IT सेक्टर से अच्छी खबर नहीं आ रही है। इंडिया की पांच सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से दो में जून तिमाही में एंप्लॉयीज की संख्या में 11,000 कमी आई है। यह आईटी कंपनियों की सुस्त पड़ती ग्रोथ का संकेत है। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS की एंप्लॉयीज की संख्या में शुद्ध रूप से सिर्फ 523 का इजाफा हुआ। लेकिन, Wipro और HCL Tech के एंप्लॉयीज की संख्या में बड़ी गिरावट देखने को मिली। जून तिमाही में विप्रो के एंप्लॉयीज की संख्या में 8,812 की कमी आई। एचसीएल टेक के एंप्लॉयीज की संख्या 2,506 घट गई। सिर्फ टीसीएस की एंप्लॉयीज की संख्या बढ़ी तीन बड़ी आईटी कंपनियों के एंप्लॉयीज की संख्या में जून तिमाही में 10,795 कमी आई। इसके मुकाबले पिछले साल जून तिमाही में तीनों कंपनियों के एंप्लॉयीज की संख्या 31,671 बढ़ी थी। टीसीएस इकलौती ऐसी कंपनी है, जिसके एंप्लॉयीज की संख्या में जून तिमाही में इजाफा हुआ। हालांकि, कंपनी ने लैटरल रिक्रूट्स के लिए ऑनबोर्डिंग स्कोर्स में देर की है। कंपनी के चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज अफसर मिलिंद लक्कड़ ने कहा है कि इसकी वजह प्रोजेक्ट्स का बजट है। नियर टर्म में आईटी सर्विसेज की मांग कमजोर एनालिस्ट्स ने कहा कि जून तिमाही में एंप्लॉयीज की संख्या में बदलाव से लिमिटेड डिमांड विजिबिलिटी का पता चलता है। इसका मतलब है कि डील के मामले में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। टीसीएस के सीईओ के कृत्तिवासन ने कहा था कि नियर टर्म में अनिश्चितता दिख रही है। उन्होंने कहा था कि क्लाइंट्स अपने प्रोग्राम पर दोबारा विचार कर रहे हैं। कंपनी के एट्रिशन में गिरावट आ रही है। यह 17.8 फीसदी पर आ गया है। कंपनी को उम्मीद है कि इसमें और गिरावट आएगी। एचसीएल टेक के एंप्लॉयीज की संख्या दो साल बाद घटी एचसीएल टेक के एंप्लॉयीज की संख्या में फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के बाद पहली बार जून तिमाही में गिरावट देखने को मिली है। मार्च तिमाही के मुकाबले जून तिमाही में इसके एंप्लॉयीज की संख्या 2,506 घट गई। कंपनी ने इसकी वजह खाली हुए पदों पर भर्ती नहीं होना बताया है। कंपनी के चीफ पीपल ऑफिसर रामचंद्रन सुंदरराजन ने कहा, "अगर आप फ्रेशर्स की संख्या को देखें तो हमने पिछले दो साल में संख्या काफी बढ़ाई है। पिछले दो साल में हमने फ्रेशर्स की संख्या बढ़ाने पर निवेश किए हैं। एंप्लॉयीज के प्रोडक्टिव बनने से पहले ट्रेनिंग साइकलि से गुजरना पड़ता है। यही वजह है कि हमने जून तिमाही में रिप्लेसमेंट नहीं किया।" एंप्लॉयीज की संख्या घटने में एआई का भी हाथ विप्रो के एंप्लॉयीज की संख्या लगातार तीन तिमाहियों से घट रही है। कंपनी ने कहा है कि एंप्लॉयीज की संख्या में कमी की कुछ वजह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित ऑटोमेशन है। इसकी बड़ी वजह बेंच की ज्यादा संख्या है। कंपनी के चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज अफसर सौरव गोविल ने कहा कि यह देखते हुए कि कंपनी में पर्याप्त एंप्लॉयीज है, विप्रो बेंच का इस्तेमाल कर सकती है और उन एंप्लॉयीज का इस्तेमाल कर सकती है, जिन्हें पिछले साल हायर किया गया था।
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