Cadbury Bournvita का नया ऐड आपने देखा है? बाल दिवस (Children's Day) के मौके पर आए इस ऐड को लेकर सोशल मीडिया पर खूब बातें हो रही हैं। कुछ लोगों को यह ऐड पसंद आया है, जबकि कई लोग इसे फ्लॉप बता रहे हैं। क्या खास है इस ऐड में? कैडबरी की पेरेंट कंपनी Mondelez India ने इस ऐड के जरिए बच्चों के माता-पिता को एक अहम मैसेज देने की कोशिश की है। इस मैसेज को ध्यान में रख इस कंपेन का नाम कंपनी ने 'Forced Pack' रखा है। इस ऐड के जरिए मातापिता को बच्चों के करियर सेलेक्शन को लेकर संवेदनशील बनने की सलाह दी गई है। इसका मैसेज यह है कि मातापिता को करियर के मामले में बच्चों पर अपनी पसंद नहीं थोपनी चाहिए। उन्हें बच्चों को वही करने देना चाहिए, जिसे वे करना चाहते हैं। कंपनी ने ऐड में क्या दिखाया है? कंपनी ने अपनी बात कहने के लिए बोर्नविटा को ऐसे पैक (Containers) में रखा है, जिनका इस्तेमाल आम तौर पर दूसरे प्रोडक्ट्स को रखने के लिए किया जाता है। जैसे Tissue holder, disinfectant, ketchup bottle। यह देखने में अजीब लगता है। दरअसल, कंपनी इसके जरिए यह बताना चाहती है कि मातापिता को अपने बच्चों को उस काम (profession) के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए, जिसके लिए वे नहीं बने हैं। यह भी पढ़ें : Work from Home के खिलाफ Unacademy के सीईओ, सभी फाउंडर्स को दी इसे बंद करने की सलाह एक हफ्ते में यूट्यूब पर मिल चुके हैं 50 लाख व्यूज इस ऐड कंपेन को Ogilvy Mumbai ने तैयार किया है। इसे सभी प्लेटफॉर्म्स पर प्रमोट किया गया है। यह वायरल हो गया है, क्योंकि 10 नवंबर को लॉन्च होने के बाद से यूट्यूब पर 50 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कंपनी का मकसद disinfectant की बोतल में बेवेरज को दिखाकर लोगों को चौंकाना था तो यह कंपेन कामयाब रहा है। सोशल मीडिया पर यूजर्स की अलग-अलग राय इस ऐड कंपेन को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन दिख रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे प्रभावित करने वाला बताया है तो कई यूजर्स का मानना है कि कंपनी का तीर निशाना भटक गया है। एडवर्टाइजिंग और मार्केटिंग कम्युनिटी में कई लोगों की राय है कि इसे बनाने का मकसद एडवर्टाइजिंग अवॉर्ड जीतना है। बॉम्बे सेविंग कंपनी के फाउंडर सीईओ शांतनु देशपांडे ने इस ऐड के बारे में LinkedIn पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने लिखा है कि उन्हें Bournvita ब्रांड पसंद है, लेकिन यह ऐड पसंद नहीं आया। उनका मानना है कि इस कंपेन में मैसेज देने के लिए अपनाया गया तरीका ठीक नहीं है। ऐसा लगता है कि कंपनी कोई ऐसी बात बता रही है, जिसे अब तक लोग नहीं जानते थे। उनके पोस्ट पर 92 कमेंट्स आये हैं। इंडिपेंडेंट ब्रांड और मार्केटिंग एडवाइजर संजीव कोटनाला ने ट्विटर पर लिखा है कि यह ऐड बगैर मकसद से भटक जाता है। एक दूसरे यूजर ने लिखा है कि वह इस कंपेन के संदर्भ को लेकर कनफ्यूज्ड है। इस ऐड में जो बातें बताई गई हैं, वे सही हैं। लेकिन, ऐड कंपेन में टेक्स्ट को पढ़े बगैर आप यह नहीं जान सकते कि यह क्या बताने की कोशिश कर रहा है। कुछ यूजर्स ने इस ऐड कंपनी की तारीफ भी की है। एक यूजर ने लिखा है कि कभी-कभी आपको ऐसा ऐड दिखता है जो ऐसा शानदार होता है। इसमें एक असाधारण मैसेज देने के लिए ब्रांड पावर का इस्तेमाल किया गया है। यह सही है कि बच्चों के हित में इस ऐड के जरिए मातापिता को टारगेट किया गया है।
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