसे रिलायंस ग्रुप का समर्थन हासिल है। रिलायंस फायर ब्रिगेड और रिलायंस हॉस्पिटल मैनेजमेंट की इस कंपनी में कुल 50.04 पर्सेंट हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2023 के मुताबिक, कंपनी का नेटवर्थ 179 करोड़ रुपये है।

वेदांता (लिस्टेड)

अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी वेदांता (Vedanta) प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में काम करने वाली एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसका ऑपरेशन आयरन ओर, गोल्ड और एल्युमीनियम से जुड़ा है। वित्त वर्ष 2023 के मुताबिक, कंपनी का नेट वर्थ 49,427 करोड़ रुपये है। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 18 पर्सेंट की गिरावट के साथ 2,013 करोड़ रुपये था।

भारती एयरटेल सर्विसेज (अनलिस्टेड)

अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में भारती ग्रुप की इस कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,442 करोड़ रुपये था, जो सालाना आधार पर 54 पर्सेंट ज्यादा है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का नेट वर्थ 60 करोड़ रुपये था।



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