Sunday, October 22, 2023

लोकसभा चुनाव से पहले I.N.D.I.A. गठबंधन की गांठें हुई ढीली, PDA के सहारे अखिलेश यादव

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (SP) के बीच सीट बंटवारे को लेकर जारी विवाद के बीच दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच जुबानी जंग ने I.N.D.I.A. गठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस से बढ़ती तनातनी के बीच अब समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वह I.N.D.I.A. गठबंधन के भरोसे नहीं, बल्कि PDA फॉर्मूले यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक के बूते NDA की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को हराएंगे। अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर PDA का जिक्र किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर किए गए इस पोस्ट में हालांकि, उन्होंने I.N.D.I.A. के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया है, जिससे SP के गठबंधन में बने रहने को लकर सवाल खड़े हो गए हैं। अखिलेश का यह पोस्ट ऐसे समय आया है जब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाने को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गतिरोध उत्पन्न होने की खबरें आ रही हैं। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में 2024 के चुनाव में 'PDA' के मुद्दे पर चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है। अखिलेश यादव ने रविवार सुबह X पर एक पोस्ट शेयर कर SP कार्यकर्ता की एक तस्वीर शेयर की है, जिसकी पीठ पार्टी के लाल और हरे रंग में रंगी हुई है। कार्यकर्ता की पीठ पर हिंदी में लिखा है, "मिशन 2024, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद...नेताजी (मुलायम सिंह यादव) अमर रहें। अखिलेश यादव जिंदाबाद... 'पीडीए' सुनिश्चित करेगा कि इस बार चुनाव में अखिलेश यादव की जीत हो। अखिलेश यादव सुनिश्चित करेंगे कि गरीबों को न्याय मिले।..." दोनों पार्टियों के बीच दरार तब शुरू हुई जब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने सहयोगी दल के लिए कोई सीट नहीं छोड़ी। समाजवादी पार्टी इस कदम को विश्वासघात के रूप में देख रही है, क्योंकि उसने दावा किया है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में पार्टी को सीटों का आश्वासन दिया था। इसके बाद से ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस से पूछा गठबंधन करेंगे या नहीं? समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कांग्रेस से सवाल किया कि वह बताए कि सपा के साथ गठबंधन करेगी या नहीं। उन्होंने कहा, "समाजवादी पार्टी को कांग्रेस धोखे में न रखे क्योंकि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से लड़ने वाली पहली पार्टी सपा है। कांग्रेस को जब जरूरत होगी तब सपा ही उसके काम आएगी।" हरदोई में पत्रकारों से कहा, "हमें बता देते कि प्रदेश स्तर पर हमें कोई गठबंधन नहीं करना है। राष्ट्रीय स्तर पर जो चुनाव होगा उसमें ही गठबंधन होगा।" उन्होंने कहा, "आपने (कांग्रेस नेताओं ने) बुलाया, आपने बातचीत की। आप (कांग्रेस) हमसे सीधा कह दें कि समाजवादियों की हमें कोई जरूरत नहीं, हम आपसे वादा करते हैं कि हम एक बार भी गठबंधन की बात नहीं करेंगे। मुझे कांग्रेस के लोग बोल दें कि हमें समाजवादी पार्टी से गठबंधन नहीं करना हैं। वे हमारे खिलाफ साजिश तो न करें, हमें धोखा तो न दें। अगर उन्हें गठबंधन करना है तो करें, नहीं करना है तो हमें साफ बता दें, ताकि हम अपनी तैयारी करें और भाजपा को हरा सकें।" होगा 24 का चुनाव PDA का इंक़लाब pic.twitter.com/K7RUPKPxl6 — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 22, 2023 कांग्रेस का पलटवार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं देने से नाराज सपा प्रमुख ने पिछले दिन संकेत दिया था कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी से वैसा ही बर्ताव मिल सकता है। सपा प्रमुख की नाराजगी के बाद कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि सपा उनकी पार्टी को दोष नहीं दे सकती, क्योंकि उसने कांग्रेस से पहले अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। उन्होंने कहा कि सपा अलग से चुनाव लड़कर BJP को मजबूती दे रही है। ये भी पढ़ें- MP Election 2023: कांग्रेस इस तरह व्यवहार करेगी, तो उसके साथ कौन खड़ा होगा, SP प्रमुख अखिलेश यादव ने क्यों कहा ऐसा? एमपी में सपा का प्रदर्शन मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 17 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए सपा ने अब तक 31 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। 2018 के मध्य प्रदेश चुनावों में समाजवादी ने आदिवासी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन में 1.30 प्रतिशत वोट हासिल करके एक सीट (बुंदेलखंड क्षेत्र में बिजावर) जीती और पांच पर दूसरे स्थान पर रही।

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