उत्तर प्रदेश के कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raghuraj Pratap Singh alias Raja Bhaiya) ने अपनी पत्नी भानवी कुमारी सिंह (Bhanvi Kumari Singh) के खिलाफ मानसिक क्रूरता और परित्याग के आधार पर तलाक के लिए अर्जी दी है। इस मामले की सुनवाई 10 अप्रैल को दिल्ली के साकेत फैमिली कोर्ट में होनी थी, लेकिन फैमिली कोर्ट के जज के छुट्टी पर होने के कारण अब इसकी सुनवाई 23 मई को होगी। राजा भैया ने नवंबर 2022 में तलाक की अर्जी दी थी। राजा भैया की शादी को 28 साल हो गए हैं। राजा भैया का पत्नी पर आरोप इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि राजा भैया ने तलाक के अपने आधार में कहा है कि उनकी पत्नी भानवी सिंह ने न केवल ससुराल छोड़ दिया, बल्कि उनके साथ रहने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि भानवी सिंह ने उनके भाई के खिलाफ झूठे आरोप लगाए और परिवार के सदस्यों के बीच कलह पैदा की, जो उनके प्रति मानसिक और भावनात्मक क्रूरता के बराबर था। राजा भैया ने इसी आधार पर पत्नी भानवी से तलाक मांगा है। राजा भैया के दावे के अनुसार क्रूरता या परित्याग के सबूत के आधार पर 23 मई को मामले की सुनवाई की जाएगी। आखिर क्यों 28 साल पुराने रिश्ते में आई खटास? सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि भानवी सिंह और राजा भैया के चचेरे भाई MLC अक्षय प्रताप सिंह (Akshay Pratap Singh) के बीच एक विवाद ने उनके संबंधों में और कड़वाहट ला दी। इस विवाद में यूपी के विधायक ने अपने भाई का पक्ष लिया। इससे भानवी सिंह और नाराज हो गईं। बीते दिनों भानवी सिंह ने अक्षय प्रताप सिंह पर धोखाधड़ी और जालसाजी सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके बाद राजा भैया ने अक्षय प्रताप सिंह का समर्थन करते हुए अपना भाई बताया था। भानवी सिंह ने आर्थिक अपराध शाखा में वित्तीय अनियमितताओं के लिए अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी के खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद भानवी की शिकायत पर EOW ने IPC की धारा 420, 467, 468, 471, 109 और 120 B के तहत मामला दर्ज किया था। जब भानवी ने अक्षय प्रताप के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, तभी राजा भैया ने कह दिया था कि इस विवाद में वे अपने भाई के साथ खड़े हैं। माना जा रहा है कि तलाक की अर्जी का संबंध भी इसी विवाद से जुड़ा है। भानवी सिंह ने आर्थिक अपराध शाखा में दी शिकायत में कहा था वह श्रीदा प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी की डायरेक्टर और मेजोरिटी शेयर होल्डर हैं। ये भी पढ़ें- निर्मला सीतारमण ने अमेरिका में भारतीय मुसलमानों पर दिया बड़ा बयान, बोलीं- पाकिस्तान की तुलना में... उन्होंने आरोप लगाया कि अक्षय प्रताप सिंह ने उनके जाली डिजिटल हस्ताक्षर कर कंपनी के मेजोरिटी शेयर अपने नाम कर लिए। यही नहीं, खुद को और अपने करीबियों को कंपनी का डायरेक्टर नियुक्त कर लिया। जब भानवी ने अक्षय प्रताप के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी तभी राजा भैया ने कह दिया था कि इस विवाद में वे अपने भाई के साथ खड़े हैं। माना जा रहा है कि तलाक की अर्जी का संबंध भी इसी विवाद से जुड़ा है। 4 बच्चों के माता-पिता हैं कपल राजा भैया और भनवी सिंह के चार बच्चे (दो बेटियां और दो जुड़वां बेटे) हैं। राजा भैया और भानवी सिंह दो बेटों शिवराज और बृजराज एवं दो बेटियों राघवी और विजय राजेश्वरी के माता-पिता हैं। दोनों 15 फरवरी 1995 को शादी के बंधन में बंधे थे। इस तरह अब दोनों 28 सालों बाद अलग होने जा रहे हैं। भानवी सिंह बस्ती राजघराने की बेटी हैं। उनका जन्म 10 जुलाई 1974 को बस्ती राजघराने में हुआ था। भानवी बस्ती के राजा कुंवर रवि प्रताप सिंह की तीसरी बेटी हैं।
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