जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने रविवार को केंद्र शासित प्रदेश के आठ जिलों में हिमस्खलन (Avalanche) की चेतावनी दी थी। प्राधिकरण ने कहा कि अगले 24 घंटों में डोडा, किश्तवाड़, पुंछ, रामबन, बांदीपोर और कुपवाड़ा जिलों में खतरे के स्तर का मध्यम हिमस्खलन और बारामूला और गांदरबल जिलों में कम खतरे के स्तर का हिमस्खलन होने की संभावना है। प्राधिकरण ने कहा कि लोगों को सावधानी बरतने और इन इलाकों से बचने की सलाह दी गई है। इसके अलावा कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के चलते पहलगाम को छोड़कर पूरी घाटी में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, मौसम विभाग ने सोमवार से अगले तीन दिन तक तेज बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई है। अधिकारियों ने रविवार को ये जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, गुलमर्ग प्रसिद्ध स्की-रिसॉर्ट समेत कश्मीर के ऊंचाई वाले कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी दर्ज की गई। इसके अलावा कई दूसरे इलाकों में रात में बारिश भी हुई। अधिकारियों के मुताबिक, बादल छाए रहने की वजह से घाटी में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, श्रीनगर और काजीगुंड में रात का तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, श्रीनगर का न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछली रात के 0.2 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है। घाटी के प्रवेश द्वार काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग में न्यूनतम तापमान पिछली रात की तुलना में 2 डिग्री ज्यादा और जीरो से 1.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान जीरो से 0.5 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात की तुलना में ज्यादा था। बारामूला जिले के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान जीरो से 6.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया और ये प्रसिद्ध स्की-रिसॉर्ट जम्मू-कश्मीर में सबसे ठंडा स्थान रहा। IMD अलर्ट: इन राज्यों में 26 जनवरी तक भारी बारिश और ओले पड़ने की भविष्यवाणी, पढ़ें मौसम विभाग की पूरी रिपोर्ट अनंतनाग जिले के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पहलगाम वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए बेस कैंप के रूप में भी काम करता है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार को केंद्रशासित प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है। इसके अनुसार, कश्मीर के मैदानी इलाकों में सोमवार से बुधवार तक तेज बारिश और हिमपात की संभावना है। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और हिमपात की संभावना है। कश्मीर वर्तमान में 'चिल्लई कलां' की चपेट में है। 40 दिनों की सबसे कठोर इस मौसम अवधि में बर्फबारी की संभावना ज्यादा होती है। चिल्लई कलां 21 दिसंबर से शुरू होता है और 30 जनवरी को खत्म होता है। इसके बाद भी शीतलहर जारी रहती है और 20 दिन लंबा 'चिल्लई खुर्द' और 10 दिन लंबा 'चिल्लई बच्चा' चलता है।
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