Election Commission Vs Rahul Gandhi: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (7 अगस्त) को कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर धांधली करके भारतीय जनता पार्टी (BJP) को फायदा पहुंचाया गया। उन्होंने 'वोट चोरी' शीर्षक से पत्रकारों के समक्ष कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के वोटर लिस्ट के आंकड़े पेश कर धांधली का दावा किया। राहुल गांधी ने कहा कि कथित चुनाव धांधली के सबूत जुटाने में कुल छह महीने का समय लगा है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग (ECI) वोटर लिस्ट को मशीन के पढ़ने योग्य (मशीन रीडेबल) डेटा उपलब्ध नहीं करा रहा है ताकि ये सब पकड़ा नहीं जा सके।
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से मांगा जवाब
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी से वोटर लिस्ट से बाहर किए गए मतदाताओं और अयोग्य वोटर्स के नाम साइन करके घोषणापत्र के साथ शेयर करने को कहा है। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है। ANI के मुताबिक इसमें कहा गया है, "ज्ञात हुआ है कि आज आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपने पैरा 3 में उल्लिखित मतदाता सूची में अपात्र मतदाताओं को शामिल करने और पात्र मतदाताओं को बाहर करने का उल्लेख किया था। आपसे अनुरोध है कि आप मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के नियम 20(3)(b) के अंतर्गत संलग्न घोषणा/शपथ पर साइन करके ऐसे मतदाताओं के नाम सहित वापस भेजें ताकि आवश्यक कार्यवाही शुरू की जा सके।"
कर्नाटक में गड़बड़ी का लगाया सबसे बड़ा आरोप
राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी टीम ने बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के डेटा का विश्लेषण किया और फिर गड़बड़ी का पता किया। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में छह में पिछड़ गई, लेकिन महादेवपुरा में उसे एकतरफा वोट मिला। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 मतों की चोरी की गई।
उन्होंने कहा, "एक पते पर 50-50 मतदाता थे...कई जगहों पर नाम एक थे, फोटो अलग अलग थे।" कांग्रेस नेता ने कहा, "हमारे संविधान में जो बातें निहित हैं वो इस तथ्य पर आधारित हैं कि एक व्यक्ति को एक वोट का अधिकार होगा। सवाल यह है कि अब यह विचार कितना सुरक्षित है कि एक व्यक्ति को एक वोट अधिकार मिलेगा?" राहुल गांधी ने कहा, "पिछले कुछ समय से जनता में एक संदेह था। सत्ता विरोधी माहौल दल के खिलाफ होता है, लेकिन भाजपा इकलौती ऐसी पार्टी जिसके खिलाफ यह माहौल नहीं होता।"
हरियाणा का भी किया जिक्र
रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा कि सर्वेक्षण कुछ कह रहे थे, लेकिन नतीजे कुछ और हो गए। कांग्रेस नेता ने कहा, "जब EVM नहीं था तो पूरा देश एक दिन वोट करता था, लेकिन आज के जमाने में कई चरणों में मतदान होता है...ऐसे में लंबे समय से संदेह की स्थिति थी।"
महाराष्ट्र चुनाव में भी गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में पांच महीनों के भीतर इतने मतदाताओं के नाम जोड़ दिए गए, जो पहले पांच साल की अवधि में नहीं जोड़े गए थे। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान एक करोड़ मतदाता बढ़ गए। हम निर्वाचन आयोग के पास गए...हमने पूरी निश्चितता के साथ यह कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव की चोरी की गई।"
उनके अनुसार, निर्वाचन आयोग ने मशीन से पढ़ने योग्य (मशीन रीडबल) मतदाता सूची देने से इनकार कर दिया। राहुल गांधी ने कहा, "पहले हमारे पास इसका सबूत नहीं था कि BJP के साथ मिलकर धांधली की जा रही है...इसके बाद हमने इसका पता लगाने का फैसला किया।"
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राहुल गांधी ने बीते 1 अगस्त को दावा किया था कि चुनाव आयोग 'वोट चोरी' में शामिल है। इस बारे में उनके पास ऐसा पुख्ता सबूत है जो 'एटम बम' की तरह है जिसके फटने पर आयोग को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी। चुनाव आयोग ने उनके आरोपों को आधारहीन और निंदनीय करार दिया था। ECI ने कहा था कि अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने चुनाव आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है।
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