हाल में एक व्यक्ति ने बताया कि एक मिड साइज ब्रोकरेज फर्म के एंप्लॉयी ने उससे संपर्क किया था। उसने एक ऐप डाउनलोड कर ट्रेडिंग शुरू करने की सलाह दी थी। उसने नए ट्रेडिंग आइडियाज के लिए एक व्हाट्सअप ग्रुप ज्वाइन करने को कहा था। दरअसल, व्हाट्सअप और टेलीग्राम पर ऐसे कई ग्रुप हैं, जिन्हें ज्वाइन करने के लिए नए लोगों को कहा जाता है। उन्हें दूसरे निवेशकों के मोटा मुनाफे कमाने के उदाहरण बताए जाते हैं। कई बार तो जालसाज बड़ी ब्रोकरेज फर्मों के ऐप से मिलते जुलते ऐप तक बनवा लेते हैं। ऐसे जालसाजों से आपको सावधान रहने की जरूरत है।
जानिए मैक्सिमम कितना रिटर्न मिल सकता है
अगर आप नए निवेशक हैं तो सबसे पहले आपके लिए यह जान लेना जरूरी है कि किसी फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश से ज्यादा से ज्यादा कितना रिटर्न कमाया जा सकता है। रजिस्टर्ड इनवेस्टमेंट एडवाइजर आशीष चड्ढा का कहना है कि निवेशक को सबसे पहले 10 साल के सरकारी बॉन्ड की यील्ड को देखना चाहिए। अगर यील्ड 7 फीसदी है तो इससे काफी ज्यादा रिटर्न की उम्मीद करना व्यवहारिक नहीं है। अगर आपको कोई व्यक्ति इससे काफी ज्यादा रिटर्न का वादा करता है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए।
फटाफट रिटर्न के लिए किसी नए इंस्ट्रूमेंट में न करें निवेश
क्या किसी फाइनेंशियल प्रोडक्ट के डिस्ट्रिब्यूटर ने पैसा पर कई गुना रिटर्न देने वाले किसी खास सेक्टर में आपको निवेश करने को कहा है? अगर हां तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। अगर आपको किसी नए सेक्टर में निवेश करना है तो आप म्यूचुअल फंडों के थिमैटिक या सेक्टर फंड में निवेश कर सकते हैं। पिछले कुछ सालों में ऐसे फंडों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। इससे मार्केट में कई ऐसे नए फंड आए हैं। हाल में मुंबई में आयोजित मनीकंट्रोल के सालाना म्यूचुअल फंड कॉन्फ्रेंस में फंड मैनेजरों की राय थी कि ऐसे सेबी रेगुलेटेड फंडों में निवेश करने में ज्यादा रिस्क नहीं है। हालांकि, आपको इनमें भी सोचसमझ कर निवेश करना चाहिए।
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किसी एसेट में निवेश से पहले उसे समझ लें
एक्सपर्ट्स का कहना है कि जालसाज आपको बेवकूफ इसलिए बना देते हैं क्योंकि आपके मन में लालच होता है। आप जल्द से जल्द मोटी कमाई करना चाहते हैं। जालसाज आपके इस माइंडसेट का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे जालसाज तब सक्रिय होते हैं, जब किसी एसेट पर लोग आंख बंदकर निवेश कर रहे होते हैं। उदाहरण के लिए जब क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें तेजी से चढ़ रही थीं तब फिनफ्लूएंसर्स क्रिप्टो में निवेश करने की सलाह देते थे। लेकिन, जब इसकी कीमतों में तेज गिरावट आई तो वे गायब हो गए। लेकिन, उनके कहने पर क्रिप्टो में मेहनत की कमाई के पैसे का निवेश करने वाले निवेशकों को काफी नुकसान उठाना पड़ा।
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