आगे भारत की इक्विटी मार्केट की दशा और दिशा तय करने में इंडिया इंक के प्रदर्शन और ब्याज दरों की स्थिति का सबसे अहम योगदान होगा। मीडियम टर्म में कॉर्पोरेट इंडिया की कमाई में मजबूत बढ़त देखने को मिलेगी। वहीं, अगर इस मोर्चे पर कोई निराशा हाथ लगती है तो बाजार के लिए हालात मुश्किल हो जाएंगे। ये बातें मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (Kotak Mahindra Life) के हेमंत कनावाला (Hemant Kanawala) ने कही हैं। बताते चलें कि हेमंत कनावाला कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में सीनियर एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट (Senior Executive Vice President) पद पर हैं। इनको फंड मैनेजमेंट का 15 साल के ज्यादा का अनुभव है। हेमंत कनावाला का मानना है कि सप्लाई चेन के सामान्य होने से महंगाई कम होगी। लेकिन दूसरी तरफ चीन में दबी हुई मांग ( pent-up demand) के फिर से जोर पकड़ने से महंगाई बढ़ सकती है। क्या आरबीआई फरवरी से ब्याज दरों में बढ़त पर विराम लगा सकता है? इस सवाल का जवाब देते हुए हेमंत कनावाला ने कहा कि पिछली MPC की बैठक के बाद, आरबीआई गवर्नर ने सूचित किया कि महंगाई को नियंत्रित करने में संतोषजनक प्रगति हुई है। उन्हें उम्मीद है कि अगले साल महंगाई 6 फीसदी से नीचे आ जाएगी। आरबीआई की नजरें स्थितियों पर नजदीकी से बनी हुई है। आरबीआई बदलती जियोपोलिटिकल स्थिति, दुनिया के दूसरे केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीति और अन्य स्थानीय कारकों की बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपनी नीति तय करेगा। क्या आप कैपिटल गुड्स और डिफेंस को लेकर बुलिश हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए हेमंत कनावाला ने कहा कि इस दोनों सेक्टरों में सरकार की तरफ से किए जाने वाले सुधारों की वजह से काफी अच्छी तेजी देखने को मिली है। इन सेक्टरों को कॉरपोरेट टैक्स में कटौती, पीएलआई स्कीम और स्वदेशीकरण का फायदा मिल रहा है। चुनिंदा इंडस्ट्रीज में हाई कैपेसिटी यूटिलाइजेशन और कॉरपोरेट बैंकों की मजबूत बैलेंसशीट से निवेश साइकिल में तेजी आ रही है। हालांकि इस समय इन सेक्टरों के वैल्यूशन महंगे दिख रहे हैं। ऐसे में शॉर्ट टर्म में हमें इनमें बहुत तेजी आने की संभावना नहीं है। लेकिन इन सेक्टरों का मीडियम टर्म आउलुक अच्छा दिख रहा है। क्या वित्तवर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के बाद आईटी सेक्टर में बड़ी बिकवाली आएगी? इस पर बात करते हुए हेमंत कनावाला ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़ी परेशानियों कारण पिछले एक साल में आईटी क्षेत्र में काफी करेक्शन आया है। इसके चलते इस सेक्टर से जुड़ी उम्मीदें कुछ हद तक कम हुई हैं। इस सेक्टर के प्रदर्शन पर अमेरिका की ग्रोथ से जुड़ी कमेंट्री का बड़ा योगदान होगा। भारतीय आईटी कंपनियों और अमेरिका और यूरोप की इकोनॉमी का मजबूत संबंध है। ऐसे में वित्तवर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट की कमेंट्री पर नजरें रहनी चाहिए। Multi bagger stocks:तीन साल में दिया 8389.74% रिटर्न, आशीष कचोलिया ने भी की खरीदारी, क्या है आपके पास? ऑटो सेक्टर में कौन से सेगमेंट अच्छे लग रहे हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए हेमंत कनावाला ने कहा कि उम्मीद है कि कमर्शियल व्हीकल अच्छा प्रदर्शन करेगा क्योंकि औद्योगिक गतिविधि में तेजी से कमर्शियल व्हीकल की मांग बढ़ेगी। इंडस्ट्री सेल्स अभी भी 2019 के ऑलटाइम हाई से नीचे है। ऑटो सेक्टर के दूसरे सेगमेंट्स में कंपनी विशेष नजरिया अपनाने की जरूरत है। ऐसी कंपनियों पर नजर रखें जो नए प्रोडक्ट्स लॉन्च कर रही हैं। जिनमें बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की क्षमता है और जिनकी अर्निंग साइकिल मजबूत है। डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें
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