Suraksha Diagnostic IPO Lisitng Strategy: सुरक्षा डायग्नॉस्टिक के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और अब इसके लिस्टिंग की तैयारी है। इसके शेयरों की कल 6 दिसंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग की तैयारी है। ग्रे मार्केट से मिले संकेतों के मुताबिक निवेशकों को खास मुनाफे की उम्मीद नहीं है। ग्रे मार्केट में इसकी GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) 13 रुपये यानी 2.95 फीसदी है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक लिस्टिंग गेन का ग्रे मार्केट से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि यह लिस्टिंग के दिन मार्केट की परिस्थिति और कंपनी के फंडामेंटल्स-फाइनेंशियल्स पर निर्भर करता है।
Suraksha Diagnostic IPO Lisitng Strategy: एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट प्रथमेश मासदेकर (Prathamesh Masdekar) का कहना है कि आईपीओ के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से पियर्स के मुकाबले इसका वैल्यूएशन काफी महंगा है। इसके अलावा इसकी कारोबारी सेहत में भी उतार-चढ़ाव रहा है लेकिन हालिया तिमाहियों में रिकवरी के भी संकेत मिले। ऐसे में जिन आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर अलॉट हुए हैं, उन्होंने इसे होल्ड करने की सलाह दी है और आने वाली तिमाहियों में कंपनी के परफॉरमेंस पर नजर रखने की सलाह दी है।
वहीं दूसरी तरफ आनंद राठी शेयर्स के फंडामेंटल रिसर्च-इनवेस्टमेंट सर्विसेज के प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने निवेशकों को सतर्क रहने को कहा है। हाई वैल्यूएशन के अलावा उन्होंने डायग्नोस्टिक सेक्टर में हाई कॉम्पटीशन और इसकी देश के पूर्वी हिस्से में ही मौजूदगी के चलते यह रुझान दिखाया।
Suraksha Diagnostic IPO को मिला-जुला रिस्पांस
सुरक्षा डायग्नॉस्टिक का ₹846.25 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 नवंबर से 3 दिसंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा नहीं भर पाया। ओवरऑल यह 1.27 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.74 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.40 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 0.94 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 19,189,330 शेयरों की बिक्री हुई है।
Suraksha Diagnostic के बारे में
वर्ष 2005 में बनी सुरक्षा डायग्नॉस्टिक पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी टेस्टिंग और मेडिकल कंसल्टेंसी सर्विसेज ऑफर करती है। जून 2024 तक के नेटवर्क में इसके नेटवर्क में पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मेघालय में 40 डायग्नॉस्टिक सेंटर्स और 166 सैंपल कलेक्शन सेंटर समेत 8 सैटेलाइट लैबोरेटरीज और 215 कस्टमर टचप्वाइंट्स के साथ 1 सेंट्रल रेफरेंस लैब है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 20.82 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में गिरकर 6.07 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष 2024 में स्थिति सुधरी और मुनाफा तेजी से रिकवर होकर 23.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी के रेवेन्यू में भी उतार-चढ़ाव रहा। वित्त वर्ष 2022 में यह 225.77 करोड़ रुपये से गिरकर वित्त वर्ष 2023 में 193.69 करोड़ रुपये पर आ गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष में रिकवर होकर 222.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 7.67 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 61.85 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।
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