Thursday, September 29, 2022

Zomato के शेयरों में आ सकती है 50% की तेजी, विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने इन कारणों से दी 'BUY' की सलाह

ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) की मानें तो ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के शेयर (Zomato Shares) अगले एक साल में अपने निवेशकों को करीब 50 फीसदी की कमाई करा सकते हैं। Emkay के मुताबिक भारत के ऑनलाइन फूड डिलीवरी मार्केट का कारोबार अगले एक दशक में 7 गुना तक बढ़ सकता है, जिसका सीधा फायदा जोमैटो जैसी इस सेक्टर में मौजूद बड़ी कंपनियों को मिलने वाला है। Emkay ने कहा कि फूड डिलीवरी मार्केट में अभी सिर्फ 2 ही बड़ी कंपनियां है। जोमैटो ने अपने मजबूत ब्रांड नेम, करीब 50 फीसदी मार्केट शेयर, ब्लिंकिट और हाइपरप्योर के जरिए अपने बाजार साइज में इजाफा और कंपनी के मुनाफे में आने के साथ इसके नेट प्रॉफिट में अगले सालों में करीब 40 फीसदी की दर से सालाना ग्रोथ देखने को मिल सकती हैं। इसी के साथ Emkay Global ने Zomato के शेयरों को बाय रेटिंग के साथ कवर करना शुरू किया है और अगले एक साल की समयावधि के साथ इसके लिए 90 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। यह कंपनी के मौजूदा बाजार भाव से करीब 50 फीसदी अधिक हैं। Emkay ने यह टारगेट प्राइस ऐसे समय में दिया है, जब जौमैटो के शेयरों में इस साल अब तक करीब 56.28 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि आज यानी गुरुवार 29 सितंबर को Emkay की रिपोर्ट आने के बाद Zomato के शेयरों में मजबूती देखी गई और यह एनएसई पर 6.46 फीसदी चढ़कर 61.80 रुपये के स्तर पर बंद हुए। यह भी पढ़ें- Sun Pharma में 2 दिन में 7% की दमदार रैली, कमजोर बाजार में 5 महीने के हाई पर पहुंचा शेयर ब्रोकरेज ने कहा कि उसने तगड़े कॉम्पिटीशन और यूनिट इकोनॉमिक्स के स्तर पर मुनाफे में आने की कोई तय समयसीमा नहीं होने के चलते, वैल्यू को लेकर ब्लिंकिट के किसी पहलू पर गौर नहीं किया है। साथ ही उसने कहा कि कंपनी ने पहले अगले दो साल के लिए 40 करोड़ डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा था, जिसे अब घटाकर 32 करोड़ डॉलर कर दिया है। इससे कंपनी का खर्च घटेगा और उसे घाटे से बाहर आने में मदद मिलेगी। बता दें कि जोमैटो ने अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक घाटे से बाहर आने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) अक्षंत गोयल ने अगस्सत में एनालिस्ट्स के साथ एक बातचीत में कहा कि कंपनी का कैश फ्लो पहले से ही पॉजिटिव है और अब उनका फोकस ब्रेकइवन को छूने का है। उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग लॉस घटकर 150 करोड़ रुपये रह गया। गोयल ने कहा, "अगला लक्ष्य जोमैटो ब्रेकइवन (घाटे से बाहर आने का) है और हमें लगता है कि यह लक्ष्य करीब है।" डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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