Friday, March 14, 2025

Ranya Rao Gold Smuggling Case: एक्ट्रेस रान्या राव को बड़ा झटका, सोना तस्करी मामले में जमानत याचिका खारिज

Ranya Rao Gold Smuggling Case: सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव की जमानत याचिका को कर्नाटक की विशेष अदालत ने उनके खिलाफ आरोपों की गंभीरता का हवाला देते हुए खारिज कर दिया है। जस्टिस विश्वनाथ गौदर की अगुवाई वाली अदालत ने अभियोजन पक्ष से सहमति जताई कि एक्ट्रेस को न्यायिक हिरासत में ही रहना चाहिए। 4 मार्च को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें पहले 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। जबकि दूसरे आरोपी तरुण राजू को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

बेंगलुरू के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रान्या राव को 3 मार्च को 12.56 करोड़ रुपये के सोने की छड़ों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद, अधिकारियों ने उनकी संपत्तियों की तलाशी ली, जिसमें 2.06 करोड़ रुपये के सोने के गहने और 2.67 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए। रान्या ने शुरुआत में मजिस्ट्रेट कोर्ट से जमानत मांगी थी, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई। इसके बाद उन्होंने आर्थिक अपराधों के लिए विशेष अदालत का रुख किया, जहां शुक्रवार को उनका अनुरोध फिर से खारिज कर दिया गया।

इन झटकों के बाद उनकी कानूनी टीम अब राहत के लिए सत्र न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही है। जब तक उनकी जमानत याचिका पर कोई फैसला नहीं आ जाता, तब तक वह न्यायिक हिरासत में रहेंगी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मामले की जांच शुरू कर दी। रान्या राव ने अपने पति जतिन हुक्केरी के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके बेंगलुरु से दुबई के लिए राउंड-ट्रिप टिकट खरीदे, जिससे सोने की तस्करी के मामले में उनकी संभावित संलिप्तता के बारे में संदेह पैदा हो गया है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने इसके बाद हुक्केरी से जुड़े बेंगलुरु में 9 स्थानों पर तलाशी ली।

पिता ने की थी मदद?

सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार रान्या राव की सहायता करने वाले प्रोटोकॉल अधिकारी ने दावा किया है कि कर्नाटक के डीजीपी रामचंद्र राव ने उन्हें सपोर्ट करने का निर्देश दिया था। सीनियर IPS अधिकारी राव एक्ट्रेस के सौतेले पिता हैं। 'इंडिया टुडे' के मुताबिक, उन्होंने उन्हें विशेष रूप से बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रान्या राव की सहायता करने का निर्देश दिया था।

एयरपोर्ट के पुलिस स्टेशन में तैनात कांस्टेबल बसवराज ने दावा किया है कि वह रामचंद्र राव के सीधे आदेशों का पालन कर रहा था। रान्या राव से जुड़े सोना तस्करी के मामले में उनके सौतेले पिता एवं DGP रैंक के अधिकारी रामचंद्र राव की भूमिका की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।

पूछताछ के दौरान, बसवराज ने कहा कि रान्या राव के साथ उसकी बातचीत उसके सीनियर्स द्वारा सौंपे गए प्रोटोकॉल तक ही सीमित थी। कांस्टेबल ने पिछले कुछ सालों से रान्या राव को जानने की बात स्वीकार की। उसने कहा कि उसने लगभग तीन से चार बार उसे प्रोटोकॉल सहायता की थी।

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रामचंद्र राव वर्तमान में कर्नाटक राज्य पुलिस आवास एवं इंफ्रास्ट्रक्चर विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। एक सरकारी आदेश में कहा गया है, "प्रोटोकॉल संबंधी सुविधाओं का लाभ उठाने के संबंध में तथ्यों और परिस्थितियों की जांच तथा इस मामले में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) कैडर के राज्य के DGP एवं कर्नाटक राज्य पुलिस आवास एवं इंफ्रास्ट्रक्चर निगम के प्रबंध निदेशक रामचंद्र राव की भूमिका की जांच के लिए एसीएस गौरव गुप्ता को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।"



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