Saturday, August 27, 2022

Twin Tower Demolition: 'अधिकारियों से कानूनी आश्वासन जरूर लें', ट्विन टावर गिराए जाने से पहले केरल के लोगों ने नोएडा के लोगों को क्यों दी ये सलाह

Twin Tower Demolition: रविवार को ध्वस्त किए जाने वाले नोएडा (Noida) में दो ऊंची इमारतों के पड़ोस में रहने वाले लोगों के लिए केरल (Kerala) के मराडू नगर पालिका (Maradu Municipality) के कुछ लोगों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। इन लोगों ने कहा, "अपनी इमारतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विध्वंस से पहले अधिकारियों से सुरक्षित कानूनी आश्वासन जरूर ले लें।" मराडू नगर पालिका के निवासी 56 साल के सुगुनन अभी भी अधिकारियों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं और अपने दो मंजिला घर को हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। ये मामला दो साल पहले का है, जब उनके पड़ोस में चार अवैध वाटरफ्रंट हाई राइस वाले अपार्टमेंट में से एक को विस्फोट कर गिराया गया था। उन्होंने कहा कि अल्फा सेरेन ट्विन अपार्टमेंट परिसर के विध्वंस के कारण उनके घर की छत में दरारें आ गई थीं। इससे उन्हें 3 लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। पेशे से प्लंबर, सुगुनन ने कहा कि अधिकारियों की तरफ से वादा की गई वित्तीय सहायता के लिए उनकी उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं, क्योंकि वे लगातार लापरवाही दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पड़ोसी अजित के घर को भी नुकसान पहुंचा था और 4 लाख रुपए के मुआवजे का इंतजार करते हुए Covid-19 जटिलताओं से उनकी मौत हो गई। नौ मीटर की दूरी पर दूसरी पड़े न कोई असर चूंकि नोएडा में लगभग 100 मीटर ऊंचे एपेक्स और सेयेन टावर रविवार दोपहर को गिराए जाने वाले हैं। नगरपालिका प्रशासन प्रभावित व्यक्तियों के लिए मुआवजा पाने की कोशिश कर रहा है। ये दोनों टावर दिल्ली के प्रतिष्ठित कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं। टावरों को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद ध्वस्त किया जा रहा है, जिसमें एमराल्ड कोर्ट परिसर के भीतर टावर बनाए जानें के दौरान नियमों का उल्लंघन पाया गया था। अधिकारियों ने कहा है कि मुंबई स्थित एडिफिस इंजीनियरिंग ने ज्यादा जोखिम वाले इस काम के लिए दक्षिण अफ्रीका के जेट डिमोलिशन के साथ पार्टनरशिप की है। इसमें दो ऊंची इमारतों को इस तरह से गिराने का टास्क है कि मुश्किल से नौ मीटर की दूरी पर मौजूद रेजिडेंशियल टावर पर कोई असर न हो। अभी भी मुआवजे के लिए आंदोलन कर रहे लोग त्रिपुनिथुरा के विधायक के बाबू ने PTI को बताया, "मारडू में कुछ लोग अभी भी आंदोलन कर रहे हैं। ये लोग विध्वंस के कारण अपने घरों को हुए नुकसान के मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उन्हें सरकार या संबंधित अधिकारियों से अब तक कोई आश्वासन नहीं मिला है।" मराडू नगर निगम के अध्यक्ष एंटनी आशानपरम्बिल ने कहा कि नगर पालिका में अपार्टमेंट परिसरों के विध्वंस से पहले उनके घरों का बीमा होने के बावजूद लगभग 10 परिवारों को मुआवजा नहीं मिला है। एंटनी, जो उस समय नगरपालिका के उपाध्यक्ष थे, ने कहा कि उनके घरों का बीमा किया गया था, लेकिन वे दावों के लिए आवश्यक अनुवर्ती कार्रवाई नहीं कर सके क्योंकि बीमा कंपनियां चेन्नई और बेंगलुरु से बाहर थीं। उन्होंने कहा, "उनके लिए वहां जाना और मुआवजे के लिए कानूनी लड़ाई लड़ना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है। यह एक बहुत ही जटिल मामला है।" उन्होंने इसके लिए सरकार को दोषी ठहराया। एंटनी ने कहा, "राज्य सरकार ने इस प्रक्रिया में नगर पालिका को शामिल किए बिना सब कुछ अपने दम पर किया। इसलिए हम इस तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि नगर पालिका प्रभावित निवासियों को मुआवजा देने के लिए तैयार है और इसके लिए सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है। Twin Tower Demolition: ट्विन टावर को गिरते हुए देखने के लिए आसपास की बिल्डिंग की बालकानियां हो रहीं बुक, चाय-नाश्ते के साथ पूरा 'शो' देखने की तैयारी दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए, माराडू में चार अपार्टमेंट बिल्डिंग को जनवरी 2020 में गिरा दिया गया था। शीर्ष अदालत ने इन्हें अवैध माना था, क्योंकि वे तटीय विनियमन क्षेत्र (CRZ) के नियमों का उल्लंघन कर बनाए गए थे। कॉम्प्लेक्स - अल्फा सेरेन अपार्टमेंट, जैन कोरल कोव के साथ, गोल्डन कयालोरम और होली फेथ H2O हाउसिंग कुल 343 फ्लैट्स- को इम्प्लोजन प्रोसेस का इस्तेमाल करके जमीन पर गिरा दिया गया था। 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर को गिराने के लिए 3,700 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे 35,000 क्यूबिक मीटर मलबा और धूल का एक बड़ा गुब्बार निकलने की संभावना है।

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