मनीकंट्रोल-सेक्योरनाउ हेल्थ इंश्योरेंस रेटिंग्स ने Aditya Birla Health Insurance के एक्टिव फिट प्लान को A रेटिंग वाले प्लान में शामिल किया है। इस प्लान ने 10 लाख कैटेगरी (सम अश्योर्ड) में 74 फीसदी स्कोर हासिल किया है, जबकि 50 लाख सम एश्योर्ड कैटेगरी में 68 फीसदी स्कोर हासिल किया है। प्लान को यह स्कोर 45 साल एज ग्रुप में मिला है। ए ग्रेड की रेटिंग सिर्फ ऐसे प्लान को दी जाती है जिनका ओवरऑल स्कोर 65 फीसदी से ज्यादा होता है। ए रेटिंग में किसी प्लान के शामिल होने का मतलब यह है कि वह न सिर्फ तय मानदंडों का पूरा करता है बल्कि कम्प्रिहेंसिव कवरेज, बेनेफिट्स और ओवरऑल वैल्यू में स्टैंडर्ड्स को पार कर जाता है।
98 फीसदी क्लेम का सेटलमेंट 30 दिन के अंदर
इस प्लान का क्लेम परफॉर्मेंस अच्छा रहा है। 98 फीसदी क्लेम्स 30 दिन के अंदर सेटल किए गए हैं। पॉलिसी की संख्या के लिहाज से सेटलमेंट रेट 96 फीसदी रहा है। हालांकि, कंप्लेंट्स रेट प्रति 10,000 क्लेम 18 है, जो दूसरे ए रेटेड प्लान के मुकाबले ज्यादा है। इस प्लान में रूम रेंट के लिए कोई लिमिट नहीं है। इसका मतलब है कि पॉलिसीहोल्डर हॉस्पिटल में अपनी पसंद के हिसाब से रूप का चुनाव कर सकता है।
वेलनेस और रिस्टोर बेनेफिट्स बढ़ाते हैं अट्रैक्शन
इस पॉलिसी का वेलनेस और रिस्टोर बेनेफिट्स इसका अट्रैक्शन बढ़ाते हैं। हेल्थ मेंटेन करने के लिए एडिशनल सपोर्ट दिया जाता है। सम अश्योरेंड रिस्टोर कर दी जाती है। इस पॉलिसी में आउटपेशेंट डिपार्टमेंट (OPD) कवर शामिल है। आउटपेशेंट एक्सपेंस के लिए 20,000 रुपये तक कवरेज मिलता है। इसके अलावा पॉलिसीहोल्डर को 5,000 रुपये तक डेली हॉस्पिटल कैश मिलता है। यह फाइनेंशियल असिस्टेंस के रूम में होता है।
खरीदने से पहले वेटिंग पीरियड को समझ लें
इस प्लान को खरीदने से पहले प्री-एग्जिस्टिंग डिजिज के लिए 3 साल के वेटिंग पीरियड और कुछ स्पेशिफिक कंडिशंस के लिए दो साल के वेटिंग पीरियड को ध्यान में रखना जरूरी है। स्पेशिफिक कंडिशंस में Cataract, Sinusitis, PCOS आदि आते हैं। इस प्लान में कुछ खास मेडिकल प्रोसिजर को कवर हासिल है, जिसके लिए सब-लिमिट तय है। उदाहरण के लिए काटारैक्ट प्रोसिजर के लिए 40,000 रुपये तक की सब-लिमिट है। घुटना प्रत्यारोपड़ के लिए 3 लाख रुपये तक की सब-लिमिट है।
मैटरनिटी कवरेज शामिल, लेकिन 24 महीने बाद
इस प्लान में मैटरनिटी कवरेज शामिल है। यह फायदा पॉलिसी खरीदने के 24 महीने बाद मिलने लगता है। इसके तहत 1 लाख रुपये तक का कवरेज मिलता है। यह वेटिंग पीरियड उन लोगों के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है जिनके बच्चे की डिलीवरी जल्द होने वाली है। इस पॉलिसी को खरीदने से पहले पॉलिसीहोल्डर को इसकी वेटिंग पीरियड और सब-लिमिट को समझ लेने की जरूरत है।
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