यहां हम आपके सामने रख रहे हैं FMCG सेक्टर का पूरा लेखा-जोखा। हम ये जानने की कोशिश करेंगे कि ग्लोबल महंगाई का FMCG सेक्टर पर क्या असर होगा? क्या अच्छे मॉनसून से ग्रामीण मांग सुधरेगी? MSP बढ़ाने और PLI स्कीम का से कितना फायदा होगा और क्या कमोडिटी कीमतें स्थिर रहने से सेक्टर के हालात सुधरेंगे? इन मुद्दों पर बात करने को लिए हमारे साथ हैं शेयरखान के डिप्टी वीपी कौस्तुभ पवास्कर (Kaustubh Pawaskar)। सबसे पहले एफएमसीजी सेक्टर के हालात पर डाल लेते हैं एक नजर। एफएमसीजी के अहम घटक चावल की कीमतें बढ़ी हैं। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मार्केट में चावल कीमतें 10 फीसदी बढ़ी हैं। डिमांड-सप्लाई की दिक्कतों से कीमतें बढ़ीं हैं। बांग्लादेश ने चावल पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाई है। बांग्लादेश ने इंपोर्ट ड्यूटी 62.5 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी कर दी है। चावल की कीमतें बढ़ने से KRBL और LT Foods के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकता है। टेक्सटाइल सेक्टर भी फोकस में है। टेक्सटाइल के लिए एक और PLI स्कीम संभव है। अपैरल मैन्युफैक्चरिंग के लिए PLI स्कीम संभव है। PLI स्कीम से एक्सपोर्ट सेक्टर को बूस्ट मिलेगा। 5 साल में इंडस्ट्री को 250 अरब डॉलर का बनाने का लक्ष्य है। टेक्सटाइल का एक्सपोर्ट 40 फीसदी बढ़ाने पर फोकस है। इससे SP APPARELS,KPR MILLS और RAYMONDS जैसे स्टॉक्स फोकस में रहेंगे। कंज्यूमर गुड्स में भी आगे ऐक्शन देखने को मिलेगा। स्कूल-कॉलेज खुलने से स्नैक्स की बिक्री बढ़ेगी। स्टेशनरी और शूज की बिक्री भी बढ़ने का अनुमान है। कोरोना से स्कूल-कॉलेज 2 साल तक बंद थे। पैकेज्ड स्नैक्स की बिक्री महीने दर महीने आधार पर 12-13 फीसदी बढ़ी है। स्टेशनरी की बिक्री प्रो-कोविड स्तर पर आने की उम्मीद है। इससे BRITANNIA,ITC और BATA को फायदा होगा। Top 10 trading ideas : अगले 3-4 हफ्तों में डबल डिजिट कमाई के लिए इन स्टॉक्स पर रहे नजर, चमक सकती है आपकी किस्मत उधर सरकार ने खरीफ फसलों की MSP 5-9 फीसदी तक बढ़ाई है। MSP बढ़ने से ग्रामीण इकोनॉमी को फायदा होगा। मॉनसून सामान्य रहने से अच्छी फसल की उम्मीद है। अच्छी फसल से ग्रामीण मांग बढ़ने की उम्मीद है। इंडोनेशिया से पाम ऑयल सप्लाई खुलने से भी फायदा होगा। पाम ऑयल की सप्लाई बढ़ने से कीमतें स्थिर रहेगी। इससे HUL जैसी कंपनियों को फायदा होगा। FMCG: आगे की चुनौतियां FMCG सेक्टर के लिए आगे महंगाई सबसे बड़ी चिंता है। कच्चे माल की कीमतें नए शिखर पर हैं। रूरल डिमांड अब भी कम हैं। हालांकि कंपनियों ने दाम बढ़ाए हैं। कंपनियों ने मार्जिन संभालने के लिए कॉस्ट कम की है। कंपनियां भी अब चेतावनी दे रही हैं। HUL/ITC की डिमांड अब भी कमजोर है। HUL/ITC को कैलेंडर ईयर 2023 में भी महंगाई का दबाव दिखता है। मॉनसून की चाल सामान्य है इसी पर सबसे ज्यादा नजरें लगी हुई हैं। 2 साल के कमजोर प्रदर्शन से सेक्टर के वैल्युएशन सस्ते हुए हैं। कौस्तुभ पवास्कर की टॉप FMCG पिक्स कौस्तुभ पवास्कर की Asian Paints में 3,689 रुपए के लक्ष्य के लिए, Hindustan Unilever में 2456 रुपए के लक्ष्य के लिए, Nestle India में 20880 रुपए के लक्ष्य के लिए, Tata Consumer 960 रुपए के लक्ष्य के लिए, Zydus Wellness में 2250 रुपए के लक्ष्य के लिए और Marico में 645 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी की सलाह है। डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें। (डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/hLtZN5w
via
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
The device would be introduced on Amazon India and its pre-bookings would start on January 15. from Top Tech News- News18.com http://bit.l...
-
Business software group SAP forecast flat revenue and a decline in operating profit in 2021, as it released preliminary annual results that ...
-
The number of Covid-19 deaths globally has been dropping for the past three weeks from Top World News- News18.com https://ift.tt/uex9Mhf
No comments:
Post a Comment