Saturday, April 20, 2024

Daily Voice: जब तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट नहीं आती तब तक 2024 में 75 बेसिस प्वाइंट रेट कट नामुमकिन

मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के पोर्टफोलियो मैनेजर अरिंदम मंडल ने मनीकंट्रोल को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि मौजूदा बाजार सेंटीमेंट अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दो से कम दरों में कटौती की उम्मीद का संकेत दे रहा है। हालांकि जब तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट नहीं आती तब तक 2024 में यूएस फेड रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती नामुमकिन लग रही है।

बढ़ती महंगाई इक्विटी बाजार के लिए एक बड़ी शॉर्ट टर्म चुनौती

निवेश प्रबंधन में 14 सालों से ज्यादा का अनुभव रखने वाले अरिंदम का कहना है कि बढ़ती महंगाई इक्विटी बाजार के लिए एक बड़ी शॉर्ट टर्म चुनोती है। उनका कहना है, लंबे समय तक महंगाई के ऊंचे स्तर पर बने रहने की आशंका साकार होती दिख रही है।

वर्तमान जियो पोलिटिकल तनाव और बाजार पर इसके असर पर बात करते हुए अरिंदम मंडल ने कहा जब हम किसी भी संकट के दौर से गुजरते हैं तो हम सतर्क रहते हैं। हालांकि इस समय हमारा फोकस मैक्रोइकोनॉमिक एनालिसिस पर नहीं है फिर भी हम "द ग्रेट रप्चर: थ्री एम्पायर्स, फोर टर्निंग पॉइंट्स, एंड द फ्यूचर ऑफ ह्यूमैनिटी" के लेखक विक्टर श्वेत्स जैसे जाने माने मैक्रोइकॉनॉमिस्टों का अनुसरण करते हैं। बदलती जियो पोलिटिकल स्थिति , महंगाई और इक्विटी बाजार में निवेश के भविष्य के बारे में श्वेत्स का नजरिया बहुत ही ज्ञानवर्धक है।

 जियोपोलिटिकल स्थिति के बारे में कोई भविष्यवाणी करना मुश्किल 

मैं यहां विक्टर के उन विचारों से सहमत हूं जिसमें उन्होंने कहा थी कि 2010 की शुरुआत ने शांति के युग के अंत का संकेत दिया और यहां से एक अशांत जियो पोलिटिकल युग की शुरुआत हुई जिसके आगे सालों तक जारी रहने की संभावना है। बढ़ते संघर्षों इस संक्रमण काल को कोल्ड बनाम हॉट वॉर की दुविधा कहा जा सकता है। कोल्ड वॉर से हॉट वार की तरफ बढ़ती दुनिया की नियति अमेरिका, चीन और कम उदार यूरेशिया की आर्थिक शक्ति और सामाजिक एकजुटता पर निर्भर करेगी। कुल मिलाकर कहें तो आगे की जियोपोलिटिकल स्थिति के बारे में कोई भविष्यवाणी करना मुश्किल है।

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बॉटम-अप स्टॉक सेलेक्शन की रणनीति 

इस पृष्ठभूमि में लंबी अवधि के निवेश के नजरिए से अमेरिका और भारत के बाजार काफी अच्छे लग रहे है। ऐसे में मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के ग्लोबल पोर्टफोलियो में अमेरिकी शेयरों का बोलबाला है। इस पोर्टफोलियो में उच्च गुणवत्ता वाली ग्रोथ और सिक्लिकल कंपनियों के बीच संतुलित आवंटन के साथ बॉटम-अप स्टॉक सेलेक्शन की रणनीति अपनाई गई है जो हमें महंगाई से सुरक्षा प्रदान कर सकती है।

लॉन्ग टर्म के नजरिए से अमेरिका और भारत के बाजार ज्यादा अच्छे

इस समय कौन से देश निवेश के लिए आकर्षक दिख रहे हैं? इसका जवाब देते हुए अरिंदम मंडल ने कहा कि वैल्यूएशन से जुड़ी चिंताओं, विशेष रूप से हाई प्राइस -टू-अर्निंग अनुपात ने चीन, जापान और यूरोप जैसे विकसित बाजारों में रुचि बढ़ा दी है। वैल्यूएशन के लिहाज से ये बाजार इस समय अच्छे दिख रहे हैं। इन बाजारों में शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के नजरिए से अच्छे मौके हो सकते है। लेकिन लॉन्ग टर्म के नजरिए से अमेरिका और भारत के बाजार ज्यादा अच्छे दिख रहे हैं।

इंडस्ट्रियल और चाइना प्लस वन थीम से जुड़ी कंपनियां नजर आ रही अच्छी

भारतीय बाजार पर बात करते हुए अरिंदम मंडल ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 संभवतः वित्त वर्ष 2008 के बाद से निफ्टी EPS रिवीजन के लिए सबसे बेहतर साल है। मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स का बाजार को लेकर नजरिया मोटे तौर पर पॉजिटिव बना हुआ है। लेकिन बाजार के कुछ सेक्टरों विशेष रूप से स्मॉल और मिड-कैप सेक्टर को वैल्यूशन से जुड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय लार्जकैप स्टॉक सबसे बेहतर स्थिति में नजर आ रहे हैं। निवेश की सबसे बेहतर थीम्स क्या हैं? इस पर बात करते हुए अरिंदम मंडल ने कहा कि इस समय प्रीमियम सेगमेंट को कैटर करने वाली खपत और सर्विस के जुड़ी कंपनियां, इंडस्ट्रियल और चाइना प्लस वन थीम से जुड़ी कंपनियां अच्छी नजर आ रही हैं।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।



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