Monday, July 7, 2025

400 साल पुराने मंदिर के गर्भगृह में छिपा है 'बेशकीमती खजाना'! गढ़पहरा के हनुमान जी के यहां इसीलिए पहुंचते हैं लोग?

मध्य प्रदेश के सागर जिले में गढ़पहरा में हनुमान जी की दशकों पुरानी मूर्ति है। इस प्रसिद्ध मंदिर में आषाढ़ के मंगलवार को सागर जिले के साथ ही दूसरे राज्यों के लोग दर्शन करने आते हैं। इस दिन यहां भीड़ इतनी होती है कि पूरे मंदिर परिसर में पैर रखने की जगह नहीं होती है। दरअसल 8 जुलाई को आषाढ़ का आखिरी मंगल है और यह हनुमान जी के लिए काफी प्रिय दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यही वजह है कि इस दिन मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ता है। वैसे यहां आने को लेकर एक वजह इस मंदिर को लेकर एक पौराणिक मान्यता भी है जो लोगों को अपनी ओर खींचता है।

नेशनल हाईवे 44 से कनेक्टिविटी होने की वजह से यहां लोग आसानी से पहुंच जाते हैं। बता दें कि यह सागर सिटी से सिर्फ 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आइए आपको बताते हैं गढ़पहरा में हनुमान जी को लेकर आखिर क्या है मान्यता।

खजाने की तलाश में पहुंचते हैं लोग

गढ़पहरा के हनुमान जी का मंदिर करीब 400 साल पुराना माना जाता है। मंदिर किले के बाहर पहाड़ी छोर पर बना हुआ है। जानकारी के मुताबिक, गढ़पहरा में सैकड़ो साल तक रजवाड़ी शासन रहा है। हालांकि हनुमान जी की स्थापना किसने करवाई थी या हनुमान जी यहां कैसे आए थे इसे लेकर कोई प्रमाणिक जानकारी नहीं है। लेकिन यहां हनुमान जी से जुड़ी अलग-अलग तरह की किवदंतियां सुनने को मिलती है।

हनुमान जी करते हैं खजाने की रक्षा!

लोगों में ये कहानी सबसे ज्यादा प्रचलित है कि, किले में मौजूद खजाने की सुरक्षा के लिए हनुमान जी स्वयं इस किले पर विराजमान है। वो सैकड़ो सालों किले की रक्षा कर कर रहे हैं और जो खजाना राजाओं महाराजाओं के समय किले में था। बातें ये भी चलती है कि किस्मत वाले को यह खजाना मिलेगा। यही वजह है कि लोग अपना भाग्य आजमाने के लिए यहां रात-रात भर किले में मंदिर के आसपास और पहाड़ी पर खुदाई किया करते थे।

हालांकि ऐसा करने से इस स्थल की ऐतिहासिक धरोहर को लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए भारतीय पुरातत्व विभाग एक्शन में आया और गार्ड्स तैनात किए। वो अब यहां आने वाले लोगों पर नजर रखते हैं। वैसे इस किले और शीश महल में आज भी खजाना ढूंढने के लालच में की गई खुदाई के निशान देखने को मिलते है।

रोड बनाने को लेकर हो रही खुदाई में मिले थे खजाने से भरे घड़े

आज से कुछ साल पहले गढ़पहरा के पास जब नेशनल हाईवे 44 बनाने के लिए इस पहाड़ी को काटकर बनाया जा रहा था तब एक जेसीबी चालक को खजाने से भरे चार घड़े मिले थे। जब इसकी खबर आसपास के क्षेत्र में फैली और लोग यहां पहुंचे तो दर्जनों लोगों को सोने के सिक्के मिले थे जो आज भी इस इलाके में चर्चा का विषय है। इसके अलावा हनुमान जी से जुड़ी एक और मान्यता ये है कि हनुमान जी की प्रतिमा के नीचे है खजाना है। स्थानीय सेवादार बताते हैं कि जब रानी ने राजा की प्रेमिका नटनी को मरवा दिया था तब सारा राजपाट राजा हनुमान जी को सौंप गए थे। बाद में उनकी मूर्ति बनाई गई और उसी मूर्ति के नीचे खजाने होने की बातें चलती है।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/iYHSk93
via

No comments:

Post a Comment