Sunday, June 4, 2023

Balasore Train Accident: ट्रेन हादसे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल, एक्सपर्ट पैनल से जांच कराने की मांग

Odisha Train Accident Updates: ओडिशा के बालासोर जिले के बाहानगा बाजार में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे के बाद बुलडोजर और क्रेन की मदद से शनिवार रातभर में अधिकतर रेल पटरियों से रेलगाड़ियों के क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटा दिया गया। फिलहाल, पटरियों की मरम्मत का काम जारी है, ताकि पूर्वी एवं दक्षिणी भारत को जोड़ने वाली मुख्य ट्रंक लाइन पर रेल सेवा बहाल की जा सके। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसे के दौरान टूटी इलेक्ट्रिक लाइन और पटरियों की मरम्मत का काम भी जारी है। केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार तड़के दुर्घटनास्थल का दौरा किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओड़िशा के बालासोर जिले में हुई भीषण रेल दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में बदलाव के कारण हुई है। वैष्णव ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि दुर्घटना के कारण और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा कि रेल हादसे की जांच पूरी हो चुकी है और रेल सुरक्षा आयोग जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। रेल मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि कोरोमंडल एक्सप्रेस दो मई की शाम करीब 7 बजे एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे इसके अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे उसी समय वहां से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के कुछ पिछले डिब्बों पर पलट गए। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को हुए रेल हादसे की जांचकर्ता मानवीय त्रुटि, सिग्नल फेल होने और अन्य संभावित पहलुओं से जांच कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला इस बीच, अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर कर इस भीषण रेल हादसे की जांच सर्वोच्च अदालत के किसी रिटायर्ड जज की निगरानी में कराने की अपील की गई है। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के अवकाश प्राप्त जज की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया जाए। ये जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने दाखिल की है। PIL filed in SC seeking direction to Centre for setting up inquiry commission headed by retired apex court judge to probe cause of train accident in Odisha's Balasore district — Press Trust of India (@PTI_News) June 4, 2023 लाइव लॉ के मुताबिक, वकील विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट से एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ पैनल द्वारा ट्रेन दुर्घटना की जांच की मांग करते हुए जनहित याचिका दायर की है। इस याचिका में उन्होंने सभी ट्रेनों में कवच सिस्टम को तुरंत लागू करने के लिए दिशानिर्देश जारी करने की अपील की है। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि आयोग में तकनीकी विशेषज्ञ भी शामिल हों। याचिका में ये मांग भी की गई है कि रेलवे के सुरक्षित यातायात के लिए बनाई गई कवच और अन्य सुरक्षा सिस्टम, तकनीक और उनके मानकों की गहन जांच पड़ताल हो। ट्रेन हादसे की वजह की पहचान हुई रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में ट्रेन हादसे की असल वजह की पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा कि हादसे से प्रभावित हुई पटरियों की सामान्य सेवाओं के लिए बुधवार तक मरम्मत किए जाने की उम्मीद है। दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हादसे की वजह रेलवे सिग्नल के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओड़िशा के बालासोर जिले में हुई भीषण रेल दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में बदलाव के कारण हुई हैलिए अहम प्वाइंट मशीन और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से संबंधित है। ये भी पढ़ें- Train Accident: कैसे काम करता है इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम, जिसकी वजह से हुआ ओडिशा रेल हादसा वैष्णव ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में किए गए बदलाव की पहचान कर ली गई है जिसके कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने इस घटना का कवच सिस्टम से कोई संबंध होने से इनकार किया। रेलवे अपने नेटवर्क में कवच सिस्टम उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है, ताकि रेलगाड़ियों के आपस में टकराने से होने वाले हादसों को रोका जा सके। अब तक 275 की मौत ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना (Odisha Chief Secy Pradeep Jena) ने रविवार को बताया कि बालासोर ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या 288 नहीं, बल्कि 275 है। प्रदीप जेना ने कहा कि कल शनिवार को रेलवे ने साझा किया था कि मरने वालों की संख्या 288 हो चुकी है। कल रात DM और उनकी पूरी टीम ने एक-एक शव की जांच की। DM द्वारा डेटा की जांच की गई और पाया गया कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई है, इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन हादसे में 1,175 घायलों में से अब तक 793 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।

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