Amarnath Yatra 2022: कोरोना वायरस महामारी के चलते बाबा बर्फानी के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए दुर्लभ हो गए थे, लेकिन इस बार बाबा बर्फानी ने अपने श्रद्धालुओं को बुलावा भेज दिया है। दरअसल कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 साल से बंद अमरनाथ यात्रा फिर से शुरु हो रही है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Shri Amarnath Shrine Board) ने यात्रा की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस साल की अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू हो जाएगी। बोर्ड के मुताबिक इस बार यात्रा (Shri Amarnath Yatra) 30 जून से शुरू होगी और रक्षा बंधन तक चलेगी। यह यात्रा 43 दिनों की होगी। बता दें कि अमरनाथ यात्रा हिंदू धर्म की सबसे कठिन यात्राओं में से एक है। इसका सफर काफी मुश्किल होता है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराए जाते हैं। हेल्थ की भी जांच होती है। कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इस यात्रा के लिए अगले महीने रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू हो सकता है। बता दें कि श्री अमरनाथ गुफा (Shri Amarnath Yatra) कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में हैं। यहां पहुंचने के लिए दुर्गम पहाड़ों से गुजरना पड़ता है। कहा जाता है कि बाबा बर्फानी का दर्शन करना भाग्य की बात होती है। आषाढ़ पूर्णिमा से लेकर सावन महीने तक पवित्र हिमलिंग के दर्शन के लिए यहां हर साल लाखों लोग आते हैं। मान्यता है कि वहां पर भगवान शिव (Lord Shiva) ने माता पार्वती को अमर होने की रहस्यकथा सुनाई थी। बर्फ से लदी पहाड़ों की चोटी पर बनी एक गुफा में हर साल प्राकृतिक रूप से शिवलिंग बन जाता है। जिसके दर्शन के लिए लाखों लोग वहां पहुंचते हैं। Weather Updates: 31 मार्च तक इन राज्यों में होगी बारिश और चलेगी गर्म हवाएं, IMD ने जारी किया अलर्ट Amaranth Yatra to start from June 30th, 2022, with all covid protocols in place & culminate, as per the tradition, on the day of Raksha Bandhan. The Amarnath Yatra will last for 43 days this year: Office of Lt. Governor of Jammu & Kashmir — ANI (@ANI) March 27, 2022 मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अप्रैल 2022 के महीने में शुरु होने की संभावना है। इसमें आगे कहा गया है कि हर दिन 20,000 रजिस्ट्रेशन किए जा सकते हैं। यात्रा के दिनों में निर्धारित काउंटर पर ऑन स्पॉट (तत्काल) रजिस्ट्रेशन भी किए जाएंगे। अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड ने इस साल की तीर्थ यात्रा के दौरान वाहनों और तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नज़र रखने को लेकर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) का उपयोग करने का निर्णय लिया है।
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