Friday, July 21, 2023

Market outlook: बाजार की लगातार 6 दिनों की तेजी को लगा ब्रेक, जानिए 24 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market outlook:आज 21 जुलाई को बाजार में लगातार 6 दिनों की तेजी थमती दिखी। पहली तिमाही के नतीजों के बाद आईटी और एफएमसीजी शेयरों में आई कमजोरी को बाद बाजार आज लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 887.64 अंक या 1.31 फीसदी की गिरावट के साथ 66684.26 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 234.20 अंक या 1.17 फीसदी की गिरावट के साथ 19745 के स्तर पर बंद हुआ है। गैप-डउन के साथ शुरुआत के बाद, दिन चढ़ने के साथ बाजार में गिरावट बढ़ती गई। हालांकि, आखिरी घंटे में कुछ खरीदारी आई। इससे इंट्राडे घाटे की कुछ भरपाई करने में मदद मिली। इस हफ्ते के दौरान, बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 इंडेक्स में 1 फीसदी की बढ़त हुई है। इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचयूएल और रिलायंस इंडस्ट्रीज आज निफ्टी के टॉप लूजर रहे। जबकि एलएंडटी, ओएनजीसी, एनटीपीसी, एसबीआई और बीपीसीएल निफ्टी के टॉप गेनर रहे। सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तो आईटी में 4 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, एफएमसीजी में भी 1 फीसदी की गिरावट आई। मेटल इंडेक्स भी आज लगभग 1 फीसदी टूटा है। जबकि कैपिटल गुड्स इंडेक्स 1.7 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स मामूली बदलाव के साथ बंद हुए हैं। 24 जुलाई को कैसी रह सकती है बाजार की चाल कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि टेक-हैवी नैस्डैक में आई गिरावट ने इंफोसिस की लीडरशिप में लोकल सॉफ्टवेयर शेयरों में बड़े पैमाने पर करेक्शन की शुरुआत कर दी। इंफोसिस के कमजोर गाइडेंस के चलते मार्केट सेंटीमेंट कमजोर हुआ। हालांकि मार्केट के फंडामेंटल्स अभी भी मजबूत बने हुए हैं। टेक्निकली इंट्राडे चार्ट पर, निफ्टी ने 19825 के बड़े सपोर्ट को तोड़ दिया है। इस ब्रेकडाउन के बाद निफ्टी इस सपोर्ट के नीचे कारोबार कर रहा है। ये काफी हद तक निगेटिव संकेत है। इसके अलावा, डेली चार्ट पर तेज इंट्राडे करेक्शन और रिवर्सल फार्मेशन भी अस्थायी कमजोरी का संकेत दे रहा है। अगर निफ्टी 19825 के नीचे बना रहता तो कमजोरी जारी रहा सकती है और निफ्टी 19600-19550 तक फिसल सकता है। वहीं, अगर निफ्टी 19825 का स्तर पार करके मजबूती दिखाता है तो फिर ये तेजी 19900-19950 तक बढ़ सकती है। ऐसे में कॉन्ट्रा ट्रेडर्स 30 अंकों के सख्त स्टॉप लॉस के साथ 19550 के करीब लॉन्ग पोजीशन बना सकते हैं। Top trading picks: Nifty 20000 के करीब, 3-4 हफ्तों में छप्पर फाड़ कमाई के लिए इन 10 शेयरों पर लगाएं दांव बैंक निफ्टी के लिए 45800-45500 का स्तर काफी अहम अमोल की राय है कि बैंक निफ्टी के लिए 45800-45500 का स्तर काफी अहम होगा। इसके ऊपर बैंक निफ्टी 46500-46900 तक जा सकता है। दूसरी ओर  45500 से नीचे फिसलने पर और कमजोरी आती दिखेगी। बाजार की निगाहें अगले हफ्ते होने वाले यूएस फेड और ईसीबी नीति बैठक पर मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि घरेलू इक्विटी मार्केट ने 20000 के जोन से ठीक पहले विराम ले लिया। इंफोसिस द्वारा वित्त वर्ष 2024 का कमजोर गाइडेंस देने के बाद आईटी दिग्गजों में बिकवाली के कारण निफ्टी आज गिरावट के साथ खुला। निफ्टी आज 234 अंक (-1.2%) की गिरावट के साथ 19745 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, ब्रॉडर मार्केट का मिला-जुला रुख रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.4 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ। जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.7 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ है। पीएसयू बैंक और ऑटो को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए हैं। आईटी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और एफएमसीजी में सबसे ज्यादा गिरावट रही। अब सभी की निगाहें अगले हफ्ते होने वाले यूएस फेड और ईसीबी नीति बैठक पर होंगी। निवेशक अगले हप्ते जारी होने वाले विभिन्न मैक्रो डेटा से भी बाजार की संभावित चाल का अंदाजा लगाएंगे। नतीजों के सीज़न के तेजी पकड़ने के साथ बाजार में हमें स्टॉक विशेष ऐक्शन दिखने की उम्मीद है। कंपनियों के नतीजे आने वाले हफ्ते में घरेलू इक्विटी मार्केट को दिशा देंगे। इंडेक्स हैवीवेट रिलायंस के अलावा, बैंकिंग सेक्टर पर भी फोकस रहने की संभावना है। आईसीआईसीआई बैंक और कोटक बैंक सप्ताहांत में नतीजों की घोषणा करेंगे। बैंकिंग और फाइनेंशियल अभी भी तेजी के मूड में रेलिगेयर ब्रोकिंग को अजीत मिश्रा का कहना है कि कमजोर संकेतों के चलते शुक्रवार को बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिली। बाजार आज एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ। शुरुआती गैप-डाउन ओपनिंग के बाद, निफ्टी धीरे-धीरे नीचे फिसलता गया और अंततः 19745 के स्तर पर बंद हुआ। गिरावट व्यापक थी जिसमें आईटी पैक को सबसे ज्यादा मार सहनी पड़ी। उम्मीद है कि हालिया उछाल को पचाने के लिए निफ्टी मौजूदा स्तरों के आसपास कुछ समय बिताएगा ये बाजार के लिए अच्छा भी होगा। इस बीच, ट्रेडर्स को मौजूदा ट्रेड्स के लिए जोखिम प्रबंधन पर ज्यादा फोकस करना चाहिए और उन सेक्टरों को प्राथमिकता देनी चाहिए जो नए पोजीशंस के लिए मजबूती दिखा रहे हैं। बैंकिंग और फाइनेंशियल अभी भी तेजी के मूड में दिख रहे हैं। जबकि आईटी पैक में इंफोसिस के गाइडेंस के बाद दबाव आ गया है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही अपनी आगे की रणनीति बनाएं।   डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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