Stock Market :4 सितंबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स निफ्टी 25,200 के आसपास ही रहा और अंत में इसके नीचे बंद हुआ। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 202.80 अंक या 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 82,352.64 पर बंद हआ। वहीं, निफ्टी 81.10 अंक या 0.32 फीसदी की गिरावट के साथ 25,198.70 पर बंद हुआ। आज लगभग 1852 शेयरों में तेजी आई, 1935 शेयरों में गिरावट आई और 90 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। एशियन पेंट्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, एचयूएल, अपोलो हॉस्पिटल्स और सन फार्मा निफ्टी पर सबसे ज्यादा लाभ कमाने वाले शेयरों में शामिल रहे। जबकि विप्रो, कोल इंडिया, ओएनजीसी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और एमएंडएम में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
सेक्टोरल फ्रंट पर नजर डालें तो एफएमसीजी, रियल्टी और फार्मा में 0.5 फीसद की बढ़त हुई, जबकि ऑटो, बैंक, ऊर्जा, आईटी और मेटल में 0.4-1 फसदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुआ।
5 सितंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि कमजोर अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग आंकड़ों से चेतावनी के संकेत अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी के बारे में चिंता को बढ़ा रहे हैं, जिससे घरेलू इंडेक्सो में गिरावट आई है। इसके अलावा, सुस्त चाइनीज ग्रोथ संभावनाओं ने तेल की कीमत में गिरावट को नौ महीने के निचले स्तर पर पहुंचा दिया है। बाजार के लिए किसी घरेलू ट्रिगर्स की कमी के कारण अब बाजार की नजर ग्लोबल संकेतों पर रहेगी, यही अब बाजार की दिशा तय करेंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण बाजारों ने अपनी बढ़त का सिलसिला रोक दिय और करीब 0.50 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। दूसरे एशियाई बाजारों की तरह, अमेरिकी बाजारों में गिरावट के बाद निफ्टी इंडेक्स में भी गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, कारोबारी सत्र के आगे बढ़ने के साथ ही हैवीवेट शेयरों में चुनिंदा खरीदारी ने नुकसान को कम करने में मदद मिली। इसके चलते इंडेक्स अंततः 0.3 फीसदी की गिरावट के साथ 25,198 पर बंद हुआ। सेक्टर के हिसाब से देखें तो रुझान मिला-जुला रहा। फार्मा, रियल्टी और एफएमसीजी सेक्टर में बढ़त देखने को मिली। जबकि आईटी और मेटल सेक्टर में मुनाफावसूली आई।
बाजार का यह कदम यह दर्शाता है कि तेजड़िए अभी भी अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए हैं। हालांकि ग्लोबल दबाव बढ़ने पर कंसोलीडेशन हो सकता है। इस समय चुनिंदा क्वालिटी स्टॉक्स का चयन और जोखिम मैनेजमेंट पर फोकस करने की सलाह है। निफ्टी के लिए 24,850-25,000 के जोन में मजबूत सपोर्ट बना हुआ है।
स्पेशियलिटी केमिकल में मिल सकते हैं कई विनर, आईटी और मेटल में भी रहेगी तेजी - तुषार प्रधान
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी ने आज ऑवरली चार्ट पर ट्रेंड लाइन से नीचे गिरकर अपने ऊपर की ओर के रुझान को तोड़ दिया। हालांकि, इंडेक्स को ऐतिहासिक स्विंग हाई पर शुरुआती समर्थन मिला। अब आगे इंडेक्स 25,080 और 25,250 के बीच कंसोलीडेट हो सकता है। 25,080 से नीचे की गिरावट 24800-24750/24500 की ओर आगे के करेक्शन को ट्रिगर कर सकती है। जबकि 25,236 से आगे बढ़ने पर निफ्टी और ऊपर के स्तर देखने को मिल सकते हैं।
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