Monday, June 5, 2023

Morgan Stanley के MD रिधम देसाई ने कहा- तेजी के चरम पर नहीं पहुंचा बाजार, जानें किन सेक्टर्स से दूर रहने की दी सलाह

अगला दशक भारत के नाम होगा। बाजारों की तेजी तो बस अभी शुरू हुई है। Morgan Stanley इंडिया के MD रिधम देसाई ने CNBC- आवाज़ के साथ एक्सक्लूसिव बात की। रिधम भारत की इकोनॉमी को लेकर सुपर बुलिश हैं। रिधम देसाई ने कहा बैंक, NBFC, ऑटो और इंडस्ट्रियल सेगमेंट में बड़े मौके नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में अगले 12-24 महीने में बड़ी तेजी होगी। रिधम का मानना है कि IT शेयरों में अब बहुत बड़ी गिरावट आने की आशंका नहीं है। उनका कहना है कि US में आने वाली मंदी इस भाव में शामिल है। मॉर्गन स्टैनली की सालाना बैठक के बाद रिधम देसाई ने किसी बिजनेस चैनल को सबसे बड़ा और सबसे पहला इंटरव्यू दिया है। पेश है Morgan Stanley के MD रिधम देसाई और CNBC- आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल के बीच बातचीत के प्रमुख संपादित अंश- पिछले 10 साल में क्या बदलाव आए, आगे क्या फायदा ? रिधम ने इसके जवाब में कहा कि भारत बड़े बदलाव की ओर जा रहा है। देश की विदेशी निवेशकों पर निर्भरता कम हुई है। PF-NPS के बाजार में निवेश से फायदा हुआ है। बाजार में रिटेल की भूमिका बढ़ गई है। सरकार ने FDI पर फोकस बढ़ा दिया है। FPIs की बिकवाली का असर कम हुआ है। क्या ये इंडिया का टाइम है ? बिलकुल ये इंडिया का टाइम है। PLI, कॉरपोरेट टैक्स में कमी से फायदा होगा। चीन के बाद इस समय दुनिया भर में भारत ही अच्छा विकल्प है। इस समय भारत में आय और कंजम्पशन दोनों बढ़ी है। बड़े ब्रैंड्स की भारत में कमाई बढ़ने की उम्मीद है। PVR Inox का सस्ता ऑप्शन देगा तगड़ा मुनाफा, NAV Investment के 3 एफएंडओ कॉल्स निवेशकों को करेंगे मालामाल फेड ब्याज बढ़ाए और RBI घटाए, क्या संभव है? क्या घटेंगी ब्याज दरें ? रिधम ने कहा कि फेड की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका कम है। US में मंदी का भारतीय बाजार पर असर दिखता रहा है। भारत की पॉलिसी काफी हद तक घरेलू हालात पर निर्भर है। भारतीय बाजार अब विदेशी निवेशकों पर निर्भर नहीं हैं। भारतीय बाजार अब अमेरिका की ग्रोथ से प्रभावित नहीं होते हैं। क्या बाजार में अभी बड़ी तेजी बाकी है ? देसाई ने कहा ये तेजी का दौर है। बाजार में बड़ी तेजी है, लेकिन उतार-चढ़ाव भी होगा। बाजार अभी तेजी के चरम पर नहीं पहुंचा है। आम लोगों के लिए लंबे समय का निवेश बेहतर होता है। बहुत कम लोग ही ट्रेडिंग में कामयाब हो पाते हैं। बाजार में अभी नई तेजी की तो बस शुरुआत हुई है। IT और ऑटो सेक्टर में क्या करें ? US में संभावित मंदी का असर भाव में आ चुका है। 3-4 साल तक AI से फायदा होगा लेकिन आगे इससे नुकसान संभव है। AI से जुड़ी कोडिंग में भारतीय इंजीनियर माहिर हैं। अमेरिका में मंदी गहराई तो शेयर पर असर संभव है। ऑटो सेक्टर पर नजरिया बताते हुए उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में अगले 12-24 महीने में बड़ी तेजी संभव है। ऑटो सेक्टर में लोन देने वाली कंपनियों को भी फायदा होगा। बैंक और NBFCs सेक्टर में क्या करें ? रिधम देसाई ने इस जवाब में कहा कि बैंक और NBFCs में बहुत दम है। बैंकों की कमाई अभी और बढ़नी है। 6 से 12 महीने में NBFCs में ज्यादा तेजी दिखेगी। निजी सेक्टर का कर्ज घटकर अब GDP का 57% ही है। NPAs साफ हुए हैं। बैंकों के असेट में सुधार नजर आया है। भारत में लंबे समय की तेजी दिख रही है। सभी NBFCs को फंड लागत में कमी का फायदा मिलेगा। MC Interview: रिकॉर्ड हाई लगाने में बाजार को कुछ और समय लग सकता है- मिलन वैष्णव तेजी वाले दूसरे सेक्टर्स कौन से हैं ? कमाई वाले सेक्टर्स के बारे में रिधम ने कहा कि इंडस्ट्रियल सेक्टर में आगे अच्छी तेजी संभव है। 5 साल में प्राइवेट कैपेक्स दोगुना हो जाएगा। कैपेक्स बढ़ने से इंडस्ट्रियल सेक्टर को फायदा होगा। PE का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। किस सेक्टर से बचने की जरूरत है ? बचके रहने वाले सेक्टर्स पर उन्होंने कहा कि ग्लोबल मार्केट से सीधे जुड़े सेक्टर्स में थोड़ी चिंता है। ग्लोबल कमोडिटी सेक्टर में थोड़ी मंदी संभव है। ग्लोबल सेक्टर्स में डिमांड की दिक्कत है। टेलीकॉम, यूटिलिटी का कमजोर प्रदर्शन संभव है। डिफेंसिव सेक्टर प्रदर्शन सुस्त रह सकता है। (डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)      

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