Sunday, August 11, 2024

Hindenburg के आरोपों पर IIFL की सफाई, SEBI चेयरपर्सन का अदाणी की कंपनियों में कोई निवेश नहीं

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) ने अपनी नई रिपोर्ट में मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिसर्च फर्म का दावा है कि कपल ने पहली बार 5 जून 2015 को सिंगापुर में IPE प्लस फंड 1 में अपना अकाउंट खोला था। हालांकि, अब इस मामले में एसेट और वेल्थ मैनेजमेंट फर्म 360-वन डब्ल्यूएएम (360-One WAM) ने सफाई दी है। फर्म ने आज 11 अगस्त को मार्केट रेगुलेटर सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। 360-One WAM को पहले IIFL वेल्थ मैनेजमेंट के नाम से जाना जाता था।

बता दें कि अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर ने आरोप लगाया है कि सेबी चेयरपर्सन के पास इन फंडों के माध्यम से अदाणी ग्रुप की एंटिटी में 'स्टेक' थी, जो ग्रुप के डायरेक्टर्स से जुड़े हुए हैं और इनका इस्तेमाल फंडों को निकालने के लिए किया जाता था।

360-One WAM ने सफाई में क्या कहा?

360-वन ने सफाई में कहा कि IPE-प्लस फंड 1, जिसमें पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का निवेश था, ने फंड की पूरी अवधि के दौरान अदाणी ग्रुप के किसी भी शेयर में डायरेक्ट या इन-डायरेक्ट रूप से कोई निवेश नहीं किया। 360-वन ने अपने बयान में खुलासा किया, "इस फंड को इनवेस्टमेंट मैनेजर द्वारा डिस्क्रीशनरी फंड के रूप में मैनेज किया गया था। फंड के ऑपरेशन या निवेश निर्णयों में किसी भी निवेशक की कोई भागीदारी नहीं थी। फंड में माधबी बुच और धवल बुच की हिस्सेदारी कुल इनफ्लो का 1.5 फीसदी से भी कम थी।"

इसमें कहा गया है कि IPE-प्लस फंड 1 पूरी तरह से कंप्लायंस करने वाला और रेगुलेटेड फंड था और अक्टूबर 2019 तक संचालित था। फंड को अक्टूबर 2013 में लॉन्च किया गया था। वेल्थ मैनेजमेंट फर्म ने कहा, "अपने पीक पर फंड की असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) लगभग 48 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई थीं, जिसमें फंड का 90 फीसदी से अधिक हिस्सा लगातार बॉन्ड में निवेश किया गया था।"

माधबी पुरी बुच पर क्या हैं आरोप

माधबी पुरी बुच के खिलाफ आरोप लगाते हुए हिंडनबर्ग ने एक व्हिसलब्लोअर के हवाले से IIFL के साथ हुए कम्युनिकेशन और डॉक्यूमेंट्स का हवाला दिया है। हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के माध्यम से कथित उल्लंघनों और इन फंडों के माध्यम से धन की हेराफेरी के लिए अदाणी फर्मों की जांच करने में पुरी बुच की निष्पक्षता पर सवाल उठाया गया है। इसके अलावा, इसमें आरोप लगाया गया है कि सेबी अध्यक्ष ने अपने पति के वर्तमान एम्प्लॉयर ब्लैकस्टोन की मदद करने के लिए रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REITs) में सुधारों का समर्थन किया।



from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/bRDl0gP
via

No comments:

Post a Comment